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दाक्षिण्यचिह्नाङ्क - श्रीमदुद्योतनसूरिविरचिता
कुवलयमाला।
(प्राकृतनिषद्धा चम्पूस्वरूपा महाकथा ।)
प्रथमो भागः ।
सम्पादक : पू. परमशासनप्रभावक स्व. आ. भ. श्री. वि. रामचन्द्रसू. म. पट्टालङ्कार पू. स्व. आ. भ. श्री. वि. मुक्तिचन्द्रसू. म. शिष्यरत्नपू. स्व. आ. भ. श्री. वि. अमरगुप्तसू. म. शिष्यरत्न
पू. आ. भ. श्री. वि. चन्द्रगुप्तसू. म.
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प्रकाशक: श्री अनेकान्तप्रकाशन जैन रिलीजीयस ट्रस्ट
आर्थिक - सहकार : श्री दशापोरवाड सोसायटी जैन संघ पालडी
अमदावाद - ३८०००७
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दाक्षिण्यचिह्नाङ्क - श्रीमदुद्योतनसूरिविरचिता
कुवलयमाला ।
-: सम्पादक :पू. आ. भ. श्री. वि. चन्द्रगुप्त सू. म.
-: प्रकाशक :श्री अनेकान्तप्रकाशन जैन रिलीजीयस ट्रस्ट
-: आर्थिक - सहकार :श्री दशापोरवाड सोसायटी जैन संघ पालडी
अमदावाद - ३८०००७
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कुवलयमाला ।
आवृत्ति :- प्रथमा
प्रतय :- ७५०
वि.सं. २०६७
: प्राप्तिस्थानम् :
मुकुंदभाई आर. शाह ५, नवरत्न फ्लेट्स्
नवा विकासगृह मार्ग पालडी, अमदावाद - ३८०००७
प्रमोदभाई छोटालाल शाह १०२. वोरा आशिष
पं. सोलीसिटर रोड मलाड (इस्ट) मुंबई - ४०० ०९७
जतीनभाई हेमचंद शाह 'कोमल' छापरीया शेरी महीधरपुरा, सुरत ३९५ ००३
તા.ક. “અધિષ્ઠાતા, સિંઘી જૈનશાસ્ત્ર શિક્ષાપીઠ, ભારતીય વિદ્યાભવન, મુબંઈ” દ્વાણ वि.सं.२०१५मा प्रोशित "इवयमाct" माग-१ (सिंघीन ग्रंथमाला ग्रंथांऽ ४५) ના પુસ્તક ઉપરથી આ પુસ્તક ત્રણ ભાગમાં છાપવામાં આવ્યું છે. આ કથાગ્રંથની ટિપ્પણીમાં જે પાઠાન્તરો જણાવ્યા છે તેમાં P એટલે પૂનાના રાજકીય ગ્રંથ – સંગ્રહમાંથી મળેલ પ્રતમાંની ટિપ્પણીના પાઠાંતરો છે અને J એટલે જેસલમેરના ભંડારમાંથી મળેલ પ્રાચીન તાડપત્રીય પ્રતમાંની ટિપ્પણીના પાઠાન્તો છે – એ પ્રમાણે
-:मुद्रणव्यवस्था :मकवाना प्रिंटर्स, मुंबई - ४०० ००४.
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उज्जोयणसूरिविरइया कुवलयमाला
।। ॐ नमो वीतरागाय ।।
11 (१) पढमं णमह जिणिंदं जाए णच्चंति जम्मि देवीओ।
उव्वेल्लिर-बाहु-लया-रणंत-मणि-वलय-तालेहिं ।। 13 पुरिस-कर-धरिय-कोमल-णलिणी-दल-जल-तरंग-रंगतं ।
णिव्वत्त-राय-मजण-बिंब जेणप्पणो दि8 ।। 15 वसिउं चिरं कुलहरे कला-कलाव-सहिया णरिदेसु ।
धूय व्व जस्स लच्छी अज वि य सयंवरा भमइ ।। 17 जेण कओ गुरु-गुरुणा गिरि-वर-गुरु-णियम-गहण-समयम्मि ।
स-हरिस-हरि-वासद्धंत-भुसणो केस-पन्भारो ।। 19 तव-तविय-पाव-कलिणो णाणुप्पत्तीए जस्स सुर-णिवहा ।
संसार-णीर-णाहं तरिय त्ति पणच्चिरे तुट्ठा ।। 21 जस्स य तित्थारंभे तियस-वइत्तण-विमुक्क-माहप्पा ।
कर-कमल-मउलि-सोहा चलणेसु णमंति सुर-वइणो ।।
The reference 1), 2) etc. are to the numbers of the lines of text, put on the margin. 9) JP उं नमो after the symbol of bhale which looks like Devanagari ६०. 11) P नमह, P नचंति, P जंमि. 12) J उव्विल्लरबाहु, P नालेहिं. 14) J बिम्बं. 15) P सहिआ. 16) J धूअ. 17) J गुरुगहणणियमसमयंमि, P नियम, P व्यंमि. 18) J द्धन्त. 19) J णाणुप्पत्तीए P नाणुप्पत्तीइ, JP निवहा. 20) JP नीरनाहं.
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1 तं पढम-पुहइ-पालं पढम-पवत्तिय-सुधम्म-वर-चक्कं । __णिव्वाण-गमण-इंदं पढमं पणमह मुणि-गणिंदं ।। अहवा । 3 उब्भिण्ण-चूय-मंजरि-रय-मारुय-विलुलियंबरा भणइ ।
माहव-सिरी स-हरिसं कोइल-कुल-मंजुलालावा ।। 5 अहिणव-सिरीस-सामा आयंबिर-पाडलच्छि-जुयलिल्ला ।
दीहुण्ह-पवण-णीसास-णीसहा गिम्ह-लच्छी वि ।। 7 उण्णय-गरुय-पओहर-मणोहरा सिहि-फुरंत-धम्मिल्ला ।
उब्भिण्ण-णवंकुर-पुलय-परिगया पाउस-सिरी वि ।। 9 वियसिय-तामरस-मुही कुवलय-कलिया विलास-दिह्रिल्ला ।
कोमल-मुणाल-वेल्लहल-बाहिया सरय-लच्छी वि ।। 11 हेमंत-सिरी वि स-रोद्ध-तिलय-लीणालि-सललियालइया ।
मल्लिय-परिमल-सुहया णिरंतरुब्भिण्ण-रोमंचा ।। 13 अणवरय-भमिर-महुयरि-पियंगु-मंजरि-कयावयंसिल्ला ।
विप्फुरिय-कुंद-दसणा सिसिर-सिरी सायरं भणइ ।। 15 दे सुहय कुण पसायं पसीय एसेस अंजली तुज्झ ।
णव-णीलुप्पल-सरिसाएँ देव दिट्ठीएँ विणिएसु ।। 17 इय जो संगमयामर-कय-उउ-सिरि-राय-रहस-भणिओ वि ।
झाणाहि णेय चलिओ तं वीरं णमह भत्तीए ।। अहवा । जाइ-जरा-मरणावत्त-खुत्त-सत्ताण जे दुहत्ताणं ।
भव-जलहि-तारण-सहे सव्वे च्चिय जिणवरे णमह ।। सव्वहा, 21 बुज्झति जत्थ जीवा सिझति य के वि कम्म-मल-मुक्का ।
जं च णमियं जिणेहि वि तं तित्थं णमह भावेण ।।
1) J पवित्तिय. 2) Jणेव्वाण P निव्वाण, P इद्धं or इड्डे, J पढमं for पणमह, Jom. अहवा. 3) P उब्भिन्न, J चूअ, J व्यम्बरा भमइ । सहरिस वसंतलच्छी कोइल. 5) P आयंवर. 6) P न्ह, P नीसास. 7) J धम्मेल्ला. 8) P उब्भिन्ननवं०. 10) J वाहिया. 11) P लीलालि, J सललिआलइआ. 12) J मल्लिअ, P निरंतरुब्भिन्न. 13) J महुअरि, J पिअंगु. 14) J रिअ. 16) P नवनीलु०, P दिट्ठिए विनिएसु. 17) J कयऊसिरि. 18) J झाणाउ, P नमह, Jom. अहवा. 19) P ०णावत्तरिय (खित्त)स०, P दुहत्ताण. 20) P सव्वे विय, J च्चिअ, P नमह, P अहवा for सव्वहा, J repeats here दे सुहय कुण पसायं पसीय एसेस अंजली तुज्झ. 21) J ज्झन्ति, P अ for य, P कंम, J कलि for मल. 22) P तं च नमिउं, P नमह भत्तीए ।.
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(२)
३
1 (२) इह कोह-लोह-माण-माया-मय-मोह-महाणुत्थल्ल-मल्ल__णोल्लणावडण-चमढणा-मूढ-हिययस्स जंतुणो तहा-संकिलिट्ठ-परिणामायास3 सेय-सलिल-संसग्ग-लग्ग-कम्म-पोग्गलुग्ग-जाय-घण-कसिण-कलंक
पंकाणुलेवणा-गरुय-भावस्स गुरु-लोह-पिंडस्स व जलम्मि झत्ति णरए चेव 5 पडणं । तत्थ वि अणेय-कस-च्छेय-ताव-ताडणाहोडण-घडण-विहडणाहिं
अवगय-बहु-कम्म-किट्टस्स जच्च-सुवण्णस्स व अणट्ठ-जीव-भावस्स किंचि7 मेत्त-कम्म-मलस्स तिरिय-लोए समागमणं । तत्थ वि कोइल-काय-कोल्हुया
कमल-केसरी-कोसिएसु वग्घ-वसह-वाणर-विच्चुएसु गय-गवय-गंडय-गावी9 गोण-गोहिया-मयर-मच्छ-कच्छभ-णक्क-चक्क-तरच्छ-च्छभल्ल-भल्लकि-मय
महिस-मूसएसुं सस-सुणउ-संबर-सिवा-सुय-सारिया-सलभ-सउणेसु, तहा 11 पुहइ-जल-जलणाणिल-गोच्छ-गुम्म-वल्ली-लया-वणस्सइ-तसाणेय-भव
भेय-संकुलं भव-संसार-सागरमाहिंडिऊण तहाविह-कम्माणुपुवी-समायड्डिओ 13 कह-कह वि मणुयत्तणं पावइ जीवो त्ति । अवि य ।
(३) बहु-जम्म-सहस्स-णीरए बहु-वाहि-सहस्स-मयरए । 15 बहु-दुक्ख-सहस्स-मीणए बहु-सोय-सहस्स-णक्कए ।।
एरिसए संसारएँ जलहि-समे हिंडिऊण पावऍहिं । 17 पावइ माणुस-जम्मयँ जीवो कह-कह वि पुव्व-पुण्णऍहिं ।।
तत्थ वि सय-जवण-बब्बर-चिलाय-खस-पारस-भिल्ल-मुरंडोड्ड-बोक्कस19 सबर-पुलिंद-सिंघलाइसु परिभमंतस्स दुल्लहं चिय सुकुल-जम्मं ति । तत्थ वि ___ काण-कुंट-मुंट-अंध-बहिर-कल्ल-लल्लायंगमो होइ । तओ एवं दुल्लह-संपत्त21 पुरिसत्तणेण पुरिसेण पुरिसत्थेसु आयरो कायव्वो त्ति । अवि य ।
रुद्दम्मि भव-समुद्दे तुलग्ग-लद्धम्मि कह वि मणुयत्ते ।
2) J रमढणा, P ०णाम आ. 4) J गरुव, J पिण्ड०, P जलंमि ज्झत्ति. 5) P च्चिअ णेयकयच्छेय, J होडणाघण. 6) P सुवन्नस्स वाण?. 7) J तत्थ कोइला, J कोल्हुआ. 8) J गण्ड०, P गाय for गावी. 9) J गोहिआ P गोहिय, P तरछाछ०, J मअ. 10) P मूसएसु, J सुणउ संवर P सससउणसंबर, J सुअ, P सउणेसु J सउणसिप्पईसु. 11) P णानिल, J गोच्छ, P गुच्छ, J स्सई, J भवसयभेय. 12) P संकुलम्, P om. सागर, J हिण्डि०, J वि तहाविह, J समाअट्ठिओ. 13) J मणुअत्तणं, J अवि अ. 14) J णरए, P नीरए. 15) J बहुसोयमहासमुद्दए बहुमाणतरंगए संसारए जलहिं सम हिण्डि०. 16) P हिंडिऊण य पावइ. 17) J माणुस्स, J वि पुण्णएहिं P वि पुव्वपुन्नएहिं. 18) J मुरुडोण्डबोकस. 19) J दुलहं चेव आरियखेत्तं ति ।. 20) J काणकोण्टभण्टअन्ध, P कल्लल्लल्ला, J संपत्तआरियत्तणे पुरिसेण. 22) P रुंदमि, P ललुमि, J मणुअत्ते.
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(४) 1 पुरिसा पुरिसत्थेसुं णिउणं अह आयरं कुणह ।।
(४) सो पुण तिविहो । तं जहा । धम्मो अत्थो कामो, केसि पि मोक्खो 3 वि । एएहिं विरहियस्स उण पुरिसस्स महल्ल-दसणाभिरामस्स उच्छु-कुसुमस्स __ व णिप्फलं चेय जम्मं ति । अवि य । 5 धम्मत्थ-काम-मोक्खाण जस्स एवं पि णत्थि भुयणम्मि ।
किं तेण जीविएणं कीडेण व दड्ढ-पुरिसेणं ।। 7 एए च्चिय जस्स पुणो कह वि पहुप्पंति सुकय-जम्मस्स ।
सो च्चिय जीवइ पुरिसो पर-कज्ज-पसाहण-समत्थो ।। 9 इमाणं पि अहम-उत्तिम-मज्झिमे णियच्छेसु । तत्थत्थो कस्स वि अणत्थो चेव __ केवलो, जल-जलण-णरिंद-चोराईणं साहारणो । ताण चुक्को वि धरणि-तल11 णिहिओ चेव खयं पावइ । खल-किविण-जणस्स दुस्सील-मेच्छ-हिंसयाणं __ च दिण्णो पावाणुबंधओ होइ । कह वि सुपत्त-परिग्गहाओ धम्म-कलं पावइ 13 काम-कलं च । तेण अत्थो णाम पुरिसस्स मज्झिमो पुरिसत्थो । कामो पुण
अणत्थो चेव केवलं । जं पि एयं पक्खवाय-गब्भ-णिब्भर-मूढ-हियएहिं भणियं 15 कामसत्थयारेहिं जहा 'धम्मत्थकामे पडिपुण्णे संसारो जायइ' त्ति, तेसिं तं पि ___ परिकप्पण्णा-मेत्तं चिय । जेण एयंत-धम्म-विरुद्धो अत्थ-क्खय-कारओ य 17 कामो, तेण दुग्गय-रंडेक्कल्ल-पुत्तओ विव अट्ठ-कंठयाभरण-वलय-सिंगार
भाव-रस-रसिओ ण तस्स धम्मो ण अत्थो ण कामो ण जसो ण मोक्खो त्ति । 19 ता अलं इमिणा सव्वाहमेण पुरिसाणत्थेणं ति । धम्मो उण तुलिय-धणवइ
धण-सार-धण-फलो । तहा णरिंद-सुर-सुंदरी-णियंब-बिंबुत्तुंग-पओहर-भर21 समालिंगण-सुहेल्लि-णिब्भरस्स कामो वि धम्माणुबंधी य । अत्थो धम्माओ
चेव, मोक्खो वि । जेण भणियं ।
1) P निउणं, J तह for अह. 2) J सो उण. 3) J एएहि रहियस्स पुण, J ०णाहिरा०. 4) P जम. 5) P एकं, J भुअणमि, P भुयणमि. 6) J डड्डपुरिसेण. 7) J कहउ पहुप्पन्ति सुक्कय, P जंमस्स. 9) J मज्झिमे वियारेसु ।. Pom. चेव केवलो. 10) P नरिंद, P राईण, J०यलणिहित्तं P तलनिहिओ. 11) P वच्चइ for पावइ, J किमिण. 12) J दिण्णं, J धम्मकालं. 13) J कामा उण. 14) P केवलम् J एअं, P एगंतपक्खवायगंतनिब्भर, J हियएहि. 15) J पडिपुण्ण, P संपावइ for संसारो जायइ, P om. तेसिं. 16) J °कम्मणा, J चिअ, J जेण एअंतधम्म P जेण अत्थो धम्म. 17) J रण्डेकल्ल पुत्तउ विअ०, J has a marginal note thus : विचित्तरुप्पयाभ० पाठांतरं with a reference to अट्ठठ्ठ, J कंट्ठया P कंठिया. 18) P न तस्स, P न मोक्खो. 19) J अलमिमिणा, J ०ण त्ति ।। छ ।।. 20) P धणप्फलो, J सव्वहा for तहा, P नरिंद, P णिअंब. 21) P मुहेल्लि, P om. य, J मोक्खो वि for अत्थो. 22) J चेय, Jom. मोक्खो वि.
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1 लहइ सुकुलम्मि जम्मं जिणधम्मं सव्व-कम्म-णिज्जरणं ।
सासय-सिव-सुह-सोक्खं मोक्खं पि हु धम्म-लाभेण ।। 3 तेण धम्मो चेव एत्थ पुरिसत्थो पवरो, तहिं चेव जुज्जइ आयरो धीर-पुरिसेण
काउं जे । अवि य । 5 अत्थउ होइ अणत्थउ कामो वि गलंत-पेम्म-विरसओं य ।
सव्वत्थ-दिण्ण-सोक्खउ धम्मो उण कुणह तं पयत्तेण ।। 7 (५) सो उण गोविंद-खंद-रुंदारविंदणाह-गइंद-णाइंद-चंद-कविल
कणाद-वयण-विसेस-वित्थर-विरयणो बहुविहो लोय-पसिद्धो । ताणं च मज्झे 9 मणीण व कोत्थुहो, गयाण व सुर-गओ, समुद्दाण व खीरोवही, पुरिसाण व
चक्कहरो, दुमाण व कप्पपायवो, गिरीण व सुरगिरी, सुराण व पुरंदरो, तहा 11 सव्व-धम्माणं उवरिं रेहइ जिणयंद-भासिओ धम्मो त्ति । सो उण चउव्विहो ।
तं जहा । दाणमइओ, सीलमइओ, तवोमइओ, भावणामइओ त्ति । तत्थ पढम 13 चिय पढम-तित्थयर-गुरुणा इमिणा चेव चउव्विह-धम्म-कमेण सयल-विमल
केवलं वर-णाणं पि पावियं । जेण अविभाविय-णिण्णुण्णय-जल-थल15 विवराइ-भरिय-भुवणेणायाल-काल-जलहरेण विय वरिसमाणेण णीसेस
पणइयण-मणोरहब्भहिय-दिण्ण-विहव-सारेण पवत्तिओ पढम तेलोक्क-बंधणा 17 'भो भो पुरिसा दाणमइओ धम्मो' त्ति । पुणो 'सुर-सिद्ध-गंधव्व-किण्णरोरय___णर-दइच्च-पच्चक्खं सव्वं मे पावं अकरणिज' ति पइण्णा-मंदरमारुहंतेण 19 पयासिओ तेलोक्क-गुरुणा सीलमइओ धम्मो त्ति । पुणो छट्ठट्ठम-दसम
दुवालस-मासद्ध-मास-संवच्छरोववास-परिसंठिएण पयासिओ लोए 21 ‘तवोमइओ धम्मो' त्ति । तहिं चिय एगत्तासरणत्त-संसार-भाव-कम्म__ वग्गणायाण-बंध-मोक्ख-सुह-दुक्ख-णारय-णरामर-तिरिय-गइ-गमणागमण
1) J कुसलम्मि P सुकुलंमि, P ०धम्मे, P निज०. 3) P om. एत्थ, J धीराण काउं, Here in J उ looks like ओ. 5) P अत्थो, P अणत्थओ, J विअलंत, P पेम्म. 6) P दिन्न, J मोक्खउ for सोक्खउ. 7) J रूंदाविंदणागिंदगइंदवंदकविलकणाय, 8) J लोअ. 9) P गयो. 10) J •म्माण. 11) P om. भासिओ, J om. धम्मो. 12) J तओम०, P •मईओ (last three) 13) Jढमं ति०, P कम्मेण. 14) P om. वरणाण. 15) P भुयणे काल, J विअ, J •माणेण सेस P समाणे णीसेस. 16) J विविह for विहव, J पढमं तेलोक्क० P पढमतेलक्क. 17) J मोहो पु०, P पुरिस, P किन्नरोरयणायर. 18) P मंदिर. 19) P मईओ, J पुणो च्छ०. 21) J तओ, for तवो, P •मईओ, J चिअ P तिय, P सरणत्ता, P सहाव for भाव. 22) P नरामर.
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(६)
1 धम्म
I
म-सुक्क - ज्झाणाइ- इ-भावणाओ भावयंतेण भासिओ भगवया 'भावणामइओ धम्मो' त्ति । तओ ताव अम्हारिसा तारिसेहिं दाण-सील - तवेहिं दूरओ चेव 3 परिहरिया, जेण धण - सत्त - संघयण - वज्जिया संपयं । एसो पुण जिणवरवयणावबोहओ जाय-संवेग-कारणो भावणामइओ सुह-करणिज्जो धम्मो त्ति । 5 कहं । जाव महा-पुरिसालिय-दोस-सय-वयण- वित्थराबद्ध-हलबोल- वड्डियपहरिसस्स दुज्जण-सत्थस्स मज्झ गया पर - मम्म- मग्गण-मणा चिट्ठम्ह, ताव 7 वरं जिणयंद-समण-सुपुरिस - गुण - कित्तणेण सहलीकयं जम्मं ति । अवि य । जा सुपुरिस-गुण- वित्थार - मइलणा - मेत्त - वावडा होमो ।
9 ता ताव वरं जिणयंद-समण - चरियं कयं हियए ।।
इमं च विचिंतिऊण तुब्भे वि णिसामेह साहिज्जमाणं किंचि कहावत्युं ति । 11 अवि य ।
मा दोसे च्चिय गेण्हह विरले वि गुणे पयासह जणस्स । अक्ख-पउरो वि उयही भण्णइ रयणायरो लोए ।। (६) तओ कहा- बंधं विचिंतेमि त्ति । तत्थ वि पालित्तय-सालाहण-छप्पण्णय-सीह-णाय-सद्देहिं । संखुद्ध मुद्ध - सारंगओव्व कह ता पयं देमि ।। णिम्मल-मणेण गुण-गरुयएण परमत्थ-रयण-सारेण । पालित्तएण हालो हारेण व सहइ गोट्ठीसु ।।
चक्काय- जुवल-सुहया रम्मत्तण- राय - हंस-कय- हरिसा । जस्स कुल-पव्वयस्स व वियर गंगा तरंगवई || भणिइ-विलासवइत्तण-चोल्लिके जो करेइ हलिए वि । कव्वेण किं पउत्थे हाले हाला - वियारे व्व ॥
६
13
15
17
19
21
1) P धंम, J झाणाईभावणाउ, J व्यन्तेण, P भाविओ. 2) Jत्ति । छ I,J चेय for चेव. 3) P संघयं, J उण. 4)J बोह for बोहओ, P जाइ, P • मईओ, J सुर for सुह, Jत्ति । छ । 5 ) P • रावद्ध, P वड्ढिय य हरिसदुज्जण. 6) J चिट्ठम्हं, Pता वरं. 7) J गुणु. 8) P वित्थर. 9) Jom. ता. 10) J च विचिन्ति० P च चिंतिऊणं, P निसा॰, J वत्थु त्ति. 12 ) P पसंसह जिणस्स. 13) J उअही. 14 ) J कहाबद्धं, J om. त्ति. 15) P साहलाहण, J च्छप्प०, P सद्देण ।. 16) JP ॰गउ. 17) P निम्मलगुणेण, J गरुअएण, P गुरुयएयण. 19) J जुअल, P रंम० . 20) P कुलप्पव्व॰, P तरंगमई. 21 ) J भणिई P भणिय, J वो (चो) ल्लिक्के P च्चोक्किल्ले. 22) J has a marginal gloss मदिरा on the word हाला.
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1 पणईहि कइयणेण य भमरेहि व जस्स जाय-पणएहिं ।
कमलायरो व्व कोसो विलुप्पमाणो वि हु ण झीणो ।। 3 सयल-कलागम-णिलया सिक्खाविय-कइयणस्स मुहयंदा ।
कमलासणो गुणड्ढो सरस्सई जस्स वड्डकहा ।। 5 जे भारह-रामायण-दलिय-महागिरि-सुगम्म-कय-मग्गे ।
लंघेइ दिसा-करिणो कइणो को वास-वम्मीए ।। 7 छप्पण्णयाण किं वा भण्णउ कइ-कुंजराण भुवणम्मि ।
अण्णो वि छेय-भणिओ अज्ज वि उवमिज्जए जेहिं ।। 9 लायण्ण-वयण-सुहया सुवण्ण-रयणुज्जला य बाणस्स ।
चंदावीडस्स वणे जाया कायंबरी जस्स ।। जारिसयं विमलंको विमलं को तारिसं लहइ अत्थं ।
अमय-मइयं व सरसं सरसं चिय पाइयं जस्स ।। 13 ति-पुरिस-चरिय-पसिद्धो सुपुरिस-चरिएण पायडो लोए ।
सो जयइ देवगुत्तो वंसे गुत्ताण राय-रिसी ।। 15 बुहयण-सहस्स-दइयं हरिवंसुप्पत्ति-कारयं पढमं ।
वंदामि वंदियं पि हु हरिवरिसं चेय विमल-पयं ।। 17 संणिहिय-जिणवरिंदा धम्मकहा-बंध-दिक्खिय-णरिंदा ।
कहिया जेण सुकहिया सुलोयणा समवसरणं व ।। 19 सत्तूण जो जस-हरो जसहर-चरिएण जणवए पयडो ।
कलि-मल-पभंजणो च्चिय पभंजणो आसि राय-रिसी ।। 21 जेहि कए रमणिजे वरंग-पउमाण चरिय-वित्थारे ।
कह व ण सलाहणिजे ते कइणो जडिय-रविसेणे ।।
1) P ईहिं, J कइअणेण, P रेहिं. 2) P न for ण. 3) P निलया, P कइयणो सुमुह०. 4) P सणा गुणड्डा. 5) P om. कय. 6) J धम्मीए, P वंम्मीए. 7) P छप्पन्न, P भन्नइ, P कय for कइ, J भुअणंमि P भुवणंमि. 8) P अन्नो. 9) P लायन्न, P सुयण्ण. 10) P वीणस्स. 11) J को अण्णो (हुअणो on the margin) for the 2nd विमलं को. 12) J मइअं व P मइयं च, J चिय पाययं P विय पाइयं. 13) P तिउरिस. 15) J दइअं. 16) P हु हरिवंसं चेव. 17) J सण्णिहिय P सन्निहिय, P नरिंदा. 18) J सुकहियाउ सु०, P वा for व ।. 19) P जसहरिचरिएहिं. 20) P मलयभंजणो, P पहंजणो. 21) P जेहिं. 22) P न, J जडिअ, P सेणो.
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1 जो इच्छइ भव-विरहं भवविरहं को ण वंदए सुयणो ।
समय-सय-सत्थ-गुरुणो समरमियंका कहा जस्स ।। 3 अण्णे वि महा-कइणो गरुय-कहा-बंध-चिंतिय-मईओ ।
अभिमाण-परक्कम-साहसंक-विणए विइंतेमि ।। 5 एयाण कहा-बंधे तं णत्थि जयम्मि जं कह वि चुक्क ।
तह वि अणतो अत्थो कीरइ एसो कहा-बंधो ।। 7 (७) ताओ पुण पंच कहाओ । तं जहा । सयलकहा, खंडकहा, ___ उल्लावकहा, परिहासकहा, तहा वरा कहिया त्ति ।। 9 एयाओ सव्वाओ वि एत्थ पसिद्धाओं सुंदर-कहाओ।
एयाण लक्खण-धरा संकिण्ण-कह त्ति णायव्वा ।। 11 कत्थइ रूवय-रइया कत्थइ वयणेहि ललिय-दीहेहिं ।
कत्थइ उल्लावेहिं कत्थइ कुलएहि णिम्मविया ।। 13 कत्थइ गाहा-रइया कत्थइ दुवईहिँ गीइया-सहिया ।
दुवलय-चक्कलएहिं तियलय तह भिण्णएहिं च ।। 15 कत्थइ दंडय-रइया कत्थइ णाराय-तोडय-णिबद्धा ।
कत्थइ वित्तेहि पुणो कत्थइ रइया तरंगेहिं ।। 17 कत्थइ उल्लावेहिं अवरोप्पर-हासिरेहिँ वयणेहिं ।
माला-वयणेहिँ पुणो रइया विविहेहिँ अण्णेहिं ।। 19 पाइय-भासा-रइया मरहट्ठय-देसि-वण्णय-णिबद्धा ।
सुद्धा सयल-कह च्चिय तावस-जिण-सत्थ-वाहिल्ला ।। 21 कोऊहलेण कत्थइ पर-वयण-वसेण सक्कय-णिबद्धा ।
किंचि अवब्भंस-कया दाविय-पेसाय-भासिल्ला ।।
1) P को न बंधए, J सुअणो. 2) J सवर०. 3) P अन्ने, J गरुअ, J चिन्तिअमईआ. 4) P अहिमाण, P संकवियणे. 5) J०बद्धे, P नत्थि जयंमि कहवि, J कविवि चुक्कं. 6) J कहाबद्धो. 7) P puts numbers after each kaha, J खण्ड०. 8) P वरकहिय, J कहिअ त्ति. 9) P एयाउ सव्वाउ एत्थ. 10) J एआण P पयाण, P संकिन्न, P त्ति व नायव्वा ।।छ।।. 11) P कत्थय (in both the places), P वयणेहिं, P दियएहिं. 12) J adds कत्थइ उल्लावेहि, on the margin in a later hand [उल्लालेहिं], P कुलएहिं निम्मविआ. 13) P रइआ, J दुवतीहिं. 14) P तियलिय, P भिन्न०. 15) J दण्डय (?), P नाराय. 16) J चित्तेहि P वित्तेहिं. 17) P हासिएहिं. 18) J अणेहिं P अन्नेहिं. 19) J पायय, P वण्णयणिबद्धा, 20) J बाहिल्ला. 21) P निबद्धा. 22) J कआ, P दोविय.
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1 सव्व-कहा-गुण-जुत्ता सिंगार-मणोहरा सुरइयंगी ।
सव्व-कलागम-सुहया संकिण्ण-कह त्ति णायव्वा ।। 3 एयाणं पुण मज्झे एस च्चिय होइ एत्थ रमणिज्जा ।
सव्व-भणिईण सारो जेण इमा तेण तं भणिमो ।। 5 (८) पुणो सा वि तिविहा । तं जहा । धम्म-कहा, अत्थ-कहा,काम___ कहा । पुणो सव्व-लक्खणा संपाइय-तिवग्गा संकिण्ण त्ति । ता एसा धम्म7 कहा वि होऊण कामत्थ-संभवे संकिण्णत्तणं पत्ता ।
ता पसियह मह सुयणा खण-मेत्तं देह ताव कण्णं तु । 9 अब्भत्थिया य सुयणा अवि जीयं देंति सुयणाण ।। अण्णं च ।
सालंकारा सुहया ललिय-पया मउय-मंजु-संलावा । 11 सहियाण देइ हरिसं उव्वूढा णव-वह चेव ।।
सुकइ-कहा-हय-हिययाण तुम्ह जइ वि हु ण लग्गए एसा । 13 पोढा-रयाओ तह वि हु कुणइ विसेसं णव-वहु व्व ।। अण्णं च । __णज्जइ धम्माधम्म कज्जाकजं हियं अणहियं च । 15 सुव्वइ सुपुरिस-चरियं तेण इमा जुज्जए सोउं ।।
(९) सा उण धम्मकहा णाणा-विह-जीव-परिणाम-भाव-विभावणत्थं 17 सव्वोवाय-णिउणेहिं जिणवरिंदेहिं चउव्विहा भणिया । तं जहा । अक्खेवणी, ___ विक्खेवणी, संवेग-जणणी, णिव्वेय-जणणि त्ति । तत्थ अक्खेवणी मणोणुकूला, 19 विक्खेवणी मणो-पडिकूला, संवेग-जणणी णाणुप्पत्ति-कारणं, णिव्वेय-जणणी
उण वेरगुप्पत्ती । भणियं च गुरुणा सुहम्म-सामिणा । 21 अक्खेवणि अक्खित्ता पुरिसा विक्खेवणीऍ विक्खित्ता ।
संवेयणि संविग्गा णिव्विण्णा तह चउत्थीए ।।
1) P कलागुण, J इअंगी. 2) P संकिन्न, P नायव्वा. 4) J भणिमो ।। छ ।।. 6) J संपाडिअ P संपाईय. 7) J कामअत्थ, P संकिन्न०. 8) J पसिय महह सुअणा P पसियह महासुयणा, P देसु, J कण्ण त्ति P कन्नं तु. 9) J सुअणा, J जीवं, देन्ति सुअणाण, P अन्नं. 10) J मउअ, P मंजुलल्लावा. 11) P नव, J येव for चेव. 12) J सुकय, P जय वि हु न लग्गए. 13) P पोंड, P नव, P अन्नं. 14) P नजइ, J धम्माहम्म, J हिअं, J हिअं. 16) P सो उण, P नाणा P विभावणसव्वो०. 17) P जेण०, J भणिआ. 18) J संवेयणी, J णिव्वेयणी ।, P निव्वेय, P मणाणुकूला. 19) J संवेय, P जण उण. 20) J भणिअं, P सुहम. 21) J विक्खेवणीय P किक्खेवणीए. 22) P निम्विन्ना, P संजमइ त्ति ।। for तह etc.
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1 जहा तेण केवलिणा अरण्णं पविसिऊण पंच-चोर-सयाइं रास-णच्चण-च्छलेण
महा-मोह-गह-गहियाई अक्खिविऊण इमाए चच्चरीए संबोहियाई । अवि य । 3 संबुज्झह किं ण बुज्झह एत्तिए वि मा किंचि मुज्झह । कीरउ जं करियव्वयं पुण ढुक्कइ तं मरियव्वयं ।। इति धुवयं ।
कसिण-कमल-दल-लोयण-चल-रेहंतओ। पीण-पिहुल-थण-कडियल-भार-किलंतओ । ताल-चलिर-वलयावलि-कलयल-सद्दओ।
रासयम्मि जइ लब्भइ जुवई-सत्थओ ।। 9 संबुज्झह किं ण बुज्झह । पुणो धुवयं ति । तओ अक्खित्ता ।
असुइ-मुत्त-मल-रुहिर-पवाह-विरूवयं । वंत-पित्त-दुग्गंधि-सहाव-विलीणयं । मेय-मज-वस-फोप्फस-हड्ड-करंकयं ।
चम्म-मेत्त-पच्छायण-जुवई-सत्थयं ।। संबुज्झह किं ण बुज्झह । तओ विक्खित्ता ।
कमल-चंद-णीलुप्पल-कंति-समाणयं । मूढएहि उवमिज्जइ जुवई-अंगयं ।। थोवयं पि भण कत्थइ जइ रमणिज्जयं ।
असुइयं तु सव्वं चिय इय पच्चक्खय ।। 19 संबुज्झह किं ण बुज्झह । तओ संविग्गा ।
जाणिऊण एयं चिय एत्थ असारए । 21 असुइ-मेत्त-रमणूसव-कय-वावारए ।
कामयम्मि मा लग्गह भव-सय-कारए । 1) J अरण्णं पइसि०, P अरन्नं, P नच्चणछलेण. 2) J हिआई, P मोहग्गहग्गहि०, P हियाणि. 3) JP किण्ण, J एत्तिल्लए. 4) P बुक्कइ, J मरिअ०. 5) P लोयण वलारहंतओ. 6) P पिहुलघणकहियल, J कडिअल, P किरंतओ. 7) J वलिर, P वयलावलि. 8) P रासयंमि, J जुअतीसत्थओ. 9) JP किण्ण, Jom. ति, P तत्तो for तओ. 11) J मंस for वंत, P पित्तं, P विरूवयं ।. 12) J मय, J वसप्फो०. 13) J प्पच्छाअणजुअती. 14) J किण्ण, P किं न बुज्झहा. 15) P नीलु०. 16) P •एहिं, J जुवती०. 17) P भणहइ तत्थ जइ. 18) P नु for तु, J इअ. 19) J किण्ण P किन्न बुज्झहा, J संविग्गाउ P संकिग्गा. 20) J चिअ एत्थ P चियत्थ. 21) P रमण्णसववावारए ।. 22) JP व्यंमि,
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(१०)
1 विरम विरम मा हिंडह भव-संसारए ।।
संबुज्झह किं ण बुज्झह । 3 एवं च जहा काम-णिव्वेओ तहा कोह-लोह-माण-मायादीणं कुतित्थाणं च ।
समकालं चिय सव्व-भाव-वियाणएण गुरुणा सव्वण्णुणा तहा तहा गायंतेण 5 ताई चोराणं पंच वि सयाइं संभरिय-पुव्व-जम्म-वुत्तंताइं पडिवण्ण-समण
लिंगाइं तहा कयं जहा संजमं पडिवण्णाई ति । ता एत्तियं एत्थ सारं । अम्हेहि 7 वि एरिसा चउव्विहा धम्म-कहा समाढत्ता । तेण किंचि काम-सत्थ-संबद्धं
पि भण्णिहिइ । तं च मा णिरत्थयं ति गणेज्जा । किंतु धम्म-पडिवत्ति-कारणं 9 अक्खेवणि त्ति काऊण बहु-मयं ति । तओ कहा-सरीरं भण्णइ । तं च केरिसं ।
(१०) सम्मत्त-लंभ-गरुयं अवरोप्पर-णिव्वडत-सुहि-कजं । 11 णिव्वाण-गमण-सार रइयं दक्खिण्णइधेण ।।
जह सो जाओ जत्थ व जह हरिओ संगएण देवेण । 13 जह सीह-देव-साहू दिट्ठा रण्णम्मि सुण्णम्मि ।।
जह तेण पुव्व-जम्मं पंचण्ह जणाण साहियं सोउं । 15 पडिवण्णा सम्मत्तं सग्गं च गया तवं काउं ।।
भोत्तूण तत्थ भोए पुणो वि जह पाविया भरहवासे । 17 अण्णोण्णमयाणंता केवलिणा बोहिया सव्वे ।।
सामण्णं चरिऊणं संविग्गा ते तवं च काऊणं । 19 कम्म-कलंक-विमुक्का जह मोक्खं पाविया सव्वे ।।
एयं सव्वं भणिमो एएण कमेण इह कहा-बंधे । 21 सव्व सुणेह सुयणा साहिजंतं मए एण्हिं ।।
एयं तु कहा करणुज्जयस्स जह देवयाएँ मह-कहियं ।
1) J हिण्डह. 2) Jom. किं न बुज्झह of P. 3) P निव्वेओ, P मायाईणं तु ति०. 4) J चिअ, J विआण०, Poव्वन्नुणा, P गाइएण. 5) J ताण चोराण, Jom. वि, P सयाणि, J•रिअ, P वन्न. 6) P लिंगाणि, P संयम, J पवण्णाइ त्ति, P पवन्नायं ति, J एत्तिअं. 7) J वि एसा, P सत्थपडिबद्धं. 8) P भण्णिहिई, P मा निर०, P भणिज्जा. 10) J गरुअं, P निव्व०. 11) Jणेव्वाण P णि०, J रइअं, J दक्खिण्णइद्धेणं P दक्खिन्न ।। छ ।।. 12) P च for व, Jजह परिओसं, P जह हिओ व सं०. 13) J रण्णम्मि सुण्णम्मि P रन्नंमि सुन्नंमि. 14) P पंचन्ह, J•हिअं. 15) P वन्ना, P संमत्तं. 17) P अन्नोन्नमयाणतो, J बोहिआ. 18) P सामन्नं, J च कातूण P व काऊणं. 19) P पाविआ. 20) J बद्धे. 21) J सुअणा साहिप्पत. 22) P कहं.
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१२
1
तह वित्थरेण भणिमो तीऍ पसाएण णिसुणेह || तत्थ वि ण-याणिमो च्चिय केरिस - रूवं रएमि ता एयं । किं तावकं रइमो किंता ललियक्खरं काहं ।। जेण;
3
(११)
मुद्धो ण मुणइ वंकं छेओ पुण हसइ उज्जुयं भणियं । य-छेयाण हियं तम्हा छेउज्जुयं भणिमो ||
5 उज्जुय -
अलं च इमिणा विहव-कुल- बालियालोल-लोयण- कडक्ख-विक्खेव7 विलास-वित्थरेण विय णिरत्थएणं वाया - पवित्थरेणं । एयं चियं कहावत्युं ता णिसाह । अत्थि चउसागरुज्जल- मेहला ।
9 (११) अहह,पम्हुट्टं पम्हुट्टं किंचि, पसियह, तं ता णिसामेह । किं च तं । हूं, समुहमइसुंदरो च्चिय पच्छा-१ -भायम्मि मंगुलो होइ । विंझ-गिरि-वारणस्स व खलस्स बीहेइ कइ - लोओ ||
11
तेण बीहमाणेहिं तस्स थुइ-वाओ किंचि कीरइति । सो व दुज्जणु कइसउ 13 हूं, सुणउ जइसउ, पढम- दंसणे च्चिय भसणसीलो पट्टि
- मासासउ व्व । तहेव मंडलो हि अपच्चभिण्णायं भसइ, मयहिं च मासाई असइ । खलो घई मायाहि 15 वि भसइ । चडप्फडंतहं च पट्ठि - मासाई असइ त्ति । होउ कारण सरिसु, णिच्चकरयरण-सीलो छिड्डु-पहारि व्व । तहेव वायसो हि करयरेंतो पउत्थ - वइया17 यणहो हियय-हरो, छिड्डेहिं च आहार - मेत्तं विलुंपइ । खलो घइं पउत्थ- वइया कुल- बालियाण विज्झ-संपयाणेहिं दुक्ख - जणउ, अच्छिड्डे वि जीवियं 19 विलुप्पइ । जाणिउ खरो जइसउ, सुयण - रिद्धि - दंसणे झिज्जर, णिल्लज्जो महल्लेणं च सदें उल्लवइ । तहेव रासहो हि इमं तण - - रिद्धि-महल्लं असिउं ण तीरइत्ति 21 चित्तए झिज्जइ, अविभाविज्जंत - अक्खरं च उल्लवइ । खलो घई आयहो किर एमहल्ल-रिद्धि जायल्लिय त्ति मच्छरेण झिज्जर, पयड - ड- दोसक्खरालावं च
1) P तत्थ for तह, P निसुणेसु. 2) P विन. 3) J ललिअक्खरं. 4) Pन याण, J तस, J | उज्जुअ. 5) J हिअं, J उज्जुअं. 6) J वि for विहव, J बालिआ०, J लोअण. 7) J विअ P चिअ, P वायाए वि॰, J एयं चिअं P पत्थुरंय, P ति निसा० ॥ छ ॥, for ता etc. 8) P सागरजल. 9) J om. one पम्हुट्टं, J पसिअह, P निसामेह, P व for च, P हुं. 10) J च्चिअ, J भावंमि P भायंमि. 11) P विज्झ०, P कयलोओ ।. 12) P सो व्व, उ in J at times looks like ओ, P णो कइसओ. 13) P हुं, P जइसुओ, P •सालो, J तहे मण्ड०. 14) Jom. हि, J •च्चभिण्णाअं Poव्वभिन्नाहयहं, P ॰मयाहिं स भा॰, P घयं मायहे. 15 ) J फडं P ०प्फडताहं, J चंमट्टिमासई, P सरिसओ निच्च॰. 16) J तहे, P व्यरंतो, P वइयाण होइ हिययरो. 17 ) P घयं, J • वइया... वालिआण P वालियण. 18) P सपयाणेहिं, P जणओ (even in J sometimes 3 looks like ओ), J जीविअं P जीविय विलुपओ. 19) P जाणिओ, P जइसइओ, J सुअण, J हिज्जइ P ज्झिज्जर नि०. 20) P सण, J, J हिइमुत्तणरिद्धिमहल्ल असिउं ण, P वा इमं नूणरिद्धिमहलं पासिउं न. 21) P चिंतए, J • तक्खरं, J खलु एइं, P om. आयहो. 22) J किं एमहल्ल P किर महल्ल, J जायल्लिअ P जाएल्लए, P दोसारला.
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1 उल्लवइ । अवि कालसप्पु जइसउ, छिड्ड-मग्गण-वावडो कुडिल-गइ-मग्गो
व्व । तहेव भुयंगमो हि पर-कयाइं छिड्डाइं मग्गइ, सव्वहा पोट्टेणं च कसइ 3 । खलो घई सई जे कुणइ छिड्डाई, थड्ढो व्व भमइ । चिंतेमि, हूं, विसु जइसउ, ___ पमुहरसिउ जीयंतकरो वि । तहेव महुरउ मुहे , महुरं मंतेहिं च कीरइ रसायणं । 5 खलो घई मुहे जे कडुयउ मंतइ, घडियइ वि विसंघडइ । हूं, बुज्झइ, वट्टइ
खलु खलो जि जइसउ, उज्झिय-सिणेहु पसु-भत्तो य । तहेव खलो वि 7 वराओ पीलिज्जतो विमुक्क-णेहु अयाणतो य पसूहिं खज्जइ । इयरु घई एक्कपए
ज्जे मुक्क-णेहु, जाणतो जे पसु तह वि खज्जइ । किं च भण्णउ । सव्वहा 9 खलु असुइ जइसउ, विसिट्ठ-जण-परिहरणिज्जो अपरिप्फुड-सद्दाबद्ध-खुड्ड
मंडली-गिणिगिणाविउ व्व । 11 तहे सो वि वरउ किं कुणउ अण्णहो जि कस्सइ वियारु ।
खलो घई सई जे बहु-वियार-भंगि-भरियल्लउ त्ति ।। सव्वहा 13 मह पत्तियासु एयं फुडं भणंतस्स संसयं मोत्तुं ।
मा मा काहिसि मेत्तिं उग्ग-भुयंगेण व खलेण ।। जेण, 15 जारज्जायहो दुजणहो दुट्ठ-तुरंगमहो जि ।
जेण ण पुरओ ण मग्गओ हूं तीरइ गंतु जि ।। अवि य । 17 अकए वि कुणइ दोसे कए वि णासेइ जे गुणे पयडे ।
विहि-परिणामस्स व दुजणस्स को वा ण बीहेइ ।। अहवा । 19 कीरउ कहा-णिबंधो भसमाणे दुजणे अगणिऊण ।
किं सुणएहिँ धरिजइ विसंखलो मत्त-करिणाहो ।। 21 (१२) होति सुयण च्चिय पर गुण-गण-गरुयाण भायण लोए ।
मोत्तूण णई-णाहं कत्थ व णिवसंतु रयणाई ।।
1) P जइसओ, P om. गइ, J व for व्व. 2) J तहे भुअंगमो हि P भुयंगो वि, P छिद्दाइ मग्गई, J सव्वहं, P पोद्देणं व कसई. 3) P घइ सय जे छिद्दइ कुणइ ।, P थद्धो, J व for व्व, P चिंतेहुँ, P जइसओ (in J उ looks like ओ). 4) P रसिओ, J जीअंतकरो वि P जीयंतहरो व्व, P मुहरु for महुरं, P व for च, P रसायण. 5) P घयं मुहे जे कडुयउं, J कडुअउ मंतउं व, P घडियई वि विसंघडति, P डो for हूं, P om. बुज्झइ. 6) P खलो for खलु, P om. जि, P जइसओ, P सिणेहो, J व for य, J तह खलो, P om. वि, J वरउ. 7) P पीडिजंतो, Jणेहो, J व for य, P एमुहिं for पसूहि, J इअरु P इयरो, JघइP घय, P एक्कपयमुक्कणेहो. 8) J जाणइ जे, P जे एसु, Jom. सव्वहा, P खलो. 9) P जइसओ, P परहरणिज्जो, P °फुड, J गद्ध for खुड्ड, J मण्डली. 10) J व for व्व. 11) P अण्णहेव कस्सइ, J विआरु, J विआर. 12) P भंगभरिल्लउ, J भरिअल्लउ. 13) J पत्तिआसु, P सुयणा for एयं, J भणन्तस्स. 14) J भुअंगेण, P वि (for व) खलणेण. 15) J जाअहो, P जेण नरायहो, P जि for जि. 16) P 2nd line thus : ह ण अग्गिएण पच्छिए गंतुं हुं तीरइ ।, P न for ण. 19) P कीरइ, J णिबद्धो P निबंधो, P माणो. 20) J०णाहो । छ ।। 21) J होन्ति सुअण च्चिय, ] गरुआण भाअण. 22) P निव०, P रयाणाई.
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(१२) 1 तेण सज्जण-सत्थो च्येय एत्थ कहा-बंधे सोउमभिउत्तो त्ति । सो व सजणो
कइसउ । रायहंसो जइसउ, विसुद्धो-भय-पक्खो पय-विसेसण्णुओ व । तहेव 3 रायहंसो वि
उब्भड-जलयाडंबर-सद्देहिँ पावइ माणसं दुक्खं । 5 सज्जणु पुण जाणइ जि खल-जलयहं सभावाई ।।
तेण हसिउं अच्छइ । होइ पुण्णिमाइंदु जइसउ, सयल-कला-भरियउ जण7 मणाणंदो व्व । तहे पुण्णिमायंदो वि कलंक-दूसिओ अहिसारियाण मण-दूमिओ
व । सज्जणो पुण अकलंको सव्व-जण-दिहि-करो व्व । अवि मुणालु जइसउ, 9 खंडिज़तो वि अक्खुडिय-णेह-तंतु सुसीयलो व, तहेव मुणालु वि ईसि-कंडूल
सहाउ जल-संसग्गि वड्डिओ व्व । सज्जणु पुणु महुरसहावु वियड्ढ-वड्डिय-रसो 11 व्व । हूं, दिसागओ जइसउ, सहावुण्णउ अणवरय-पयट्ट-दाण-पसरो व्व ।
तहे दिसागओ वि मय-वियारेण घेप्पइ, दाण-समए व्व सामायंत-वयणो होइ । 13 सज्जणु पुणि अजाय-मय-पसरु देंतहो व्व वियसइ वयण-कमलु । होउ मुत्ताहारु
जइसउ, सहाव-विमलो बहु-गुण-सारो व्व । तहेव मुत्ताहारो वि छिड्ड-सय15 णिरंतरो वण-वड्विउ व्व । सज्जणो पुण अच्छिड्ड-गुण-पसरो णायरउ व्व । किं ___ बहुणा, समुद्दो जइसओ, गंभीर-सहाओ महत्थो व्व । तहेव समुद्दो वि 17 उक्कलिया-सय-पउरो णिच्च-कलयलारावुव्वेविय-पास-जणो व्व दुग्गय
कुडुंबहो जि अणुहरइ । सज्जणु पुण मंथर-सहाओ महु-महुर-वयण19 परितोसिय-जणवउ व्व त्ति । अवि य ।
सरलो पियंवओ दक्खिण्णो चाई गुणण्णुओ सुहवो । 21 मह जीविएण वि चिरं सुयणो च्चिय जियउ लोयम्मि ।। अहवा ।
गुण-सायरम्मि सुयणे गुणाण अंतं ण चेव पेच्छामि ।
1) Jच्चेअ P चेय, J बद्धे, P •मभिमउत्तो, P सोव्व. 2) P कइसओ (in J उ and ओ look alike), P जइसओ, P ०ण्णुउ व्व, J तहे. 4) P माणस. 5) P सजणो, J पुणु, P जे for जि, J सहावई P सभावाहि. 6) JP होउ, Joमायदु P माइदो जइसयल, P हरिओ for भरियउ, Jadds जणाण जण०. 7) Jom. व्व, P तहेय पु०, P •माइंदो, P अहिसारियाजणदूसिउव्व. 8) P जइसओ. 9) J •डियनरतंतु सुसीतलो, P व्व for व, J तहे, P ईसकंदुलसहावो. 10) J वट्टिओ व P वड्डिउ व्व, P सजणो पुण, P सहावो, J वियड, J रसो व. 11) P हु, J सहाउण्णओ P सहावुन्नउ, J व for व्व. 12) J विआरेण, J व for व्व. 13) P सज्जणो पुण, J व for व्व, J विअसइ, P होइ, P हारो. 14) P •सओ, P गुणसीरो, J व for व्व, J तहे, Jom. सय. 15) JP निरंतरो, J व for व्व, P अच्छिदुगुणपयरो णोय०, J व हिं for व्व किं. 16) J समुद्द, P सहावो, J व for व्व, J तहे. 17) J लिआ, J णिच्चु P निच्च, P वुवेविपयासजाणो, J व for व्व. 18) P कुटुंबहो, P om. जि, P सज्जणो, J पुण्णिमथिर. 19) Jom. व्व, P °वउ. 20) J दक्खिण्णायचाई, J सुहओ. 21) J च्चिय जिअउ, J लोअंमि P लोयंमि, J अवि य for अहवा. 22) JP मि, J सुअणो, JP न, J चेय, P पेक्खामि.
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(१३) 1 रयणाइँ रयण-दीवे उच्चेउं को जणो तरइ ।। __एत्थं च उण ण कोइ दुजणो, उप्पेक्खह सज्जणं च केवलयं । तहे णिसुणेतु 3 भडरय त्ति ।
(१३) अत्थि दढ-मेरु-णाहिं कुल-सेलारं समुद्द-णेमिल्लं । जंबुद्दीवं दीवं 5 लोए चक्कं व णिक्खित्तं ।। अवि य ।
तस्सेय दाहिणद्धे बहुए कुल-पव्वए विलंघेउं । 7 वेयड्डेण विरिक्कं सासय-वासं भरहवासं ।।
वेयड्ढ-दाहिणेणं गंगा-सिंधूय मज्झयारम्मि । 9 अत्थि बहु-मज्झ-देसे मज्झिम-देसो त्ति सुपसिद्धो ।। ___ सो य देसो बहु-धण-धण्ण-समिद्धि-गब्विय-पामर-जणो, पामर-जण11 बद्धावाणय-गीय-मणहरो, मणहर-गीय-रव-रसुक्कंठिय-सिहिउलो, सिहिउल
केया-रवाबद्ध-हलबोलुब्भिज्जमाण-कंदल-णिहाओ, कंदल-णिहाय-गुंजंत13 भमिर-भमरउलो, भमरउल-भमिर-झंकार-राव-वित्तत्थ-हरिणउलो, हरिणउल
पलायंत-पिक्क-कलम-कणिस-कय-तार-रवो, तार-रव-संकिउड्डीण-कीर15 पंखाभिघाय-दलमाण-तामरसो तामरस-केसरुच्छलिय-बहल-तिगिच्छि___ पिंजरिजंत-कलम-गोवियणो, गोवियण-महुर-गीय-रव-रसा-खिप्पमाण17 पहिययणो, पहिययण-लडह-परिहास-हारि-हसिज्जमाण-तरुणियणो,
तरुणियणाबद्ध-रास-मंडली-ताल-वस-चलिर-वलय-कलयलारावुद्दीविजंत19 मयण-मणोहरो त्ति । अवि य ।
बह-जाइ-समाइण्णो महरो अत्थावगाढ-जइ-जुत्तो। 21 देसाण मज्झदेसो कहाणुबंधो व्व सुकइ-कओ ।।
(१४) तस्स देसस्स मज्झ-भाए दूसह-खय-काल-भय-पुंजियं ___) P उच्चेयं. 2) P एत्थ पुण, J उवेक्खह, J केवला, P तह, P निसुणंतु. 3) JP त्ति ।। छ ।। 4) P णाही, P नेमिल्लं. 5) P च्चक्कं, P om. अवि य. 6) P बहुविहकुल, P अ for वि०. 7) P वेयड्ढनगवि०. 8) J व्यारंमि. 9) J मज्झदेसो, P य for सु. 10) J पभूत for बहु, J गव्विअ P गद्दिय. 11) P उलासमयकेया. 12) P निहाओ, P निहाय. 13) P उर for उल, P उहरि०. 15) P पक्खाभिघायदलण, 16) J गोवियणो गोविअण, P रसखिप्प०. 17) J पहिअयणो पहिअयण, P हासिज्ज०, Jणिअणो, J•णिअणा०. 18) J •मण्ड०. 19) Jहरो व त्ति, P माणहरो. 21) P कव्वाबंधो, J कउ ।। छ ।।. 22) P काले, J वंचिय, P पुंजिया.
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1 पुण्णुप्पत्ति-सूसमेक्क-बीयं पिव, बहु-जण-संवाह-मिलिय-हला-हलारावुप्पाय
खुहिय-समुद्द-सद्द-गंभीर-सुव्वमाण-पडिरवं, तुंग-भवण-मणि-तोरणाबद्ध3 धवल-धयवडुडुव्वमाण-संखुद्ध-मुद्ध-रवि-तुरय-परिहरिजंत-भुवण-भागं,
णाणा-मणि-विणिम्मविय-भवण-भित्ति-करंबिजंत-किरणाबद्ध-सुर-चाव5 रम्म-णहयलं, महा-कसिण-मणि-घडिय-भवण-सिहर-प्पहा-पडिबद्ध
जलहर-वंद्र, णिद्दय-करयल-ताडिय-मुरव-रविज्जत-गीय-गज्जिय-णिणायं, 7 तविय-तवणिज-पुंजुज्जल-ललिय-विलासियण-संचरंत-विजु-लयं तार
मुत्ताहलुद्ध-पसरत-किरण-वारि-धारा-णियरं णव-पाउस-समयं पिव सव्व9 जण-मणहरं सुव्वए णयरं । जं च महापुरिस-रायाभिसेय-समय-समागम
वासवाभिसेय-समणंतर-संपत्त-णलिणि-पत्त-णिक्खित्त-वारि-वावड-कर11 पुरिस-मिहुण-पल्हत्थिय-चलण-जुयलाभिसेय-दसण-सहरिस-हरि-भणिय
साहु-विणीय-पुरिस-विणयंकिया विणीया णाम णयरि त्ति । 13 (१५) सा पुण कइसिय । समुदं पिव गंभीरा महा-रयण-भरिया य.
सुर-गिरी विय थिरा कंचणमया य, भुवणं पिव सासया बहु-वुत्तंता य, सग्गं 15 पिव रम्मा सुर-भवण-णिरंतरा य, पुहई विय वित्थिण्णा बहु-जण-सय
संकुला य, पायाल पिव सुगुत्ता रयण-पदीवुज्जोइया य त्ति । अवि य । 17 चंद-मणि-भवण-किरणुच्छलंत-विमल-जल-हीरण-भएण ।
घडिओ जीए विहिणा पायारो सेउ-बंधो व्व ।। 19 जत्थ य विवणि-मग्गेसु वीहीओ वियड्ड-कामुय-लीलाओ व्विय कुंकुम
कप्पूरागरु-मयणाभिवास-पडवास-विच्छडाओ । काओ वि पुण वेला-वण21 राईओ इव एला-लवंग-कक्कोलय-रासि-गब्भिणाओ । अण्णा पुण इब्भ___ कुमारिया इव मुत्ताहल-सुवण्ण-रयणुज्जलाओ । अण्णा छेछइओ इव पर
1) P पुण्णप्पत्ति, J बीअं, J पिवा, P हलहला, J वुप्पय. 2) P पडिरवा. 3) P संखुद्द, P भाया. 4) P नाणामणिनिम्मविय, J विअ, P कराविजंत, Pणावबद्ध. 5) P नहयला, P om. महा, J घडिअ, J has a danda after ०प्पहा. 6) P बद्धा for वंद्रं । करअल, P ताडियसुरवरगिजंत, P निनाया. 7) P सिणीयण, P •लया, J ताल०. 8) P हलुट्ठप०, Pणघरवारि, P णियरा, P महा for णव, Jom. सव्व. 9) Pमणोहरा. P सव्वइ. P नयरी. P जा य महारिस. 101 P सेयमणतर. Jom. नलिणि of P, P निक्खि०, Jom. कर. 11) J पल्हत्थिअ. 12) P विणीयंकिया, P नाम, P नयरि. 13) P सिया, P समुद्दो विय. 14) J गिरि विअ, P च for य. 15) P वुत्तता च, P निरं, J व for विय, P विच्छन्ना, Jom. सय. 16) J सगुत्ता, P पईवु०, J जोइय त्ति ।। छ ।।. 17) P लंघण for हीरण. 18) P घडिय व्व जीय, J व्व ।। छ ।।. 19) Jom. य, J विमणि, J वीहिओ विअड्डकामुअ P वीहीविहय त्ति कामुअ, J विय. 20) P वयणाहिवास, P पडिवासविच्छड्डाओ. 21) P चिय for इव, P कंकोलय, P गत्तणाउ. 22) P कुमारियाउ चिय, P विव for इव.
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१७
1 पुरिस-दसणे वित्थारियायंब-कसण-धवल-दीहर-णेत्त-जुयलाओ । अण्णा
खलयण-गोट्ठि-मंडली इव बहु-विह-पर-वसण-भरियाओ । तहा अण्णाओ 3 उण खोर-मंडलिओ इव संणिहिय-विडाओ कच्छउड-णिक्खित्त-सरस
णहवयाओ य । अण्णा गाम-जुवईओ इव रीरिय-संख-वलय-काय-मणिय5 सोहाओ कच्चूर-वयण-णिम्महंत-परिमलाओ य । अण्णा रण-भूमीओ इव
सर-सरासणब्भसं-चक्क-संकुलाओ मंडलग्ग-णिचियाओ य । अण्णा मत्त7 मायंग-घडाउ इव पलंबत-संख-चामर-घंटा-सोहाओ ससेंदूराओ य । अण्णा
मलय-वण-राईओ इव संणिहिय-विविह-ओसहीओ बह-चंदणाओ य । 9 अण्णा सज्जण-पीईओ इव सिणेह-णिरंतराओ बहु-खज्ज-पेज-मणोहराओ य । ___ अण्णा मरहट्ठिया इव उद्दाम-हलिद्दी-रय-पिंजराओ पयड-समुग्गय-पओहर11 मणोहराओ य । अण्णा णंदण-भूमिओ इव ससुराओ संणिहिय-महुमासाओ
त्ति । 13 (१६) अवि य ।
जं पुहईएँ सुणिज्जइ दीसइ जं चिंतियं च हियएण । 15 तं सव्वं चिय लब्भइ मग्गिजंतं विवणि-मग्गे ।। जत्थ य ।
जुवईयण-णिम्मल-मुह-मियंक-जोण्हा-पवाह-पसरेण । घर-वावी-कुमुयाई मउलेउं णेय चाएंति ।।
णिम्मल-माणिक्क-सिहा-फुरंत-संकंत-सूर-कंतेहिं । 19 दिय-राइँ-णिव्विसेसाइँ णवरि वियसंति कमलाई ।।
जल-जंत-जलहरोत्थय-णहंगणाहोय-वेलविजंता । 21 परमत्थ-पाउसे वि ह ण माणसं जति घर-हंसा ।।
कर-ताडिय-मुरव-रवुच्छलंत-पडिसद्द-गजिउक्कंठा ।
1) P दंसणत्थ for दसणे, J वित्थारियअवकसण, P रियायं च कसिण, P नेत्त, J जुअ० P अन्ना. 2) J मण्ड०, P मंडलीओ इय, J विविहबहुयर for बहु etc., J व्याओ ।। छ ।।, P अन्ना उण. 3) J मण्ड०, J सण्णि०, P सन्निहिय, P निक्खित्त. 4) P अन्ना, P रीरीया. 5) J वया for वयण, P निम्म०, P अन्ना. 6) J सरासणब्भस P सराणब्भसं, J मण्ड०, J णिचिआउ P निचिलाओ, P अन्ना. 7) P चिय for इव, J अ for य, P अन्ना. 8) J मलअ, J राइउ, J सण्णि. P सन्नि०, P विविहोस. 9) P अन्ना, J पीतीओ इव P पाईतो यव, P निरं०, J पेम्म for पेज. 10) P अन्ना, J मरहट्ठिआ, P मरहट्ठियाओ, J adds य before पयड, P समुग्ग for समुग्गय. 11) J सण्णि• P सन्नि०. 14) J हिअएण JP || छ ।।. 15) P जीए च for जत्थ य. 16) J जुवईअण P जुईयण, P निम्मल. 17) J कुमुआई P नेय चायंति. 18) P मिम्मल, P संकंतरविकरग्गेहिं ।, J कन्तेहिं ।. 19) J दिअ, P निव्वि०, J णवरं P नवरि, J विअसंति. 20) P णभंगणाभोय. 21) P न.
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१८
उर-र
गिम्हम्मि वि हलबोलेंति जत्थ मत्ता घर - मऊरा ॥ र-रव-रस- चलिया मग्गालग्गंत - रेहिरा हंसा । 3 जुवईहिँ सिक्खविज्जंति जत्थ बाल व्व गई- मग्गे ।। भणिए विलासिणीहिं विलास-भणियम्मि मंजुले वयणे 5 पडिभणिएहिँ गुणेइ व घर-पंजर - सारिया - सत्थो ||
जत्थ य पुरिसो एक्वेक्कमो वि मयरद्धओ महिलियाण । 7 महिला वि रई रइ - वम्महेहिँ ठाणं चिय ण लद्धं ॥ इय जं तत्थ ण दीसइ तं णत्थि जयम्मि किंचि अच्छरियं । जं च कहासु वि सुव्वइ तं संणिहियं तहिं सव्वं ।। अह एक्को च्चिय दोसो आउच्छ-नियंत- - बाह-मइलाई । दइया-मुहाइँ पहिया दीणाइँ ण संभरंति जहिं ।।
9
1
11
(१७)
(१७) जत्थ य जणवए ण दीसइ खलो विहलो व । दीसइ सज्जणो समिद्धो 13 व, वसणं णाणा-विण्णाणे व, उच्छाहो धणे रणे व, पीई दाणे माणे व, अब्भासो धम्मे धम्मे व त्ति । जत्थ य दो-मुहउ णवर मुइंगो वि । खलो तिल15 वियारो वि । सूयओ केयइ - कुसुमुग्गमो वि । फरुसो पत्थरो वि । तिक्खओ मंडलग्गो वि । अंतो-मलिणो चंदो वि । भमणसीलो महुरो वि । पवस हंसो 17 वि । चित्तलओ बरहिणओ वि । जलु कीलालो वि । अयाणओ बालओ वि । चंचलो वाणरो वि । परोवयावी जलणो वित्त । जत्थ य पर-लोय-तत्ती-रय णवर दीसंति साहु-भडरय । कर - १ - भग्गइं णवर दीसंति वर-करिहिं महद्दुमई ।। 21 दंडवायाइं णवरि दीसंति छत्ताण य णच्चणहं ।
I
माया-वंचणाइं णवरि दीसंति इंदियालिय- जणहं ||
19
1) JP गिम्हंमि, P जत्त. 2) P नेउर, P सं for रस. 3) P जुयईहिं. 4) J विलाण, J भणियं पि P वइयंमि. 5) J सारिआ. 7) J चिअ, P न. 8) Pन, P नत्थि, JP जयंमि. 9) Jण for वि, JP सणि०. 10) P च्चियं, P नियत्तवाह. 11 ) P न. 12 ) P व्व for व. 13) P व्व for व ंJ वसणु णाणा, P वसणन्नाणे विन्नाणे च, J उच्छाहु, J पींती, JP माणे च. 14) J धम्मे । धम्मे चति ॥ छ ॥, P धम्मे धम्मे च, P नवर, P तिलवयारो. 15) J सूअउ P सूअओ, J केअइ P केइ, P कुसुम०, J फरुस, J तिक्खउ P तक्खओ. 16) J मण्ड॰ P मंडलो वि, J सीलु. 17) J वरहिणउ P विरहिणो, J वालउ वालउ वि. 18) P व्वि for वि, J चवलु वी (य) णवो वि for चंचलो etc., P वानरो, P व for वि, Jत्ति | छ ।।, J om. य. 19) J लोअ, P भरय 1. 20) P भगई नवर, P करहिं, P महादुमई. 21) P दंडवायई नवरि, J adds on the margin छत्ताण... नवर दीसंति, P नच्चणहं. 22) P वचणयं.
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(१८) 1 विसंवयंति णवर सुविणय-जंपियइं । खंडियई णवरि दीसंति कामिणियणहो
अहरई । दढ-बद्धइं णवरि दीसंति कणय-संगहेहिं महारयणइं । वलामोडिय 3 घेप्पति णवर पणय-कलह-कय-कारिम-कोव-कुविय-कंत-कामिणियणहो
अहरई वियड्ढ-कामुएहिं ति । अहवा । 5 कह वण्णिज्जइ जा किर तियसेहिं सक्क-वयणेण ।
पढम-जिण-णिवासत्थं णिम्मविया सा अउज्झ त्ति ।। 7 (१८) तम्मि य राया।
दरियारि-वारण-घडा-कुंभ-त्थल-पहर-दलिय-मुत्ताहलो । 9 मुत्ताहल-णिवह-दलंत-कंत-रय-धूलि-धवल-करवालो ।।
करवाल-सिहा-णिज्जिय-महंत-सामंत-णिवह-णय-चलणो । 11 चलण-जुयल-मणि-विणव्विय-कंत-महा-मउड-घडिय-सुपीढो ।।
त्ति । णवरं पुण ससि-वंस-संभवो वि होऊण सयं चेय सो चोरो मुद्धड-लडह13 विलासिणि-हियय-हरणेहिं, सयं चेय पर-कलत्त-रओ दरिय-रि-सिरी
बलामोडिय-समाकड्ढणेहिं, सयं चेय सो वाडो पडिवक्ख-णरिंद-वंद्र-वाडणेहिं 15 ति । जो य दोग्गच्च-सीय-संतावियाण दहणो, ण उण दहणो । णियय
पणइणि-वयण-कुमुयायराणं मयलंछणो, ण उण मय-लंछणो । विणिज्जयासेस17 पुरिस-रूवेण अणंगो, ण उण अणंगो । दरियारि-महिहर-महावाहिणीणं जलही, __ण उण जलही । सुयण-वयण-कमलायराण तवणो, ण उण तवणो त्ति । जो 19 य घण-समओ बंधुयण-कयबयाण, सरयागमो पणइयण-कुमुय-गहणाण,
हेमंतो पडिवक्ख-कामिणी-कमलिणीणं, सिसिर-समओ णिय-कामिणी-कुंद21 लइयाणं, सुरहि-मासो मित्तयण-काणणाणं, गिम्हायवो रिव-जलासयाणं, कय___ जुओ णियय-पुहइ-मंडले, कलि-कालो वइरि-णरिंद-रज्जेसुं ति । अण्णं च ।
1) J नवर P नवरि, J जंपिअई, J खण्डिअइं, P नवरि, J णिअणहो, P ०णीणहहो. 2) Jणवर P नवरि, P रयणाई, J वलयामोडिय घेप्पंति, P वलामोडिए. 3) P नवर, P०मकारियकोव, J कुविअ, J कामिणिअणहो, P कामिणीअणहो. 4) J ति ।। छ ।।, P एहिं त्ति. 6) P णिवा० P निम्म०, P सा विउ०, J त्ति ।। छ ।। P त्ति ।। छ ।।. 7) P तंमि, Jom. य. 8) P वारणाघड. 9) P निवह, P धूलिचवल. 11) J corrects मणि into मण and adds हर on the margin in a later hand, P विणिम्मविय, P सुवीढो. 12) P संभमो, P होउं. 13) P सिणी, P णेहिम्, P चेव, J दरियारिउंसि०. 14) J यमाकडं, P वीडो for वाडो P सयमेव वाडो, J वड्डणेहि त्ति. 15) P दोगच्च. 16) P पणइणी. 17) P भाएण for रूवेणं. 18) Jom. त्ति. 19) J बंधुअण P बंधूयण, P कयंबाणं, J सरयगमो, P गहयाणं. 20) J कामिणि, J कामिणीणं. 21) P लयाणं, P किय. 22) J सुत्ति.
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(१९) 1 सरलो महुरो पियंवओ चाई दक्खो दक्खिणो दयालू ।
सरणागय-वच्छलो संविभागी पुव्वाभिभासि त्ति ।। । 3 संतुट्ठो सकलत्तेसु, ण उण कित्तीसु । लुद्धो गुणेसु, ण उण अत्थेसु । गिद्धो
सुहासिएसु, ण उण अकज्जेसु । सुसिक्खिओ कलासु, ण उण अलिय-चाडु5 कवड-वयणेसु । असिक्खिओ कडुय-वयणेसु, ण उण पणईयण-संमाणणेसु
त्ति । अहवा। 7 गहिय-सगाह-दलम्मि तम्मि अचुण्णए वियड-वच्छे । __णंदण-वणे व्व कत्तो अंतो कुसुमाण व गुणाणं ।। 9 अह सो णिय-साहस-खग्ग-मेत्त-परिवार-पणय-सामंतो ।
वच्छत्थल-दढ-वम्मो दढवम्मो णाम णरणाहो ।।। 11 (१९) तस्स य महुमहस्स व लच्छी, हरस्स व गोरी, चंदस्स व चंदिमा,
एरावणस्स व मय-लेहा, कोत्थुहस्स व पभा, सुरगिरिस्स व चूला, कप्पतरुणो 13 इव कुसुम-फल-समिद्ध-तरुण-साहिया, पसंसिया जणेणं अवहसिय-सुर
सुंदरी-वंद्र-लायण्ण-सोहस्स अंतेउरिया-जणस्स मज्झे एक्क च्चिय पिययमा 15 पियगुसामा णाम सयवर-परिणीया भारिय त्ति । अह तीए तस्स पुरंदरस्स व
सईए भुंजमाणस्स विसय-सुहे गच्छइ कालो, वच्चंति दियहा य । 17 (२०) अह अण्णम्मि दिवसे अब्भतरोवत्थाण-मंडवमुवगयस्स राइणो
कइवय-मेत्त-मति-पुरिस-परिवारियस्स पिय-पणइणी-सणाह-वाम-पासस्स 19 संकरस्स व सव्व-जण-संकरस्स एक्क-पए चेय समागया पिहुल-णियब___ तडप्फिडण-विसमंदोलमाण-मंडलग्ग-सणाह-वामंस-देसा वेल्लहल-णियय21 बाहु-लइया-कोमलावलंबिय-वेत्तलया पडिहारी । तीय य पविसिऊण कोमलकरयलंगुली-दल-कमल-मउलि-ललियंजलिं उत्तिमंगे काऊण गुरु-णियंब
1) P दक्खिन्नो. 2) P पुव्वातिभासी वेत्ति. 3) Po@ो कल०, P लुद्धा. 4) J सुहासिए, P सुसुक्खिओ, P अलिया. 5) J कवड for कडुय, J पणईणसम्मा०, P संमायण.. 7) P संगाह, P फलंमि, P तंमि । अवुण्णए. 8) P नंदणवणं व. 10) P दढधम्मो दढधम्मो. 11) P महुस्स. 12) P पहा. 13) P समिद्धा, J पव० for अव०. 14) P सोहग्गअं॰, J रियाण, P एक्के चिय, P पिया for पिययमा. 15) J परिणिया, J तीय. 16) J सुहेहि य, P दिहहा, P om. य. 17) P अन्नसि दियहे, P मंडलमु. 18) P पुरिपरि०, J वारयस्स, J वियप्पिय for पिय०. 19) P जणपए, J चेय, J पिहुण, J णियंवयदुप्फि०, P विसअंदोलण. 20) J देसे, P निययनिअय. 21) Pom. य, P सित्तण. 22) P करयंगुली, P मउलललियमंगे, P गरुयनियंब.
