Book Title: Kuvalaymala Part 01
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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ता कीस तुमं दुहिओ पावय पावेण चित्तेण ।। कुणसु य तुमं पि धम्मं तुज्झ वि एयारिसा सिरी होइ । ता पर-विहव-विलक्खो ण लहिसि णिद्दं पि राईए ।। आलप्पालारंभं मा कुण विहवो त्ति होहिइ महं ति । पुव्व-कयस्स ण णासो ण य संपत्ती अविहियस्स || अह परिचिंतेसि तुमं भत्तं पोतं व कह णु होज्जा हि । तत्थ वि पुव्व- - कयं चिय अणुयत्तइ सयल - लोयस्स ।। महिलायणे वि सुव्वइ पयडं आहाणयं णरवरिंद । जेण कयं कडियलयं तेण कयं मज्झ वत्थं पि ॥ जे या धवल च्चिय हंसा तह बरहिणो य चित्तलया । सो मह भत्तं दाहिइ ण अण्णयारी तणं चरइ ।। इय चिंतिऊण पावं मा मा असमंजसं कुणसु लोहं । 13 पडिहण संतोसेणं तह चेय जिणिंद-वयणं ।।
मोहस्स वि पडिवक्खं चिंतेयव्वं इमं सुविहिएहिं । 15 असुई - कलमल - भरिए रमेज्ज को माणुसी - देहे ।। जं असुई-दुग्गंधं बीभच्छं बहुयणेण परिहरियं । 17 जो रमइ तेण मूढो अव्वो विरमेज्ज सो केण ।। जं जं गुज्झं देहे मंगुल-रूवं ठविज्जए लोए । 19 तं चेय जस्स रम्मं अहो विसं महुरयं तस्स ।।
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जं असइ ससइ वेयइ मउलइ णयणाइँ णीसहा होइ । तं चिय कुणइ मरंती मूढा ण तहा वि रमणिज्जा ।। जण-लज्जणयं पि तहा बुहयण - परिणिदियं चिलीणं पि ।
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1) P तुहं for तुमं. 2) P कुज्ज for तुज्झ. 3) P मा for ता. 7) P त्तइ सव्वलोगस्स ।।. 10) P तह वरहिलो य चित्तयला 1, 12 ) P अमंजसं. 13) P विमलेण for तह चेय. 14) P इमं सुबुद्धीहिं. 15) J कलिमल. 16) P बीभत्सं. 18) P मंगलरूयं च, विरमणिज्जा ।, Pom. ठविज्जए लोए etc. to मूढाण तहा वि. 20) J ज for जं. 22) P बहुयण.

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