Book Title: Vyakhyapragnapti Sutra Part 04
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: 

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Page 214
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kcbatirth.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyarmandie १शतके PARXKI+ | तरफ छप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक परमाणु, एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कंध, अने एक तरफ पंचादेशिक स्कंध थायर व्याख्या Pछे. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल अने एक तरफ वे चतुष्पदेशिक स्कंधो थाय छे. अथवा एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध, II प्रवतिः | एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ चतुष्प्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा त्रण त्रिप्रदेशिक म्कंधो थाय रे. नेना चार भाग 4 1049 // | थाय तो एक तरफ त्रण परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ छप्रदेशनो एक स्कंधथाय . अथवा एक तरफ वे परमाणुपद्लो एक तरफ 1049 | एक द्विप्रदेशिक अने एक तरफ पंचप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ वे परमाणुपुद्रलो, एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कन्ध अने एक तरफ चारप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक परमाणु पृगल, एक तरफ वे द्विप्रदेशिक स्कंधो, अने एक तरफ चतु. प्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्रल, एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध अने एक तरफ ये त्रिप्रदेशिक स्कंधो ★याय छे. अथवा एक तरफ त्रण द्विप्रदेशिक स्कन्धो अने एक तरफ एक त्रिप्रदेशिक स्कन्ध थाय छे. पांच भाग थाय तो एक तरफ जुदा चार परमाणुओ अने एक तरफ एक पंचप्रदेशिक स्कंध धाय छेअथवा एक तरफ त्रण परमाणुओ अने एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कन्ध अने एक तरफ चतुष्पदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक त्रण परमाणुगलो अने एक तरफ वे त्रिप्रदेशिक स्कंधो थाय छे. अथवा एक तरफ वे परमाणुपुद्रलो, एक तरफ वे द्विप्रदेशिक स्कंधो अने एक त्रिप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ मा एक परमाणुपुरल अने एक तरफ चार द्विप्रदेशिक स्कंधो धाय छे. जो तेना छ भाग करवामां आवे तो एक तरफ पांच परमाणप गलो अने एक तरफ एक चतुष्पदेशिक स्कंध होय छे. अथवा एक तरफ चार परमाणुपुद्गलो, एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कन्ध अने एक तरफ त्रिप्रदेशिक स्कंध होय छे. अथवा एक तरफ त्रण परमाणुओ अने एक तरफ त्रण द्विप्रदेशिक स्कंधो होय छे. जो तेना सात For Private and Personal Use Only

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