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(२१) 1 बिंब-मंथरं उत्तुंग-गरुय-पओहर-भरोवणामियाए ईसि णमिऊण राइणो
विमल-कमल-चलण-जुवलयं विण्णत्तं देवस्स । ‘देव, एसो सबर-सेणावइ3 पुत्तो सुसेणो णाम । देवस्स चेय आणाए तइया मालव-णरिंद-विजयत्थं गओ
।सो संपयं एस दारे देवस्स चलण-दसण-सुहं पत्थेइ त्ति सोउं देवो पमाणं' 5 ति । तओ मंतियण-वयण-णयणावलोयण-पुव्वयं भणियं राइणा ‘पविसउ'
त्ति । तओ 'जहाणवेसि' त्ति ससंभममुट्ठिऊण तुरिय-पय-णिक्खेवं पहाइया 7 दुवार-पाली उयसप्पिऊण य भणिओ ‘अज पविससु' त्ति ।
(२१) तओ पविठ्ठो सुसेणो । दिट्ठो य णरवइणा वच्छत्थलाभोय9 मंडलग्गाहिघाय-गरुय-वणाबद्ध-दीहर-धवल-खोम-वण-पट्टओ त्ति, तियस___णाहो इव पोंडरीय-वयणोवसोहिओ, पहरिस-वस-वियंभमाण-वयण-सयवत्तेणं 11 साहेंतो इव सामिणो जय-लच्छिं सेणावइ-सुओ त्ति । उवसप्पिऊण य पणमिओ
णेण राया । राइणा वि ‘आसणं आसणं' ति आइसमाणेण पसारिय-दीहर13 दाहिण-भुया-दंड-कोमल-करयलेणं उत्तिमंगे छिविऊण संमाणिओ । तओ
कय-देवी-पणामो असेस-मंतियण-कय-जहारुह-विणओ य उवविठ्ठो 15 आसणे । सुहासणत्थो य हिययभंतर-घर-भरिय-उव्वरंत-पहरिसामय-णीसंद
बिंदु-संदोहं पिव मुंचमाणेणं णिद्ध-धवल-विलोल-पम्हल-चलंत-णयण17 जुवलेणं पलोइऊण राइणा 'कुमार, कुसलं' ति पुच्छिओ । सविणयं पणमिऊण
उत्तिमंगेण 'देवस्स चलण-जुयल-दसणेणं संपयं खेमं' ति संलत्तं कुमारेण । 19 (२२) पुच्छिओ राइणा ‘मालव-णरिदेण सह तुम्हाणं को वुत्तंतो' त्ति । __ भणियं सुसेणेण । ‘जयउ देवो । इओ देव-समाएसेणं तहिं चेय दिवसे दरिय21 महा-करि-तुरय-रह-णर-सय-सहस्सुच्छलंत-कलयलाराव-संघट्ट-घुट्ठमाण__णहयल गुरु-भर-दलंत-महियलं जण-सय-संबाह-रुभमाण-दिसावह उद्दड___1) J गुरुय, P भारावणा, P अव for ईसि. 2) P om. कमल, P जुयलं विनत्तं, P om. देवस्स, Jom. देव, P वइणो उत्तो. 3) P सुसेणे नामा ।, P देवपासे चेव. 4) J पमाणो, Jom. ति ।. 5) P वयणलीलावणोवणा, P om. भणियं. 6) P जं आण०, J०भमुट्ठि०, J पयणुक्खेवं P निक्खे०, J दुआर०. 7) JP उअस०, P अजउत्त. 8) J स्थलोभयसमण्ड०. 9) P गुरुय, P दियस. 10) P विससमाण, P वन्नेणं. 11) P विय for इव, P वइओ तो त्ति, P om. य. 12) P रायणो वि, J आसणट्ठि आइ०, J रिया दीहं दा०. 13) J भुअदण्ड, J करेणं, J सम्मा० P समा. 14) P देवि, Jom. कय, P व for य, P उपविट्ठो. 15) P या for य, P om. घर, P भरिउव्व०, J णिसंद. 16) P णेण निद्ध०, P पम्हलं, P नयणजुयलेणं. 17) P सविणय पणउत्ति०. 18) P has जुयल twice. 20) P एसेण, P चेव दियहे. 21) P सहसु०, P फुट्टमाण. 22) J संवाह, P कड्ढमाणदिसी०.
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२२
(२३)
सर-सय-1
1 पोंडरीय - संकुलं संपत्तं देवस्स संतियं बलं । जुज्झं च समाढत्तं । तओ देव, - णिरंतरं खग्गग्ग खणखणा - सद्द-बहिरिय - दिसिवहं दलमाण-संणाह3 च्छणच्छणा-संघट्टट्ठेत- जलण - जाला - कराल - भीसणं संपलग्गं महाजुद्धं । ताव य देव, अम्ह-बलेणं विवडेंत - छत्तयं णिवडंत - चिंधयं पडंत-कुंजरं रडत-जोहयं 5 खलंत-आसयं फुरंत-कोंतयं सरंत - सर - वरं दलंत-रह-वरं भग्गं रिउ-बलं ति । तओ घेप्पंति सार-भंडारयाई सेणिएहिं । ताणं च मज्झे एक्को बालो अबाल7 चरिओ पंच-वरिस-मेत्तो तस्स राइणो पुतो ससत्तीए जुज्झमाणो गहिओ अम्हेहिं । तओ देव, एस सो दुवारं पाविओ अम्हेहिं' ति । राइणा भणियं 'कत्थ 9 सो, पवेसेसु तं । 'जहाणवेसु' त्ति भणमाणो णिग्गओ, पविट्ठो य तं घेत्तुं भणियं च 'देव, एस सो' त्ति ।
1
11
(२३) कुमारो वि भविस्स-महा-गंधगओ विय अदीण-विमणेहिं दिट्ठवाएहिं पलोएंतो सयलमत्थाण - मंडलं उवगओ राइणो सयासं । तओ राइणा 13 पसरतंतर- सिणेह - णिब्भर - हियएण पसारिओभय-दीहर-भुया - दंडेहिं गेण्हिऊण
अत्तणो उच्छंगे णिवेसिओ, अवगूढो य एसो । भणियं च णरवइणा 'अहो 15 वज्ज - कठिण - हियओ से जणओ जो इमस्स वि विरहे जिय' त्ति । देवीए वि पुत्त-णेहेणमवलोइऊण भणियं 'धण्णा सा जुयई जीए एस पुत्तओ, दारुणा य 17 सा जायस्स विरहम्मि संधीरए अत्ताणयं' ति । मंतीहिं भणियं 'देव, किं कुणउ, एरिसो एस विहि-परिणामो, तुह पुण्ण-विलसियं च एयं । अवि य । 19 कस्स वि होंति ण होंति व अहोंति होंति व कस्स वि पुणो वि । एयाओं संपयाओ पुण्ण-वसेणं जणवयम्मि ।।
(२४) एत्थंतरम्मि हिययब्भंतर - गुरु- दुक्ख - जलण-जालावलि-तत्तेहिं बाह-जलल-लवेहिं रोविउं पयत्तो कुमारो । तओ राइणा ससंभ्रमेण गलिय-बाह
21
1) P देवसत्तियं, P जुद्धं. 2) P दरल०, P सन्नाह. 3) P च्छणसं ० . 4) J देवम्हबलेण, J om. विवडेंतछत्तयं, P बलितविंधयं. 5 ) P रिपु. 6) P भंडाराई, J ताणिएहि for सेणिएहिं. 7 ) P चरिउ, P ससूत्ती ०. 8) P पवियो, J • हि त्ति. 9) P पवेससु, P ॰वेस त्ति, J अ for य Which Pom., J णियं व for भणियं च. 11) P गंधराओ, Jar P विव, Pom. दिट्ठिवाएहिं. 12) P पलोयंतो, P उवागओ, J om. तओ, J राइणा वि, 13 ) P • रंतसिणेह, P गिन्हि ० . 14) P च राइणा. 15) J कढण से, P देवीय, 16) J जीय. 17 ) P सा जा इमस्स, P तं धीरेs for संधीर, P मंतीहि. 18) P विहसियं. 19) P इ for वि, J वि for व, P अह होंति व कस्स वी पुणो हुति 1. 20) P पुन्न. 21) P •वली, J तत्तेहि . 22) J वाहा.
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(२५)
२३
1 बिंदु-प्पवाहाणुसारेणावलोइयं से वयणयं जाव पेच्छइ जल-तरंग-पव्वालियं
पिव सयवत्तयं । तओ 'अहो, बालस्स किं पि गरुयं दुक्खं' ति भणमाणस्स 3 राइणो वि बाह-जलोल्लियं णयण-जुवलयं । पयइ-करुण-हिययाए देवीओ वि __ पलोट्टो बाह-पसरो । मंतियणस्स वि णिवडिओ अंसु-वाओ । तओ राइणा 5 भणियं । ‘पुत्त कुमार, मा अद्धिई कुणसु' त्ति भणमाणेण णियय-पट्टसु-अंतेण
पमज्जियं से वयण-कमलयं । तओ परियणोवणीय-जलेण य पक्खालियाई 7 णयणाई कुमारस्स अत्तणो देवीय मंतियणेणं ति ।
(२५) भणियं च राइणा ‘भो भो सुर-गुरु-प्पमुहा मंतिणो, भणह, किं 9 कुमारेण मह उच्छंग-गएण रुण्ण'ति । तओ एक्केण भणियं 'देव, किमेत्थ
जाणियव्वं । बालो खु एसो माया-पिइ-विउत्तो विसण्णो । ता इमिणा दुक्खेण 11 रुण्णं' ति । अण्णेण भणियं 'देव, तुमं पेच्छिऊण णियए जणणि-जणए संभरियं
ति इमिणा दुक्खेण रुण्णं'ति । अण्णेण भणियं देव, तहा जं आणियं ति, कत्थ 13 राया देवी य कं वा अवत्थंतरमणुभवंति, इमिणा दुक्खेण रुण्णं' ति । राइणा
भणियं 'किमेत्थ वियारेण, इमं चेव पुच्छामो' । भणिओ य राइणा ‘पुत्त 15 महिंदकुमार, साहह महं कीस एयं तए रुण्णय' ति । तओ ईसि-ललिय-महुर___ गंभीरक्खरं भणियं कुमारेण । 'पेच्छह, विहि-परिणामस्स जं तारिसस्स वि 17 तायस्स हरि-पुरंदर-विक्कमस्स एयस्स एरिसे समए अहं सत्तुयणस्स उच्छंग
गओ सोयणिज्जो जाओ त्ति । ता इमिणा मह मण्णुणा ण मे तीरइ बाह-पसरो 19 रुभिऊण' ति । तओ राइणा विम्हयाबद्ध-रस-पसर-खिप्पमाण-हियएण
भणियं । 'अहो, बालस्स अहिमाणो, अहो सावटुंभत्तणं, अहो वयण21 विण्णासो, अहो फुडक्खरालावत्तणं, अहो कज्जाकज्ज-वियारण ति । सव्वहा
विम्हावणीयं एयं, जं इमाए वि अवत्थाए एरिसो बुद्धि-वित्थरो वयण-विण्णासो ___1) P पवाहा०, P लोवियं, P वयणं, P तरलजलरंपव्वा. 2) J तओ बालस्स अहो किं. 3) P जुयलयं, P पइ for पयइ, P देविय. 4) P पलोट्ठिओ वाहु, P निवाओ for वाओ, P ततो. 5) P अद्धियं, P अलुतेण. 6) P om. य. 7) P नयणीइ. 8) P पमुहा. 9) Jom. मह, J वि भणिअं. 10) J पितिवि०. 11) P भरिए त्ति. 12) J त्ति ता इमिणा, P तहा तंमि समए ण याणीयइ कत्थ. 13) J देवी वा कं P देवी य वा, P अवत्थंतरं अणुहवंति. 14) P पुच्छामि, P om. य, J ताय for पुत्त. 15) P साहमहं, Jom. महं, J एयन्तए, P रुव्वइ त्ति, P इसि, P महुयर. 16) P तारिसयस्स. 17) P om. एयस्स, P गणस्स उत्संग. 18) P मन्नुणा, P om. मे. 19) P भति for रुभि०, P रायणा वयणवि०, Jom. रस, P वस for पसर, J क्खिप्प०. 21) P विन्नासत्तणं, J•रालवत्तणं. 22) P वणीयमेयं, P इमाए व उवत्थारिए एरिसी बुद्धी.
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२४
(२६)
1
1 य' त्ति भणमाणेण राइणा पलोइयाई मंति-वयणाई । तओ मंतीहिं भणियं । 'देव, को एत्थ विम्हओ । जहा गुंजाहल - फल-प्पमाणो वि जलणो दहण3 सहावो, सिद्धत्थ-पमाणो वि वइर - विसेसो गुरु-सहावो, तहा एए वि महावंसकुल-प्पसूया रायउत्ता सत्त- -पोरुस - माण - प्पमाण -प्पभूय-गुणेहिं संवड्डिय-सरीरा 5 एव होंति । अण्णं च देव, ण एए पयइ - पुरिसा, देवत्तण-चुया सावसेस -सुहकम्मा एत्थ जायंति' त्ति । तओ राइणा भणियं ' एवं चिय एयं, ण एत्थ संदेहो' 7 त्ति ।
I
T
(२६) भणिओ य साणुणयं कुमारो राइणा 'पुत्त महिंदकुमार, मा एवं 9 चिंतेसु जहा अहं तुम्हाणं सत्तू । जं सच्चं आसि ण उण संपयं । जत्तो च्चेय तुमं अम्हाण गेहे समागओ, तओ चेव तुह दंसणे मित्तं सोया संवत् । तु 11 च मम पुत्तो त्ति । ता एवं जाणिऊण मा कुणसु अद्धिइं, मुंचसु पडिवक्ख
I
बुद्धिं, अभिरमसु एत्थ अप्पणो गेहे । अवि य जहा सव्वं सुंदरं होहिइ तहा 13 करेमि' त्ति भणिऊण परिहिओ से सयमेव राइणा रयण-कंठओ, दिण्णं च करे करेणं तंबोलं । ‘पसाओ’ त्ति भणिऊण गहियं, समप्पिओ य देव-गुरुणो । 15 भणिओ य मंतिणो ‘एस तए एवं उवयरियव्वो जहा ण कुलहरं संभरइ त्ति । सव्वहा तहा कायव्वो जहा मम अउत्तस्स एस पुत्तो हवइ' त्ति । तओ कंचि 17 कालं अच्छिऊण समुट्ठिओ राया आसणाओ, कय-दियह-वावारस्स य अइक्कंतो सो दियहो ।
19 (२७) अह अण्णम्मि दियहे बाहिरोवत्थाण-मंडवमुवगयस्स दरिय-महाणरिंद-वंद्र-मंडली-परिगयस्स णरवइणो सुर - गिरिस्स व कुल-सेल-मज्झ21 गयस्स आगया धोय-धवल - दुगुल्ल- जुवलय- णियंसणा मंगल-गीवासुत्तमेत्ताहरण- रेहिरा ललिय- मुणाल-धवलुज्जल-केस-कलाविया सरय
1) J om. य, P पुलो, P ततो. 2) Pom. हल. 3) P ॰त्थप्प. 4) J •प्पसूता | रायपुत्ता । संते पोरुसे । माणप्पभूतीहिं सह संवडिय. 5) P चेव for एव, J होंति त्ति ।, J om. ण, J चुआ एव, P सुभं 8 ) P ता for पुत्त. 9) P अहं, J तुम्हाण, J P सत्तु, J जाउ चेव तुम्हं अम्हाणं. 10) P मित्तत्तं, P संवृत्तं । . 11) P अद्धेदुं, P पडिवज्ज. 12) अहिर, J om. एत्थ, J गेहं for गेहे, Jom. अवि य, P सव्वसुं॰, J होहि त्ति. 13) J करीहामो, J राइणा वयणे, J करें करेण P करं क.. 14) P om. त्ति P om. य. 15 ) ( भणिओ) added by Ed., P जह णं. 16) P हवउ, J किंचि. 17) J य after आसणाओ, Pom. य. 18) Pom. सो. 20) P नरिंदचंद्र, J र for व. 21 ) P दुगूल, Pom. जुवलय. 22 ) Pom. समय.
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(२८) 1 समय-ससि-दोसिणा-पवाह-पूर-पव्वाल-धवला इव छण-राई सुमंगला णाम
राइणो अंतेउर-महत्तरि त्ति । दिट्ठा य राइणा पोढ-रायहंसी विय ललिय-गइ3 मग्गा । आगंतूण य ताए सविणयं उवरिम-वत्थद्धत-ठइय-वयणाए वर-रयण
कोंडलालंकिए विविह-सत्थत्थ-वित्थर-सयण्णे दाहिण-कण्णे किं पि साहियं । 5 साहिऊण णिक्खंता । तओ राया वि किंचि विभाविज्जमाण-हिययभंतर
वियंभंत-वियप्पणा-सुण्ण-णयण-जुयलो खणं अच्छिऊण विसज्जियासेस7 णरिंद-लोओ समुट्ठिओ आसणाओ, पयट्टो पियंगुसामाए वास-भवणं ।
(२८) चिंतियं च णरवइणा 'अहो इमं सुमंगलाए साहियं जहा किर अज्ज 9 देवीए पियंगुसामाए सुबहु पि रुण्ण-माणाए अलंकारो विय ण गहिओ आहार
वित्थरो, अमाणो विय अवलंबिओ चिंता-भारो, परिमलिय-पत्त-लेक्खं पिव 11 विच्छायं वयण-कमलयं, माणसं पिव दुक्खं अंगीकयं मोणयं ति । किं पुण
देवीए कोव-कारणं हवेज' त्ति । अहवा सयं चेव चिंतेमि । 'महिलाणं पंचहिं 13 कारणेहिं कोवो संजायइ । तं जहा । पणय-खलणेणं, गोत्त-खलणेणं,
अविणीय-परियणेणं, पडिवक्खकलहणेणं, सासु-वियत्थणेणं ति । तत्थ ताव 15 पणय-क्खलणं ण संभाविज्जइ त्ति । जेण मह जीवियस्स वि एस चेय सामिणी. ___ अच्छउ ता धणस्स त्ति । अह गोत्त-खलणं, तं पि ण । जेण इमीए चेय गोत्तेण 17 सयलमंतेउरिया-जणमहं सद्देमि त्ति । अह परियणो, सो वि कहिंचि मम वयण
खंडणं कुणइ, ण उण देवीए त्ति । पडिवक्ख-कलहो वि ण संभाविज्जइ । जेण 19 सव्वो चेय मम भारियायणो देवयं पिव देवी मण्णइ त्ति, तं पि णत्थि । सेसं
सासू-भंडणं, तं पि दूराओ चेव णत्थि । जेण अम्ह जणणी महाराइणो 21 अण्णारुहिय देवी-भूय त्ति ता किं पुण इमं हवेज्ज' । चिंतयंतो संपत्तो देवीए वास-भवणं, ण उण दिट्ठा देवी । पुच्छिया एक्का विलासिणी ‘कत्थ देवि'
1) P पच्छालण. 2) J महंतेउर महंतारिअत्ति । P om. य. 3) ठइय in J looks like a later coreection, P ठुइय, P णाए व वर. 4) J कोण्डला० P कुंडला०. 5) P किं
वि०. Jom. वि. 6) J विअंभंत ommitted by p P०प्पणसन्न०.7p समवट्रिओ. 8) J इमं मम सु. 9) P भत्त for रुण्ण. 10) J यमाणो विअ P मोणो चिय, P om. परि, P लेखं. 11) J कयंमाण त्ति । ता किं. 12) J जं ति ।, Jom. चेव. 13) J संजायइ त्ति । P जायइ ।, P क्खलणेण, P क्खल०. 14) P ०णीयं, J सासवि०. 15) J क्खलणं P जलणं, P वियइ, P om. वि, P च्चेव or व्वेव. 16) P ता वण्णस्स, P णो for ण, J इमीय. 17) J अहवा for अह, J कहवि मम. 18) P देवीउ, P खलणं पि for कलहो वि, J विज्जइ त्ति P संभावीयइ. 19) P om. चेय, Jom. देवी, P om. त्ति, Jom. तंपि णत्थि, P नत्थि ससं. 20) P दूरओ, P जेणम्ह, P राइणा. 21) P अणुरुंभिय, P एयं for इमं, P देवीवास. 22) P तओ ण for ण उण, P पुच्छिया य, P चेडिया for विलासिणी.
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(२९)
1 त्ति । तीए ससंभमं भणियं 'देव, कोवहरयं पविट्ठ' त्ति । गओ कोवहरयं ।
दिट्ठा य णेण देवी उम्मूलिया इव थल-कमलिणी, मोडिया इव वण-लया, 3 उक्खुडिया इव कुसुम-मंजरी । पेच्छमाणो उवगओ से समीवं । तओ पट्टसुय
मसूरद्धंत-णिमिय-णीसह-कोमल-करयला गुरु-घण-जहण-भरुव्वहण5 खेय-णीसास-णीसहा सणियं सणियं अलसायमाणी अब्भुट्ठिया आसणाओ
। दिण्णं च राइणो णिययं चेय आसणं ति । उवविठ्ठो राया देवी य । 7 (२९) तओ भणियं च राइणा 'पिए पिए अकोवणे, कीस एयं अकारणे
चेय सरय-समयासार-वारि-धारा-हयं पिव पल्हत्थं कोमल-बाहु-लइया9 मुणाल-णालालीणं समुव्वहसि वयण-कमलयं ति । कीस एयं अणवरय-बाह
जल-पवाह-णयण-पणाल-णाल-वस-पव्वालियं पिव थणवढं समुव्वहसि । 11 णाहं किंचि अवराह-ट्ठाणमप्पणो संभरामि त्ति । ता पसिय पिए, साह किं तुब्भ ___ण संमाणिओ बंधुयणो, किं वा ण पूईओ गुरुयणो, किं ण महिओ सुर-संघो, 13 किं वा ण संतोसिओ पणइ-वग्गो, अहवाविणीओ परियणो, अहवा पडिकूलो ___ सवत्ती-सत्थो त्ति । सव्वहा किं ण पहुप्पइ मए भिच्चम्मि य पिययमाए, जेण 15 कोवमवलंबिऊण ठियासि त्ति । अहवा को वा वियड-दाढा-कोडि-कराल
भीम-भासुरं कयंत-वयण-मज्झे पविसिऊण इच्छइ । अहवा णहि णहि, जेण 17 तुम कोविया तस्स सुवण्णद्ध-सहस्सं देमि । जेण कोवायंब-णयण-जुवलं
सयवत्त-संपत्ता-इरित्त-सिरी-सोहियं किंचि णिवोल्लियाहर-दर-फुरंत-दंत19 किरण-केसरालं कजल-सामल-विलसमाण-भुमया-लया-भमर-रिंछोलि-रेहिरं
चारु-णयण-कोस-बाह-जल-महु-बिंदु-णीसंदिरं अउव्व-कमलं पिव अदिट्ठ21 उव्वयं मम दंसयंतेण अवकरेंतेणावि उवकयं तेण ।
(३०) तओ ईसि-वियसिय-विहडमाणाहरउडंतर-फुरंत-दंत-किरण
1) J भणियं ति, P पवितॄत्ति. 2) P om. थल, P इव चलयणया, P डियाउ. 3) Jom. से, P सूरयद्धं०. 4) P करलया, Jom. घण, P खेय, P णीसास twice. 5) P •णियमल०, J णियं. 6) P om. चेय, P ति. 7) Jom. च, J कोवणे. 9) P नालालीलं, P कयण, J व्यन्ति ।. 10) P प्पवाहप्पवाह, P प्पणाल, P नालयसरपव्वा०, P वट्टमुव्व०. 11) P रावि त्ति, J तुम ण P तुह न. 12) J •अणो P जणो for यणो in both places, JP किण्ण, P सुरं. 13) P ता for वा, P पणय, P आउण for अहवा०, P अह प०. 14) P सवत्ति, J किण्ण P किं वा ण, P om. य. 15) P om. त्ति, P चियड. 16) P मज्ज. 17) J सुवण्णट्ठ, J कोवासंयंवण• P व्यंचण०, P जुयलं. 18) P सयपत्त, J सिरि, J हरहर P हरंत for हर, P om. दर. 19) P विमलस०, P नुमयालिया JP रिच्छोलि. 20) P कोवसवाह, P निसं०. 21) P पुव्वं for उव्वयं, J अपकरेंते. P अवकारते.. 22) P विहसिय, J •उटुंतर.
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(३१)
२७ 1 सोहियं पहसिऊण संलत्तं देवीए । 'देव, तुह पसाएण सव्वं मे अत्थि किंतु
णवर सयल-धरा-मंडल-णरिंद-वंद्र-मंडली-मउड-मणि-णिहसण-मसणिय3 चलण-जुयलस्स वि महाराइणो पिय-पणइणी होऊण इमिणा कजेण विसूरिमो,
जं जारिसो एस तीए धण्णाए कीए वि जुयईए पिय-पुत्तओ सिणेह-भायणं 5 महिंदकुमारो तारिसो मम मंद-भागाए तइयं पि णाहेण णत्थि । इमं च भावयंतीए
अत्ताणयस्स उवरिं णिव्वेओ, तुह उवरिं मम कोवो संजाओ' त्ति । तओ राइणा 7 हियएण पहसिऊण चिंतियं । 'अहो पेच्छह अविवेइणो महिलायणस्स
असंबद्ध-पलवियाई । अहवा, 9 एरिसं चेव अलिया-मलियासंबद्ध-प्पलाविएहिं । ___हीरति हिययाई कामिणीहिं कामुययणस्स' त्ति ।। 11 चिंतयंतेण भणियं ‘देवि, जं एयं तुह कोव-कारणं, एत्थ को उवाओ ।
देव्वायत्तमेयं, ण एत्थ पुरिसयारस्स अवसरो, अण्णस्स वा । भण्णइ य । 13 अत्थो विज्जा पुरिसत्तणाइँ अण्णाइँ गुण-सहस्साई ।
देव्वायत्ते कज्जे सव्वाइँ जणस्स विहडंति ।। 15 ता एवं ववत्थिए कीस अकारणे कोवमवलंबसि ।
(३१) तओ भणियं देवीए ‘णाह, णाहमकज्जे कुविया, अवि य कज्जे 17 च्चिय । जेण पेच्छह सयल-धरा-मंडलब्भंतरे जोय-जोयणी-सिद्ध-तंत-मंत__सेवियस्स महाकालस्स व तुज्झ देव-देवा वि आणं पडिच्छंति, तह वि तुह 19 ण एरिसी चिंता संपज्जइ । किं जइ महाराओ उज्जमं च काऊण किंपि देवयं
आराहिऊण वर पत्थेइ, ता कह मम मणोरहो ण संपज्जइ त्ति । ता पसीय मम 21 मंद-भागिणीए, कीरउ पसाओ' त्ति भणमाणी णिवडिया से चलण-जुवलए __राइणो । णिवडमाणी चेव अवलंबिया दीहरोभय-बाहु-डंडेहिं पीणेसु भुवा
1) P किंतु एक्कं नवर. 2) J मण्डव, P नरिंदचंद्र, Jहसणा. 3) P वि होऊण. 4) J तीअ, P कीअ, P जुवईपिय, पि यय. 5) J •दयकु०, P तए व for तइयं पि, P णाहे णित्थि त्ति ।, P om. च. 6) P उवरि, Jom. मम, J संजाओ P जाउ. 7) P अविवेगिणो. 8) P om. अहवा. 10) P व्याहिं कामिणीहिं कामुअजणस्स य त्ति for the whole stanza : एरिसं...त्ति ।। 11) P चिंतियं०, J जं तए एयं, J om. तुह, P कोव ओवा०. 12) P देवाय०. 13) J some marginal addition of missing words, P सत्तणं च अन्नाइं. 16) P om. णाह. 17) P पेच्छ, P ब्भंतर, J जोयणी P जोयणो. 18) P वि न तुह. 19) P महाराउ, P om. च. 20) P om. वरं, P पसिय. 21) P भाइणीए, J णिअडिआ, P निवडिया, P om. से, P जुवयले. 22) J डण्डेहिं P दंडेहिं, P भयासिह.
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(३२)
1 सिहरेसु । तओ वण-गएण व कर-पब्भार-कलिया मुणालिणि व्व
उक्खिविऊण आरोविया वामम्मि ऊरुयम्मि । तओ ससज्झस-सउक्कंप3 लज्जावणय-वयण-कमला भणिया राइणा । 'पिए, जं तुम भणसि तं मए
अवस्सं कायव्वं । तेण विमुंच विसायं, मा कुणसु अद्धिई, णिब्भच्छेहि सोगं, 5 परिहरसु संतावं, मज्जसु जहिच्छियं, भुंजसु भोयणं ति ।
(३२) सव्वहा जइ वि पिए, 7 णिसियासि-छेय-धारा-गलंत-रुहिर-लव-छिमिछिमायंत ।
तिणयण-पुरओ हणिऊण णियय-मसं भुय-प्फलिहा ।। 9 जइ वि तिसूल-णिवडिय-महिसोवरि-णिमिय-चारु-चलणाए ।
कच्चाइणीएँ पुरओ सीसेण बलिं पि दाऊण ।। 11 जइ वि दर-दड्ड-माणुस-पहरिस-वस-किलिकिलेंत-वेयाले ।
गंतुं महा-मसाणे विक्केऊणं महामंसं ।। 13 डझंत-बहल-परिमल-फुरंत-सिर-सयल-मिसिमिसायत ।
धरिऊण गुग्गुलं सुयणु जइ वि साहेमि भत्तीए ।। णियय-बहु-रुहिर-विच्छड्ड-तप्पणा तुट्ठ-भूय-सुर-संघं ।
आराहिउँ फुडं चिय रोई जइ माइ-सत्थं पि ।। ___ इय सुयणु तुज्झ कज्जे पत्थेऊणं पुरंदरं जइ वि ।
तह वि मए कायव्वो तुज्झं पिय-पुत्तओ एक्को' ।। 19 इय णरवइणा भणियं सोऊणं हरिस-णिब्भरा देवी ।
भणिउं ‘महा-पसाओ' त्ति णिवडिया चलण-जुवलम्मि ।। 21 (३३) तओ समुट्टिओ राया आसणाओ देवी य । कय-मज्जण-भोयणा
य संवुत्ता । णरवइणा वि आइट्ठा मंतिणो 'सिग्घमागच्छह त्ति । आएसाणंतरं ____1) P करिब्भार, P उक्खुवि०. 2) P वामयंमि, J सेउक्कंप. 3) J अवस्स, P व्वं ति ।. 4) P अधिई, J णिब्भत्थेहि P निब्भच्छेहिं, P सोयं. 5) P जहिच्छं. 6) P पिए जइ वि. 7) J च्छेय, P च्छिमिच्छिमायतं, J यंत. 8) J पुरओ ।, P ऊण हुयासणं नियमासं, J०मांसं (?), P भुयफलिया ।. 9) P निवाडिय, J णियय. 11) J वेयालो. 13) P फुट्टत, J सिहर, P सिमिसिमायंतं. 14) P सुयलणु, P वि वामंमि भित्तीए. 15) P नियबाहु, J विच्छडंत. 16) P हियं, P माणसत्थं. 17) J कए । for कजे. 20) P जुयलंमि. 21) P भोयणो. 22) P om. य, P वुत्तो ।, P गच्छं ति ।
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(३३)
२९ 1 आगया उवइट्ठा उवविठ्ठा जहारुहेसु आसणेसु सुहासणत्था य । भणिया य
राइणा ‘भो हो सुर-गुरु-पमुहा मंतिणो, अज्ज एरिसो एरिसो य वुत्तंतो' । देवीए 3 कोव-कारणं अत्तणो पइज्जारुहणं सव्वं साहियं । 'तओ एयम्मि एरिसे वुत्तंते
किं करणीयं ति मंतिऊण साहह तुब्भे किं कीरउ' त्ति । तओ मंतीहिं भणियं 5 'देव,
तण-मेत्तं पिव कजं गिरि-वर-सरिसं असत्तिमंताणं । 7 होइ गिरी वि तण-समो अहिओय-सकक्कसे पुरिसे ।।
तेण देव, जं तए चिंतियं 9 तं कुविय-कयंतेण वि हु अण्णहा णेय तीरए काउं ।
कुविओ वि जंबुओ कुणइ किं व भण तस्स केसरिणो ।। 11 भण्णइ य देव,
जाव य ण देंति हिययं पुरिसा कज्जाइँ ताव विहडंति । 13 अह दिण्णं चिय हिययं गुरुं पि कजं परिसमत्तं ।। ___ तओ देव, जं तए चिंतियं तं तह च्चेय । सुंदरो एस एरिसो देवस्स 15 अज्झवसाओ । जेण भणियं किर रिसीहिं लोय-सत्थेसु ‘अउत्तस्स गई णत्थि'
त्ति । अण्णं च देव, सव्वाई किर कज्जाइं पिइ-पिंड-पाणिय-पयाणाईणि विणा 17 पुत्तेण ण संपडंति पुरिसाणं । तहा महा-मंदर-सिहरोयरि-परूढ-तुंग-महावंसो
विय उम्मूलियासेस-तरु-तमाल-साल-मालेण पलय-कालुग्घाय-मारुएण विय 19 रिवुयणेण राय-वंसो बहूहिं णाणुण्णामण-वियत्थणाहिं उम्मूलिज्जइ, जइ ण पुत्तो ___दढ-मूल-बंधण-सरिसो हवइ त्ति । भण्णइ य । 21 जस्स किर णत्थि पुत्तो विज्जा-विक्कम-धणस्स पुरिसस्स ।
सो तह कुसुम-पसिद्धो फल-रहिओ पायओ चेव ।।
1) P om. उवइट्ठा, P सहास०. 2) P भो for हो, P प्पमुहा, P अजरि एरिसो वु०. 3) P पइण्णारु०, P om. सव्वं. 4) Jom. तुब्भे. 5) P देवा. 6) P gives here the verse जाव...परिसमत्तं instead of तणमेत्तं... पुरिसे, P •त्तिवन्नाणं. 7) J होंति गि०, P व for वि, P तणसोमो, J सहिउव्वस P अहिओगस, P पुरिसो. 8) P तओ for तेण. 9) P om. हु, J अणहा. 10) J जंबुओ किं कुणइ किं व भणह, P च for व, Jom. तस्स P तसि. 12) P has here the verse तणमेत्तं.....पुरिसे ।। instead of जाव.....परिसमत्तं ।, P य नादंति, P ताई वि०. 14) P एसो, P om. एरिसो. 15) J स्सज्झवसाओ, P सत्थेसु जहा अ०. 16) J देव किर सव्वाई कज्जाइं, J पिति P पिई. 17) J ०डंति त्ति पुरि०, J सिहरोअरोअरिपढमतुंग, P रोयरप०. 18) J वि for विय, P तमालमाल, P पेलय, J कालप्पय. 19) J रिवुअणेण P रिवुजणेणा, P नामुन्नामण, P वियड्ढणाहि, P om. ण. 20) J गूढ for मूल. 22) P समिद्धो for पसिद्धो, P पावयं चेव.
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(३४) 1 ता देव, सुंदरो एस देवस्स परक्कमो, किंतु किंचि विण्णवेमि देवं । चिटुंतु एए
ससिसेहर-सामि-महामास-विक्कय-कच्चायणी-समाराहण-प्पमुहा पाण3 संसय-कारिणो उवाया । अत्थि देवस्स महाराय-वंस-प्पसूया पुव्व-पुरिस
संणेज्झा रायसिरी भगवई कुल-देवया । तं समाराहिउं पुत्त-वरं पत्थेसु'त्ति । 5 तओ राइणा भणियं 'साहु, हो विमल-बुद्धि साहु, सुंदर संलत्तं ति । जेण भण्णइ
पुव्व-पुरिसाणुचरियं जं कम्ममाणिंदियं हवइ लोए । 7 पुत्तेण वि कायव्वं तं चिय एसो जणे णियमो ।।
अण्णं च सयल-तेलोक्क-णरिंद-वंद्र-पत्थणिज्ज-दरिसणाए भगवईए रायसिरीए 9 दंसणं पि दुल्लहं, अच्छड ता वरो त्ति । दसणेण चेय तीए सव्वं सुंदर होहि'
त्ति भणिऊण समुट्ठिओ राया महासणाओ मंतियणो य । 11 (३४) अह अण्णम्मि पूस-णक्खत्त-जुत्ते भूय-दियहे असेस-तिय
चउक्क-चच्चर-सिंघाडग-सिवाणं खंद-रुंद-गोविंद-चंद-तियसिंद-गइंद13 णाइंदारविंदणाहाणं तहा जक्ख-रक्खस-भूय-पिसाय-किंणर-किंपुरिस____ महोरगाईणं देवाणं बलिं दाऊण तहा चरग-परिवायय-भिक्खभोय-णिगंथ15 सक्क-तावसाईणं दाउं जहारुहं भत्त-पाण-णियंसणाईयं, तहा दुग्गय-दुक्खिय___पंथ-कप्पडियादीणं मणोरहे पूरिऊणं, तहा सुणय-सउण-कायल-प्पमुहे पुण्ण17 मुहे काऊण, आयंत-सुइ-भूओ धोय-धवल-दुगुल्लय-णियंसणो सिय-चंदण
सुमण-मालाहरो पासट्ठिय-परियणोधरिय-कुसुम-बलि-पडलय-णिहाओ 19 पविठ्ठो राया देवहरयं । तत्थ य जहारिहं पूइऊण देवे देवीओ य, तओ विरइओ __मणि-कोट्टिमयले चंदण-गोरोयणा-दोव्वंकुर-गोर-सिद्धत्थ-सत्थियक्खय21 सिय-कुसुमोवयार-णिरंतरो परम-पवित्तेहिं कुसुमेहिं सत्थरो त्ति । तओ
पेसियासेस-परियणो राया णिसण्णो कुस-सत्थरे, णिसमिऊण य कमल-मउल
1) P तेण for देव, P सुंदरो देवस्स एस पर०, J एससिसिर (some correction seen). 2) P सामिहामंस, J विक्कयं कच्चाइणि, P oमारुहण, Jom. प्पमुहा. 4) J भगवइ, P ०राहिय. 5) P भणिओयं, Jom. साहु (second). 6) J साण च०, P मंणदियं सहइ. 7) P य for वि, P जणो. 8) P तइलोक्क, P चंद्र, P om. भगवईए. 9) P वावारो for ता वरो, P ०णेणं तीए चेव सव्वं, P होहिइ त्ति. 10) P समुवट्ठिओ, P सीहा• for महा०. 11) P अन्नंमि दियहे पू०, P दियहो. 12) P चच्चरे, P खंड, Jom. चंद, J गइंदारविं०. 13) J भूत for भूय. 14) P देव्वाणं, P दाऊणं, P चरयपरिव्वाय भिक्खु०. 15) P पाणं, P दुग्गह. 16) P •डियाणं, J सुणया, P कायप्प०, P परितुढे for पुण्णमुहे. 17) J सुच्चीहोउं, J दुग्गुल्लय, P दुगुलनि०. 18) P हरणो, J पास परिअणधरिअ. 19) Jom. य, P om. देवे, P थिरईओ. 20) P गोरोयणो, P ०व्वंकुरु, P सिद्धसत्थियकयसिय. 22) J पेसिओ परिअणो, P य राया, J कुसुम for कुस.
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(३५)
1 कोमलेहिं अणवरय-महाधणु-जंत-समायड्डण-किणंक-कढिणिएहिं करेहिं __अंजलिं काऊण इमं थुइ-कुलयं पढिउमारद्धो । 3 (३५) 'जय महुमह-वच्छत्थल-हारंदोलिर-ललंत-दुल्ललिए ।
जय कोत्थुह-रयण-विसट्टमाण-फुड-किरण-विच्छुरिए ।। 5 जय खीरोय-महोवहि-तरंग-रंगत-धवल-तणु-वसणे ।
जय कमलायर-महुयर-रणंत-कल-कणिर-कंचिल्ले ।। 7 जय खग्गग्ग-णिवासिणि णरणाह-सहस्स-वच्छ-दुल्ललिए ।
जय कोमल-कर-पंकय-गंधायड्डिय-भमंत-भमरउले ।। 9 देवि णिसुणेसु वयणं कमला लच्छी सिरी हिरी कित्ती ।
तं चिय रिद्धी जेव्वाणी णिव्वुइ-संपया तं सि ।। 11 ता दायव्वं मह दंसणं ति अब्भंतरे ति-रत्तस्स ।
अहवा पडिच्छियव्वं सीसं मह मंडलग्गाओ' ।। 13 त्ति भणिऊण य अवणउत्तिमंगेणं कओ से पणामो । काऊण य णिवण्णो कस
सत्थरे, ठिओ य रायसिरीए चेय गुण-गहण-वावड-हियओ एक्कमहोरत्तं दुइयं 15 जाव तइयं पि । तइय-दियहे य राइणा अदिण्ण-दसणामरिस-वस-विलसमाण
कसिण-कुडिल-भुमया-लएणं आबद्ध-भिउडि-भंगुर-भीम-वयणेणं ललिय17 विलासिणी-कमल-दल-कोमल-करयलालिहण-दुल्ललिओ कवलिओ दीहर__कसिण-कुडिल-कंत-कोंतल-कलावो, गहियं च पउर-वइरि-करि-कुंभ19 मुत्ताहलुद्दलणं दाहिण-हत्थेण खग्ग-रयणं । भणियं च ‘किं बहुणा
जइ सग्गे पायाले अहवा खीरोयहिम्मि कमल-वणे । 21 देवि पडिच्छसु एयं मह सीसं मंडलग्गाओ' ।। त्ति भणिऊण समुक्करिसिओ णियय-खंधराभोए पहारो । ताव य हा-हा
1) J महाकड्डण, J किणकढि०, Jom. करेहि. 3) P वत्थल, P लुलंत. 4) P किरण repeated. 5) P महोयहि. 6) P रुणंत. 7) P नाहस्स. 9) P कमलच्छी सिरिहिरी तहा कित्ती. 10) P णिव्वाणि निव्वुई. 13) P भाणिऊण, P om. य, P निसण्णो. 14) P सत्थरो, P om. य, J •सिरी तीए, P चेवागुण. 15) P तइ for तइय, J राइणो, P नरिस for मरिस, J रस for रिस. 16) J भंगुरु. 17) J •सिणि, P लाणिहण, J कवलीओ. 19) P द्धलण, P सग्गो.
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३२
(३६) 1 रव-सद्द-गब्भिणं काउं थंभिओ से दाहिणो भुयादंडो । उण्णामिय-वयणेण णियच्छियं राइणा, जाव पेच्छइ
वयण-मियंकोहामिय-कमलं कमल-सरिच्छ-सुपिंजर-थणयं । थणय-भरेण सुणामिय-मज्झं मज्झ-सुराय-सुपिहुल-णियंबं ।। पिहुल-णियंब-समंथर-ऊरुं ऊरु-भरेण सुसोहिय-गमणं । गमण-विराविय-णेउर-कडयं णेउर-कडय-सुसोहिय-चलणं ।। ति ।
अवि य । भसलालि-मुहल-हलबोल-वाउलिज्जंत-केसरुप्पीले । 9 कमलम्मि पेसियच्छिं लच्छी अह पेच्छइ णरिंदो ।।
दळूण य अवणउत्तमंगेण कओ से पणामो। 11 (३६) भणियं च रायलच्छीए ‘भो भो णरिंद, अणेय-पडिवक्ख___ संदणुद्दलण-पउर-रिउ-सुंदरी-वंद्र-वेहव्व-दाण-दक्खं कीस एयं तए खग्ग13 रयणं जयसिरि-कोमल-भुय-लयालिंगण-फरिस-सुह-दुल्ललिए णिय
खंधराभोए आयासिज्जई' । तओ णरवइणा भणियं देवि, जेण तिरत्तं मम 15 णिरसणस्स तह वि दसणं ण देसि त्ति । तओ ईसि-वियसिय-सिय-दसण
किरण-विभिजंताहर-रायं भणियं रायसिरीए 'अहो महाराय दढवम्म, तिरत्तेणं 17 चिय एस एरिसो तवस्सी असहणो संवुत्तो' । भणियं च राइणा ‘देवि,
मण्णइ हु तण-समाणं पि परिभवं मेरु-मंदर-सरिच्छं । 19 को वि जणो माण-धणो अवरो अवरो च्चिय वराओ ।।
तओ भणियं रायलच्छीए ‘सव्वहा भणसु मए किं कजं' ति । राइणा भणियं 21 ‘देवि,
सव्व-कलागम-णिलओ रज-धुरा-धरण-धोरिओ धवलो ।
1) P om. काउं. 2) P य नियच्छियं, P जा for जाव. 3) P मिणयको॰, P सपिंजर. 5) P सुमंथरऊरं. 6) P विराइय. 8) J भमरालि, P रुप्पीलो. 10) J अवणवुत्त०. 12) P मद्दलुद्दलण, P चंद्रलेहव्व. 13) P जयसिरी. P लुय for भुय, J फरस, P om. सुह, P नियकंधरा०. 14) P जेणं, P om. मम, P तहा वि, P विहसियदसण. 16) P विहिजता, P om. राय०, P दढधम तिरत्तेरणं चिय परिसो तं सि असहणो जाओ ।. 18) P य for हु, P तणय, P जीवियं for परिभवं, P मंदिर. 21) P देवि सुणसु सव्व०. 22) P धारिओ.
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(३७)
३३
1 णिय-कुल-माणक्खंभो दिज्जउ मह पुत्तओ एक्को' ।।
तओ सपरिहासं सिरीए संलत्तं । ‘महाराय, किं कोइ मम समप्पिओ तए पुत्तओ 3 जेणेवं मं पत्थेसि' । भणियं च राइणा ‘ण समप्पिओ, णिययं चेय देसु' त्ति ।
लच्छीए भणियं 'कुओ मे पुत्तओ' त्ति । तओ राइणा ईसि हसिऊण भणियं 5 ‘देवि, भरह-सगर-माहव-णल-णहुस-संधाइ-दिलीप-प्पमुह-सव्व-धरा
मंडल-पत्थिव-सत्थ-वित्थय-वच्छत्थलाभोय-पल्लंक-सुह-सेजा-सोविरीए 7 तुह एक्को वि पुत्तो णत्थि' त्ति । संलत्तं सिरीए ‘महाराय, कओ परिहासो । __रूएण जो अणंगो दाणे धणओ रणम्मि सुरणाहो । 9 पिहु-वच्छो मह वयणेण तुज्झ एक्को सुओ होउ' ।।
त्ति भणिऊण अदंसणं गया देवी। 11 (३७) णरवई वि लद्ध-रायसिरी-वर-प्पसाओ णिग्गओ देवहरयाओ । ___ तओ पहाय-सुइ-भूओ महिऊण सुर-संघ, पणमिऊण गुरुयणं, दक्खिऊण 13 विप्पयणं, संमाणिऊण पणइयणं, सुमरिऊण परियणं, कं पि पणामेणं, कं पि
पूयाए, कं पि विणएणं, कं पि माणेणं, कं पि दाणेणं, कं पि समालिंगणेणं, 15 कं पि वायाए, कं पि दिट्ठीए, सव्वं पहरिस-णिब्भरं सुमुहं काऊण णिसण्णो
भोयण-मंडवे । तत्थ जहाभिरुइयं च भोयणं भोत्तूण आयंत-सुइ-भूओ णिग्गओ 17 अब्भतरोवत्थाण-मंडवं । तत्थ य वाहित्ता मंतिणो । समागया कय-पणामा य
उवविठ्ठा आसणेसुं । साहिओ य जहावत्तो सयलो सिरीए समुल्लावो । तओ 19 भणियं मंतीहिं 'देव, साहियं चेय अम्हेहिं, जहा
जावय ण देति हिययं पुरिसा कज्जाइँ ताव विहडंति । 21 अह दिण्णं चिय हिययं गुरुं पि कजं परिसमत्तं ।। ___तं सव्वहा होउ जं रायसिरीए संलत्तं' ति ।
1) P मह पोत्तओ, P कोवि. 2) P तओ for तए. 3) J ममं for मं, P चेव, 4) P पुत्तिउ, P विहसिऊण. 5) J महवि for माहव, J मंधाई P मंधाय, P दिलीपपमुह. 6) P सेजो. 7) P तु for तुह, P om. त्ति, P हासो । अहवा. 8) P रूवेण, P दाणेण धणउरंमि. 9) P वच्छ मज्झ व०, J होहि. 11) P सिरि. 13) P किं for कं (throughout). 14) Jom. कं ( P किं) पि दाणेणं. 15) P निब्भरसमुहं काऊणं. 16) P रुइअं जहारुहं च भुत्तूण भोयण, J सुभूई. 17) J तत्थ वाहराविता, P य आसीणा आसणेसु ।. 18) J साहियं च जहावित्तं, P om. सयलो, P सिरिए, J सहमुल्लावो. 19) P om. देव, P चेहिं for चेय. 20) P नंदेति. 21) P विय for चिय. 22) P ता for तं, J om. ति.
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(३८)
३४ 1 (३८) तओ समुट्ठिओ राया । गओ पियंगुसामाए मंदिरं । दिट्ठा य देवी ___णियम-परिदुब्बलंगी । अब्भुट्ठिऊण दिण्णं आसणं, उवविठ्ठो राया । साहियं 3 च राइणा सिरि-वर-प्पयाणं । तओ पहरिस-णिब्भराए भणियं च देवीए
'महापसाओ' त्ति । तओ समाइट्ठ वद्धावणयं । जाओ य णयरे महूसवो । 5 एवंविह-खज-पेज-मणोहरो छणमओ विय वोलीणो सो दियहो । तावय, ___ कुंकुम-रसारुणंगो अह कत्थ वि पत्थिओ त्ति णाउं जे । 7 संझा-दुई राईएँ पेसिया सूर-मग्गेणं ।।
णिच्चं पसारिय-करो सूरो अणुराय-णिब्भरा संझा । 9 इय चिंतिऊण राई अणुमग्गेणेव संपत्ता ।।
सझाएँ समासत्त रत्त दटूण कमल-वण-णाह । 11 वहइ गुरु-मच्छरेण व सामायंतं मुहं रयणी ।।
__ पच्चक्ख-विलय-दसण-गुरु-कोवायाव-जाय-संतावे । 13 दीसंति सेय-बिंदु व्व तारया रयणि-देहम्मि ।।
उत्तार-तारयाए विलुलिय-तम-णियर-कसिण-केसीए । 15 चंद-कर-धवल-दसणं राईऍ समच्छरं हसियं ।।।
पुव्व-दिसाएँ सहीय व दिण्णा णव-चंद-चंदण-णिडाली । रवि-विरह-जलण-संतावियम्मि वयणम्मि रयणीए ।।
ससियर-पंडर-देहा कोसिय-हुंकार-राव-णित्थामा । 19 अह झिजिउ पयत्ता रएण राई विणा रविणा ।।
अरुणारुण-पीउठिं आयंबिर-तारयं सुरय-झीणं । 21 दट्टण पुव्व-संझं राई रोसेण व विलीणा ।। __ इय राई-रवि-संझा-तिण्ह पि ह पेच्छिउं इमं चरियं ।
1) P समुवट्ठिओ. 5) P च्छणमओ ब्विय. 6) J रसायणंगो P रसारुणंगे, P अकत्थव प०, P माउं for णाउं. 7) P पिसिया सूरि. 9) P राई इयमग्गेणं व. 10) J संझासमोसरंतं. 11) J मुहं for मुहं. 12) J विलिय, P व्यास जायसंतावा. 14) P विलुलिसय. 15) J चंद्र P थंद, P दंसण. 16) P सहियं व. 17) P चिर for रवि. 18) P पंडुर, P णिच्छामा. 20) P पाणोटिं आयंचिर. 21) J संझा P संज्झं, P रोसेण वोलीणो. 22) P 3 for हु.
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(३९) 1 पल्हत्थ-दुद्ध-धवलं अह हसियं दियह-लच्छीए ।।
(३९) तओ एयम्मि एरिसे अवसरे धोव-धवल-पडच्छाइए सुवित्थिपणे 3 पल्लंके पसुत्ता दुद्ध-धवल-जल-तरल-कल्लोल-माला-पव्वालिए खीरोय
सायरुच्छंगे व्व लच्छी पियंगुसामा देवी सुविणं पेच्छइ । तं च केरिसं । .. 5 जोण्हा-पवाह-णीरोरु-पूर-पसरत-भरिय-दिसियकं ।
पेच्छइ कुमुयाणंदं सयलं पि कलंक-परिहीणं ।। 7 अह बहल-परिमलायड्डियालि-हलबोल-णिब्भर-दिसाए ।
कुवलयमालाएँ दढं अवगूढं चंदिमा-णाहं ।। 9 तओ जावय इमं पेच्छइ तावय पहय-पडु-पडह-पडिरव-संखुद्ध-विउद्ध
मंदिरुज्जाण-वावी-कलहंस-कंठ-कलयलाराव-रविजंत-सविसेस-सुइ-सुहेणं 11 पडिबुद्धा देवी । पाहाउय-मंगल-तूर-रवेणं पडिबुज्झिऊण य णियय___ भावाणुसरिस-सुमिण-दसण-रस-वस-पहरिसुच्छलंत-रोमंच-कंचुव्वहण-पहाए 13 देवीए आगंतूण विणओणय-उत्तमंगाए साहियं महाराइणो जहा-दिट्ठ महा___ सुविणयं ति । तओ राया वि हियय-ट्ठिय-संवयंत-देवी-वर-प्पसाओ अमय15 महासमुद्दे विय मजमाणो इमं भणिउमाढत्तो । 'पिए, जो सो रायसिरीए भयवईए
तुह दिण्णो पुत्त-वरो सो अज्ज णूणं तुह उदरत्थो जाओ' त्ति । तओ देवीए 17 संलत्तं । ‘महाराय, देवयाणं अणुग्गहेणं लच्छीए वर-प्पसाएणं गहाणं
साणुकूलत्तणेणं गुरुयण-आसीसाए तुह य प्पभावेणं एवं चेय एयं इच्छियं मए 19 पडिच्छियं मए अणुमयं मए पसाओ महं' ति भणमाणी णिवडिया राइणो
चलण-जुयलए त्ति । 21 (४०) तओ राया कयावस्सय-करणीओ महिऊण सुर-संघं दक्खिऊण
य दक्खिणिज्जे पूइऊण पूयणिज्जे संमाणिऊण संमाणणिजे वंदिऊण वंदणिज्जे ___1) P हच्छीए (-- इत्थीए?). 2) P धोइ, P पडवच्छाइइए, P सुविच्छिण्ण. 4) P सुमिणं. 5) P खीरोरु. 6) P सयणं पि. 7) P अइ for अह. 8) P अवऊढं. 9) P जाव इम, Jom. पहय, P विउद्धसुद्धमंदिरुज्जाणो वावि. 11) P पहाओ य ।. 12) P सरस०, P कंचउव्वहणरोहाए. 13) P गंतूण विणयावणउत्तमंगाण. 14) J हियअट्ठियमहासंवयंत वर०, P पसाउ त्ति. 15) P मज्जमाणा, J भणिउं समाढत्तो, P भगवईए. 16) P अजुत्तणं, P उअरत्थो. 17) P संलत्ति, P अणुग्गहो णं लच्छीय वरप्पहाणेणं महणाणं साणु०. 18) P गुरूणं आ०, J चेव. 19) P मे for मए, J पसाओ त्ति महं, Jom. राइणो. 20) J जुवलत्ति. 22) Jom. य, P दक्खीणिज्जे, P पूइणिज्जे.
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(४१)
1 णिक्तो बाहिरोवत्थाण-भूमि, णिसण्णो तविय-तवणिज्ज-रयण-विणिम्मविए,
महरिहे सीहासणे । आसीणस्स य आगया सुर-गुरु-सरिसा मंतिणो, उवविठ्ठा 3 कण्ण-णरिंदस्स व महाणरिंदा, पणमंति दुगइय-सरिसा महावीरा, उग्गाहेंति
आऊ-सत्थं धण्णंतरि-समा महावेजा, सत्थिकारेंति चउवयण-समा 5 महाबंभणा, सुहासणत्था वास-महरिसि-समा महाकइणो, विण्णवेंति छम्मुह
समा महासेणावइणो, पविसति सुक्क-सरिसा महापुरोहिया । णिय-कम्म7 वावडाओ अवहसिय-सुर-सुंदरी-वंद्र-लायण्णाओ वारविलासिणीओ त्ति ।
केएत्थ पायय-पाढया, केइत्थ सक्कय-पाढया, अण्णे अवब्भंस-जाणिणो, 9 अण्णे भारह-सत्थ-पत्तट्ठा, अण्णे विसाहिल-मय-णिउणा, अण्णे इस्सत्थ
सत्थ-पाढया, अण्णे फरावेड्ड-उवज्झाया, अण्णे प्रिया-पवेस-पविठ्ठा, अवरे 11 बाणय-सत्ति-चक्क-भिंडिमाल-पास-जुद्ध-णिउणा, अण्णे पत्त-छेज्ज-पत्तट्ठा,
अण्णे चित्तयम्म-कुसला, अण्णे हय-लक्खण-जाणिणो, अण्णे गय13 लक्खणण्णू, अण्णे मंतिणो, अण्णे धाउ-वाइणो, अण्णे जोइसिणो, अण्णे उण ___ सउण-सत्थ-पाढया, अण्णे सुविणय-वियाणया, अण्णे णेमित्तिय त्ति । अवि 15 य ।
सा णत्थि कला तं णत्थि कोउयं तं च णत्थि विण्णाणं । 17 जं हो तत्थ ण दीसइ मिलिए अत्थाणिया-मज्झे ।।
(४१) तओ तम्मि एरिसे वासव-सभा-संणिहे मिलिए महत्थाणि-मंडले 19 भणियं राइणा । 'भो भो मंतिणो, अज्ज एरिसो एरिसो य सुविणो देवीए दिट्ठो __पच्छिम-जामे, ता एयस्स किं पुण फलं' ति । तओ भणियं सुविण-सत्थ21 पाढएहिं । 'देव, एयं सुविणय-सत्थेसु पढिज्जइ जहा किर महा-पुरिसजणणीओ ससि-सूर-वसह-सीह-गय-प्पमुहे सुमिणे पेच्छंति, तेण एयस्स
1) P भूमी, P तविणिच्छो, P विणम्मविह महरिह. 3) P नरिंदसमा महा०, P महा for महावीरा. 4) P आउसत्थं. 5) P बंभणो. J महारिसि, P om. समा. 7) J वंद्रं P विंद, Jणीयण्णाओ. 8) P केइय पाइय, P om. के इत्थ सक्कयपाढवा, P अवभंस. 9) P भरह, P ईसत्थत्थपाढया. 10) Jom. अण्णे फरावेड्डउवज्झाया. 11) J कय for बाण, P भिंडिला. 12) P गयलक्खणं अन्ने. 13) Jom. उण. 14) P वाढवा अन्ने सुविणसत्थ, J वीणया for विया०, P नेमित्तय. 17) P हो जत्थ, P अत्थाणमज्झमि. 18) P सन्निभे, P मंडवे. 19) J om. य, P ०देवीए पच्छिमजामे दिट्ठो, 20) J पुण हलन्ति, J सुमिण, Jom. सत्थ, P सुमिणसत्थे. 22) J तेणेयस्स.
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(४२)
३७
I
I
1 एरिसस्स सयल-चंद- दंसणस्स महापुरिस - जम्मं साहेंति' त्ति । राइणा भणियं 'देवीए पुत्त - जम्म-फलं सिरीए चेव साहियं भगवईए । जो पुण सो ससी 3 कुवलयमालाए अवगूढो तं किंचि पुच्छिमो' । तओ भणियं सुमिण-सत्थपाढएहिं ‘देव, तेण एसा वि तुह दुइया धूया भविस्सई' त्ति । तओ देव- गुरुणा 5 भणियं 'देव, जुज्जइ एयं, जइ कुवलयमाला केवला चेय दीसेज्ज भिण्णा चंदाओ, ता होज्ज इमं । एसा पुण तं चेय मियंकं अवगूहिऊण ठिया, तेण 7 एसा का वि एयस्स राय - पुत्तस्स पुव्व - जम्म - णेह - पडिबद्धा कुवलयमाला विय सव्व-जण-मणोहरा पिययमा होहि त्ति । तीए चेय समालिंगिओ एस दिट्ठो' 9 त्ति । भणियं च राइणा 'एयं संभाविज्जइ' । तओ ठिया किंचि कालं विविहणरिंद-केसरि-कला-कलाव-सत्थ-विण्णाण-विज्जा-कहासुं । समुट्ठिओ राया 11 कय-दियह-वावारो कय- राइ-वावारो य अच्छिउं पयत्तो ।
1
-
(४२) अह देवी तं चेय दियहं घेत्तूण लायण्ण-जल-प्पवड्डिया इव 13 कमलिणी अहिययरं रेहिउं पयत्ता | अणुदियह-पवड्ढमाण-कला-कलावकलंक-परिहीणा विय चंदिमा - णाह - रेहा सव्व जण - मणोहरा जाया । तहा 15 परिवड्ढमाण- दाण- दया- -दक्खिण्ण-विज्जा - विण्णाण - विणय - णाणाभिमाणा सुसंमया गुरुयणस्स, पिययमा राइणो, सुपसाया परियणस्स, बहुमया सवत्ति17 सत्थस्स, दाण-परा बंधु- वग्गस्स, सुमुहा पउर-जणस्स, अणुकूला साहुयणस्स, विणीया तवस्सीणं, साणुकंपा सव्व -पाणि- गणस्स जाव ग समुव्वहइ त्ति I 19 अह तीऍ डोहलो सुंदरीऍ जाओ कमेण चित्तम्मि ।
जो जं मग्गइ तं चिय सव्वं जई दिज्जए तस्स ॥
21 संपुण्ण - दोहला सा पणइयणब्भहिय-दिण्ण-धण-सारा । लद्ध-रइ-प्पसरा वि हु सुपुरिस - गब्भं समुव्वह ।।
1) P व for चंद, J om. दंसणस्स, P साहइ, Jom. त्ति, J राइणो. 2) J जम्महलं, P भगवतीए. 3) P अवऊढो P किंपि, P सुविमणयपसत्थ. 4 ) J देवत्तेणं P देवत्तण, P तुह दइया. 5) J जुज्जए, J दिसेज्ज. 6) P एसा उण, P चेयं, J मियंक P मियंका, J ट्ठिया. 7) P उत्तस्स. 8) P मणहरा, P होहिइ त्ति, J writes त्ति twice, P चेव, P om. एस. 9) P संभारिज्जइ, P कंपि for किंचि. 10) P कहासु. 11) P राईवावारो. 12) P चेव. 13) P अहयवरं, J परियढमाण. 17) J सत्थस्स य दाण, P वरा for परा, P समुहा, J साधुअणस्स. 18) J पाणिअणस्स, J om. त्ति. 19) P दोहलो, J सुंदरीय. 21) P संपत्तदो ०, ० ०भइय 22) P पसरा, P सपुरिस.
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(४४) 1 (४३) सव्वहा महा-पुरिस-गब्भमुव्वहिउमाढत्ता । कहं । ____ अंतो-णिहित्त-सुपुरिस-मुणाल-धवलुच्छलंत-जस-णिवहो । 3 धवलेइ व तीऍ फुडं गब्भ-भरापंडु-गंडयले ।।
___ मंदर-गिरि-वर-गरुयं तमुव्वहंतीय भार-खिण्णाए । 5 अलसायंति अलंबिय-मुणाल-मउयाइँ अंगाई ।।
तुंगं समुब्भडयरं तीय वहंतीय अप्पणो गन्भं । 7 सामायंति मुहाइं ऊणिस-गहियाण व थणाण ।।
आपूरमाण-गब्भा अणुदियहं जह पवड्डए देवी । 9 तह सरय-जलय-माल व्व रेहए पुण्णयंदेण ।।
अह दल-थवणं पि कयं संमाणिजंत-गुरुयणं रम्मं । णच्चिर-विलासिणीयण-जण-णिवहुद्दाम-पूरंतं ।।
अह तिहि-करणम्मि सुहे णक्खत्ते सुंदरम्मि लग्गम्मि । 13 होरासुड्ढ-मुहासुं उच्च-त्थाणम्मि गह-चक्के ।।
वियसंत-पंकय-मुहो कुवलय-कलिया-दुरंत-णयण-जुओ । 15 सरय-सिरीए सरो इव जाओ रुइरो वर-कुमारो ।।
(४४) अह तम्मि जाय-मेत्ते हरिस-भरिज्जंत-वयण-कमलाणं । 17 अंतेउर-विलयाणं के वावारा पयर्टेति ।।
‘हला हला पउमे, विरएसु मरगय-मणि-भित्ति-त्थलुच्छलंत-कसिण-किरण19 पडिप्फलंत-बहलंधयार-पत्थार-रेहिरे मणि-पईवय-णिहाए । पियसहि
पुरंदरदत्ते, सयं चेव किं ण पडियग्गसि सयल-भवण-भित्ति-संकंत-कंत21 चित्तयम्म-संकुलाओ पोण्णिमायंद-रिंछोलि-रेहिराओ मंगल-दप्पण-मालाओ ___त्ति । हला हला जयसिरि, किं ण विरएसि सरय-समय-ससि-दोसिणा
1) J तहा for महा, J कह. 2) J जहा (for जस) corrected as मह. 3) J तीय, J ॰वंदुगण्डअले P पंडगंडयरे ।. 5) P om. व्य, J मउआई P समउयाइं. 6) P अत्तणो. 7) P भूनिय for ऊणिस. 8) P आऊरमाण, P हे देवी. 9) P जलइ. 10) P फलट्ठवणं व कयं सामाणिजंत. 12) P सुहो, P भग्गंमि. 13) P होरासुद्धसुहासुं उब्भत्थाणमि गहसत्थे. 14) P फुरत. 15) P रुहिरो अह कु०, J has three letters aftr कुमारो ।। which look like the Nos. ६ and 3 with ६ in the middle. 17) P बहु for के, P पवटुंति. 18) J स्थलच्छलंतकिरण. 19) J मणिमईवय, P निवहे. 20) J पुरंदरयत्ते, J भुअण, P कंति. 21) J चित्तयम्मस्स संकुला, P रंछोलि. 22) P जयसिरी, J ससिणामऊहोहामियमाहप्प ।.
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(४५)
३९ 1 मऊहोहा-मिय-सिय-माहप्पे महाणील-कोट्टिम-तलेसु णलिणी-दलेसु
धवल-मुणालिया-णिवहे व्व भूइ-रक्खा-परिहरंतए । पियसहि हंसिए, 3 हंसउल-पक्खावली-पम्ह-मउइयं किं ता ण गेण्हसि चामरं । वयंसि
सिद्धत्थिए, गोर-सिद्धत्थ-करंबियाओ दे विरएसु अहिणवक्खय-णंदावत्त5 सयवत्त-पत्तलेहाओ । तुमं पुण सुहडिए, रिउ-सुहड-करि-वियड-कुंभयड
पाडण-पडु गेण्हसु बालयस्स देवीए य इम रक्खा-मंडलग्ग' ति । 7 (४५) इय जा विलासिणियणो पडिहारीए णिउंजए ठाणे । वद्धाविया सरहसं उद्धावइ ता णरिंदस्स ।। कहं ।
रहसुद्दाम-विसंठुल-गमणं गमण-खलंत-सुणेउर-चलणं । चलण-चलंतुत्तावल-हिययं हियउत्तावल-फुरिय-णियंबं ।। फुरिय-णियंब-सुवज्जिर-रसणं रसण-विलग्ग-पओहर-सिचयं । सिचय-पडंत-सुलज्जिर-वयणं वयण-मियंकुजोइय-भवणं ।।
ति । अवि य । वित्थय-णियंब-गुरु-भार-मंथरुव्वहण-खेय-सुढिया वि । 15 उद्धावइ णरवइणो विलया वद्धाविया एक्का ।।
ताव य सा संपत्ता णरवइणो वास-भवणं । भणियं च णाए 'देव, पियं पियं 17 णिवेएमि सामिणो, सुह-सुहेणं वो देवी संपयं कुमारं पसूय' त्ति । ताव य राइणो
पियंवइया-वयण-परितोस-रस-वस-रोमंच-कंचुओव्वहण-समूससंत-भूयासु 19 सविसेसं गाढइए वि समोयारिऊण सयं चेव विलएइ पियंवइयाए कडय-कंठय
कुंडलाइए आहरण-णिहाए । समाइटुं च राइणा वद्धावणयं । आएसाणंतरं च, 21 पवण-पहय-भीसणुव्वेल्ल-संचल्ल-मच्छ-च्छडाघाय-भिज्जत-गंभीरधीरुच्छलताणुसद्दाभिपूरंत-लोयंत-संखुद्ध-कीलाल-णाहाणुघोसं समुद्धाइयं तूर
1) P लएसु for तलेसु, Jom. णलिणीदलेसु. 2) J मुणालिया इव्व, J भूई, J हंसीए. 3) P मऊयं, P किन्न for किं ता ण. 4) J तु सुरदेहा for दे, J has a marginal note in a later hand : किं न विरएसि रक्खापुट्टलियाओ । पाठांतरं, J खयणंदावत्ता, Jom. सयवत्त. 5) P वियारण for वियड, P पदुयं for पडु. 7) J विलासिणीअणो P विलासिणी य लेणो, P पडिहारी निउंजए ट्ठाणे. 8) P उट्ठावइ ता, Jom. कहं. 9) P सुद्धाम P चरण. 10) J हिययुत्ता०. 11) P सलज्जिर. 12) P
कुज्जोविय. 15) P वद्धावइ. 16) P य संपत्ता स नर, J पियं only once. 17) P om. वो, J पसूअत्तत्ति, J राइणा. 18) J •तोसवसरसरो०, P भुयासविसेसमाढइए वि समोआयरि०. 19) J विलइए, Jom. कडयकंठयकुंडलाइए. 20) P निवहाए. 21) P भीसण्णूवेल्लसंचसमच्छुत्थडा, P भिजंतभंगीरवीरु.
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(४६) 1 सदं (तहा)।
पवर-विलय-हत्थ-पम्मुक्क-गंधुद्धरुद्धव्वमाणुल्लसंतेण कप्पूर-पूरुच्छलतेण 3 कत्थूरिया-रेणु-राएण संछण्ण-सूरं दिसा-मंडलं तक्खणं चेय तं रेहिरं राइणो
मंदिरं । 5 मय-रस-वस-घुम्मिरं णच्चमाणाण पीण-त्थणाभोग-घोलंत-हाराण तुटूंत
मुत्तावली-तार-मुत्ता-गलंतेक्क-बिंदु व्व लायण्णयं णच्चमाणाण विक्खिप्पए 7 कामिणीणं तहा ।
सरहस-विलया-चलंतावडंतेहिँ माणिक्क-सारंतराणेउरेहिं तहा तार-तारं 9 रणंतेहिँ कंची-कलावेहिँ ता किंकिणी-ताल-माला-रवारद्ध-गंधव्व-पूरंत-सई
दिसा-मंडलं ।। अवि य । 11 णच्चंत-विलासिणि-सोहणयं मल्हंत-सुखुजय-हासणयं ।
गिजंत-सुसुंदर-मणहरयं इय जाय तं वद्धावणयं ।। 13 (४६) तावय खग्गग्ग-धारा-जलण-जालावली-होमियाइं णीसेस-डड्ढाई
वइरि-वंस-सुहुमंकुराई ति । तेण णत्थि बंधणं । तह वि विमुक्काइ पंजर-सुय15 सारिया-सउण-सत्थाई । दिजति मय-जलोयलिय-बहल-परिमलायाड्डियालि
गुंजत-कोव-गुलेगुलेंताओ वियरंत-महामायंग-मंडलीओ। पणामिजंति सजल17 जलय-गंभीर-सदं हेसा-रवहे हसंतीओ इव दरिय-वर-तुरय-वंदुर-मालाओ ।
उवणिजंति महासामंताणं गुरु-चक्क-णेमी-घणघणाराव-बहिरिय-दिसिवहाओ 19 हारि-रहवर-णियर-पत्थारीओ । समप्पिजंति सेवयाणं महापडिहारेहिं गाम__णयर-खेड-कब्बड-पट्टणाण पत्तलाओ त्ति । अवि य । 21 सो णत्थि जस्स दिजइ लक्खं ऊणं च दिज्जए णेय ।
तह णरवइणा दिण्णं जह गेण्हत च्चिय ण जाया ।।
2) J विलया, J प्पमुक्क, P पमुक्क, J •माणल्लसंते ण. 3) Jom. कत्थूरियारेणुराएण, P रेहिरे राइणा. 5) J मयवसरस, P नच्चमाणेण, P भोयघोलत्त. 6) J विक्खिप्पइ. 8) P वडन्ना for चलंता, P सारंतरं. 9) J किंकिणिं, P ताला. 12) P सुसुंदरुमणुहरयं. 13) P खग्गयधारा, P भोमियाई, P दढाई. 14) P कुराइ वि, P तहा वि विमुक्कइं पंजरि. 15) P जलोआलिय. 16) P कोवगुणेताउ विय मत्तमहा. 17) J जलयर, P सद्दहंसारवहसंतीओ. 18) P उवणिज्जंत. 19) P पडिहारिहिं गामानयर. 22) P जहा, J गेण्हते.
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(४७)
४१
1 तह वि दिज्जंति महामणि - णिहाए, विक्खिप्पिज्जंति थोर - मुत्ताहले, अवमण्णिज्जंति दुगुल्लय-जुवलए, उज्झिज्जंति रल्लय-कवलए, फालिज्जंति 3 कोमले णेत्त - पट्टए, णियंसिज्जंति चित्त - पडिणिहाए, पक्खिविज्जंति सुवण्णचारिमे, पसाहिज्जंति कडय - कोंडले, अवहत्थिज्जंति कणय - कलधोय-थाल5 संकरे, कणच्छिज्जंति वाम - लोयणद्धंत-कडच्छिएहिं दीणार - णाणा-रूवयकरंबय-कयारुक्केर त्ति । अवि य ।
7
तं णत्थि जं ण दिज्जइ णूणमभावो ण लब्भए जं च ।
ण य दिज्जइ ण य लब्भइ एक्कं चि णवर दुव्वयणं ।।
णच्चइ णायर-लोओ हीरइ उवरिल्लयं सहरिसाहिं । अण्णोण - बद्ध-रायं रायंगणयम्मि विलयाहिं ||
9
11 (४७) जावय एस वुत्तंतो तावय राइणा सद्दाविओ सिद्धत्थ-संवच्छरिओ । आएसाणंतरं च समागओ धवल - जुवलय - णियंसणो वंदिय-सिद्धत्थ-रोयणा13 रेहिर- मुह-मियंको हरियाल - हरिय- ( हरियाले फुडं दुव्वंकुरं ) पवित्तुत्तमंगो ।
आगंतूण य उण्णामिय-दाहिण-करयलेणं सत्थिकारिओ राया, वद्धाविओ पुत15 जम्मब्भुदएणं । उवविट्ठो य परियणोवणीए आसणे त्ति । तओ भणियं राइणा
'भो भो महासंवच्छर, साह कुमारस्स जम्म - णक्खत्तस्स गहाणं दिट्ठि' त्ति । 17 संवच्छरेण भणियं 'देव, जहाणवेसि त्ति, णिसुणेसु संवच्छरो एस आणंदो, उर्दू सरय-समओ, मासो कत्तिओ, तिही विजया, वारो बुहस्स, णक्खत्तं हत्थो, 19 रासी कण्णो, सुकम्मो जोगो, सोम-ग्गह- णिरिक्खियं लग्गं, उच्च-ट्ठाण -ट्ठिया सव्वे वि गहा । उड्ढ-मुहा होरा, एक्कारस-ठाण-ट्ठिया सुहयरा पाव-गहय त्ति । 21 अवि य ।
गह-रासि-गुणम्मि सुहे जाओ एयम्मि एरिसे जेण ।
1) P विक्खिप्पंति. 2) P कंबलय. 3) J कोमल, P नेत्तवट्टए तियसिज्जंति, P • चित्तवडि, P सुवण्णवारिमे. 4) P कणयकणाहायथालसक्कारे. 6 ) J रुक्केरोत्ति P ॰क्कयारुक्केवंति. 7) P जिज्जइ, J • मभावे. 8) J एक्कच्चिय, Pनवरि. 11) Pom. सिद्धत्थ. 12) J om. च, J आगओ P समागतो, P धोयधवलंसुय for धवल etc, J वंदिया, P सिद्धरोवणा. 13) J हरिताल हरिआले फुडं दुव्वंकुरं । अवित्तुत्त P हरियालहरियहरियालिया फुडं कुरु पवित्तुत्त ० . 14 ) P एन्नामिय. 15) J ॰वणिए, 17 ) P जहाणवसे त्ति, P संवत्सरो, P उऊ. 18) P कत्तिगोत्तिही, P बुद्धवारो for बुहस्स. 19) J सुक्कम्मो, P निरक्खियं. 20 ) P सव्वगहा, P ट्ठाण, P॰ग्गह त्ति.
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(४८) 1 होइ कुमारो चक्की चक्कि-समो वा य राय' त्ति ।।
(४८) अह णरवइणा भणियं 'अहो महासंवच्छर, काओ रासीओ के वा 3 रासि-गुण त्ति, जं भणसि एरिसे रासि-गुणम्मि जाओ कुमारो' त्ति । भणियं
संवच्छरेणं 'देव, रासीओ तं जहा । मेसो विसो मिहणो कक्कडो सिंघो कण्णो 5 तुलो विच्छिओ धणू मगरो कुंभो मीणो त्ति । एयाओ रासीओ, संपयं एयासु
जायस्स गुणे पुरिसस्स महिलाए वा णिसामेह । मेसस्स ता वदंते । 7 णिच्चं जो रोग-भागी णरवइ-सयणे पूइओ चक्खु-लोलो,
धम्मत्थे उज्जमतो सहियण-वलिओ उरु-जंघो कयण्णू । 9 सूरो जो चंड-कम्मे पुणरवि मउओ वल्लहो कामिणीण,
जेट्ठो सो भाउयाणं जल-णिचय-महा-भीरुओ मेस-जाओ ।। 11 अट्ठारस-पणुवीसो चुक्को सो कह वि मरइ सय-वरिसो ।
अंगार-चोद्दसीए कित्तिय तह अड्ड-रत्तम्मि ।। १ ।। 13 भोगी अत्थस्स दाया पिहल-गल-महा-गंड-वासो सुमित्तो,
दक्खो सच्चो सुई जो सललिय-गमणो दुट्ठ-पुत्तो कलत्तो । 15 तेयसी भिच्च-जुत्तो पर-जुवइ-महाराग-रत्तो गुरूण,
गंडे खंधे व्व चिण्हं कुजण-जण-पिओ कंठ-रोगी विसम्मि ।। 17 चुक्को चउप्पयाओ पणुवीसो मरइ सो सयं पत्तो ।
मग्गसिर-पहर-सेसे बुह-रोहिणि पुण्ण-खेत्तम्मि ।। २ ।। 19 मिट्ठण्णू चक्खु-लोलो पडिवयण-सहो मेहणासत्त-चित्तो,
कारुण्णो कण्ण-वाही जण-णयण-हरो मज्झिमो कित्ति-भागी। 21 गंधव्वे पट्ट-जुत्तो जुवइ-जण-कए भट्ठ-छाओ धणड्डो,
गोरो जो दीहरंगो गुण-सय-कलिओ मेहणे रासि-जाओ ।।
1) J चक्कीसमो जहा राय, P महाराय for राय. 4) P संवत्सरेण. 5) P विच्छिओ, P त्ति । अवि य । एसो उ रासीओ. 6) P जा for ता. 8) P धम्मत्थिं, J सहिणयवलिओ P महिणवचलिओ. 9) J कम्मो. 10) P जो for सो. 12) J ।। छ ।। P ।। १ ।।. 14) P लद्ध for दुट्ठ. 15) P तेजस्सी, P जुयइ. 16) J कण्णे खद्धे व for गंडे etc., P विंध for चिण्हं. 19) P मिट्ठण्णो, J मेहुणासत्तु. 20) P नयणधरो. 21) J कूए for जुत्तो, P भट्ट, JP च्छाओ.
