Book Title: Vyakhyapragnapti Sutra Part 04
Author(s): Sudharmaswami,
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________________ Shri Mahawan Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyarmandie खंधा एगयओ तिपएसिए खंधे भवति, पंचहा कजमाणे एगयओ चत्तारि परमाणु० एगयओ पंचपएसिए खंधे | भवह अहवा एगयओ तिन्नि परमाणु. पगयओ दुपएसिए. एगयओ चउप्पएसिप खंधे भवह अहवा एगयओ व्याख्या तिनि परमाणु एगयओ दो तिपएसिया बंधा भवंति अहवाएगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दो दुपएसिया | प्रज्ञप्तिः Fउवा खंधा एगयओ तिपासिए खंध भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ चत्तारि दुपएसिया खंधा भवति, छहा | // 1048 // // 1048 कजमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएसिए खधे भवह अहवा एगयओ चत्तारि परमाणु० एग-६ यओ दुप्पएसिए एगयओ निप्पएमिए खंधे भवति अहवा एगयओ तिन्नि परमाणु एगयो तिनि दुप्पएसिया खंधा भवंति, सत्तहा कन्जमाणे एगयओ छ परमाणु, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ पंच परमाणु पगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति, अट्टहा कजमाणे एगयओ सत्त परमाणु० एगयओ दुपएसिए खधे भवति, नवहा कन्जमाणे नव परमाणुपोग्गला भवति // | [40] हे भगवन् ! नव परमाणुयुगलो संबन्धे प्रश्न. [उ०] हे गौतम ! नवप्रदेशनो एक स्कंध थाय छ; अने जो तेना विभाग * | करवामां आवे तो (चे, त्रण, चार, पांच, छ, सात, आठ के) यावत् नव विभाग थाय छे. तेना जो वे विभाग थाय तो एक तरफ एक परमाणुपुद्गल अने एक तरफ एक अष्टप्रदेशिक स्कंध थाय छे. ए प्रमाणे एक एकनो संचार करवो; यावत्-अथवा एक तरफ एक चार प्रदेशनो स्कंध अने एक तरफ पांचप्रदेशनो स्कंध थाय छे. जो तेना त्रण भाग करवामां आवे तो एक तरफ वे परमाणुपुकागलो, अने एक तरफ एक सप्तप्रदेशिक स्कंध थाय छे. अथवा एक तरफ एक परमाणुपुद्गल, एक तरफ द्विप्रदेशिक स्कंध, अने एक For Private and Personal Use Only

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