Book Title: Jinendra Stotram
Author(s): Rajsundarvijay
Publisher: Shrutgyan Sanskar Pith

View full book text
Previous | Next

Page 2
________________ ।। ॐ ह्रीं श्रीं अहँ कलिकुण्डदण्डाय नमः ।। ।। श्रीजित-हीर-बुद्धि-तिलक-शान्ति-सोम-राजेन्द्रसूरीश्वरेभ्यो नमः ।। मञ्जुलाभिधस्वोपज्ञवृत्तिसंकलितम् जिनेन्द्रस्तोत्रम् अर्हत्स्तोत्रम् च कर्ता कलिकुण्डतीर्थोद्धारकपूज्याचार्यविजयश्रीराजेन्द्रसूरीश्वराणाम् शिष्यरत्नानां तपस्विमुनीनां श्रीराजपुण्यविजयानां शिष्य: मुनिराजसुन्दरविजयः FG द्रव्यसहयोगी सत्यपुरतीर्थनिवासी संङ्घवीश्रीवच्छराजजीमावाजीबोथरा-परिवार:

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 318