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४३
(४८) 1 जइ किर जलस्स चुक्कइ सोलस-वरिसो मरेज सो ऽसीती ।
पोसे मिगसिर-वारे बुहम्मि जलणे जले वा वि ।। ३ ।। 3 रोगी सीसे सुबुद्धी धण-कणग-जुओ कज्ज-सारो कयण्णू,
सूरो धम्मेण जुत्तो विबुह-गुरु-जणे भत्तिमंतो किसंगो । 5 जो बालो दुक्ख-भागी पवसण-मणसो भिच्च-कज्जेहिँ जत्तो,
खिप्पं-कोवी सधम्मो उदय-ससि-समो मित्तवंतो चउत्थे ।। 7 जइ कह वि वीसओ सो चुक्कड़ पडणस्स जियइ सो ऽसीती ।
पोसे मिगसिर-सुक्के राईए अड्ढ-जामम्मि ।। ४ ।। 9 माणं-माणी सुखंती गुरुयण-विणओ मज-मास-प्पिओ य,
देसादेसं भमंतो वसण-परिगओ सीय-भीरू किवालू । 11 खिप्पं-कोवी सुपुत्तो जणणि-जण-पिओ पायडो सव्वलोए,
सिंघे जाओ मणूसो सुर-गिरि-सरिसो णाण-विजाण पुज्जो ।। 13 जइ जीवइ पंचासो मरइ वसते सएण वरिसाण ।
णक्खत्तम्मि मघासुं सणिच्छरे पुण्ण-खेत्तम्मि ।। ५ ।। धम्मिट्ठो वुड्ड-भावे धण-कणग-जुओ सव्व-लोयस्स इट्ठो,
गंधव्वे कव्व-णट्टे वसण-परिगओ कामिणी-चित्त-चोरो । 17 दाया दक्खो कवी जो पमय-जण-कए छाय-भंसेण जुत्तो,
इट्ठो देवाण पुज्जो पवसण-मणसो कण्ण-जाओ मणूसो ।। 19 सत्थ-जलाणं चुक्को तीसइ वरिसो जिएज सो ऽसीती ।
मूलेणं वइसाहे बुह-चित्ता-पुण्ण-खेत्तम्मि ।। ६ ।। 21 तओ देव, एरिस-गुण-जुत्तो रायउत्तो । एसो ण केणइ पाव-गहेण णिरिक्खिओ, तेण जहा-भणियं रासि-गुण-वित्थरं पावइ । जेण सुह-गुण-णिरिक्खिओ तेण
1) P जम्मस्स, JP सो सीतो (अवग्रह is put here because J puts it once below). 2) P मियसिर. 3) P कणय. 4) P भत्तिवेतो. 6) P निच्चं for खिप्पं, P सुधम्मो. 7) P किर जम्मस्स for कह वि वीसओ सो, P पडमेस्स, P सो सीति ।. 8) P पत्तो for पोसे. 9) J मांस. 10) P परिगतो. 12) P सिंहो जाओ, P गिरिसुर, P नामधेजेण for णाणविजाण. 13) J वसंतोसतेण. 17) J दक्खेक्कविजो, J च्छायब्भंसेण. 18) P मणुस्सो. 19) J जएज सोऽसीती (note Juses अवग्रह here) P सोसीई. 20) J वेसाहे, P वुहचिंता. 21) P गुणो for गुणजुत्तो, Jom. रायउत्तो, P निरक्खिरओ. 22) J य for जहा, J रासी, P निरक्खिओ.
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(४९)
1 अच्चंत-सुह-फलोदओ भवइ' त्ति ।
(४९) भणियं च राइणा ‘अह केण एस एरिसो गण-वित्थरो भणिओ' 3 त्ति । भणियं च संवच्छरिएण 'देव, आसि किर को वि सव्वण्णू भगवं दिव्व___णाणी, तेण एयं सुसिस्साणं साहियं तेहि वि अण्णेसिं ताव, जाव वंगाल5 रिसिणो । संपयं तेहिं एयं भणियं । तेण एवं वंगाल-जायगं भण्णइ' त्ति । भणियं
च राइणा ‘सुंदरं एयं, ता सेसं पि उदाहरणं णिसुणेमि' त्ति । संवच्छरेण भणियं 7 'देव णिसुणेसु ।
अत्थाणे रोसमंतो फुड-वियड-वओ सोय-दुक्खाण भागी, 9 पत्तट्ठो जो वणिज्जे णिय-घर-महिला सूर-चित्तो विरागी ।
देवाणं भत्तिमंतो चिर-सुहिय-महा-मित्त-वच्छल्ल-जुत्तो, णिच्च-क्खंती-पवासो चल-णयण-धणो बाल-भावे तुलम्मि ।।
कुड्डाईणं चुक्को वीसइ-वरिसे मरेज्ज सो सीती। 13 जेटे सिव-खेत्तम्मि य अणुराहगार-दियहम्मि ।। ७ ।।
कूरो जो पिंगलच्छो पर-घर-मणसो साहसा साहियत्थो, 15 सूरो माणेण जुत्तो सयण-जणवए गिट्ठरो चोर-चित्तो ।
बालो जो विप्प-पुत्तो जणणि-परिजणे दुट्ठ-चित्तो मणूसो, 17 भागी अत्थस्स जुत्तो पुणरवि विहलो विच्छिए होइ जाओ ।।
अट्ठारस-पणुवीसो जइ चुक्कइ चोर-सत्थ-सप्पाणं । 19 जेट्टम्मि सिवे खेत्ते अंगारे सत्तरो मरइ ।। ८ ।।
सूरो जो बुद्धि-जुत्तो जण-णयण-हरो सत्तवंतो य सच्चो, 21 सिप्पी णेउण्णवंतो धण-रयण-धरो सुंदरा तस्स भज्जा ।
माणी चारित्त-जुत्तो सललिय-वयणो छिड्ड-पाओ विहण्णू,
1) P हवउ for भवई. 2) J पुण for एस. 3) P संवत्सरेण, Jom. देव, J कोइ, J भगवान् P भयवं. 4) P सुसीसाणं, P साहितेण अन्नेसिं, P वंगालं. 5) P om. एयं, P वंगाल एयं जायंगं भन्नइ ति, Jom. त्ति. 6) P सिसं, J उद्दाह', Jom. त्ति, P संवत्सरेण. 8) P अत्थोणे, P फुडवयणवचो, J रओ for वओ, P सोग. 9) P जो सविज्जो. 10) P भत्तिवंतो, P सुहिद. 11) P निच्चंखंती. 12) P कुड्डीदीणं, P वीसतिवरिसो, J सीतो P सीओ. 13) J स for य, P अणुरायंगाए, Joगारा. 14) J कूरोज्जो, P om. घर, J सातिमत्थो. 16) P पिय for परि, P मणुस्सो. 17) P पुत्तो for जुत्तो, P विंच्छिए. 18) J अट्ठारप०. 19) P जेटुंमि व सिवखेत्ते. 21) P धणो for धरो. 22) J छिद्द (ड्ड?) पातो, P पावो.
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(४९) 1 तेयस्सी थूल-देहो णिय-कुल-महणो होइ जाओ धणम्मि ।।
पढमट्ठारस-दिवसे चुक्को सो सत्तसत्तरो मरइ। 3 सवणे सावण-मासे अणसणएण मरइ सुक्के ।। ९ ।।
सीयालू दंसणीओ जण-जणणि-पिओ दास-भूओ पियाणं, 5 चाई जो पुत्तवंतो पर-विसय-सुही पंडिओ दीह-जीवी ।
मण्णे कोऊहलो जो पर-महिल-रओ लंछिओ गुज्झ-भागे, 7 गेजेसुं जुत्त-चित्तो बहु-सयण-धणो काम-चिंधम्मि जाओ ।।
वीसइ-वरिसो चुक्को सत्तरि-वरिसो मरेज सूलेणं । 9 भद्दवयम्मि य मासे सयभिस-णक्खत्ते सणि-दियहे ।। १० ।।
दाया दिट्ठीएँ लोलो गय-तुरय-सणो थद्ध-दिट्ठी कयग्यो, 11 आलस्सो अत्थ-भागी करयल-चवलो माण-विजाहि जुत्तो ।
पुण्णो सालूर-कुच्छी पर-जण-धणदो णिब्भओ णिच्च-कालं, 13 कुंभे जाओ मणूसो अवि पिति-जणणी-विक्किणे सत्तिवंतो ।।
सो चुक्को वग्घाओ अट्ठारसओ जिएज्ज चुलसीति । 15 रेवइ अस्सिणिमासे आइच्च-दिणे जले जाइ ।। ११ ।।
सूरो गंभीर-चेट्ठो अइपडु-वयणो सजणाणं पहाणो, 17 पण्णा-बुद्धी-पहाणो चल-चवल-गई कोव-जुद्ध-प्पहाणो ।
गव्वेणं जो पहाणो इयर-जणवयं सेवए णेय चाई, 19 मीणे जाओ मणूसो भवइ सुह-करो बंधु-वग्गस्स णिच्वं ।। १२ ।।
देव, एए गुणा थिरा, आउ-प्पमाणं पुण काल-भेएणं जं सुयं ति भणियं । तं 21 तिण्णि पल्लाई, दुवे पल्ले, एक्क पल्लं, पुव्व-कोडीओ, पुव्व-लक्खाई, वास
कोडीओ, वास-लक्खाइं सहस्साइं सयाई वा । णियय-कालाणुभावाओ जं ___1) P होंति जाओ ध[मि. 2) P दियहे, J मरति. 3) P सुक्को. 4) P कुजणजगपिओ. 5) J चाइत्तो पुत्त, P परवसय. 6) P मल्ले कोऊहले, J कोतूहलो, P भावे for भागे. 7) J बहुजणसुधणो होइ मगरम्मि ।, P कामविंधेमि. 8) P वीसति, P सत्तरिवासो. 9) J णक्खत्त, P तक्खत्ते, P दियहो. 10) J दिट्ठीय लोलो, P णसणो घड्ढदिट्ठी. 12) P धणओ. 13) P मणुस्सो, J जणणो णिक्खिवो सत्तवंतो. 14) P धम्माओ for वग्घाओ. 15) P रेवति, P दिण जले जाई. 16) P सूरी, J गंभीरकोट्ठो, P अतिपडपवणो सेज्ज०. 18) JP सेवते. 19) P मणुस्सो, P सुहयरो. 20) P एते, J थिता for थिरा, P सतंति for सुयं ति. 21) P दुच्चे for दुवे, J दुवे पल्लं पुव्वं, P om. वासकोडीओ. 22) J सहस्सा सयाई, P तं for जं.
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(५०) 1 जहा भणियाइं तं तहा भवंति । तओ देव, एरिसं एयं वंगाल-रिसी-णिद्दिटुं
। जइ रासी बलिओ रासी-सामी-गहो तहेव, सव्वं सच्चं । अह एए ण 3 बलिया कूरग्गह-णिरिक्खिया य होंति, ता किंचि सच्चं किंचि मिच्छं' ति ।
(५०) तओ भणियं राइणा ‘एवमेयं ण एत्थ संदेहो' त्ति । ‘ता वीसमसु 5 संपयं' ति आइटुं च राइणा संवच्छरस्स सत्त-सहस्सं रूवयाण । समुट्ठिओ राया
कय-मज्जणो उवविठ्ठो आवाणय-भूमी । सज्जिया से विविह-कुसुम-वण्ण7 विरयणा आवाणय-भूमी, सज्जियाइं च अहिणव-कंदोट्ट-रेणु-रंजियाई महु
विसेसाई, दिण्णाइं च कप्पूर-रेणु-परिसप्पंत-धवलाई आसव-विसेसाई, 9 पिज्जति अहिणव-जाई-कुसुम-सुरहि-परिमलायाड्डियालि-रुयाराव
रुणरुणेताओ णिब्भर-रसमुक्कंठियाओ सुराओ त्ति । पाऊण य जहिच्छं संलीणो 11 भोयणत्थाणि-मंडवं । तत्थ जहाभिरुइयं भोत्तूण भोयणं उवगओ अत्थाण-मंडवं
ति । एवं च विविह-खज-पेज-दाण-विण्णाण-परियणालाव-कहासुं अइक्कतो 13 सो दियहो । एएणं चेय कमेणं सेस-दिवसा वि ताव जाव संपुण्णो बारसो
दियहो । तत्थ राइणा सद्दाविया वास-महारिसि-समा महा-बंभणा । संपूइऊण 15 भणियं राइणा ‘एयस्स बालस्स किं णाम कीरउ' त्ति । तेहिं भणियं 'जं चेय
महाराइणो रोयइ'त्ति । भणियं राइणा ‘जइ एवं ता णिसामेह दियाइणो । 17 कुवलयमाला चंदो दोण्णि वि दिट्ठाइँ जेण सुमिणम्मि ।
णामं पि होउ तम्हा कुवलयचंदो कुमारस्स ।। 19 जेण य सिरीऍ दिण्णो गुरु-साहस-तोसियाएँ रहसेणं ।
सिरिदत्तो त्ति य तम्हा णाम बिइयं पि से होउ ।।' 21 (५१) एवं च कय-णामधेओ पंच-धाई-परिक्खित्तो अणेय-णरवइ_ विलया-सहस्स-धवल-लोयण-माला-कुमुय-वण-संड-मुद्धड-मियंकओ विय ____1) P भवणं ति, P om. एयं वंगालरिसी. 2) P रासिचलिओ रासीसानीसगहो, J तदेव, P ता देव, P ते for एए. 3) J कूरगह, P निरक्खिया, J om. य. 4) P तओ राइणा भणियं, P om. एवमेयं. 5) J सयसहस्सं. 7) P विरयणी. 8) P om. च, J परिअप्पंत P धरपंत, P आसविसेसाई पिज्जइ. 9) P कुमयसुरट्ठिपरि०, Jom. रुया, P रूया. 10) J रुणुरु, J णिब्भरुक्कठियाओ, P पाऊणयं, P अल्लीणो for संलीणो. 11) J भोअणत्थाणमण्डवं ति एवं च P ०मडवंमि. 13) P दिवसो एतेणं चेव, P सेसदियहा. 14) P महरिसि, P महावंतणा. 15) P भणिया, P चेव सं महा०. 16) J एयं for एवं. 17) P कुवलयमालाचंदो कुमारस्स for the entire verse कुवलयमाला etc. 18) J नामंमि. 19) P जेणे य सिरीय, P रहसेणा. 20) सिरिपुत्तो वि य, P बीयं for बिइयं. 21) P किय for कय, P धाइ, P आणेइनरवई.
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(५१) 1 वड्डिउं पयत्तो । अवि य ।
हत्थाहत्थिं घेप्पइ पिज्जइ णयणेहिँ वसइ हिययम्मि । 3 अमयमइओ व्व घडिओ एसो णूणं पयावइणा ।।
अह ललियक्खर-महुरं जं जं कुमरस्स णीइ वयणाओ । सुकइ-भणियं व लोए तं तं चिय जाइ वित्थारं ।। किं बहुणा,
चंकमिएहिं तह पुलइएहिँ हसिएहिँ तस्स ललिएहिं । 7 चरिएहिँ राय-लोओ गयं पि कालं ण लक्खेइ ।।
अणुदियह-वड्डमाणो लायण्णोयर-समुद्ध-णीसंदो । अट्ठ-कलो व्व मियंको अह जाओ अट्ठ-वरिसो सो ।।
अह तिहि-करणम्मि सुहे णक्खत्ते सुंदरम्मि लग्गम्मि । 11 सिय-चंदण-वासहरो लेहायरियस्स उवणीओ ।।
जत्थ ण दीसइ सूरो ण य चंदो णेय परियणो सयलो । 13 तम्मि पएसम्मि कयं विज्जा-घरयं कुमारस्स ।।
लेहायरिय-सहाओ तम्मि कुमारो कलाण गहणट्ठा । 15 बारस वरिसाइँ ठिओ अदीसमाणो गुरुयणेणं ।।
अह बारसम्मि वरिसे गहिय-कलो सयल-सत्थ-णिम्माओ । 17 उक्कंठियस्स पिउणो णीहरिओ देव-घरयाओ ।।
तो कय-मज्जणोवयारो धोव-धवल-हंसगब्भ-णियंसणो सिय-चंदण-चच्चिय19 सरीरो सुपसत्थ-सुमण-माला-धरो णियय-वेस-सरिस-पसाहण-प्पसाहिय
गुरु-जण-मग्गालग्गो आगओ पिउणो चलण-जुयल-समीवं कुमारो । 21 उयसप्पिऊण य गरुय-सिणेह-णिब्भ-रुक्कंठ-पूरमाण-हियय-भर-गरुइएण विय कओ से राइणो पणामो । तओ राइणा वि असरिस-णेह-चिर-विरह
2) P हत्थाहत्थाहत्थं. 3) P अमइम०, P पयावइणो. 4) P वयणीओ. 5) P च for व, P वित्थरमुवेइ for जाइ वित्थारं. 6) J चक्कमिएहिं P वक्कमि. 8) P वट्टमाणो लायण्णोदर. 11) J वासधरो. 12) परियणे सयणे. 13) P विजाहरहं. 15) P वासाई for वरिसाई, J ट्ठिओ, P असीसमाणो. 16) P बारसमे, P कला. 18) P धोयधवल, P गब्भिणि०. 19) J सुपसत्थो, P समणमालाहरो, J णियपवेस, P सरियस, Jह्न पसाहणसमाहियगुरूणमग्गा. 20) Jom. जुयल, J कुमारो त्ति उवस. 21) P om. य, P गुरुय, J णिब्भरकंठ, P निब्भरुक्कंठा, P हिययमगएण त्ति य.
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(५२)
1 वियंभमाण-बाह-जल-णिब्भर-णयण-जुवलएणं पसारिय-दाहिण-बाहु___ दंडेण संलत्तं ‘उवज्झाय, किं अभिगओ कला-कलाओ कुमारेण ण व' त्ति 3 । भणियं च उवज्झाएण 'देव, फुडं भणिमो, ण गहिओ कला-कलावो
कुमारेणं' ति । तओ राइणा गुरु-वज-पहार-णिद्दउद्दलिय-कुंभत्थलेण विय 5 दिसा-कुंजरेण आउड्डिय-थोर-दीहर-करेण भणियं ‘कीस ण गहिओ' ।
उवज्झाएण भणियं 'देव, मा विसायं गेण्ह, साहिमो जहा ण गहिओ' । 7 (५२) 'आसि किर एत्थ पढम-पत्थिवो कय-धम्माहम्म-ववत्थायारो
भयवं पयावई । तेण किर भरह-णरिंद-प्पमुहस्स णियय-पुत्त-सयस्स साहिओ 9 एस कला-कलावो । तेहिं वि महा-मईहिं गहिओ । तओ तेहि वि अण्णोण्ण
णियय-पुत्त-णत्तुयाणं । एवं च देव, कमेण णरणाह-सहस्सेसु रायपुत्त-सएसु 11 राय-कुमारिया-णिवहेसु य महामईसु संचरमाणो पारंपरेण एस कला-कलावो
एयं कालंतरमुवागओ । तओ अणुदियहं हाणीए कालस्स ण कोइ तारिसो 13 कला-कलाव-गहण-धारण-समत्थो एत्थ पुहइ-मंडले अत्थि त्ति । तओ देव,
असरणेण पलीण-कुल-वंस-णाहेण दुस्सील-महिला-सत्थेण विय कला15 कलावणं चेव संपयं सयंवरं गहिओ कुमारो त्ति । तेण णाह, भणिमो ण गहिओ
कुमारेण कला-कलावो' त्ति । तओ सविसेस-जाय-पहरिसेण गहिओ कुमारो 17 राइणा, ठविओ य उच्छंगे, उवऊढो य णेह-णिब्भरं, चुंबिओ उत्तिमंगे,
पुच्छिओ य ‘पुत्त कुमार, कुसलं तुह सरीरस्स' । तओ सविणय-पणउत्तमंगेण 19 'देवस्स चलण-दसणेणं संपयं कुसलं' ति संलत्तं कुमारेणं ति । भणियं च राइणा ___ ‘उवज्झाय, काओ पुण कलाओ गहियाओ कुमारेणं' ति । उवज्झाएण भणियं 21 ‘देव, णिसुणिज्तु । तं जहा ।
आलेक्खं पढें जोइसं च गणियं गुणा य रयणाणं । ___2) P संलत्तत्तम्, P गहिओ for अभिगओ, J कुमारेण त्ति य ।. 3) J कलाओ. 4) P पहरिनद्दलियकुभ, J रेण विय आउट्टियं. 5) P om. थोर, P दीह for दीहर, P कीस न कहिओ. 6) J जह for जहा, J गहिआओ. 7) J पत्थिओ P पढमत्थिवो, P धम्म for हम्म, J हम्मधवत्थारो. 8) P पमुहस्स तिययस्स साहिओ. 9) P तेहिं मित्तेहिंमिमहामइगहिओ, P तेहिं मि अन्नाणनियय. 10) P नरनाह ससोसुरायउत्त. 11) P महामइसु, J परंपरेण, J एक्क for एस. 12) J एवं for एयं, J •मुवगओ, P न कोइ. 13) P धारणा. 14) P दुसील. 15) P कलावे य संपयं. 17) Jom. उवरूढो य. 18) J पणतुत्त०, P सविणसंपणामिओ उत्तिमंगेण. 19) P कुमारेण त्ति. 20) P उण for पुण. 21) J णिसुणेज्ज तुम for णिसुणिजंतु. 22) P चूढू for णटुं, P om. च.
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(५३)
1 वागरणं वेय-सुई गंधव्वं गंध-जुत्ती य ।।
संखं जोगो वारिस-गुणा य होरा य हेउ-सत्थं च । 3 छंदं वित्ति-णिरुत्तं सुमिणय-सत्थं सउण-जाणं ।।
आउज्जाणं तुरयाणं लक्खणं लक्खणं च हत्थीणं । 5 वत्थु वट्टा खेड्ड गुहागयं इंदजालं च ।।
दंत-कयं तंब-कयं लेप्पय-कम्मा चेय विणिओगो । 7 कव्वं पत्त-च्छेज्ज फुल्ल-विही अल्ल-कम्म च ।।
धाउव्वाओ अक्खाइया य तंताइँ पुप्फ-सयडी य । 9 अक्खर-समय-णिघंटो रामायण-भारहाइ च ।।
कालायस-कम्मं सेक्क-णिण्णओ तह सुवण्ण-कम्मं च । 11 चित्त-कला-जुत्तीओ जूय जंत-प्पओगो य ।।
वाणिज्जं मालाइत्तणं च खारो य वत्थ-कम्मं च । 13 आलंकारिय-कम्म उयणिसयं पण्णयर-तंत ।।
सव्वे णाडय-जोगा कहा-णिबंध फुडं धणुव्वेओ । 15 देसीओं सूव-सत्थं आरुहयं लोग-वत्ता य ।।
ओसोवणि तालुग्घाडणी य मायाओं मूल-कम्मं च । 17 लावय-कुक्कुड-जुद्धं सयणासण-संविहाणाई ।।
काले दाणं दक्खिण्णया य मउयत्तणं महुरया य । 19 बाहत्तरं कलाओ वसंति समयं कुमारम्मि ।।'
(५३) तओ भणियं राइणा ‘उवज्झाय, एताणं कलाणं मज्झे कयरा पुण 21 कला विसेसओ रायउत्तेण गहिया परिणया वा, कहिं वा अहिओ अब्भासो' ___त्ति । भणियं च उवज्झाएण 'देव,
___1) P वायरणं वेयसुती. 2) P यंखजोगो वरिसणगुणा. 3) P वित्ती, P समणसत्थं. 4) J आउजाणं तुरअलक्खणं. 5) P वत्थुवड्डाखड्डे. 6) J दंतजालं दंतकयं P दंतकम्मं तंबकम्मं, J कयं लेप्पयं लेप्पयक०. 7) J °च्छेजं अस्स (ल्ल?) कम्मं च फुल्लविहिं धाउव्वायं, P फुल्लव्विही. 8) P अक्खाइयाई त०, P पुप्फुसडी. 9) J पय for समय. 10) P सुवन्नकरणं च. 11) J पओगो P प्पओगा. 12) J अल्ल for वत्थ. 13) P कारियं, J पल्लग for पण्णयर. 14) Jणागर for णाडय, P नाडयजोगो कहानिउद्धं. 15) J लोअवत्ता, P लोगजुत्ता. 16) J ओसोवणी तालूघाडणी, P तालुग्घाडणा य पासाओ. 17) P कुक्कड. 19) P बाहत्तरी. 20) P om. एताणं, J om. पुण. 21) P रायपुत्तेण, P च for वा, P अव्वासो.
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(५३) 1 जं जं दावेइ कलं हेलाएँ कह वि मंथरं राय-सुओ ।
णज्जइ तहिं तहिं चिय अहिययरं एस णिम्माओ ।। तह वि 3 सोहग्ग-पढम-इंधं सयल-कला-कामिणीण मण-दइयं ।
सुपुरिस-सहाव-सुलहं दक्खिण्णं सिक्खियं पढमं ।। तओ देव, 5 णियय-कुल-माण-पिसुणं गुरु-कुल-वासस्स पायडं कज्जं ।
लच्छीऍ महावासं दुइयं विणयं अदुइयं से ।। 7 जाणइ काले दाउं जाणइ महुरत्तणं मउयया य ।
एक्कं णवरि ण-याणइ वेस पि हु अप्पियं भणिउं ।। 9 सव्व-कला-पत्तटे एक्को दोसो णरिंद-कुमरम्मि ।
पणइयण-अमित्ताण य दाउं पि ण-याणए पढेि ।।' 11 ताव य राइणा 'सुंदरं सुंदर' ति भणमाणेण जलहर-पलय-काल-वियलंत
कुवलय-दल-ललिय-लायण्णा वियारिया रायउत्त-देहम्मि दिट्ठी । दिट्ठो य 13 अणवरय-वेणु-वायणोग्ग-लग्गंत-लंछणा-लंछिओ महासेल-सिहरद्धंतो विय
तुंगो वामो अंस-सिहरो त्ति । तहा अणुदियह-बाहु-जुद्ध-जोगा समय-भुया15 समप्फोडण-किण-कढिणियं दिलु लच्छीय मंदिरं पिव वच्छयलं, तहा
अणवरय-धणुजंत-कड्डणा-कढिण-गुण-घाय-कक्कसं वामं भुया-फलिहं, 17 दाहिणं पि विविह-असिधेणु-अविसेस-बंधण-जोग्गालक्खिज्जमाण-किणंकियं
पेच्छइ त्ति । तहा अणवरय-मुरय-ताडण-तरलियाओ दीह-कढिणाओ पुलएइ 19 अंगुलीओ त्ति । अणेय-णट्ट-करणंगहार-चलण-कोमलाइं सेसयाई पि से
पलोएइ अंगयाइं । सिंगार-वीर-बीहच्छ-करुण-हास-रस-सूययाइं णयणाणि 21 वि से णिज्झाइयाई, अणेय-सत्थत्थ-वित्थर-हेऊदाहरण-जुत्ति-सावट्ठभं
वयणयं ति । अवि य ।
1) P हेलाय विकह व. 2) P नेज्जइ. 4) P तदो for तओ. 5) P नियकुलकम्माण. 6) P लच्छीय, J सहावासं, J अइदुइअं. 7) P मडझरत्तणं समउ०. 8) P नवर न जाणइ, P वेसिं पि, P अप्पिउं. 9) J पत्तट्ठो. 10) J पणिईयण P पणई पणमित्ताण, P दाउं चिय नयण एएहिं. 11) Pom. ति. 12) J लायण्ण. 13) P वायणलग्गंतलंछण. 14) P वासो for वामो, J जुज्झजोग्गो, P समलुया समप्फोडणंकेण. 15) J मंदिरयं, J वच्छलयं. 16) P कड्डिणा, P ग्घायं, J वामभुआदलिहं, P भुयप्फलिहं. 17) J असिधेणुं अविसेस, P पवेस for अविसेस. 18) J तदा for तहा, P मुखताडण, J वलिअउ for तरलियाओ, P दीहर for दीह, J कढिणीओ, P पुलइए. 19) P नट्टकरणमहावहावरलक्खण, P पि सेसयाई से. 20) J पुलएइ, P अंगाइ, P बीभत्स, P सूइयाइं. 21) P वि सेस निज्झा, P सत्थरत्थ, J जुत्तीवयणं अत्ति. 22) Jom. अवि य.
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(५४)
1 दीसंति कला कोसल-जोग्गा संजणिय-लंछणं पयडं ।
पेच्छइ मुणाल-मउयं रायंगं अह कुमारस्स ।। 3 (५४) दद्रूण य णेह-णिब्भरं च भणियं राइणा ‘कुमार पुत्त, तुह चिर
विओग-दुब्बलंगी जणणी तुह दंसणासा-विमुझंत-संधारिय-हियया दढं 5 संतप्पइ । ता पेच्छसु तं गंतूणं' ति । एवं च भणिय-मेत्ते राइणा ‘जहाणवेसि' __त्ति भणमाणो समुट्ठिओ राइणो उच्छंगाओ, पयट्टो जणणीए भवणं । ताव य
7 पहावियाओ बब्बर-वावण-खुज्जा-वडभियाओ देवीए वद्धावियाओ त्ति । ताव __य कमेण संपत्तो जणणीए भवणं । दिट्ठा य णेण जणणी । तीए वि चिर9 विओग-दंसणाणंद-बाह-भर-पप्पुयच्छीए दिह्रो । संमुहं उयसप्पिऊण य
णिवडिओ से राय-तणओ जणणीए चलण-जुयलए । तीए वि अवयासिओ 11 सुह-सिणेह-णिब्भर-हिययाए, परिउंबिओ उत्तमंगे, कयाई सेस-कोउयाई ।
उयारिऊण य पलोट्टिओ से पाय-मूले दहि-फल-अक्खय-णियरो । तओ 13 कयासेस-मंगलो परिसेस-माइ-जणस्स जहारिहोवयार-कय-विणय-पणामो __णिवेसिओ जणणीए णिय-उच्छंगे । भणिओ य ‘पुत्त, दढ-वज-सिलिंका15 णिम्मवियं पिव तुह हिययं सुपुरिस-सहाव-सरिसं, ता दीहाउओ होहि' ।
'माऊणं सईणं रिसीणं गाईणं देवाणं बंभणाणं च पभावेण पिउणो य अणुहरसु 17 त्ति भणिऊणं अहिणंदिओ माइ-जणेणं तु ।
(५५) ताव य समागओ पडिहारो णरवइणो सयासाओ । आगंतूण य 19 पायवडणुट्ठिएणं विण्णत्तं महा-पडिहारेणं 'कुमार, तुमं राया आणवेइ जहा किर ___ संगाम-समय-धावण-वहण-खलण-चलण-पडिहत्थ-जोग्गाणिमित्तं थोवं21 थोवेसुं चेय दियहेसु णाणा-तुरंगमा आवाहिजंति, ता कुमारो वि आगच्छउ,
जेण समं चेव वाहियालीए णिग्गच्छामो त्ति । तओ 'जं आणवेइ ताओ' त्ति ___2) P मुइयं रायां अंगं कुमा०. 3) P नेय for णेह, J णिब्भरं भणियं च, P विरहविउलियं for चिरविओग. 5) P एव्वं भणियमेत्तो. 6) P ताविय. 7) P वामणयखुजा. 9) P विओय, P भरहपणुयच्छीए, J पप्फुयच्छीए, P समुहं, P om. य. 10) P वियवयासिया. 11) J अइ for सुह, P परिचुंबिओ उत्तिमंगे, J से for सेस. 12) P om. य, J फलक्खय. 13) J परिसमागयस्स जणस्स जहारिहोवयारा. 14) P जणसीए उत्संगे, J वज्जले for वज. 15) P हियवयं सपुरिस, J दीहाउयं होह. 16) P सतीणं. 17) J माइजणेण । ताव. 18) P रो त्ति नर०, J णरवइसया०. 19) P om. तुमं, P महाराया for राया. 20) P om. वहण, Jom. चलण, P चचलण परिहत्थ, P थोयथोएसुं. 21) P बिइय for चेय. 22) P वाहयालीए, P तहाओ जहाणवेइ, J वेत्ति ताओ त्ति.
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(५५) 1 भणमाणेण पेसिया कुवलय-दल-दीहरा दिट्ठी जणणीए वयण-कमलम्मि ।
तओ भणियं च से जणणीए । 'पुत्त, जहा मेहावीओ आणवेइ तहा कीरउ' 3 त्ति भणमाणीए विसज्जिओ, उवागओ राइणो सयासं । भणियं च राइणा । _ 'भो भो महासवइ, उयट्ठवेह तुरंगे । तत्थ गरुलवाहणं देसु महिंदकुमारहो, 5 रायहंसं समप्पेह वोप्परायहो, रायसुयं सूरसेणहो, ससं पुणं देवरायहो, भंगुरं
रणसाहसहो, हणं सीलाइच्चहो, चंचलं चारुदत्तहो, चवलं बलिरायहो, पवणं 7 च भीमहो, सेसे सेसाणं उवट्ठवेह तुरए रायउत्ताणं, महं पि पवणावत्तं तुरंगमं
देसु त्ति । अवि य 9 कणयमय-घडिय-खलिणं रयण-विणिम्मविय-चारु-पल्लाणं ।
तुरियं तुरंगमं देह कुमारस्स उयहिकल्लोलं ।।' 11 ताव य आएसाणंतरं उवठ्ठविओ कुमारस्स तुरंगमो । जो व केरिसओ । वाउ
सरिसओ, गमणेक्क-दिण्ण-माणसो । मणु-जइसओ, खण-संपत्त-दूर-देसंतरो । 13 जुवइ-सहावु-जइसओ, अइणिरह-चंचलो । खल-संगइ-जइसओ, अत्थिरो ।
चोरु-जइसओ, णिच्चुब्विग्गो त्ति । अवि य खलु-णरिंद-जइसेण णिच्चुत्थद्धेण 15 कण्ण-जुवलुल्लएणं, पिप्पल-किसलय-समेण चलच्चलंतेण सिर-चमरेण, ___ महामुरुक्खु-जइसियए खमखमेतियए गीवए, परिहव-कुविय-महामुणि17 जइसएण फुरुफुरंतेण णासउडेण, महादहु-जइसएण गंभीरावत्त-मंडिएण __उरत्थलेण, विमणि-मगु-जइसएण माणप्पमाण-जुत्तेण मुहेण सुपुरिस-बुद्धि19 जइसियए थिर-विसालए पट्ठियए, वेस-महिल-पेम्म-समेण अणवट्ठिएण
चलण-चउक्केणं । अवि य 21 जलहि-तरंग व्व चलं विजुलया-विलसियं व दुल्लक्खं ।
गज्जिय-हेसा-रावं अह तुरयं पेच्छए पुरओ ।।
1) J णिवेसिया for पेसिया, P om. दल. 2) J जहाणवेइ तहा. 3) J उवगओ, P राइणा सगासं. 4) P अवठ्ठवेह तुरंगमे, P रायहंसु. 5) Jom. रायसुयं, J सेसं for ससं, P रणसाहसहूण, J सिला०. 6) P चारुयत्तहो, P om. च. 7) J सेसो सेसाण उवट्ठवेहा, P पवणवेत्तुं. 9) P खलणं. 10) P •गमं तु देय कुमरस्स य उअहिं.. 11) J उवट्ठिओ, P जो ताव सो केरिसो वाओ जइसओ. 13) J सहाउ, P om. अइ, P संगो for संगइ, P अथिरचोरो. 14) P om. अवि य, J जइसेणा P जइसएण, P निच्चत्थद्धएणं. 15) P जुवलल्ल॰, P किसलजइसएणं सीसेण चलचल०, P om. सिरचमरेण. 16) P महामुरुक्खुरुक्खुजइसिआए खमंखमंतीए गीवाए. 17) J जइसिए, P पुरुपुरतेण, P महद्धहो. 18) P विवणि, P जुत्तेण अंगेण खु पुरिस०. 19) P जइसियाए थिरविलासीए पट्टीए, P महिला, P पेम for पेम्म. 20) P चउक्कएण. 21) P चं for व्व. 22) P हसारावं, J तुरिओ for पुरओ.
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५३
(५६) दणय तुरंगमं भणियं राइणा 'कुमार, किं तए णज्जए तुरयलक्खणं' । ताहे भणियं कुमारेणं 'गुरु - चलण - सुस्सूसा - फलं किंचि णज्जइ' 3 त्ति । भणियं च राइणा ‘कइवय तुरयाणं जाईओ त्ति, किंवा माणं, किं वा लक्खणं, अह अवलक्खणं' ति । कुमारेण भणियं 'देव, णिसुणेसु । तुरयाणं 5 ताव अट्ठारस जाईओ । तं जहा । माला हायणा कलया खसा कक्का टंका टंकणा सारीरा सहजाणा हूणा सेंधवा चित्तचला चंचला पारा पारावया हंसा 7 हंसगमणा वत्थव्वय त्ति एत्तियाओ चेव जाईओ । एयाणं जं पुण वोल्लाहा कयाहा सेराहाइणो तं वण्ण-लंछण-विसेसेण भण्णइ । अवि य ।
आसस्स पुण पमाणं पुरिसंगुल - णिम्मियं तु जं भणियं । उक्किट्ठवयस्स पुरा रिसीहिँ किर लक्खणण्णूहिं ।। बत्तीस अंगुलाई मुहं णिडांल तु होइ तेरसयं । तस्स सिरं केसं तो य होइ अट्ठट्ठ विच्छिण्णं ।।
(५६)
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9
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चउवीस अंगुलाई उरो हयस्स भणिओ पमाणेणं । असीति से उस्सेहो परिहं पुण तिउणियं बेंति ।। तओ देव, एयप्पमाण- जुत्ता जे तुरया होंति सव्व-जाईया । ते राईणं रज्जं करेंति लाहं तु इयरस्स ।। अण्णं च । 17 रंधे उवरंधम्मि य आवत्ता णूण होंति चत्तारि । दो य पमाण- णिडाले उरे सिरे होंति दो दो य ।। दस णियमेणं एए तुरयाणं देव होंति आवत्ता । एत्तो ऊणहिया वा सुहासुह - करा विणिद्दिट्ठा ।।
19
पोट्टम्मि लोयणाण य मज्झे घोणाऍ जस्स आवत्तो । रूसइ अवस्स सामी अकारणे बंधु - वग्गो य ।।
13
15
21
1) P नज्जइ किंचि तुरंगलक्खणं । तओ भणियं. 2) J om. चलण, P सुस्सूसाराहणफलं. 3) P कइ for कइवय, Pom. त्ति, Pom. वा before लक्खणं. 4) P om. अह, P च त्ति for ति, P सुणेसु, J तुरियाणं. 5) P अट्ठारसु, J साला for माला, P भाइला कलाया for हायणा etc. 6) P साहजाणा, P सैंधवा, P चित्ता, P पेंरा पेंरावत्ता. 7) Pom. एत्ति. 8) P वत्तलंधणं, J भांति for भण्णइ. 9) J सुण for पुण, P० गुणनिम्मयं . 10) P कर for किर. 11 ) P तेरसया. 12 ) P स for य. 13) P ऊरो, P य for प० 14 ) P अस्सीति, Jom. . से, Pom. तओ देव. 15) J एयपम्माण, P जाईओ. 17 ) P व for य, J has a marginal note प्रपान उपरितनोष्ठः Possibly for the word आवत्ता. 18) J उरं. 19) J एते, P आवत्तो. 20) J अहिया वा P ऊणहिया य वसुहा. 21 ) J सुआवत्ता P होइ आवत्तो ।. 22) P आकरणे.
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५७) 1 भुय-णयण-मज्झयारे आवत्तो होइ जस्स तुरयस्स ।
सामी घोडय-पालो य तस्स भत्तं ण अज्जेइ ।। 3 णासाएँ पास-लग्गो आवत्तो होइ जस्स तुरयस्स ।
सो सामियं च णिहणइ खलिय-प्पडिए ण संदेहो ।। 5 जाणूसु जस्स दोसु वि आवत्ता दो फुडा तुरंगस्स ।
खलिय-पडिएण णिहणइ सो भत्तारं रण-मुहम्मि ।। 7 कण्णेसु जस्स दोसु वि सिप्पीओ होति तह णुलोमाओ ।
सो सामियस्स महिलं दूमेइ ण एत्थ संदेहो ।। 9 ता देव, एते असुह-लक्खणा, संपयं सुह-लक्खणेमे णिसामेहि त्ति ।
संघाडएसु जइ तिण्णिसु ट्ठिया रोमया णिडालम्मि । 11 जण्णेहिँ तस्स पहु दक्खिणेहिँ णिच्चं जयइ सामी ।।
उवरंधाणं उवरिं आवत्तो जस्स होइ तुरयस्स । 13 वड्इ कोट्ठयारं धणं च पइणो ण संदेहो ।।
बाहूसु जस्स दोसु वि आवत्ता दो फुडा तुरंगस्स । 15 मंडेइ सामियं भूसणेहिँ सो मेहली तुरओ ।।'
(५७) जाव य एयं एत्तियं आस-लक्खणं उदाहरइ कुमारो कुवलयचंदो 17 ताव राइणा भणियं । कुमार, पुणो वि सत्था सुणिहामो' त्ति भणमाणो आरूढो
पवणावत्ते तुरंगमे राया । कुमारो वि तम्मि चेव समुद्दकल्लोले वलग्गो तुरंगमे । 19 सेसा वि महा-सामंता केइत्थ तुरंगमेसुं, केइत्थ रहवरेसुं, केइत्थ गयवरेसुं, के
एत्थ वेसरेसु, अण्णे करहेसुं, अवरे णरेसुं, अवरे जंपाणेसुं, अवरे जंगएसुं, 21 अण्णे झोलियासु ति । अवि य ।
हय-गय-रह-जोहेहिँ य बहु-जाण-सहस्स-वाहणाइण्ण । ____1) P भुययाणे मज्झयाए, P त्तो जस्स होइ तु. 2) P बालो for पालो, J सज्जेइ P अज्जेंति. 3) J सासाय P णाहीए पासग्गो, P तो जस्स होइ तु. 4) P तो for सो, P om. च, P निहणए. 6) J वडिएण. 7) P वि सिप्पिओ होंति आणुलो०. 8) P दूसेइ. 9) P सुहलक्खणा मेति निसामेह त्ति. 10) P सिंघाड०. 11) J ट्ठिता, P ता जाण for जण्णेहिं, J बहु for पहु, P जयति. 12) J उवरंगाणं, P आवत्ता, P होति. 13) P वड्डइ कोट्ठायारं, P पइण्णो. 14) P यस्स, J ढुडा for फुडा. 15) P मंडेहिं, P भूसणाहिं, J तुरगो. 16) P एयं च एत्तियं, P उआहरइ कुमार. 17) P पुणो वीसत्था, P समारूढो for आरूढो. 18) P य for चेव. 19) Pom. केइत्थ रहवरेसुं, Jom. केइत्थ गयवरेसुं के एत्थ वेसरेसुं. 21) P झोलियासु त्ति. 22) P वारुणाइन्नं.
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(५७) 1 रायंगणं विराइय रुंद पि ह मडह-संचारं ।।
तओ उदंड-पुंडरीय-सोहिओ चलंत-सिय-चारु-चामरागय-हंस-सणाहो हर3 हार-संख-फेण-धवल-णियंसण-सलिल-समोत्थओ सरय-समय-सरवरो विय __पयट्टो राया गंतुं । तस्स मग्गाणुलग्गो कुमार-कुवलयचंदो वि । तम्मि पयट्टे 5 सेस पि उद्धाइयं बलं । तओ णिद्दय-पय-णिक्खेव-चमढणा-भीया णराणं णरा,
खराणं खरा, वेसराणं वेसरा, तुरयाणं तुरया, करहाणं करहा, रहवराणं रहवरा, 7 कुंजराणं कुंजरा वि पहाविया भीया णियय-हत्थारोहाणं ति । ताव य केरिसं
च तं दीसिउं पयत्तं बलं । अवि य । 9 तुंग-महागय-सेलं चलमाण-महातुरंग-पवणिल्लं ।
णज्जइ उप्पायम्मि व पुढवीए मंडलं चलियं ।। 11 तओ फुरंत-खग्गयं चलंत-कुंजरिल्लयं ।
सुतुंग-चारु-चिंधयं फुडं तुरंगमिल्लयं ।। 13 सुसेय-छत्त-संकुलं खलंत-संदणिल्लयं ।
तुडंत-हार-कंठयं पहावियं ति तं बलं ।। 15 ओसरह देह पंथं अह रे कह गिट्ठरो सि मा तूर ।
कुप्पिहिइ मज्झ राया देह पसाएण मग्गं मे ।। 17 जा-जाहि तूर पसरसु पयट्ट वच्चाहि अह करी पत्तो ।
उच्छलिय-कलयल-रवं मग्गालग्गं बलं चलियं ।। 19 तओ एवं च रह-गय-णर-तुरय-सहस्स-संकुलं कमेण पत्तो राय-मग्गं । ताव ___ य महाणई-पूरो विय उत्थरिउं पयत्तो महा-राय-मग्ग-रच्छाओ त्ति । 21 अह णयरी' कलयलो परियट्टइ जिय समुद्द-णिग्घोसो ।
कुवलयचंद-कुमारे चंदम्मि व णीहरंतम्मि ।।
1) P वियारइ. 2) P पुंडरिय, P चामररायहंस. 3) J समत्थओ. 4) J तम्मि पयट्टो. 5) P सेसं पसेसं पि, P निद्धय, P om. णराणं. 6) J वेगसराणं वेगसरा. 7) P य for भीया णियय, P हत्थि for हत्था. 10) P उप्पायं पिव पुहईए. 11) P खग्गग्गय, Jom. चलंतकुंजरिल्लयं. 13) J सदिणिल्लयं P सं. 14) J तुटूंत P उसृत, J पहावियं तं बलं ति P चलति for बलंति. 15) P कुप्पिही. 18) J रवो for रवं, J तओ (on the margin) for बलं. 19) P संपत्तं for पत्तो. 20) J महाणइपहो, P मग्गच्छाउ. 22) P कुमारो.
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1 णिहरइ किर कुमारो जो जत्तो सुणइ केवलं वयणं । सो तत्तो च्चिय धावइ जहुज्जयं गो - गहे व्व जणो ।। अइकोउय-रहस-भरत-हियय-परियलिय - लज्ज-भयअह धाइ दंसण-मणो णायर-कुल- बालिया - सत्थो ।
5 ताव य कुमारो संपत्तो धवलट्टालय -सय-सोहियं णयरी - मज्झुद्देसं रायंगणाओ
त्ति ।
3
7
(५८) ताव य को वुत्तंतो णायरिया - जणस्स वट्टिउं पयत्तो । एक्का णियंब - गरुई गंतुं ण चएइ दार-देसम्म । सहियायणस्स रुस्सइ पढमं चिय दार - पत्तस्स ॥ अण्णा धावंति च्चिय गरुय - थणाहार - भोय- सुढियंगी । णीससइ च्चिय णवरं पिययम-गुरु-विरह-तविय व्व ।। एक्का लज्जाए घरं आणिज्जइ कोउएण दारद्धं । 13 अंदोलइ व्व बाला गयागएहिं जण - समक्खं ॥ अण्णा गुरूण पुरओ हियएणं चेय णिग्गया बाहिं । 15 लेप्पमइय व्व जाया भणिया विण जंपए किंचि ॥ गुरुयण-वंचण-तुरियं रच्छा-मुह-पुलयणे य तल्लिच्छं । एक्काए णयण-जुयलं सुत्ताइद्धं व घोलेइ ।। गमण - रय-२ -खुडिय- हारा थणवट्ट-लुढंत-मोत्तिय-पयारा । अण्णा विमुंचमाणी धावइ लायण्ण - बिंदु व्व ।। पसरिय-गईए गलिया चलणालग्गा रसंत- मणि - रसणा । मा मा अगणिय-लज्जे कीय वि सहिय व्व वारेइ ।। वियलिय-कडि-सुत्तय-चलण-देस-परिखलिय--गमण-मग्गिल्ला ।
9
11
17
19
- पसरो ।
21
(५८)
1) P जुत्तो for जत्तो. 3) P रहभरंति. 4) J इय for अह. 5) P सयलसाहिअं नयरिमग्गुद्देसं. 7) P वड्ढिउपयट्टो. 8) Pन एक्का नियंबगरुयी तुंगं न. 9) P रूसइ. 10) P धावंत, P थणाभायभोय. 12 ) P लज्जाइ, P दारंतं for दारद्धं. 14 ) P गुरुयण, P चेव. 16) P पुलयणेण तच्छिल्ला, 17 ) P नमणजलं. 18) J ( ग ) मणिरयण, P रइ for रय, J ॰वट्ठ, P लुठंत. 19) P लावण्ण. 22 ) P विहडिय, P •खलियतुरियगमणिल्ला.
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(५८) 1 करिणि व्व सहइ अण्णा कणय-महा-संकलं-दुइया ।।
इय जा तूरंति दढं णायर-कुल-बालियाओ हियएणं । 3 ता णयरि-राय-मगं संपत्तो कुवलयमियंको ।।
ताव य का वि रच्छा-मुहम्मि संठिया, का वि दार-देसद्धए, का वि गवक्खएसं. 5 अण्णा मालएसु, अण्णा चोंपालएसुं, अण्णा रायंगणेसुं, अण्णा णिज्जूहएK, __ अण्णा वेइयासु, अण्णा कओलवालीसु, अण्णा हम्मिय-तलेसु, अण्णा भवण7 सिहरेसुं, अण्णा धयगेसु ति । अवि य ।
जत्तो पसरइ दिट्ठी णज्जइ पुर-सुंदरीण वयणेहिं । 9 उप्पाउग्गम-ससि-बिंब-संकुलं दीसए भुयणं ।।
तओ के उण आलावा सुव्विउं पयत्ता । ‘हला हला, किं णोल्लेसि इमेणं दिसा11 करि-कुंभ-विब्भमेणं ममं पओहर-भारेणं' । ‘सहि, दे आमुच सुपट्ठि-देसम्मि
तड्डविय-सिहंडि-कलाव-सच्छह केस-भारं' । 'अइ सुत्थिए, मणयं वालेसु 13 कणय-कवाड-संपुड-वियडं णियंबयडं । पसीय दे ता अंतरं, किं तुह चेय
एक्कीए कोउयं' । 'अइ अहव्वे, उक्खुडियाए हारलयाए दारुणे मा मोडियाई 15 कणय-तल-वत्ताई' । 'अइ वज मे मुसुमूरियं कुंडलं' । 'हा अवडिय-णिग्घिणे,
जियउ कुमारो । अलजिए, संजमेसु थण-उत्तरिज' ति । 17 अह सो एसो च्चिय पुरओ मग्गेण होइ सो च्चेय ।
कत्थ व ण एस पत्तो णूणं एसो च्चिय कुमारो ।। 19 इय जा महिला-लोओ जंपइ अवरोप्परं तु तुरमाणो ।
ता सिरिदत्तो पत्तो जुवईणं दिट्ठि-देसम्मि ।। ताव य, 21 एक्कम्मि अणेयाओ सलोणए तम्मि दीह-धवलाओ ।
सरियाओ सायरम्मि व समयं पडियाओ दिट्ठीओ ।।
1)P करणि, P कणयमयं संखलं. 4) P मुहं संठिया, P दारमदेसद्धतएसुं. 5) P आलएK, P रायासण्णेसु. 6) P कवोलवासीसुं, P अमियपलेसुं for हम्मिय०, P om. अण्णा before भवण. 7) P धयग्गएसु त्ति. 8) J सुर for पुर. 9) P दीसइ भुवणं. 10) P om. तओ. 11) J विभवेणं, P om. ममं, J देयासुं च, P पट्ठदेसंमि. 12) P सुथिए. 13) P कवाडसंपुडं नियंबयडं, P तादे for दे ता, P णय for चेय. 14) P उक्खडिया हारलया दारुणो मोडियाई कणयवत्ताई. 15) P वज्जा मे, P हा हा यवडिया. 16) J संजमसु थणुत्तरिज्जयं ति. 17) P चेय for च्चेय. 19) P om. तु, P तुरयमाणो. 20) J जुवईयण. 21) P धवलो.
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_1 (५९) तओ केरिसाहिं उण दिट्ठीहिं पुलइओ कुमार-कुवलयचंदो
जुवईयणेणं । 3 णिद्दय-सुरय-समागम-राई-परिजग्गणा-किलंताहिं ।
वियसंत-पाडलापाडलाहिँ काणं पि सवियारं ।। 5 दइयाणुराय-पसरिय-गंडूसासव-मएण मत्ताहिं ।
रत्तुप्पल-दल-रत्ताहिं पुलइओ काण वि विलक्खं ।। 7 पिययम-विदिण्ण-वासय-खंडण-संताव-गलिय-बाहाहिं ।
पउम-दलायंबिर-तंबिराहिँ काणं पि दीणाहिं ।। 9 साहीण-दइय-संगम-वियार-विगलंत-सामलंगीहिं ।
णीलुप्पल-मालाहिँ व ललियं विलयाण काणं पि ।। 11 ईसि-पसरंत-कोउय-मयण-रसासाय-घुम्ममाणाहिं ।
णव-वियसिय-चंदुज्जय-दल-मालाहिँ व काणं पि ।। 13 रहस-वलंतुव्वेल्लिर-धवल-विलोलाहिँ पम्हलिल्लाहिं ।
णव-वियसिय-कुंद-समप्पभाहिँ सामाण जुवईणं ।। 15 दिल्लिंदिलियाण पुणो पसरियमासण्ण-कोउहल्लाहिं ।
कसणोयय-तारय-सच्छहाहिँ ताविच्छ-सरिसाहिं ।। 17 एवं च णाणा-विह-वण्ण-कुसुम-विसेस-विणिम्मविय-मालावलीहिं व भगवं ___ अइट्ठउव्वो विव विरूव-विरूविय-रूवो ओमालिओ दिट्ठि-मालाहिं कुमारो । 19 अवि य ।
णीलुप्पल-मालियाहिँ कमल-दलेहिँ सणेहयं 21 वियसिय-सिय-कुसुमएहिँ अहिणव-पाडल-सोहयं ।
रत्तुप्पल-णिवहएहिँ तह कुंद-कुसुम-सोहयं
1) J पुण पुलइओ दिट्ठीहिं. 2) J व्यणेण । अवि य ।. 3) P परिजग्गिणा किलंतीहिं, J कोवं for काणं. 5) P मयण for मएण. 6) J कोवि व for काण वि. 7) P विइत्त, J गंडण, J खलियवासाहिं. 8) J काहिं for काणं. 9) P विलयंतसामलत्ताहि. 10) J विलयाहिं काहिं पि ।. 12) P वियलियचंदुज्जल, J काहिं for काणं. 13) P पम्हलीलाहिं. 14) J समप्पहाहिं. 15) J दिल्लिंदियाण, P पसरियमासंतु कोउयहिल्लाहिं. 16) P कसिणोअइतरेय, P तापिच्छ. 17) P अदिट्ठपुवो, P विरूववियरूवो. 20) J णिलुप्पलमालीआहिं, P विहसिय. 21) P कुमुयएहि.
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(५९) 1 अच्चियओ णयणएहिँ कुसुमेहिँ व सो मयणओ ।।
अंगम्मि सो पएसो णत्थि कुमारस्स बाल-मेत्तो वि । 3 भुमया-धणु-प्पमुक्का णयण-सरा जम्मि णो पडिया ।। __ तओ कुमार-कुवलयचंदं उद्दिसिय किं भाणिउं पयत्तो जुवइ-जणो । एक्काए 5 भणियं ‘हला हला, रूवेण णज्जइ अणंगो कुमारो । अण्णाए भणियं ‘मा विलव
7 होज्ज अणंगो जइ पहरइ दीण-जुवइ-सत्थम्मि ।
एसो पुण वइरि-गइद-दत-मुसुमूरण कुणइ ।। 9 अण्णेक्काए भणियं ‘सहि, पेच्छ पेच्छ णज्जइ वच्छत्थलाभोगेण णारायणो' त्ति ।
अण्णाए भणियं । 11 ‘सहि होज फुडं णारायणो त्ति जइ गवल-कज्जल-सवण्णो ।
एसो पुण तविय-सुवण्ण-सच्छहो विहडए तेण ।।' 13 अण्णेक्काए भणियं कंतीए णज्जइ हला, पुण्णिमायंदो' त्ति । अण्णाए भणियं ।
हूँ हूँ घडइ मियंको सामलि जइ झिज्जइ जइ य मय-कलंकिल्लो । 15 एसो उण सयल-कलंक-वज्जिओ सहइ संपुण्णो ।।'
अण्णेक्काए भणियं सत्तीए पुरंदरो य णज्जइ' । अण्णेक्काए भणियं । 17 ‘ओ ए पुरंदरो च्चिय जइ अच्छि-सहस्स-संकुलो होज्ज ।
एसो उण कक्खड-वलिय-पीण-दढ-सललिय-सरीरो ।।' 19 अण्णेक्काए भणियं अंगेहिं तिणयणो णज्जई' । अण्णेक्काए भणियं 'हला हला,
मा एवं अलियं पलवह । 21 होज हरेण समाणो जइ जुवई-घडिय-हीण-वामद्धो ।
एसो उण सोहइ सयल-पुण्ण-चउरंस-संठाणो ।।'
2) P य देसो for पएसो. 3) J पम्मुक्का. 4) P जुवईयणो. 5) J मए कीए भणियं. 6) P लव for विलव. 7) P होजणंगो. 8) P उण. 9) P om. पेच्छ पेच्छ णज्जइ, P सहिच्छत्थलाभोएण नज्जइ णारा. 11) P गवलस्स वन्नो. 13) P पुण्णिमाइंदो. 14) P जय अमय. 15) P सयलं. 16) Jom. य. 17) P होज्जा. 19) P नजत्ति. 20) P पलवह अलियं. 21) JP जुवइ. 22) P एसो पुण.
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(६०) । अण्णेक्काए भणियं ‘सहि, णज्जइ दित्तीए सूरो' त्ति । अण्णाए भणियं ।
सहि सच्चं चिय सूरो चंडो जइ होज तविय-भुवणयलो । 3 एसो उण जण-मण-णयण-दिहियरो अमयमइओ व्व ।।' __ अण्णाए, भणियं ‘हला हला, णज्जइ मुद्धत्तणेण सामिकुमारो' । अण्णाए 5 भणियं ।
'सच्चं होज्ज कुमारो जइ ता बहु-खंड-संघडिय-देहो । 7 रूवाणुरूव-रूवो एसो उण कक्कसो सहइ ।।'
इय किंचि-मेत्त-घडिओ देवाण वि कह वि जाव मुद्धाहिं । 9 विहडिज्जइ ता बहु-सिक्खियाहिँ जुवईहिँ सिरिणिलओ ।।'
(६०) ताव य कुमार-कुवलयचंद-रूव-जोव्वण-विलास-लायण्ण-हय11 हिययाओ किं किं काउमाढत्ताओ णायर-तरुण-जुवाणीओ त्ति ।
एक्का वायइ वीणं अवरा वव्वीसयं मणं छिवइ । 13 अण्णा गायइ महुरं अण्णा गाहुल्लियं पढइ ।।
देइ मुरवम्मि पहरं अण्णा उण तिसरियं छिवइ । 15 वंस वायइ अण्णा छिवइ मउंद पुणो तहा अण्णा ।।
उच्चं भासइ अण्णा सद्दावइ सहियणं रुणरुणेइ । 17 हा ह त्ति हसइ अण्णा कोइल-रडिय कुणइ अण्णा ।।
जइ णाम कह वि एसो सदं सोऊण कुवलय-दलच्छो । 19 सहसा विलोल-पम्हल-ललियाइँ णिएइ अच्छीणि ।।
तओ कुमार कुवलयचंदस्स वि 21 जत्तो वियरइ दिट्ठी मंथर-धवला मियंक-लेह व्व ।
अव्वो वियसंति तहिं जुवईयण-णयण-कुमुयाई ।।
1) P om. सहि, णज्जइ दित्तीए etc. to सामिकुमारो । अण्णाए भणियं ।. 3) J दीहियरो. 8) P om. वि after देवाणं. 10) P कुवलयचंदो, P om. हय. 11) P om. one किं, P जुवई इत्ति. 12) J वायई, J अण्णा for अवरा. 14) P मुरयंमि, P अण्णाउ तिसरियं, P छिवइ मुद्धा ।. 15) P om. तहा. 16) P सद्दावेइ, P रुणरुणेति. 17) J हा, हंति. 19) P निमेइ. 21) P रेह for लेह. 22) J जुवइयण.
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(६०) । तओ कुमार-कुवलयचंद-पुलइयाओ कं अवत्थं उवगयाओ णायरियाओ त्ति ।
अंगाइँ वलंति समूससंति तह णीससंति दीहाई । 3 लजंति हसंति पुणो दसणेहिँ दसंति अहराई ।।
दंसेंति णियंबयडं विलियं पुलएंति ईसि वेवंति । 5 अत्थक्क-कण्ण-कंडूयणा' पसरंति अण्णाओ ।।
आलिंगयंति सहियं बालं तह चुंबयंति अण्णाओ । 7 दंसेंति णाहि-देस सेयं गेण्हति अवराओ ।।
इय जा सुंदरिय-जणो मयण-महा-मोह-मोहियाहियओ । 9 ताव कमेण कुमारो वोलीणो राय-मग्गाओ ।। ति । ___ कमेणं संपत्तो विमणि-मग्गं अणेय-दिसा-देस-वणिय-णाणाविह-पणिय11 पसारयाबद्ध-कोलाहलं । तं पि वोलेऊण पत्तो वेगेणं चेव वाहियालिं ।
अवि य । 13 सखलिय-आस-प्पसरं समुज्जुयं णिव्विलीय-परिसुद्धं ।
दीहं सज्जण-मेत्ति व्व वाहियालिं पलोएइ ।। 15 दट्ठण य वाहियालिं धरियं एक्कम्मि पदेसे सयल-बलं । णीहरिओ पवणावत्त
तुरंगमारूढो राया, समुद्ध-कल्लोल-तुरयारूढो कुमारो य । ताव य 17 धावति वलंति समुच्छलति वग्गति तह णिमज्जति ।
पलय-पवणोवहि-समे महि-लंघण-पच्चले तुरए ।। 19 तओ णाऊण तूरमाणे तुरंगमे पमुक्को राइणा कुमारेण य । णवरि य कह पहाइड
पयत्ता । 21 पवणो व्व तुरिय-गमणो सरो व्व दढ-धणुय-जंत-पम्मुक्को ।
धावइ पवणावत्तो तं जिणइ समुद्दकल्लोलो ।।
4) P दंसेइ, J निअंबतडं, P दुलाएंति. 5) J अत्थकण्डकण्डुअणाई, P कडुयाई पकरेंति. 6) P अवराओ for अण्णाओ. 7) J अण्णाओ for अवराओ. 8) P जाव सुंदरियणो, Jom. मोह J मोहिय०. 10) P विवणि, P अन्ने य, P वणिया, P पणय. 11) J वोलेऊणा, P वेएण Jom. चेव. 13) P अक्खलिय आसपसरं. 14) P मेत्ति वाहयालिं. 15) P om. य, P वाहयालिं, J धारिअं, P पएसे, P सयलंबणनीह. 16) P कल्लोलयारूढो. 18) J पच्चए. 19) P om. णाऊण, P तुरमाणो, P पहाइयं पयत्तो. 21) J तिरिय for तुरिय, JP पमुक्को.
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(६१) 1 तं तारिसं दटूण उद्धाइयं बलम्मि कलयलं ।
जय जय जयइ कुमारो कुवलयचंदो समुद्दकल्लोले । 3 लच्छि-सहोदर-तुरए आरूढो तियसणाहो व्व ।।
(६१) जावय जय-जय-सद्द-गब्भिणं जणो उल्लवइ तावय पेच्छंताणं 5 तक्खणं समुप्पइओ तमाल-दल-सामलं गयणयलं तुरंगमो ।
धावइ उप्पइओ विय उप्पइओ एस सच्चयं तुरओ । 7 एसेस एस वच्चइ दीसइ असणं जाओ ।।।
इय भाणिरस्स पुरओ जणस्स उच्छलिय-बहल-बोलस्स । 9 अक्खित्तो तुरएणं देवेण व तक्खणं कुमरो ।।
__ अह णह-लंघण-तुरिओ उद्धावइ दक्खिणं दिसा-भागं । 11 पट्ठि-णिवेसिय-चक्की गरुलो इव तक्खणं तुरओ ।।
धावंतस्स य तुरियं अणुधावंति व्व महियले रुक्खा । 13 दीसंति य धरणिधरा ओमंथिय-मल्लय-सरिच्छा ।।
पुरिसा पिपीलिया इव णयराइं ता ण णयर-सरिसाई । 15 दीसंति य धरणियले सराय-अद्दाय-मेत्ताओ ।।
दीसंति दीहराओ धवलाओ तंस-वंक-वलियाओ । 17 वासुइ-णिम्मोयं पिव महा-णईओ कुमारेणं ।। ___ तओ एवं च हीरमाणेणं चिंतियं कुमार-कुवलयचंदेण । 19 'अव्वो जइ ता तुरओ कीस इमो णहयलम्मि उप्पइओ।
अह होज कोइ देवो कीस ण तुरयत्तणं मुयइ ।। 21 ता जाव णो समुदं पावइ एसो रएण हरि-रूवो ।
असिधेणु-पहर-विहलो जाणिज्जउ ताव को एसो ।।
1) Jom. कलयल. 2) P कल्लोलो. 3) P सहोयर. 4) P जाव जयासद्द. 6) P वच्चइ for धावइ, J चेय for एस. 8) P भामिरस्स, P हल for बहल. 9) P om. व. 10) P उउद्धावइ, P भायं. 11) P गरुडो. 12) P वि for य तु०. 13) J मच्छिय but मंथिय is written on the margin. 14) P पिवीलिया, J यव for इव, Jणरयाई (corrected as नयराई on the margin) P नयणाई, J सराय (ह?). 19) P नहयलं समुप्पइओ. 20) J कोवि, P दिव्वो for देवो. 21) P नएण for रएण. 22) J विअलो.
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(६२) । जइ सच्चं चिय तुरओ पहार-वियलो पडेज्ज महि-पीढे ।
अह होज्ज को वि अण्णो पहओ पयडेज णिय-रूवं ।।' 3 एवं च परिचिंतिऊण कुमारेण समुक्खया जम-जीह-संणिहा छुरिया । णिवेसिओ ___ य से णियं कुच्छि-पएसे पहरो कुमारेण । तओ 5 णिवडत-रुहिर-णिवहो लुलंत-सिरि-चामरो सिढिल-देहो ।
गयणयलाओं तुरंगो णिवडइ मुच्छा-णिमीलियच्छो ।। 7 थोवंतरेण जं चिय ण पावए महियलं सरीरेण ।
ता पासम्मि कुमारो मच्चु व्व तेण से पडिओ ।। 9 तुरओ वि णीसहंगो धरणियलं पाविऊण पहरंतो ।
मुसुमूरियंगमंगो समुज्झिओ णियय-जीएण ।। 11 तओ तं च तारिसं उज्झिय-जीवियं पिव तुरंगमं पेच्छिऊण चिंतियं कुमारेण ।
‘अव्वो विम्हयणीयं जइ ता तुरओ कहं च णह-गमणो । 13 अहवा ण एस तुरओ कीस विवण्णो पहारेण ।।'
(६२) तओ जाव एवं विम्हय-खित्त-हियओ चिंतिउं पयत्तो, ताव य णव15 पाउस-सजल-जलय-सद्द-गंभीर-धीरोरल्लि-महरो समुद्धाइओ अदीसमाणस्स
कस्स वि सद्दो । 'भो भो, णिम्मल-ससि-वंस-विभूसण कुमार-कुवलयचंद, 17 णिसुणेसु मह वयणं ।
गंतव्वं ते अज्ज वि गाउय-मत्तं च दक्खिण-दिसाए । 19 तत्थ तए दट्ठव्वं अइट्ठ-पुव्वं च तं किं पि ।।' ___ इमं च सोऊण चिंतियं कुमार-कुवलयचंदेण । 'अहो, कहं पुण एस को वि 21 णाम गोत्तं च वियाणइ महं ति । अहवा कोइ एस देव्वो अरूवी इह-ट्ठिओ ___विय सव्वं वियाणइ । दिव्व-णाणिणो किर देवा भवंति' त्ति । भणियं च
1) P विहलो, P वीढे. 2) P कोइ. 3) P जमह for जम, P विवेसिओ सो निद्दयं. 4) P पहारो. 5) J ललंत सिअचा०. 6) J गयणाओ. 7) P थोयंतरेण इच्चिय. 8) P मच्छु, JP तेण. 9) P वी for वि, P पहहरत्तो. 11) P जीयं, P om. पिव, P om. चिंतियं. 12) J ताओ for ता, Jom. तुरओ. 14) P एव, P repeats पयत्तो. 15) P अदीणमा. 16) P om. कस्स, P सद्दा, P वीस for वंस. 17) P निसुणे सुहवयणं. 19) P तत्थु तए, P अदिट्ठ. 20) J कुमारेण for कुमार, P एयं for एस, J कोवि for कोइ. 21) P अरूई रूहट्ठिओ ट्ठवे सव्वं. 22) P एवंविहा for देवा.
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६४
(६२) 1 इमिणा 'पुरओ ते गंतव्वं । तत्थ तए किं पि अदिट्ठ-पुव्वं दट्ठव्वं' ति । ता किं
पुण तं अदिट्ठ-पुव्वयं होहि त्ति । दे दक्खिण-दिसाहत्तो चेय वच्चामि । 3 ‘अलंघणीय-वयणा किर देवा रिसिणो य होति' त्ति चिंतियं च तेण । पुलइया
णेण चउरो वि दिसि-विदिसी-विभागा, जाव पेच्छइ अणेय-गिरि-पायव-वल्ली5 लया-गुविल-गुम्म-दूसंचारं महा-विंझाडविं ति । जा व कइसिया । पंडव-सेण्ण
जइसिया, अज्जुणालंकिया सुभीम व्व । रण-भूमि-जइसिया, सर-सय-णिरंतरा 7 खग्ग-णिचिय व्व । णिसायरि-जइसिया, भीसण-सिवारावा दव-मसि-मइलंगा
व । सिरि-जइसिया, महागइंद-सणाहा दिव्व-पउमासण व्व । जिणिंद-आण9 जइसिया, महव्वय-दूसंचारा सावय-सय-सेविय व्व । परमेसरत्थाणि-मंडलि
जइसिया, रायसुयाहिट्ठिया अणेय-सामंत व्व । महाणयरि-जइसिया, तुंग11 सालालंकिय सप्पागार-सिहर-दुलंघ व्व । महा-मसाण-भूमि-जइसिया, मय
सय-संकुला जलंत-घोराणल व्व । लंकाउरि-जइसिया, पवय-वंद्र-भजंत13 महासाल-पलास-संकुल व्व त्ति । अवि य कहिंचि मत्त-मायंग-भज्जमाण
चंदण-वण-णिम्महंत-सुरहि-परिमला, कहिंचि घोर-वग्घ-चवेडा-घाय15 णिहय-वण-महिस-रुहिरारुणा, कहिंचि दरिय-हरि-णहर-पहर-करि-सिर
णीहरंत-तार-मुत्तावयर-णिरंतर-रेहिरा, कहिंचि पक्कल-महा-कोल17 दाढाभिघाय-घाइज्जत-मत्त-वण-महिसा, कहिचि मत्त-महा-महिस-जुज्झत
गवल-संघट्ट-सद्द-भीसणा, कहिचि पुलिंद-सुंदरी-वंद्र-समुच्चीयमाण19 गुंजाहला, कहिंचि दव-डज्झमाण-वेणु-वण-फुडिय-फुड-मुत्ताहलुजला,
कहिंचि किराय-णिवहाणुहम्ममाण-मय-कुला, कहिंचि पवय-वंद्र-संचरंत21 बुक्कार-राव-भीसणा, कहिंचि खर-फरुस-चीरि-विराव-राविया, कहिंचि
उदंड-तविय-सिहंडि-कलाव-रेहिरा, कहिंचि मह-मत्त-मुइय-भमिर-भमर____1) Jom. तए, P पुव्वं for पुव्वयं. 2) J त्ति होहिति त्ति, P दढक्खिणा for दे etc. P विय for चेय, P अलंघणिय. 3) P देवया for देवा, P य हवंति, P om. णेण. 4) P om. वि, P दिसीविभाया, P पेच्छइ किर पायवाणेय, P om. गिरिपायव. 5) P गुहिलगुंमदुस्संचारा, P विज्झाडवि त्ति, P om. कइसिया, J सेण्णो. 6) J अज्जुण्णालंकिय सुभीमं च P अज्जुणोल. 7) P सिरनिरंतर, J णिचिअं च P तिच्चय व्व, P सिवारावदवदमसिमइलंगव्व. 8) JP सणाह, JP पउमासणं च. 9) J दूसंचारय P दुस्संचारा, P सा साविया सवियं वा, J सेवियं च. 10) J सामंतं च. 11) P हेसागारसीहदुल्लंघं च. 12) J संकुलं च P संकुल, J व for व्व, P चंदु for वंद्र. 13) J संकुलं च. 14) P सुरभि, J हह for घाय. 15) Jom. णिहय. 16) P नियर for णिरंतर. 17) P om. मत्त. 19) P गुंजाफला, P घेणुधण for वेणुवण. 20) P कहिं किराय, P ०णुगम्ममाणमयउला. 21) J चिरिविराय. 22) J तड्डवि, P तडवियड, P om. भमिरं.
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(६३) 1 झंकार-राव-मणहरा, कहिंचि फल-समिद्धि-मुइय-कीर-किलिकिलेंत-सद्द
सुंदरा, कहिंचि वाल-मेत्त-मुझंत-हम्ममाण-चमर-चामरि-गणा, कहिंचि 3 उद्दाम-संचरंत-वण-तुरंग-हेसा-रव-गब्भिणा,कहिंचि किराय-डिंभ-हम्ममाण
महु-भामरा, कहिंचि किंणर-मिहुण-संगीय-महुर-गीयायण्णण-रस-वसागय5 मिलंत-णिच्चल-ट्ठिय-गय-गवय-मयउल त्ति । अवि य ।
सललिय-वण-किंकिराया तहा सल्लई-वेणु-हिंताल-तालाउला साल7 सज्जज्जुणा-णिब-बब्बूल-बोरी-कयबब-जंबू-महापाडला-सोग-पुण्णाग
णागाउला । 9 कुसुम-भर-विभग्ग-फुल्लाहिँ सालाहिँ सत्तच्छयामोय-मजंत-णाणा-विहंगेहिँ
सारंग-वंद्रेहिँ कोलाहलुद्दाम-झंकार-णिद्दायमाणेहिँ ता चामरी-सेरि-सत्थेहिँ 11 रम्माउला ।
___ पसरिय-सिरिचंदणामोय-लुद्धालि-झंकार-रावाणुबझंत-दप्पुर्धरं सीह13 सावेहिँ हम्मंत-मायंग-कुंभत्थलुच्छल्ल-मुत्ताहलुग्घाय-पेरंत-गुंजंत-तारेहिँ सा
रेहिरा । 15 सबर-णियर-सद्द-गद्दब्भ-पूरंत-बोक्कार-बीहच्छ-सारंग-धावंत-वेयाणिलुद्धय___फुल्लिल्ल-साहीण-साहा-विलग्गावडतेहिँ फुल्लेहिँ सा सोहिय, त्ति । अवि य । 17 बहु-सावय-सेविय-भीसणयं बहु-रुक्ख-सहस्स-समाउलयं ।
बहु-सेल-णई-सय-दुग्गमयं इय पेच्छइ तं कुमरो वणयं ।। ति 19 (६३) तं च तारिसं पेच्छंतो महा-भीसणं वणंतरं कुमारो कुवलयचंदो __ असंभंतो मयवइ-किसोरओ इव जाव थोवंतरं वच्चइ ताव पेच्छइ 21 खेलंति वग्घ-वसहे मुइए कीलंति केसरि-गइंदे ।
मय-दीविए वि समयं विहरंति असंकिय-पयारे ।।
1) J दल for फल, P किलिगिलंत. 3) P तुरंगमहिंसारव. 5) P ट्ठियागय. 6) P नव for वण, JP किंकिराय, P माउला for तालाउला. 7) P सज्जुजणा, P वब्भूलया, P कयंबजंबूयहवाडयासोयपुण्णायनायाउला. 9) P विहग, J फुल्लेहिं, P नच्चंत for मज्जंत. 10) P झंकाराणिद्दायमणिहहो, P सरि for सेरि. 12) P बुझंतदुप्पुद्धरं. 13) J मुत्ताहलुप्पाय, P मुत्ताफलुग्घायाफेरतकुज्जतारहिं च सा, Jom तारेहिं सा. 15) P बोक्काहिं वीभच्छ, J वेताणिलु अ. 16) J वल्लीलया for फुल्लिल्ल, P विवग्गावडं, P om. फुल्लेहिं, J सु for सा, P om. अवि य. 17) P सहस्सउ समा०. 18) Jom. ति. 19) P कुमारकुव. 20) P मयमवई किसोरोउविजइ जाव. 21) P खेलंति, P मुइया. 22) P मेयदीवएहिं समयं, P पयारो.
