Book Title: Prakashit Jain Sahitya
Author(s): Pannalal Jain, Jyoti Prasad Jain
Publisher: Jain Mitra Mandal

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Page 334
________________ आवश्यक निवेदन समस्त जैन लेखकों, प्रकाशको एवं साहित्यिक सस्थाओ से निवेदन है कि वे अपने द्वारा लिखित, अनूदित, संपादित, सकलित, सुद्रित, प्रकाशित अन्यो-पुस्तको के सम्बंध में पूरा विवरण नीचे लिखे पते पर भेजने की · कृपा करे । विवरण मे निम्नलिखित तथ्य होने चाहिये - १ पुस्तक का नाम २ मूल लेखक, अनुवादक, टीकाकार, सपादक, सकलनकर्ता आदि के नामपूरे पते सहित, ३ प्रकाशक का पूरा नाम एव पता, ४. मुद्रक का नाम एव पता ५ भाषा, ६ विषय, ७ पृष्ठसंख्या ८ श्रावृत्ति एव मुद्रित सख्या, ६. मूल्य १० विशेष विवरण, यदि कुछ हो । इस पुस्तक के द्वितीय सस्करण को सर्वाङ्गपूर्ण बनाने के लिये यह जानकारी अपेक्षित है। जो महानुभाव अपनी पुस्तको की एक एक प्रति ही मेज देने की कृपा करेंगे उनके हम अत्यन्त बाभारी होगे और तब उनके लिये अलग से उक्त विवरण भेजने की जरूरत नही रहेगी। 'नवदक पन्नालाल जैन अग्रवाल ३८७२, मोहल्लाच वालान गली कन्हैया लाल प्रसार (दिल्ली)

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