Book Title: Vyakhyapragnapti Sutra Part 04
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: 

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Page 211
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyarmandir व्याख्या प्रज्ञप्तिा 1.46 // CA5 एगयओछ परमाणुरोग्गला पगयओ दुपएसिए खंधे भवइ अदुहा कन्जमाणे अट्ठ परमाणुपोग्गला भवंति // [प्र०] हे भगवन् ! आठ परमाणुपुरलो संबन्धे प्रश्न. [उ०] हे गौतम ! आठ प्रदेशनो एक स्कंध थाय. (जो तेना विभाग थाय तो दे, त्रण, चार, पांच, छ, सात के आठ विभाग थाय.) यावत् तेना ने विभाग आया तो एक तरफ एक परमाणुपुरल अने १२शतके उदेशात एक तरफ सात प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ के प्रदेशोनो एक स्कंध अने एक तरफ छ प्रदेशनो एक स्कंध थाय * 1046 // ने. अथवा एक तरफ त्रण प्रदेशनो एक स्कंध अने एक तरफ पांच प्रदेशनो एक स्कंध थाय ने. अथवा चार चार प्रदेशना वे स्कंध | थाय छे. जो तेना त्रण विभाग थाय तो एक तरफ जुदा के परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ छ प्रदेशनो एक कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ पंचादेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक 4aa परमाणुपुद्गल, एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक कंध अने एक तरफ चतुष्प्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ ये द्विप्रदेशिक स्कयो / अने एक चतुष्प्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक द्विप्रादेशिक स्कंध अने एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कंध थाय छे. जो तेना चार विभग थाय तो एक तरफ जुदा त्रण परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ पांच प्रदेशनो एक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ जुदा व परमाणु पुगलो, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक चार प्रदेशनो स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ के परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ ये त्रिप्रदेशिक स्कंधो क्षय छे अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ बे द्विप्रदेशिक स्कंधो अने एक त्रिप्र. देशिक एक स्कंध थाय छे अथवा चार द्विप्रदेशिक स्कंधो थाय छे. तेना पांच विभाग थाय तो एक तरफ जुदा चार परमाणुपुइलो, अने एक तरफ एक चतुष्पदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ त्रण परमाणुओ अने एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक Kastotram For Private and Personal Use Only

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