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(६३) 1 पेच्छइ य तुरय-महिसे सिंगग्गुल्लिहण-सुह-णिमीलच्छे ।
कोल-वराहे राहे अवरोप्पर-केलि-कय-हरिसे ।। 3 हरि-सरहे कीलंते पेच्छइ रण्णं-दुरेह-मज्जारे ।
अहि-मंगुसे य समयं कोसिय-काए य रुक्खग्गे ।। 5 अण्णोण्ण-विरुद्धाइँ वि इय राय-सुओ समं पलोएइ ।
वीसंभ-णिब्भर-रसे सयले वण-सावए तत्थ ।। 7 तओ एवं च एरिसं वुत्तंतं पुलोइऊण चिंतियं कुमार-कुवलयचंदेण । 'अव्वो,
किं पि विम्हावणीयं एयं ति । जेण 9 अण्णोण्ण-विरुद्धाइँ वि जाइँ पढिजति सयल-सत्थेस ।
इह ताइँ चिय रइ-संगयाइँ एयं तु अच्छरियं ।। || ता केण उण कारणेण इमं एरिसं ति । अहवा चिंतेमि ताव । हूं, होइ विरुद्धाण
वि उप्पाय-काले पेम्मं, पेम्म-परवसाण कलहो त्ति । अहवा ण होइ एसो 13 उप्पाओ, जेण सिणिद्ध-स्सरा अवरोप्परं केलि-मुइया संत-दिसिट्ठाणेस चिट्ठति,
उप्पायए पुण दित्त-सरा दित्त-ट्ठाण-ट्ठिया य अणवरयं सुइ-विरसं करयरेंति 15 सउण-सावय-गणा । एए पुण एवं ति । तेण जाणिमो ण उप्पाओ त्ति । ता
किं पुण इमं होज्जा । अहवा जाणियं मए । कोइ एत्थ महारिसी महप्पा 17 संणिहिओ परिवसइ । तस्स भगवओ उवसम-प्पभावेण विरुद्धाणं पि पेम्म
अवरोप्परं सउण-सावयाणं जायइत्ति । एवं च चिंतयंतो कुमार-कुवलयचंदो 19 जाव वच्चइ थोवंतरं ताव
अइ-णिद्ध-बहल-पत्तल-णीलुव्वेल्लंत-किसलय-सणाहं । 21 पेच्छइ कुवलयचंदो महावडं जलय-वंद्रं व ।।।
बद्ध-जडा-पब्भारं लंबत-कलाव-कुंडिया-कलियं ।
1) P तुरियमहिसो, P °ल्लेहणा. 2) P वराहराहे. 3) P कीलंतो, J दुरेय P दुरेहि. 4) P मंगुसेहि, P om. य. 5) J व for वि, P रायसुयसुयं पलो. 7) J एयं for एवं, P पुलइऊण. 8) P इमं ति । तेण for एवं etc. 10) J कह for रइ. 11) P हुं. 12) P एरिसो for एसो. 13) J जेण ण, P जेणासनिद्धः, P •ट्ठाणे महप्पा, P om. सु चिटुंति. 14) उप्पायए to एत्थ महारिसी. 17) J भगवतो. 18) J सवण for सउण, P जाय त्ति, J एवं for एवं, P विचिंतयंतो. 20) P निद्धता, P नीलवेल्लंत. 21) J चंदु व्व P चंदं व. 22) J कुलाव.
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(६४) 1 पवण-वस-थरथरत तावस-थेरं व वड-रुक्खं ।
बहु-दिय-कय-कोलाहल-साह-पसाहा-फुरंत-सोहिल्लं । 3 बंभाणं व णियच्छइ पढम कप्पाण पारोहं ।
तओ तं च पेच्छिऊण तं चेव दिसं चलिओ त्ति अचलिय-चलंत-लोयणो राय5 तणओ।
(६४) ता चिंतियं च 'अहो इमो वड-पायवो रमणीओ मम णयण7 मणहरो, ता एयं चेय पेच्छामो' । चिंतयंतो संपत्तो वड-पायव-पारोह-समीवं,
जाव पेच्छइ 9 तव-णियम-सोसियंग तहा वि तेएण पज्जलंतं च । ___धम्मं व सरूवेणं रूविं पिव उवसमं साहुं ।। 11 अवि य आवासं पिव लच्छीए, घरं पिव सिरीए, ठाणं पिव कंतीए, आयर
पिव गुणाणं, खाणि पिव खंतीए, मंदिर पिव बुद्धीए, आययण पिव सोम्मयाए, 13 णिकेयं पिव सरूवयाए, हम्मियं पिव दक्खिण्णयाए, घरं पिव तव-सिरीए त्ति ।
किं बहुणा, 15 मय-वंकत्तण-रहिए अउव्व-चंदे व्व तम्मि दिट्ठम्मि ।
चंद-मणियाण व जलं पज्झरइ जियाण कम्म-रयं ।। 17 जावय कुवलयचंदो णिज्झायइ तं मुणिं पुलइयंगो ।
ताव बिइयं पि पेच्छइ दिव्वायारं महा-पुरिस ।। 19 णिव्वण्णेइ य ण सो त पुरिस वाम-पासमल्लीण ।
चंदाइरेय-सोम्मं कंतिल्लं दियह-णाहं व ।। 21 चलणंगुलि-णिम्मल-णह-मऊह-पसरंत-पडिहय-प्पसरो ।
जस्स मियंको णूणं जाओ लज्जाएँ रमणियरो ।।
1) P थरेंत. 2) J कल for कय, P सीहा for साहपसाहा, J प्पसाहा, P भेइल्लं. 3) P पारोव्वं. 4) J चेय, J तियवलिय for त्ति अचलिय. 6) P om. ता, Jणयणमणोरहो. 7) P चिंतयतो. 10) P धम्मं रूवसरूवेण रूवं पिव चउसमं साहू । 11) P ट्ठाणं, P आयरयं. 12) P खाणी विय, J कित्तीए for खंतीए, P मंदरं. 13) P णिक्केवणं पिव. 15) P मयं, P रहियं. 18) J ताव बितियं P ताव य बिइयं, P om. पि. 19) P सोम. 21) J मउह P मयूर.
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६८
1
ललिउण्णय-णिम्मल-णिक्कलंक - सोहेण चलण-जुयलेण । कुम्मो विणिज्जिओ णू जेण वयणं पि गुप्पेइ ।। 3 दीहर-थोर - सुकोमल - जंघा - जुयलेण णिज्जिओ वस्सं । सोयइ करिणो वि करो दीहर-सुंकार-ससिएहिं ।। अइकक्कस-पीण-सुवट्टिएण ओहामिओ णियंबेण । वण-वासं पडिवण्णो इमस्स णूणं मवईवि ।। अइपीण-पिहुल-कक्कड-कणय - सिलाभोय - रुइर- वच्छेण । यस्स विणिज्जिओ हामिण सामो हरी जाओ || 9 पिहु-दीह - णयण-वंतं फुरंत - दिय-किरण- केसर-सणाहं । दर्ूण इमस्स मुहं लज्जाऍ व मउलियं कमलं ।। अइणिद्ध-कसिण-कुंचिय-मणहर-सोहेण केस-भारेण । णूणं विणिज्जिया इव गयणे भमरा विरुंटंति ।।
इय जं जं किंचि वणे सुंदर - रूवं जणम्मि सयलम्मि । अक्खिविऊणं तं चिय सो च्चिय णूणं विणिम्मविओ ।।
15 एवं च चिंतयंतेण कुमार - कुवलयचंदेण मुणिणो दाहिण-पासे वियारिया कुवलय-दल-सामला दिट्ठी । जावय
5
7
11
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17 आवलिय-दीह-लंगूल-रेहिरं तणुय-मज्झ-रमणिज्जं । उद्धुय-केसर-भारं अह सीहं पेच्छए तइयं ।। तक्खण-गइंद-विद्दविय-कुंभ - णक्खग्ग- लग्ग-मुत्ताहं । भासुर-मुह-कुहरंतर-ललंत-तणु-दीह-जीहालं ।। भीसण- कराल - - सिय-दंत-कंति- करवत्त - कत्तिय - गइंदं । णह-कुलिस- -घाय-पच्चलल - पल्हत्थिय - मत्त-वण- महिसं ॥
19
(६४)
21
1) J णिव्वण for णिम्मल. 2) P कम्मो वि णिव्वउत्तण, P गुत्तेइ. 4) P व्व for वि, P रसिएहिं. 5) P सुवंकिएण. 7) J अइपिहुलपीणकक्कड, P सिलालोय, P वत्थेण. 8) P विज्जिओ हामणाए. 9) P वत्त. 10) P लज्जाए मउ ० . 12 ) J विरुट्टंति P विरुंढंति. 14) P एसो for सो, P नूण निम्मविओ. 15) P चिंतियं तेण, P चंदेणल for दल. 16) P om. य. 17) P नंगूल, J तणूय. 18) J उड्डुअ, P अद्भुय, P सीहं अह inter. 19) J मुत्तोहं. 20) P लुलंत. 21) P वत्तिय for कत्तिय 22) P कुलिय, P पम्हत्थिय.
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(६५)
1 इय पेच्छइ सो सीह कराल-वयणं सहाव-भीसणयं ।
तह वि पसंत-मुह-मणं रिसिणो चलण-प्पहावेण ।। 3 (६५) तओ तं च दद्रूण चिंतियं रायउत्तेण । अहो
धम्मो अत्थो कामो इमिणा रूवेण किं च होज्जाउ । 5 अहवा तिण्ह वि सारं लोयाण इमं समुद्धरियं ।।
ता जारिसं पुण लक्खेमि एयं तं जं भणियं केणइ देव्वेण जहा । 7 गंतव्वं ते अज वि गाउय-मेत्तं च दक्खिण-दिसाए ।
तत्थ तए दट्ठव्वं अदिट्ठ-पुव्वं व तं किं पि ।। 9 एत्थ य एस को वि महरिसी, दोण्ह वि णरिंद-मइंदाणं मज्झट्ठिओ तव-तेएण ___ दिप्पमाणो साहतो विय अत्तणो मुर्णिदत्तणं दीसइ । सुव्वइ य सत्थेसु जहा किर 11 देवा महारिसिणो य दिव्व-णाणिणो होति । ता इमं सयल-तेलोक्क-वंदिय
वंदणिजं वंदिय-चलण-जुवलं गंतूण पुच्छिमो अत्तणो अस्सावहरणं । केणारं 13 अवहरिओ, केण वा कारणेणं, को वा एस तुरंगमो त्ति चिंतयंतो संपत्तो पिहुल
सिलावट्ट-संठियस्स महामुणिणो सयासं । आयरिओ य सजल-जलय-गंभीर15 सद्द-संका-उड्डेड-तंडविय-सिहंडिणा धीर-महुरेणं सरेणं साहुणा ‘भो भो ससि
वंस-मुहयंद-तिलय कुमार-कुवलयचंद, सागयं तुह, आगच्छसु' त्ति । तओ 17 णाम-गोत्त-कित्तण-संभाविय-णाणाइसएण रोमंच-कंचुव्वहण-रेहिरंगेण
विणय-पणएण पणमियं णेण सयल-संसार-सहाव-मुणिणो महामुणिणो 19 चलण-जुयलयं ति । भगवया वि सयल-भव-भय-हारिणा सिद्धि-सुह-कारिणा
लंभिओ धम्मलाह-महारयणेणं ति । तेण वि दिव्व-पुरिसेण पसारिओ ससंभमं 21 सुर-पायव-किसलय-कोमलो माणिक्क-कडयाभरण-रेहिरो दाहिणो करयलो । ___ तओ राय-सुएणावि पसारिय-भुय-करयलेण गहियं से ससंभमं करयलं, ईसि ___2) P पसरंतमणहरं रिसिणा, P प्पभावेण. 4) J किंच होजाओ P किंचि होजाणु. 5) P तिण्ण, P सारो, P द्धरिउं. 6) P एतं for एयं तं. 8) P सुहं for व तं. 9) P महारिसि, P गइंदाणं. 10) P साहेतो विअत्तणो, P om. य, P किरि. 11) P महिरिसिणा. 12) P चलणग्गजुयलं, P आसावहरणं, J केण अहं. 13) P om. त्ति, P चिंतियंतो, Jom. संपत्तो. 14) P आयासिओ, P om. य, P om. जल. 15) P उदंडतद्दविय, J सिहिण्डिणा P विहंडिणा. 16) P कुवलय for कुमार. 17) P कंचउव्वहण. 18) P विणयप्पण. 19) P जुवलयं, J सय for भय. 20) P धम्मलाभिओ for लंभिओ, P धम्मलाभ. 21) P कडयाहरण. 22) P पसारिउभय.
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(६६)
1 विणउत्तमंगेण कओ से पणामो । मयवइणा वि दरिय-मत्त-महावण-करि
वियड-गंडयल-गलिय-मय-जलोल्लणा-णिम्महंत-बहल-केसर-जडा-कडप्पेण 3 उव्वेल्लमाण-दीह-णंगूलेणं पसंत-कण्ण-जुयलेणं ईसि-मउलियच्छिणा
अणुमण्णिओ राय-तणओ । कुमारेण वि हरिस-वियसमाणाए सूइज्जतंतर5 सिणेहाए पुलइओ णिद्ध-धवलाए दिट्ठीए । उवविट्ठो य णाइदूरे मुणिणो
चलण-जुवलय-संसिए चंदमणि-सिलायले त्ति । सुहासणत्थो य भणिओ 7 भगवया कुमार, तए चिंतियं, पुच्छामि णं एवं मुणिं जहा केणाहं अवहरिओ,
किं वा कारणं, को वा एस तुरंगमो त्ति । एयं च तुह सव्वं चेय सवित्थरं साहेमो, 9 अवहिएण होयव्वं' ति । भणियं च सविणयं कुमारेण । ‘भयवं, अइगरुओ
च्य पसाओ जं गुरुणा मह हियइच्छियं साहिज्जई' त्ति भणिऊण करयलंगुली11 णह-रयण-किरण-जाला-संवलियंत-कयंजली ठिओ रायउत्तो । भगवं पि
अविलंबिओ अचवलो वियार-रहिओ अणुब्भडाडोवो । 13 अह साहिउं पयत्तो भव्वाणं हियय-णिव्ववणं ।।
(६६) संसारम्मि अणंते जीवा तं णत्थि जं ण पावेंति । 15 णारय-तिरिय-णरामर-भवेसु सिद्धिं अपाता ।।
जस्स विओए सुंदर जीयं ण धरेंति मोह-मूढ-मणा । 17 तं चेय पुणो जीवा देसं द8 पि ण चयंति ।।
कह-कह वि मूढ-हियएण वढिओ जो मणोरह-सएहिं । 19 तं चिय जीवा पच्छा ते च्चिय खयर व्व छिंदंति ।।
जो जीविएण णिच्चं णियएण वि रक्खिओ ससत्तीए । 21 तं चिय ते च्चिय मूढा खग्ग-पहारेहिँ दारेंति ।।
जेणं चिय कोमल-करयलेहिँ संवाहियाइँ अंगाई ।
1) P विणिमिउत्त०, P मइवयणा. 2) P om. गंड, P जडाजडप्पेण. 3) P दीहरलंगूलेणं पसमंत. 4) P अणुमओ, P कुमारणा, J हरी वियसमाण सूइ. 5) P पुलोइओ, J om. धवलाए, P दिट्ठाए । उयविदिट्ठो, P मुणिणा. 6) P जुयलसं०, J has a marginal note : समीवे-पा. on the word संसिए, P सिलायलए त्ति. 7) P भयवया. 8) P om त्ति, P एयं वा तुरंगमाहरणापेरंवलंत कयंजली for एयं च तुह सव्वं etc. to संवलियंतकयंजली. 10) J चेए for च्य. 11) P रायपुत्तो, J adds something like भगवं पि in later hand. 12) P अवलंबिओ. 13) P साहियं, P निव्वहणं. 14) P पावंति. 15) P अपावंता. 16) P जायं for जीयं. 19) P om. two lines : तं चिय जीवा to रक्खिओ ससत्तीए. 21) P चिय जीवा मूढा. 22) P om. three lines from य कोमल to गणिओ सं.
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(६६) 1 सो च्चिय मूढो फालइ अव्वो करवत्त-जंतेहिं ।।
आसा-विणडिय-तण्हालुएहिँ पिय-पुत्तओ त्ति जो गणिओ । 3 संसारासार-रहट्ट-भामिओ सो भवे सत्तू ।।
पीयं थणय-च्छीरं जाणं मूढेण बाल-भावम्मि । 5 विसमे भव-कंतारे ताणं चिय लोहियं पीयं ।।।
जो चलण-पणामेहिं भत्तीएँ थुओ गुरु त्ति काऊणं । 7 णिद्दय-पाय-प्पहरेहि चुण्णिओ सो च्चिय वराओ ।।
जस्स य मरणे रुव्वइ बाह-भरंतोत्थएहि णयणेहि । 9 कीरइ मय-करणिज्जं पुणो वि तस्सेय मंसेहिं ।।
भत्ति-बहु-माण-जुत्तेण पूइया जा जणेण जणणि त्ति । 11 संजाय-मयण-मोहेण रमिया एस महिल त्ति ।।।
पुत्तो वि य होइ पई पई वि सो पुत्तओ पुणो होइ । 13 जाया वि होइ माया माया वि य होइ से जाया ।।
होइ पिया पुण दासो मरिउं दासो वि से पुणो जणओ । 15 भाया वि होइ सत्तू सत्तू वि सहोयरो होइ ।।
भिच्चो वि होइ सामी सामी मरिऊण हवइ से भिच्चो । 17 संसारम्मि असारे एस गई होइ जीवाणं ।। ___ इय कुमार, किं वा भण्णउ । 19 खर-पवणाइद्धं विसमं पत्तं परिभमइ गिरि-णिउंजम्मि ।
इय पाव-पवण-परिहट्टिओ वि जीवो परिब्भमइ ।। 21 तेण कुमार, इमं भावेयव्वं ।
ण य कस्स वि को वि पिया ण य माया णेय पुत्त-दाराई ।
6) P चलयण. 7) P पहारेहि. 8) P त्थएण वयणेण. 10) P जणणजणिणि. 11) P मिहल for महिल. 12) P सो for विय, P होई, P से for सो, P विय से पुणो जाया. 14) P पुण दोसो. 16) P सो भवे for हवइ से. 17) Jom. संसारम्मि to जीवाणं ।. 19) P पवणाइंद्धं, J वसमं. 20) P परिहिट्ठिओ. 21) P इमं संभावे..
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(६७) 1 ण य मित्तं ण य सत्तू ण बंधवो सामि-भिच्चो वा ।।
णिययाणुभाव-सरिसं सुहमसुहं जं कयं पुरा कम्मं । 3 तं वेदति अहण्णा जीवा एएण मोहेण ।।
बद्धति तत्थ वि पुणो तेसिं चिय कारणेण मूढ-मणा । 5 भव-सय-सहस्स-भोजं पावं पावाए बुद्धीए ।। अहवा ।
जह वालुयाए बाला पुलिणे कीलंति अलिय-कय-घरया । 7 अलिय-वियप्पिय-माया-पिय-पुत्त-परंपरा-मूढा ।।
कलहं करेंति ते च्चिय भुजंति पुणो घराघरि जंति । 9 बाल व्व जाण बाला जीवा संसार-पुलिणम्मि ।।
तओ कुमार कुवलयचंद, एयम्मि एरिसे असारे संसार-वासे पुण कोह-माण11 माया-लोह-मोह-मूढ-माणसेहिं अम्हेहिं चेय जं समणुभूयं तं तुमं तुरंगावहरण
पेरंतं एगमणो साहिज्जंतं णिसामेहि त्ति । 13 (६७) अत्थि बहु-जण्णवाड-जूय-संकुलो अणवरय-होम-धूम-धूसर
गयणंगणो महिसि-वंद्र-सय-संचरंत-कसिण-च्छवी-गो-सहस्स-वियरंत15 धवलायबिर-पेरतो णील-तण-घण-सास-संपया-पम्हलो लोयण-जुयलं पिव
पुहई-महिलाए वच्छो णाम जणवओ । जत्थ य 17 पवण-पहल्लिर-पुंडुच्छु-पत्त-सिलिसिलिय-सद्द-वित्तत्थं ।
पसरइ रण्णुद्देसं मय-जूहं पुण्ण-तरलच्छं ।। 19 पुण्ण-तरलच्छ-दसण-णिय-दइया-सभरत-णयण-जुओ ।
अच्छइ लेप्प-मओ विय सुण्ण-मणो जत्थ पहिययणो ।। 21 पहिययण-दीण-पुलयण-विम्हय-रस-पम्हसंत-कायव्वो ।
अच्छइ पामरि-सत्थो चल-णिच्चल-धरिय-णयण-जुओ ।। ___1) J सत्तुं. 3) P वेयंती अन्ने जीवा. 4) P बंधंति. 6) P बाले, J अणियकयघरए. 7) J पिदि for पिय. 8) P भंजंति, P घरि घरि जंतिं. 10) J बालो व्व, P संसारे. 11) P तुरंगमापहरण. 12) J णिसाहेमि. 13) P जन्नवाडुच्छुआसंकुलो. 14) P वियलंत. 15) J धवलायंपिर P धवलायंचिर, J बहलो for पम्हलो, J जुवलं. 16) P पुहइ, J वच्छा P वच्छ, Jom. य. 17) J पुण्णुच्छु, P सिलिसिय. 18) P पइसइ, P चुन्न for पुण्ण. 19) P चुन्न for पुण्ण. 20) P सुन्नजणो. 21) P पुलइय. 22) J पामरी.
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(६८)
णिच्चल-णयण - जुयं चिय कुवलय - संकाए जत्थ अहिलेइ । अगणिय-केयइ-गंधा पुणो पुणो भमर - रिछोलीं ।। महुयर-रिंछोलि-मिलंत-भमर - रुणुरुणिय - सद्द - जणिए । मयणेण जुवाण-जणो उक्कंठुलयं रुणुरुणे ।। इय किंचि-मेत्त-कारण-परंपरुप्पण्ण-कज्ज- रिछोली । जम्मि ण समप्पइ च्चिय विम्हय - रस - गब्भिणा णवरं ।।
5
1
3
भवण-
7 जत्थ य पिसुणिज्जंति सालि-तृण-महाखलेहिं कलम - रिद्धीओ, साहिज्जंति सुर- मंडवेहिं जणस्स धम्म - सीलत्तणाई, सीसंति उच्छिट्ठाणिट्ठ- मल्लएहिं 9 गाम-महा-भोज्जाइं, उप्पालिज्जंति उद्ध-भुय - दंड - जुवल - सरिसेहिं केवलजंतवाएहिं उच्छुवण-सामग्गीओ, लंघिज्जंति महा-समुद्द - सच्छमेहिं तलाय11 बंधेहिं जणवय-विहवई पि, सूइज्जंति जत्थ पडिप्पवा - मंडवासत्तायारेहिं दाण
वइत्तणाइं, वज्जरिज्जंति खर - महुर - फरुस - महाघंटा -सद्देहिं गोहण-समिद्धीओ 13 त्ति । जहिं च दिय - वर - खंडियाई दीसंति कमल- - केसर विलासिणीयण - अहरयं व, राय-हंस-परिगयाओ दीसंति महत्थाण - मंडलीओ दीहियाओ व, कीलंति 15 राय -सुया पंजरेसु रायंगणे व, दीसंति चक्कवायाई सरिया - पुलिणेसु रहवरेसुं व, सेवंति सावया महारण्णाइं जिण-भवणई व त्ति । अवि य । सरिया-जल-तरलच्छं सरोद्ध-तिलयं तमाल-धम्मेल्लं | सुद्ध-दिय-चारु- रु- सोहं व वहइ धरणी तं सं ।। ि (६८) तत्थत्थि पुरी रम्मा कोसंबी सग्ग - णयर - पडिबिंबा | तुंगट्टालय-मंदिर - तोरण- सुर-भवण - सोहिल्ला ।।
I
धवलहर - सिहर-व
र - काणण - भममाण- पवंग - जणिय - लच्छीए । कीलासेलं ति इमं जीय णिसम्मति गयणयरा ||
17
19
७३
21
3) P महुरवर, J भमिर. 4) P उक्कुट्टुलयं रुणरुणइ. 7 ) P तत्थ for जत्थ, P तण for तृण (a line is added here on the margin). 8) P सीलत्तणई, P मल्लेहिं सि गाम . 9) P भोज्जइं, P उप्फालिज्जंति उद्द, P कंबल for केवल. 10) P उत्थुरयणसमग्गिओ संघिज्जंति. 11 ) Pom. पि, J सुणिज्जंति, P तत्थ for जत्थ, P मंडवसप्पायारेहिंतो पावइत्तणई. 12 ) P वयरिज्जंति, P घंट. 13) P जहिं विदियखरखंडियइं, P विलासिणी अहरई. 14 ) Jom. व, P परिगयओ, P महत्थाणि, P दीहिअउव्व, J य for व. 15) P सुयसु पंजरीयरेसु रायंगणेसुं, P चक्कवाइवई, P पुलणीसु. 16) P सावयमहारन्नई, Jom. अवि य. 18) J सोहव्व, P सुहं च for व वहइ. 19) J कोसंबि. 20) P भवणे. 21 ) P सिह .
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1 गंभीर-णीर-फरिहा-समुद्द-पायार-वेइया- कलिया । जंबुद्दीवं मण्णे सहसा दिट्ठा सुरेहिं पि ।।
3 राव - तुरय-गमण - संताव- - जाय-मुह - फेण-पुंज - धवलइए । कोडि-पडागा - णिव जा मारुय - चंचले वहइ ||
5 जम्मि भवणग्ग - लग्गं णह-लंघण - णीसह - णिसम्मतं । अहिसारियाओं चंदं पणय - सगब्भं उवलहंति ।। 7 हम्मिय-तलेसु जम्मि य मणि- कोट्टिम-विप्फुरंत-पडिबिंबा । पडिसिहि-जायासंका सहसा ण णिलेंति सिहिणो वि ।।
9
इय केत्तियं व भणिमो जं जं चिय तत्थ दीसए णवरं । अण्ण-णयरीण तं चिय णीसामण्णं हवइ सव्वं ।
जत्थ य फरिहाओ वि णत्थि जाउ ण विमल - जल-भरियओ । विमल-जलइँ जे णत्थि जाइँ ण सरस - तामरस - विहूसियई || - तामरसई जे णत्थि जाइँ ण हंस - कुल - चंचु - चुण्णियई । हंसउलइँ जे णत्थि जाइँ ण णीलुप्पल - दल-भूसियई ||
सरस
15 णीलुप्पलइँ जे णत्थि जाइँ ण भमिर - भमरउल - चुंबियई । भमरउलइं जे णत्थि जाइँ ण कुसुम - रेणु - पिंजरियई ।
17 कुसुमइँ जे णत्थि जाइँ ण णिम्महंत - बहल-मयरंद-परिमलाई ति । अवि य । जलहि-जलोयरम्मि रेहेज्ज व महु-महणस्स वल्लहा ।
अहव तिकूड-सेल-सिहरोयरि लंका - णयरिया इमा ।। अहव पुरंदरस्स अलया इव रयण - सुवण्ण-भूसिया । इय सा अमरएहिँ पुलइज्जइ विम्हियएहिँ णयरिया ।।
(६९) तं च तारिसं महाणयरिं पिय- पणइणिं पिव परिभुंजइ पुरंदरदत्तो णाम
11
13
19
(६८)
21
1) J दरिहा for फरिहा. 3 ) J धवलाए. 4 ) P पडाया. 6) P • सारियतो, P उयलहंति. 7) P हंमिययलेसु. 9) P द्दीसए. 10) P नीसमण्णं वहइ. 11) J जत्थ व फरिहउ, J भरियाओ. 12) P विभूसियई. 13 ) P नवहंसउल, J चुण्णिआई. 14) P हंसउलयं, J om. ण, P दलदूसियइ. 15) P भमर for भमिर, P नव for ण. 17 ) P कुसुमयं, P परिमलयं. 18) P किं होज्ज for रेहेज्ज. 19) J तिउड. 20) P रवण for रयण. 21) P पुलइज्ज, J विम्हयएण णय. 22) P पीयपणइणी, J om. णाम.
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(६९) 1 राया ।
तुंग-कुल-सेल-सिहरे जो पणई-सउणयाण विस्सामो । 3 जह-चिंतिय-दिण्ण-फलो दढ-मूलो कप्प-रुक्खो व्व ।।
जो आकड्डिय-करवाल-किरण-जालावली-करालो रिउ-पणइणीहिं जलओ 5 सुदुस्सहो पिय-विओयम्मि, दरिय-पुरंदर-करि-कुंभ-विब्भम-त्थण-कलसोवरि ___ मुणाल-मउय-बाहा-लया-संदाणिओ णियय-कामिणि-जणेण, पच्चक्ख-मंतु7 सण-कय-कोव-पसायण-चलणालग्गो माणसिणीहिं, णिच्च-पयत्तिय-दाण
पसारिय-करो पणईयणेणं, सब्भाव-णेह-परिहास-सहत्थ-ताल-हसिरो मित्त9 मंडलेणं, सव्व-पसाय-सुमुहो भिच्च-वगेण, सविणय-भत्ति-पणओ गुरुयणेण ।
तस्सेय गुण-सायर-परिपयत्त-खेय-सुढिय-पसुत्तेहिं सुविणंतरेसु वि एरिसो 11 एरिसो य दीसइ त्ति । जस्स य अत्ताणं पिव मंतियणो, मंतियणो इव सहिययणो,
सहिययणो विय महिलायणो, महिलायणो विय विलासिणियणो, 13 विलासिणियणो इव परियणो, परियणो विय णरिंद-लोओ, णरिंद-लोओ इव
सुर-सत्थो, सुर-सत्थो इव जस्स सव्व-गओ गुण-सागरो, गुण-सागरो इव 15 जस-प्पभावो त्ति ।
अह एक्को च्चिय दोसो तम्मि णरिंदम्मि गुण-समिद्धम्मि । 17 जं सुह-पायव-मूले जिण-वयणे णत्थि पडिवत्ती ।।
तस्स य राइणो पारंपर-पुव्व-पुरिस-कमागओ महामंती । चउब्विहाए महाबुद्धीए 19 समालिंगिय-माणसो सुर-गुरुणो इव गुरू सव्व-मंति-सामंत-दिण्ण-महामंति
जय-सद्दो वासवो णाम महामंती । तं च सो राया देवयं पिव, गुरुं पिव, पियरं 21 पिव, मित्तं पिव, बंधु पिव, णिद्धं पिव मण्णइ त्ति । अवि य
विजा-विण्णाण-गुणाहियाइ-दाणाइ-भूसणुक्केरे ।
2) P पणईधयण सउण, P वीसम्मो ।. 3) P जय for जह, P मूढो for मूलो. 4) J किरिउं for रिउ, P om. जलओ सुदुस्सहो पियविओयम्मि (Which is added in J on the margin perhaps later). 5) J थणयरसोवरि. 6) P वाहालिया. 9) P समुहो. 10) P परिपयंतक्खेय, P omits one एरिसो. 11) P repeats जस्स, J सुहिययणो इव. 12) J इव for विय throughout, P विलासिणिजणो (in both the places). 14) J सूर (in both the places), P सव्वंमओ, P om. गुणसागरो. 15) P जसपन्भारो. 16) P विय for च्चिय. 18) P वि for महा. 19) P मंतिसामंतिसामंत. 20) P om. मंति, P & for तं, P गुरुयणं for गुरुं. 21) P adds सहोयरं पिव before मित्त, P om. बंधु पिव, P om. त्ति. 22) P णुक्केरो.
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(७०) 1 चूडामणि व्व मण्णइ एक्कं चिय णवर सम्मत्तं ।।
जिण-वयण-बाहिरं सो पडिवज्जइ कास-कुसुम-लहुययरं । 3 मण्णइ सम्मद्दिष्टुिं मंदर-भाराओ गरुययरं ।।
तस्स य राइणो तेण मंतिणा किंचि बुद्धीए किंचि दाणेणं किंचि विक्कमेणं किंचि 5 सामेणं किंचि भेएणं किंचि विण्णाणेणं किंचि दक्खिण्णेणं किंचि उवयारेणं
किंचि महुरत्तणेणं सव्वं पुहइ-मंडलं पसाहियं पालयतो चिट्ठइ त्ति । 7 (७०) तओ तस्स महामंतिणो वासवस्स अण्णम्मि दियहे कयावस्सय
करणीयस्स हाय-सुईभूदस्स अरहंताणं भगवंताणं तेलोक्क-बंधूणं पूया-णिमित्तं 9 देवहरयं पविसमाणस्स दुवार-देसम्मि ताव णाणा-विह-कुसुम-परिमलायड्ढि
यालि-माला-गुंजंत-मणहरेणं खंधावलंबिणा पुप्फ-करंडएणं समागओ 11 बाहिरुज्जाण-पालओ थावरो णामं ति । आगंतूण य तेण चलण-पणाम
पच्चुट्ठिएणं उग्घाडिऊण पुप्फ-करंडयं देव, वद्धाविज्जसि, सयल-सुरासुर-णर13 किंणर-रमणीय-मणोहरो कुसुमबाण-पिय-बंधवो संपत्तो वसंत-समओ'
त्ति भणमाणेण महु-मय-मत्त-भमिर-भमर-रिंछोलि-पंखावली-पवण15 पक्खिप्पमाणुद्धय-रय-णियरा समप्पिया महामंतिणो सहयार-कुसुम-मंजरि त्ति ।
अण्णं च 'देव, समावासिओ तम्मि चेइय-उज्जाणे बहु-सीस-गण-परिवारो 17 धम्मणंदणो आयरिओ' त्ति । तं च सोऊण मंतिणा अमरिस-वस-विलसमाण
भुमया-लएणं आबद्ध-भिउडि-भीम-भासुर-वयणेणं हा अणज' त्ति 19 भणमाणेणं अच्छोडिया स च्चिय विसद्वृत-मयरंद-बिंदु-णीसंदिर-सहयार
कुसुम-मंजरी, णिवडिया य सेय-लओवरि कय-रेणु-लंछणा । भणियं च 21 मंतिणा रे रे दुरायार, असयण्णाणिव्विवेय सच्चं थावरय, वद्धावेसि मं पढम, पहाण सायरं च वसत साहसि, भगवत पुण धम्मणदण पच्छा अप्पहाण
1) P नवरि. 3) P दिट्ठी, P गुरुय. 4) P om. य. 5) J दक्खिणेणं. 6) P छ for त्ति. 7) P om. महा. 8) P ण्हाइसुईभूयस्स, J भयवं. 9) P जाव for ताव. 10) P पुष्प. 11) P वालओ. 12) P पुष्प, Pom. णर. 14) P महुमत्तयमेत्त, Jom. भमिर, P रिछोलीपक्खावली. 16) P निवासिओ, P चेव for चेइय, P सस्स for सीसगण. 17) P नंदणो नाम, P वियसमाण. 18) J भुमलयालएणं. P भिउडिभंगभीमभासुयणेणं. 19) P विसट्टमयरंदबिंदुनीसंदिरा. 20) P सेअलिओ for सेयलउवरि. 21) P असयिण्ण, J पढमं for मं. 22) P साहेमि for साहसि, P भगवं, P अप्पहाणेणं अणायणेणं अणा.
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७७
(७०) 1 अणायरेण साहसि । कत्थ वसंतो, कत्थ वा भगवं धम्मणंदणो ।
जो सुरभि-कुसुम-मयरंद-लुद्ध-झंकार-मणहर-रवेण । 3 भमरावलीहि हिययं मयणग्गि-सगब्भिणं कुणइ ।।
भगवं पुण तं चिय मयण-जलण-जालावली-तविजंतं । 5 णिव्ववइ णवरि हिययं जिण-वयण-सुहासिय-जलेणं ।।
संसार-महाकंतार-केसरी जो जणइ रे रायं । 7 मूढ वसंतो कत्थ व कत्थ व भगवं जिय-कसाओ ।। __ता गच्छ, एयस्स अत्तणो दुबुद्धि-विलसियस्स जं भंजस फलयं' ति । रेरे
9 को एत्थ दुवारे' । पडिहारेण भणियं 'जिय देव' । मंतिणा भणियं । ‘दवावेसु ___ इमस्स चम्म-रुक्खस्स दीणाराणं अद्ध-लक्खं, जेण पुणो वि एरिसं ण कुणइ' 11 त्ति भणमाणो महामंती घेत्तूण तं चेय सहयार-मंजरिं आरूढो तुरंगमे, पत्थिओ
य राय-पुरंदरदत्तस्स भवणं, कज्जत्थिणा-जण-सय-सहस्सेहिं अण्णिज्जमाणो 13 ताव गओ जाव राइणो सीह-दुवारं । तत्थ य अवइण्णो तुरंगाओ । पइट्ठो य
जत्थच्छइ पुरंदरदत्तो । उवसप्पिऊण य 15 'कुसुम-रय-पिंजरंगी महयर-झंकार-महर-जंपिल्ला ।
दूइ व्व तुज्झ गोंदी माहव-लच्छीए पेसविया ।।' 17 एवं भणमाणेण राइणो समप्पिया सहयार-कुसुम-मंजरी । राइणा वि सहरिसं ___ गहिया । भणियं च । 'अहो 19 सव्व-जिय-सोक्ख-जणओ वम्मह-पिय-बंधवो उऊ-राया ।
महुयर-जुवइ-मणहरो अव्वो किं माहवो पत्तो ।।' 21 भणियं च मंतिणा ‘जहाणवेसि देव, एह वच्चामो बाहिरुज्जाण-काणणं । तत्थ ___ गंतूण पुलएमो जहिच्छं बाल-माहव-लच्छि' त्ति । राया वि ‘एवं होउ' त्ति ___2) P सुरहि. 3) J वलीहिययं. 4) P तविजंति. 5) P नयर for णवरि. 7) J भयवं. 8) P एयस्स बुद्धी, P om. जं, P फलं for फलयं ति. 9) Jom. दुवारे, J om. मंतिणा भणियं, J दवाएसु. 10) P सुरुक्खस्स केआरणे अद्ध, Jom. वि. 11) P घेत्तूंचेय, P मंजरी, J तुरंगमो. 12) P om. य, P राइणो पुरंदरयत्तस्स. 13) P om. य, P तुरंगमाओ, P पविट्ठो, P om. य. 14) P जत्थच्छए राया पुरंदरयत्तो उयसप्पिऊण या 1. 16) P दूव्व, P तुज्झ गंदी. 17) J त्ति for एवं. 19) P सव्वज्जिय, J ऊराया for उऊराया. 20) P जुयइ. 21) P देव जहाणवेति एहि, J रुज्जाणे. 22) P जहित्थए.
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(७१) 1 भणमाणो समुट्ठिओ, आरूढो य एक्कं वारुआसजं करिणिं । अणेय-जण
सय-सहस्स-संवाह-संकुलं फालेंतो राय-मग्गं संपत्तो वेगेणं तं चेय काणणं 3 । तं च केरिसं ।
सहरिस-णरवइ-चिर-दिण्ण-दसण-पसाय-गारवग्घवियं । 5 उज्जाण-सिरी' समं सहसा हिययं व ऊससियं ।।
अवि य णच्चंत पिव पवणुव्वेल्ल-कोमल-लया-भुयाहिं, गायतं पिव णाणा7 विहंग-कलयल-रवेहि, जयजयावंत पिव मत्त-कोइला-राव-कंठ-कूविएहिं,
तजंतं पिव विलसमाण-चूएक्क-कलिया-तज्जणीहिं, सद्दावेंतं पिव रत्तासोय9 किसलय-दलग्ग-हत्थएहिं, पणमंतं पिव पवण-पहय-विणमंत-सिहर
महासालुत्तमंगेहिं, हसंतं पिव णव-वियसिय-कुसुमट्टहासेहिं, रुयंत पिव 11 बंधण-खुडिय-णिवडंत-कुसुमंसु-धाराहिं, पढंतं पिव सुय-सारिया
फुडक्खरालावुल्लावेहि, धूमायंत पिव पवणुद्धय-कुसुम-रेणु-रय-णिवहेहिं, 13 पज्जलंतं पिव लक्खा-रस-राय-सिलिसिलेंत-मुद्ध-णव-पल्लवेहिं, उक्कंठियं पिव
महु-मत्त-माहवी-मयरंदामोय-मुइय-रुणरुणेंत-महु-मत्त-महुयर-जुयाणेहिं ति । 15 अवि य ।
उग्गाइ हसइ णच्चइ रूयइ धूमाइ जलइ तह पढइ । 17 उम्मत्तओ व्व दिट्ठो णरवइणा काणणाभोओ ।।
(७१) तं च तारिसं पेच्छमाणो णरवई पविठ्ठो चेय उज्जाणे । वियारिया य 19 णेण समंतओ कुवलय-दल-दीहरा दिट्ठी, जाव माहवि-मंडवम्मि परिमुज्झइ,
धावइ बउल-रुक्खए, रत्तासोययम्मि आरोहइ, सज्जइ चूय-सिहरए, दीहर21 तालयम्मि आरोहइ, खिज्जइ सिंदुवारए, णिवडइ चंदणम्मि, वीसमइ खणे एला-वणुल्लए ।
1) P एक्कं चारुपसज्जियं करिणी. 2) P om. सहस्स, P वेएणं, P चेव. 4) P दसणा. 5) J सिरीय समयं. 6) J पवणुव्वेलं P पवणुवेल, P लयाहिं. 7) P कलरविहिं, P कोइलाकलाकलाराव, P कोविएहिं. 8) तज्जंतं, P सद्दावंतं. 9) P हत्थेहिं, P वणमंत. 10) J रूअंतं, J पिव वद्धण. 11) J कुसुमंसुएहिं, J सूअ. 12) P °ल्लाविएहिं. 13) J सिलिसेलेत. 14) P मास for मत्त, P जुवाणएहि त्ति, Jom. ति. 18) P नरवई तंमि च्चिय पविट्ठो उ, P om. य. 19) P दीहदिट्ठी, P माहवमंडवं ति. 20) J आगेहइ. 21) J विज्जइ for खिज्जइ, P वीसम खणं एलावण्णुल्लए.
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(७१)
1 इय णरवइणो दिट्ठी णाणा - विह- दुम - सहस्स - गहणम्मि । वियरइ अप्पडिफलिया महु-मत्ता महुयराण पंति व्व ।। 3 पेच्छइ य णव-कुसुम-रेणु - बहल -मयरंद-चंद -णीसंद-बिंदु - संदोह - ल -लुद्धमुद्धागयालि- हलबोल-वाउलिज्जत-उप्फुल्ल-फुल्ल-सोहिणो साहिणो । तं च 5 पेच्छमाणेण भणियं वासव - महामंतिणा । 'देव दरियारि - सुंदरी - वंद्र - वेहव्वदाणेक्क-वीर, पेच्छ पेच्छ, एए महुयरा णाणावत्थंतरावडिया महु-पाणासव7 रस-वसणा विणडिया । अवि य ।
1
1
उय माहवीय कुसुमे पुणरुत्तं महुयरो समल्लिया । 9 अहवा कारण-वसया पुरिसा वंकं पि सेवंति ।। पत्त-विणिगूहियं पि हु भमरो अलिया कुज्जय - पसूयं । दुज्जण-णिवहोत्थइया णज्जंति गुणेहिँ सप्पुरिसा ।। चंपय-कलियं मयरंद-वज्जियं महुयरो समल्लियइ । आसा-बंधो होहि त्ति णाम भण कत्थ णो हरइ || धवलेक्क- - कुसुम- -सेसं कुंदं णो मुयइ महुयरर - जुवाणो । विमलेक्क-गुणा वि गुणण्णुएहिं णू ण मुंचति ।। अल्लीणं पि महुयरिं पवणुव्वेल्लंत-दल-हयं कुणइ । अहव असोए अइणिद्दयम्मि भण केत्तियं एयं ॥ चूय-कलियाए भमरो पवणाइद्धा कीरए विहो । 19 णूणं रुंटण-सीलो जुवईण ण वल्लहो होइ ।।
मोत्तूण पिगु-लयं भमरा धावंति बउल- गहणेसु । 21 अहवा वियलिय-सारं मलिण च्चिय णवरि मुंचति ॥ भम रे भम रे अइभमिर-भमर - भमरीण सुरय-रस- लुद्धो ।
11
13
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७९
17
1) P दिट्ठिया, P गहणयंमि. 2) P अप्फडिफलिअया. 3) Jom. णवकुसुम etc. to विणडिया । अवि य उ, P मयरिंदचंदनीसंदा. 4) P वलबोलवाउलिज्जंति उप्फल्ल॰, P फुल्लसाहिणो सोहिणो. 5) P पिच्छमाणेण, P • मंतिणो. 6) P महुरा. 8) P पुणारुत्तं, P समुल्लियइ. 13) P नाम तण किंच नो, J भरइ for हरइ. 14 ) J कुंदं णा P कुंदं तो, J जुआणो. 15) P गुणा वि twice. 16) P पिव महुयरि, P पवणुवेल्लिंत. 17) P असोए इथ णिंदयंमि. 18) J महुअरो for भमरो. 19) J कंटण P रुंढण, J चेय for होइ. 21) P मलिणि, J णवर मुच्चंति. 22 ) P सुरयसुरलोलो ।.
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(७२)
1 इय पणय-कोव-भणिरी भमरी भमरं समल्लियइ ।।
एवं साहेमाणो णरवइणो वासवो महामंती । 3 महुयरि-भमर-विलसियं लोव-सहावं च बहु-मग्गं ।।
एवं च परिभममाणेणं तम्मि काणणे महामंतिणा वियारिया सुहमत्थ-दसणा 5 समंतओ दिट्ठी । चिंतियं च वासवेणं । 'सव्वं इमं परिब्भमियं पिव काणणं,
ण य भगवं सो धम्मणंदणो दीसइ, जं हियए परिठ्ठविय एस मए इहाणिओ 7 राया । ता कहिं पुण सो भगवं जंगमो कप्प-पायवो भविस्सइ । किं वा सुत्तत्थ__ पोरिसिं करिय अण्णत्थ अइक्कंतो होहिइ त्ति । ता ण सुंदरं कयं भगवया । 9 कण्णाणं अमय-रसं दाऊण य दंसणं अदेंतेणं ।
दावेऊणं वर-णिहिँ मण्णे उप्पाडिया अच्छी ।। 11 अहवा जाणियं मए । एत्थ तण-वच्छ-गुम्म-वल्ली-लया-संताणे सुपुप्फ-फल
कोमल-दल-किसलयंकुर-सणाहे बहु-कीडा-पयंग-पिवीलिया-कुंथु-तस13 थावर-जंतु-संकुले भगवंताणं साधूणं ण कप्पइ आवासिउं जे । ता तम्मि
सव्वावाय-विरहिए फासुए देसे सिंदूर-कोट्टिम-तले सिस्स-गण-परिवारो होहिइ 15 भगवं' ति चिंतयंतेण भणिओ महामंतिणा णरवई । 'देव, जो सो तए कुमार
समए सिंदूर-कोट्टिमासण्णे सहत्थारोविओ असोय-पायवो सो ण-याणियइ किं 17 कुसुमिओ ण व' त्ति । राइणा भणियं । 'सुंदरं संलत्तं, पयट्ट तहिं चेव, वच्चामो'
त्ति भणमाणेण गहियं करं करेण वासवस्स । गंतु जे पयत्तो णरवई सिंदूर19 कोट्टिमयलं, जाव य थोवंतरमुवगओ ताव पेच्छइ साहुणो ।
(७२) ते य केरिसे। 21 धम्म-महोवहि-सरिसे कम्म-महासेल-कढिण-कुलिसत्थे ।
खंति-गुण-सार-गरुए उवसग्ग-सहे तरु-समाणे ।।
2) J वासओ. 3) P लोय. 4) Jom. च, J परिभवमाणेण P परिब्भममा०, J सुहमसत्थ०, P दंसमणा. 5) P सव्वमिमं, J परिभवियं, Jom. पिव, P काणेणं. 6) P परिठ्ठाविया. 7) P सुत्तत्तत्थपोरिसी. 8) P होहि त्ति, P ण य सुंदरयं. 9) P सदसणं for दसणं. 10) P णिही, J अच्छिं. 11) P न एत्थ. 12) J सणाह, J कीडपयंग. 13) P साहूणं, P आवसिउं, Jom. जे. 14) P सव्वावयरहिया, Jom. देसे, P कोट्टिमयलो०, J यण for गण. 15) JP चिंतियतेण, J भणियं. 16) P संभमए for समए, P सहत्थरो०, P न याणइ. 17) P पयट्टा, J चेय. 18) P om. जे. 19) P om. य, J थोवंतरं गओ. 20) P केरिसो. 21) P महोयहि. 22) P उयसग्ग.
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(७२)
1 पंच-महव्वय-फल-भार-रेहिरे गुत्ति-कुसुम-चेंचइए ।
सीलंग-पत्त-कलिए कप्पतरु-रयण-सारिच्छे ।। जीवाजीव-विहाणं कज्जाकज्ज-फल-विरयणा-सारं ।
साधूण समायारं आयारं के वि झायति ।। 5 स-समय-पर-समयाणं सूइज्जइ जेण समय-सब्भावं ।
सूतयडं सूयगडं अण्णे रिसिणो अणुगुणेति ।। 7 अण्णेत्थ सुट्ठिया संजमम्मि णिसुणेति के वि ठाणगं ।
अण्णे पढंति धण्णा समवायं सव्व-विजाणं ।। संसार-भाव-मुणिणो मुणिणो अण्णे वियाह-पण्णत्ती ।
अमय-रस-मीसियं पिव वयणे च्चिय णवर धारेंति ।। 11 णाया-धम्म-कहाओ कहेति अण्णे उवासग-दसाओ ।
अंतगड-दसा अवरे अणुत्तर-दसा अणुगुणेति ।। 13 जाणय-पुच्छं पुच्छइ गणहारी साहए तिलोय-गुरू ।
फुड पण्हा-वागरणं पढंति पण्हाइ-वागरणं ।। 15 वित्थरिय-सयल-तिहयण-पसत्थ-सत्थत्थ-अत्थ-सत्थाह ।
समय-सय-दिट्ठिवायं के वि कयत्था अहिजंति ।। 17 जीवाणं पण्णवणं पण्णवणं पण्णवेंति पण्णवया ।
सूरिय-पण्णत्तिं चिय गुणेति तह चंद-पण्णत्तिं ।। 19 अण्णाइ य गणहर-भासियाइँ सामण्ण-केवलि-कयाई ।
पच्चय-सयंबुद्धेहिँ विरइयाइँ गुणेति महरिसिणो ।। 21 कत्थइ पंचावयवं दसह च्चिय साहणं परूवेंति ।
पच्चक्खणुमाण-पमाण-चउक्कयं च अण्णे वियारेति ।।
4) P साहूण, J आयारे. 5) P सूयज्जइ. 6) P सूयगडं, J सूअयडं P सूयगडं. 7) J ट्ठाणगं P ठाणाम. 8) P पढंति अन्ने धणा. 9) P विवाह. 10) J पि for पिव, P नवरि. 11) P कहति. 13) P जाणइ, J तिलोय. 14) P वागरण, P पण्हाए वागरण. 15) P सत्थसत्थत्थ for सत्थत्थ, P सत्थ for अत्थ. 16) P वि वयत्था, J अभिजेति. 18) P पन्नत्ति च्चिय, P पन्नत्ति. 20) J पच्चेयइसयबुद्धेहि विरयाई, P पत्तेय, P महारिसिणो. 21) P साहारणं for साहणं. 22) J पच्चक्खाणु०, P चउक्कमण्णे.
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(७२) 1 भव-जलहि-जाणवत्तं पेम्म-महाराय-णियल-णिद्दलणं ।
कम्मट्ठ-गंठि-वजं अण्णे धम्म परिकहेंति ।। 3 मोहंधयार-रविणो पर-वाय-कुरंग-दरिय-केसरिणो ।
णय-सय-खर-णहरिल्ले अण्णे अह वाइणो तत्थ ।। 5 लोयालोग-पयासं दूरंतर-सण्ह-वत्थु-पज्जोयं ।
केवलि-सुत्त-णिबद्धं णिमित्तमण्णे वियारंति ।। 7 णाणा-जीउप्पत्ती-सुवण्ण-मणि-रयण-धाउ-संजोयं ।
जाणंति जणिय-जोणी जोणीण पाहुडं अण्णे ।। 9 अट्ठि-सय-पंजरा इव तव-सोसिय-चम्म-मेत्त-पडिबद्धा ।
आबद्ध-कडिगिडि-रवा पेच्छइ य तवस्सिणो अण्णे ।। 11 ललिय-वयणत्थ-सारं सव्वालंकार-णिव्वडिय-सोहं ।
अमय-प्पवाह-महुरं अण्णे कव्वं विइंतति ।। 13 बह-तंत-मंत-विज्जा वियाणया सिद्ध-जोय-जोइसिया ।
अच्छंति अणुगुणेता अवरे सिद्धत-साराई ।। 15 मण-वयण-काय-गुत्ता णिरुद्ध-णीसास-णिच्चलच्छीया ।
जिण-वयणं झायंता अण्णे पडिमा-गया मुणिणो ।। 17 अवि य कहिंचि पडिमा-गया, कहिंचि णियम-ट्ठिया, कहिंचि वीरासण-ट्ठिया, ___ कहिंचि उक्कुडुयासण-ट्ठिया, कहिंचि गोदोह-संठिया, कहिंचि पउमासण-ट्ठिय 19 त्ति । अवि य ।
इय पेच्छइ सो राया सज्झाय-रए तवस्सिणो धीरे । 21 णित्थिण्ण-भव-समुद्दे रुंदेण जिणिंद-पोएणं ।।
(७३) ताणं च मज्झे सव्वाणं चेय णक्खत्ताणं पिव पुण्णिमायंदो, रयणाणं
3) P वाइ for वाय. 4) P नयरिल्ले, P वाइणा. 5) P लोयालोय, P पजंतं. 6) J णिबंधं, P वियारेति. 7) P जीवुप्पत्ती. 8) J जाणिंति. 9) P अट्ठिमय. 10) P पच्छइ. 11) P धणयच्छ for वयणत्थ, P निवडिया. 12) P विइंतेति, J has a marginal note : च विरइं पा (which means that च विरइंति is a पाठान्तर). 13) P जोईसा. 14) P अच्छेति अणुगुणेसा. 15) P विरुद्ध for णिरुद्ध. 16) P झाएंता. 17) P पडिमं ठिया, P नियमं ठिया, P वीरासणं ठिया कहिं उक्कुडियासणं ठिया. 18) P पोमासणं ठिया ।, 19) P om. त्ति. 20) P सिज्झाय. 21) P विच्छिन्नतवसमुद्दे. 22) P om. च, P चेव, P पुण्णिमाइंदो.
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(७३)
८३
1 पिव कोत्थुभो कंतीए, सुराणं पिव पुरंदरो सत्तीए, तरूणं पिव कप्पपायवो
सफलत्तणेणं, सव्वहा सव्व-गुणेहिं समालिंगिओ चउ-णाणी भगवं भूय3 भविस्स-भव्व-वियाणओ दिट्ठो णरवइणा धम्मणंदणो णाम आयरिओ । दट्टण
य पुच्छियं णरवइणा ‘भो भो वासव, के उण इमे एरिसे पुरिसे' । भणियं च 5 वासवेणं ‘एए सयल-तेलोक्क-वंदिय-वंदणिज्ज-चलण-जुयले महाणुभावे
महाणाणिणो मोक्ख-मग्ग-मुणिणो भगवंते साहुणो इमे' त्ति । भणियं च राइणा 7 ‘एसो उण को राया इव सस्सिरीओ इमाणं मज्झ-गओ दीसई' त्ति । भणियं
च मंतिणा 'देव, एसो ण होइ राया देसिओ । कहं । संसाराडवीए जर-मरण9 रोगायर-मल-दोग्गच्च-महा-वण-गहणे मूढ-सोग्गइ-दिसि-विभागाणं णिद्दय
कुतित्थ-तित्थाहिव-पावोवएस-कुमग्ग-पत्थियाणं कंदुग्घुसिय महा-णयर-पंथ11 देसिओ भव्व-जीव-पहियाणं भगवं धम्मणंदणो णाम आयरिओ त्ति । ता देव,
देवाणं पि वंदणीय-चलण-जुयलो इमो, ता उवसप्पिऊण वंदिमो, किंचि 13 धम्माहम्मं पुच्छिमो' त्ति । ‘एवं होउ' त्ति भणमाणो राया पुरंदरदत्तो वासवस्स
करयलालग्गो चेय गंतु पयत्तो । गुरुणो सयासं उवगंतूण य मंतिणा कय-कोमल15 करयल-कमल-मउलेण भणियं ।
जय तुंग-महा-कम्मट्ठ-सेल-मुसुमूरणम्मि वज-सम । 17 जय संसार-महोवहि-सुघडिय-वर-जाणवत्त-सारिच्छ ।।
जय दुजय णिज्जिय-काम-बाण खंतीय धरणि-सम-रूव । 19 जय घोर-परीसह-सेण्ण-लद्ध-णिद्दलण-जय-सद्द ।।।
जय भविय-कुमुय-वण-गहण-बोहणे पुण्ण-चंद-सम-सोह । 21 जय अण्णाण-महातम-पणासणे सूर-सारिच्छ ।।
देव सरणं तुम चिय तं णाहो बंधवो तुमं चेव ।
1) P कोत्थुहो. 2) P om. सव्वहा. 3) J आयरिओ त्ति. 4) P इमे केरिसा पुरिसा, P om. च. 5) P एए तियलोकं सयलं वंदिय. 6) P सोग्गइ for मोक्ख. 7) J मज्झे गओ. 8) P om. णं होइ राया देसिओ । कहं ।, P संसाराडईए. 9) J रोगरयमल, J दिसी, P निद्धय. 10) P तित्थाहिवोवएस, J कडुज्झुसियमहा P कंडुजुयं सिवमहा. 11) P पयाहिणं for पहियाणं. 12) P वंदणिय, J ताओ अवसप्पिऊण, P उस्सप्पिऊण वंदामो, P कंचि धम्माधम्म. 13) J एवं ति होउ, P पुरंदत्तो. 14) P करयललग्गो, P मंतिणि. 16) J समा P समं. 17) P महोयहि, P om. वत्त. 18) P खंतीयं, J रूवा P रूवं. 19) J सेण. 20) P समसोहे. 21) J सारिच्छा. 22) P वि तं for the second तुम.
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(७४) । जो सव्व-सोक्ख-मूलं जिण-वयणं देसि सत्ताणं ।। ___ति भणमाणो तिउण-पयाहिणं करेऊणं णिवडिओ से भगवओ चलण-जुवलयं 3 वासवो त्ति राया वि पुरंदरदत्तो ।
दरिसण-मेत्तेणं चिय जण-मणहर-वयण-सोम्म-सुह-रूव । 5 सइ-वंदिय-बहुयण-चलण-कमल तुज्झं णमो धीर ।। त्ति __ भणिए, भगवया वि धम्मणंदणेणं सयल-संसार-दुक्ख-क्खय-कारिणा लंभिओ 7 धम्मलाह-महारयणेणं ति ।।
(७४) भणियं च भगवया ‘सागयं तुम्हाणं, उवविसह' त्ति । तओ 9 ‘जहाणवेह' त्ति भणमाणो पणउत्तमंगो भगवओ णाइदूरे तम्मि चेय पोमराय
मणि-सरिसुल्लसंत-किरण-जाले सिंदूर-कोट्टिमयले णिसण्णो राया । वासवो वि 11 अणुजाणाविउं भगवंतं तहिं चेय उवविठ्ठो । एयम्मि समये अण्णे वि समागया ___णरवर-चट्ट-पंथि-कप्पडियाइणो भगवते णमोक्कारिऊण उवविट्ठा सुहासणत्था 13 य । गुरुणा वि जाणमाणेणावि सयल-तिहुयण-जण-मणोगयं पि सुह-दुक्खं __ तह वि लोय-समायारो त्ति काऊणं पुच्छियं सरीर-सुह-वट्टमाणि-वुत्तंतं । 15 विणय-पणय-उत्तमंगेहिं भणियं भगवं, अज्ज कुसलं तुम्ह चलण-दसणेणं'
ति । चिंतियं च राइणा । ‘इमस्स भगवओ मुणिंदस्स असामण्णं रूवं, अणण्ण17 सरिसं लायण्णं, असमा हि कित्ती, असाहारणा दित्ती, असमा सिरी, सविसेसं
दक्खिण्णं, उद्दामं तारुण्णं, महंता विजा, अहियं विण्णाणं, साइसयं णाणं । 19 सव्वहा सव्व-गुण-समालिंगण-सफल-संपत्त-मणुय-जम्मस्स वि किं वेरग्ग
कारण समुप्पण्ण, जेण इम एरिस एगत-दुक्ख पव्वज पवण्णो त्ति । ता किं 21 पुच्छामो, अहवा ण इमस्स एत्तियस्स जणस्स मज्झे अत्ताणं गाम-कूडं पिव
हियएणं हसावेस्सं' ति चिंतयंतो गुरुणा भणिओ । ___2) P तिउणं. 3) J वासओ, P om. त्ति. 4) P दंसण for दरिसण, P सुयणसोम, J सुहरूवे. 5) J सई P सय. 6) P om. वि. 7) P धम्मलाभ, P om. ति. 8) P उवविससु. 9) P जहाणवेसु, P पणयउत्तिमंगो, P नारइ दुरंमि चेव. 10) P सरसुल्लसंत, P जाले कोट्टिमसिंदूरमयले नीसण्णो. 11) P चेव. 12) P नरवईचट्ठपंथ, P भगवंतं. 13) Jom. वि after गुरुणा, P om. जण. 14) P पुच्छिओ, P वट्टमाणी. 15) J पणमुत्त०. 16) P नरवइणा for राइणा, P असामन्नरूवं, JP अण्णण्ण. 17) P om. सरिस, P om. हि, J हि कन्ती (?), P असाधारणा, J अविसेसं. 18) J कारुण्णं for तारुण्णं, J विण्णाणं ति, Jom. साइसयं णाणं P साइसणं नाणं. 19) J समालिंगणं. 20) P दुरुत्तरं for दुक्खं, P om. त्ति. 21) P पुच्छिमो, P एयस्सय एत्तियमज्झे अत्ताणयं गासउड. 22) J हसएस्सं.
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(७४)
1 ‘एत्थ णरणाह णवरं चउगइ-संसार-सायरे घोरे ।
वेरग्ग-कारणं चिय सुलहं परमत्थ-रूवेणं । 3 जं जं जयम्मि मण्णइ सुह-रूवं राय-मोहिओ लोओ।
तं तं सयलं दुक्खं भणंति परिणाय-परमत्था ।। 5 तिण्हा-छुहा-किलंता विसय-सुहासाय-मोहिया जीवा । ___जं चिय करेंति पावं तं चिय णाणीण वेरग्गं ।। 7 जेण पेच्छ, भो भो णरणाह,
जे होंति णिरणुकंपा वाहा तह कूर-कम्म-वाउरिया । 9 केवट्टा सोणहिया महु-घाया गाम-घाया य ।।
णरवइ-सेणावइणो गाम-महाणयर-सत्थ-घाया य । 11 आहेडिया य अण्णे जे विय मासासिणो रोद्दा ।।
देंति वणम्मि दवाग्गिं खणंति पुहई जलं पि बंधति । 13 धाउं धर्मति जे च्चिय वणस्सई जे य छिंदति ।।
अण्णे वि महारंभा पंचेंदिय-जीव-घाइणो मूढा । 15 विउल-परिग्गह-जुत्ता खुत्ता बहु-पाव-पंकम्मि ।।
बहु-कोहा बहु-लोहा माइल्ला माण-मोह-पडिबद्धा । 17 जिंदण-गरहण-रहिया आलोयण-णियम-परिहीणा ।।
एए करेंति कम्मं मह कुल-णीइ त्ति णिच्छिय-मईया । 19 अवरे भणति वित्ती अम्हाण कया पयावइणा ।।।
अवरे वि व्वय-रहिया अवरे धम्मो त्ति तं चिय पवण्णा । 21 अवरे अवर दाएंति मूढयं चेय मूढ-मणा ।।
जीविय-हेउं एवं करेंति अम्हाण होहिइ सुहं ति ।
1) P सागरे. 5) P तण्हा. 6) P नाणेण. 7) P पिच्छा. 9) P कोवट्टा सोणिहया. 10) P नरवर. 11) P मंसासिणो. 12) P दढग्गी for दवगिं, P खणं च पु०, P च for पि. 13) P जे विय वणस्सयं. 14) P च for वि, P मूला. 17) P नयण for णियम. 18) J कुलणीति त्ति, P मईय. 20) P om. अवरे वि व्वयरहिया, J वि वय, P धम्मं ति. 21) P दाणं ति for दाएंति. 22) P हेऊ, J एयं, P तम्हान for अम्हाण.
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(७५)
1 ण य जाणंति वराया दुक्खमसाहारणं णिरए ।।
पिय-पुत्त-भाइ-भइणी-माया-भज्जाण जा-कए कुणइ । 3 ते वि तडे च्चिय ण्हाया भुजइ एक्कल्लओ दुक्ख ।।।
गुरु-वेयण-दुक्खत्तो पुरओ च्चिय सयल-बंधु-वग्गस्स । 5 मरिऊण जाइ णरयं गरुएणं पाव-कम्मेणं ।।
(७५) केरिसा ते पुण णरया । अवि य । 7 णक्खत्त-सूर-रहिया घोरा घोरंधयार-दुप्पेच्छा ।
अइउण्हा अइसीया सत्तसु पुढवीसु बहु-रूवा ।। 9 कहिंचि मेअ-मज्ज-वस-प्फेप्फसाउला । कहिंचि रत्त-पित्त-पूर-पसरंत
णिण्णया । कहिंचि मास-खेल-पूय-पूरिया । कहिंचि वज-तुंड-पक्खि11 संकुला । कहिंचि कुंभीपाय-पच्चंत-जंतुया । कहिंचि संचरंत-वायसाउला ।
कहिंचि घोर-सीह-सुणय-संकुला । कहिंचि चलमाण-चंचु-कंक-भीसणा । 13 कहिंचि णिवडत-सत्थवाह-संकुला । कहिंचि कड्ढमाण-तंब-तउय-ताविया । __ कहिंचि पच्चमाण-पाणि-दुग्गंध-गंध-गब्भिणा । कहिंचि करवत्त-जंत15 फालिज्जमाण-जंतुया । कहिंचि णिवडंत-घोर-कसिण-पत्थरा । कहिंचि ___णरयवालायड्डिय-छुब्भमाण-जलण-जालालुक्खिय-दुक्ख-सद्द-सय-संकुल17 त्ति । अवि य । ___जं जं जयम्मि दुक्खं दुक्ख-ट्ठाणं च किंचि पुरिसाणं । 19 तं तं भणंति णरयं जं णरयं तत्थ किं भणिमो ।।।
अह तम्मि भणिय-पुव्वे पत्ता सत्ता खणेण दुक्खत्ता । 21 पइसंति णिक्खुडेसु संकड-कुडिलेसु दुक्खेण ।। __जह किर भवणे भित्तीय होइ घडियालयं मडह-दारं ।
1) P नरए. 2) P जं for जा. 5) P गुरुएणं पुव्व. 6) P उण ते for ते पुण. 8) P उय सीया for अइसीया. 9) P वसापुप्फसा०. 10) J मंस (?) खेल. 11) P कुंभ for कुंभी. 12) P कहिं वि बलमाणचंचुक्कंक. 13) J विणिवडत P निवडंत, J तउमय. 14) J पडि for पाणि, P दुहंध, P om. गंध. 16) J णरयवालो यंथियछुब्भमाण, P छत्तमाण for छुब्भमाण, P सय for सद्द. 21) P निक्कडेसु संकल. 22) P मडहवारं नयरंमि तह च्चिय निकुडाइं वीरेहिं.
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(७५) 1 णरयम्मि तह च्चिय णिक्खुडाइँ वीरेण भणियाई ।।
मुत्त-जलु-जलु-सलोहिय-पूय-वसा-वच्च-खेल-बीहच्छा । 3 दुईसण-बीहणया चिलीणया होंति दुग्गंधा ।।
अह तेसु णिक्खुडेसुं गेण्हइ अंतोमुत्त-मत्तेण । 5 कालेण कम्म-वसओ देहं दुक्खाण आवासं ।।
अइभीम-कसिण-देहो अच्छी-कर-कण्ण-णासिया-रहिओ। होइ णपुंसग-रूवो अलक्खियक्खो कह वि किंचि ।।
जह जह पूरइ अंगं तह तह से णिक्खुडे ण माएइ । 9 जह जह ण माइ अंग तह तह वियणाउरो होइ ।।
कह कह वि वेयणत्तो चल-चलणच्छेल्लयं करेमाणो । 11 अह लंबिउं पयत्तो कुड्डकुडिच्छाओ तुच्छाओ ।।
ता दिट्ठो परमाहम्मिएहिँ अण्णेहिँ णरय-पालेहिं । 13 धावंति ते वि तुट्ठा कलयल-सदं करेमाणा ।।
मारेह लेह छिंदह कड्ढह फालेह भिंदह सरेहिं । 15 गेण्हह गेण्हह एयं पावं पासेहिँ पाएसुं ।।
एवं भणमाण च्चिय एक्के कुंतेहिँ तत्थ भिंदति । अवरे सरेहिँ एत्तो अवरे छिंदति खग्गेहिं ।। एवं विलुप्पमाणो कड्डिजंतो वि काल-पासेहिं । णिवडतो वज-सिलायलम्मि सय-सिक्करो जाइ ।।
णिवडतो च्चिय अण्णे लोह-विणिम्मविय-तिक्ख-सूलासु । 21 भिज्जइ अवरो णिवडइ धस त्ति घोराणले पाओ ।।
णिवडिय-मत्तं एक सहसा छिंदति तिक्ख-खग्गेहिं ।
2) P om. वच्च. 4) P निक्कुडेसु. 6) P om. कण्ण. 7) P नपुंसय. 8) P निक्कुडे ण, J मायइ. 10) P वेयणिल्लो चलचल्लवेल्लयं. 11) P अव for अह, P कुच्छाओ for तुच्छाओ. 12) P अह रोद्द for अण्णेहिँ, P निरय for णरय. 13) P पावंति ते य तुट्ठा. 14) P छिंदह for भिंदह. 15) P एतं for एयं, P पाडेसु for पाएसुं. 16) P भणमाणे, P एक्कक्कतेहिँ. 17) P adds सरे before सरेहिँ, P om. एत्तो. 18) P य for वि. 19) P जायइ. 20) P अन्नो for अण्णे. 21) P पावो for पाओ. 22) P मेत्तो एक्को.
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(७६) । अवरे सरेहिँ तह पुण अवरे कोंतेहिँ भिजति ।।
मुसुमूरति य अण्णे वजेणं के वि तत्थ चुरेति । 3 के वि णिसुंभंति दढं गय-पत्थर-लउड-घाएहिं ।।
जंतेसु के वि पीलंति के वि पोएंति तिक्ख-सूलासु । 5 कर-कर-कर त्ति छिंदति के वि करवत्त-जंतेहिं ।।
छमछमछमस्स अण्णे कुंभीपागेसु णवर पच्चंति । 7 चडचडचडस्स अण्णे उक्कत्तिजति विलवंता ।।
(७६) एवं च कीरमाणा हा हा विलवंति गरुय-दुक्खत्ता । 9 कह कह वि बुडबुडेता सणियं एवं पयपंति ।।
पसियह पसियह सामिय दुक्खत्तो विण्णवेमि जा किं चि । 11 किं व मए अवरद्धं साहह किं वा कयं पावं ।।
दाऊण सिरे पहरं अह ते जपंति णिट्ठर-सरेण । 13 रे रे ण-यणइ मुद्धो एस वराओ समुज्जूओ ।।
जीवे मारेसि तुमं जइया रे पाव णिद्दओ होउं । 15 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि अवरद्धं ।।
मंसं खाइसि जइया जीवाणं चडचडस्स फालेउं । 17 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि अवरद्धं ।।
अलियं जपसि जइया रे पावय पावएण हियएणं । 19 तइया मुद्ध ण-याणसि भणसि मए किं कयं पावं ।।
गेण्हसि अदिण्णयं चिय जइया रे मूढ णिग्घिणो होउं । 21 तइया ण पुच्छसि च्चिय कस्स कयं किं व अवरद्धं ।।
परदार-मोहिय-मणो जइया रे रमसि अण्ण-जुवईहिं ।
1) P om. तह पुण, P भिंदंति. 2) P अवरे for अण्णे, P पूरंति for चुरेति. 4) J पीलेंति अवरे for पीलंति के वि, P पूयंति for पोएंति, P सूलेसु. 5) J करेंति for कर त्ति. 6) J छमेंति for छामस्स, P कुंभीपाएसु नवरि. 7) P वरिसंता for विलवंता. 8) P विलवेंति गुरुय. 12) P अवरे for अह ते, P सरेहिं. 13) JP याणइ for यणइ (emended), J समुज्जओ P समुजूओ. 14) P रुह for रे. 15) P has some additional lines after अवरद्धं like this : गेण्हसि अदिन्नयं चिय जइ वा रे मूढ निग्घिणो होउं । तइया न पुच्छसि च्चिय कस्स मए किंचि पारद्धं ।।. 16) Jom. the gatha : मंसं etc., P फालिउं. 19) Pom. ten lines from तइया मुद्ध etc. to पीडेसि रे तुम जइया.
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(७६) 1 तइया मूढ ण-याणसि भणसि मए किं कयं पावं ।।
गेण्हसि परिग्गहं रे जइया असराल-लोह-पडिबद्धो । 3 तइया मूढ ण-याणसि भणसि मए किं कयं पावं ।।
रे रे खेलसि जइया रत्तो आहेडयं सराय-मणो । 5 तइया मूढ ण-याणसि एक्कस्स कए बहुं चुक्को ।।
आलप्पाल-पसत्तो सुयणे पीडेसि रे तुम जइया । 7 तइया मूढ ण-याणसि एक्कस्स कए बहु चुक्को ।।
णिय-जाइ-मओम्मत्तो जिंदसि रे सेसय जण जइया । तइया मूढ ण-याणसि एक्कस्स कए बहु चुक्को ।।
रोद्दाणुबद्ध-चित्तो मारेमि इमं ति परिणओ जइया । 11 तइया जाणसि सव्वं संपइ मुद्धो तुम जाओ ।।
मोत्तूण हरि-हराई जइया त भणसि को व सव्वण्णू । 13 तइया सव्वं जाणसि एण्हि रे मुद्धओ जाओ ।।
वेय-विहाण-विउत्तो जइया तं भणसि णत्थि सो धम्मो । 15 तइया सव्वं जाणसि एण्हि रे अयाणओ जाओ ।।
पावारंभ-णियत्ते जिंदसि ते साहुणो तुम जइया । 17 तइया तं चिय जाणसि अण्णो पुण अयणओ सव्वो ।।
ण य संति के वि देवा ण य धम्मं मूढ जंपसे जइया । 19 तइया चिंतेसि तुमं मं मोत्तुं ण-यणए अण्णो ।।
मारेह पसं दारेह महिसयं णत्थि पाव-संबंधो । 21 तइया चिंतेसि तुमं मं मोत्तुं ण-यणए अण्णो ।।
इय भणमाणेहिं चिय फाडेउं चडयडस्स सव्वंगो ।
8) J जाइमयम्मत्तो, P संजणं for सेसयं. 10) P मारेसि. 12) J हरिहराइं. 13) J अयाणओ for मुद्धओ, P अयाणओ. 14) P धम्मो. 15) P तइया for जइया. 19) P मम for मं, P न याणए. 21) J ण आणए P न याणए. 22) P चडचडस्स.
