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fer वारणी प्रचारक कार्यालय कलकत्ता, भाषा हिन्दी, पृ० ६६; १० १९३६, प्रा. प्रथम ।
श्राविका धर्म दर्पण - लेखक बाबू सूरज भान वकील, प्र० कुलवंतराय जैन भाषा हिन्दी, पृष्ठ ५७, व० ४६३६६ प्रा० प्रथम ।
श्राविका धर्म दर्पण - प्र० जैन पुस्तक प्रकाशक कार्यानल ब्यावर, भाषा हिन्दी, पृष्ठ ६४, व० १६२४ ।
श्री देवाधिदेव रचना -- लेखक कवि हरजसराय, अनु० सपा० श्रीलान जैन, प्र० गुरुदत्तमल पन्नालाल कसूर, भा० स० हिन्दी पृ० ८० १० १९१५,
श्रा० प्रथम |
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श्रीपाल - लेखक कन्हैलालाल जैन, भा० हि०, पृ० १३८, १० १६३० । श्रीपाल चरित्र (पद्य) - लेखक कवि परमल्ल, अनु० मास्टर दीपचंद, प्र० मूलचद किशनदास कापड़िया सूरत, भा० हि०; पृष्ठ १७४; व० १९१७, श्रा० द्वितीय |
श्रीपाल चरित्र समालोचना - लेखक वाडीलाल मोतीलाल शाह, प्रकाशन चन्द्रसेन वैद्य इटावा, भा० हि०, पृ० २२, ० १६१८, प्रा० प्रथम |
श्रीपाल नाटक - प्र० दिग० जैन उपदेशक सोसाइटी देहली, भा० हि०, १० १५२, व० १६२३, प्रा० प्रथम |
श्री धवल - देखो 'षटखडागम्' ।
श्री पाल पुराण (सचित्र) - ले० कवि परिमल्ल, सपा० परमानद मिघई, प्र० जिन वारणी प्रचारक कार्यालय कलकत्ता, भा० हि०, पृ० १७४, व० १९३५
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भा० प्रथम
श्रीपुर पार्श्वनाथस्तोत्र - लेखक विद्यानन्द स्वामी, भ० स०, पृ० ३१, ब० १९२० ।
श्रीमयानन्द परिचय - लेखक स्वा० कमनिंद, प्र० दिग० जैन शास्त्रार्थ सघ अम्बाला, भा० हि०, पृ० ६८, व० १६३६ आ० प्रथम ।
श्रुत भक्ति - लेखक पूज्यपाद: मा० सं० हि०, ( दशभक्त्यादि संग्रह में प्र० )