Book Title: Jain Sampradaya Shiksha
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 269
________________ चैनसम्प्रदायशिक्षा॥ गौढवाड़, गुजरात तथा काठियावाड़ की समस्त बारह न्यातें ॥ संख्या नाम न्यात संख्या नाम न्यात संख्या नाम न्यात संख्या नाम न्यात १ श्रीमाल चित्रवाल ७ पोरवाल १० महेश्वरी २ श्रीश्रीमाल ५ पल्लीवाल ८ खंडेलवाल ११ ठंठवाल ३ ओसवाल ६ वघरवाल ९ मेड़तवाल १२ हरसौरी यह पञ्चम अध्याय का बारह न्यासवर्णन नामक पाँचवाँ प्रकरण समाप्त हुआ। छठा प्रकरण-चौरासी न्यातवर्णन ॥ चौरासी न्यातों तथा उन के स्थानों के नामों का विवरण ॥ संख्या नाम न्यात स्थान से संख्या नाम न्यात स्थान से १ श्रीमाल भीनमाल से १४ ककस्थन वालफँडा से २ श्रीश्रीमाल हस्तिनापुर से १५ कपोला नग्रकोट से ३ श्रीखण्ड श्रीनगर से १६ काँकरिया करौली से श्रीगुरु आभूना डौलाइ से १७ खरवा खेरवा से ५ श्रीगौड़ सिद्धपुर से १८ खडायता खंडवा से ६ अगरवाल अगरोहा से १९ खेमवाल खेमानगर से अजमेरा अजमेर से २० खंडेलवाल खेडेलानगर से अजौषिया अयोध्या से २१ गंगराड़ा गंगराड़ से ९ अडालिया आडणपुर से २२ गौहिलगढ़ से अवयवाल ऑबेर आमानगर से २३ गौलवाल गौलगढ़ से ११ ओसवाल ओसिया नगर से २४ गोगवार गोगा से १२ कठाड़ा खाटू से २५ गौंदौडिया गौँदोड़ देवगढ से १३ कटनेरा कटनेर से २६ चकौड़ रणथंभचकावा गद मल्हारी से १-इन में से चित्रवाल चित्तोड़गढ़ से, ठंठवाल............. से तथा हरसौरा हरसौर से आये थे, शेष का स्थान प्रथम लिख ही चुके है। २-'स्थानों के, अर्थात् जिन र स्थानों से आ २ कर एकत्रित हुए थे उन १ स्थानों के । १० अवकपमा

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