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(७६) | विक्खिप्पंति बलीओ मासम्मि सरुहिर-माँसाओ ।।
सो वि बहु-पाव-वसओ छिण्णो खर व खंडखंडेहिं । 3 संगलइ गलिय-देहो पारय-रस-सरिस-परिणामो ।।
हा ह त्ति विलवमाणो छुब्भइ जलणम्मि जलिय-जालोले । 5 खर-जलण-ताव-तत्ते सामिय तिसिओ त्ति वाहरइ ।।
अह ते वि णरय-पाला आणे आणे जलं ति जपंता । 7 आणेति तंब-तउयं कढमाण-फुलिंग-दुप्पेच्छं ।।
अह तम्मि दिण्ण-मेत्ते गुरु-दाह-जलंत-गलय-जीहालो । 9 अलमलमलं ति सामिय णट्ठा णट्ठा हु मे तण्हा ।।
अह ते वि णिरणुकंपा मास-रसो वल्लहो त्ति जपंता । 11 अक्कमिऊणं गलए संडास-विडंबिओट्ठाणं ।।
धगधगधगंत-घोरं गलियं गलयम्मि देति ते लोहं । 13 तेण य विलिज्जमाणा धावंति दिसादिसी तत्तो ।।
खर-जलण-गलिय-तउ-तंब-पूरियं तंब-ताविय-तडिल्लं । 15 वेयरणिं णाम णई मण्णंता सीयल-जलोहं ।।
धावंति तत्थ धाविर-मग्गालग्गंत-घोर-जम-पुरिसा । 17 हण णिहण भिंद छिंदह मारे मारे त्ति भणमाणा ।।
अह वेयरणी पत्ता झस त्ति झंपाउ देति धावंता । 19 तम्मि विलीणा लीणा पुणो वि देह णिबद्धति ।।
तो तम्मि हीरमाणा डज्झंता कलुणयं विलवमाणा । 21 कह कह वि समुत्तिण्णा परिसडिय-लुलंत-सव्वंगा ।।
अह जलण-ताव-तवियं पेच्छंति कलंब-वालुया-पुलिणं ।।
1)P मंसामि for मासम्मि, J मांसाओ P मीसाउ. 2) P य हु for बहु, P खइरो व्व. 4) P जालउले. 5) P तत्तो. 6) P आणह आणह जलं, P जंपति. 7) J आणंति तउअं तंबं कढ. 8) JP गलंत for जलंत । (emended), P जीहाला. 9) P सामिय सामिय नट्टाउ मे. 10) P तह for अह, P भणमाणा for जपंता. 11) P देती for गलए, P विडिंबि०. 12) P गलयं, J गलियंमि, J ते सित लोहं. 13) P से लोहं, P तेण वि विभिन्नमाणा, P दिसादिसिं. 14) P निवह for तंब, P कडिल्लं for तडिल्लं, 15) P नेति for णाम. 16) P लग्गति ज घोर. 18) J देति तावंता. 19) J णिबंद्धति P निबंधंति. 20) J ते for तो. 21) J ललंत for लुलत.
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(७७)
1 सिसिरं तिमण्णमाणा धावंता कह वि पेच्छति ।। तत्थ वि पउलिज्जंता उव्वत्त-परत्तयं करेमाणा ।
3 डज्झति सिमिसिमेंता रेणू चम्म - खंड व्व ॥ असि-चक्कB - सत्ति - तोमर - पत्तल-दल- - सिलिसिलेंत-सद्दालं । छायं ति मण्णमाणा असिपत्त-वणम्मि धावंति || जाव य धावंति तहिं सहसा उद्धाइओ महावाओ । खर- सक्कर- वेय-पहार - पत्थरुग्घाय - वोमीसो ॥ अह खर-मारुय-पहयं असि-पत्त-वणं चलंत - साहालं । 9 मुंचइ सत्थ-प्पयरं भिदंति अंगमंगाई ।।
छिण्ण-कर-चरण-जुयला दो - भाइज्जंत - सिर- कवालिल्ला । - विणिभिण्ण- पोट्टा दीह-ललंतंत- पब्भारा ।। गुरु-डाह-डज्झमाणा पेच्छंति तमाल- सामलं जलयं । किरणिव्वे एसोसीयल - जल-सीय - रोहेण ।। जाव असि-चक्क-तोमर- पूरे पूय - वसा - अग्गिंगाला-मुम्मुरर - णिवहे अह वरिसए जलओ ।। तह तेण ते परद्धा वेयालिय-पच्चए गुहाहुत्ता । धावंति धावमाणा दीणा सेल्लेहिँ हम्मता ।।
- रुहिर-मुत्त- - विच्छिड्डे ।
पत्ता वि तत्थ केई गुरु-वज्ज-सिलाभिघाय-दलियंगा ।
5
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17
पविसंति गुहाऍ मुहं बितियं णरयं व घोर-तमं ।।
(७७) अह पलय-काल-जलहर - गज्जिय-गुरु-राव - दूसहं सद्दं । 21 सोऊण परं भीया पडिवह-हुत्तं पलायंति ।।
तत्थ वि पलायमाणा भीम-गुहा- कडय-भित्ति-भाएहिं ।
19
९१
3) P सिमिसिमंता रेणूए मंसखंड वा. 5) P धावंतं. 6) P पावंति for धावंति, P सरसा, P उद्धावई. 7 ) P प्पहार, P वामीसो. 9) P पयारं छिंदंति. 11) P ललंतं च गुरुभारा. 13) P सीयजल 14 ) J कुंत for तोमर, P पूर for पूय, Pom. मुत्त. 15 ) P अच्चिंगाला, P नियरे for णिवहे. 19) P गुहाभिमुहं वायंतरये च घोर. 21 ) J भीता P भीया.
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(७७) | मुसुमूरियंगमंगा पीसंते सालि-पिटुं व ।।
कहकह वि तत्थ चुक्का णाऊणं एस पुव्व-वेरि त्ति । 3 वेउव्विय-सीह-सियाल-सुणय-सउणेहिँ घेप्पंति ।।
तेहिँ वि ते खजंता अंछ-वियंछं खरं च विरसंता । 5 कहकह वि किंचि-सेसा वज-कुडंग अह पविट्ठा ।।
अह ते वियण-परद्धा खण-मत्तं ते वि तत्थ चिंतेति । 7 हा हा अहो अकज्ज मूढेहिँ कयं तमंधेहिं ।।
तइओ च्चिय मह कहियं णरए किर एरिसीओ वियणाओ । 9 ण य सद्दहामि मूढो एण्हिं अणुहोमि पच्चक्खं ।।
हा हा भणिओ तइया मा मा मारेसु जीव-संघाए । 11 ण य विरमामि अहण्णो विसयामिस-मोहिओ संतो ।।
मा मा जंपसु अलियं एवं साहण उवइसंताणं । 13 को व ण जंपइ अलियं भणामि एवं विमूढ-मणो ।।
साहति मज्झ गुरुणो पर-दव्वं णेय घेप्पए किंचि । 15 एवमहं पडिभणिमो सहोयरो कत्थ मे दव्वं ।।
साहति साहुणो मे पर-लोय-विरुद्धयं पर-कलत्तं । 17 हा हा तत्थ कहतो पर-लोओ केरिसो होइ ।।
जइ णे भणंति गुरुणो परिग्गहो णेय कीरए गुरुओ । 19 ता कीस भणामि अहं ण सरइ अम्हं विणा इमिणा ।।
जइ णे भणंति साधू मा हु करे एत्तियं महारंभं । 21 ता कीस अहं भणिमो कह जियउ कुडंबयं मज्झ ।।
संपइ तं कत्थ गयं रे जीव कुडंबयं पियं तुज्झ । __1) P व्यंगवंगी, J पिस्संते, P सालिपिंड. 3) P सुयणेहिं for सउणेहिँ. 4) P तह मि ते खजंता अच्छिविअच्छक्खरं. 5) P वजकुडंगेसु पइसति ।। वज्जकुडंगपविट्ठा खणमेत्तं तत्थ किंचि चिंतेति ।. 7) P अहा for अहो, J धम्मेहिं for मंधेहिं. 8) P तत्तो for तइओ. 10) P संघायं. 11) J विसयाविस, P संते. 12) P मूढं for एयं. 14) P om. ०ए किंचि. 15) P सहोअरं. 17) P om. पर, P भणामो for कहतो. 18) P नो for णे, P परिग्गओ, J गरुओ. 19) P तरइ for सरइ. 20) P णो for णे, P साहू साहुकारे. 21) P जियइ.
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(७८) 1 जस्स कए अणुदियह एरिस-दुक्खं कयं पावं ।।
तइया भणंति गुरुणो मा एए णिहण संबर-कुरंगे । 3 पडिभणिमो मूढप्पा फल-साग-सरिच्छया एए ।।
इय चिंतेति तहिं चिय खण-मेत्तं के वि पत्त-सम्मत्ता । 5 गुरु-दुक्ख-समोच्छइया अवरे एयं ण चाएंति ।।
अह ताण तक्खणं चिय उद्धावइ वण-दवो धमधमेंतो । 7 पवणाइद्ध-कुडंगो दहिउँ चिय तं समाढत्तो ।। ___ अह तत्थ डज्झमाणा दूसह-जालोलि-संवलिय-गत्ता । 9 सत्ता वि सउम्मत्ता भमंति णरयम्मि दुक्खत्ता ।। अवि य ।
सर-कोंत-समागम-भीसणए दुसहाणल-जाल-समाउलए । 11 रुहिरारुण-पूय-वसा-कलिए सययं परिहिंडइ सो णरए ।।
इय दुक्ख-परपर-दूसहए खण-मेत्त ण पावइ सइ सुहए । 13 कय-दुक्कय-कम्म-विमोहियया भम रे सुह-वज्जिययं जियया ।।
सव्व-त्थोवं कालं दस-वास-सहस्साइँ पढमए णरए । 15 सव्व-बहु तेत्तीस सागर-णामाण सत्तमए ।।
एयं च एरिसं भो दिट्ठ वर-णाण-दसण-धरेहिं । 17 तं पि णरणाह अण्णे अलियं एयं पयंपंति ।।
(७८) अण्णे भणंति मूढा सग्गो णरओ व्व केण भे दिह्रो । 19 अवरे भणति णरओ वियड्ड-परिकप्पिओ एसो ।।
जे च्चिय जाणंति इमं णरयं ते चेय तत्थ वच्चंति । 21 अम्हे ण-याणिमो च्चिय ण वच्चिमो के वि जपति ।।
अण्णाणं अण्णाणं ण-याणिमो को वि एस णरओ त्ति ।
3) P सायरससिच्छया एते. 4) P चिंतंति. 5) P गुरुदत्तसमोएतेच्छ०, P चायंति. 6) P उव्वावइ. 8) P माणो, P संपलित्तंगा. 9) P निरयंमि. 10) J हीसणए P भीसणाए. 11) J पूअसमा P पूइवसा. 12) P पाविय. 13) P भमिरे, P वज्जिय जं०. 14) P त्थोयं, P सहस्साई मं. 16) J एरिसो, P दिठिं. 17) P नारनाह, P एयं ति जपंति. 19) J वियढपरियप्पिओ. 20) P वुच्चंते.
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(७९) 1 अवरे भणंति अवरा जं होही तं सहीहामो ।।
संसार-णगर-कयवर-सूयर-सरिसाण णत्थि उव्वेओ । 3 किं कोइ डोंब-डिंभो पडहय-सदस्स उत्तसइ ।।
अणुदियहम्मि सुणेता अवरे गेण्हंति णो भयं धिट्ठा । 5 भेरी-कुलीय पारावय व्व भेरीएँ सद्देणं ।।
णरय-गइ-णाम-कम्मं अवरे बंधति णेय जाणंति । 7 ता ओदिसंति मूढा अवरे जस्सोवरि रोसो ।।।
अवरे चिंतेंति इमं कल्लं विरमामि अज विरमामि । 9 ताव मरति अउण्णा रहिया ववसाय-सारेण ।।
दे विरम विरम विरमसु पावारंभाओ दोग्गइ-पहाओ । 11 इय विलवंताणं चिय साहूणं जंति णरयम्मि ।।
ता णरणाह सयण्णो जो वा जाणाइ पुण्ण-पावाई । 13 जो जाणइ सुंदर-मंगुलाइँ भावेइ सो एयं ।।
णरए णेरइयाण ज दुक्ख होइ पच्चमाणाण । 15 अरहा त साहेज व कत्तो अम्हारिसा मुक्खा ।।
(७९) कह-कह वि आउयंते उव्वट्टो किंचि-मेत्त-कम्म-मलो । 17 पइसइ तिरिक्ख-जोणिं मणुओ वा जो इमं कुणइ ।।
तव-भंग-सील-भंग काम-रई-राग-लोह-कूडत्तं । 19 कूड-तुल-कूड-माणं कूडं टंकं च जो कुणइ ।।
पसु-महिस-दास-पेसा जे य किलिस्संति दुक्ख-तण्हत्ता । 21 पर-लोय-णिरावेक्खा लोयं खाएंति दुस्सीला ।।
एए सव्वे मरिउं अकय-तवा जंति तिरिय-जोणिम्मि ।
1) P होहि त्ति तं. 2) P नयर, P repeats कयवर, P उव्वेवो. 3) P के वि for कोइ, P पडिहयसद्दसउब्वियइ. 4) J दट्ठा for धिट्ठा. 5) P कुलाय पारावइ व्व भीरीय सद्धेण. 6) J गई. 7) P ता for ताओ, J अइसंति P उद्दिसंतु, J जस्सोवरी P जस्सावरिं. 8) P चिंतंति इमो, P थिरमामि सकयसंकेया ।. 9) P ववसारेयसारेण. 10) P om. विरम. 12) J जे वा जाणंति, P जो जीणइ. 13) P सो एवं. 14) P © for जं. 15) P मुक्का. 16) P कह व आउणंते. 17) P पइसति, P जोणी, J जं for जो, P कुणए. 18) P कामरती, P कुडतं. 20) J जे किलिस्संति P जोइ किलेसेइ. 21) P निरापेक्खा, P खायंति.
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(७९)
| तिरियाणुपुब्वि-रज्जू-कड्डिजंता बइल्ल व्व ।।
तत्थ तस-थावरत्ते संपुण्णापुण्ण-थूल-सुहुमत्ते । 3 वियलेंदिय-पंचेंदिय-जोणी-भेए बहु-वियप्पे ।।
जल-जलणाणिल-भूमी-वणस्सई चेय थावरे पंच । 5 विय-तिय-चउ-पंचेंदिय-भेए य जंगमे जाण ।।
दुवय-चउप्पय-भेया अपयापय-संकुला चउ-वियप्पा । 7 पसु-पक्खि-सिरीसिव-भमर-महुयराई बहु-वियप्पा ।।
जल-थल-उभय-चरा वि य गयण-चराई य होंति बहु-भेया । णरणाह किंचि सोक्खं इमाण सव्वं पुणो दुक्खं ।।
खोड्डण-खणण-विदारण-जलण-तह-द्धमण-बंध-मोडेहिं । 11 अवरोप्पर-सत्थेहि य थावर-जीवाणं तं दुक्खं ।।
छिजंति वणस्सइणो वंक-कुहाडेहिँ णिद्दय-जणेणं । 13 लुव्वंति ओसहीओ जोव्वण-पत्ता दुहत्ता य ।।
छुब्भंति कढयढंते उयए जीवा उ बीय-जोणिम्मि । 15 मुसुमूरिज्जति तहा अवरे जंत-प्पओगेणं ।।
णिद्दय-समत्थ-दढ-बाहु-दंड-पब्बिद्ध-असि-कुहाडेहिं । 17 णरणाह तरुयरत्ते बहुसो पल्हत्थिओ रण्णे ।।
खर-पवण-वेय-पव्विद्ध-गरुय-साला-णमंत-भारेण । 19 भग्गो वणम्मि बहुसो कडयड-सदं करेमाणो ।।
पजलिय-जलण-जाला-कराल-डज्झत-पत्त-पब्भारो । 21 तडतडतडस्स डड्डो णरवइ बहुसो वण-दवेण ।।
कत्थइ वज्जासणिणा कत्थइ उम्मूलिओ जल-रएणं ।
1) J तिरियाणपुब्विरज्जा. 2) P थावरत्तो ते पुन्नापुन्न. 4) P तेय for चेय. 5) J विइ, P भेएणं for भेए य. 6) P दुप्पय, J अपयापद. 7) P सिरीसवभमरामहुयरबहुविहवियप्पा ।. 8) P गयणचरा चेय. 10) P खोहण, P वियारणजालणतहधमण. 12) P स्सइणो कुहाडिघाएण निद्दय. 13) P लुचंति, P वि for य. 14) P कढकढेंते उदए जीवा तु बीय. 16) J पविद्ध, P सिय for असि. 18) P पविद्ध, P साला निमंतभावेण. 21) P दड्डो. 22) J रयेणं.
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९६
वण-करि-करेण कत्थइ भग्गो णरणाह रुक्खत्ते || (८०) गंतूणमचाएंतो लोलंतो कढिण-धरणिवट्ठम्मि । कत्थइ टस त्ति खइओ दुइंदियत्तम्मि पक्खीहिं ।। खर-णर-करह-पसूहि य रह-सयड - तुरंग कढिण- पाएहिं । 5 दिट्ठि-विहूणो तेइंदियएसु बहुसो णिसुद्धो हं ।। उरग-भुयंगम-कुक्कुड-सिहि - सउण-सएहिँ असण- कज्जम्मि । 7 विलवंतो च्चिय खइओ सहसाहुत्तो भय - विसण्णो ।। खर-दिणयर-कर-संताव-सोसिए तणुय- विरय-जंबाले । 9 मच्छत्तणम्मि बहुसो कायल - सउहिँ खइओ हं || बहुसो गलेण विद्धो जाल-परद्धो तरंग-आइद्धो । जलयर-सएहिँ खद्धो बद्धो पावेण कम्मेणं ॥ मयर-खर-णहर - दाविय - तिक्खग्ग- कराल - दंत - करवत्ते । कत्थइ विसमावत्ते पत्तो यि - कम्म- संतत्तो || कत्थइ अहि त्ति दठ्ठे मारे-मारेह पाव-पुरिसेहिं । खर- पत्थर-पहरेहिं णिहओ अकयावराहो वि । कत्थइ सिहीहिँ खइओ कत्थइ णउलेहिँ खंड-खंड-कओ । 17 ओसहि -गद्धाइद्धो बद्धो मंतेहिँ उरयते ।।
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णिडुर-वग्घ-चवेडा-फुड- णहर - विदारिओ मओ रणे । 19 महिसत्तणम्मि कत्थइ गुरु - दूसह - भार - दुक्खत्तो ।।
हरि-खर-णहर-विदारिय-कुंभत्थल-संगलंत-रुहिरोहो । 21 पडिओ वणम्मि कत्थइ पक्खि-वलुत्तो सउणएहिं ।। गुरु-गहिर-पंक-खुत्तो सरवर-मज्झम्मि दिणयर-परद्धो ।
(८०)
1) P करकरेण. 2) P ० चायंतो. 3) P वसत्थि for टस त्ति, J विइंदियं तम्मि. 4) P रहसड. 6) Pom. भुयंगम. 7) P विवलाइत्तो खइओ. 8) J विअर for विरय, P जंबोले. 9) P काइल. 12 ) P दारिय for दाविय. 17 ) P ओसहिं गंधाइट्टो, P उयरत्ते. 18) P वियारिओ, P सार for भार. 20) J कर for खर, P वियारिय. 21 ) P पत्थिवलुत्तो. 22) P गुरुपग.
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(८०)
९७
1 ताव तहिं चिय सुक्को तावस-थेरो व्व जुण्ण-गओ ।।
कत्थइ वारी-बद्धो बद्धो घण-लोह-संकल-सएहिं । 3 तिक्खंकुस-वेलु-पहार-तज्जणं विसहियं बहुसो ।।
अइभारारोहण-णिसुढियस्स रण्णे बइल्ल-रूवस्स । 5 जीय-सणाहस्स वि कोल्हुएहिँ मासं महं खइयं ।।
कत्थइ विसमावडिओ मुसुमूरिय-संधि-बंधणो दुहिओ । 7 तोहा-छुहा-किलंतो सुसिऊण मओ अकय-पुण्णो ।।
कत्थइ णंगल-जुत्तो सयड-धुरा-धरण-जूरण-पयत्तो । 9 तोत्तय-पहर-परद्धो पडिऊण ठिओ तहिं चेय ।।
डहणंकण-बंधण-ताडणाइँ वह-छेज्ज-णत्थणाइं च । पसु-जम्ममुवगएणं णरवइ बहुसो वि सहियाई ।। हरिणत्तणम्मि तक्खण वियायई-मय-तणं पमोत्तूणं । सावय-सहस्स-पउरे वणम्मि विवलाइयं बहुसो ।।
कत्थइ य जाय-मेत्तो मुद्धत्तणएण जणणि-परिहीणो । 15 दढ-कोडंडायड्डिय-बाणं वाहं समल्लीणो ।।
गेयस्स दिण्ण-कण्णो कत्थइ णिहओ सरेण तिक्खेणं । 17 कत्थइ पलायमाणो भिण्णो सेल्ल-प्पहारेहिं ।।
कत्थइ धावंतो च्चिय पडिओ विसमम्मि गिरि-वर-झसम्मि । 19 कत्थइ वण-दव-जालावलीहिँ डड्डो णिरुच्छाहो ।।
णो णिब्भएण चिण्णं तणं पि णो चेय पाणियं पीयं । 21 ण य णिब्भएण सुत्तं णरणाह मयत्तणम्मि मए ।।
सस-संबर-महिस-पसुत्तणम्मि पुरिसेहिँ मंस-लोहेणं ।
2) P कत्थइ वीराबंधो. 3) P तिक्खुंकुसाबलपहार, P विसहिउँ पयसो. 5) P मयं for महं. 7) J असिऊण for सुसिऊण. 8) P नंगलहुजुत्तो. 9) P चेव for चेय. 10) P तहा for वह. 12) P हरित्तणंमि, J विआयमयतण्णयं, P मयतणयं. 13) P विवला इओ. 14) P om. य. 15) P कोयंडा, P बाणवाहं. 16) J दिण्णयण्णो. 17) P कत्थइ धाययमाणो. 18) P णइ for वर. 19) P दड्डो. 21) J णिच्चएण for णिब्भएण. 22) P मांस लोभेण, P मांसं.
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(८१)
। मंसं बहुसो खइयं फालेउं अंगमंगाई ।। ___सर-सत्ति-सेल्ल-सव्वल-णिद्दय-णिक्खित्त-सर-पहारेहिं । 3 बहुसो अरण्ण-मज्झे जीएण णिएण वि विमुक्को ।।
सुय-सारिय-सउणत्ते लावय-तित्तिर-मयूर-समयम्मि । 5 पंजरय-पास-मइयं बहुसो मे बंधणं पत्तं ।।।
तण्हा-छुहा-किलंतेहिँ णवर वच्चं पि वंफियं बहसो । 7 जो उण णिवसइ गब्भे आहारो तस्स तं चेय ।।
कज्जाकजं बहुसो गम्मागम्मं अयाणमाणेण । 9 णरवइ भक्खाभक्खं परिहरियं णो भमंतेण ।। अवि य ।
दुक्खं जं णारयाणं बहु-विविह-महा-घोर-रूवं महतं, 11 होज्जा तं तारिसं भो तिरिय-गइ-गयाणं पि केसिं चि दुक्खं ।
छेज्जे बंधे य घाए जर-मरण-महावाहि-सोगुठ्ठयाणं, 13 णिच्चं संसार-वासे कह कह वि सुहं साह मज्झं जियाणं ।।
अंतोमुत्त-मत्तं तिरियत्तं को वि एत्थ पावेइ । 15 अण्णो दुह-सय-कलिओ कालमणतं पि वोलेइ ।।
तिरियत्तणाउ मुक्को कहं पि णिच्छुब्भए मणुय-जम्मे । 17 मणुओ व्व होइ मणुओ कम्माइ इमाइ जो कुणइ ।।
(८१) ण य हिंसओ जियाणं ण य विरई कुणइ मोह-मूढ-मणो । 19 पयइ-मिउ-मद्दवो जो पयइ-विणीओ दयालू य ।।
तणु-कोह-माण-माया-जीया विरमंति जे कसाएसु । 21 मूढ-तव-णियाणेहिँ य जे होति य पाव-परिणामा ।।
दह्ण य साहुयणं ण वंदिरे णेय णिंदिरे जे य । ___2) J प्पहारेहि. 3) P मजे जीए नीएण. 4) P सउणत्तो. 5) J पासाईयं, Jणे for मे, J पत्तो. 6) P णाम for णवर, P भक्खियं for वंफियं. 7) P जो पुण, P गत्तो for गब्भे. 11) P गमाणं for गयाणं. 12) P महाबोहिसोगड्डयाणं. 16) P तिरियत्तणओ चुक्को, J कहिं पि, P पि नच्छुब्भए. 17) P अणुउ for मणुओ, P om. होइ. 18) J विरई, P न विरई. 19) J पयइम्मि मद्दवो, P निउ for मिउ. 20) J अइ for तणु, J लोहेण कया वि for जीया. 21) J णियाणहि. 22) P साहुणयं.
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(८१)
1 रंडा दूभग तह दुक्खिया य बंभं धरेमाणी ।।
सीउण्ह-खुप्पिवासाइएहिँ अवसस्स णिज्जराए उ । 3 तिरियाण य मणुयत्त केसि पि अकाम-वसयाण ।।
दारिद्देण वि गहिया धणिय-परद्धा तहा सया थद्धा । 5 सणियाणं पडिऊणं मरंति जलणे जले वा वि ।।
जे पर-तत्ति-णियत्ता णवि थद्धा णेय दोस-गहण-परा । 7 ण महारंभ-परिग्गहण-डंभया णेय जे चोरा ।।
ण य वंचया ण लुद्धा सुद्धा मुद्धा जणे ण दुस्सीला । 9 मरिऊण होंति एए मणुया सुकुले समिद्धे य ।।
जे उण करेंति कम्मं णरय-तिरिक्खत्तणस्स जं जोग्गं । 11 पच्छा विरमंति तहिं कुच्छिय-मणुया पुणो होति ।।
मणुयाउगं णिबद्धं पुव्विं पच्छा करेंति जे पावं । 13 ते णरय-तिरिक्ख-समा पुरिसा पुरिसत्थ-परिहीणा ।।
__णरणाह इमे पुरिसा तिरिया वा एय-कम्म-सजुत्ता । 15 देवा णेरइया वा मरिउ मणुयत्तणे जति ।।
जायंति कम्म-भूमीसु अहम-भूमीसु के वि जायंति । 17 आरिय-जणम्मि एक्के मेच्छा अवरे पुणो होति ।।
सक-जवण-सबर-बब्बर-काय-मुरुंडोड्ड-गोंड-कप्पणिया । 19 अरवाग-हूण-रोमस-पारस-खस-खासिया चेय ।।
डोंबिलय-लउस-बोक्कस-भिल्ल-पुलिंदध-कोत्थ-भरख्या । 21 कोंचा य दीण-चंचुय-मालव-दविला कुडक्खा य ।।
किक्कय-किराय-हयमुह-गयमुह-खर-तुरय-मेंढगमुहा य ।
1) P रंडायर दुब्भगा दु. 2) P वासाइयाउ अवसस्स. 3) J वि for य. 4) J व for वि, P इद्धा for थद्धा. 7) J परिग्गहडंभया. 9) P सुकुले सुमिद्धे. 10) P जे पुण. 12) J मणुआउअं, P पुच्छी पुच्छा करेंति. 16) J अकम्म for अहम. 18) J सय for सक. 19) P खसखोसिया, P चेव. 20) P डोंबय, J वोक्कस P बोक्कस्स, J पुलिंध अंध, P पुलिंदव्वकोंचभमररूया. 21) P य वीण, P कुलक्खा . 22) P किक्कयकराय, P हयमुहा गयमुहा, JP तुरया.
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(८२) 1 हयकण्णा गयकण्णा अण्णे य अणारिया बहवे ।।
पावा पयंड-चंडा अणारिया णिग्घिणा णिरासंसा । 3 धम्मो त्ति अक्खराइं णवि ते सुविणे वि जाणंति ।।
एए णरिंद भणिया अण्णे वि अणारिया जिणवरेहिं । 5 मंदर-सरिसं दुक्खं इमाण सोक्खं तण-समाण ।।
चंडाल-भिल्ल-डोंबा सोयरिया चेय मच्छ-बंधा य । 7 धम्मत्थ-काम-रहिया सुह-हीणा ते वि मेच्छ व्व ।।
(८२) आरिय-कुले वि जाया अंधा बहिरा य होंति लल्लाया । 9 रुल्ला अजंगम च्चिय पंगुलया चलण-परिहीणा ।।
धणमंतं दद्रूणं दूर दूति दुक्खिया जे य । 11 रूविं च मंद-रूवा दुहिया सुहियं च दणं ।।
णरणाह पुरिस-भावं महिला-भावं च के वि वच्चंति । 13 मोहग्गि-सिमिसिमेंता णपुंसयत्तं च पावेंति ।।
दीहाउया य अप्पाउया य आरोग्ग-सोक्ख-भागी य । 15 सुभगा य दूभगा वि य अवरे अयसाइँ पावेंति ।।
खुज्जा य पंगुला वामणा य अवरे य होंति हीणंगा । 17 मूया बहिरा अंधा केई वाहीहिँ अभिभूया ।।
संजोय-विप्पओगं सुह-दुक्खाइं च बहु-पगाराइं । 19 बहुसो णरवर-जम्मण-मरणाणि बहूणि पावंति ।।
एयं चिय पजत्तं णरवर वेरग्ग-कारणं पढमं । 21 जं असुइम्मि वसिज्जइ णव-मासे गब्भ-वासम्मि ।।
असुइ-मल-मुत्त-पउरे छिवाडिया-मास-पेसि-समयम्मि ।
2) P दंडा for चंडा. 5) P मंदिर. 6) P मेअ for चेय. 8) J होति कल्लाय P हों लल्लाया. 9) J रुल्लायरामच्चिय, P कल्ला for रुल्ला. 10) J दूमेइ. 11) J रूवं for रूविं. 13) P मोहपि मिसिमिसंता, J वच्चंति for पावेंति. 14) P उ for य in the first two places. 16) J य मंगुला. 17) J अद्धा केई, P अहिया. 18) P संजोग, P ओगा सुहुदु०, P पयाराई. 19) P मरणाणि य पावइ बहूणि ।. 21) P असुयंमिवसुज्जइ. 22) P मासपिसि.
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(८२) 1 बहुसो अहं विलीणो उवरे च्चिय पाव-कम्मेहिं ।।
बहुसो पवुत्थवइया-गयवइयाणं च गब्भ-संभूओ । 3 खर-खार-मूल-डड्ढो गलिओ रुहिरं व णिक्खंतो ।।
अण्णो गब्भ-गओ च्चिय जणणीऍ मयाएँ जीवमाणो वि । 5 डज्झइ चडप्फडंतो दुसह च्चिय जलण-जालाहिं ।।।
अवरो संपुण्णगो कह वि विवण्णो तहिं अकय-पुण्णो । 7 परिछेइयंगमंगो कड्डिजइ जणणि-जोणीए ।।।
कह-कह वि विणिक्खंतो अंतो-संतोस-सासमुज्झंतो । 9 वुण्णो तत्थ विवण्णो बहुसो रुण्णो अकय-पुण्णो ।।
जायतेण मए च्चिय अणंतसो गरुय-वेयणायल्ला । णीया जणणी णिहणं चलचल्लुव्वेल्लिर-ससल्ला ।।
कत्थइ य जाय-मेत्तो पंसुलि-समणी-कुमारियाहिं च । 13 चत्तो जीवंतो च्चिय फरिहा-रच्छा-मसाणेसु ।।
तत्थ वि विरसंतो च्चिय खइओ बहु-साण-कोल्हुयाईहिं । 15 थणयं च अलभमाणो कत्थइ सुसिओ तहिं चेय ।।
कत्थइ जायंतो च्चिय गहिओ बालग्गहेण रोहेण । 17 तत्थ मुओ रुयमाणो माऊए रोयमाणीए ।।
कत्थइ कुमार-भावं पडिवण्णो पुण्ण-लक्खणावयवो । 19 सयण-सय-दिण्ण-दुक्खो विहिणा जम्मतरं णीओ ।।
कय-दार-संगहो हं बहुसो बहु-सयण-मणहरो पुव्विं । 21 दुग्गय-मणोरहो इव सय-हत्तं मच्चुणा णीओ ।।
जुवईयण-मणहरणो बहुसो दढ-पीण-सललिय-सरीरो ।
1) P उयरे. 2) P पउत्थवइआगइवयायाणं. 3) P मूलदड्डो, P रुहिरं. 4) J जणणीय मयाय P जणणीइ समाइ. 6) J उण्णो for पुण्णो. 7) P कढिज्जइ. 8) P संत for सास. 9) P वुव्वो for वुण्णो. 10) J वेयणायल्लो. 11) P चल्लूवेल्लिर. 12) P कुमारियाणं च. 13) P रच्छा सुसाणे य ।. 14) P कोल्हुयादीहिं. 15) P चेव. 17) P तत्थ मओ. 21) P मणहरो च्चिय सय०. 22) P सुललिय.
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१०२
(८२) 1 सिद्धत्थ-कंदली विय टस त्ति भग्गो कयंतेण ।।
पर-दार-चोरियाइसु गहिओ रायावराह-कज्जेण । 3 छेयण-लंछण-ताडण-डहणंकण-मारणं पत्तो ।।।
दुब्भिक्ख-रक्ख-खइए जणम्मि णरणाह मे खुहत्तेण । 5 खइयं माणुस-मस जण-सय-परिणिंदिय बहसो ।।
बहु-रइय-चीर-मालो उच्छिट्ठाणिट्ठ-खप्पर-करग्गो । 7 कय-डिंभ-कलयलो हं बहुसो उम्मत्तओ भमिओ ।।
खदुया-मोत्थय-पहराहओ वि दीणत्तणं अमुंचंतो । 9 सरणं अविंदमाणो जणस्स पाएसु पडिओ हं ।।।
कत्थइ महिलत्तणए दूसह-दोहग्ग-सोय-तवियाए । 11 दालिद्द-कलह-तवियाएँ तीऍ रुण्णं धव-मणाए ।।
वेहव्व-दूमियाए दूसह-पइ-णेहमसहमाणीए । 13 उर-पोट्ट-पिट्टणेणं णिरत्थयं तं कयं बहसो ।।
पिययम-विलीय-दसण-ईसा-वस-रोस-मोहिय-मणाए । 15 णरणाह मए अप्पा झस त्ति अयडम्मि पक्खित्तो ।।
दुस्सीलत्तण-चिंधं पाव-फलं कुसुम-पल्लवुब्भेयं । 17 णासाहर-कण्णाणं छेयं तह भेयणं सहियं ।।
विसम-सवत्ती-संतावियाएँ पइणा अलीढ-गणियाए । 19 णरणाह मए अप्पा विलंबिओ दीण-वयणाए ।।
बहुली व परिगयाए सिसिरे जर-कंथ-उत्थय-तणूए । 21 दुग्णय-घरिणीऍ मए बहुसो तण-सत्थरे सुइयं ।।
वसियं विसमावत्ते हल्लिर-कल्लोल-वीइ-पउरम्मि ।
1) P विय ढस त्ति. 2) P राहावराह, दहणं.. 4) P जणिंम्मि P •णाह रे मे. 6) P उच्चिट्ठा. 8) P खडुया, P पहगहओ. 11) P परिपूरियाए for तवियाए, J तीय रुण्णं, J धवि (?) for धव, P रुण्णं चिय विणोउ ।. 12) P पइणोहम०. 13) P उरपोद्दपिट्टणमनिर०. 15) P निक्खित्तो for पक्खित्तो. 16) J विद्धं for चिंधं. 17) J छेयम छएण मे सहियं, P तह भोयणं. 18) P पइणो. 20) P बहुलीए परिग्गहियाए, J कंथरोत्थय. 22) P भीमावन्ने for विसमावत्ते.
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(८३)
१०३ 1 तिमि-मयर-मच्छ-कच्छव-भमंत-भीमे समुद्दम्मि ।।
एयाणि य अण्णाणि य णरवर मणुयत्तणम्मि दुक्खाई । 3 पत्ताइँ अणंताई विसमे संसार-कंतारे ।। __ सिर-दुह-जर-वाहि-भगंदराभिभूएहिँ दुक्ख-कलिएहिं । 5 सास-जलोदर-अरिसा-लूया-विप्फोड-फोडेहिं ।।।
णिब्भच्छण-अवमाणण-तज्जण-दुव्वयण-बंध-घाएहिं । 7 फेडण-फाडण-फोडण-घोलण-घण-घसणाहिं च ।।
साणप्फोडण-तोडण-संकोयण-डहण-झाडणाहिं च । 9 सूलारोवण-बंधण-मद्दण-करि-चमढणाहिं च ।।।
सीस-च्छेयण-भेयण-लंबण-तडिवडण-तच्छणाहिं च । 11 खल्लुक्कत्तण-बोडण-जलणावलि-डहण-वियणाहिं ।।
णरवइ णरय-सरिच्छं बहुसो मणुयत्तणे वि णे दुक्खं । 13 सहियं दूसहणिज्जं जम्मण-मरणारहट्टम्मि ।। अवि य ।
(८३) दूसह-पिय-विओय-संताव-जलण-जालोलि-तावियं । 15 अप्पिय-जण-संगमेण गुरु-वज्जासणिए व्व ताडियं ।।
अइदारिद्ध-सोय-चिंता-गुरु-भार-भरेण भग्गयं । 17 भीसण-खास-सास-वाही-सय-वेयण-दुक्ख-पउरयं ।।
णरवर एरिस-दुक्खयँ मणुयत्तणय पि णाम जीवाण । 19 वीसमउ कत्थ हिययं वायस-सरिसं समुद्द-मज्झम्मि ।।
एक्को मुहुत्त-मत्तं सव्व-त्थोवं तु भुंजए आऊ । 21 पल्लाइँ तिण्णि पुरिसा जियंति उक्कोस-भावेण ।।
तम्हा देवत्तणयं इमेहिँ कम्मेहिँ पावए मणुओ ।
1) P कच्छभममंति. 4) P जल for जर, P भगंदराहिंभू०. 5) P सूल for सास, P जलोयरहरिसाल्याहिं वि०. 6) P निब्भच्छणाव०. 7) J तह for घण. 8) P साडणफोडण, P संकोडण, J झाडणाई P ज्झोडणाहिं. 9) J चमढणा किंच. 10) P च्छेदणभेदण, J तत्थहाणिं च. 11) P खल्लकुत्तण, P दहण. 12) P बहुसो व मणु०, P मए for वि णे. 14) J जालोलि अतविअयं, P ताविइयं. 15) P वजाअस०, J ताडिअअं P ताडिअयं. 16) P गिरि for गुरु. 17) J सोस for सास, P वाहि. 18) J जीवयाण. 20) J मेत्तयं, P त्थोयं, P आउं.
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१०४
(८३) 1 तिरिओ व्व सम्मदिट्ठी सुर-णारइया ण पावेंति ।।
जल-जलण-तडीवडणं रज्जू-विस-भक्खणं च काऊणं । 3 कारिसि-बाल-तवाणि य विविहाइँ कुणंति मूढ-मणा ।।
सीउण्ह-खुप्पिवासाय सकाम-अकाम-णिज्जराए य । 5 मरिऊण होति देवा जइ सुद्धा होति भावेण ।।
जे उण सणियाण-कडा माया-मिच्छत्त-सल्ल-पडिवण्णा । 7 मरिऊण होति तिरिया अट्टझाणम्मि वढुंता ।।
तत्थ वि वंतर-देवा भूय-पिसाया य रक्खसा अवरे । 9 जे मणुयाण वि गम्मा किंकर-णर-सरिसया होति ।।
सम्मत्त-बद्ध-मूला जे उण विरया व देस-विरया वा । 11 पंच-महव्वय-धारी अणुव्वए जे य धारेंति ।।
कम्म-मल-विमुक्काणं सिद्धाणं जे कुणंति वंदणयं । 13 पूयं अरहताणं अरहताणं च पणमंति ।।
पंचायार-रयाणं आयरियाणं च जे गया सरणं । 15 सुत्तत्थोज्झायाणं उज्झायाणं च पणमति ।।
सिद्धि-पुरि-साहयाणं संजम-जोएहिँ साहु-करणाणं । 17 पयईए साहूणं साहूणं जे गया सरणं ।।
ते पुरिस-पोंडरीया देहं चइऊण कलमलावासं । 19 दिय-लोय-विमाणेसुं मणहर-रूवेसु जायंति ।।
चल-चवल-कोंडल-धरा पलंब-वण-माल-रेहिर-सरीरा । 21 वर-रयणाहरण-धरा हवंति देवा विमाणम्मि ।।
ताण वि मा जाण सुहं सययं णरणाह कामरूवीणं ।
1) P सुरनेरइया न पावंति. 3) J तवावि य. 4) J वासाअसकामसकामाणि P वासाअकामसक्काम. 5) P हियएणं for भावेण. 6) P सल्लपरिभित्ता ।. 8) P भूया य पिसाय रक्खसा. 10) P विरियव्व. 11) P धारंति. 12) P विप्पमुक्का जे सिद्धाणं कु. 15) P उवज्झायाणं. 16) P पुरसाधयाणं. 17) P पोंडराया. 19) P रूएसु. 20) P धण for वण. 22) P सययं य नरनाह कामरूवाणं.
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(८३)
१०५
1 होइ महंतं दुक्खं देवाण वि देव-लोयम्मि ।।
जे होंति णाडइल्ला गोज्जा तह किंकरा य पडिहारा । 3 भिच्चा भडा य भोज्जा अभिओगाणं इमं दुक्खं ।।
अइतिक्ख-कोडि-धारा-फुरंत-जालावली-जलायंतं । 5 तं एरिस-वजहरं वज हरते सुरा दटुं ।।
पच्छायाव-परद्धा हियएण इमाई णवरि चिंतेति । 7 हा हा अहो अकजं विसयासा-मोहिएण कयं ।।
जइ तइया विरमंतो अविराहिय-संजमो अहं होंतो । 9 इंदो व्व होज इहइं इंद-सरिच्छो व्व सुर-राया ।।
अव्वो संपइ एसो किंकर-पुरिसो इमाण हं जाओ । 11 तव-सरिसं होइ फलं साह सच्च उवइसति ।।।
सरिसाण य सम्मत्तं सामण्णं सेवियं समं अम्हे । 13 अज्झवसाय-गुणेणं एसो इंदो अहं भिच्चो ।।
विसयासा-मोहिय-माणसेण लद्धे जिणिंद-वयणम्मि । 15 ण कओ आयर-भावो चुक्को एयं विसय-सोक्खं ।।
बहु-काल-संचिओ मे जो वि कओ संजमो बहु-वियप्पो । 17 सो वि अकारण-कुविएण णासिओ णवर मूढेण ।।
लोए पूया-हेउं दाण-णिमित्तं च जो तवो चिण्णो । 19 सो धम्म-सार-रहिओ भुस-सरिसो एरिसो जाओ ।।
तडि-जलण-वारि-मरणे बाल-तवे अज्जियं च जं धम्म । 21 तं कास-कुसुम-सरिसं अवहरियं मोह-बाएण ।।
स च्चिय संजम-किरिया तं सीलं भाव-मेत्त-परिहीणं ।
1) P लोगंमि. 3) P अभिउयाणं. 4) P अतितिक्ख, P जलयलेंत. 6) P चिंतंति. 7) J विसयाविसमो०. 8) J णिस्संको for विरमंतो, P महं for अहं. 12) J सामण्णु. 15) J भाओ. 18) P पूयाहिउं. 19) P तुस for भुस. 20) P तडिजालानलमरणे.
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१०६
1
तं कीड-खइय-हिरिमिंथ - सच्छहं कह णु णीसारं ।। विबुह-जण-णिंदिएसुं असार- तुच्छेसु असुइ-पउरेसु । खण- -भंगुरेसु रज्जइ भोएसु विडंबण-समेसु ।। जीवो उण मणुयत्ते तइया ण मुणेइ विसय- मूढ-मणो ।
जइ एयं जाणतो तं को हियएण चिंतंतो ।।
इय ते किंकर-देवा देवे दट्टू ते महिड्डी ।
7 चिंताणल-पज्जलिया अंतो- जालाहिँ डज्झति ।।
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(८४) जे तत्थ महिड्डीया सुरवइ - सरिसा सुरा सुकय- पुण्णा । छम्मास-सेस-जीविय-समए ते दुक्खिया होंति ।। कुसुमं ताण मिलायइ छाया परिमलइ आसणं चलइ । विमणा य वाहणा परियणो य आणं विलंघेइ || एरिस-णिमित्त-पिसुणिय-चवणं णाऊण अत्तणो देवो । भय-वुण्ण-दीण-वयणो हियएण इमाइँ चिंतेइ ।। हा हंस-गब्भ-मउए देवंग- समोत्थयम्मि सयणम्मि । 15 उववज्जिऊण होहिइ उप्पत्ती गब्भ-वासम्मि ।। वियसिय-सयवत्त-समे वयणे द तियस-विलयाणं 1 हा होहि दट्ठव्वं थुडुक्कियं पिसुण - वग्गस्स ।। तामरस- सरसस- कुवलय- -माले वावी - जलम्मि हाऊण । हा कह मज्जेयव्वं गाम-तलाए असुइयम्मि ।। मंदार-पारियायय-वियसिय- णव - कुसुम - गोच्छ - चेंचइए । वसिउं दिव्वामोए हा कह होहं असुइ - गंध ।। फालिय-मणि- णिम्मविए जलंत - वेरुलिय-मंडिए भवणे ।
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(८४)
1) J हिरिमिच्छ P हिरिमंथ, P णु निस्सारं. 4) P जीवो पुण, P मोह for विसय. 7) P पज्जलिए, P उज्जल for अंतो. 8) P तो for जे, P महिड्डिया. 11 ) P परियणा. 12) P चलणं for चवणं. 13) J भयदीणपुण्णवयणो P भयचुन्नदीणविमणो. 16) P सिय for सय, P वियलाणा for विलयाणं. 17 ) P थुडुकियं. 18) P मालो वावी. 20) P चिंचइए. 21) P वसिओ.
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(८४) 1 वसिऊणं वसियव्वं जर-कडय-कए उडय-वासे ।।
तेलोक्क-तुंग-चिंता-दुमे व्व णमिऊण जिणवरे एत्थ । 3 णूण मए णवियव्वं मूढाणं अण्ण-पुरिसाणं ।।
वित्थय-णियब-पुलिणे रमिउं हंसो व्व तियस-विलयाण । 5 हा मणुय-लोय-पत्तो होहं महिलो कुमहिलो व्व ।।
वर-पोमराय-मरगय-कक्केयण-रयण-रासि-विक्खित्तो । 7 Yणं किविणो घेच्छं वराडियं धरणिवठ्ठाओ ।।
गंधव्व-ताल-तंती-संवलिय-मिलंत-महुर-सद्देणं । 9 बुझंतो होही सो संपइ खर-णिट्ठर-सरेहिं ।।
सुर-सेलम्मि पयासं जिण-जम्मण-मंगलम्मि वढ्ते । 11 तं तत्थ णच्चियं मे तं केण ण सलहियं बहसो ।।
हा दिणयर-कर-परिमास-वियसियंबुरुह-सरिस-मुह-सोहं । 13 सुरगिरि-सिर-मउड-समं कइया उण जिणवरं दच्छं ।।
दर-दलिय-कुवलउप्पल-विसट्ट-मयरंद-बिंदु-संदुमियं । 15 थण-जुयलं हो सुर-कामिणीण कइया पुणो दच्छं ।।
तियसिंद-विलासिणि-पणय-कोव-पविद्ध-कमल-राइल्लं । 17 पउम-महापउमाइसु दहेसु मह मज्जणं कत्तो ।।
तं णवर खुडइ हियए जं तं णंदीसरे जिणिंद-महे । 19 तीय महं पेसविया दिट्ठी धवलुज्जल-विलोला ।।
सुंदरयर-सुर-सय-संकुले वि रंगम्मि णच्चमाणीए । 21 सहि-वयण-णिवेसिय-लोयणाएँ तीए चिरं दिट्ठो ।।
समवसरणम्मि पत्तो विविह-विणिम्मविय-भूसणावयवो ।
1) J तडय for उडय. 2) P om. तुंग. 3) P नमियव्वं, P अन्नदेवाणं ।।. 5) J होहम for होहं. 6) P पउम for पोम, P कंकेयण. 7) P किमिणो घेत्थं वडाणियं. 9) P बोहिस्सं for होही सो. 11) P साहियं for सलहियं. 12) P दाहिणकरपरि० for हा दिणयरकरपरि०, P मुहहोहं. 13) P om. सिर, P समं से कइयाओ जिणवरिंदत्थे ।. 14) P दरि for दर P मिंदु० for संदु०. 15) P om. हो, P सुरं वरकामि. 17) J दूहेसु महु मज्जणं. 18) P नरवर for णवर, P महं for महे. 20) P om. सुरसय, P नच्चमाणीओ. 21) P निमेसिय.
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(८५) । सुरलोय-णिमिय-लोयण-धवलुज्जल-पम्हलं दिट्ठो ।।
__ हा सुर-णरिंद-णंदण हा पंडय रुद्द-भद्द-सालवण । 3 हा वक्खार-महागिरि हिमवंत कहिं सि दट्ठव्यो ।।
हा सीए सीओए कंचण-मणि-घडिय-तीर-तरु-गहणे । 5 हा रम्मय धरणीहर फुरंत-मणि-कंचण-धराणं ।।
हा उत्तर-देव-कुरू हा सुर-सरिए सरामि तुह तीरे । 7 रयणायर-दीवेसुं तुझं मे कीलियं बहसो ।।
इय विलवंतो च्चिय सो थोवत्थोवं गलत-कतिल्लो । 9 पवणाहओ व्व दीवो झत्ति ण णाओ कहिं पि गओ ।। अवि य ।
एवं पलावेहिँ दुहं जणेतो, पासट्ठियाणं पि सुराण णिच्चं । 11 वज्जासणी-घाय-हओ व्व रुक्खो, पुण्णक्खए मच्चु-वसं उवेइ ।।
दस वास-सहस्साइं जहण्णमाउं सुराण मज्झम्मि । 13 उक्कोसं सव्वढे सागर-णामाइँ तेत्तीसं ।।
(८५) तओ भो भो पुरंदरदत्त महाराय, जं तए चिंतियं ‘एयस्स मुणिणो 15 सयल-रूव-जोव्वण-विण्णाण-लायण्ण-संपण्ण-सफल-मणुय-जम्मस्स वि
किं पुण वेरगं, जेण एवं एरिसं एयंत-दुक्खं पव्वजं पवण्णो' त्ति । ता किं इमं 17 पि एरिसं संसार-दुक्खं अणुहविऊण अण्णं पि वेरग्ग-कारणं पुच्छिज्जइ त्ति ।
__णरणाह सव्व-जीवा अणंतसो सव्व-जाइ-जोणीसु । 19 जाया मया य बहुसो बहु-कम्म-परंपरा-मूढा ।।
एयं दुह-सय-जलयर-तरंग-रंगत-भासुरावत्तं । 21 संसार-सागर भो णरवर जइ इच्छसे तरिउ ।।
भो भो भणामि सव्वे एवं जं साहियं मए तुज्झ ।
1) J लोयणिम्मिय०. 2) P नंदण for णरिंद, J णंदण पंडय तरुक्कपभूद सालवणे. 4) J सीतोदे. 5) P धरणियरा सोहियफुडकंचण. 7) P तुज्झ मए कीलियं. 8) P थोवंथोवं. 9) P चि for पि. 10) P दुहं जुणेतो०. 11) J वज्जासणिं, P रुस्सो पुणक्खए वच्चुवसं. 14) P पुरंदरयत्त. 15) P पण्णा for संपण्ण, J सफलजम्ममणुयस्स वि. 16) P वेरयं for वेरग्गं, P एतं for एयं, P प्पवन्नो त्ति । तो किं. 17) P अणुभविऊणं अन्नंमि वे०. 20) P तुरंग for तरंग. 21) P तो for भो. 22) J सं for जं, J तुब्भं for तुज्झ.
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। सद्दहमाणेहिँ इमो उवएसो मज्झ सोयव्वो ।। अवि य ।
मा मा मारसु जीए मा परिहव सज्जणे करेसु दयं । 3 मा होह कोवणा भो खलेसु मेत्तिं च मा कुणह ।।
अलिए विरमसु रमसु य सच्चे तव-संजमे कुणसु रायं । 5 अदिण्णं मा गेण्हह मा रजसु पर-कलत्तम्मि ।।
मा कुणह जाइ-गव्वं परिहर दूरेण धण-मयं पावं । ___ मा मज्जसु णाणेणं बहु-माणं कुणह जह-रूवे ।।
मा हससु परं दुहियं कुणसु दयं णिच्चमेव दीणम्मि । पूएह गुरुं णिच्चं वंदह तह देवए इट्टे ।। संमाणेसु परियणं पणइयणं पेसवेसु मा विमुहं । अणुमण्णह मित्तयणं सुपुरिस-मग्गो फुडो एसो ।।
मा होह णिरणुकंपा ण वंचया कुणह ताव संतोसं । 13 माण-त्थद्धा मा होह णिक्किवा होह दाण-परा ।।
मा कस्स वि कुण शिंदं होज्जसु गुण-गेण्हणुज्जओ णिययं । 15 मा अप्पय पसंसह जइ वि जसं इच्छसे धवलं ।।
बहु-मण्णह गुण-रयणे एक्कं पि कयं सयं विचिंतेसु । आलवह पढमयं चिय जइ इच्छह सज्जणे मेत्तिं ।। पर-वसणं मा जिंदह णिय-वसणे होह वज्ज-घडिय व्व । रिद्धीसु होह पणया जइ इच्छह अत्तणो लच्छी ।।
अल्लियह धम्म-सीलं गुणेसु मा मच्छरं कुणह तुब्भे । बहु-सिक्खिए य सेवह जइ जाणह सुंदरं लोए ।।
मा कडुयं भणह जणे महरं पडिभणह कड्य-भणिया वि । ___1)P मज for मज्झ. 2) P मारेसु जिए. 3) P कोहणाहो खलेहिं. 4) P तह for तव. 5) P अगिन्न for अदिण्णं. 7) P माणेणं बहुमायं मा कुणसु रूवे for the 2nd line. 8) P पयं for परं, J दयं णिच्च णिच्च दी. 9) P गुरू for गुरुं. 11) J फुडं for फुडो. 13) JP थद्धा. 14) J कस्सइ कुण शिंदं होज गुण, P गेण्हसु जुओ. 15) P नइ सि for जइ वि. 16) P मण्णय for मण्णह, P पि चिंतेसु for विचिंतेसु. 19) P लच्छिं ।. 20) P अअज्झिहिय for अल्लियह. 21) P ह for य before सेवह. 22) P जणं for जणे.
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(८६)
1 जइ गेण्हिऊण इच्छह लोए सुहयत्तण-पडायं ।।
हासेण वि मा भण्णउ णवरं जं मम्म-वेहयं वयणं । 3 सच्चं भणामि एत्तो दोहगं णत्थि लोयम्मि ।।
धम्मम्मि कुणह वसणं राओ सत्थेसु णिउण-भणिएसु । 5 पुणरुत्तं च कलासु ता गणणिज्जो सुयण-मज्झे ।।
इय णरवइ इह लोए एयं चिय णूण होइ कीरतं । 7 धम्मत्थ-काम-मोक्खाण साहयं पुरिस-कज्जाणं ।।
ता कुणसु आयरं भो पढमं काऊण जं इमं भणियं । 9 तत्तो सावय-धम्मं करेसु पच्छा समण-धम्मं ।।
ता कलि-मल-सयल-कलंक-वज्जिओ विमल-णाण-कंतिल्लो । 11 वच्चिहिसि सिद्धि-वसही सयल-किलेसाण वोच्छेयं ।।
जत्थ ण जरा ण मच्चू ण वाहिणो णेय सव्व-दुक्खाइं । 13 तिहुयण-सोक्खाण परं णवरं पुण अणुवमं सोक्खं ।। अवि य ।
संसारे दूर-पारे जलहि-जल-समे भीसणावत्त-दुक्खे, 15 अच्चत-वाहि-पीडा-जर-मरण-मयाबद्ध-दुक्खाइ-चक्के ।
मज्जंताणं जियाणं दुह-सय-पउरे मोह-मूढाण ताणं, 17 मोत्तुं तं केवलं भो जिणवर-वयणं णत्थि हत्थावलंबो ।।' त्ति
(८६) एत्थंतरम्मि कहतरं जाणिऊण आबद्ध-करयलंजलिणा पुच्छिओ 19 भगवं धम्मणंदणो वासव-महामंतिणा, भणियं च णेण । 'भगवं, जो एस तए
अम्ह एयंत-दुक्ख-रूवो साहिओ चउ-गइ-लक्खणो संसारो, एयस्स पढमं किं 21 णिमित्तं, जेण एए जीवा एयं परिभमंति' त्ति । भणियं च गुरुणा धम्मणंदणेण । ___ 'भो भो महामंति, पुरंदरदत्त महाराय, णिसुणेसु, संसार-परिभमणस्स जं कारणं
1) P पढायं. 2) P व for वि, P नरवर जं. 6) P नरवर for णरवइ, J चिय होइ णूण कीरंत. 7) P साहसं for साहयं. 8) P तो for भो, P जइ for जं. 11) P वसई for वसही. 12) P वाहिणा णेय. 13) P तहुयणसोक्खाउ परं. 14) P जलहिसममहाभी. 15) P मयाणेक्कतिक्खाई. 16) P ते for तं. 18) P om. कहंतरं. 19) J भयवं, P एसो for एस. 20) Jom. अम्ह, P om. एयंत, P लक्खणं. 21) J एएण for एए, Jom. एयं. 22) P पुरंदरयत्त, P परिभवणस्स.
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। भणियं तेलोक्क-बंधूहिं जिणवरेहिं ति ।
कोहो य माणो य अणिग्गहीया, माया य लोहा य पवड्डमाणा । 3 चत्तारि एए कसिणा कसाया, सिंचंति मूलाइँ पुणब्भवस्स ।।
अण्णाणंधो जीवो पडिवजइ जेण विसम-दोग्गई-मग्गे । 5 मूढो कज्जाकजे एयाणं पंचमो मोहो ।।
तत्थ कोहो णाम जं केणइ अवरद्धे वा अणवरद्धे वा मिच्छा-वियप्पेहिं वा 7 भावयंतस्स परस्स उवर बंध-घाय-कस-च्छेय-तज्जणा-मारणाइ-भावो
उववज्जइ तस्स कोहो त्ति णामं । जो उण अहं एरिसो एरिसो त्ति तारिसो त्ति 9 य जाइ-कुल-बल-विजा-धणाईहिं एसो उण ममाहमो किं एयस्स अहं
विसहामि त्ति जो एरिसो अज्झवसाओ अहं ति णाम सो माणो त्ति भण्णइ । 11 जो उण इमेणं पओगेणं इमेण वयण-विण्णाणेणं इमेणं वियप्पेणं एयं परं वंचेमि
त्ति, तं च सक्कारणं णिक्कारणं वा, सव्वहा वंचणा-परिणामो जो एसो सव्व13 संसारे माया माय त्ति भण्णइ । जो उण इमं सुंदरं इमं सुंदरयरं एवं गेण्हामि इम ___ठावेमि एयं रक्खामि त्ति सव्वहा मुच्छा-परिणामो जो सो लोहो त्ति भण्णइ । 15 तत्थ जो सो कोवो सो चउप्पयारो सव्वण्णूहि भगवंतेहिं परूविओ । तं जहा ।
अणताणुबंधी,अप्पच्चक्खाणवरणो, पच्चक्खाणावरणो,संजलणो चेय। तत्थ य 17 पव्वय-राई-सरिसो पढमो बीओ उ पुढवि-भेय-समो ।
वालुय-रेहा तइओ होइ चउत्थो य जल-रेहा ।। 19 पव्वय-राइ-सरिच्छो कोवो जम्मे वि जस्स जो हवइ ।
सो तेण किण्ह-लेसो णरवर णरयं समल्लियइ ।। 21 खर-पुढवी-भेय-समो संवच्छर-मेत्त-कोह-परिणामो ।
मरिऊण णील-लेसो पुरिसो तिरियत्तणे जाइ ।।
1) P बंधू for बंधूहि, P om. हिं जिणवरेहिं etc. to अणवरद्धे वा. 2) J अणिग्गिहीया. 7) P बधधायतज्जणमा. 8) P कोवो for कोहो, P om. त्ति तारिसो त्ति. 9) J कीस for किं, P om. अहं. 10) J विसहमि P विसहामो, J एरिस अज्झवसाओ सो माणो. 11) P जो पुण, P वयणभिन्नासेणं, P एयं परवंचमित्ति. 12) P सा for जो एसो. 13) JP संसारमाया, P इमं न सुंदर इमं च न सुंदरं एयं. 14) P ठावेमि इमं न देमि एयं, P लोभो 15) J om. भगवंतेहिं. 16) J अप्पच्चक्खाणो, P om. तत्थ य. 17) P बिइओ, J adds उ later, J पुढवीभेय. 18) J जलरेहो. 19) राई for राइ, P जस्स नो घडइ ।. 22) P तिरियत्तणं, J जाई P जायइ.
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११२ 1 वालुय-रेहा-सरिसो मास-चउक्केण कोह-परिणामो ।
मरिऊण काउ-लेसो पुरिसो मणुयत्तणमुवेइ ।। 3 जल-रेहा-सारिच्छा पुरिसा कोहेण तेउ-लेस्साए ।
मरिऊण पक्ख-मेत्ते अह ते देवत्तणमुवेंति ।। 5 माणो वि चउ-वियप्पो जिणेहिँ समयम्मि णवर पण्णविओ ।
णामेहि पुव्व-भणिओ जं णाणत्तं तयं सुणह ।। 7 ण णमइ सेलत्थंभो ईसिं पुण णमइ अत्थिओ थंभो ।
कह-कह वि दारु-घडिओ सवसो च्चिय होइ वेत्तमओ ।। 9 सेलत्थंभ-सरिच्छेण णवर मरिऊण वच्चए णरए ।
किंचि पणामेण पुणो अट्ठिय-थंभेण तिरिएसु ।। 11 दारुय-थंभ-सरिच्छेण होइ माणेण मणुय-जम्मम्मि ।
देवत्तणम्मि वच्चइ वेत्तलओ णाम सम-माणो ।। 13 माया वि चउ-वियप्पा वंस-कुडंगी य मेंढग-विसाणा ।
धणुओरंप-सरिच्छा ईसिं वंकाउ गप्पडिया ।। 15 वंस-कुडंगो अइवंक-वलिय-समाओं अवस्स णरयम्मि ।
जाइ तिरिएसु णवरं मय-सिंग-समाएँ लेसाए ।। 17 धणुओरंप-सरिच्छो माया-बंधेहिँ होइ मणुयत्तं ।
होइ अवस्सं देवो ईसी-वंकाएँ मायाए ।। 19 लोहो वि चउ-वियप्पो किमि-राओ होइ णीलि-राओ य ।
कद्दम-राय-सरिच्छो होइ चउत्थो हलिद्दि व्व ।। 21 पढमेण होइ णरयं बीएण भणंति णवर तिरियत्तं ।
तइएण मणुय-जोणिं होइ चउत्थेण देवत्तं ।।
1) P सरिसा सास, P परिणामा. 2) P कोउलेसा, P मणुयत्तणे जंति ।. 3) J जलरेहासरिसो उण पुरिसा कोहेण तउ तेउ, P सारिच्छा कीलंतपणट्ठ कोवसब्भावो । मरिऊण तेउलेसा पुरिसा देवत्तणे जंति ।. 6) P नामेण for णामेहि, Jणाणं तं for णाणत्तं. 7) P उण for पुण. 10) P उणो for पुणो. 11) P दारुत्थंभ. 12) J सममाणे. 13) P मेढंगवसाणा. 14) P धणउरंवसरिच्छा ईसिं च काउ खप्पडिया, J सरिच्छो ईसी. 15) P अइवंगवलियओ वच्चइ अवस्स. 16) P जाति for जाइ, P संग for सिंग, P मायाए for लेसाए. 17) P धणउरंव, J मायाबद्धे उ होइ. 18) P ईसि. 20) J राइ for राय, P हलिद व्व. 21) J बितिएण for बीएण, P भवत्ति for भणंति. 22) P तइए माणुसजोणी.
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(८७)
११३ 1 कोवो उव्वेयणओ पिय-बंधव-णासणो णरवरिंद ।
कोवो संतावयरो सोग्गइ-पह-रुंभओ कोवो ।। 3 (८७) अवि य कुविओ पुरिसो ण गणेइ अत्थं णाणत्थं, ण धम्मं णाधम्म, ___ण कम्मं णाकम्म, ण जसं णाजसं, ण कित्ती णाकित्ती, ण कज्जं णाकजं. ण 5 भक्ख णाभक्ख, ण गम्म णागम्म, ण वच्चं णावच्चं, ण पेयं णापेयं, ण बलं
णाबलं, ण दोग्गई ण सोग्गई, ण सुंदरं णासुंदरं, ण पच्छं णापच्छं ति । 7 अवि य ।
बुहयण-सहस्स-परिणिंदियस्स पयईएँ पाव-सीलस्स । 9 कोवस्स ण जंति वसं भगवंते साहुणो तेण ।। जेण,
मिच्छा-वियप्प-कुविओ कोव-महापाव-पसर-पडिबद्धो । 11 मारेइ भायरं भइणियं पि एसो जहा पुरिसो ।।' ___भणियं च णरवइणा ‘भयवं, ण-याणिमो को वि एस पुरिसो, केरिसो वा, किं 13 वा इमेण कयं' ति । भणियं च गुरुणा ।
“जो एस तुज्झ वामे दाहिण-पासम्मि संठिओ मज्झ । 15 भमरंजण-गवलाभो गुंजाफल-रत्त-णयण-जुओ ।।
तिवलि-तरंग-णिडालो भीसण-भिउडी-कयंत-सारिच्छो । 17 भुमयावलि-भंगिल्लो रोस-फुरंताहरो?-जुओ ।।
दढ-कढिण-णिट्ठरंगो बीओ कोवो व एस संपत्तो । 19 एएण कोव-गहिएण जं कयं तं णिसामेहि ।।
(८८) अत्थि बहु-कणय-घडियं फुड-रयण-फुरंत-विमल-कंतिल्लं । 21 दमिलाण कंचि-देसं पुहईय व कोंडलं एक्कं ।।
उत्तत्त-कणय-मइया फरिहा-पायार-रुचिर-गुण-सोहा ।
1) J कोहो, P उव्वेवणओ. 2) J रुंभओ कोओ. 3) Jण अणत्थं P नाणेत्थं, Jom. णाधम्मं. 4) P न काम for ण कम्म, Jणाअकम्मं P नोकामं, P न यसं, Jणा अजसं P णोयसं, Jणा अकित्ती, J णा अकजं. 5) Jणा अभक्खं, Jणा अगम्मं. 6) P सोयई for सोग्गई, P न पंथं नापंथं ति. 8) P बहु for बुह. 10) J मेच्छामिअप्प, J पावपडलपसरद्धो. 12) P om. केरिसो वा, J किमेण for किं वा इमेण. 14) JP वामो (?), J वासंमि for पासम्मि. 15) P गबलातो for गवलाभो. 17) J भुमयावल. 18) P रूवी for बीओ, P व्व for व. 19) P हियएण for गहिएण, P निसामेह. 21) J दमिलोण कंपि देसं पुहवीय P दमिलाकंति निवेसं पु. 22) J रुइय for रुचिर.
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(८८) । तम्मि पयासा णयरी कंची कंचि व्व पुहईए ।।
तीए वि य महाणयरीए पुव्वदक्खिणा-भाए तिगाउय-मेत्ते रगडा णाम 3 संणिवेसो । सो य केरिसो । विंझाडइ-जइसओ दरिय-मत्त-महिस-संकुलो, हर__ णिलओ जइसओ उद्दाम-वसह-ढेक्कत-रेहिरु, मलय-महागिरि-जइसओ दीहर5 साहि-सय-संकुलु, णहंगणाभोउ जइसओ पयड-गहवइ-सोहिओ त्ति ।
अविय । 7 धण-धण्ण-सालि-कलिओ जण-सय-वियरंत-काणणो रम्मो ।
रगड त्ति संणिवेसो गोउल-सय-मिलिय-गोट्ठयणो ।। 9 तम्मि य जम्म-दलिदो बहुलीय-रुयंत-परिगओ चंडो ।
कलहाबद्ध-कलयलो सुसम्मदेवो त्ति वसइ दिओ ।। 11 तस्स य भद्दसम्मो णाम जे?उत्तो । सो य बालत्तणे चेय चंडो चवलो असहणो ___ गविओ थद्धो गिट्ठरो गिट्ठर-वयणो सव्व-डिंभाणं चेय दुद्धरिसो अणवराहिणो 13 अण्णे डिंभे य परिताडयंतो परिभमइ । तस्स तारिसस्स दद्रूण सब्भावं पयई व
डिंभेहिं कयं णामं चंडसोमो त्ति गुण-णिप्फण्णं णामं । ता णरणाह, सो उण 15 एसो । इमस्स य गुरुयणेणं सरिस-गुण-कुल-सील-माण-विहव-विण्णाण
विजाणं बंभण-कुलाणं बालिया बंभण-कण्णया पाणिं गाहिया । ते वि तस्सेव 17 कुडुंब-भारं णिक्खिविऊण मूढ-लोग-वाया-परंपरा-मूढा दूसह-दालिद्द
णिव्वेय-णिव्विण्णा गंगाए तित्थयत्ता-णिमित्तं विणिग्गया माया-पियरो त्ति । 19 एसो वि चंडसोमो कय-णियय-वित्ती जाव जोव्वणं समारूढो । सा वि णंदिणी
इमस्स महिला तारिसे असण-पाण-पावरण-णियंसणा-दिए असंपडते विविह21 विलासे तहा वि जोव्वण-विसट्टमाण-लायण्णा रेहिउं पयत्ता । अवि य ।
भुंजउ जं वा तं वा परिहिज्जउ जं व तं व मलिणं वा ।
2) J तीय य कंचीय महा०, J दक्खिणे P पुव्वभक्खिणा. 3) P उम्मत्त for मत्त, P हरिणलओ. 4) P वसभढेंकंतरेहिरो. 5) P सहि for साहि, P नहंगनाहोउ. 7) P वियरत्तकाणरणारामो. 8) P ओल for गोउल. 9) P बहुलीव. 10) J कलहोवबद्ध. 11) P रुद्दसोमो for भद्दसम्मो, P चेव चंडो. 12) P ०णो वि अण्णे. 13) P om. य, P तस्स य तारिसयस्स, P सभावपइयं च डिंभेहिं. 14) P निप्फन्नं नामं ।, P ताण for ता, P om. य. 15) P सीलनाणविहवविज्जाविन्नाणं. 16) P पाणी गहिया, J तस्सेय P तस्सेवि. 17) P वाय for वाया, P दारिद्दनिव्वेय. 18) P तित्थयत्ताए निमित्त, P मापियरो. 19) P सो for सा. 20) P पाणे for पाण, J णिसणादि अ असं०, P वि विहव. 21) P वोसट्टमाणलायण्ण रेहिउं पयत्ते ।, Jom. अवि य. 22) P भुजउ, P परिहिजिउ हं व वत्थं वा ।.
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(८९) 1 आऊरिय-लायण्णं तारुण्णं सव्वहा रम्मं ।।
तओ तम्मि तारिसे जोव्वणे वट्टमाणा सा णंदिणी केरिसा जाया । 3 जत्तो जत्तो वियरइ तत्तो तत्तो य कसिण-धवलाहिं ।
अच्चिज्जइ गाम-जुवाण-णयण-णीलुप्पलालीहिं ।। 5 (८९) तओ इमो चंडसोमो तं च तारिसं पेच्छमाणो अखंडिय-कुल___ सीलाय वि तीय अहियं ईसा-मच्छरं समुव्वहिउमाढत्तो । भण्णइ य, 7 जे धणिणो होति णरा वेस्सा ते होंति णवरि रोराणं ।
दळूण सुंदरयरं ईसाए मरंति मंगुलया ।। 9 णरवर,अहिओ इमाणं अहम-णर-णारीणं ईसा-मच्छरो होइ । अवि य ।
अत्थाणाभिणिवेसो ईसा तह मच्छरं गुण-समिद्धे । 11 अत्ताणम्मि पससा कुपुरिस-मग्गो फुडो एसो ।।
तओ एवं णरणाह, तीय उवरिं ईसं समुव्वहमाणस्स वच्चइ कालो । 13 अह धवल-कास-कुसुमो णिम्मल-जल-जलय-रेहिर-तरंगो।
सरएण विणिम्मविओ फलिय-मइओ व्व जिय-लोओ ।। 15 जोण्हा-जलेण पच्चालियाइँ रेहति भुयण-भायाइ ।
पलओव्वेल्लिर-भीसण-खीरोय-जलाविलाई व ।। 17 दर-लुव्वमाण-कलमा दर-कुसुमिय-सत्तिवण्ण-मयरंदा ।
दर-वियसमाण-णीमा गामा सरयम्मि रमणिज्जा ।।। 19 णिप्फण्ण-सव्व-सासा आसा-संतुट्ठ-दोग्गय-कुडंबा ।
__ढेकंत-वसह-रुइरा सरयागम-मुद्दिया पुहई ।। 21 तओ एयं च एरिसं पुहई अवलोइऊण परितुट्ठा णड-णट्ट-मुट्ठिय-चारण-गणा ___ परिभमिउं समाढत्ता । तम्मि य गामे एक्कं णड-पेडयं गामाणुगाम विहरमाणं
1) P रुण्णं for रम्म. 2) J वट्टमाणे, P सो for सा. 3) P वत्तो for the first तत्तो. 5) P अक्खंडिय, J कुलसीलाय वि तीय यहिअयं P कुलसीलयवित्तीय अहियं. 6) J om. भण्णइ य. 7) P वेसातो for वेस्सा ते, J inter. णवरि होति, P नवर रोराण. 8) P सुंदरयणं. 9) P इमाणमहम, Jणारीणं इमाणं ईसा. 10) J अत्थाण अभि. 12) J एयं for एवं, P वच्चए. 14) J फलियमइय P फालिहमइउ. 15) P पज्जालियाई. 16) P पलओवेल्लिर, Jव्व for व. 17) P कलमाणकलमादर कुसुमयसत्तिवण्णे मरंदा. 18) J णीवा for णीमा. 19) P निप्पन्न, P संतुट्ठदाणयकुडुंगा । 20) ढेंकतवसहि, P गद्दिया for मुद्दिया. 21) P मुद्धिय for मुट्ठिय. 22) P मासे for गामे, J णडवेडयं, P •गामवियरमाणं.
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(९०)
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1 संपत्तं । तत्थ पहाण-मयहरो हरयत्तो णाम । तेण तस्स णडस्स पेच्छा दिण्णा, __णिमंतियं च णेण सव्वं गाम । तत्थ छेत्त-बइल्ल-जुय-जंत-जोत्त-पग्गह-गो3 महिस-पसु-वावडाण दिवसओ अणवसरो दखूण तेण राईए पढम-जामे पस्संते
कलयले सठिए गो-वग्गे संजमिए तण्णय-सत्थे पसुत्ते डिभयणे कय-सयल5 घर-वावारा गीय-मुरय-सद्द-संदाणिया इव णिक्खतुं पयत्ता सव्व-गामउडा ।
अवि य । 7 गहिय-दर-रुइर-लीवा अवरे वच्चंति मंचिया-हत्था ।
परिहिय-पाउय-पाया अवरे डंगा य घेत्तूण ।। 9 (९०) एसो वि चंडसोमो णिय-जाया-रक्खणं करेमाणो ।
कोऊहलेण णवर एयं चिंतेउमाढत्तो ।। 11 'अव्वो जइ णडं पेच्छओ वच्चामि, तओ एसा मे जाया, कहं अह इमं
रक्खामि । ता णडो ण दट्ठन्वो । अह एवं पि णेज, ण जुज्जइ तम्मि रंगे बहु13 सुंदर-जुवाण-सय-संकुल-णयण-सहस्स-कवलियं काउं जे । सो वि मम भाया
तहिं चेव तं णडं दटुं गओ त्ति । ता जं होउ तं होउ । इमीए सिरिसोमाए भेणीए 15 समप्पिऊण वच्चामि णडं दटुं । समप्पिऊण, कोटिं घेत्तूण गओ एसो चंडसोमो
सो । चिर-णिग्गए य तम्मि सिरिसोमाए भणियं 'हला णंदिणि, रमणीओ को 17 वि एसो णच्चिउं समाढत्तो, ता किं ण खणं पेच्छामो' । णंदिणीए भणियं ‘हला
सिरिसोमे, किं ण-याणसि णिययस्स भाउणो चरिय-चेट्ठियं जेण एवं भणसि । 19 णाहं अत्तणो जीएण णिव्विण्णा । तुमं पुण जं जाणसि तं कुणसु' त्ति भणमाणी ___ठिया, सिरिसोमा पुण गया तं णडं दटूणं ति । तस्स य चंडसोमस्स तम्मि रंगे 21 चिरं पेच्छमाणस्स पट्टीए एक्कं जुवाण-मिहुणगं मंतेउं समाढत्तं । भणियं च ___ जुवाणेणं ।
1) P तम्मि य for तत्थ. 2) J च से णेण सव्वगामं, P ते य for तत्थ, J वइल्लुज्जुयं P छयल्लजुय, P om. जोत्त. 3) P महिसि, P अवसरो, P पसंते. 5) P वावारो, J ईय for इव. 8) P पागा for पाया, P उ for य. 10) P चिंतिउ०. 11) P नड for णडं, J कह, P इमं च रक्खामि. 12) P om. ता, J णेज्जा. 13) P जायाणसयसुंकुले. 14) Jom. तहिं चेव, P संहोउं for तं होउ, P भइणीए for भेणीए. 15) P दणं for द8, Jom. समप्पिऊण, J कोंगी P कोंटि. 16) Jom. सो, Jom. य, P नंदिणी, J को वि च (य?) एसो P को विउ एसो. 17) P णच्चिउमाढत्तो. 18) J भाउअस्स चरिमचेट्ठिअं. 19) P जीविएण, Jom. पुण. 20) P ट्ठिओ for ठिया, P उण for पुण. 21) P पट्ठी एक्कं ति जुवाणमिहुणयं मंते समाढत्तं (J adds ए after पट्ठि later and it has some letter, not easily identified, between एक and जु०, J समाढत्तो.
