Book Title: Vyakhyapragnapti Sutra Part 04
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: 

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Page 210
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir ली परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध थाय. तथा जो तेना सात भाग थाय तो जुदा जुदा सात परमाणुपुद्गलो थाय. व्याख्यात अट्ट भंते ! परमाणुपोग्गला पुच्छा, गोयमा! अट्ठपएसिए बंधे भवह जाव दुहा कजमाणे एगयओ परमाणु १२शतके एगयओ सत्तपएसिए बंधे भवइ अहवा एगयओदुपपसिए खंधे एगपओ उप्पएसिए ग्बंधे भवइ अहवा एमयओ|8उदेश 11.45 // |तिपासिए एगयओ पंचपएसिए खंधे भवद अहवा दो चउप्पएसिया खंधा भवंति, तिहा कबमाणे पगयओदो // 1045// परमाणु एगयओ छप्पएसिए वंधे भवइ अहया गयओ परमाणु० एगयओ दुप्पएसिए खंधे पगयओपंचपएसिए खंधे भवई अहवा एगपपओ रमाणु एगयओ तिपएसिए बंधे एगयओ चउपएसिए खधे भवह अहवा एगयओ18| | दो दुपएसिया खंधा एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवद अहवा एगयी दुपएसिए खंधे एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति, चउहा कज्जमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला एगयओ पंचपएसिए बंधे भवति अहवा पगयओ दोन्नि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति अहबा एगयओ दो परमाणु एगयओदोतिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ परमाणु० एगय ओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ तिपएसिप खंधे भवति अहया चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति, पंचहा कजमाणे एगपओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएमिए बंधे भवति अहवाएगयओ तिन्नि परमाणु एगयओ दुपएसिए पगयओतिपएसिए खंधे भवति अहवा एगयो दो परमाणु० एगयओ तिमि दुपएसिया खंधा भवंति, छहा कजमाणे एगयओ पंच परमाणु० एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ चत्तारि परमाणु एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवइ, सत्तहा कब्जमाणे SXEKAR For Private and Personal Use Only

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