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अनुत्तरोपपातिकदशासूत्रम् ।
[ तृतीयो वर्गः
उत्पन्न हुई उसी प्रकार आपुच्छणं - श्री भगवान् से पूछा और पूछकर थेरेहिंस्थविरों के सर्द्धि-साथ विउले - विपुलगिरि पर दुरूहंति - चढ गया मासियामासिकी संलेहणा - संलेखना की नवमास - नौ महीने तक परियातो - संयम - पर्याय का पालन किया जाव-यावत् कालमासे - मृत्यु के समय कालं किच्चा-काल के द्वारा उड्डऊंचे चंदिम - चन्द्रमा से जाव - यावत् य- पुनः णव - नव गेविज्जविमाण-पत्थडेग्रैवेयक विमानों के प्रस्तट से उडूं-ऊचे दूरं-दूर वीतिवत्तित्ता व्यतिक्रम करके सव्वसिद्धे - सर्वार्थसिद्ध विमाणे - विमान में देवत्ताए - देव रूप से उववने -उत्पन्न हो गया । थेरा-स्थविर तहेव - उसी प्रकार उयरंति - विपुलगिरि से उतर गये और जाव - यावत् श्री भगवान् से कहने लगे कि हे भगवन से- - उस धन्य अनगार के इमेये यारभंडए - आचार-भण्डोपकरण है अर्थात् ये उसके वस्त्र - पात्र आदि उपकरण है इसके अनन्तर भगवं - भगवान् गोतमे - गौतम तहेव उसी प्रकार पुच्छति - श्री भगवान् से पूछते हैं जहां-जैसे खंदयस्स - स्कन्दक के विषय में पूछा था भगवंश्री भगवान् इसके उत्तर में वागरेति - प्रतिपादन करते हैं कि जाव - यावत् धन्य अनगार सव्वसिद्धे - सर्वार्थसिद्ध विमाणे - विमान मे उववरणे - देव रूप से उत्पन्न हो गया । - पूर्ववत् वाक्यालङ्कार के लिये है भंते ! - हे भगवन् 1 इस प्रकार से फिर गौतम स्वामी जी ने श्री भगवान् से पूछा धन्नस्स - धन्य देवस्स - देव की केवतियं - कितने कालं काल की ठिती- स्थिति पण्णत्ता प्रतिपादन की है ? उत्तर मे श्री भगवान् कहते हैं कि गोयमा ! - हे गौतम तेत्तीस - तेतीस सागरोवमाई - सागरोपम की ठिती- स्थिति पन्नत्ता - प्रतिपादन की है । णं - पूर्ववत् भंते - हे भगवन् । से- वह धन्य देव ततो- उस देवलोगाओ - देवलोक से च्युत होकर कहिकहा पर गच्छिहिंति- -जायगा १ कहिं-कहां उववज्जिहिंति - उत्पन्न होगा ? भगवान् इसके उत्तर मे कहते है गोयमा - हे गौतम । महाविदेहे - महाविदेह वासेक्षेत्र मे सिज्झिहिति ५ – सिद्ध होगा । तं सो एवं - इस प्रकार खलु निश्चय से जंबू - हे जम्बू' समणें - श्रमण भगवान् ने जाव - यावत् जो संपत्ते - मोक्ष को प्राप्त हो चुके है पढमस्स - (तृतीय वर्ग के) प्रथम अभयणस्स - अध्ययन का अयमट्ठे-यह अर्थ पन्नत्ते-प्रतिपादन किया है। सूत्रं ५ - पञ्चम सूत्र समाप्त हुआ । पढमं
- प्रथम अज्भ
यणं-अध्ययन समत्तं- समाप्त हुआ ।
मूलार्थ - तब उस धन्य अनगार को अन्यदा किसी समय मध्य-रात्रि में