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(९१)
११७ 1 ‘सुंदरि सुमिणे दीससि हियए परिवससि घोलसि दिसासु ।
तह वि हु मणोरहेहिं पच्चक्खं अज दिट्ठासि ।। 3 तुह सोहग्ग-गुणिंधण-वड्डिय-जलणावली महं कामो ।
तह कुणसु सुयणु जह सो पसमिज्जइ संगम-जलेण ।।' 5 एयं मंतिजमाणं सुयं चंडसोमेण आसण्ण-संठिएणं । दिण्णं च णेण कण्णं । ___ एत्थंतरम्मि पडिभणिओ तीए तरुणीए सो जुवाणो 7 'बालय जाणामि अहं दक्खो चाई पियंवओ तं सि ।
दढ-सोहिओ कयण्णू णवरं चंडो पई अम्ह' ।। 9 (९१) एयं च सोऊण चंड-सद्दायण्णणा जाय-संकेण चिंतियं चंडसोमेणं ।
‘णूणं एसा सा दुरायारा मम भारिया । 11 ममं इहागयं जाणिऊण इमिणा केण वि विडेण सह मंतयंती ममं ण पेच्छइ । ___ ता पुणो णिसुणेमि किमेत्थ इमाणं णिप्फण्णं दुरायाराणं' ति । पडिभणियं च 13 जुवाणेण ।
चंडो सोम्मो व्व पई सुंदरि इंदो जमो व्व जइ होइ । 15 अज्ज महं मिलियव्वं घेत्तव्वा पुरिस-वज्झा वा' ।।
भणियं च तरुणीए । ‘जइ एवं तुह णिच्छाओ ता जाव महं पई इह कहिं पि 17 णड-पेच्छणयं पेच्छइ ता अहं णिय-गेहं गच्छामि, तत्थ तए मम मग्गालग्गेणं
चेय आगंतव्वं' ति भणिऊण णिग्गया, घरं गया सा तरुणी । चिंतियं च 19 चंडसोमेणं 'अरे, स च्चिय एसा दुरायरा, जेण भणियं इमीए चंडो मह पइ'
त्ति । अण्णं च 'इह चेय पेच्छणए सो कहिं पि समागओ' त्ति । ण तीए एत्थ 21 अहं दिट्ठो त्ति । ता पेच्छ दुरायारा दुस्सीला महिला, एएणं चेय खणेणं एमहंत
आलप्पालं आढत्तं । ता किं पुण एत्थ मए कायव्वं' ति । जाव य इमं चिंतेइ
3) P जाला• for जलणा०, P महक्कामो. 4) P कुण for कुणसु. 5) P एयं च, मंति, J आसण्णट्ठिएणं. 7) P बालय जणोमि. 8) P मज्झ for अम्ह. 9) Jom. चंडसद्दायण्णणा, P जाया से केण. 11) P मममिहागयं, P इमिणा य नो केण. 12) P om. च. 13) P जुयाणेण. 14) P सोमो, JP जसो for जमो, P इह होज्ज for जइ होइ. 15) P adds नो before घेत्तव्वा, P om. वा. 16) P कहं for कहिं. 17) Pण for णड, P ताव for ता, J णिअअ for णिय, P वच्चामि for गच्छामि. 18) Jom. घरं गया. 19) J अवरे for अरे. 20) P इह पेक्खणए चेय कहिं, P अहमेत्थ for एत्थ अहं. 21) P तो for त्ति । ता, J महिलाए for महिला, J एमहतं आलपालं. 22) P महंतं एवं आलप्पालं, P समाढत्तं for आढत्तं, J inter. मए एत्थ.
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(९२) 1 चंडसोमो हियएणं ताव इमं गीययं गीयं गाम-णडीए ।
जो जसु माणुसु वल्लहउँ तं जइ अण्णु रमेइ । 3 जइ सो जाणइ जीवइ व सो तहु प्राण लएइ ।।
(९२) एयं च णिसामिऊण आबद्ध-तिवलि-तरंग-विरइय-भिउडी5 णिडालवट्टेणं रोस-फुरफुरायमाणाहरेणं अमरिस-वस-विलसमाण-भुवया-लएणं
महाकोव-कुविएण चिंतिय । कहिं मे दुरायारा सा य दूसीला वच्चइ अवस्स 7 से सीसं गेण्हामि' त्ति चिंतेंतो समुट्ठिओ, कोंटिं घेत्तूण गंतुं च पयत्तो । महा
कोव-धमधमायमाण-हियओ णियय-घराहुत्तं गंतूण य बहल-तमोच्छइए सयले 9 भूमि-भागे घर-फलिहस्स पट्ठि-भाए आयारिय-कोंटी-पहार-सज्जो अच्छिउँ
समाढत्तो । इओ य उक्खेड्डे पेच्छणए सो तस्स भाया भइणी य घर-फलिहय11 दुवारेण पविसमाणा दिट्ठा णेणं चंडसोमेणं । दटूण य अवियारिऊण परलोयं,
अगणिऊण लोगाववायं, अयाणिऊण पुरिस-विसेसं, अबुज्झिऊण णीई, 13 अवहत्थिण सुपुरिस-मग्गं सव्वहा कोव-विस-वेय-अंधेण विय पहओ
कोंकीए सो भाया भइणी वि सिरिसोमा । ते य दुवे वि णिवडिया धरणिवढे । 15 ‘किर एसो सो पुरिसो, एसा वि सा मम भारिय' त्ति ‘आ अणज' त्ति
भणमाणो जाव ‘सीसं छिंदामि' त्ति कोंटी आभामिऊणं पहाविओ ताव य झण 17 त्ति फलिहए लग्गा कोंटी । तीय य सद्देण विउद्धा सा कोट्ठय-कोणाओ णंदिणी
इमस्स भारिया । भणियं ससंभमाए तीए ‘हा हा दुरायार, किमेयं तए 19 अज्झवसियं' ति घाइया ते णियय-बहिणि त्ति भाया वि' । तं च सोऊण
ससंभमेण णिरूविया जाव पेच्छइ पाडियं तं भइणीयं ति तं पि भाउयं ति । 21 तओ संजाय-गरुय-पच्छायावेण चिंतिय णेण ।
'हा हो मए अकजं कह णु कयं पाव-कोव-वसएणं ।
1)P गायनडीए. 2) P माणस for माणुसु. 3) Pom. सो, P वि for व, J सो looks like तो, P तहो पाण. 4) P एवं च, P तिवली, P विलइय. 5) JP ०वटेणं, J फुरुफुरा०, P om. वस, J विलस for विलसमाण, P भुमया. 6) P कोवेण कुविए चिंतियं च ।, P om. सा, P दुस्सीला. 7) P om. से, Pom. त्ति, P चिंततो, J कोंकी P कोंट्ठीं, P om. च. 8) P हियओ आगओ निययघराहुत्ती, P तमोत्थईए. 9) J भूमिभाए, P फलिहयपट्ठि०, J कोंकी for कोंटी, P अजिउं for अच्छिउं. 10) P उक्खिडिए पेच्छणए, P भइणीया घरफरिहय. 11) J दणं अवि, P परिलोयं. 12) J ऊण य पुरिस, J अवउज्झिऊण य णीई. 13) P णी, P कोवि विसवेयंधण विय. 14) P om. कोंकीए, P पहणी for भइणी, P सिरिसेएमा, P विनिविडिया. 15) P एस for एसो, P repeats पुरिसो, Jom. आ, J अणजं ति. 16) J कोंकी for कोंटी, P आभाविऊण, Jom. य, P खण for झण. 17) J कोंकी for कोंटी, P om. य, Pom. सा. 18) P किमयं तए अज्जवसियं. 19) J ए for ते, J भइणीए त्ति, Jom. भाया वि. 20) P पाडियं तं भइणिभायरं ति ।. 22) P हा हा मए, J कयं पेच्छ पाववसएणं । मिच्छावियप्पियं पिय जाया.
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(९३)
११९
1 मिच्छा-वियप्प-कप्पिय जाया अलियावराहेणं ।। ___हा बाले हा वच्छे हा पिइ-माया-समप्पिए मज्झ । 3 अह भाउणा वि अंते केरिसयं संपयं रइयं ।।'
एयं च चिंतिऊणं हा हतोम्हि' त्ति भणमाणो मुच्छिओ, पडिओ धरणि-वढे । 5 णंदिणी वि विसण्णा ।
हा मह देयर वल्लह हा बाले मह वयसि कत्थ गया । 7 हा दइय मुंच मा मा तुम पि दिण्णं ममं पावं ।।
(९३) खण-मेत्तस्स य लद्ध-सण्णो विलविउं पयत्तो चंडसोमो । 9 हा बालय हा वच्छय कह सि मए णिग्घिणेण पावेणं ।
भाउय वच्छल मुद्धो णिवाइओ मूढ-हियएणं ।। 11 हा जो कडियल-वूढो बालो खेलाविओ सणेहेणं ।
कह णिद्दएण सो च्चिय छिण्णो सत्थेण फुरमाणो ।। 13 हा भाउय मह वल्लह हा भइणी वच्छला पिउ-विणीया ।
हा माइ-भत्त बालय हा मुद्धय गुण-सयाइण्ण ।। 15 चलियस्स तित्थयत्तं मग्गालग्गो जया तुम पिउणो ।
पुत्त तुम एस पिया भणिऊण समप्पिओ मज्झ ।। जणणीए पुण भणिओ ओ अंतालूहणो ममं एसो ।
पुत्त तुमे दट्ठव्वो जीयाओ वि वल्लहो वस्सं ।। 19 ता एवं मज्झ समप्पियस्स तुह एरिस मए रइयं ।
पेच्छ पियं पिय-वच्छय कोव-महारक्ख-गहिएणं ।। 21 वीवाहं वच्छाए कारेंतो संपयं किर अउण्णो ।
चिंतिय-मणोरहाणं अवसाणं केरिसं जायं ।।
2) P पिय for पिइ. 3) P पियं ते for वि अंते, J रमियं for रइयं. 4) P repeats हा. 7) J मुंच इमा मा, P दीणं मए पावं. 8) P विलविउं पलविउं पयत्तो. 9) Jहा बाला य. 10) P वच्छ न नाओ निवाडिओ. 11) P कड़ियड, P सिणेहेणं. 12) P फरु for फुर. 13) J पिउविणीए. 14) J माए for माइ, P गुणसमाइन्न. 15) J भग्गाभग्गो. 17) P पुणो for पुण. 18) J एसो for वस्सं. 21) P पुव्वाहं for वीवाहं. 22) J अवसारणं.
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(९४) 1 किर भाउणो विवाहे णव-रंगय-चीर-बद्ध-चिंधालो । ___परितुट्ठो णच्चिस्सं अप्फोडण-सद्द-दुल्ललिओ ।। 3 जाव मए च्चिय एयं कुविएण व पेच्छ कय महकम्म ।
अण्णहयँ चिंतियं मे घडियं अण्णाए घडणाए ।। 5 जइ वि पडामि समुद्दे गिरि-टके वा विसामि पायाले ।
जलणे व्व समारुहिमो तहा वि सुद्धी महं णत्थि ।। 7 कह गोसे च्चिय पढमं कस्स व हलियस्स णवर वयणमहं ।
दंसेहामि अहण्णो कय-भइणी-भाइ-णिहणं तो ।। 9 ता णवरं मह जुत्तं एवं चिय एत्थ पत्त-कालं तु ।
एएसिं चेय चियाणलम्मि अप्पा विछोड् जे ।। 11 इय जाव विलविए च्चिय ता दूसह-कलुण-सद्द-विद्दाणो ।
जल-ओदारं दाउं अवर-समुदं गओ चंदो ।। 13 सोऊण रुण्ण-सई महिलत्तण-थोय-मउय-हिययाए ।
बाह-जलं-थेवा इव तारा वियलंति रयणीए ।। 15 ताव य कोवायंबो दुज्जय-पडिवक्ख-पडिहय-पयावो ।
पाडिय-चंडयर-करो उइओ सूरो णरवइ व्व ।। 17 (९४) तओ मए इमाए पुण वेलाए णाइदूरमुग्गए कमलायर-पिय-बंधवे __चक्काय-कामिणी-हियय-हरिसुप्पायए सूरे समाससिया मुच्छाए तओ भणिओ 19 जणेण । 'मा एवं विलवसु, जइ वि मया इमे' त्ति । तह वि पच्छायाव-परद्धो
जलणं पविसामि त्ति कय-णिच्छओ इमो चंडसोमो दीण-विमणो मरण-कय21 ववसाओ गुरु-पाव-पहर-परद्धो इव णिकतो गामाओ, गओ मसाण-भूमि,
रइया य महंती महा-दारुएहिं चिया । तत्थ य तिल-घय-कप्पास-कुसुभ___1) J चिद्धालो. 2) J णच्चीसं, P उप्फोडण. 3) Jom. कयं, P पेच्छह एथं कयंतेण । हा अण्णह चिंतिअं घडाविअं अण्णाए (the page has its ink rubbed very much). 5) P विसाम for विसामि. 6) P महं नत्थी. 7) P गोस, P वयणमुहं. 9) J मह जत्तं, P कालंमि ।. 10) P एतेसिं चेव वियालणंमि, J विछोडु P विछोढुं. 11) P जाव विलवउ च्चिय ता. 12) J जलओयारं. 13) P थोव. 14) P जलत्थेवा, J इय for इव. 15) P दुजण for दुज्जय. 17) J पुण for मए. 18) P पहरिसु for हरिसु, P समासासिओ पुच्छिओ । तओ, P भणियं for भणिओ. 19) P विलवेसु जीविया इमे, J मेत्ती for इमे त्ति, P om. तह वि पच्छायाव.....पविसामि त्ति. 21) J इय णिक्खंतो, Jom. गओ, P भूमी for भूमि. 22) P वारेह for महंती.
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1 पब्भार-वोच्छाहिओ पजलिओ जलिओ जलण-जलावली-पन्भारो ।
एत्थंतरम्मि चंडसोमो आबद्ध-परियरो उद्धाइओ जलियं चियं पविसिउं । ताव य 3 गेण्हह गेण्हह रे रे मा मा वारेह लेह णिवडतं । ___ इय णिसुय-सद्द-समुहं बलिय-जुवाणेहिँ सो धरिओ ।। 5 भणियं च णेण ‘भट्टा भट्टा, किं मए पाव-कम्मेण जीविएणं । अवि य ।
धम्मत्थ-काम-रहिया बुहयण-परिणिंदिया गुण-विहूणा । 7 ते होंति मय-सरिच्छा जीवंत-मयल्लया पुरिसा ।। ___ता ण कजं मह इमिणा पिय-बंधव-णिहण-कलुसिएणं बुहयण-परिणिदिएणं 9 अणप्पणा इव अप्पणा' । भणियं च हल-गोउल-छल-संवड्डिएहिं पिय
पियामह-परंपरागएक्केक्कासंबद्ध-खंड-खंड-संघडिय-मणु-वास-वम्मीय-मकंड11 महरिसि-भारह-पुराण-गीया-सिलोय-वित्त-पण्णा-सोत्तिय-पंडिएहिं 'अत्थेत्थ
पायच्छित्तं, तं च चरिऊण पाव-परिहीणो अच्छसु' त्ति । भणियं च चंडसोमेणं 13 'भगवंतो भट्टा, जइ एवं ता देसु मह पायच्छित्तं, जेण इमं महापावं सुज्जई'
त्ति । ता एक्केण भणियं । ‘अकामेन कृतं पापं अकामेनैव शुद्ध्यति' । अण्णेण 15 भणियं असंबद्ध-पलाविणा । 'जिघांसतं जिघांसीयान्न तेन ब्रह्महा भवेत्' । ___अण्णेण भणियं । ‘कोपेन यत्कृतं पापं कोप एवापराध्यति' । अण्णेण भणियं । 17 ‘ब्राह्मणानां निवेद्यात्मा ततः शुद्धो भविष्यति'। अण्णेण भणियं। ‘अज्ञानाद्यत्कृतं ___पापं तत्र दोषो न जायते' । 19 (९५) एवं पुव्वावर-संबंध-रहियवरोप्पर-विरुद्ध-वयणमणुगाहिरेहिं सव्वहा ___किं कयं तस्स पायच्छित्तं महा-बढर-भट्टेहिं । सयलं घर-सव्वस्सं धण-धण्ण21 वत्थ-पत्त-सयणासण-डंड-भंड-दुपय-चउप्पयाइयं बंभणाणं दाऊण, इमाइं च
घेत्तुं, जय जिय त्ति अहव अट्ठिताई भिक्खं भमंतो कय-सीस-तुंड-मुंडणो
1) J वोच्छहिओ, P om. जलिओ, P जलिय for जलण. 2) P उद्धाइयं, P चिई पइसिउं. 3) J गेण्ह गेण्ह रे, P हंती for मा मा. 4) J णिसुणिय, P निसुयद्द, J सम्मुहं. 5) P भद्दा भद्दा, P कमेण. 7) P जीयंती मइल्लया. 9) J इवप्पणो, J थल for छल, P संवट्ठिएहिं. 10) J गएक्के कोसबद्ध• P गए एक्केक्कासंबंध, P om. खंडखंड, P मणुय for मणु, P वंमीय. 11) J वित्तं, P विडंबणा for वित्तपण्णा, J प्पडिएहिं. 12) P om. च after भणियं. 13) P ताए for ता, P मे for मह, P repeats महापायच्छित्तं जेण इमं. 14) P तओ for ता. 19) P संबद्धेहिं अवरोप्पर, J वयणामणुगाहिरेहिं P बयणमेतुनाहिरेहिं. 20) P वट्ट for बढर, P सयलघर. 21) P पत्थ for पत्त, J०प्पयाईयं P ०प्पयादियं, J णिक्खंतो for इमाइं च घेत्तुं जय जिय त्ति अहव अट्ठिताई भिक्खं. 22) J मुण्ड for मुंडणो.
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(९५) 1 करंका-हत्थो गंगा-दुवार-हेमंत-ललिय-भद्देस्सर-वीरभद्द-सोमेसर-पहास
पुक्खराइसु तित्थेसु पिंडयं पक्खालयतो परिभमसु, जेण ते पावं सुज्झइ त्ति । 3 तं पुण ण-यणंते च्चिय जेण महा-पाव-पसर-पडिबद्धो ।
मुच्चइ एस फुडं चिय अप्पा अप्पेण कालेण ।। 5 जइ अप्पा पाव-मणो बाहिंजल-धोवणेण किं तस्स ।
जं कुंभारी सूया लोहारी किं घयं पियउ ।। 7 सुज्झउ णाम मलं चिय णरणाह जलेण जं सरीरम्मि ।
जं पुण पावं कम्मं तं भण कह सुज्झए तेण ।। 9 किंतु पवित्तं सय-सेवियं इमं मण-विसुद्धि-करयं च ।
एत्तिय-मेत्तेण कओ तत्थ भरो धोय-वत्तीए ।। 11 जंतं तित्थम्मि जलं तं ता भण केरिसं सहावेण ।
किं पाव-फेडण-परो तस्स सहावो अह ण व त्ति ।। 13 जइ पाव-फेडण-परो होज्ज सहावेण तो दुवे पक्खा ।
किं अंग-संगमेणं अहवा परिचिंतियं हरइ ।। 15 जइ अग-संगमेण ता एए मयर-मच्छ-चक्काई ।
केवट्टिय-मच्छंधा पढमं सगं गया णंता ।। 17 अहव परिचिंतियं चिय कीस इमो दूर-दक्खिणो लोओ ।
आगच्छइ जेण ण चिंतिऊण सगं समारुहइ ।। 19 अह पावणो त्ति ण इमो विसिट्ठ-बुद्धीएँ होज परिगहिओ ।
तत्थ वि विसिट्ठ-बुद्धी-परिगहियं होज्ज कूव-जलं ।। 21 अह भणसि होज्ज तं पि ह तित्थे गमणं णिरत्थयं होज ।
अह तं ण होज तित्थं पुण होहिइ एत्थ को हेऊ ।।
1) P हत्थे, P ललियाभद्देसरवीरभद्दा, Jom. सोमेसर, P पभासपुष्करा. 2) P पिंडं for पिंडयं, P एयं for ते, P सुज्झय त्ति. 3) P नयणंत च्चिय, P पडिबद्धो. 4) J मुंचइ. 5) P बाहिरमलधोअणेण. 6) P जइ for जं, P पियइ ।. 7) P जलेण तं सरीरं ति. 8) P जेण for तेण. 9) P om. here the verse किंतु पवित्त etc. but gives it below, included in the foot-notes. 12) J यरो for परो, P पहावो for सहावो. 13) J सहावो तओ दुवे. 15) P तो for ता, P चक्काया । 16) J केवट्टिया, JP मच्छद्धा. 19) P वामणो for पावणो, P बुद्धीय होज. 20) J होऊण for होज्ज, J तत्थ विसिट्ठा बुद्धी, J होउ for होज्ज (sometime उ and ज्ज look similar). 21) P गंगा for तित्थे, J णिरत्थओ. 22) P गंग for तित्थं.
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(९५)
1
3
पुण मयस्स अंगट्ठियाइँ छुब्भंति जण्हवी-सलिले । तं तस्स होइ धम्मं एत्थ तुमं केण वेलविओ ।।
5
ता एत्थ णवर णरवर एस वराओ अयाणुओ मुद्धो । पाव-परिवेढिओ च्चिय भामिज्जइ मंद - बुद्धीहिं ||
7 एयं च सोऊण सव्वं सच्चयं तं णियय- पुव्व - वुत्तंतं, पुणो वि विणय - रइअंजलिउडो भत्ति-भराऊरमाण - सब्भावो ।
जुत्ति-वियारण- जोग्गं तम्हा एयं ण होइ विबुहाण । - वित्थर - परंपराए गयं सिद्धी ॥
मूढ - जण - वयण - 1
जं
१२३
9 संवेग-लद्ध-बुद्धी वेरग्गं से समल्लीणो ।।
उद्धाइओ भगवओ चलण-जय-हुत्तं, घेत्तूण भगवओ चलण-जुयलं करयलेहिं, 11 अवि य,
15
संवेग-लद्ध-बुद्धी बाह-जलोयलण-धोय-गुरु-चलणो । 13 मुणिणो चलणालग्गो अह एयं भणिउमादत्तो ।।
||
‘भयवं जं ते कहियं मह दुच्चरियं इमं अउण्णस्स । अक्खर- र-मेत्तेण वि तं ण य विहडइ भणियाओ तुम्ह ता जह एयं जाणसि तह णूण वियाणसे फुडं तं पि । 17 जेण महं पावमिणं परिसुज्झइ अकय-पुण्णस्स ।।
ता मह कुणसु पसायं गुरु- पाव - महासमुद्द - पडियस्स । 19 पणिवइय- वच्छल च्चिय सप्पुरिसा होंति दीणम्मि ।।'
एवं च पायवडिओ विलवमाणो गुरुणा भणिओ 'भद्दमुह, णिसुणेसु मज्झ 21 वयणं । एवं किल भगवंतेहिं सव्वण्णूहिं सव्व - तित्थयरेहिं पण्णवियं परूवियं 'पुव्विं खलु भो कडाणं कम्माणं दुप्पडिकंताणं वेयइत्ता मोक्खो, णत्थि
2) P गय, P has here the verse किंतु पवित्तं तियसिंदसेवियं मणविसुद्धिकरयं च । एत्तियमेत्तेण कओ तस्स भर वो अवंतीए - compare the readings with the verse in J noted above, p. 122, foot-note, 93 ) J पुण एयस्स. 5 ) Pom. णवरं, P अयाणओ सुद्धो. 6) P परिवेड्डिओ, J पाव for मंद. 7) J सचयं P सम्मय, P तिययं for णियय, Jom. वि. 8) J रइयविणय अंजलीउडो. 9) J संव्वेयलद्ध. 10) P जुयलहुत्तो. 11) P omits अवि य. 12 ) J संवेय, Pom. धोय. 13) P चलणजुयललग्गो. 14) P भगवं, P तेहिं for ते. 15) J मत्तेण for मेत्तेण. 16) P मि for पि. 20) P भद्द मह सुणेसु मह वयणं. 21 ) P किर for किल. 22) J दुप्परकंताणं, P वेइत्ता.
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(९६) 1 अवेयइत्ता, तवसा वा झोसइत्ता' । तेण तुम कुणसु तवं, गेण्हसु दिक्खं,
पडिवज्जसु सम्मत्तं, णिंदसु दुच्चरियं, विरमसु पाणि-वहाओ, उज्झसु परिग्गहं, 3 मा भणसु अलियं, णियत्तसु पर-दव्वे, विरमसु कोवे, रज्जसु संजमे, परिहरसु
मायं, मा चिंतेसु लोह, अवमण्णसु अहंकारं, होसु विणीओ त्ति । अवि य । 5 एवं चिय कुणमाणो ण हु णवर इमं ति जं कयं पावं ।
भव-सय-सहस्स-रइयं खणेण सव्वं पणासेसि ।।' 7 एयं च सोऊण भणियं चंडसोमेण ‘भयवं, जइ दिक्खा-जोग्गो हं, ता महं देसु
दिक्ख' ति । गुरुणा वि णाणाइसएणं उवसंत-खविय-कम्मो जाणिऊण 9 पवयण-भणिय-समायारेण दिक्खिओ चंडसोमो त्ति ।। ।
(९६) भणियं च पुणो वि गुरुणा धम्मणंदणेणं । 11 ‘माणो संतावयरो माणो अत्थस्स णासणो भणिओ ।
माणो परिहव-मूलं पिय-बंधव-णासणो माणो ।। 13 माणत्थद्धो पुरिसो ण-याणइ अप्पणं णाणप्पणं, ण पियं णापियं, ण बंधुं णाबंधुं,
ण सत्तुं णासत्तुं, ण मित्तं णामित्तं, ण सज्जणं णासज्जणं, ण सामियं णासामियं, 15 ण भिच्चं णाभिच्चं, ण उवयारिणं णाणुवयारिणं, ण पियंवयं णापियंवयं, ण
पणयं णापणयं, ति । अवि य 17 लहुयत्तणस्स मूलं सोग्गइ-पह-णासणं अणत्थयर ।
तेणं चिय साहहिं माणं दूरेण परिहरियं ।। 19 माण-महा-गह-गहिओ मरमाणो पेच्छए ण वारेइ ।
___ अवि मायरं पियं भारियं पि एसो जहा पुरिसो ।।' 21 भणियं च राइणा भयवं, बहु-पुरिस-संकुले ण-याणियो को वि एस पुरिसो'
त्ति । भणियं च धम्मणंदणेण । ___1) J व for वा, J जोसइत्ता. 3) P भणेसु, P विरजसु. 4) J अहंकारो. 7) P भगवं, P दिक्खाए जोगो अहं ता महं. 8) P om. ति, P नाणाइसए उव०, P खइय. 10) J तु for च before पुणो. 12) P मूलो, P बंधुविणासणो. 13) P माणथद्धो, P अप्पयं नाणप्पयं, P न बंधू नाबंधू. 14) Jण सत्तू णासत्तू. 15) P नाउवयारिणं, P पिय• for पियं• in both places. 17) P पणनासणं अणत्थकरं. 20) P मारियं for मायरं, J पिया for पियं. 21) P भगवं.
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(९७)
1
" जो एस मज्झ वामे दाहिण - पासम्मि संठिओ तुज्झ । एक्कुण्णामिय-भुमओ वित्थारिय-पिहुल- वच्छयलो || गव्व-भर-मउलियच्छो परियंकाबद्ध - उब्भडाडोवो । ताडंतो धरणियलं पुणो पुणो वाम - पाएण ।। उत्तत्त-कणय-वण्णो आयंबिर-दीहरच्छिवत्त-जुओ । रीढा-पेसविया तुमं पि दिट्ठीए णिज्झाइ ।।
7 इमिणा रूवेण इमो माणो व्व समागओ इहं होज्ज । एएण माण-मूढेण जं कयं तं णिसाह ।।
9 (९७) अत्थि पर - णारि - बहुलो उववण-वण- पउम-संड - रमणिज्जो । गाउय-मेत्त-ग्गामो गामासण्ण-ट्ठिय- तलावो ॥
जो सूसम-पढम-णरिंद- णियय - सुय - दिण्ण - णाम- चिंधालो । छक्खंड-भरह- सारो णाममवंती - जणवओ त्ति ।।
13 सोय रिसो अवंति - जणवओ । जत्थ य पहिएहिं परिभममाणेहिं सयले वि देसे दिट्ठई एक्को व दोण्णि व तलायइं जाई ण घण - घडिय - कसण - पत्थर15 णिबद्धइं, दोण्णि व तिण्णि व दिट्ठर्इं रुक्खई जाई ण सरस - साउ-महल्ल-पिक्कघण-फलइं, तिण्णि व चयारि व दिट्ठई गामई जाई ण गणिज्जंति थोव - वीहियई, 17 चत्तारि व पंच व दिट्ठई देवउलई जाई ण सुंदर - विलासिणी - यणाबद्ध - संगइगीयइं, पंच व छ व दिट्ठउ विलासिणिओ जाओ ण धरिय-धवलायवत्त19 माऊर-छत्त-चामराडंबराओ त्ति । अवि य ।
3
5
11
१२५
य - संखउलो ।
21
बहु-रयण-णियर-भरिओ वियरंतुद्दाम - मुइयणिम्मल-मुत्ता-पउरो मालव - देसो समुद्दो व्व ।।
तस्स सस्स मज्झ - भाए
1) P वामो for वामे. 2) P एकुन्नामियभमिओवत्थारिय, P वत्थयलो. 3) J खंध for गव्व, P उत्तडाडोवो. 4) P प्पाएण. 5) P वेत्त for वत्त. 6) P निज्झायइ. 7) J इहं for इमो, P समागमो, P होज्जा. 8) P निसामेहि . 10 ) P गामोसण्ण, J तलाओ. 11) J जा for जो, J चिद्धालो. 12 ) P अवंती. 13) J परिभवमा०, P सयले च्चिय दोस दि. 14) P तलायइम जाई, P कसिणपत्थरसिलोहबद्धई. 15) J दोणि वि तिण्णि, P दो for दोण्णि, J ट्ठियई for दिट्ठs, J सरसाउ. 16 ) J मह for घण, J फलइं, P चत्तारि, J गामाई, Jom. जाई, Pom. ण, P गणिज्जंत. 17) J चयरि, P पंच वि (for a), J व दिट्ठइं देवउलइं P वि देवउलई न दिट्ठइं, J •यणबद्धसंगीयई P संगइंगीयइं. 18) P व छ विणिदिट्ठिउ विलासिणीओ, P धवयायवत्त. 19) J मापूर for माऊर. 20) P सुपइ for मुइय . 21 ) J वयारो for पउरो, P सालवदेसो.
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१२६
(९८) । धवलहर-णिम्मलब्भा फुरंत-मणि-विमल-किरण-तारइया ।
सरए व्व गयण-लच्छी उज्जेणी रेहिरा णयरी ।। 3 जा य गिम्ह-समए जल-जंत-जलहर-भरोरल्लि-णिसुय-सहरिस-उदंड
तड्डविय-पायडिजंत-घर-सिहंडि-कुल-संकुला फुड-पोमराय-इंदोवय-रेहिरि 5 व्व पाउस-सिरि-जइसिय । पाउस-समए उण फलिह-मणि-विणिम्मविय-घर
सिहरब्भ-धवला विमलिंदणील-फुरमाणी इंदीवर-संकुलं व सरय-समय-सिरि7 जइसिय । सरय-समए उण दूसह-रवि-किरण-णियर-संताविय-पज्जलंत
सूरकंत-जणिय-तिव्वायवा आसार-वारि-धारा-धोय-णिम्मल-सिय-कसिण9 रयण-किरण-संवलिय-सिरीस-कुसुम-गोच्छ-संकुल व्व गिम्ह-समय-सिरिहि
अणुहरइ त्ति । जहिं च णयरिहिं जुवइ-जुवाण-जुवलेहिं ण कीरति सुह-मंडणई । 11 केण कजेण । सहाव-लायण्ण-पसरंत-चंदिमा-कलुसत्तण-भएण । जहिं च
कामिणियणेण ण पिजंति विविहासवई । केण कज्जेण । सहाव-सुरय-विलास13 वित्थर-भंग-भएण । जहिं च विलासिणीहिं विवरीय-रमिरीहिं ण बज्झंति
रणंत-महामणि-मेहलउ । केण कजेण । सहाव-कलकंठ-कुविय-सद्दामयासा15 लुद्धेहि त्ति । अवि य ।
अइतुंग-गोउराइं भवणुजाणाइँ सिहर-कलियाई । 17 एक्केक्कमाइँ जीए णयरि-सरिच्छाइँ भवणाई ।।
(९८) तीए य महाणयरीए उज्जेणीए पुव्वुत्तरे दिसाभाग-विभाए जोयण19 मेत्ते पएसे कूववंद्र णाम गामं अणेय-धण-धण्ण-समिद्धि-गव्विय-पामर-जणं
महाणयर-सरिस । तत्थ एक्को पुव्व-राय-वस-पसूओ कह पि भागहेज21 परिहीणो सयण-संपया-रहिओ खेत्तभडो णाम जुण्ण-ठक्कुरो परिवसइ । एरिस ___च्चिय एसा मुणाल-दल-जल-तरल-चंचला सिरी पुरिसाणं । अवि य ।।
1) P निम्मलत्ता. 3) P जो for जा य, P सहरिसहरिसउदंड, J उडुंड. 4) P तंडविय, J पीडिजंत, J पोमराइंदोवय P पोमरायसिंदूरेहिं च पाउस. 5) J व for व्व (emended), P जइसिया, P om. मणि. 6) J धवलविमल, P फुरमाणींदीवरासंकुल, P सिरिं जइसिया. 8) J सूर for सूरकंत, J तिव्वायव्व । P तिव्वायव आसारि. 9) J सकुलं व. 10) J ति for त्ति, P om. सुह. 11) P कलुसण. 12) P कामिणीयणेण, P om. ण. 13) P रमरीहिं. 14) P मेहलाओ, P सद्दासायलु०. 15) J लुद्देहि, Jom. त्ति. 16) P गोयराइ. 17) P णयर. 18) J तीय य, Jom. उज्जेणीए, P दिसाभाए. 20) P सरिच्छं for सरिसं, J प्पसूओ, P कहिं चि भागधेज. 21) P सयल for सयण, P खत्तहडो for खेत्तभडो, Jom. परिवसइ, P एरिसु. 22) P एस for एसा, P तरललवचंचला, Jom. सिरी.
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(९८)
१२७
1 होऊण होइ कस्स वि ण होइ होऊण कस्सइ णरस्स ।
पढम ण होइ होइवि पुण्णंकुस-कड्डिया लच्छी ।। 3 तस्स य एक्को च्चिय पुत्तो वीरभडो णाम णियय-जीयाओ वि वल्लहयरो । सो
तं पुत्तं घेत्तूण उज्जेणियस्स रण्णो ओलग्गिउं पयत्तो । दिण्णं च राइणा 5 ओलग्गमाणस्स तं चेव कूववंद्र गाम । कालेण य सो खेत्तभडो अणेय-रण
सय-संघट्ट-वइरि-वीर-तरवारि-दारियावयवो जरा-जुण्ण-सरीरो परिसक्किऊण 7 असमत्थो तं चेय पुत्तं वीरभडं रायउले समप्पिऊण घरे चेय चिट्ठिउं पयत्तो ।
रायउले वि तस्स पुत्तो चेय अच्छिउँ पयत्तो । तस्स य से पुत्तस्स सत्तिभडो 9 णाम । सो उण सहावेण थद्धो माणी अहंकारी रोसणो विहम्मत्तो जोव्वण
गविओ रूव-माणी विलास-मइओ पुरिसाभिमाणी । तस्स य एरिसस्स सव्वेणं 11 चेय उज्जेणएणं रायउत्त-जणेणं सत्तिभडो त्ति अवमण्णिऊण माणभडो त्ति से __ कयं णामं । तेण णरणाह, सो उण एसो माणभडो । अह अण्णम्मि दियहे 13 उवविढे सयले महाराय-मंडले णिय-णिय-त्थाणेसु समागओ माणभडो । तओ
राइणो अवंतिवद्धणस्स कय-ईसि-णमोक्कारो णिययासण-ट्ठाण-पेसियच्छि15 जुओ जाव पेच्छइ तम्मि ठाणे पुलिंद-रायउत्तं उवविट्ठ । तओ वलिओ तं चेय ___ दिसं । भणियं च णेण 'भो भो पुलिंद, मज्झ संतियं इमं आसणट्ठाणं, ता उट्ठसु 17 तुम' । पुलिंदेण भणियं ‘अहं अयाणतो इहोवविट्ठो, ता खमसु संपयं, ण उणो
उवविसिस्सं' । तओ अण्णेण भणियं अहो, एवं परिभवो कीरइ वरायस्स' । 19 चिंतियं च माणभडेण 'अहो, इमिणा मह पुलिंदेण परिहओ कओ । ताव
जीवियं जाव इमाणं परिभवं सहिज्जइ त्ति । अवि य । 21 जाव य अभग्ग-माणं जीविज्जइ ताव जीवियं सफलं । ___ परिहव-परिमलिय-पयावस्स भण किं व जीवेणं ।। अण्णं च ।
1) P होउं न होइ, P कस्सइ न होइ. 2) J पुण्णुंकुस, P कुट्टिआ for कड्डिया. 3) 1 एक्को चेय, P पुरित्तो for पुत्तो, Jom. वीरभडो णाम, P निय for णियय. 4) P घेत्तु उज्जेणयस्स, J दिण्णों for दिण्णं. 5) P om. य, P सो खत्तहडो. 6) P स for सय, J दरिया. 7) P तं चेव, J सत्तिभडं for वीरभडं, P चेव. 8) P राउले, Jom. वि, P om. चेय, Jom. तस्स य से पुत्तस्स सत्तिभडो णाम I. 9) P विहवुमत्तो. 10) J भवमाणी for रूवमाणी, J मुइओ P मईओ, P पुरिसाहिमाणी, P एरिसयस्स. 11) Pom. first त्ति. 12) Pom. तेण, Jom. दियहे. 13) J महाराइ, P नियनिययठाणेसु. 14) P राइणा अविंतिवद्धणस्स य कय, P om. ट्ठाण, P पेसियच्छीओ तं जाव. 15) P रायउत्तिं, P तओ चलिओ, P om. चेय. 16) Jom. इमं, P आसणत्थाणं. 18) P अन्नेहिं for अण्णेण, P परिहवो कवरायस्स. 19) P om. च, P परिहवो, P ता जीवितं जाव. 20) J परिहवं P परिभवो. 22) P परिमलय, J पयावयस्स, P भण कस्स जीएणं.
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(९९)
१२८ | ताव य मंदर-गरुओ पुरिसो जा परिहवं ण पावेइ । ___ परिभव-तुलाएँ तुलिओ तणु-तणुय-तणाओं तणुययरो ।।' 3 एवं एरिसं चिंतिऊण समुक्खया जम-जीहा-संणिहा छुरिया । ताव य
अवियारिऊण कज्जाकजं अयाणिऊण सुंदरासुंदरं अचिंतिऊण अत्तणो 5 मरणामरणं 'सव्वहा जं होउ तं होउ' त्ति चिंतिऊणं पहओ वच्छत्थलाभोए ___ पुलिंदो इमिणा रायउत्तो त्ति । अवि य । 7 ण गणेइ परं ण गणेइ अप्पयं ण य होंतमहाहोतं ।
माणमउम्मत्त-मणो पुरिसो मत्तो करिवरो व्व ।। 9 तं च विणिवाइऊण णिक्खतो लहुं चेव अत्थाणि-मंडवाओ । ताव य
गेण्हह गेण्हह को वा केण व मारेह लेह रे धाह । 11 उद्धाइ कलयल-रवो खुहियत्थाणे जलणिहि व्व ।।
(९९) एत्थंतरम्मि एसो माणभडो उद्धाइओ णियय-गामहत्तं । कयावराहो 13 भुयंगो इव झत्ति संपत्तो णियय-घरं भणिओ य तेण पिया ‘बप्पो बप्पो, मए
इमं एरिसं वुत्तंतं कयं । एयं च णिसामेउं संपयं तुमं पमाणं किमेत्थ कायव्वं' 15 ति । भणियं च वीरभडेणं ‘पुत्त, जं कयं तं कयं नाम, किमेत्थ भणियव्वं ।
अवि य । 17 कज्जं जं रहस-कयं पढमं ण णिवारियं पुणो तम्मि ।
य जुज्जइ भणिऊणं पच्छा लक्खं पि वोलीणं ।। 19 एत्थ पुण संपयं जुत्तं विदेस-गमणं तयणुप्पवेसो वा । तत्थ तयणुप्पवेसो ण___ घडइ । ता विदेस-गमणं कायव्वं । अण्णहा णत्थि जीवियं । ता सिग्घं करेह 21 सजं जाण-वाहणं' । सज्जियं च । आरोवियं च णेहिं सयलं सार-भंडोवक्खरं ।
पत्थिया य णम्मया-कूलं बहु-वंस-कुडंग-रुक्ख-गुम्म-गुविलं । इमो पुण ___ 1) P मंदरगुरुओ, P परिहव. 2) P तणुयाउ for तणुयतणाओ. 3) J एयं च एरिसं, P उक्खया for समुक्खया, J जमजीहसण्णिह. 4) P अवयारिऊण, P सुंदर चिंतिऊण. 5) P सव्वहा जं होउ त्ति. 6) P रायपुत्तो. 7) J अप्पयं णो य होन्तमइहोंत, P दांतं for होतं. 8) J माणमएउम्मत्त P माणं मउम्मत्त. 9) J च णिवाइऊण, P रायत्थणे for अत्थाणि. 10) J धावह P धाय. 11) P खुहिओ अत्थाणे. 12) P सो for एसो, P गामाहुत्तो. 13) J च्छअंगो for भुयंगो, P अत्ति for झत्ति, P om. य, P णेण for तेण, P बप्पो बप्प. 14) P om. एरिसं, P एवं च. 15) J भणिअं for भणियव्वं. 17) P जं कह वि रहसरइयं पढम. 19) P एत्थं पुम, P वि एस for विदेस, P तणुयपवेसो वा. 21) P आहोहियसयलसार, J भंडारवक्खरं. 22) J णम्मयाकुलं, P कुडुंग.
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(१००)
१२९ 1 कइवय-पुरिस-परिकय-परिवारो वारिजंतो वि पिउणा कुलउत्तयाए
पुरिसाहिमाण-गहिओ तहिं चेव गामे पर-बलस्स थक्को । 3 अव्वो दुहा वि लाहो रणंगणे सूर-वीर पुरिसाण ।
जइ मरइ अच्छराओ अह जीवइ तो सिरी लहइ ।। 5 एवं चिंतयंतस्स समागयं पुलिंदस्स संतियं बलं । ताव य,
एसेस एस गेण्हह मारे-मारेह रे दुरायारं । 7 जेणम्ह सामिओ च्चिय णिहओ अकयावराहो वि ।। ___ एयं च भणमाणा समुद्धाइया सव्वे समुत्थ-रिउ-भडा । 9 इमो य आयड्डिय-खग्ग-रयणो कह जुज्झिउं समाढत्तो ।
वेलं उप्पइओ च्चिय पायालयलम्मि पइसए वेलं । 11 कइया वि धाइ तुरियं चक्काइट्ठो व्व परिभमइ ।।
(१००) एवं च जुज्झमाणेणं-थोवावसेसियं तं बलं इमिणा । तह दूसह13 पहरंतो-गुरु-क्खय-णीसहो पाडिओ तेहिं उच्छूढो य तस्स णियएहिं पुरिसेहिं
मिलिओ णियय-पिउणो । ते वि पलायमाणा कह कह वि संपत्ता णम्मया15 तीर-लग्गं अणेय-वेलुया-गुम्म-गोच्छ-संकुलं वण-महिस-विसाण-भजमाण
वइ-वेढं उद्दाम-वियरंत-पुल्लि-भीसणं एक्कं पच्चंतिय-गामं । तं चेय दुग्गं 17 समस्सइऊणं संठिया ते तत्थ । इमो य माणभडो गुरु-पहर-परद्धो कह कह वि
रूढ-वणो संवुत्तो । तत्थ तारिसे पच्चंते अच्छमाणाणं वोलिओ कोइ कालो । 19 ताव य
कड्डिय-मुहल-सिलीमुह-दुप्पेच्छो कोइला-कलयलेणं । 21 चूय-गइंदारूढो वसंत-राया समल्लीणो ।।
अल्लीणम्मि वसंते णव-कुसुमब्भेय-रइयमंजलिया ।
1) P om. परिकय, P कुणउत्तया पुरिसाभिमाण. 2) J चेय गामे. 3) J लाभो, P रणंगणो धीरवीर. 4) J सिरिं लहइ. 5) P चिंतियंतस्स, P पुलिंदसतियं. 6) P om. रे. 7) J चिय for च. 8) P संमरित्तु for समुत्थरिउ. 9) P वि for य, P पयत्तो for समाढत्तो. 10) P इव for च्चिय, P पायालइलंमि. 11) J चक्काइद्धं व. 12) Jom. तं. 13) J पयरंतो गुरु, P पहरंतो खुरप्पेणं नीसहा पाडिओ तेहिं उव्वूढो तस्स, P om. पुरिसेहिं. 14) P मिलिय for मिलिओ. 15) P तीरं लग्गं, J वेसलया for वेलुया. 16) P नियरंत for वियरंत, J पच्चंतियागाम, P दुग्गें. 17) P वि for य (after इमो), Jपहर पारद्धो. 18) P तारिसो. 20) J मुहरपेच्छि ओइला. 22) P नवकुसुमुच्छेयरइयसंजलिया.
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१३०
I
सामंता इव पणया रुक्खा बहु- कुसुम - भारेण ।। रेहइ किंसुय-गहणं कोइल-कुल- गेज्जमाण - सद्दालं । णव-रत्तंसुय-परिहिय- णव - वर - सरिसं वणाभोयं || साहीण-पिययमाणं हरिसुप्फुल्लाइँ माहव-सिरीए । 5 पहिय - घरिणीण णवरं कीरंति मुहाइँ दीणाई || सुव्वइ
गामे गामे कय-कलयल-डिंभ - पडहिया - सद्दो | विविह-रसत्थ-विरइओ चच्चरि - सद्दो समुट्ठाइ ।। पिज्जइ पाणं गिज्जइ य गीययं बद्ध-कलयलारावं । 9 कीरइ मयणारंभो पेसिज्ज वल्ल दूई ||
- णिबद्ध-दढ-दीह
(१०१) तओ एयम्मि एरिसे वसंत - समए तरुवर - साहा - 11 माला-वक्कलय-दोला-हिंदोलमाण-वेल्लहल-विलासिणी-विलास-गिज्जमाणमणहरे महु-मास-माहवी-मयरंदामोय-मुइय-मउम्मत्त-महुयर-रुइराराव13 मणहर-रुणरुणेंत-जुवल - जुवइ-जणे सो माणभडो गाम- जुवाण-वंद-समग्गो अंदोलए अंदोलेउमाढत्तो । भणियं च जुवाण -जणेण तालं दाऊण 'भो भो गाम15 वोद्रहा णिसुणेह एक्वं वयणं ।
'जो जस्स हियय-दइओ णीसंकं अज्ज तस्स किर गोत्तं ।
3
7
(१०१)
17 गाएयव्वमवस्सं एत्थ हु सवहो ण अण्णस्स ।। '
पडिवण्णं च सव्वेणं चेय गाम- जुवाण -जणेणं । भणियं च सहत्थ-ताल19 हसिरेहिं ‘रे रे सच्चं सच्चं सुंदर सुंदर च संलत्तं । जो जस्स पिओ तस्स इर अज्ज गोत्तं गाएयव्वं अंदोलयारूढएहिं ण अण्णस्स । अवि य ।
21
सोहग्ग-मउम्मत्ता ज च्चिय जा दूहवाओ महिलाओ । ताणं इमाणं णवरं सोहग्गं पायडं होइ ।। '
2) J केंसुअगहणं, P गिज्झमाण. 3) P नवरत्तसुरलसपरिहिय, P वणाभोए. 4) P सीहीण, J पिययमाणीहरिसु ० . 5) J घरिणीए णवरं. 6) Pom. कय, P डिंभजणपडिहया. 7) P विरईओ, J समुद्धाइ 8) Pom. य. 9) P वल्लहो. 10 ) तरुयर. 11) P डोला for दोला. 12) J मणहरो, Jom. मुझ्य, J मयुम्मत्त, P मुझ्यमणुत्त for मउम्मत्त, J P रुइरावमण॰. 13) J रुणुरुणेंत, जणो for जणे. 14 ) P अंदोलिए, P भो भो भो, J गामवोदुहा. 16) J हियइदइओ. 17) P समहो. 18) J णाय डिवण्णं for पडिवण्णं, P जुवाणवणेण, J सहत्थयाल. 19) P हसिएहिं, Jom. च, P तस्स किर, 20) Pom. अज्ज, P अंदोलयारूढेहिं. 21 ) P मओम्मत्ता.
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(१०२)
१३१ 1 एवं च भणिए णियय-पियाणं चेय पुरओ गाइउं पयत्ता हिंदोलयारूढा । __ तओ को वि गोरीयं गायइ, को वि सामलियं, को वि तणुयंगी, को वि 3 णीलुप्पलच्छी, को वि पउम-दलच्छि त्ति ।
(१०२) एवं च परिवाडीए समारूढो माणभडो अंदोलए, अक्खित्तो य 5 अंदोलए जुवाण-जणेण । तओ णियय-जायाए गोरीए मय-सिलंबच्छीए परओ
गाइउ पयत्तो इम च दुवइ-खंडलयं ।। 7 परहुय-महुर-सद्द-कल-कूविय-सयल-वणंतरालए ।
कुसुमामोय-मुइय-मत्त-भमरउल-रणंत-सणाहए ।। 9 बहु-मयरंद-चंद-णीसंदिर-भरिय-दिसा-विभायए ।
जुवइ-जुवाण-जुवल-हिंदोलिर-गीय-रवाणुरायए ।। 11 एरिसयम्मि वसंतएँ जइ सा णीलुप्पलच्छिया पमएँ ।
आलिंगिज्जइ मुद्धिय सामा विरहूसुएहिँ अंगेहिं ।। 13 एयं सामाए गोत्तं गिज्जमाणं सुणिऊणं सा तस्स जाया सरिस-गाम-जुवई
तरुणीहिं जुण्ण-सुरा-पाण-मउम्मत्त-विहलालाव-जंपिरीहिं काहिं वि हसिआ, 15 काहिं वि णोल्लिया, काहिं वि पहया, काहिं वि णिज्झाइया, काहिं वि प्रिंदिया,
काहिं वि तज्जिया, काहिं वि अणुसोइय त्ति । भणिया य ‘हला हला, अम्हे 17 चिंतेमो तुज्झ जोव्वण-रूय-लायण्ण-वण्ण-विण्णाण-णाण-विलास-लास
गुण-विणयखित्त-हियओ एस ते पई अण्णं महिलियं मणसा वि ण पेच्छइ । 19 जाव तुमं गोरी मयच्छिं च उज्झिउं अण्णं कं पि साम-सुंदरं कुवलय-दलच्छिं
च गाइउं समाढतो, ता संपयं तुज्झ मरिउं जुज्जइ' त्ति भणमाणीहिं 21 णोल्लिज्जमाणी । ते खेल्लाविउं पयत्ता । इमं च णिसामिऊणं चिंतिउं पयत्ता हियए __णिहित्त-सल्ला विव तवस्सिणी 'अहो इमिणा मम पिययमेणं सहिययणस्स वि
___1) P चेव, J पवत्ता P पयत्तो, P हिंदोलयारूढो कं कोवि गोरियं. 2) ] कोई for कोवि, J गाययइ, P सामलिं, J सामलंगिं for तणुयंगी. 4) Jom. च, P अक्खित्तओ. 5) J अंदोलउ, P जाए for जायाए, P सिलिंबच्छीए. 7) P वणंतरालोए. 8) P भमरालि for भमरउल, J रणंतसयसणाहए. 9) P मंदं for चंद, P दिसाविहायए. 10) P रवाणुराईए. 11) P जइया for जइ सा, J णिलुप्पलच्छिया P नीलुप्पलच्छिया, J पयतएण P पयत्तणए for पमएँ (emended). 12) JP मुद्धिया, J विरहूसएहिं अंगएहिं, P विहूसुएहिं, 13) P एयं च सा, P om. सा, J सरिसा. 14) J मयुम्मत्त, P पाणमत्तविहलालीव, J काहिं वि in all places, P काहिं मि in all places, P om. काहिं वि पहया. 15) P मिज्झाइया, Jom. काहिं वि प्रिंदिया काहिं वि तज्जिया. 16) P अणुसोच्चिय, J अम्हेहिं चिंतेमो. 17) P तुह for तुज्झ, P लावण्ण विन्नाणेण य विलाससालगुणविणयविक्खत्तहियया अन्नं. 19) P तुमं गोरिं, P उज्झिय अन्नं किं पि समासुंदरि. 20) P पयत्तो for समाढत्तो. 21) P नोलिज्जमाणी खेल्ला०, P पइत्ता for पयत्ता. 22) P मम पिएण सहियायणस्स पुरओ.
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१३२
(१०३) 1 पुरओ ण च्छाया-रक्खणं कयं । अहो णिद्दक्खिण्णया, अहो णिल्लज्जया, अहो __णिण्णेहया, अहो णिप्पिवासया, अहो णिब्भयया, अहो णिग्घिणया, जेण 3 पडिवक्ख-वण्ण-खलण-पडिभेयं कुणमाणेण महंतं दुक्खं पाविया । ता महं ___ एवं वियाणिय-सोहग्गाए ण जत्तं जीविउं । अवि य । 5 पडिवक्ख-गोत्त-कित्तण-वज्जासणि-पहर-घाय-दलियाए ।
दोहग्ग-दूमियाए महिलाए किं व जीएणं ।। 7 इमं च चिंतिऊण तस्स महिला-वंद्रस्स मज्झाओ णिक्खमिउं इच्छइ, ण य से
अंतरं पावइ । ताव य 9 बहु-जुवईयण-कुंकुम-वास-रउभ्य-धूलि-मइलंगो ।
वच्चइ छणम्मि हाउं अवर-समुद्द-द्रह सूरो ।। 11 जह जह अल्लियइ रवी तुरियं तुंगम्मि अत्थ-सिहरम्मि ।
तह तह मग्गालग्ग धावइ तम-णियर-रिवु-सेण्ण ।। 13 सयल-णिरुद्ध-दिसिवहो पूरिय-कर-पसर-दूसह-पयावो ।
तिमिरेण णरिदेण व खणेण सूरो वि कह खविओ ।। 15 अत्थमिय-सूर-मंडल-सुण्णे णहयल-रणंगणाभोए ।
वियरइ कज्जल-सामं रक्खस-वंद्र व तम-णिवहं ।। 17 (१०३) एयम्मि एरिसे अवसरे दरिउम्मत्त-दिसा-करि-कसिण-महामहवडे ___विय पलंबिए अंधयारे णिग्गया जुवइसत्थाओ सा इमस्स महिला । चिंतियं च 19 णाए । 'कहिं उण इमं दोहग्ग-कलंक-दूसियं अत्ताणं वावाइउं णिव्वुया होहं ।
अहवा जाणियं मए, इमं वण-संड, एत्थ पविसिऊण वावाइस्सं । अहवा ण 21 एत्थ, जेण सव्वं चेय अज उज्जाण-वणंतरालं उववणं पिव बहु-जण-संकुलं ।
एत्थ मह मणोरहाणं विग्धं उप्पज्जइ त्ति । ता घरे चेय वासहरयं पविसिउं जाव ___1) P निदक्खिन्नया अहो निल्लच्छया. 2) J निग्घिणयया. 4) J एयं. 7) P निक्खिविओ for णिक्खमिउं, P निय for ण य. 9) J वासर धूलिमइलंगो (note the form of अ), P रइद्भूय. 12) P निवु for रिवु. 13) J अयल for सयल. 14) P मरिदेण, P सूरो कहं. 15) P सुण्ण for सुण्णे, P रणंगणोहोए. 16) P रक्खसं. 17) Jom. दरि, P दरियुमत्त, P महामुडवडे विलंबिए अंध०. 18) Jom. अंधयारे, J ताओ before जुवइ, P only for इमस्स, P विचिंतियं. 19) P कहं पुण, J दूसिउं, P हत्ताणं for अत्ताणं. 20) P अवि य for अहवा. 21) Jom. अज, P om. उज्जाण. 22) P मम for मह, P वासघरयं.
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(१०३)
१३३ । एस एत्थ बहु-जुवईयण-परिवारो ण-याणइ ताव अत्ताणयं वावाएमि ।'
चिंतयंती आगया गेहं । तत्थागया पुच्छिया सासुयाए ‘पुत्ति, कत्थ पई'। भणियं 3 च तीए । ‘एस आगओ चेय मह मग्गालग्गो त्ति' भणमाणी वासहरयं पविठ्ठा ।
तत्थ पविसिऊण गुरु-दूसह-पडिवक्ख-गोत्त-वज-पहर-दलियाए य विरइओ 5 उवरिल्लएण पासो, णिबद्धो य कीलए, समारूढा य आसणेसुं, दाऊण य अत्तणो __गलए पासयं भणियं इमीए । 7 भो भो सुणेह तुब्भे तुब्भे च्चिय लोग-पालया एत्थ ।
मोत्तूण णियय-दइयं मणसा वि ण पत्थिओ अण्णो ।। 9 तुब्भे च्चिय भणह फुडं जइ णो एत्थं मए जुवाणाणं ।
धवलुव्वेल्लिर-पंभल-णयण-सहस्साइँ खलियाई ।। 11 मज्झं पुण पेच्छसु वल्लहेण अह एरिसं पि जं रइयं ।
पिय-सहि-समूह-मज्झ-ट्ठियाए गोत्तं खलंतेण ।। 13 ता तस्स गोत्त-खलणुल्लसंत-संताव-जलण-जलियाए ।
कीरइ इमं अउण्णाएँ साहसं तस्स साहेज्जा ।।' 15 भणमाणीए चलण-तलाहयं पक्खित्तं आसणं, पूरिओ पासओ, लंबिउं पयत्ता, __णिग्गया णयणया, णिरुद्धं णीसासं, वंकीकया गीवा, आयड्डियं धमणि-जालं, 17 सिढिलियाई अंगयाई, णिव्वोलियं मुहं ति । एत्थंतरम्मि इमो माणभडो तं जुवई
वंद्रे अपेच्छमाणो जायासंको घरं आगओ । पुच्छिया य णेण माया ‘आगया 19 एत्थ तुह वहु' त्ति । भणियं च तीए ‘पुत्त, आगया सोवणयं पविठ्ठा' । गओ
इमो सोवणयं जाव पेच्छइ दीवुजोए तं वीणं पिव महरक्खरालाविणी णिय21 उच्छंग-संग-दुल्ललियं वील-कीलयावलंबिणी । तं च तारिसिं पेच्छिऊण
ससंभमं पहाविओ इमो तत्तोहत्तं । गंतूण य णेण छरं त्ति छिण्णो पासओ
1) ] जुवईअणपरिअणयाणइ ताव य अत्ता, P परिवारा य ण. 2) J तयागया, P सासूए J पुत्तय for पुत्ति. 3) P चेय महालग्गो त्ति. 4) P दलिया इव विर०. 5) J उवरिल्लयेण, P खीलए, P om. य in both places. 6) P गले पास भणियमिमीए. 7) J णिसुणह for सुणेह, P तुब्भे तुब्भि, ] लोअपालया. 8) J णिअअदइयओ. 10) P धवलुवेल्लिरपम्हरनयण. 11) J पिअं P पियं (पि जं ed.). 13) P खलणुल्लसंताव, J जवियाए. 14) P कह वि ता for साहसं, J साहेजो. 15) ] पक्खिअं, P आसण्णं. 16) J णिग्गया णअणयणया, P निरुद्धो नीसासो । वकीगया, P आयट्टियं धणिजालं, J धम्मणिजालं सिढिलयाई. 17) P अंगाई, J णिव्वोलिअं मुहं मि । P निबोल्लिमहं ति ।, P जुवइ. 18) J वंदे for वंद्रे, P om. य. 19) P बहुय त्ति, J पुत्तय for पुत्त, J गओ य इमो. 20) J महुरालाविणीं णिययुच्छंग. 21) P उत्संग, P लील for वील, P तारिसं. 22) P पहाइओ, P तत्ताहुत्तो, Jom. णेण, P ज्झड for छर, P पासाओ.
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१३४
(१०४)
1 छुरियाए । णीवडिया धरणिवढे, सित्ता जलेणं, वीइया पोत्तएणं, संवाहिया
हत्थेणं । तओ ईसि णीससियं, पविठ्ठाइं अच्छियाई, चलियं अंगेण, वलियं 3 बाहलयाहिं, फुरियं हियएणं । तओ जीविय त्ति णाऊण कहकह वि समासत्था ।
(१०४) भणियं च णेणं । 5 ‘सुंदरि किं किं केण व किं व वरद्धं कया तुमं कुविया ।
कह वा केण व कत्थ व किं व कयं केण ते होज ।। 7 जेण तए अत्ताणं विलंबयंती' सुयणु कोवेणं ।
आरोवियं तुलग्गे मज्झ वि जीयं अउण्णस्स ।।' 9 एवं च भणिया पिययमेणं ईसि-समुव्वेलमाण-मुणाल-कोमल-बाहुलइयाए
ईसि-वियसंत-रत्त-पम्हल-धवल-विलोल-लोयणाए दट्टण पिययमं पुणो 11 तक्खणं चेय आबद्ध-भिउडि-भंगुराए विरज्जमाण-लोयणाए रोस-वस
फुरमाणाधराए संलत्तं तीए। 13 'अव्वो अवेहि णिल्लज्ज वच्च तत्थेव जत्थ सा वसइ ।
कुवलय-दल-दीहर-लोल-लोयणा साम-सामलंगी ।।' 15 इमं च सोऊणं भणियं माणभडेणं ।।
‘सुंदरि ण-याणिमो च्चिय का वि इमा साम-सुंदरी जुवई । 17 कत्थ व दिट्ठा कइया कहिं व केणं व ते कहियं ।।'
इमं च णिसामिऊण रोसाणल-सिमिसिमेंत-हिययाए भणियं तीए । 19 'अह रे ण-याणसि च्चिय जीए अंदोलयावलग्गेणं ।
वियसंत-पम्हलच्छेण अज गोत्तं समणुगीयं ।।' 21 एवं च भणिऊण महासुण्णारण्ण-मुणी विय मोणमवलंबिऊण ठिय त्ति । ___ 'अहो मे कुविया एसा, ता किमेत्थ करणीयं । अहवा सुकुविया वि जुवई ___1) P वीया पोत्तेणं. 2) P हत्थेहिं ।, P अंगेहिं. 3) P बाहुलइयाहिं. 5) J केण व, कस्स व किम्व अवरद्धं. 6) J कत्थ वा किं, J होजा. 7) J विलंबिअंतीए, P विलंबयंतीय सुयण कोवेण. 9) Jom. च, P समुवेल्लमाण. 10) P धववल. 11) P आबद्धा. 12) J फुरंतमाणधराए P फुरमाणावसाएहराए, P om. संलत्तं तीए. 13) P तत्थ य for तत्थेव. 14) J दीहकल्लोल. 17) J कत्थ वि दिट्ठा, J कहि व्व, P कहं व तेणं. 19) J याणइ for याणसि. 20) P समणुगोयं । 21) P ट्ठिय त्ति. 22) P मम for मे, J जुअई.
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(१०५)
१३५ 1 पायवडणं णाइवत्तइ त्ति पडामि से पाएसु' चिंतिऊण भणियं च णेणं ।
'दे पसिय पसिय सामिणि कुणसु दयं कीस मे तुमं कुविया । 3 एवं माणत्थद्धं सीसं पाएसु ते पडइ ।।'
त्ति भणमाणो णिवडिओ से चलण-जुवलए । तओ दुगुणयरं पिव 5 मोणमवलंबियं । पुणो वि भणिया णेण ।
‘दे सुयणु पसिय पसियसु णराहिवाणं पि जं ण पणिवइयं । 7 तं पणमइ मह सीसं पेच्छसु ता तुज्झ चलणेसु ।।' ___ तओ तिउणयरं मोणमवलंबियं । पुणो वि भणिया णेण । 9 'दरियारि-मंडलग्गाहिघाय-सय-जज्जरं इमं सीसं ।
मोत्तूण तुज्झ सुंदरि भण कस्स व पणमए पाए ।।' 11 (१०५) ता एवं भणिया ण किंचि जंपइ । तओ समुद्धाइओ इमस्स माणो ___ महतो । 'अहो, एसा एरिसी जेण एवं पि पसाइज्जमाणी वि ण पणाम-पसायं 13 कुणइ । सव्वहा एरिसाओ चेय इमाओ इत्थियाओ होति त्ति । अवि य ।
खण-रत्त-विरत्ताओ खण-रुसण-खण-पसज्जणाओ य । 15 खण-गुण-गेण्हण-मणसा खण-दोसग्गहण-तल्लिच्छा ।।
सव्वहा चल-चवल-विज्जु-लइयाणं पिव दुव्विलसियं इमाणं । तं वच्चामि णं 17 बाहिं । किमेसा ममं वच्चंत पेच्छिऊण पसजइ ण व' त्ति विचिंतिऊण पयट्टो
माणभडो, णिक्खंतो वास-घराओ । णीहरंतो य पुच्छिओ पिउणा 'किं पुत्त, 19 ण दिण्णं से पडिवयणं । णिग्गओ बाहिं गंतुं पयत्तो । तओ चिंतियं इमस्स
महिलाए ‘अहो, एवं वज-कढिण-हियया अहं, जेण भत्तुणो तहा पाय21 पडियस्स ण पसण्णा । ता ण सुंदर कयं मए । अवि य ।
अकय-पसाय-विलक्खओं पुणरुत्त-पणाम-सव्वहा-खवियओ वि । ____1) Jणाहिवत्तइ त्ति P नाइवत्तय त्ति. 3) P माणथद्धं, P तं for ते. 4) Jom. त्ति, P जुयलए. 5) J तेण for णेण. 6) P om. सुयणु, P यं for जं, P पणमइ । जं तं for पणिवइयं । जंतं. 7) P तुज्झा. 8) P तिगुणतरं मोणमवलंबिऊण पुणो. 9) P मंडलग्गाभिघायसयजुज्जर. 10) P पणवए. 11) P एविं• for एवं. 12) J अहो एरिसा जेण. 13) P कुणइ त्ति सव्वद्धा, P चेव इमाइओ अत्थियाओ, P om. त्ति. 16) P सव्वद्धा, J ता for तं. 17) J किमेस, J त्ति चिंतिऊण. 18) P गब्भघरयाओ for वासघराओ, Jom. य, P पुच्छिउणो किं. 20) P हं for अहं, Jण for जेण, J तहा वि पा०. 21) J मे for मए. 22) P पणरुत्त, P सबहु for सव्वहा, P खविओ.
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१३६
(१०५) 1 अव्वो मज्झ पियल्लओ ण-याणिमो एस पत्थिओ कहिं पि ।।
ता इमस्स चेय मग्गालग्गा वच्चामो' त्ति चिंतिऊण णीहरिया वास-घरयाओ। 3 पुच्छिया य सासुयाए ‘पुत्ति, कत्थ चलिया' । तीए भणियं । ‘एसो ते पुत्तो
कहिं पि रुठ्ठो पत्थिओ' त्ति भणमाणी तुरिय-पय-णिक्खेवं पहाइया । तओ 5 ससंभमा सा वि थेरी मग्गालग्गा । चिंतियं च तेण इमस्स पिउणा वीरभडेणं ।
'अरे सव्वं चेय कुडंबयं कत्थ इमं पत्थियं' ति चिंतयंतो मग्गालग्गो सो वि 7 वीरभडो । इमो य घण-तिमिरोत्थइए कुहिणी-मग्गे वच्चमाणो कह-कह वि
लक्खिओ तीए । बहु-पायव-साहा-सहस्संधयारस्स पच्चंत-गाम-कूवस्स तडं 9 पत्तो । तत्थ अवलोइयं च णेण पिट्ठओ जावोवलक्खिया णियय-जाय त्ति । तं
च पेच्छिऊण चिंतियमणेण । 'दे पेच्छामि ताव ममोवरि केरिसो इमीए सिणेहो' 11 त्ति चिंतयंतेण समुक्खित्ता एक्का गाम-कूव-तड-संठिया सिला । समुक्खिविऊण
य दढ-भुय-जंत-पविद्धा पक्खित्ता अयडे । पक्खिविऊण य लहं चेय 13 आसण्ण-संठियं तमाल-पायवं समल्लीणो । ताव य आगया से जाया । सिला___ सद्द-संजणिय-संकाए अवलोइयं च इमीए तं कूयं । जाव दिटुं 15 वित्थिण्ण-सिला-घाउच्छलंत-जल-तरल-वेविर-तरंग ।
कूवं तं पिव कूवं सुव्वंतं पडिसुय-रवेण ।। 17 तं च तारिसं दद्दूण पुलइयाइं तीए पासाइं । ण य दिट्ठो इमो तमाल___ पायवंतरिओ । तओ चिंतियं । ‘अवस्सं एत्थ कूवे मह दइएण पक्खित्तो अप्पा 19 होहिइ । ता किमेत्थ करणीयं । अहवा
सो मह पसाय-विमुहो अगणिय-परिसेस-जुवइ-जण-संगो । 21 एत्थ गओ गय-जीवो मज्झ अउण्णाए पेम्मंधो ।।
सयणे परिभूयाओ दोहग्ग-कलंक-दुक्ख-तवियाओ ।
1) J पिएल्लओ, P एस कयं पि पत्थिओ. 2) J वासहरयाओ. 3) P सासूए, J पुत्त for पुत्ति. 5) J वि से थेरी, P पिउणो. 6) J कुडुंबयं, P om. कत्थ, P पत्थिय त्ति, Jom. चिंतयंतो मग्गालग्गो etc. to णिययजाय त्ति ।. 8) P पाया for साहा (ed.). 9) P अवलोइउं च णेणापिट्ठिओ, P निययजाइ त्ति । 10) P दे पच्छामि, Jom. इमीए. 11) P चिंतिय तेण, J एगाम, P संसिया for संठिया. 12) Jom. य, P भुया for भुय, P पविठ्ठा for पविद्धा, P adds य before अयडे. 14) P संका for संकाए, J कूवं । जावय दिटुं. 15) P घायउच्छलंत. 16) J तं पि कूवसुव्वत्तयडासुअ, P सुव्वंतं. 17) J तीय. 18) P एत्थं, J पविठ्ठो for पक्खित्तो. 19) P होहीई. 21) J गयजीओ, J पेम्मद्धो P पेमंधो.
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(१०६)
१३७ | भत्तार-देवयाओ णारीओ होति लोयम्मि ।।'
चिंतिऊण तीए अप्पा पक्खित्तो तहिं चेय अयडे । दिट्ठा य णिवडमाणी तीए 3 थेरीए । पत्ता ससंभमंता । चिंतियं तीए ‘अहो, णूण मह पुत्तओ एत्थ कूवे __ पडिओ, तेण एसा वह णिवडिय त्ति । 5 हा हा अहो अकजं देव्वेण इमं कयं णवर होज्जा ।
दावेउं णवर णिहिं मण्णे उप्पाडिया अच्छी ।। 7 ता जइ एवं, मए वि ता किं जीवमाणीए दूसह-पुत्त-सुण्हा-विओय-जलण
जालावलि-तवियाए' त्ति भणिऊण तीए थेरीए पक्खित्तो अप्पा । तं च दिटुं 9 अणुमग्गालग्गेणं थेर-वीरभडेणं । चिंतियं च णेणं । 'अरे, णूणं मह पुत्तो सुण्हा ___ महिला य णिवडिया । अहो आगओ कुलक्खओ । ता सव्वहा वइरि-गइंद11 दंत-मुसलेसु सुहं हिंदोलियं मए, उब्भड-भड-सहस्स-असि-घाय-घणम्मि वि
वियारियं, पुणो धणु-गुण-जंत-पमुक्क-सिलीमुह-संकुले रणे । एण्हिं एत्थ दड्ड 13 -दइवेण वसाणमिणं णिरूवियं । ता मह ण जुज्जइ एरिसो मच्चू । तहा वि ण ___ अण्णं करणीयं पेच्छामि' त्ति चिंतिऊण तेण वि से पक्खित्तो अप्पा । एयं च 15 सव्वं दिटुं वृत्तंतं इमिणा माणभडेणं । तहा वि माण-महारक्खस___ पराहीणेणमणिवारियं, ण गणिओ पर-लोओ, ण संभरिओ धम्मो, ण सुमरिओ 17 उवयारो, अवहत्थिओ सिणेहो, अवमाणिओ से पेम्म-बंधो, ण कया गुरु__भत्ती, वीसरियं दक्खिण्णं, पम्हट्ठा दया, परिचत्तो विणओ त्ति । ते मए 19 जाणिऊण संजाय-पच्छायाओ विलविउं पयत्तो ।
(१०६) हा ताय पुत्त-वच्छल जाएण मए तुम कहं तविओ । 21 मरणं पि मज्झ कज्जे णवरं णीसंसयं पत्तो ।।
धी धी अहो अकजं आयर-संवड्डियस्स मायाए ।
1) P देवयाए. 2) P चिंतियं for चिंतिऊण, P तेहिं चेव, P दिट्ठो, P तीय थेरीय. 3) P ससंभंतो चिंतयंती. 4) P सा for एसा. 5) P दव्वेण. 6) P दावेऊर णवर निही मण्ण उप्पाडिऊण अच्छीणि. 7) P एव, Pom. वि, P जलणजातवियाएउ त्ति. 8) P om. थेरीए, P परिक्खित्तो. 10) P ताव for ता. 12) P जंतु for जंत, J जंतमुक्कपमोक्क. 13) J दइएण, P वसणमिणं, P निरूवियमहं, P ता हा for तहा वि. 15) Pom. वुत्तंतं, P माणमाणरक्खसा पराहीणेण न निवारियं ।. 16) J परलोगो. 17) P उवयारहरो, J पेम्माबद्धो P पेमाबंधो. 18) J चत्तो विणओ ते य मए जाणि०. 20) J महा for कहं. 22) P धिद्धी, J तहया for आयर.
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१३८
(१०७)
। वुड्डत्तणम्मि तीए उवयारो केरिसो रइओ ।।
हा हा जीए अप्पा विलंबिओ मज्झ णेह-कलियाए । 3 तीऍ वि दइयाएँ मए सुपुरिस-चरियं समुव्बूढं ।।
वज-सिलिंका-घडियं णूण इमं मज्झ हियवयं विहिणा । 5 जेणेरिस पि दटुं फुट्टइ सय-सिक्करं णेय ।। ___ ता पुण किमेत्थ मह करणीयं । किं इमम्मि अयडे अत्ताणं पक्खिवामि । अहवा 7 णहि णहि,
जलणम्मि सत्त-हत्तं जलम्मि वीसं गिरिम्मि सय-हुत्तं । 9 पक्खित्ते अत्ताणे तहा वि सुद्धी महं णत्थि ।।
(१०७) 'ता एयं एत्थ जुत्तं कालं । एए मएलए कूवाओ कड्डिऊण 11 सक्कारिऊणं मय-करणिजं च काऊणं वेरग्ग-मग्गावडिओ विसयाओ विसयं,
णयराओ णयरं, कब्बडाओ कब्बडं, मडंबाओ मडंब, गामाओ गाम, मढाओ 13 मद, विहाराओ विहारं परिभममाणो कहिं पि तारिसं तुलग्गेणं कं पि गुरूं
पेच्छिहामो, जो इमस्स पावस्स दाहिइ सुद्धिं' ति चिंतिऊण तम्हाओ चेय 15 ठाणाओ तित्थं तित्थेण भममाणो सयलं पुहई-मंडलं परिभमिऊण संपत्तो
महुराउरीए । एत्थ एक्कम्मि अणाह-मंडवे पविठ्ठो । अवि य तत्थ ताव 17 मिलिएल्लए कोड्दिए वलक्ख खइयए दीण दुग्गय अंधलय पंगुलय मंदुलय मडहय __ वामणय छिण्ण-णासय तोडिय-कण्णय छिण्णोठ्ठय तडिय कप्पडिय देसिय 19 तित्थ-यत्तिय लेहाराय घम्मिय गुग्गुलिय भोया । किं च बहुणा । जो माउ
पिउ-रुटेल्लओ सो सो सव्वो वि तत्थ मिलिएल्लओ त्ति । ताहं च तेत्थु 21 मिलिएल्लयहं समाणहं एक्केक्कमहा आलावा पयत्ता । 'भो भो कयरहिं तित्थे दे
चेवा गयाहं कयरा वाहिया पावं वा फिट्टई' त्ति । एक्केण भणियं । 'अमुक्का
2) P जीए अप्पो. 3) P तीय for तीए, P om. मए, P सव्वुरिस, P समवूढं. 4) P सिलंका. 5) P जं एरिसं, J दटुं हुट्टइ, P सियसक्करं निय ।. 6) ता उण, P मओ for मह, P करणीयं ति, J तो for किं. 8) P सप्तहुत्तं. 10) J जत्तं कालं P जुत्तकालं, P कूयाओ, P om. च. 11) P मग्गपडिओ. 12) P नरयाओ नरयं. 13) P किं पि गुरुवं पे. 14) P om. पावस्स, P दाहीय for दाहिइ, J सुद्धि त्ति (?) P सुट्ठि त्ति, P तओ चेय ट्ठाणाओ. 15) P पुहइमंडलं. 16) P तत्थ for एत्थ. 17) J मिलियालए, P मिलिएल्लय कोढियबलक्खइए दीणदग्गयं, P मंढहय. 18) P नासियताडियकन्नए, J देविय for देसिय. 19) P लेहारिय, P गुम्मुलियाभोय, P माउपीउ. 20) P om. सो सो, P च्चिय for वि, P मिलियल्लओ, P तत्थ for तेत्थु. 21) J मिलिएलय सहसमाणह, P एक्केक्कमहं, J देवा for दे चेवा. 22) J वाहिं for वाहिया, P व for वा, J पिट्टइ.
