Book Title: Kuvalaymala Part 01
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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२०७
(१५८) 1 पडलए, ठवेसु कप्पूर-फडा-समुग्गए, णिक्खिव कक्कोलय-गोलए, ठवेसु
जाल-गवक्खए अत्थुर-सेजं, देसु सिंगाडए, णिक्खिव वलक्खलए, पक्खिव 3 चक्कलए, पज्जालेसु पईवे, पवेसेसु महं, कोंतलं काउं सुइरं णिमज्जसु मज्ज
भायणे, पडिमग्गसु मइरा-भंडए, हत्थ-पत्ते कुणसु चसए, णिक्खिव सयण5 पासम्मि विविह-खज-भोज्ज-पेज्ज-पडलए त्ति । अवि य ।
एक्केक्कयम्मि णवरं वर-कामिणि-पिहुल-वास-घरयम्मि । 7 कम्मं तो ण समप्पइ पिय-संगम-गारवग्घविए ।
(१५८) एयम्मि एरिसे समए को वावारो पयत्तो णायर-कामिणी-सत्थस्स । 9 अवि य ।
सहि संपइ मज्झ घरं पावइ दइओ त्ति मंडणं कुणसु । 11 अहवा अलं ति मह मंडणेण अंगस्स भारेण ।।
दे तूर महं पियसहि तिलए भालं रएसु दइएण । 13 इय विहलक्खर-भणिरी सहियाहि हसिज्जए अण्णा ।।
आसण्ण-दइय-संगम-सुहिल्लि-हल्लप्फला हलहलेति । 15 अण्णा रसणं कंठे बंधइ हारं णियंबम्मि ।।
होंत-जियणाह-संगम-मयण-रसासाय-सुण्ण-हिययाए । 17 अदाए च्चिय रइओ तिलओ अण्णाए घुसिणेण ।।
अण्णा ण जंपइ च्चिय आणेसु पियं ति दूइ-लज्जाए । 19 पिय-वयण-गब्भिणेहिं णयण-पदाणेहिँ पयडेइ ।।
संचारियाएँ अण्णा अप्पाहेती पियस्स संदेसं । 21 अगणिय-मग्ग-विहाया सहसा गेहं चिय पविट्ठा ।।
एहिइ पिओ त्ति अण्णा इमिणा मग्गेण अंधयारम्मि ।
1) J ठएसु, P प्फडा, P कंकोलय, J ठएसु. 2) P सिंघाडए, J चक्कलए for वलक्खलए, P om. पक्खिव चक्कलए. 3) P महुरकोंतलकाओ सइरं, P om. मज्ज, J P have a danda after कj. 4) J अत्थपत्थेसु, P मयण. 5) P inter. पेज and भोज्ज. 7) J adds वि before ण, P वग्घविओ. 8) P पहुत्तो for पयत्तो. 10) P सइ for सहि. 13) J सहिअहि P सहियाइं. 14) P संगमसुहलि, J हल्लफला. 19) P संदयदाणिहिं for णयणपदाणेहिँ. 20) P अप्पाहंती. 21) P विभागा. 22) P एही for एहिइ.

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