Book Title: Jain Subodh Ratnavali
Author(s): Hiralal Maharaj
Publisher: Pannalal Jamnalal Ramlal Kimti Haidrabad
View full book text
________________
___ (१८४)
अथ पाटावलींना सवइयाः ३१॥ . श्री महावीरजीके पाट परंपरा जान । सुधर्माजी जंबुस्वामी आदि इम जाणिये ॥ प्रभवाजी संभवस्वामी यसोभद्र संभुत विजे। भद्रबाहु स्थूलभद्र अष्टमा बखाणिये ॥ आर्यगीर बलसिंह सोवनस्वामी वीरस्वाभी। छंडिलाजी जीतधर आर्यसमंद आणिये ॥ नीदलने नागहस्ति रेवंतजी सिहगणी। थंडिलाजी हेमवंत नागजीत मानिये ॥१॥ गोविंदस्वामी भूतदीन छोहगणी दुसगणी। देवढगणीक्षमाश्रमण वीरभद्र गाइये ॥ संकरभद्र यसोभद्र विरसेन विरसंग्रामसेन ।
१७
-
२९७०

Page Navigation
1 ... 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221