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(१०८)
१३९
1 वाणारसी कोढिएहिं, तेण वाणारसीहिं गयहं कोढो फिट्ट ' त्ति । अण्ण भणियं । 'हुं हुं कहिओ वुत्तंतओ तेण जंपिएल्लउ । कहिं कोढं कहिं वाणारसि । 3 मूलत्थाणु भडारउ कोढइं जे देइ उद्दालइज्जे लोयहुं ।' अण्णेण भणियं । ‘रे रे जइ मूलत्थाणु देइजे उद्दालइज्जे कोढइं, तो पुणु काई कज्जु अप्पाणु कोढियल्लउ 5 अच्छइ ।' अण्णेण भणियं । 'जा ण कोढिएल्लउ अच्छइ ता ण काई कज्जु, महाकाल-भडारयहं छम्मासे सेवण्ण कुणइ जेण मूलहेज्जे फिट्टइ' । अण्णेण 7 भणियं । ‘काइं इमेण, जत्थ चिर-परूतु पावु फिट्टइ, तं मे उद्दिसह तित्थं' । अण्णेण भणियं । ‘प्रयाग - वड- पडियहं चिर-परूढ पाय वि हत्थ वि फिट्टंति' । 9 अण्णेण भणियं । ‘पाव पुच्छिय पाय साहहि' । अण्णेण भणियं । 'खेड्डु मेल्ल, जइ पर माइ-पिइइ - वह कयई पि महापावाई गंगा-संगमे व्हायहं भइरव11 भडारय-पडियहं णासंति ।'
1
-
(१०८) तं च सुयं इमेणं माणभडेणं । तं सोऊण चिंतियं मणेण । 'अहो 13 सुंदरं इमिणा संलत्तं । ता अहं माइ - पिइ - वह - महापाव - संतत्तो गंगा-संगमे ण्हाइऊण भइरवम्मि अत्ताणयं संजिमो जेण इमस्स महापावस्स सुद्धी होइ' त्ति 15 चिंतयंत महुरा - -णयरीओ एस एयं कोसंबी संपत्तो त्ति । ता णरवर ण-याणइ च्चिय एस वराओ इमं पि मूढ - मणो । जं मूढ-वयण - वित्थर-परंपराए भमइ लोयं ।। पडियस्स गिरियडाओ सो विहडइ णवर अट्ठि-संघाओ । जं पुण पावं कम्मं समयं तं जाइ जीवेण ।। पडण-पडियस्स पत्थिव पावं परियलइ एत्थ को हेऊ । अह भणसि सहावो च्चिय साहसु ता केण सो दिट्ठो पच्चक्खेण ण घेप्पइ किं कज्जं जेण सो अत्तोति ।
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21
J
1) J वाणारसी गयाणं कोढु प्फिट्टइ त्ति. 2) Pom. त्ति, P कहिं उवउत्तुंतओ तण जंपिअल्लए. 3) P ॰त्थाण भराडओ कोढई देइ जो, J कोढई जे देइ, J उद्दालि लोअहुं, P लोयहं । अण्णेण्ण. 4) P मूलुद्धत्थाणु, J देइ उद्दालइज्जं, J ता for तो, P पुण, P कज्ज अप्पणु कोढएल्लउ छइ । ताणं काई कज्जउ. 6) J महाकालु भडारउ छम्मास, P भडारहयहं छम्मा से सेव न करइ, P मूलहोज्जे. 7 ) P तत्थ for जत्थ, J चिरपरूढ पाउ, J तुब्भे for तं मे, तित्थ. 8) P प्रयागवडे पडिहयं चिरं. 9) J अरे पाव, P पावे पुच्छिउं पाए सोहसि, P खदुमेल्लिंहु जइ परमायपियवहुकयाइं पि पावाई. 10) J माई पिइ०, P फिट्टंति before गंगा०. 11) P पहियं, J णासइत्ति 12 ) P च निसुयं, P तं च सोऊण. 13 ) P ता अलं माइपियवहपावमहासंतत्ता. 14) J अत्ताणं, P अत्ताणयंमि भजिमो, P होउ. 15) P चिंतियंतो, J एय for एयं. 16) J इमं विमूढ. 18) J पडिअस्सइ गिरि०, P महिट्ट (ड्ढ) for अट्टि. 20) P पित्थिव. 22) J कज्जे, P विउत्तो.
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१४०
1 पच्चक्खेण वित्ते ण य अणुमाणं ण उवमाणं ।। अह भणसि आगमेणं तं पुण सव्वण्णु - भासियं होज्ज । 3 तस्स पमाणं वयणं जइ मण्णसि तो इमं सुणसु ।। पडण-पडियस्स धम्मो ण होइ तह मंगुलं भवइ चित्तं । 5 सुद्ध - मणो उण पुरिसो घरे वि कम्मक्खयं कुणइ ।। तम्हा कुणह विसुद्धं चित्तं तव-णियम-सील-जोएहिं । अंतर-भावेण विणा सव्वं भुस - कुट्टियं एयं ।।'
(१०९) एवं च णिसामिऊणं माणभडो विउडिऊण माण-बंधं णिवडिओ 9 से भगवओ धम्मणंदणस्स चलण - जुवलए । भणियं च णेण । 'भगवं दुक्ख-सय-णीर-पूरिय-तरंग-संसार-सागरे घोरे । भव्व-जण-जाणवत्तं चलण - जुयं तुझ अल्लीणो ।। जं यं हि महत्तंतं तए अपुण्णस्स । 13 तं तह सयलं वुत्तं ण एत्थ अलियं तण - समं पि ।। ता तं पसियसु मुणिवर वर-णाण-महातवेण दिप्पंत 15 पाव-महापंक-जलोवहिम्मि धारेसु खिप्पंतं ।।' भणियं च गुरुणा धम्मणंदणेणं ।
'सम्मत्तं णाण तवो संजम - सहियाइँ ताइँ चत्तारि । मोक्ख-पह-पवण्णाणं चत्तारि इमाई अंगाई ||
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19 पडिवज्जइ सम्मत्तेणं जं जह गुरु-जणेण उवइट्ठ | कजाकज्जे जाणइ णाण - पईवेण विमलेणं ।।
(१०९)
21 जं पावं पुव्व- कयं तवेण तावेइ तं णिरवसेसं । अण्णं णवं ण बंधइ संजम- जमिओ मुणी कम्मं ।।
2) P भणि for भणसि, P होज्जा. 3) P repeats वयणं. 4) P पडणवडियस्स, P जइ for तह, P कह वि for भवइ . 5) P वि पावक्खयं करइ. 6) P जोगेहिं. 7) P सव्वं तुसमुट्ठियं एयं. 8) J एयं च, P विउट्ठिऊण, J माणवधं P माणबंधे. 9) P सेस भगवओ, P जुवण, J तेण for णेण. 11 ) P भवजलहि for भव्वजण. 12 ) P अउण्णस्स. 13) P वत्तं for वृत्तं. 14 ) Pom. महा. 15) J जलोयहिअअम्मि, P खुप्पंतं. 17) J संजमसमियाई. 19 ) JP जहा, P गुरुयणेण. 20) P कज्जाकज्झं.
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(११०)
१४१ 1 ता सयल-पाव-कलिमल-किलेस-परिवजिओ जिओ सुद्धो ।
जत्थ ण दुक्खं ण सुहं ण वाहिणो जाइ तं सिद्धिं ।।' 3 इमं च सोऊण भणियं माणभडेणं । ‘भगवं, कुणसु मे पसायं इमेहिं सम्मत्त____णाण-तव-संजमेहिं जइ जोग्गो' त्ति । गुरुणा वि णाणाइसएणं उवसंत-कसाओ 5 जाणिऊण पव्वाविओ जिण-वयण-भणिय-विहीए माणभडो त्ति ।। .॥
(११०) भणियं च पुणो वि गुरुणा धम्मणंदणेण । 7 ‘माया उव्वेययरी सज्जण-सत्थम्मि प्रिंदिया माया ।
माया पावुप्पत्ती वंक-विवंका भुयंगि व्व ।। 9 माया-परिणाम-परिणओ पुरिसो अंधो इव बहिरो विव पंगू इव पसुत्तो विय ___ अयाणओ विय बालो विय उम्मत्तो विय भूय-गहिओ इव सव्वहा माइल्लो । 11 किं च ।
सजण-सरल-समागम-वंचण-परिणाम-तग्गय-मणाए । 13 मायाए तेण मुणिणो णरणाह ण अप्पयं देति ।।
माया-रक्खसि-गहिओ जस-धण-मित्ताण णासण कुणइ । 15 जीयं पि तुलग्गं मिव णरवर एसो जहा पुरिसो ।।' ___ भणियं च णरवइणा ‘भगवं, ण-याणिमो को वि एस पुरिसो, 17 किं वा इमेण कयं' ति । भणियं च धम्मणंदणेण गुरुणा ।
“जो एस तुज्झ वामे पच्छा-भायम्मि संठिओ मज्झ । 19 संकुइय-मडह-देहो मंदो कसण-च्छवी पावो ।।
जल-बुब्बुय-सम-णयणो दिट्ठो जो कायरो तए होइ । 21 णिज्झाइ य पेच्छंतं बगो व्व जो कुंचिय-ग्गीओ ।।
कम-सज्जो मज्जारो माया इव एस दीसए जो उ ।
1) J सयलकलिकिलेस, J जीउ. 2) J तत्थ for जत्थ, P सुक्खं for दुक्खं. 3) P भणियं for भगवं, Jom. मे. 4) P नाणसतव, J जोगो, P इ for वि, J णाणाईसएणं. 5) J पवाविओ, P माणभडो त्ति । प्रवजितो माणभट । भणियं. 6) P om. च, P om. गुरुणा. 7) J ऊव्वेवयरी. 8) J पावुप्पत्ति. 9) J अंधो इवा बहिरो विवा पंगू इवा, P बहिरो इव पसू विय पसुत्तो, P इव for विय thrice. 10) P उम्मत्तओ, P भूयगहिल्लो, P माइल्लओ । किंचि. 15) P जीयं च तुलग्गंमी नरवर. 16) J भयवं. 17) P इमे for इमेण. 18) JP वामो. 19) P कसिणच्छवी. 20) P जिट्ठो for दिट्ठो. 21) P पेच्छंतो, P कुंचियग्गीवो.
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१४२
(११२) | माया-मणेण एएण जं कयं तं णिसामेहि ।।
(१११) अत्थि बह-गाम-कलिओ उजाण-वणंतराल-रमणिज्जो । 3 आढत्त-महाभोज्जो भोज्ज-सउग्गीय-गोज्जयणो ।।
जो य रेहइ णिरंतर-संठिएहिं गामेहिं, गामई मि रेहंति तुंग-संठिएहिं देव-कुलेहि, 5 देवउलई मि रेहति धवल-संठिएहिं तलाएहि, तलायई मि रेहति पिहुल-दलेहि
पउमिणी-संडेहिं, पउमिणि-संडई मि रेहति वियसिय-दलेहिं अरविंदेहि, 7 अरविंदई पि रेहति मह-पाण-मत्त-मुइय-महयर-जुवाणएहिं ति ।
इय एक्केक्कम-सोहा-संघडिय-परंपराए रिंछोली ।। 9 जम्मि ण समप्पइ च्चिय सो कासी णाम देसो त्ति ।।
तम्मि य णयरी अइ-तुंग-गोउरा कणय-घडिय-वर-भवणा । 11 सुर-भवण-णिरतर-साल-सोहिया सग्ग-णयरि व्व ।। ___ जहिं च णयरिहिं जणो देयणओ अत्थ-संगह-परो य, कुणंति विलासिणीओ 13 मंडणइं अमय-वियारइं च, ण सिक्खविजंति कुलयण-लज्जियव्वइं गुरुयण
भत्तिओ य, सिक्खविज्जति जुवाणा कला-कलावई चाणक्क-सत्थई च । 15 अवि य ।
जा हरिस-पणय-सुरवइ-मउड-महा-रयण-रइय-चलणस्स । 17 वम्मा-सुयस्स जम्म-णयरी वाणारसी णाम ।।
(११२) तीय य महाणयरीए वाणारसीए पच्छिम-दक्खिणे दिसा-विभाए 19 सालिग्गामं णाम गाम । तहिं च एक्को वइस्स-जाई परिवसइ गंगाइच्चो णाम ।
तम्मि य गामे अणेय-धण-धण्ण-हिरण्ण-सुवण्ण-समिद्ध-जणे वि सो च्चेय 21 एक्को जम्म-दरिदो । कुसुमाउह-सरिसमसरिस-रूव-परिसयणे वि सो च्चेय एक्को विरूओ । महु-महुर-वयण-ग्गाहिरे वि जणम्मि सो चेय एक्को दुव्वयण-विसो ।
1) P मायामएण, P निसामेह. 3) J भोज्जसयागीय, P गोज्जइणो. 4) J गामइम्मि, P गामाइंमि चिय रहिंति, Jom. रेहति. 5) P देवउलेहि देवलई चिय रेहति तलसिंठिएहं तलाएहिं तलाई चिय रेहंति. 6) P संडई वि, P अरवंदेहिं. 7) P मइय for मुइय, J जुवाणेहिं. 10) J णअरीए P नयरीए for णयरी, J गोपुरा. 12) P जेहं चिय for जहिं च. 13) P मंडणइं मयणवियारियं च सिक्खंति कुल०. 14) P भत्तिउव्व सिक्ख०, P जुवाणकला०, P माणिक्क for चाणक्क. 15) P om. अवि य. 16) P नरवइ for सुरवइ. 17) Jणामा. 18) P om. य, P दिसाभाए. 19) P वइसजाई. 20) P om. य, P अण्णेय, Jom. सुवण्ण, P समिद्धे जिणे सो. 21) P कुसुमसरिस, Jom. •मसरिस, P पुरिसयणो, J चेय एको. 22) P गहिरे, P व for वि, P जणम्मि, P सो च्चिय.
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(११३)
१४३ 1 सरय-समय-संपुण्ण-ससि-सिरी-सरिस-दसण-सुहस्स वि जणस्स सो चेय
एक्को उव्वेयणिज्ज-दसणो । सरस-सरल-सलाविराणं पि सो च्येय एक्को जरढ3 कुरंग-सिंग-भर-भंगुर-जंपिरो । तण-मेत्तुवयारि-दिण्ण-जीवियाणं पि मज्झे सो
चेय कयग्यो । सव्वहा सज्जण-सय-संकुले वि तम्मि गामे सो च्येय एक्को दुजणो 5 त्ति। तस्स य तारिसस्स असंबद्ध-पलाविणो वंकयस्स णिद्दयस्स णिद्दक्खिण्णस्स _णिक्किवस्स णिरणुकंपस्स बहु-जण-पुणरुत्त-विप्पलद्ध-सज्जणस्स समाण-गाम7 जुवाणएहिं बहुसो उवलक्खिय-माया-सीलस्स गंगाइच्चो त्ति अवमण्णिऊण ___ मायाइच्चो कयं णामं । तओ सव्वत्थ पइट्ठियं सहासं च बहुसो जणो उल्लवइ 9 मायाइच्चो मायाइच्चो त्ति । सो उण णरवर, इमो जो मए तुज्झ साहिओ त्ति ।
अह तम्मि चेय गामे एक्को वाणियओ पुव्व-परियलिय-विहवो थाणू णाम । 11 तस्स तेण सह मायाइच्चेण कह वि सिणेहो संलग्गो । सो य सरलो मिउ-मद्दवो ___ दयालू कयण्णू मुद्धो अवंचओ कुलुग्गओ दीण-वच्छलो त्ति । तहा 13 विवरीय-सील-वयणाणं पि अवरोप्परं देव्व-वसेण बहु-सज्जण-सय
पडिसेहिज्जमाणेणावि अत्तणो चित्त-परिसुद्धयाए कया मेत्ती । अवि य । 15 सुयणो ण-याणइ च्चिय खलाण हिययाइँ होति विसमाई ।
अत्ताण-सुद्ध-हिययत्तणेण हिययं समप्पेइ ।।। 17 जो खल-तरुयर-सिहरम्मि सुवइ सब्भाव-णिब्भरो सुयणो ।
सो पडिओ च्चिय बुज्झइ अहव पडतो ण संदेहो ।। 19 (११३) एवं च ताणं सजण-दुजणाणं सब्भाव-कवडेण णिरंतरा पीई वड्ढिउं
पयत्ता । अण्णम्मि दियहे वीसत्था-लाव-जंपिराणं भणिय थाणुणा । वयस्स, 21 धम्मत्थो कामो वि य पुरिसत्था तिण्णि णिम्मिया लोए ।
ताणं जस्स ण एक्कं पि तस्स जीयं अजीय-समं ।।
1) J सरयसमयदसण, P सो च्चेय. 2) P सरलसरस, J सो चेय, P om. एक्को. 3) Pom. भर, P मेतूवयरी, P om. मज्झे सो चेय etc......to तस्स य तारिसस्स. 5) J वंकय निद्द०, J णिदक्खिणस्स. 6) P निरण्णुकंपस्स, P विप्पलुद्ध. 8) P बहुजणो, J उल्लवइ व माया०. 9) P सोऊण for सोउण. 10) P चेव. 11) P संपग्गो. 12) P कुलग्गओ. 13) J सीलरयणाणं, P अवरोप्पदरं देववसेण. 14) P अप्पणो च्चिय पडिसुद्धयाए. 17) P सुयइ. 19) P कवड for कवडेण, J पीती, P पड्डिओ for वड्डि उं. 20) J विसत्थालाव P वीसत्थालावकवडिनिरंतरा पीइं जंपि०. 21) P पुरिसत्थो.
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(११३) 1 अम्हाण ताव धम्मो णत्थि च्चिय दाण-सील-रहियाणं । ___कामो वि अत्थ-रहिओ अत्थो वि ण दीसए अम्हं ।। 3 ता मित्त फुडं भणिमो तुलग्ग-लग्गं पि जीवियं काउं ।
तह वि करेमो अत्थं होहिइ अत्थाओ सेसं पि ।।' 5 भणियं च मायाइच्चेण । ‘जइ एवं मित्त, ता पयट्ट, वाणारसिं वच्चामो । तत्थ
जूयं खेल्लिमो, खत्तं खणिमो, कण्णुं तोडिमो, पंथं मूसिमो, गंठिं छिण्णिमो, 7 कूडं रइमो, जणं वंचिमो, सव्वहा तहा तहा कुणिमो जहा जहा अत्थ-संपत्ती
होहिइ' त्ति । एवं च णिसामिऊण महा-गइंद-दंत-जुवल-जमलाहएण विय 9 तरुयरेण पकपियाई कर-पल्लवाई थाणुणा । भणिय च णेण ।
'तुज्झ ण जुज्जइ एयं हियएणं मित्त ताव चिंतेउं । 11 अच्छउ ता णीसंकं मह पुरओ एरिसं भणिउं ।।' ___ एवं च भणिएण चिंतियं मायाइच्चेणं 'अरे अजोग्गो एसो, ण लक्खिओ मए 13 इमस्स सब्भावो, ता एवं भणिस्सं' । हसिऊण भणियं च णेणं ‘णहि णहि ____ परिहासो मए कओ, मा एत्थ पत्तियायसु त्ति । अत्थोवायं जं पुण तुमं भणिहिसि 15 तं करेहामो' त्ति । भणियं च थाणुणा ।।
‘परिहासेण वि एवं मा मित्त तुमं कयाइ जंपेज्जा । 17 होइ महतो दोसो रिसीहिँ एयं पुरा भणियं ।।
अत्थस्स पुण उवाया दिसि-गमणं होइ मित्त-करणं च । 19 णरवर-सेवा कुसलत्तणं च माणप्पमाणेसुं ।।
धाउव्वाओ मंतं च देवयाराहणं च केसिं च । 21 सायर-तरणं तह रोहणम्मि खणणं वणिजं च ।।
णाणाविहं च कम्मं विजा-सिप्पाइँ णेय-रूवाई ।
1) P तम्हा न for अम्हाण. 3) J जइ जिअं for जीवियं, P जीविउं for जीवियं, 4) P अत्थो होही. 6) P om. च, P खेलिमो, P कण्णं, P मुसिमो, P छिदिमो for छिण्णिमो. 7) P om. one तहा. 8) J होहिति त्ति. 9) J तरुवरेण, P तरुयरेणं एयं पियाइं करयलपल्लवालइं. 10) P हियएण वि ताव मित्त चिंतेउं. 12) P भणिऊण, J लक्खितो. 14) Jom. त्ति, J अत्थोवायं जं ण पुण तुमं, P एत्थोवायं पुण जं तुम भणसि तं. 16) P एयं सा मित्त. 18) P उण. 20) P मंतं देव०, J केसिं चि for च केसिं च. 22) P सप्पाइ णेग.
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(११४)
1 अत्थस्स साहयाइं अणिंदियाई च एयाई ।।
(११४) ता वच्चिमो दक्खिणावहं । तत्थ गया जं जं देस-काल-वेस3 जुत्तं तं तं करिहामो' त्ति सम्मं मंतिऊण अण्णम्मि दियहे कय-मंगलोवयारा आउच्छिऊण सयण-णिद्ध-वग्गं गहिय-पच्छयणा णिग्गया दुवे वि । तत्थ 5 अणेय-गिरि-सरिया-सय-संकुलाओ अडईओ उल्लंघिऊण कह कह वि पत्ता पइट्ठाणं णाम णयरं । तहिं च णयरे अणेय-धण-धण्ण-रयण-संकुले महा7 सग्ग-णयर - सरिसे णाणा - वाणिज्जाई कयाई, पेसणाई च करेमाणेहिं कह कह वि एक्वेक्कमेहिं विढत्ताइं पंच पंच सुवण्ण - सहस्साइं । भणियं च णेहिं परोप्परं । 9 'अहो, विदत्तं अम्हेहिं जं इच्छामो अत्थं । एयं च चोराइ उवद्दवेहिं ण य णेउं तीरइ सएस-हुत्तं । ता तं इमेण अत्थेण सुवण्ण- सहस्स-मोल्लाई रयणाइं पंच 11 पंच गेण्हिमो । ताइं सदेसं गयाणं सम- मोल्लाई अहिय- मोल्लाई वा वच्चहिं' ति भणिऊण गहियं एक्वेक्कं सुवण्ण- सहस्स-मोल्लं । एवं च एयाई एक्क्स्स पंच 13 पंच रयणाई । ताइं च दोहि मि जणेहिं दस वि रयणाई एक्कम्मि चेय मलधूली - धूसरे कपडे सुबद्धाई । कयं च णेहिं वेस - परियत्तं । कयाइं मुंडावियाई 15 सीसाइं । गहियाओ छत्तियाओ । लंबियं डंडयग्गे लावुयं । धाउ - रत्तयाई कप्पडाइं । विलग्गाविया सिक्कए करंका । सव्वहा विरइओ दूर - तित्थयत्तिय - 17 वेसो । ते य एवं परियत्तिय - वेसा अलक्खिया चोरेहिं भिक्खं भममाणा पयट्टा । कहिंचि मोल्लेणं कहिंचि सत्तागारेसु कहिंचि उद्ध-रत्थासु भुंजमाणा पत्ता एक्कम्मि 19 संणिवेसे । तत्थ भणियं थाणुणा 'भो भो मित्त, ण पारेमो परिसंता भिक्खं भमिऊणं, ता अज्ज मंडए कारावेउं आहारेमो' । भणियं च मायाइच्चेणं 'जइ 21 एवं, ता पविससु तुमं पट्टणं । अहं समुज्जुओ ण - याणिमो कय-1 -विक्कयं, तुम पुण जाणसि । तुरियं च तए आगंतव्वं ।' भणियं च थाणुणा 'एवं होउ, किं
1
1
1) P साहणाइं, J om. अणिंदियाई च. 2 ) P गयाणं जंमं कालदेसवेसजुत्तं तं करीहामो समं. 4) P सयलिनद्धवग्गो गच्छिहिय, J पच्छेया for पच्छयणा. 5) P सिरि for गिरि, P विलंघिऊण. 6) P नयणं for णयरं, Jom. णयरे Pom. अणेय, Jom. धण्ण. 7) J वणिज्जाई, P वरणिज्जाई कम्म च करेमाणेहिं पेसणेण कह. 9) Pom. अहो, P जहिच्छाए for जं इच्छामो, P एवं च चोराउद्दवेहिं. 10) P तीरइ विसयाहुत्तं, J ततो for ता तं, Pom. one पंच. 11) P सएसं गयाई, P सरिस for सम, J सममोल्लाई च्च वच्चिहंति, P वच्चिहिंति. 12 ) J आई P एयाई, P पंचपं for second पंच. 13) P ताइं दोहिं प्पि जणेहिं, P एक्कम्मी . 14) J धूलि, P बद्धाई for सुबद्धाई, Jom. कयं, J om. वेसपरियत्तं, Pom. कयाई, P मुंडावियं सिरं. 15) P छत्तीओ, P दंडग्गे, J धाउरत्तया P धाउरत्ताई. 16) J कप्पडाई च, P विरिइओ. 17 ) P ते एवं, P चोरिहिं, Jom. पयट्टा. 18) Jom. कहिं चि उद्धरत्थासु, J पयत्ता for पत्ता. 20) P मंडवे काराविउं. 21 ) P पविस तुमं, Jom. मं, J अहमुज्जुओ P समुज्जओ.
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१४६
(११४) | पुण रयण-पोत्तडं कहं कीरउ' त्ति । भणियं च मायाइच्चेण को जाणइ पर
पट्टणाण थिई । ता मा अवाओ को वि होहि त्ति तुह पविट्ठस्स मह चेव समीवे 3 चिट्ठउ रयण-कप्पडं' ति । तेण वि एवं भणमाणेण समप्पियं तं रयण-कप्पडं ।
समप्पिऊण पविट्ठो पट्टणं । चिंतियं च मायाइच्चेणं । 'अहो, इमाइं दस रयणाई । 5 ता एत्थ महं पंच । जइ पुण एयं कहिंचि वंचेज, ता दस वि महं चेव हवेज'
त्ति चिंतयंतस्स बुद्धी समुप्पण्णा । 'दे घेत्तूण पलायामि । अहवा ण महंती वेला 7 गयस्स, संपयं पावइ त्ति । ता जहा ण-याणइ तहा पलाइस्सामि त्ति चिंतिऊण ___ गहिओ णेण रच्छा-धूलि-धूसरो अवरो तारिसो चेय कप्पडो । णिबद्धाइं ताई 9 रयणाई । तम्मि य चिरंतणे रयण-कप्पडे णिबद्धाइं तप्पमाणाई वट्टाई दस
पाहाणाई । तं च तारिसं कूड-कवडं संघडंतस्स सहसा आगओ सो थाणू । 11 तस्स य हल्लफलेण पाव-मणेण ण णाओ कत्थ परमत्थ-रयण-कप्पडो,कत्थ
वा अलिय-रयण-कप्पडो त्ति । तओ णेण भणियं वयंस, कीस एवं समाउलो 13 ममं दट्टणं' ति । भणियं मायाइच्चेणं । 'वयंस, एस एरिसो अत्थो णाम भओ
चेय पच्चक्खो, जेण तुमं पेच्छिऊण सहसा एरिसा बुद्धी जाया ‘एस चोरो' 15 त्ति । ता इमिणा भएणं अहं सुसंभंतो' । भणियं च थाणुणा धीरो होहि' त्ति ।
तेण भणियं वयंस, गेण्ह एवं रयण-कप्पडं, अहं बीहिमो । ण कजं मम इमिणा 17 भएण' त्ति भणमाणेण अलिय-रयण-कप्पडो त्ति काऊण सच्च-रयण-कप्पडो
वंचण-बुद्धीए एस तस्स समप्पिओ । तेण वि अवियप्पेण चेय चित्तेण गहिओ। 19 अवि य,
वंचेमि त्ति सयण्हं वग्घी अल्लियइ मय-सिलिंबस्स । 21 अणुधाइ मय-सिलिंबो मुद्धो थणयं विमगंतो ।।
(११५) तओ तं च समुज्जुय-हिययं पाव-हियएण वंचिऊण भणियमणेण ।
1) J पुण इमं रयण, P रयणपोत्तकप्पडं कह, P जाणउ परपट्टणाणं का वि द्वीति ।. 2) P को वि तुह होइ तुह. 4) P adds य before पविट्ठो. 5) P जइ उण अहं कहिंचि, J वंचेज्जा, P दस वि चेव मह हवेज त्ति चिंतियंतस्स. 7) P om. गयस्स, J ता for तहा, P पलाइस्सं ति. 8) P चेव कप्पडो । बद्धाइं. 9) J दसप्पहाणाई P दसपाहणाई. 10) P कवडं घडेतस्स, J थाj. 11) P हल्लप्फलेण, J पावमाणेण, P om. ण, J परमत्थकप्पडो. 12) J व for वा. 13) P च before माया०, P om. एस. 15) P ससंभतो, P होहिय त्ति. 16) P गेण्ह for वयंस, J adds ति before अहं, P बीहोमो. 18) Jom. एस. 21) J अणुद्धाइ. 22) J भणिअं अण्णेण.
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(११५)
१४७
1 ‘वयंस, वच्चामि अहं किंचि अंबिलं मग्गिऊण आगच्छामि' त्ति भणिऊण __ जंगओ तं गओ, ण णियत्तइ । इमेण य जोयणाई बारस-मेत्ताई दियह राई 3 च गंतूण णिरूवियं णेण रयण-कप्पडं जाव पेच्छइ ते जे पाहाणा तत्थ बद्धा
किर वंचणत्थं तम्मि कप्पडे सो चेय इमो अलिय-रयण-कप्पडो । तं च 5 दद्रूण इमो वंचिओ इव लुंचिओ इव पहओ इव तत्थो इव मत्तो इव सुत्तो
इव मओ इव तहाविहं अणायक्खणीयं महंत मोहमुवगओ । खण-मेत्तं च 7 अच्छिऊण समासत्थो । चिंतियं च णेण । 'अहो, एरिसो अहं मंदभागो __जेण मए चिंतियं किर एयं वंचिमो जाव अहमेव वंचिओ' । अवि य, 9 जो जस्स कुणइ पावं हियएण वि कह वि मूढ-मणो ।
सो तेणं चिय हम्मइ पच्चुप्फिडिएण व सरेण ।। 11 चिंतियं च णेण पाव-हियएणं । ‘दे पुणो वि तं वंचेमि समुज्जुय-हिययं । तहा ___ करेमि जहा पुणो मग्गेण विलग्गइ' त्ति चिंतयंतो पयट्टो तस्स मग्गालग्गो । इयरो 13 वि थाणू कूलउत्तओ तत्थेव य पडिवालयंतो खणं मुहत्तं अद्धप्पहरं पहरं दियह __पि जाव ण पत्तो ताव चिंतिउं पयत्तो । 15 'अव्वो सो मह मित्तो कत्थ गओ णवर होज जीय-समो । - किं जियइ मओ किं वा किं वा देव्वेण अवहरिओ ।।' 17 तं च चिंतिऊण अण्णेसिउं पयत्तो । कत्थ ।
रच्छा-चउक्क-तिय-चच्चरेसु देवउल तह तलाएसुं । 19 सुण्ण-घरेसु पवासु य आराम-विहार-गोटेसु ।।
जया एवं पि गवेसमाणेण ण संपत्तो तया विलविउं पयत्तो । 21 ‘हा मित्त मित्त-वच्छल छल-वज्जिय जिय-जियाहि वास-सयं ।
कत्थ गओ कत्थ गओ पडिवयणं देसु तुरियं ।। ___1) P तं गओ जं गओ. 2) J गंतूण for इमेण य, P दियहराईए गंतूण. 3) J पेच्छेइ, P ते पाहणा तत्थ किर बद्धा. 4) P कप्पडो. 5) P om. लुंचिओ इव, P दड्डो for तत्थो, P मओउ इव. 6) J अणाविक्खणीयं, P महंत, P चिय for च. 7) P एरिसं मंद०, P चिंतियं एयं किर वंचेमि. 9) P हियएण्ण, P केण for कह, P मोहमूढ. 11) J पुणे for पुणो, J वंचेमि त्ति समुज्जाय, P समुज्जय, P adds वि after पुणो. 12) P पइट्ठो. 13) J थाj P थाण, J om. य, P पडिवालयंता, P अद्धपहर. 14) P णो for ण. 15) J सो कोइ मह. 16) P जीयइ मओ वा. 18) J inter. तिय and चउक्क, P च्चउक्केसु for तलाएसं. 20) J om. पि. 21) P om. मित्त, J om. छल, P om. जिय. 22) P पडिवयण for the 2nd कत्थ गओ.
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(११६) | अव्वो केणइ दिट्ठो सरल-सहाओ गुणाण आवासो । ___मज्झ वयंसो सो सो साहसु वा केण वा दिह्रो ।।' 3 एवं च विलवमाणस्स सा राई दियहो य अइक्कतो । राईए पुण कहिं पि देवउले
पडिऊण पसुत्तो । राईए पच्छिम-जामे केण वि गुज्जर-पहियएण इमं धवल5 दुवहयं गीयं । अवि य ।
जो णवि विहुरे विभज्जणउ धवलउ कड्डइ भारु । 7 सो गोटुंगण-मंडणउ सेसउ व्व जं सारु ।। ___ इमं च गिज्जमाणं सोऊण संभरिया इमा गाहल्लिया थाणुणा । 9 पिय-विरहे अप्पिय-दसणे य अत्थक्खए विवत्तीसु ।
जे ण विसण्णा ते च्चिय पुरिसा इयरा पुणो महिला ।। 11 ता एत्थ विसाओ ण कायव्यो । सव्वहा जइ कहिंचि सो जीवइ तो अवस्सं
गेहं आगमिस्सइ । अह ण जीवइ, तो तस्स य माणुसाणं समुप्पेस्सं रयणाणि 13 त्ति चिंतिऊण पयट्टो अत्तणो णयराभिमुहो, वच्चमाणो कमेण संपत्तो णम्मया
तीरं । ताव सो वि मायाइच्चो विलक्खो दीण-विमणो भट्ट-देह-लच्छीओ 15 संपत्तो पिट्ठओ दिट्ठो अणेण । दलूण य पसारिओभय-बाहुणा गहिओ कंठे रोइडं __ पयत्तो। 17 हा मित्त सरल सज्जण-गुण-भूसण मज्झ जीय वर-दइय ।
कत्थ गओ मं मोत्तुं साहसु ते किं व अणुभूयं ।। 19 (११६) इमो वि कवड-कय-रोवणो किं पि किं पि अलियक्खरालावं
रोइऊण गाढयं च अवगूहिऊण उवविठ्ठो पुरओ, पुच्छिओ थाणुणा । भणसु 21 ता मित्त, कत्थ तुम गओ, कत्थ वा संठिओ, किं वा कयं, कहं व मज्झ
विउत्तो, जेण मए तहा अण्णेसिज्जमाणो वि ण उवलद्धो' त्ति । भणियं च ___1) P केण वि, P सहावो. 2) J inter. सो सो and साहसु. 3) J राइ, P उण for पुण, P राईप०. 4) P inter. केण & जामे, J पहिएण. 5) P दुव्वहयं. 6) P सज्जणओ (for भज्ज०) धवलओ कट्ठइ भारो ।. 7) P मंडणओ सेसओ, P तड्डिय for व्वं जं (?). 10) P इयरे for इयरा. 11) P पि for चि. 12) J आगच्छिस्सिइ, J तो तओ तस्स य माणुस्साणं, P om. य. 13) P अब्भणो for अत्तणो. 15) P पट्ठीओ for पिट्ठओ, P पसारिणोभयबाहुणा, P राइउं. 17) P मज्झ हिययदइया ।. 18) J अणुहूअं. 19) P रोइणो. 20) J रोत्तूण गाढं अव०. 21) P आ for ता, J कत्थ व, P कह व. 22) P तहा वि, P लद्धो for उवलद्धो, P भडिणियं for भणियं.
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(११६)
I
1 णड-पडिसीसय-जडा - कडप्प-तरंग-भंगुर - चल- - सहावेण इमिणा मायाइच्चेणं । ' वर-वयंस, णिसुणे जं मए तुह विओए दुक्खं पावियं । तइया गओ तुह 3 सयासाओ अहं घरं घरेण भममाणो पविट्ठो एक्कम्मि महंते पासाए । तत्थ मए ण लद्धं किंचि । तओ अच्छिउं कं पि वेलं णिग्गंतुं पयत्तो जाव पिट्ठओ पहाइएहिं 5 रोस-जलण-जालावली - मुज्झतेहि धूमंधयार-कसिणेहिं भीसणायारेहिं जमदूवेहिं व खुड्या-पहार- कील-चवेडा-घाय-डंडप्पहारेहिं हम्ममाणो 'किं किमेयं' 7 ति ‘किं वा मए कयं’ ति भणमाणो, 'हा मित्त, हा मित्त, कत्थ तुमं गओ, मह इमा अवत्थ' त्ति विलवमाणो तओ 'चोरों' त्ति भणमाणेहिं णीओ एक्स्स तम्मि 9 घरे घर-सामिणो सगासं । तत्थ तेण भणियं 'सुंदरो एस गहिओ, सो चेय इमो चोरो, जेण अम्हाणं कोंडलं अवहरियं । ता सव्वहा इमम्मि उवघरए णिरुंभिऊण 11 धारेह जाव रायउले णिवेएमि । तओ अहं पि चिंतिउं पयत्तो । 'अहो, पेच्छह विहि- परिणामं अण्णह परिचिंतियं मए कज्जं ।
13
अण्णह विहिणा रइयं भुयंग - गइ - वंक - हियण ।। तओ वयंस,
वि तह डज्झइ हिययं चोर-कलंकेण जीय-संदेहे । जह तुज्झ विरह-जालोलि-दीवियं जलइ णिद्धूमं ।। '
17 तओ ‘अहो अकयावराहो अकयावराहो' त्ति विलवमाणो णिच्छूढो एक्कम्मि घर-कोट्ठए, ण य केणइ अण्णेण उवलक्खिओ तत्थ वयंस, तुह 19 चिंतेमि जइ अण्णहा भणिमो, एत्तियं परिचिंतेमो ।
सरीरे मंगलं
15
जइ होइ णाम मरणं ता कीस जमो इमं विलंबेइ । पिय-मित्त - विप्पउत्तस्स मज्झ मरणं पि रमणिज्जं ||
(११७) एवं च चिंतयंतस्स गओ सो दियो । संपत्ता राई । सा वि तुह 1) P पडिसीसया. 2) Pom. णिसुणेसु, P तुहं. 4) P किं पि कालं निम्गंतुं, J जा for जाव, P पहाविएहिं. 5 ) P मुज्झत धूमं०, J जमदूएहि, P व खड्डया. 6) P कीडचवेडपायदंडपहारेहिं हंसमाणो. 9) J सयासं, P एस तए गहिओ. 10) P जेणम्हाणं, P उवरए निरुंभिऊण धारेहि . 12 ) P विहिपरिणामो. 15) P संदेहो . 16 ) P अह for जह. 17) J विलवमाणो for अहो, Pom. 2nd अकयावराहो. 18) P घरं for घर, P अन्नेण उ उव० 19 ) P चिंतेमो । लइ अन्नहा भणिन्नो, P परं for परि०. 20) P होज्ज. 21) पि वमणिज्जं. 22 ) P सो for सा.
21
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(११७) 1 समागम-चिंता-सुमिण-परंपरा-सुह-सुत्थियस्स झत्ति वोलीणा । संपत्तो अवरो
दियहो । तत्थ मज्झण्ह-समए संपत्ता मम भत्तं घेत्तूणं एक्का वेस-विलया । 3 तीय य मम पेच्छिऊण सुंदर-ख्वं अणुराओ दया य जाया । सा य मए पुच्छिया
'सुंदरि, एक्कं पुच्छिमो, जइ साहसि फुडं' । तीए भणियं दे सामसुंदर, पुच्छ 5 वीसत्थं, साहिमो' । मए भणियं कीस अहं अणवराही गहिओ' त्ति । तीए
संलत्तं सुहय, इमाए णवमीए अम्हं च ओरुद्धा देवयाराहणं काहिइ । तीए तुम 7 बली कीरिहिसि, चोरं-कारेण य गहिओ मिसं दाऊण'। तओ सविसेस-जाय
जीविय-भएणं मए पुच्छिया 'सुंदरि, ता को उण मम जीवणोवाओं' त्ति । तीए 9 भणियं । ‘णत्थि तुह जीवणोवाओ । सामिणो दोझं ण करेमो । तहा वि तुम्हं
मज्झेण मह महतो सिणेहो । ता मह वयणं णिसुणेसु । अत्थि एक्को उवाओ, 11 जइ तं करेसि' । मए भणियं 'साह, केरिसो' । तीए संलत्तं 'हिजो णवमीए
सव्वो इमो परियणो सह सामिणा ण्हाइउं वच्चीहि त्ति । तओ तम्मि समए 13 एक्कट्टय-मेत्ते रक्खवाले जइ क्वाडे विहडेउं पलायसि, तओ चुक्को, ण अण्णह'
त्ति भणंती णिग्गया सा । मए चिंतियं । ‘णीहरंतो जइ ण दिट्ठो, तो चुक्को । 15 अह दिट्ठो, तो धुवं मरणं' ति चिंतिऊण तम्मि दियहे णिक्खंतो । तओ ण
केणइ दिट्ठो । तओ मित्त, तम्हा पलायमाणो तुम अण्णेसिउं पयत्तो । ताव एक्केण 17 देसिएण साहियं जहा एरिसो एरिसो य देसिओ एक्को गओ इमिणा मग्गेणं । एयं
सोऊण तुह मग्गालग्गो समागओ जाव तुमं एत्थ दिट्ठो णम्मया-कूले । ता मित्त, 19 एयं मए अणुह्यं दुक्खं,संपयं सुहं संवुत्तं ति । अवि य ।
'मित्तेहिँ जाव ण सुयं सुहं व दुक्खं व जीव-लोयम्मि । 21 सुयणाण हियय-लग्गं अच्छइ ता तिक्ख-सल्लं व ।।' ___ एयं च णिसामिऊण बाह-जल-पप्पुयच्छेण भणियं थाणुणा । 'अहो
__1) P सुसुत्थियस्स, P वोलिणो. 2) P मज्झण्हमए. 3) P om. सुंदर. 4) P om. सुंदरि, P पुच्छामो, P adds मह before फुड. 5) P adds अ before कीस, P om. अहं, J अणावराही. 6) P उभट्ठा for ओरुद्धा, P काहिहीति for काहिइ. 7) P चोर. 8) J सुंदरी, P ता का मम जीवणोउवाउ. 9) P तुम for तुह, Jom. ण, P वि ममं तुज्झ मज्झेण महतो. 10) P महं. 11) P होज्जा णवमी सव्वो. 12) J सामिणो, J वच्चीहिति P वच्चिहिसि, P तंमि ससए एकंदुयमेत्ते. 13) P जइ वाडे विहडाविउं. 14) P भणिउं for भणंती, J जइ णिक्खंतो ता चुक्को. 15) P om. ति. 16) P ता for ताव. 18) J सोउं for एयं सोऊण, P तुमं न दिट्ठो एत्थ नम्मया०. 19) P एवं for एयं. 22) J प्पप्पुअच्छेण, P adds च before थाणुणा.
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(११८) 1 अजं चिय जाओ हं अजं रयणाइँ णवर पत्ताई ।
जं सव्व-सोक्ख-मूलं जीवंतो अज्ज संपत्तो ।।' । 3 (११८) एवं च भणिऊण कयं मुह-धोवणं । कयाहार-किरिया य उत्तिण्णा __ जल-तरल-तरंग-रंगंत-मत्त-मायंग-मज-माण-मयरेहाहोय-दाण-जल5 णीसंद-बिंदु-परिप्पयंत-चित्तल-जलं महाणई णम्मयं ति । थोवंतरं च जाव
वच्चंति ताव अणेय-वेल्लि-लया-गुविल-गुम्म-दूसंचाराए महाडवीए पणट्ठो 7 मग्गो भव-सय-सहस्स-गुविल-संचारे संसार-कंतारे अभवियाणं पिव णिम्मलो
जिणमग्गो । तओ ते पणट्ठ-मग्गा मूढ-दिसिवहा भय-वेविर-गत्ता उम्मत्तगा विय 9 अणिरूविय-गम्मागम्मा तं महाडविं पविसिउं समाढत्ता । जा पुण कइसिय ।
अवि य । 11 बहु-विह-कुसुमिय-तरुवर-कुसुमासव-लुद्ध-भमिर-भमरउला ।
भमिर-भमिरोलि-गुंजा-महुर-सरुग्गीय-मिलिय-हरिणउला । 13 हरिणउल-णिच्चल-ट्ठिय-दसण-धावंत-दरिय-वण-वग्घा ।
वण-वग्घ-दसणुप्पित्थ-हत्थि-णासंत-वण-महिसा ।। 15 वण-महिस-वेय-भजंत-सिंग-सण्हावडंत-तरु-णिवहा ।
तरु-णिवह-तुंग-सद्दुच्छलंत-पडिसुत्त-बुद्ध-वण-सीहा ।। 17 वण-सीह-मुक्क-दीहर-परिकुविओरल्लि-हित्थ-हत्थिउला ।
हत्थिउल-संभमुम्मुक्क-भीम-सुंकार-कुविय-वण-सरहा ।। 19 वण-सरह-संभम-भमंत-सेस-सय-सउण-सेण्ण-बीहच्छा ।
सउण-सय-सावयाराव-भीम-सुव्वंत-गरुय-पडिसद्दा ।। 21 अवि य । कहिंचि करयरेंत-वायसा कुलुकुलेंत-सउणया रणरणेत-रण्णया चिलिचिलेंत-वाणरा रुणुरुणंत-महुयरा घुरघुरुंत-वग्घया समसमेंत-पवणया
3) P एयं for एवं, P कयमुहधावणकयाहारा तुरिया. 4) J जलयरतरंग, P मयरहाधाय. 5) J चित्तलजला महाणइणम्मयं, P मलं for जलं, P om. च. 6) P तावय, J ताव अणय, J गुहिल, P दुस्संचारा महाडईए, J पण?मग्गा. 7) P om. सय, J गुहिल, P संसारे. 8) P तेण for ते, P मूढदिसि व्विहाया भय, P उम्मत्तगो विय निरूविय. 9) P om. तं, P महाडई, P पुण केसिया. 11) P कुसुमयतरुयर, J om. भमिर. 12) P भमिरोल, P सरग्गीय. 13) P धोवंत. 14) P दंसणुप्पिच्छ, J मत्त (on the margin) for हत्थि. 15) P भेयभज्जतसंग. 16) J णिवट्ठ for णिवह, P भत्तु for तुंग, P वणसीह. 18) J सभमुमुक्क P संभममुक्क, J सहरा for सरहा. 19) J सेस for सेससय, J वीरुच्छा for बीहच्छा . 21) P करयरंत, J adds कहिंचि before कुलुकुलेंत, P रुणरुणेतभमरया. 22) J घुरघुरेंत.
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(११९)
१५२
1 धमधमेंत-जलणया कडकडेंत - साहिया चिरिचिरेंत - चीरिया दिट्ठा रणुद्देसया ।
अवि य ।
3 बहु- वुत्तंत - पयत्तिय-भव-सय- -संबाह-भीम-दुत्तरं । संसाराडइ-सरिसं भमंति अडई अभविय व्व ।।
5
(११९) तओ एवं च परिभमंताण तम्मि समए को कालो वट्टिउं पयत्तो । अवि य ।
7 वित्थिण्ण-भुवण-कोट्ठय-मज्झ-गयं तविय-पव्वयंगारं । उय धम्मइ पवणेणं रवि-बिंबं लोह - पिंडं व ।।
सयल-जण-कम्म-सक्खी भुवणब्भंतर - पयत्त-वावारो । गिम्हम्मि रवी जीए कुविय - कयंतो व्व तावेइ ।। 11 एयारिसे य गिम्ह- समए वट्टमाणे का उण वेला वट्टिउं पयत्ता । अवरोवहि-वेला-वारि-णियर - तणु - सिसिर - सीयरासत्ता । - गिरिवर - सिहरं रवि-रह- तुरया वलति ।। सिसिर-णरिंदम्मि गए दूसह - घण- सिसिर - बंधण- विमुको । 15 तावेइ अवर - णिकरे संपइ सूरो णरवइ व्व ।। बालो दंसण-सुहवो परिवğतो तवेइ कह सूरो ।
णहयल-1
17 सव्वो च्चिय णूण वणे जोव्वण - समयम्मि दुप्पेच्छो || तओ एयम्मि एरिसे समए वट्टमाणे ते दुवे वि जणा दूसह - ह-रवि-किरणपरद्धा 19 अहो - गिम्ह-तत्त-वालुया - डज्झमाणा दूसह - तण्हा-भर-सूसमाण- तालुय-तला दीहद्धाण-खेय-परितत्ता छुहा - भर - क्खाम - णिण्णोयरा मूढ-दिसिवहा पणट्ठ21 पंथा पुलिंद-भय-वेविरा सिंघ-वग्घ-संभंता मयतण्हाजल-तरंग - वेलविज्जमाणा जं किंचि णिण्णयं दट्टूण जलं ति धावमाणा सव्वहा अणेय - - दुक्ख-सय- संकुले
9
13
1) P कडयडंत, P रण्णुद्देसिया. 2) Jom. अवि य. 3) P बहु for बहु. 7) P विच्छिन्नभवण. 8) J पिण्डव्व. 9) J सयलजल P सयजण्ण. 10) P जीवे for जीए. 11) Pom. य, P गिण्हसमए का उण. 12 ) P अवरोअहि. 15) P तावेई य धरणिधरो संपइ, P नरिंदो for णरवइ . 16) P दंसणसुहओ, P परियट्टंतो. 19) P सूसमाणा, J तालुअयला, P तालुयतलो. 20) J खाम for क्खाम, P णिक्खोयरा. 21 ) P सिंह for सिंघ. 22 ) Pom. सय.
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१५३ 1 पविठ्ठा तम्मि कंतारे इमं पि ण-याणंति क्थ वच्चिमो,कत्थ वा आगया,कहिं
वा वट्टामो त्ति । एयम्मि अवसरे बहु-दुक्ख-कायर-हियएणं भणियं थाणुणा । 3 मित्त-गरुय-दुक्ख-भर-पेल्लिज्जमाण-हियवओ भणिउं पयत्तो । 'ओसरइ य मे
छुहा-तणु-उदरस्स दढ-बद्धो वि णियंसणा-बंधो । ता इमं रयण-कप्पडं गेण्ह, 5 मम कहिंचि णिवडिहइ त्ति। ता तुमं चेय गेण्हसु, जेण णिव्वुय-हियओ गमिस्सं'
ति । चिंतियं च मायाइच्चेण । 'अहो, जं मए करियव्वं तं अप्पणा चेय इमिणा 7 कयं, समप्पियाई मज्झ रयणाई । ता दे सुंदरं कयं । संपयं इमस्स उवायं चिंतिमो'
त्ति णितवियाई पासाइं जाव दिट्ठो अणेय-वरिस-सय-सहस्स-पख्ढ-साहा9 पसाह-वित्थिण्णो महतो वड-पायवो । वलिया य तं चेय दिसं । जलं ति
काऊण संपत्ता कह-कह वि तत्थ, जाव पेच्छंति । अवि य, 11 तण-णिवहोच्छइय-मुहं ईसिं लक्खिजमाण-परिवेढं ।
विसम-तडुट्ठिय-रुक्खं गहिरं पेक्खंति जर-कूवं ।। 13 बंधुं पिव चिर-णटुं रजं पिव पावियं गुण-समिद्धं ।
अमय-रसं पिव लद्धं दटुं मण्णंति जर-कूवं ।। 15 पलोइयं च णेहिं सव्वत्तो जाव ण कहिंचि पेच्छंति रज्जू अण्णं वा भंडयं जेण ___ जलं समाहरंति कूवाओ । तओ चिंतियं इमिणा दुट्ठ-बुद्धिणा मायाइच्चेणं । 17 'अहो सुंदरो एस अवसरो । जइ एयम्मि अवसरे एयं ण णिवाएमि, ता को
उण एरिसो होहिइ अवसरो त्ति । ता संपयं चेय इमं विवाडेमि एत्थ कुवे, जेण 19 महं चेय होति दस वि इमाई रयणाई' । चिंतयंतेण भणिओ थाणू इमिणा ___मायाइच्चेणं । 'मित्त, इमं पलोएसु । एत्थ जुण्ण-कूवे के-दूरे जलं ति, जेण 21 तस्स पमाणं वेल्ली-लया-रजू कारेमि' त्ति । सो वि तवस्सी उज्जुओ, एवं ___ भणिओ समवलोइउं पयत्तो जुण्ण-कूवोवरं । इमिणा वि मायाइच्चेणं पाव
__1) J inter. तंमि and पविट्ठा, P न याणंति कत्थ वागया कहिं वा वच्चामो त्ति. 3) P गुरुय, P उत्थुरइय for ओसरइ य. 4) J उअरस्स, P दढबंधो, P गिण्हसु for गेण्ह. 5) P कहं वि णिवडीहइ, P चेव, J णिच्छुअहिअओ. 6) P om. ति, P जे for जं. 7) P om. दे. 8) P चिंतेमि for चिंतिमो, Jom. सय. 9) P om. य, P तिसं for दिसं. 10) P om. one कह. 11) P व्होत्थइय, P ईसि for इसिं. 12) J तदुट्ठिय P तडच्छिय, P पेच्छंति. 13) P दिलृ for णटुं. 14) P लद्धं. 15) P पलोवियं, J सव्वं तो P सव्वतो, Jण किंचि पेच्छंति ताव रज्जु वा अण्णं P न पेच्छंति कहिंचि रज्जु अन्नं. 16) J दुट्ठदुबुद्धिणा. 17) P एव for एस, J एयंमि for एयं. 18) P om first चेय. 19) P चिंतियंतेण भणियं, J थाणु, J om. इमिणा मायाइच्चेणं etc. to थोयसलिलं पेच्छइ कूवोदर थाणू ।. 20) P मित्तं. 21) P उज्जओ.
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१५४
(१२० )
1 हियएणं माया-मूढ-मणेणं अणवेक्खिऊण लज्जं, अवमाणिऊण पीइं, लोविऊण दक्खिण्णं, अवहत्थिऊण पेम्मं, अयाणिऊण कयण्णुत्तणं अजोइऊण परलोयं, 3 अवलोइऊण सज्जण-मग्गं, सव्वहा मायाए रायत्त - हियएणं णिद्दयं पोलिओ इमिणा सो वराओ । णिवडिओ सो धस त्ति कूवे । पत्तो जलं जाव बहु5 रुक्ख-दल-कट्ठ-पूरियं किंचि - सेस - जंबालं दुग्गं व थोय-सलिलं पेच्छइ कूवोदरं थाणू । णिवडिओ य तम्मि जंबाले, ण पीडा सरीरस्स जाया ।
(१२०) तओ समासत्थेणं चिंतियं णेण थाणुणा । अव्वो,
पढमं चिय दारिद्दं पर-विसओ रण - मज्झ - परिभमणं । पिय-मित्त-विप्पओगो पुण एयं विरइयं विहिणा ।।
9
एयं पुण मम हियए पडिहायइ जहा केण वि णिद्दयं णोल्लिओ हं एत्थ 11 णिवडिओ। ता केण उण एत्थ अहं णोलिओ होज्ज । अहवा किं एत्थ वियप्पिएण । मायाइच्चो चेय एत्थ संणिहिओ, ण य कोइ अण्णो संभावीयइ । 13 ता किं मायाइच्चेण इमं कयं होज्जा महासाहसं । अहवा हि णहि, दुट्टु चिंतियं पाव-हियएणं ।
मे
7
15 अवि चलइ मेरु-चूला होज्ज समुद्दे व वारि-परिहीणं ।
उग्गमइ रवी अवि वारुणीऍ ण य मित्तो ऍरिसं कुणइ ||
17 ता धिरत्थु मज्झ पाव - हिययस्स, जो तस्स वि सज्जणस्स एयं एरिसं असंभावणीयं चिंतेमि । ता केण वि रक्खसेण वा भूएण वा पिसाएण वा देव्वेण 19 वा एत्थ पक्खित्तो होज्जा । एवं चिंतिऊण ठिओ । पयई चेय इमा सज्जणाणं । अवि य ।
21
मा जाणण जाणइ सज्जणो त्ति जं खलयणो कुणइ तस्स । णाऊण पुणो मुज्झइ को वा किर एरिसं कुणइ ।।
2) P कयणुत्तणं. 4) P सा वराओ. 6) Pom. य. 7) P om. णेण. 8) P परिवसओ, P परितवणं. 9) J विप्पओओ P विप्पओगे, P एवं 10) P हिययस्स पडिहाइ जहा केणावि, J गोल्लीओ, Pom. हं एत्थ to अहं णोलिओ. 11 ) J किमेत्थ. 12) J एय (?) for चेय, P ण कोइ उण्णो संभावियइ. 13) P होज्ज, Pom. one णहि. 16) J om. मित्तो. 17 ) P मम for मज्झ. 19) P वाए for वा, P विक्खित्तो for पक्खित्तो, P ट्ठिओ, P चेव. 21 ) J मा जाणमयाणइ.
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(१२१) | अवरद्धं ति वियाणइ जाणइ काउं पडिप्पियं सुयणो ।
एक्कं णवरि ण-याणइ दक्खिण्णं कह वि लंघेउं ।। 3 तओ एयं जाणमाणो वि सो मूढो तं चिय सोइउं समाढत्तो ।
हा कह मित्तो होहिइ वसणावडिओ अरण्ण-मज्झम्मि । 5 पिय-मित्त-विप्पहूणो मओ व्व णिय-जूह-पब्भट्ठो ।।
(१२१) एवं च सो सज्जणो जाव चिंतिउं पयत्तो, ताव णरणाह, इमो वि 7 मायाइच्चो किं काउमाढत्तो । चिंतियं च णेण 'अहो, जं करियव्वं तं कयं ।
संपयं णीसंको दस वि इमाइं रयणाई अत्तणो गेण्हिमो, फलं च भुजिमो' । 9 चिंतयंतस्स ‘हण हण हण' त्ति 'गेण्हह गेण्हह' त्ति समुद्धाइओ महतो
कलयलो । पुरओ भय-वेविर-हियएण य से णिरूवियं जाव दिट्ठो अणेय11 भिल्ल-परिवारो सबरसेणो णाम पल्लिवई । तं च दटूण पलाइउं पयत्तो । ___पलायमाणो य धणु-जंत-पमुक्क-सरेहिं समाहओ णिवडिओ गहिओ । णिरूवियं 13 च दिळं रयण-पोत्तयं, समप्पियं च णेहिं चोर-सेणावइणो । णिरूवियं च णेण ___ जाव पेच्छइ दस रयणाई महग्घ-मोल्लाई । भणियं च णेण 'अरे, महंत कोसल्लियं 15 अम्हाण इमेण आणिय, ता मा मारेसु, बंधिऊण पक्खिवह एक्कम्मि कुडगे । ___ कयं च णेहिं चोर-पुरिसेहिं जहाइटुं । 17 (१२२) सो य चोर-सेणावई णियय-पल्लीए ससंमुहं वच्चंतो संपत्तो तमुद्देसं ।
तत्थ भणियं च णेणं 'अरे अरे, तण्हा बाहिउँ पयत्ता । ता किं इमम्मि पएसे 19 कहिंचि जलं अस्थि । भणियं च एक्केण चोरेण । ‘देव, एत्थ पएसे अत्थि
जुण्णं कूवं, ण-याणीयइ तत्थ केरिसं जलं' ति । भणियं च सेणावइणा । ‘पयट्ट, 21 तत्थेव वच्चामो' त्ति भणंता संपत्ता तम्मि पएसे । उवविठ्ठो य वड-पायवस्स
हेटुओ सेणावई । भणियं च णेण रे, कड्डह पाणियं, पियामो' । आएसाणंतर ___ 1) P पडिप्पिउं सुयण्णो. 2) J णवर. 3) P तं चेव य सोइउं. 4) P होही. 5) J णिअजूह P नियजूय. 6) P om. जाव, P ता for ताव, P om. वि. 9) J भणंति for हणत्ति, P गेण्ह गेण्ह, P समुट्ठाइओ. 11) P परियरो सबरो नाम, Jom. य. 12) J धणुजुत्त, P निवडिउं, Jom. च. 15) P अम्ह इमेण, P बंधेऊण पक्कवह. 17) P पल्लिए. 18) P om. च, P अरे रे, P ता किमिमं पि पएसे किंपि चि वि जलं. 19) P भएणियं for भणियं, P om. अत्थि. 20) J जुण्णकूवं P जुन्नं कूव न याणिमो य तत्थ. 22) P कन्हह for कड्डह.
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(१२२) 1 च वित्थिण्ण-सायवत्तेहिं पलास-दलेहि य सीविओ महंतो पुडओ । दीह-दढ
वल्ली-लयाओ य संधिऊण कया दीहा रज्जू । पत्थर-सगब्भो ओयारिओ पुडओ 3 तम्मि कूवे जाव दिट्ठो थाणुणा । भणियं च थाणुणा । 'अहो, केण इम
ओयारियं । अहं एत्थ पक्खित्तो देव्वेणं । ता ममं पि उत्तारेह' । साहियं 5 च सेणावइणो । 'एत्थ कूवे को वि देसिओ णिवडिओ । सो जंपइ ‘ममं
समाकड्डह' ।' सेणावइणा भणियं अलं अलं ता जलेणं, तं चेय कड्डह वरायं' । 7 उत्तारिओ य सो तेहिं । दिट्ठो य सेणावइणा । भणिओ य ‘भण हो कत्थ तुम,
कहं वा इहागओ, कहं वा इह णिवडिओ त्ति । भणियं च णेण । 'देव, पुव्व9 देसाओ अम्हे दुवे जणा दक्खिणावहं गया । तत्थ दोहिं वि पंच पंच रयणाई
विढत्ताई । अम्हे आगच्छमाणा इमं अडई संपत्ता, पंथ-पब्भट्ठा तण्हा-छुहा11 परिगय-सरीरा इमं देसतरमागया । तण्हाइएहि य दिट्ठो इमो जुण्ण-कूवो । एत्थ ___मए णिरिक्खियं के-दूरे जलं ति । ताव केण वि पेएण वा पिसाएण वा रक्खसेण 13 वा णिद्दयं णोल्लिओ णिवडिओ जुण्ण-कूवे । संपयं तुम्हेहिं उत्तारिओ' त्ति ।
इमं च सोऊण भणियं सेणावइणा । तेण दुइएण तुमं पक्खित्तो होहिसि' । 15 भणियं च थाणुणा 'संतं पावं । कहं सो जीयाओ वि वल्लहस्स मज्झ एरिसं ___ काहिइ' । भणियं च सेणावइणा ‘संपयं कत्थ सो वट्टई' त्ति । थाणुणा भणियं 17 ‘ण-याणामो' । तओ हसियं सव्वेहिं चोर-पुरिसेहिं । ‘अहो समुज्जुओ मुद्धो __ वराओ बंभणो, ण-याणइ तस्स दुट्ठस्स दुट्ठ-भावं वा अप्पणो चित्त-मुद्धत्तणं 19 वियाणंतो । भणियं च सेणावइणा ‘सो चेय इमस्स सुमित्तो होहिइ जस्स इमाई
रयणाई अम्हेहिं अक्खित्ताई' । तेहिं भणियं ‘सव्वं संभावियई' त्ति । भणिओ 21 य ‘बभण, केरिसो सो तुह मित्तो । भणियं च थाणुणा । 'देव, कसिणो पिंगलणयणो मडहो वच्छ-त्थलम्मि णीरोगो ।
1) Jom. महतो. 2) P om. य, P पत्थरस्स, J उआयरिओ, P फुडओ फुओ तंमि. 3) P दिट्ठा घु थाणुणा । अहो केण, J केण मओसारियं. 4) P दव्वेणं, P om. पि, P इमं for ममं. 6) P om. one अलं, P ताव for ता, P चेव. 7) P भणिहो. 8) P वा गइहागओ, P गओ for णिवडिओ. 9) J जाणा for जणा, P मि for वि. 10) P संपत्तो, J पंथभट्ठा. 11) P तण्हाएहिं, P om. य. 12) P inter. णिरिक्खियं and के दूरे जलं, P om. ति. 13) J तुब्भे for तुम्हेहिं. 14) J च after भणियं (first), J एत्थ for तुम, 15) J होहिति, P जीयवल्लहस्स. 16) Jom. एरिसं. 17) P अहो अहो उज्जुओ वराहो मुद्धो बंभणो. 18) P om. दुट्ठस्स, Jom. दुट्ठभावं. 19) P सेणावइणो, P होही. 20) P वयणाई for रयणाई, P संभावीय त्ति, Jom. त्ति. 21) Pom. य, J केविसो, P तुह सुमित्तो. 22) J पिहुल for पिंगल, J णिल्लिमो for णीरोगो.
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(१२३)
१५७ 1 णिम्मंसुओ य वयणे एरिसओ मज्झ वर-मित्तो ।।'
तओ सव्वे वि हह त्ति हसिउं पयत्ता चोर-पुरिसा । भणियं च सेणावइणा । 3 'अहो सुंदरो भट्टो दसण-सुहओ सव्व-लक्खण-संपण्णो मित्तो तए लद्धो ।
एरिसो तुब्भेहिं पि मित्तो कायव्वो । सव्वहा बंभण, तेणं चिय तुमं पक्खित्तो । 5 ता जाणसि दिट्ठाई अप्पणाई रयणाई' । तेण भणियं देव, जाणामि' । दंसियाई
से सेणावइणा पच्चभिण्णाणियाई । तेण भणियं ‘इमाणि मज्झ संतियाणि । पंच 7 इमाइं तस्स संतियाइं । कत्थ तुम्हेहिं पावियाई । ण हु मित्तस्स मे णिवाओ
कओ होहिइ' । तेहिं भणियं । 'तस्स इमाई अम्हेहिं अक्खित्ताइ । सो य बंधेऊण 9 कुडंगे पक्खित्तो । ता गेण्हसु इमाई अप्पणाई पंच । जाइं पुण तस्स दुरायारस्स
संतियाई ताई ण समप्पिमो' त्ति भणमाणेण पंच समप्पियाइं । भणिओ य ‘वच्च 11 इमाए वत्तिणीए ।
एक्क पुण भणिमो। 13 जारिसओ सो मित्तो अण्णो वि हु तारिसो जइ हवेज ।
उग्ग-विसं व भुयंग दूर दूरेण परिहरसु ।।' 15 त्ति भणिऊण विसज्जिओ।
(१२३) सो वि थाणू कुडंगे कुडंगेण तं अण्णिसमाणो परिभमइ । ताव 17 दिट्ठो णेण एक्कम्मि कुडंगे । केरिसो।
दढ-वल्ली-संदाणिय-बाहु-जुओ जमिय-चलण-जुवलिल्लो । 19 पोट्टलओ व्व णिबद्धो अहोमुहो तम्मि पक्खित्तो ।। ___ तं च दट्टण हा-हा-रव-गब्भिणं 'मित्त, का इमा तुह अवत्थ' त्ति भणमाणेण 21 सिढिलियाई बंधणाई, संवाहियं अंगं, बद्धाइं च वण-मुहाई कंथा-कप्पडेहिं, ___ साहियं च णिय-वुत्ततं । ‘पंच मए रयणाइं पावियाई । तत्थ मित्त, अड्डाइजाई ___1) P सो for वर. 2) P जओ for तओ, J वि हह त्थि हत्ति P विय हडहड त्ति. 3) P भट्ठा, J दंसहमुहययं भद्दलक्खण (letters not clearly readable). 4) J तुम्हेहिं for तुब्भेहिं, P जेणं for तेणं. 6) Jणेण इमाई मज्झ संताई । पंच, P om. भणियं. 7) J संताई for संतियाई, P कत्थ तुमे पावियाणि, J मित्तस्सस्स से णिवाओ. 8) J होहिउइ (?), J om. अम्हेहिं, J वि for य. 9) P inter. पक्खित्तो and कुडंगे, P गेन्हइसु. 10) P om. ताई ण, Jom. पंच, P om. वच्च. 11) P वत्तणीए. 12) P भणामो. 16) P om. कुडंगे, P जाव for ताव. 18) J वल्लि, P वाह, J संजमिय for जमिय, 22) J णिअअ for णिय.
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(१२४) 1 तुज्झ अड्डाइजाई मज्झ । तह वि पजत्तं, ण काइ अद्धिई कायव्व' त्ति
भणमाणेण ताव णीओ जाव अडई-पेरंत-संठियं गाम । तत्थ ताव पडियरिओ 3 जाव रूढव्वणो । तम्मि य काले चिंतियं णेण मायाइच्चेण । 'अहो, __ हिम-सीय-चंद-विमलो पए पए खंडिओ तहा सुयणो । 5 कोमल-मुणाल-सरिसो सिणेह-तंतू ण उखुडइ ।। ___ता एरिसस्स वि सज्जणस्स मए एरिसं ववसियं । धिरत्थु मम जीवियस्स । 7 अवि य ।
पिय-मित्त-वंचणा-जाय-दोस-परियलिय-धम्म-सारस्स । 9 किं मज्झ जीविएणं माया-णियडी-विमूढस्स ।।
ता संपयं किमेत्थ करणीयं । अहवा दे जलणं पविसामि' त्ति चिंतयंतेण मेलिया 11 सव्वे गाम-महयरा । कोउय-रस-गब्भिणो य मिलिओ सयलो गाम-जणो ।
तत्थ मूलियं वुत्तंतं सव्वं जहा-वत्तं साहियं सयल-गाम-जणस्स, जहा णिग्गया 13 घराओ, जहा विढत्ताई रयणाई, जहा पढमं वंचिओ थाणू, जहा य कूवे
पक्खित्तो, जहा चोरेहिं गहिओ, जहा पण्णविओ थाणुणा । 15 (१२४) तओ एवं साहिऊण भणियं मायाइच्चेण । 'अहो गाम-महत्तरा, ___महापावं मए कयं मित्त-दोज्झं णाम । ता अहं जलियं यासणं पविसामि । 17 देह, मज्झ पसियह, कट्ठाई जलणं च' त्ति । तओ भणियं एक्केण गाम-महत्तरेणं ।
'एहु एहउं दुम्मणस्सहुँ । सव्वु एउ आयरिउ, तुज्झ ण उ वंकु चलितउं । 19 प्रारद्धउं एवु प्रइ सुगति । प्रोतु वर भ्राति संप्रतु ।।' तओ अण्णेण भणियं । ___ जि विरइदु धण-लवासाए । सुह-लंपडेण तुब्भई । दुत्थट्ठ-मण-मोह21 लुद्धउं । तुं संप्रति ब्रोल्लितउं । एतु एतु प्रारद्ध भल्लउँ ।।' तओ अण्णेण भणियं चिर-जरा-जुण्ण-देहेण ।
1) P तुह for तुज्झ, P मग्ग for मज्झ, P तुह for तह, J काई, P अत्थद्वितीया for अद्धिई. 2) J आणिओ for णीओ, P अइ for अढई, P पडियरओ. 3) J कालेण for काले. 6) P वि मए जणस्स एरिसं विलसियं ।, Jom. मए. 8) J पाव for दोस. 10) J पविसामो, P चिंतियंतेण. 12) P सव्वहा for सव्वं, J जहावित्तं. 13) P जहा पविढत्ताई. 14) P घोरेहिं for चोरेहिं. 15) P मयहरा for महत्तरा. 17) P कयाई for कट्ठाई. 18) J दुम्मणस्साहुं (?), P एउ पहउं होउ मणुस्साहं सव्वु एउ आयरिउ तुज्झा न उ वंकु तलियउं ।, J सव्वं जे पुंजाअरिदु (letters rubbed) तुज्झाणउं वंक चलित्तउं ।, J पारद्धउं, P प्रारद्धओ एउ J प्रई सुगइ प्रोतु वररप्रा (भ्रा?) ति संप्रतु. 19) P भ्रातु वर, P संप्रइ ।. 20) J थु जे for जं जि, P विररइओ for विरइदु, J धणलव, सातसुहलंप्पडेए, P om. तुब्भई, P दु तुट्ठमाणमोहिएयु मणुस्सेणं लद्धउं ।. 21) P बोल्लियउं एउ एउ पारद्ध. 22) P जुन्न.
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(१२५)
१५९ 1 ‘एत्थ सुज्झति किर सुवण्णं पि । वइसाणर-मुह-गतउं । कउं प्रावु मित्तस्स
वंचण । कावालिय-व्रत-धरणे । एउ एउ सुज्झेज णहि ।।' 3 तओ सयल-द्रंग-सामिणा भणियइ जेट्ठ-महामयहरेण ।।
'धवल-वाहण-धवल-देहस्स सिरे भ्रमिति जा विमल-जल । धवलुजल सा 5 भडारी । यति गंग प्रावेसि तुहं । मित्र-द्रोज्झु तो णाम सुज्झति ।।'
एवं भणिए सव्वेहिं चेय भणियं । 'अहो, सुंदर सुंदरं संलत्तं । ता मुंच जलण7 पवेस-णिच्छयं । वच्चसु गंगं । तत्थ पहायंतो अणसणेणं मरिहिसि, तया
सुज्झिहिसि तुहं पावं' ति । विसज्जिओ गाम-महयरेहिं । सिणेह-रुयमाणेण य 9 थाणुणा अणुणिज्जमाणो वि पत्थिओ सो । अणुदियह-पयाणेण य इहागओ,
उवविठ्ठो'' त्ति । एवं च साहियं णिसामिऊण णिवडिओ चलण-जुयलए 11 भगवओ धम्मणंदणस्स । भणियं च णेणं मायाइच्चेणं ।
'माया-मोहिय-हियएण णाह सव्वं मए इमं रइअं । 13 मोत्तूण तुम अण्णो को वा एयं वियाणेज्ज ।। ता सव्वहा
माया-मय-रिउ-सूयण-मूरण-गुरु-तिक्ख-कोव-कुंतस्स । 15 सव्व-जिय-भाव-जाणय सरणमिणं ते पवण्णो मि ।।
ता दे कुणसु पसायं इमस्स पावस्स देसु पच्छित्तं ।। 17 अण्णह ण धारिमो च्चिय अप्पाणं पाव-कम्मं वा ।।'
(१२५) इमं च णिसामिऊण गुरुणा धम्मणंदणेण भणियं । 19 'जे पिययम-गुरु-विरह-जलण-पज्जलिय-ताव-तवियंगा ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।। 21 जे दूसह-गुरु-दारिद्द-विद्या दलिय-सेस-धण-विहवा ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।।
1) P सुज्झइ, J सुवण्णं व वइसा०, P सुवन्नं, P नरमुहगयउं । रेयुं प्रावु. 2) J पाउ for प्रावु, J कामालियव्रतधरणे एतु पाउ दुज्झे प्पणाहिय, P व्रयधरणे, P सुज्झेज णाहिं. 3) P भणियं for भणिअइ, P om. जेट्ठमहामयहरेण (रेणी?). 4) P देवस्स for देहस्स, P भ्रमती धवलजलधव०, J विमलजलधवलुज्जल सा. 5) P यदि गंगा, P तुं हु मित्रुद्रोज्झ तो नाम सुज्जइ । एवं च भणिए. 6) P om. one सुंदर. 7) J पवेसं णि०, P निच्छयं, P हो पत्तो for ण्हायंतो, P तदा सुज्झिहित्ति तुह. 8) J om. ति. 9) P अणुमणिज्जमाणो, P एसो for सो. 10) P य before त्ति, J एयं च, P चलणकमलए. 12) J inter. इमं and मए. 13) J om. ता सव्वहा. 14) P मूयण for मूरण. 15) P पवनोहं. 17) P कम्मं तु ।. 18) P inter. भणियं and गुरुणा धम्मनदणेण. 19) P repeats गुरु.
