Book Title: Aram Nandan Katha Author(s): Gautamvijay Publisher: Jain Sangh Boru View full book textPage 1
________________ संवत १९९३ संग्राहकः याम्भोनिधिः पूज्यपादः श्रीमद्विजयानन्दसूरिशिष्यरत्न श्रीहीरविजयशिष्य-पंन्यास सुंदरविजयशिष्य-सौभाग्यविजयसूरिमुख्यशिष्यमुनिगौतमविजयसदुपदेशात् 版 5 श्री वीतरागाय नमः श्री आरामनन्दन कथा f 145 प्रकाशकः - श्री बोरुग्रामस्थ श्रीजैनसंवः अमूल्य भेट. मुद्रक:- शा. गुलाबचंद लल्लुभाइ, श्री महोदय प्रीन्टींग प्रेस, दाणापीठ-भावनगर. प्रत ५०० 節Page Navigation
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