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१६०
(१२६) 1 दोगच्च-पंक-संका-कलंक-मल-कलुस-दूमियप्पाणं ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।। 3 सव्व-जण-णिंदियाणं बंधु-जणोहसण-दुक्ख-तवियाणं ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।। 5 जे जम्म-जरा-मरणोह-दुक्ख-राय-भीसणे जए जीवा ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।। 7 जे डहणंकण-ताडण-वाहण-गुरु-दुक्ख-सायरोगाढा ।
कत्तो ताणं ताणं मोत्तुं आणं जिणिंदाणं ।। 9 संसारम्मि असारे दुह-सय-संबाह-बाहिया जे य ।
मोत्तुं ताणं ताणं कत्तो वयणं जिणिंदाणं ।। 11 तओ एवं सव्व-जण-जीव-संघायस्स सव्व-दुक्ख-दुक्खियस्स तेलोक्केकल्ल
पायवाणं पिव जिणाणं आणं पमोत्तूण ण अण्णं सरणं तेलोक्के वि अत्थि त्ति । 13 इमं च वयणं आराहिऊण पुणो
जत्थ ण जरा ण मच्चू ण वाहिणो णेय सव्व-दुक्खाई । 15 सासय-सिव-सुह-सोक्खं अइरा मोक्खं पि पाविहिसि ।।'
एवं च भणियं णिसामिऊण भणियं कयंजलिउडेणं मायाइच्चेणं । ‘भगवं जइ 17 एवं, ता देसु मे जिणिंद-वयणं, जइ अरिहो मि' । भगवया वि धम्मणंदणेण ___ पलोइऊण णाणाइसएणं उवसंत-कसाओ त्ति पव्वाविओ जहा-विहाणेणं 19 गंगाइच्चो त्ति ।। . ।
(१२६) भणियं च पुणो वि गुरुणा धम्मणंदणेणं । 21 लोहो करेइ भेयं लोहो पिय-मित्त-णासणो भणिओ ।
लोहो कज्ज-विणासो लोहो सव्वं विणासेइ ।।
3) J बंधुजणसयणदुक्ख. 5) P मरणाण नाह दुक्ख, JP भीसणो, P om. जए. 7) P दहणंकण. 8) J वयणं for आणं. 9) J बोहिया. 11) P तिलोक्केक्कपाय०. 12) P वि य नत्थि त्ति ।. 13) P om. वयणं. 15) P सासयं. 16) P adds इच्चेणं after जइ. 17) P त्ति for मि. 18) P adds जहाविओ after पव्वाविओ.
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(१२७)
१६१ 1 अवि य लोह-महा-गह-गहिओ पुरिसो अंधो विय ण पेच्छइ समं व विसमं
वा, बहिरो विय ण सुणेइ हियं अणहियं वा, उम्मत्तो विय असंबद्धं पलवइ, 3 बालो इव अण्णं पुच्छिओ अण्णं साहेइ, सलहो विय जलंतं पि जलणं पविसइ,
झसो विय जलणिहिम्मि वियरइ त्ति । 5 इय असमंजस-घडणा-सज्जण-परिहार-पयड-दोसस्स ।
लोहस्स तेण मुणिणो थेवं पि ण देति अवयासं ।। 7 लोह-परायत्त-मणो दव्वं णासेइ घायए मित्तं ।
णिवडइ य दुक्ख-गहणे पत्थिव एसो जहा पुरिसो ।।' 9 भणियं च राइणा पुरंदरदत्तेणं । 'भगवं बहु-पुरिस-संकुलाए परिसाए ण-याणिमो
को वि एस पुरिसो, किं वा इमेणं कयं' ति । भणियं च भगवया । 11 "जो तुज्झ पट्ठि-भाए वामे जो वासवस्स उवविठ्ठो ।
मंस-विवज्जिय-देहो उच्चो सुक्को व ताल-दुमो ।। 13 अट्ठि-मय-पंजरो इव उवरिं तणु-मेत्त-चम्म-पडिबद्धो ।
दीसंत-पंसुलीओ तणु-दीहर-चवल-गीवालो ।। 15 खल्लइय-चम्म-वयणो मरु-कूव-सरिच्छ-गहिर-णयण-जुओ।
अच्छइ वेयालो इव कम-सज्जो मंस-खंडस्स ।। 17 लोहो व्व सरूवेणं णरवर पत्तो इमो इहं होज्जा ।
एएण लोह-मूढेण जं कयं तं णिसामेह ।। 19 (१२७) अत्थि इमम्मि चेय लोए जंबूदीवे भारहे वासे वेयड्ड-दाहिण___ मज्झिम-खंडे उत्तरावहं णाम पहं । तत्थ तक्खसिला णाम णयरी । 21 जा पढम-पया-पत्थिव-पुत्त-पयावुच्छलंत-जस-भारं ।
धवलहर-सिहर-संपिंडियं व एयं समुव्वहइ ।।
1) P लोभगहिओ य पुरिसो. 2) P उम्मत्तओ. 3) P साहइ सलसो, P पिव for पि. 4) P ऊसो for झसो. 6) P थोवं, P उवयाणं for अवयासं. 8) P om. य, P दुक्खग्गहण. 10) P om. ति. 11) P वामो. 12) P विसज्जियदेहो वच्चो सुक्को व्व ताडदुमो. 14) P धवल for चवल. 15) P चम्मधमणो. 16) P मास for मंस. 18) P एतेण. 19) P जंबुद्दीवे. 20) P मज्झिमे खंडे उत्तरा नाम. 21) P जो for जा. 22) P संपिंडियव्व तेरियं समु०.
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(१२७) 1 जहिं च णयरिहिं एक्कु वि ण दीसइ मइलु कुवेसो व । एक्कु वि दीसइ सुंदर
वत्थ-णियत्थो व । बेण्णि ण अत्थि, जो कायरो तण्हाभिभूओ व । दोण्णि 3 वि अत्थि, सूरउ देयणओ व । तिण्णि णेव लब्भंति, खलो मुक्खु ईसालुओ
वि । तिण्णि चोवलब्भंति, सज्जणु वियड्ढो वीसत्थो व त्ति । जहिं च णयरिहिं 5 फरिहा-बंधो सजण-दुजणहं अणुहरइ, गंभीरत्तणेण अणवयारत्तणेण व ।
सज्जण-दुजण-समो वि पायारु अच्चुण्णउ वंक-वलिय-गमणो व । जहिं च 7 वसिमु दीव-समुद्द-जइसओ, असंखेजो पवड्डमाण-वित्थरो व त्ति । अवि य ।
कह सा ण वण्णणिज्जा वित्थिण्णा कणय-घडिय-पायारा । 9 पढम-जिण-समवसरणेण सोहिया धम्म-चक्कंका ।।
तीए य णयरीए पच्छिम-दक्खिणे दिसा-भाए उच्चत्थलं णाम गाम, सग्ग-णयरं 11 पिव सुर-भवणेहिं, पायालं पिव विविह-रयणेहिं, गोठेंगणं पिव गो-संपयाए, ____धणय-पुरी विय धण-संपयाए त्ति । तम्मि गामे सुद्द-जाईओ धणदेवो णाम 13 सत्थवाहउत्तो । तत्थ तस्स सरिस-सत्थवाहउत्तेहिं सह कीलंतस्स वच्चए ___ कालो । सो पुण लोह-परो अत्थ-गहण-तल्लिच्छो मायावी वंचओ अलिय15 वयणो पर-दव्वावहारी । तओ तस्स एरिसस्स तेहिं सरिस-सत्थवाह-जुवाणएहिं
धणदेवो त्ति अवहरिउं लोहदेवो त्ति से पइट्ठियं णामं । तओ कय17 लोहदेवाभिहाणो दियहेसु वच्चंतेसु महाजुवा जोग्गो संवुत्तो । तओ उद्धाइओ
इमस्स लोभो बाहिउं पयत्तो, तम्हा भणिओ य णेण जणओ । ‘ताय, अहं 19 तुरंगमे घेत्तूण दक्खिणावहं वच्चामि । तत्थ बहुयं अत्थं विढवेमो, जेण सुहं
उवभुंजामो' त्ति । भणियं च से जणएण । 'पुत्त, केत्तिएण ते अत्थेण । अस्थि 21 तुहं महं पि पुत्त-पवोत्ताणं पि विउलो अत्थ-सारो । ता देसु किवणाण, विभयसु
वणीमयाणं, दक्खेसु बंभणे, कारावेसु देवउले, खाणेसु तलाय-बंधे, बंधावेसु ___1) P एकु न दीसइ एक्कु दीसइ मयलकुचेलो सुंदर, J एको वि दीसइ सुंदर, P व्व for व. 2) J तण्हाभिहूओ P तण्हाविभूओ. 3) P सूरो देउणउ वि, P नोवलंभंति, P मुक्खो ईसालुओ व त्ति. 4) P चोवलंभंति सज्जणो वियट्टो वीसत्थो, J चि for च. 5) P फरिह, J बंद्धो, P अणोवयार०, P om. व. 6) P पायारो अव्वुण्णओ, P चि for च. 7) P जयसओ, P परिवट्टमाण, J वित्थारो. 8) P सो for सा. 9) P समवसरणोव. 10) J तीय य, P om. य, Jणयरीय. 12) P om. धणयपुरी विय धणसंपयाए, P तम्मि य गामे सुइंजाइओ. 13) P वच्चइ. 14) J सो उण, P अत्थग्गहण. 16) P त्ति से अव०, P लोभदे०. 17) J ०देवाहिहाणो, J जोगो, P उद्धाइय. 18) P om. य. 19) P तुरंगे घेत्तूण, P पभूयं for बहुयं, P विढवेमा. 20) P उवभुंजामि, P केत्तिए ते. 21) P पपोत्ताणं विउलो, P किमणाणं, P विभवसुवणियमयाणं. 22) P वंभणाणं कारा०, J करावेसु.
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(१२८)
१६३ 1 वावीओ, पालेसु सत्तायारे, पयत्तेसु आरोग्ग-सालाओ, उद्धरेसु दीण-विहले
त्ति । ता पुत्त, अलं देसंतर-गएहिं । भणियं च लोहदेवेणं । ‘ताय, जं एत्थ 3 चिट्ठइ तं साहीणं चिय, अण्णं अपुव्वं अत्थं आहरामि बाहु-बलेणं' ति । तओ
तेण चिंतियं सत्थवाहेणं । ‘सुंदरो चेय एस उच्छाहो । कायव्वमिणं, जुत्तमिणं, 5 सरिसमिणं, धम्मो चेय अम्हाणं, जं अउव्वं अत्थागमणं कीरइ त्ति । ता ण
कायव्वो मए इच्छा-भंगो, ता दे वच्चउ' त्ति चिंतिउं तेण भणिओ । 'पुत्त, 7 जइ ण-ट्ठायसि, तओ वच्च' ।
(१२८) एवं भणिओ पयत्तो । सज्जीकया तुरंगमा, सज्जियाइं जाण9 वाहणाई, गहियाई पच्छयणाई, चित्तविया आडियत्तिया, संठविओ कम्मयर
जणो, आउच्छिओ गुरुयणो, वंदिया रोयणा, पयत्तो सत्थो, चलियाओ 11 वलत्थाउ । तओ भणिओ सो पिउणा । 'पुत्त, दूरं देसंतरं, विसमा पंथा, णिट्ठरो
लोओ, बहुए दुजणा, विरला सज्जणा, दुप्परियल्लं भंडं, दुद्धरं जोव्वणं, 13 दुल्ललिओ तुम, विसमा कज्ज-गई, अणत्थ-रुई कयंतो, अणवरद्ध-कुद्धा चोर
त्ति । ता सव्वहा कहिंचि पंडिएणं, कहिंचि मुक्खेणं, कहिंचि दक्खिणेणं, 15 कहिंचि गिट्टरेणं, कहिंचि दयलुणा कहिंचि णिक्किवेणं, कहिंचि सूरेणं, कहिंचि
कायरेणं. कहिंचि चाइणा, कहिंचि किमणेणं, कहिंचि माणिणा, कहिंचि 17 दीणेणं, कहिंचि वियड्डेणं, कहिंचि जडेणं, सव्वहा
णिठ्ठर-डंड-सिराहय-भुयंग-कुडिलंग-वंक-हियएणं । 19 भवियव्वं सज्जण-दुजणाण चरिएण पुत्त समं ।। ___एवं च भणिऊण णियत्तो सो जणओ । इमो वि लोहदेवो संपत्तो दक्खिणावहं
21 केण वि कालंतरेण । समावासिओ सोप्पारए णयरे भद्दसेट्ठी णाम जुण्ण-सेट्ठी ___ तस्स गेहम्मि । तओ केण वि कालंतरेण महग्घ-मोल्ला दिण्णा ते तुरंगमा ।
__1) P आरोगसालासालाओ. 2) J om. च, P लोभदेवेणं. P जं एयं तं साहीणं चिट्ठइ च्चिय. 3) J आराहामि, P om. ति. 4) J एसो, Jom. जुत्तिमणं. 5) P अम्हाणं
अंजं अउव्वअत्था०. 6) P त दे for तादे, J चिंतयंतेण, P पुत्ति for पुत्त. 9) P चिंतविया, P कंमारयजणो. 11) J भणिअं से, P पिउणो, P दूरे, P निट्ठवरो. 13) P अणणुरूवी कयंतो. 14) P दक्खिन्नेणं कहिं चिय वियद्देणं कहिंचि. 15) P निक्कोवेणं. 16) P किविणेणं, P om. क हिचि माणिणा. 17) P वियद्देणं. 18) P दंडसिराधायभुयंगकुडिलवंक. 19) P दुजणचरिएणं, P सम्मं । एयं. 20) P से जणउ ।, P लोभदेवो. 21) P सेमावासिओ. 22) P ढित्ता for दिण्णा ते.
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१६४
(१२९) 1 विढत्तं महंत अत्थ-संचयं । तं च घेत्तूण सदेस-हत्तं गंतुमणो सो सत्थवाह__पुत्तो त्ति । तत्थ य सोप्पारए पुरवरे इमो समायारो देसिय-वाणिय-मेलीए । 3 ‘जो कोइ देसंतरागओ वत्थव्वो वा जम्मि दिसा-देसे वा गओ जं वा भंडं
गहियं जं वा आणियं जं वा विढत्तं तत्थ तं देसिय-वणिएहिं गंतूणं सव्वं 5 साहेयव्वं, गंध-तंबोल-मलं च घेत्तव्वं, तओ गंतव्वं' ति । एसो पारंपर___पुराण-पुरिसत्थिओ त्ति । पुणो जइया गंतुमणो तइया सो तेणेय भद्दसेट्ठिणा 7 सह तत्थ देसिय-मेलीए गओ त्ति । देसिय-वाणिय-मेलिए गंतूण उवविठ्ठो
। दिण्णं च गंध-मल्लं तंबोलाइयं । 9 (१२९) तओ पयत्तो परोप्परं समुल्लावो देसिय-वणियाणं । भणियं च णेहिं । ___भो भो वणिया, कत्थ दीवे देसे वा को गओ, केण वा किं भंडं आणियं, 11 किं वा विढत्तं, किं वा पच्चाणियं' ति । तओ एक्केण भणियं । 'अहं गओ
कोसलं तुरंगमे घेत्तूणं । कोसल-रण्णा मह दिण्णाई महंताई भाइल-तुरंगेहिं समं 13 गय-पोययाइं । तओ तुम्ह पभावेणं समागओ लद्ध-लाहो' त्ति । अण्णेण __ भणियं । 'अहं गओ उत्तरावहं पूय-फलाइयं भंडं घेत्तूण । तत्थ लद्ध-लाभो 15 तुरंगमे घेत्तूण आगओ' त्ति । अण्णेण भणियं । अहं मुत्ताहले घेत्तूण पुव्व
देसं गओ, तओ चमरे आणिओ' त्ति । अण्णेण भणियं । 'अहं बारवई गओ, 17 तत्थ संखयं समाणियं' ति । अण्णेण भणियं । 'अहं बब्बरउलं गओ, तत्थ
चेलियं घेत्तूणं, गय-दंताई मोत्तियाइं च घेत्तुं समागओ' त्ति । अण्णेण भणियं । 19 ‘अहं सुवण्णदीवं गओ पलास-कुसुमाइं घेत्तूणं, तत्थ सुवण्णं घेत्तूण समागओ'
त्ति । अण्णेण भणियं । 'अहं चीण-महाचीणेसु गओ महिस-गवले घेत्तूण, 21 तत्थ गंगावडिओ णेत्त-पट्टाइयं घेत्तूण लद्ध-लाभो णियत्तो' त्ति । अण्णेण भणियं । ‘अहं गओ महिला-रज्जं पुरिसे घेत्तूण, तत्थ सुवण्ण-समतुलं दाऊण
1) P घेत्तूण देसहुत्तं. 2) J उत्तो, P om. त्ति. 3) P कोइ देसिओ देसं०, P om. वा, J जम्मि दिसा देसा वागओ P जंमि वा जंमि दिसादेसे वा जं गओ. 4) P inter. साहेयव्वं & सव्वं. 5) P तंबोलं, P घेत्तूणं तओ, J ततो for तओ, J एसा for एसो, P पुरिसत्थ इत्ति. 6) P तेण य भसेट्ठिणा. 7) P देसिमेलीए, J देसियमेलए गंतूण, P उवविठ्ठो त्ति, Jom. च. 9) Pom. भणियं. 10) P भो भो देसियवणिया, P inter. भंड & किं. 12) P तुरंगे घेत्तूणं, P om. मह, Jom. महंताई, J भाइलतुरंगमेहिं, P समं मयपोत्तयाई. 13) P तुम्हा. 14) P पूयफलाई, P भंडे, J घेत्तूं. 15) P समागओ for आगओ, P महं मुत्ताफले. 16) J तत्थ for तओ, J आणिय त्ति, P बारवइं. 17) P inter. बब्बरऊलं & अहं, P तत्थ before गयदंताई. 18) P गयदंता मोत्तिः, P घेत्तूण for घेत्तुं. 21) P तत्थ संगावडिओ णेत्तपट्टाई. 22) P inter. गओ and अहं, P पुरिसं, P सुवन्नसमतलं, J समतुल्लं दाऊणागओ.
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१६५
(१३०) 1 आगओ' त्ति । अण्णेण भणियं । 'अहं गओ रयणदीवं णिब-पत्ताइ घेत्तूण,
तत्थ रयणाई लद्धाई, ताइं घेत्तूण समागओ' त्ति । एवं च णिसामिऊण सव्वेहिं 3 चेय भणियं । 'अहो, सुंदरो संववहारो, णिब-पत्तेहिं रयणाई लब्भंति, किमण्णेण
वणिजेण कीरइ' त्ति । तेण भणियं । संदरो जस्स जीयं ण वलहं' ति । तेहिं 5 भणियं 'किं कज' । भणियं च णेण । ‘एवं तुब्भेहिं भणियं 'किं कजं' ति । __ जेण दुत्तारो जलही, दूरे रयणदीवं, चंडो मारुओ, चवला वीईओ, चंचला 7 तरंगा, परिहत्था मच्छा, महंता मयरा, महग्गहा गाहा, दीहा तंतुणो, गिलणो
तिमिंगिली, रोद्दा रक्खसा, उद्घाविरा वेयाला, दुल्लक्खा महिहरा, कुसला चोरा, 9 भीमं महासमुई, दुल्लहो मग्गो, सव्वहा दुग्गमं रयणदीवं ति, तेण भणिमो सुंदर
वणिज्जं जस्स जीवियं ण वल्लहं' ति । तओ सव्वेहि वि भणियं । 'अहो दुग्गमं 11 रयणदीवं । तहा दुक्खेण विणा सुहं णत्थि' त्ति भणमाणा समुट्ठिया वणिया ।
(१३०) इमं च तस्स हियए पइट्ठियं लोहदेवस्स । आगओ गेहं, कयं 13 भोयणाइ-आवस्सयं । तओ जहा-सुहं उवविट्ठाणं भणियं लोभदेवेण । 'वयंस ___भद्दसेट्ठि, महंतो एस लाभो जं णिब-पत्तेहिं रयणाइं पाविजंति । ता किं ण 15 तत्थ रयणदीवे गंतुमुज्जमो कीरइ' त्ति । भद्देण भणियं । ‘वयंस,
जेत्तिय-मेत्तो कीरइ मणोरहो णवर अत्थ-कामेसु । 17 तत्तिय-मेत्तो पसरइ ओहट्टइ संधरिजंतो ।। ___ता विढत्तं तए महंतं अत्थ-संचयं, घेत्तूण सएसं वच्च । किं च, 19 भुजसु देसु जहिच्छ सुयणे माणेसु बंधवे कुणसु ।
उद्धरसु दीण-विहलं दव्वेण इमं वरं कजं ।। 21 ता पहुत्तं तुह इमिणा अत्थेणं' ति । इमं च सोऊण भणियं इमिणा लोहदेवेणं ।
___ 'अवि य,
1) P om. गओ, P adds गओ after घेत्तूण. 2) J एवं for एवं. 3) J किमण्णेहिं कीरइ. 6) J om. जेण, P दुत्तरो, J रयणद्दीवं, P चवलाओ वीइएओ. 7) P परियच्छमच्छा, P गिलिणो. 8) P उट्ठाविरा. 9) P दुग्गमरयण०. 11) P तहा दुक्खेहिं विणा, Jom. वणिया. 12) P लोभदेवस्स, J आगया गेहं. 13) J लोहदेवेण. 14) P पावीयंति, J किण्ण P किन्न. 15) J रयणद्दीवं, P गंतुमुजम, Jom. त्ति. 16) J जत्तिय. 17) P संचरिज्जतो. 18) P गच्छ for वच्च. 20) P नवर for वरं. 21) P ता पुहत्तं. P लोइहदेवेणं. 22) P om. अवि य.
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3
१६६
1 जइ होइ णिरारंभो वयंस लच्छीऍ मुच्चइ हरी वि । फुरिओ च्चिय आरंभो लच्छीय य पेसिया दिट्ठी ।। आलिंगियं पि मुंचइ लच्छी पुरिसं ति साहस- विहूणं । गोत्त- क्खलण-विलक्खा पिय व्व दइया ण संदेहो || 5 कज्जंतर-दिण्ण-मणं पुरिसं णाउं सिरी पलोएइ । कुल - ब -बालिया णव-वहू लज्जाएँ पियं व वक्खित्तं ।। 7 जो विसमम्मि विकज्जे कज्जारंभ ण मंच धीरो । अहिसारिय व्व लच्छी णिवडइ वच्छत्थले तस्स ।। 9 जो णय - विक्कम - बद्धं लच्छिं काऊण कज्जमारुहइ । तं चिय पुणो पडिच्छइ पउत्थवइय व्व सा लच्छी ।। काऊण समारंभं कज्जं सिढिलेइ जो पुणो पच्छा । लच्छी खंडिय-महिल व्व तस्स माणं समुव्वहइ ।। इय आरंभ-विहूणं पुरिसं णाऊण पुरिस-लच्छीए । उज्झिज्जइ णीसंकं दूहव-पुरिसो व्व महिलाहिं ।। 15 तओ वयंस, भणिमो ‘पुरिसेण सव्वहा कज्ज - करणेक्क- वावड-हियएण होइयव्वं, जेण सिरी ण मुंचइ । ता सव्वहा पयट्ट, रयणदीवं वच्चामो' त्ति | भट्टिणा 17 भणियं 'वयंस,
13
I
‘जइ पायाले वसिमो महासमुद्दं च लंघिमो जइ वि । 19 मेरुम्मि आरुहामो तह वि कयंतो लोएइ ।।
।
ता सव्वहा गच्छ तुमं । सिज्झउ जत्ता । अहं पुण ण वच्चामि' त्ति । तेण 21 भणियं ‘कीस तुमं ण वच्चसि । भद्दसेट्ठिणा भणियं । 'सत्त - हुत्तं जाणवत्तेण समुद्दे विट्ठ | सत्तत- हुत्तं पि मह जाणवत्तं दलियं । ता णाहं भागी अत्थस्स
(१३०)
11
2) P आरंभो रंभो लच्छीअ य . 3) P व्यं विमुच्चइ, P विहीणं । गोत्तलक्खण. 4) J विलक्खो. 5) P दाउं for णाउं. 6) J बालिआ णववहु P बालिया व नववहु, Pपियं व वज्जाक्कित्तं. 7 ) J विसमं वि. 8) P निववडइ. 9) J लच्छी. 10) P पयच्छ, P सो for सा. 13) P विहीणं, J लच्छीअ. 15) J कारणेक्क. 16 ) P सिरीए न. 19) P आहरुहामो, P पलोएइ. 20) P पुण न वच्चामो. 21 ) P inter. पविद्धो & समुद्द (for समुद्दे पविठ्ठो). 22 ) P सत्तउत्तं पि दलियं जाणवत्तं मह ।.
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(१३१)
1 । तेण भणिमो ण वच्चिमो समुद्द' ति । लोहदेवेण भणियं । “जइ घडियं विहडिज्जइ घडियं घडियं पुणो वि विहडे । 3 ता घडण -विहडणाहिं होहिइ विहडफडो देव्वो ।
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तेण वयंस, पुणो वि करियव्वो आयरो, गंतव्वं ते दीवं' ति । तेण भणियं । 5 ‘जइ एवं ता एक्वं भणिमो, तुमं एत्थ जाणवत्ते भंडवई, अहं पुण मंदभागो त्ति काऊ ण भवामि त्ति । इमेण य ' एवं ' ति पडिवणं ।
7 (१३१) तओ रयणदीव -कय- माणसेहिं सज्जियाइं जाणवत्ताइं । किं च करिउं समाढत्तं । घेप्पंति भंडाई, उवयरिज्जंति णिज्जामया, गणिज्जए दियहं, १ ठावियं लग्गं, णिविज्जंति णिमित्ताई, कीरंति अवसुईओ, सुमरिज्जंति इट्ठदेवए, भुंजाविज्जंति बंभणे, पूइज्जंति विसिट्ठयणे, अच्चिज्जंति देवए, सज्जिज्जंति 11 सेयवडे, उब्भिज्जंति कूवा - खंभए, संगहिज्जंति सयणे, वद्धिज्जंति कट्ठ - संचए, भरिज्जंति जल5- भायणेति । एवं कुणमाणाणं समागओ सो दियो । तम्म 13 य दियहे कय - मज्जणा सुमण - विलेवण - वत्थालंकारिया दुवे वि जणा सपरियणा जाणवत्तं समाख्ढा । चालियं च जाणवत्तं । तओ पहयाई तूराई, 15 पवादियाइ संखाई, पगीयाई मंगलाई, पढंति बंभण - कुलाई आसीसा, सुमुहो
1
गुरुयणो, दीण-विमणो दइयायणो, हरिस - विसण्णो मित्तयणो, मणोरह - सुमुहो 17 सज्जण-जणो त्ति । तओ एवं च मंगल - थुइ सय-जय-जया - सद्द -गद्दब्भ
पूरंत-दिसिवहं पयट्टं जाणवत्तं । तओ पूरिओ सेयवडो, उक्खित्ताइं लंबणाई, 19 चालियाइं आवेल्लयाई, णिवियं कण्णहारेणं, लग्गं जाणवत्तं वत्तणीए, पवाइओ
हियइच्छिओ पवणो । तओ जल - तरल - तरंग - रंगत- कल्लोल-माला-हेला 21 -हिंदोलय-परंपराख्ढं गंतुं पयत्तं जाणवत्तं । कहं । कहिंचि मच्छपुच्छच्छडाहउच्छलंत-जल-वीई - हिंदोलियं, कहिंचि कुम्म-पट्टि - संठि
1) Pom. ण वच्चिमो, P समुद्दंमि । लोभदेवेण. 3) P होहीति हडप्फडो दिव्वो ।. 4) P करेयव्वो आयारो, J adds तं after गंतव्वं. 7) P च कीरिउं. 8) P दियहो. 9) J om. ठावियं लग्गं, P विलिग्गाई for णिमित्ताई. 11 ) P सीयवडे उब्भिज्जं वि कूवायंभए. 12) P जलसंचए, J एवं च कुण, P कुणमाणेणं, Pom. सो, P दियउहो, P om. य. 14 ) J चलियं, P पवाइयाइ. 15) P समुहो. 16) Pom. दीणविमणो दइयायणो, P मियत्तयणो दीणविमणो महिलायणो मणोरहसमुहो. 17 ) P जयजय, J गब्भ P गंदब्भ. 18 ) Pom. जाणवत्तं, P सियवडो. 19) P आवल्लयाई, J कण्डभारेण, P पवाओ. 20) P रंगता. 21) P हिंदोलिय. 22 ) J पुंच्छ, P हयुच्छलंत जलहिंदोलई, P संट्ठि ०.
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(१३२)
1
I
I
1 उच्छलंतयं, कहिंचि वर - करि-मयर-थोर-करायड्ढियं, कहिंचि तणु-तंतुगुणाबज्झतयं, कहिंचि महा-विसहर - पास - संदाणिज्जंतयं गंतुं पयत्तं । केण वि 3 कालंतरेण तम्मि रयण - दीवे लग्गं । उत्तिण्णा वणिया । गहियं दंसणीयं । दिट्ठो राया । कओ पसाओ । वट्टियं सुकं । परियलियं भंडं । दिण्णा हत्थ-सण्णा । 5 विक्किणीयं तं । गहियं पडिभंडं । दिण्णं दाणं । पडिणियत्ता णियय-कूल - हुत्तं । पूरिओ सेयवडो । लग्गो हियइच्छिओ पवणो । आगया जाव समुद्द-मज्झ7 सं । तओ चिंतियं णेण लोह - मूढ - माणसेण लोहदेवेण । 'अहो, पत्तो जहिच्छिओ लाहो, भरियं णाणा - विह- रयणाणं जाणवत्तं, ता तडं पत्तस्स एस 9 मज्झ भागी होहिइ त्ति । ता ण सुंदरं इमं ' ति चिंतयंतस्स राईए बुद्धी समुप्पण्णा । ‘दै, एयं एत्थ पत्त-कालं मए कायव्वं' ति संठावियं हियएणं । समुट्ठिओ लोहदेवो 11 । भणियं च णेण 'वयंस, पावक्खालयं पविसामो, जेण विगणेमो आयव्वयं
केत्तियं' ति । तं च सोऊण समुट्ठिओ भद्दसेट्ठी, उवविट्ठो णिज्जूहए । तत्थ इमिणा 13 पावेणं लोह-मूढ-माणसेणं अवलंबिऊण णिक्करुणत्तणं, अवमण्णिऊण
दक्खिण्णं, पडिवज्जिऊण कयवग्घत्तणं, अणायरिऊण कयण्णुत्तणं, अवियारिऊण 15 कज्जाकज्जं, परिच्चइऊण धम्माधम्मं णिद्दयं पोलिओ णेण भसेट्ठी । तावय वोलीणं जाणवत्तं ।
1
17 (१३२) खणेण य ति - जोयण - मेत्तं वोलीणं । तओ धाहावियं णेण । अवि धाह धाह धावह धावह एसो इहं ममं मित्तो ।
19 पडिओ समुद्द - मज्झे दुत्तारे मयर - परम्मि ।।
हा हा एसो एसो गिलिओ च्चिय भीसणेण मयरेणं । 21 हा कत्थ जामि रे रे कहिं गओ चेय सो मयरो ||
एवं अलियमलियं पलवमाणस्स उद्धाइओ णिज्जामय - लोओ परियणो य ।
1) P om. करि, P करायट्टियं. 2) P गुणावत्त ज्झत्तयं, J वास for पास. 3) J द्दीवे. 4) P सुंकुं. 5) P विक्कीयं तं गहियं । गहियं तं भंड 1. 6) P पुरिओ. 7) J चिंतियं च, P लोहमूढेणं for लोहदेवेण, P पत्तो हियइच्छिओ लाभो भरियं. 8) Pom. णाणाविह. 9) J भविसति for होहिइ. 10) Jom. मए, P संट्ठावियं. 11 ) J पविसिमो. 12) J वि गणिमो, P विगणोमो आयवयं केत्तियं अज्जियं ति, Jom. समुट्ठिओ. 13) J एत्थ for तत्थ, P निरुक्करुणत्तणं. 14 ) P कयग्घणत्तं. 15) J कअणुअत्तणं P कयण्णुत्तरं, P धम्मं for धम्माधम्मं. 17 ) P तिजोयतिजोयण, J धाहाविओ य णेण, P अवि य after णेण. 18) Jom. one धावह, P धाह पावह पावह, J महं for ममं . 20) P आ for हा (कत्थ). 21 ) P जासि for जामि, J कहं for कहिं. 22 ) P उद्धा य for उद्धाइओ, Pom. परियणो य, Pom. य.
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(१३३) 1 तेहिं भणियं कत्थ कत्थ सो य णिवडिओ' । तेण भणियं । ‘इहं णिवडिओ,
मयरेण य सो गिलिओ । ता मए वि किं जीयमाणेणं । अहं पि एत्थ णिवडामि' 3 त्ति भणमाणो उद्धाइओ समुद्दाभिमुहं महाधुत्तो । गहिओ य महल्लएहिं परियणेण __ य । तेहिं भणियं । ‘एक्कं एस विणट्ठो, पुणो तुम पि विणस्सिहिसि, इमं तं जं 5 पज्जलिए तण-भारयं पक्खित्तं । ता सव्वहा ण कायव्वमेयं । अवि य । ____मा रूसह पुरिसाणं इमो णओ एस दुण्णओ व्व कओ । 7 अवि जस्स कम्म-णिवहे पढम चिय देव्व-णिम्मविए ।।' ___ एवं च भणमाणेहिं संठाविओ इमो । गंतु पयत्तं तं जाणवत्तं । सो उण भद्दसेट्ठी 9 इमिणा पाव-हियएणं णिद्दयं णोल्लिओ णिवडिओ अहोमुहो जलरासिम्मि । तओ
झत्ति णिम्मग्गो, खणेण य उम्मग्गो । तओ जल-तरल-तरंग-वीइ-कल्लोल11 माला-हिंदोलयारूढो हीरिउं पयत्तो । तओ कहिंचि जल-तरंग-पव्वालिओ,
कहिंचि वीई-हेलुल्लालिओ, कहिंचि तुंग-तरंगोयर-वग्गिरो महा-मयरेण 13 आसाइओ। तओ वियड-दाढा-करालं महा-मयर-वयण-कुहरंतरालं पविसंतो
च्चिय असणं पत्तो । दुजण-जण-हत्थ-गओ विय णिक्खेवो कडयडाविओ 15 णेणं । तओ अकाम-णिज्जराए जलणिहिम्मि महा-मयर-वयण-कुहर-दाढा___ मुसुमूरणेण वेइयं बहुयं वेयणिज्जं । तेण मओ संतो कत्थ गंतूण उववण्णो । 17 (१३३) अत्थि रयणप्पभाए पुढवीए पढमे जोयण-सहस्से तत्थ वंतराणं
भवणाइ, तेसु अप्पिड्डिओ रक्खसो समुप्पण्णो । पउत्तं च णेण विभंग-णाणं । 19 'अहो, केण उण तवेण वा दाणेण वा सीलेण वा इमा एरिसा देव-रिद्धी मए ___ पाविय' त्ति । जाव दिलृ णेण अत्ताणं मयरेण गिलियं । दिटुं च जाणवत्तं । 21 जाणियं च णेण । 'अरे, इमेणं अहं पक्खित्तो एत्थ लोह-मूढ-माणसेणं' ति । ___ तओ चिंतिऊण पयत्तो । 'अहो पेच्छ पेच्छ, इमस्स दुरायारस्स साहसं । ण
___1) P om. य सो. 2) P जीवमाणेणं. 3) P उत्थाइओ समुद्धाभिमुहो. 4) P पि स for एस, P पुणो वि तुमं, J पि विणिस्सिहिइ P पि से विणिस्सिहसि, P om. जं. 5) P तणहारं पक्खित्तं. 7) P अवि जमकम्मनिहणे. 8) Jom. च, P संह्रविओ इमं च गंतुं, P सोऊण. 9) P निडिओ अहो जलरासिं. 10) P जत्ति for झत्ति, J णिमुग्गो, J उमुग्गो, P inter. तरंग and तरल, J वीई. 11) P जलतरलतरंग. 12) P कहिं तुंग, P om. मयर. 14) P जलहत्थ. 16) P विइयं, J बहुवेयणिजं. 17) J ०प्पहाए, P पढमो, 18) P भवणे, J विहंग णाणं. 19) P om. उण, P om. वा after तवेण. 21) P brings एत्थ after इमेणं. 22) J य पत्तो for पयत्तो.
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(१३३)
1 गणिओ णिद्धोति । ण मण्णिओ उवयारि त्ति । ण जाणिओ सज्जणो ति । ण चिंतियं सुकयं ति । ण इच्छिओ पिय-मित्तो त्ति । ण-विओ अणुवगय3 वच्छलो त्ति । सव्वहा
जो घडइ दुज्जणो सज्जणेण कह-कह वि जइ तुलग्गेण । 5 सो तक्खणं विरज्जइ तावेण हलिद्दि - रागो व्व ॥'
इमं च चिंतयंतस्स उद्धाइओ तस्स कोवाणलो | चिंतियं च णेण । 'अरे इमिणा 7 चिंतियं जहा एयं विणिवाइऊण एक्को चेय एयं अत्थं गेण्हामि । ता कहं गेह दुरायारो । तहा करेमि जहा ण इमस्स, अण्णस्स हवइ' त्ति चिंतिऊण समागओ 9 समुद्दं । तत्थ किं काउमाढत्तो । अवि य ।
I
सहस च्चिय खर-फरुसो उद्धावइ मारुओ धमधमेंतो । उच्छलिओ य जलणिही णच्चइ व तरंग - हत्थेहिं ||
11
I
काल
तओ किं जायं । समोत्थरिया मेहा । उल्लसंति कल्लोला । धमधर्मेति पवणा । 13 उच्छलंति मच्छा । उम्मुग्गवंति कच्छभा । मज्जंति मयरा । अंदोलइ जाणवत्तं । भग्गं कूवा-खंभयं । णिवडंति पत्थरा । उत्थरंति उप्पाया । दीसए विज्जू । 15 णिवडंति उक्काओ । गज्जए भीमं । फुट्ट अंबरं । जलइ जलही । सव्वहा पलय- भीसणं समुद्धाइयं महाणत्थं । तओ विसो सत्थवाहो, विमणो 17 परियणो, असरणो जणो, मूढो णिज्जामय - सत्थो त्ति । तओ को विणारायणस्स थयं पढइ । को वि चंडियाए पसुं भणइ । को वि हरस्स जत्तं उवाइएइ । को 19 वि बंभणाणं भोयणं, को वि माईणं, को वि रविणो, को विविणायगस्स, को वि खंदस्स, को वि जक्खस्स, को वि रेमंतस्स, कोवि अण्णाणं बुद्धस्स, 21 च बहुविहं बहुविहे उवाइय - सहस्से भणइ । सत्थवाहो उण अदण्णो अद्दपड-पाउरणो धूय-कडच्छ्य- हत्थो विण्णवेडं पयत्तो 'भो भो, देवो वा दाणवो वा
1) P अवयारो for उवयारि. 2) P पियमत्तो, P अणवगय. 4) P घडइ सज्जणो दुज्जणंमि, P जह for जइ. 5) J विरइज्जइ, J हलिंदिराओ, P हलिद्द. 6) P उट्ठाइओ, J कोआणलो. 8) P जहा इमस्स, J इमस्स ण अण्णस्स. 11) P उच्छिलिओ. 12 ) P वि after तओ, P समोत्थया. 13) P उम्मग्गति, J कच्छवा. 14) P भग्गइ कूया. 15) P पुट्टइ य अंबरं । दलइ जलनिही. 16) P महाअणत्थं. 17) J णारायणट्ठस्सयं P नारायणसत्थयं. 18) J हणइ for भणइ, P उवाएइ. 19) Jom. को वि before विणायगस्स, P विणागयस्स. 20) P रेवंतस्स. 21 ) P भण्णइ, J om. अदण्णो, P अद्ध for अद्द. 22) P विन्नविउं.
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(१३४)
१७१
1
1 जक्खो वा रक्खसो वा, किमम्हेहिं कयं पावं, किं वा तुमं कुविओ । सव्वहा दिट्ठो कोवो, संपयं पसायं पेच्छिमो' त्ति । तओ पहाइओ पलय-पवण-संखुद्ध3 मयरहर-भीसणो महासद्दो । किलिकिलेंति वेयाला । णच्वंति जोइणीओ । पयत्ता बिहीसिया - संघाया । ताणं चाणंतरं
5 मुह-कुहर-विणिग्गउग्गिण्ण-जाला-करालाचलंतंत- पब्भार- पच्वंत-गंधुक्कडं दीह - दंतावली -3 - डक्क - रोवंत - डिंभं सिवाराव - भीमं भउव्वे - वियासेस-लोयं 7 महाडाइणी - णच्चणाबद्ध -हासं ।
विरइय-णर-सीस-मालावयं तंडयं णच्चमाणस्स वेयाणिलुद्धूय-संघट्ट9 खट्टक्खडाराव- पूरंत-मुज्झत-वेयाल - जालावली-रुद्ध - संचार - मग्गं णहं दीसए । पहसिय-सिय-भीम-दीहट्ट -हासुच्छलंतद्ध-बद्धंधयारम्मि णासेंतमच्चत्थ-दीहंकरं 11 कंक- माला - महामास - लुद्धाए गिद्धावलीए समं सेवियं ।
खर-णहर-महा-पहाराहयद्दारियासेस-खज्जंत-जंतू-रवाराव-भीमं महा-हास13 संसद्द -गद्दब्भ- पूरंत - बीभच्छ-पेच्छं महा-रक्खसं । ति ।
(१३४) तेण य मुह - कुहर - विणिग्गयग्गि- जालावली-संवलिज्जंतक्खरं 15 पलय-जलहर-समेणं सद्देणं भणियं । 'रे रे दुरायार पाव कूर - कम्म णिद्दय णिक्करुण, भद्दसेट्ठि वरायं अणवराहं वावाइऊण एवं वीसत्थं पत्थिओ' त्ति 17 भणमाणेण समुक्खित्तं दाहिण - दीह - भुया-डंडेणं तं जाणवत्तं । समुद्धाइओ गयण-हुत्तं । तओ तं उप्पइयं जाणवत्तं केरिसं दीसिउं पयत्तं पायालयलाओं समुट्ठियं व गयणंगणे समुप्पइयं ।
असुर - विमाण- सरिच्छं व दीस जाण - वरवत्तं ॥
21 ताव उप्पइयं जाव जोयण - सयं दुरुत्तरं । तओ रोस -वस-सिमिसिमेंत-हियएण अच्छोडियं कह दीसिउं पयत्तं । अवि य ।
19
1) J om. जक्खो वा. 2) P पेच्छामो, J om. त्ति. 3) P पयत्तो. 5) P चलंतपब्भार. 7) P महालाइणी. 8) P वयंसतंडयं, P वेयानिलुद्धसंघट्टखट्टघडाराव. 9) P दीसते । 10) P हासुच्छलंतबद्धंधयारविणासेंत ०. 12) P कर for खर, P repeats नहर, P खज्जंतजियंतजंपूर, P हहा हाससंभद्दगद्दभ. 14 ) P संचलिज्जंतिखरपलय. 17) P भुयादंडेणं. 18) J उप्पइउं P समुप्पइयं, P अवि य after पयत्तं ।. 21) P उप्पइउं, J सिमिसिमिसिमेंत P • सिमिंत. 22 ) J कहं अ दीसिउं.
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१७२
(१३४) । णिवडंत-रयण-णिवह मुत्ताहल-धवल-सोहिओऊलं ।
धुव्वंत-धया-धवलं कीला-सेलस्स खंडं व ।।। 3 तं च तारिस णिद्दय-असुर-कर-णोल्लियं णिवडियं । आवडियं वित्थिण्णे
महा-समुदुच्छंगे तं जाणवत्तं । अवि य । 5 तह तं वेयावडियं समुद्द-मज्झम्मि जाण-वरवत्तं ।
णिवडतं चिय दिट्ठ पुणो ण णायं कहिं पि गयं ।। 7 पेच्छ मणि-णिम्मल-गुणंतम्मि समुद्दम्मि कत्थ वि विलीणं ।
अहव गुण-भूसियाण वि संबंधो णत्थि जलहिम्मि ।। 9 तओ पलीणं भंडं, मया णिज्जामया, विणट्ठो परियणो, चुण्णियं जाणवत्तं ।
एत्थंतरे एस कह-कह वि णासग्ग-पत्त-जीविओ जल-तरंग-वीईए किर भंडवई 11 समुद्देण विवज्जइ त्ति । तेण कह-कह वि तरल-जल-पेलण-घोल-णिव्वोलिज्जंतो ___ वि एक्कम्मि मुसुमूरिय-जाणवत्त-फलहयम्मि विलग्गो । गहियं च णेण तं 13 फलहयं । कह ।
कोमल-दइयालिंगण-फंस-सुहासाय-जाय-सोक्खाहिं । 15 बाहाहिँ तेण फलयं अवगूढं दइय-देहं व ।।। ___ तं च अवगूहिऊण समासत्थो । चिंतियं च णेण । ‘अहो, 17 जं जं करेंति पावं पुरिसा पुरिसाण मोह-मूढ-मणा ।
तं तं सहस्स-गुणियं ताणं देव्वो पणामेइ ।। 19 अण्णहा कत्थ समुद्दे विणिवाइओ भद्दसेट्ठी, कत्थ व समुद्धाइओ रक्खस-रूवी ___ कयंतो । ता संपयं ण-याणामि किं पावियव्वं' ति चिंतयंतो जल-तरल21 तरंगावली-हेला-हिंदोलय-मालारूढो फलहए हीरिउं पयत्तो । ता कहिंचि
मच्छ-पुच्छ-च्छडा छोडिओ, कहिंचि पक्क-णक्क-संकिओ, कहिंचि तणुय___1) P सोहिउं ऊलं । 2) धूयंत, J खण्डव्व, P च for व. 3) J णिद्दअं सुरकर, P करु for कर. 4) Jinter. तं & तह. 6) P कहिं चि. 9) P रुंड for भंड. 10) P वीचीए, P भंडव्व तीए स समुद्देण. 11) P पेच्छणुबालनिब्वोलि. 14) J सुहापाप, P जाई for जाय. 15) J दलयं for फलयं, P अवरूढं, P inter. देह and दइयं. 16) J अवऊहिऊण, P समासत्थेण. 17) P करंति. 18) P देवो पणासेई. 19) Jom. व. 20) P संपयं न याणिमो पा० किं. 21) P तरंगावलिज्जंतओ कहिंचि घणविद्दम etc.(portion from below) संताविजंतओ कहिवली हेलाहिंदोलयमालारूढ फलहओ. 22) JP च्छडाच्छोडिओ, P कहिं पक्कणक्क.
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(१३५)
१७३ 1 तंतु-संजमिजंतओ, कहिंचि धवल-संखउलावली-विलुलिजंतओ, कहिंचि
घण-विद्दुम-दुम-वण-विमुझंतओ, कहिंचि विसहर-विस-हुयास3 संताविजंतओ, कहिंचि महाकमढ-तिक्ख-णक्खावली-संलिहिज्जंतओ।
(१३५) एवं च महाभीमे जलणिहिम्मि असरणो अबलो अमाणो उज्झिय5 जीवियव्वो जहा भविस्स-दिण्ण-हियओ सत्तहिं राइदिएहिं तारद्दीवं णाम दीवं
तत्थ लगो । आसत्थो सीयलेण समुद्द-वेला-पवणेणं । समुट्ठिओ जाव दिसं 7 पलोएइ ताव य गहिओ कसिण-च्छवीहिं रत्त-पिंगल-लोयणेहिं बद्धद्ध-जूडएहिं
जम-दूय-संणिहेहिं पुरिसेहिं । इमेण भणियं ‘किं ममं गेण्हह' । तेहिं भणियं । 9 'धीरो होहि. अम्हाणं एस णिओओ । जं को वि एरिसो गेहं णेऊण मज्जिय
जिमिओ कीरइ' त्ति । एवं भणमाणेहिं णीओ णियय-घरं, अब्भंगिओ मज्जिओ 11 जिमिओ जहिच्छं । उवविठ्ठो आसणे समासत्थो । तओ चिंतियं च णेण । ___ 'अहो अकारण-वच्छलो लोओ एत्थ दीवे । किं वा अहं सभग्गो' त्ति चिंतयंतो
13 च्चिय सहसा उद्घाविएहिं बद्धो । पच्छा बहु-पुरिसेहिं बंधिऊण य मासलेसु ___पएसेसु छिंदिउं समाढत्तो । मासं च चडचडस्स वड्डए । छिण्णं मासं, पडिच्छियं 15 रुहिरं । वियणा-उरो य एसो चलचल्ल-पेल्लणयं कुणमाणो विलित्तो केण वि
ओसह-दव्व-जोएणं, उवसंता वेयणा, रूढं अंग ति । एत्थंतरम्मि पुच्छिय 17 वासवेण महामंतिणा भगवं धम्मणंदणो । 'भगवं, अह तेण महामासेण रुहिरेण
य किं कुणंति ते पुरिस' त्ति । भणियं च भगवया धम्मणंदणेणं । ‘अत्थि 19 समुद्दोयर-चारी अग्गियओ णाम महाविडो ऊरुगो ऊरुग-संठाणो वेलाउलेसु ___ पाविज्जइ त्ति । तस्स परिक्खा मधुसित्थयं गंधरोहयं च मत्थए कीरइ । तओ
21 तं पगलइ । तं च गेण्हिऊण ते पुरिसा महारुहिरेण महामंसेण विसेण य चारेंति । ___ तओ एक्को सो महाविडो सुव्वं सहस्संसेण पाविऊण हेमं कुणइ त्ति । तेण भो
1) P तंत. 3) P सलिहिजंतओ. 5) P जीवियव्वओ भविस्स, P रायदिएहिं. 6) P वेलाए वणेण. 7) P om. य, J कसण, J वट्टद्ध (?) P बद्ध for बभ्रुद्ध (emended). 8) P सन्निमेहिं. 9) P कोइ for को वि, P मजिओ for मज्जिय. 10) P अभिंगिय जिमिउं. 11) P उविविट्ठो आसणो, Jom. च. 12) J सरुग्गो. 13) P बाहु for बहु, P बंधेऊण मांसलेसु. 14) P समाढत्ता, P om. च, J चदुए P वड्डए, P मंसं पडिच्छयं. 15) P om. य, P चलु चल्लुवेल्लणं कुणमाणो. 17) P वासवमहा०, Jom. भगवं before अह, P मंसेण. 18) P om. ते. 19) P विडो जरुगोजरसंठाणो. 20) P तत्थ for तस्स, P गंधरोह, P om. तओ. 21) P चारंति. 22) J सोम for सो, P सुंच for सुव्वं, P कुणंति ।.
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१७४
(१३६) 1 महामंति, तेहिं पुरिसेहिं सो गहिओ । तओ पुणो वि भक्ख-भोज-खज
सएहिं संवड्डियं तस्स मासं जाव छम्मासे । पुणो पुणो उक्कत्तिय मंसं रुहिरं च 3 गालियं । वेयणत्तो पुणो वि विलित्तो ओसह-दव्वेहिं । पुणो वि सत्थो जाओ
त्ति । एवं च छम्मासे छम्मासे उक्कत्तिय-मास-खंडो वियलिय-रुहिरो अट्ठि5 सेसो महादुक्ख-समुद्द-मज्झ-गओ बारस संवच्छराइं वसिओ।
___ (१३६) अह अण्णम्मि दियहे उक्कत्तिय-देहेण चिंतियं अणेण लोहदेवेण । 7 ‘असरणो एस अहं णत्थि मे मोक्खो । ता सुंदर होइ, जइ मह मरणेण वि
इमस्स दुक्खस्स होज्ज वीसामो' त्ति । चिंतयंतेण पुलइयं णेण गयणयलं जाव 9 दिट्ठो रुहिर-मास-गंधायड्डिओ उवरि भममाणो भारंड-महापक्खी । तं च दट्टण
आउलमाउले परियणे णिक्खंतो बाहिं आयास-तले दिट्ठो य तक्खणुक्कत्तिय11 वहंत-रुहिर-णिवहो भारंड-महापक्खिणा, झड त्ति णिवडिऊण गहिओ । हा
हा-रव-सद्द-गब्भिणस्स परियणस्स समुद्धाइओ पुरओ च्चिय गयणंगण-हुत्तं । 13 तओ णिसियासि-सामलेणं गयण-मग्गेणं पहाइओ पुव्वुत्तर-दिसा-विभायं ।
तत्थ किं काउमारद्धो । अवि य । 15 पियइ खणं रुहिरोहं लुपइ मासं पुणो खणं पक्खी ।
भंजइ अट्ठिय-णिवहं खणं खणं घट्टए मम्मं ।। 17 एवं च विलुप्पमाणो जाव गओ समुद्दुच्छंगे ताव दिट्ठो अण्णेण भारंड__ पक्खिणा । तं च दद्दूण समुद्धाइओ तस्स हुत्तं । सो य पलाइउं पयत्तो । 19 पलायमाणो य पत्तो पच्छा पहाइएणं महापक्खिणा । तओ संपलग्गं जुद्धं । __णिदुर-चंचु-पहर-खर-णहर-मुह-वियारणेहिँ य जुज्झमाणाणं चुक्को चंचु21 पुडाओ । तओ णिवडिउं पयत्तो ।
गिट्ठर-चंचु-पहारावडंत-संजाय-जीय-संदेहो ।
1) P om. तओ, P भोजएहिं. 2) P मंसं, Jom. one पुणो, J मासं. 3) J om. पुणो, P दव्वेणं ।, P om. त्ति. 4) Jom. च, J मांसं खतो. 5) P वसिउं ।. 6) P अहो अन्नंमि, Jणेण for अणेण. 7) P एत्थ for एस, J मो for मे, P repeats सुंदर. 8) P चिंतियतेण. 9) P उवरि कमनाणो भारुंड. 10) J आयासअले । P तले य ।, P तक्खणकत्तिय. 11) P भारुड, J inter. महा and भारंड, J झस P ज्झड. 12) P गयणांगण. 13) P om. पहाइओ, P दिसाभायं. 16) P खणं घोट्टए रुहिर ।।. 17) J विलुपमाणो, P समुद्दुच्छंगो ताव दिट्ठो समुद्दुच्छंगे ताव दिट्ठो अनेन भारुंड. 18) P सपुट्ठाई तस्स. 19) P संलग्गं. 20) P प्पहार, P कुहर for मुह. 21) P निवडियं. 22) P प्पहारा०, J धुयधरिय for संजाय.
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साड़ी
(१३७)
१७५ 1 आसासिओ पडतो गयणवहे सीय-पवणेण ।।
णिवडिओ य धस त्ति समुद्द-जले । तओ तम्मि अहिणवुक्कत्तिय-मेत्ते देहे 3 णिद्दय-चंचु-पहर-परद्धे य तं समुद्द-सलिलं कह डहिउं पयत्तं । अवि य । _जह जह लग्गइ सलिलं तह तह णिद्धूमयं डहइ अंगं । 5 दुजण-दुव्वयण-विसं सज्जण-हियए व्व संपत्तं ।।
तओ इमो तम्मि सलिले अणोरपारे डझंतो जलेणं, खजंतो जलयरेहिं, जल7 तरंग-वीई-हत्थेहिं व णोलिज्ज-माणो समुद्देणावि मित्त-वह-महापाव
कलुसिय-हियओ इव णिच्छुब्भंतो पत्तो कं पि कूलं । तत्थ य खण-मेत्तं 9 सीयल-समुद्द-पवण-पहओ ईसि समूससिओ । णिरूवियं च णेणं कह-कह
वि जाव पेच्छइ कं पि वेला-वणं । तं च केरिसं । 11 एला-लवंग-पायव-कुसुम-भरोणमिय-रुद्ध-संचार ।
कप्पूर-पूर-पसरंत-बहल-मयरंद-गंधड्ढे ।। 13 चंदण-लयाहरेसुं किंणर-विलयाओ तत्थ गायति ।
साहीण-पिययमाओं वि अणिमित्तुक्कंठ-णडियाओ ।। 15 कयली-वणेसु जत्थ य समुद्द-मिउ-पवण-हल्लिर-दलेसु ।
वीसंभ-णिमीलच्छा कणय-मया णिच्च-संणिहिया ।। 17 (१३७) तस्स य काणणस्स विणिग्गएणं बहु-पिक्क-फल-भर-विविह
सुरभि-कुसुम-मासल-मयरंद-वाहिणा पवणेण समासासिओ समुट्ठिओ समुद्द19 तडाओ परिभमिउमाढत्तो तम्मि य काणणे । तओ करयल-दलिय-चंदण
किसलय-रसेण विलित्त-मणेणं अंगं । कयाहारो य संवुत्तो पिक्क-सुरहि-सुलह21 साउ-फलेहिं । दिट्ठो य णेण परिभममाणेणं काणणस्स मज्झ-से महंतो वड___ पारोहो । तत्थ गओ जाव पेच्छइ मरगय-मणि-कोट्टिमयलं णाणाविह-कुसुम
1) P गयणयले सीय, J सीयल. 2) P om. तओ, P अहिणवकत्तिय. 3) P निद्दयं, P परद्धेयं, P सलिलं अह दहिउं. 4) P दहइ, P हिययं व । 6) P अणोरपारो. 7) P पुणो लिज्ज for व णोलिज्ज०, P समुद्दोणाविवित्तवह. 8) J कलुसिओ इव, P निब्भच्छंतो. 9) P ईसी. 14) P सीहीण, J अणुस्सुत्तुकंठ, P अणमित्तुकण्ण. 15) P कणेसु for वणेसु. 16) J कणयमाया. 17) P बहुरपिक्कफलहर. 18) P सुरहि, P मासमयरंददाहिणपवणेण, P समुद्दिओ. 19) P करयलयदलिय. 20) P विलित्तमाणेणं, J कयाभारो. 21) P प्फलेहिं ।, JP वणेण for य णेण, P परिब्भम०, J वडयारोहो. 22) P कोट्टिमयले.
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१७६
(१३८) 1 णियर-रेहिरं सरय-समए विय बहुल-पओसे णहंगणं । तं च पेच्छिऊण चिंतियं
अणेणं । 'अहो, एवं किर सुव्वइ सत्थेसु जहा देवा सग्गे णिवसंति, ता ण ते 3 सुंदरासुंदर-विसेस-जाणया । अण्णहा इमं पएसं तेलोक्क-सुंदरं परिच्चइउं ण सग्गे
णिवसंति' । चिंतयंतो उवविट्ठो तम्मि वड-पायव-तले त्ति । तत्थ णिसण्णेण 5 य देव-णाम-कित्तणालद्ध-सण्णा-विण्णाणेणं चिंतियमणेणं लोहदेवेणं । ‘अहो,
अस्थि को वि धम्मो जेण देवा देव-लोएसु परिवसंति दिव्व-संभोग त्ति । अस्थि 7 य किं पि पावं जेण णरए णेरइया अम्ह दुक्खाओ वि अहियं दुक्ख-मुव्वहति ।
ता किं पुण मए जीवमाणेण पुण्णं वा पावं वा कयं जेण इमं दुक्खं पत्तो' त्ति 9 चिंतयंतस्स हियए लग्गो सहस त्ति तिक्ख-सर-सल्लं पिव भद्दसेट्ठी । तओ चिंतिउं
पयत्तो । 'अहो, 11 अम्हारिसाणं किं जीविएण पिय-मित्त-णिहण-तुट्ठाण ।
जेण कयग्घेण मए भद्दो णिहणं समुवणीओ ।। 13 ता धिरत्थु मम जीविएणं । ता संपयं किं पि तारिसं करेमि, जेण पिय-मित्त___ वह-कलुसियं अत्ताणयं तित्थत्थाणम्मि वावाएमि, जेण सव्वं सुज्झइत्ति 15 चिंतयतो णिवण्णो । तओ सुरहि-कुसुम-मयरंद-बहल-परिमलुग्गार-वाहिणा
समासासिजतो सिसिर-जलहि-जल-तरंग-रंगावली-विक्खिप्पमाण-जल17 लव-जडेणं दक्खिणाणिलेणं तहिं चेय पसुत्तो वड-पायव-तलम्मि । खण
मेत्तस्स य विबुद्धो ईसि विभासिजंत-खर-महुर-सुहुमेणं सरेणं । दिण्णं च 19 णेण सविसेस कण्णं ।
(१३८) आयण्णिऊण य चिंतियं णेण । 'अरे, कयरीए उण भासाए एयं 21 उल्लवियइ केणावि किं पि । हूं, अरे सक्कयं ताव ण होइ । जेण तं अणेय-पय___समास-णिवाओवसग्ग-विभत्ति-लिंग-परियप्पणा-कुवियप्प-सय-दुग्गमं
1) P नियरेहिर, P विआ for विय. 2) J णेण for अणेणं, P किर after जहा, P निवसति, Pinter. ते and ण. 3) P विस for विसेस, JP परिच्चइऊण. 4) J णिसुण्णेण. 5) P चिंतयमप्पेण. 6) P धमो for धम्मो, P सभोगो. 7) P नारइया । अहं दुक्खाओ. 8) P संपतो for पत्तो. 9) P सहस्स for सहस. 10) P चिंतियं for चिंतिउं. 13) P om. पि. 14) P om. अत्ताणयं, P अत्थत्थाणंमि, P om. त्ति. 15) P ताओ for तओ, P कुसुमयरंद. 16) P om. जलहि, P तरंगारंगा. 17) P तरेणं for जडेणं. 18) P om. य, P विभाविजंतखरमुहुर, P adds ताणयंति before दिन्नं च, Jom. णेण. 20) P om. य, P तेण for णेण, J कयलीए, P अणु for उण. 21) P उल्लवीय त्ति केण वि, P हुं, P तम अ. 22) P समासनिवाओवसयविभक्ति.
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(१३९)
१७७
1 दुज्जण - हिययं पिव विसमं । इमं पुण ण एरिसं । ता किं पाययं होज्ज । हुं, तं पि णो, जेण तं सयल-कला-कलाव-माला-जल-कल्लोल-संकुलं लोय3 वुत्तंत- महोयहि-महापुरिस - महणुग्गयामय-णीसंद - बिंदु - संदोहं संघडिय - एक्वेक्म-वण्ण-पय-णाणाख्व-विरयणा-सहं सज्जण - वयणं पिव सुह-संगयं । 5 एयं पुण ण सुट्टु । ता किं पुण अवहंसं होहि । हूं, तं पि णो, जेण सक्कयपायओभय - सुद्धा-सुद्ध-पय- सम-विसम- तरंग-रंगत-वग्गिरं णव - पाउस7 जलय-पवाह-पूर-पव्वालिय- गिरि - णइ - सरिसं सम-विसमं पणय - कुविय - पिय-पणइणी-समुल्लाव-सरिसं मनोहरं । एयं पुण ण सुट्टु । किं पुण होहि त् 9 चिंतयंतेण पुणो समायण्णियं । अरे, अत्थि चउत्था भासा पेसाया, ता सा इमा होहि'त्ति । एत्थ वड-पायवोयरे पिसायाण उल्लावो होहई' ति ।
1
-पवन
(१३९) 'ता पुण को इमाणं समुल्लावो वट्टई' त्ति चिंतयंतो ओ । भणियमण्णेण पिसाएण णियय-भासाए । 'भो एतं तए लप्पिय्यते यथा तुब्भेहिं 13 एतं पव्वय-नती-तीर-रम्म-वन-काननुय्यान -पुर-नकर-पत्तन-सत-संकुलं पुथवी-मंडलं भममानकेहिं कतरो पतेसो रमनिय्यो निरिक्खितो त्ति । एत्थं 15 किं लपिय्यं । तं अभिनवुब्भिन्न- नव-चूत- मंजरी - कुसुमोत्तर - लीनसंचालित-मंदमंदंदोलमानमुपांत-पातपंतरल-साखा-संघट्ट-वित्तासित-छच्चरन17 रनरनायमान-तनुतर-पक्ख - संतति-विघट्टनुद्धूत- विचरमान-रजो-चुन्न-भिन्नहितपक - विगलमान - विमानित - मानिनी - सयंगाह - गहित-विय्याथर-रमनो 19 विय्या - थरोपवनाभोगो रमनिय्यो' त्ति । अण्णेण भणियं । 'नहि नहि कामचारविचरमान- सुर-कामिनी- निगिय्यमान - दइत - गोत्त - कित्तनुल्लसंत- रोमंच - सेतसलिल-पज्झरंत-पातालंतरक-रत्तुप्पल-1 -चित्त-पिथुल - कनक-सिलंतलो तितस - गिरिवरो पव्वत - राजो रमनिय्यतरो' त्ति । अण्णेण भणियं । 'कत्थमेतं
11
21
पुण
om.
1) J om. ण, P पायं for पाययं. 2) P सकुला. 3) P महोयही, P मुहणुग्गया, P संदोह संघ०, J संघडिए एक्के. 4) P वनपायनाणारूव, P सुहं for सहं, P वणं for वयणं. 5) J किं अवहसं, P अवब्भंसं होहिई । हुं, Padds त before सक्कय. 6) Jom. विसम, J जलयर (but र perhaps struck off), P जलरय for जलय. 7) P पणयकुवियं पिव पण. 8) P तहा for सुट्टु. 9) P सम्मायन्नियं. 10) P वडपायवे, Pom. होहइ त्ति । ता को इमाणं समुल्लावो. 12 ) J एयं for एतं, P लपिप्पते. 13) J om. एतं, J णणती, P नदी for नती, P . तीर, P रंम, J वण P चन, P कानतुप्पान, J नकरपत्तदसत्त, P पुत्तन for पत्तन. 14) J मण्डलं, J के किं for केहिं, J निरिक्खित्तो P तिरिक्खित्तो P तिरिक्खिदो. 15) लप्पिज्जते for लपिय्यं, Pom. तं, Pom. नव, P भूतपंजरी, J लीण, J adds पवनसंचालित on the margin which is omitted in p. 16) J •दोलमानामुपात्तयातरुसंघट्ट, P दोलमानन्नवपातपं, J तरु for तरल, Jom. साखा, P संघव्वचित्तासित्तच्छच्च०. 17) J संतती, P विघटनु, JP चुण्ण, J भिण्ण, P भिन्नाहतपंकावि० 18 ) P विय्याधरो ०. 19 ) P रमनिज्जो, P अन्त्रेण, J भणिअं, P कामकामचारविचारमान. 20) P निच्चमानउदितगोत्त, P रोमंचा, J सेय for सेत. 21 ) P पज्जरंत, J पायालंतरक, P पातालनूक, P चिन for चित्त, P सिलातले. 22) J रमिनय्यातरो P रमनिज्जतरो, P अण्ण्ण, J भणिअं, Pom. लपितं .
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१७८
(१३९) 1 लपितं सुलपितं भोति । विविथ-कप्पतरु-लता-निबद्ध-दोलक-समाख्ढ-सुर
सिद्ध-विय्याथर-कंत-कामिनी-जनंदोलमान-गीत-रवाकन्नन-सुख-निब्भर3 पसुत्त-कनक-मिक-युगलको नंदनवनाभोगो रमनिय्यतरो' त्ति । अवरेण भणियं
। 'यति न जानसि रमनिय्यारमनिय्यानं विसेस, ता सुनेसु । उद्दाम-संचरंत5 तिनयन-वसभ-लॅक्कता-खुप्पित्थ-बुझंत-गोरी-पंचानन-रोस-वस-वितिन्न
विक्कम-निपात-पातित-तुंग-तुहिन-सित-सिसिर-सिला-सिखरो हिमवंतो 7 रमनीयतमो' त्ति । अण्णेण भणियं । 'नहि नहि वेला-तरंग-रंगत-सलिल
वेवुद्धत-सिसिर-मारुत-विकिरिय्यमानेला-लवंक-कक्कोलक-कुसुम-बहल9 मकरंदामुतित-मथु-कर-कलकलारावुग्गिय्यपमानेकेक्कम-पातप-कुसुम-भरो इमो
य्येव वेला-वनाभोगो रमनिय्यतमो' त्ति । अवरेण भणियं । 'अरे, किं इमकेहिं 11 सव्वेहिं य्येव रामनीयकेहिं । यं परम-रमनीयकं तं न उल्लपथ तुब्भे । सग्गावतार
समनंतर-पतिच्छित-नव-तिभाग-नयन-जटा-कटापोतर-निवास-ससि-कला13 निद्भूतामत-निवह-मथुर-धवल-तरंग-रंगावली-वाहिनि पि भगवतिं भगीरथिं ___ उज्झिऊन जम्मि पापक-सत-दुट्ठप्पमो पि, किं बहुना मित्त-वथ-कतानि पि 15 पातकानि सिन्नान-मेत्तकेनं येव सत-सक्करानि पनस्संति । ता स च्चेय रमनीया __सुरनति' त्ति । तओ सव्वेहिं भणियं । 'यदि एवं ता पयट्टथ तहिं चेय वच्चामो' 17 त्ति भणमाणा उप्पइया धोय-खग्ग-णिम्मलं गयणयलं पिसाय त्ति । इमस्स वि ___णरणाह, हियवए जहा दिव्वाणं पि पूयणीया सव्व-पावहारी भगवई सुरसरिया 19 तम्मि चेय वच्चामो जेण मित्त-वह-कलुसियं अत्ताणयं सोहेमो त्ति चिंतयंतो
समुट्ठिओ सुरणई-समुहो । तओ कमेण आगच्छमाणो इह संपत्तो, उवविठ्ठो य 21 इमम्मि जण-संकुले समवसरणे त्ति । इमं च सयलं वुत्ततं भगवया साहियं
णिसामिऊण लज्जा-हरिस-विसाय-विमुहिज्जतो समुट्ठिओ णिवडिओ य ____1) J त्ति for ति (in भोति), P विविध, Jadds तर before लता. 2) P विज्जाधर, J कन्नाना, Jणिब्भर. 3) P युगलके नंदनो वना०, J रमनिय्योतरो P रमनिज्जतरो, J भणिअं. 4) P रमनिजारमनिज्जानां तासु तेसु विसेसं उद्दाम. 5) J ढेंकेंता P टेक्कता, J पंचाननं, J वास for रोस, J वितिण्ण P वित्तिन. 6) P पतित, J om. सिला, J हेमंतो रमणीयतमो P हिमवंतो नामनीयतमो. 7) P अन्नेण, J भणिअं, J लेवुट्टत. 8) P विरूत, J मारु for मारुत, P विक रिप्पमानेला लवंग, P बहुलमकरंदमतितमधुकराकलाकलारावुगिप्पमाने०, J मथुकरतलकलारावुग्गिय्यमानेकेद्दोपातकुसुम. 10) J रमनिय्योतमो P रमनिजतमो. P इमं कहि. Jom. सव्वेहिं. 11) P प्पेव for य्येव. 12) P पतीच्छितनभनव, J भट्टा for जटा, J कटाघात for कटापोतर. 13) J निद्रुतामननिवह, P मधुर, J तरंगा, J वाहिनी पि भगवति भागीरथि P वाहनि पि भगवती भगीरथी उज्झित्तुन जंमि. 14) P रुद्धपसो for दुट्ठप्पमो, P कांतानि for कतानिं. 15) J सिज्जानमेत्तकेनं P सिज्ञानभेत्तकेनप्पेवासत, J पतस्संति, P सव्वे य रम्मयासुरतत्ती त्ति. 16) J सव्वेहि वि भणियं, J जइ for यदि. 17) P खगनिम्मलं. 18) JP नरनाह, J पूअणीयावहारी, P पूयणीया । सव्वपावहरी भगवती. 19) Jadds ता before तम्मि, P ताइंमि for तम्मि. 20) P सुरनई, Jजओ for संमुहो, P इहं. 21) Jom. जण, J सरण त्ति, P सयल. 22) P विसया for विसाय, P om. णिवडिओ.
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(१४०)
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1 भगवओ धम्मणंदणस्स चलण-जुवलए । भणियं च णेण ।
'जं एयं ते कहियं भगवं सव्वं पि तं तह च्चेय । 3 अलियं ण एत्थ वर-जस तिल-तुस-मेत्तं पि ते अत्थि ।।
ता भगवं दे जंपसु एत्थ मए किं च णाह कायव्वं । 5 किं ता सुरसरिय च्चिय अहवा अण्ण पि पच्छित्तं ।।
__ (१४०) भणियं च गुरुणा धम्मणंदणेणं । 7 ‘जलणो डहइ सरीरं जलं पि तं चेय णवर सोहेइ ।
अंगट्ठियाइँ भंजइ गिरी वि णवरं णिवडियाणं ।। देवाणुपिया जं पुण घण-कसिणं विरइयं पुरा कम्मं ।
तं पर-तवेण तप्पइ णियमा सम्मत्त-जुत्तेणं ।। 11 ता उज्झिऊण लोह होसु विणीओ गुरूण सय-कालं ।
कुणसु य वेयावच्चं सज्झाए होसु अहिउत्तो ।। 13 खंतिएँ देसु चित्तं काउस्सग्गं च कुणसु ता उग्गं ।
विगई परिहर धीरो वित्ती-संखेवणं कुणसु ।। 15 पालेऊण वयाइं पंच-महासद्द-पढम-गरुयाई ।
गुरुयण-दितॄण तओ अणसणएणं मुयसु देहं ।। 17 जत्थ ण जरा ण मच्चू ण वाहिणो णेय सव्व-दुक्खाई।
सासय-सिव-सुह-सोक्खं अइरा मोखं पि पाविहिसि ।।" 19 इमं च णिसामिऊण पहरिस-वियसमाण-वयणेणं भणियं लोहदेवेणं ।
भगवं जइ ता जोग्गो इमस्स तव-संजमस्स ता देसु । 21 मित्त-वहं मम पावं परिसुज्झइ जेण करणेणं ।' ___ भगवया वि धम्मणंदणेण
____1) P जुवलये. 2) J या for ते (after पि). 6) P om. च. 7) P दहइ, P कोहोई for सोहेइ. 8) P नवरं विनडियाण. 9) P adds जीवेण बहु before घण. 10) P जत्तेणं ।।. 11) J गुरुअणस्स सयकालं. 12) J अभियुत्तो. 13) P खंतीय, J काउसग्गं. 14) P विगई, P धीरो विरो वित्ती. 15) P पउमगुरुयाई. 16) J अणसएणं. 17) J तओ तत्थ जत्थ for the first line जत्थ ण जरा etc. J पावेसि. 19) P भणियं च लोभदेवेणं.
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(१४१) | पायवडियस्स सुइरं बाह-जलोलिया-मइल-गंडस्स ।
उवसंत-तिव्व-लोहे सामण्णं तेण से दिण्णं ।। 3 एवं च णाणाइसएणं णाऊण उवसंत-कसाओ पव्वाविओ लोह-देवो त्ति ।। ।।
(१४१) भणियं च पुणो वि गुरुणा धम्मणंदणेणं । 5 'मोहो कज्ज-विणासो मोहो मित्तं पणासए खिप्पं । ___मोहो सुगई रुंभइ मोहो सव्वं विणासेइ ।।
7 अवि य मोह-मूढ-मणो पुरिसो अकजं पि कुणइ कजं पि ण कुणइ, अगम्म ___ पि वच्चइ गम्म पि ण वच्चइ, अभक्खं पि असइ भक्खं पि णासइ, अपेयं पि 9 पियइ पेयं पि ण पियइ, सव्वहा हियं पि णायरइ अहियं पि आयरइ त्ति ।
अवि य । 11 गम्मागम्म-हियाहिय-भक्खाभक्खाण जस्स ण विवेगो ।
बालस्स व तस्स वसं मोहस्स ण साहुणो जंति ।। जेण, 13 भइणिं पि कुणइ भज जणयं मारेइ पेच्छ ईसाए ।
मोह-विमोहिय-चित्तो णरवर एसो जहा पुरिसो।।' 15 भणियं च णरवइणा । ‘भयवं बहु-पुरिस-संकुलाए परिसाए ण-याणिमो को
वि एस परिसो' त्ति । भणियं च गुरुणा धम्मणंदणेणं । 17 “जो एस तुज्झ दूरे दाहिण-देसम्मि वासवस्स भवे ।
ण सुणइ भणियं वयणं सुयं पि सम्मं ण-याणाइ ।। 19 पुरओवट्ठिय-कजं ण पेच्छइ किं पि मउलियच्छीओ ।
जूय-जिओ जूययरो व्व ओ अह किं पि चिंतेइ ।। 21 लेप्पमइउ व्व घडिओ बाहिर-दीसंत-सुंदरावयवो ।
कज्जाकज्ज-वियारण-विमुहो थाणु व्व एस ठिओ ।।
1) J जलोलि P जलोयालि. 2) P उवसंतं तिव्वलोहो त्ति सा०, P सो for से. 3) P repeats पव्वाविओ, P त्ति ।।छ।। प्रव्रजितो लोभदेवः चतुर्थो धर्मनंदनाचार्येण । भणियं etc. 4) P om. वि. 6) P सुगई. 7) J om. कजं पि ण कुणइ. 8) P असई, P नासेई, P interchanges the places of पेयं and अपेयं. 9) Jणा पियइ, J पि णायरइ त्ति ।, Pom. त्ति. 11) P विवेओ ।. 13) P पि भुंजइच्छइ जणयं, J पेच्छइ साए. 16) P om. धम्मणं देणेणं. 17) Jom. three verses जो एस तुज्झ etc. to थाणु व्व एस ठिओ ।।. 19) P पूरओ घेट्ठियं, (पेच्छ ई for मउलियअच्छीओ). 20) P अह किं किं.
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(१४२)
१८१ 1 जो सो सुव्वइ मोहो तं च सरूवेण पेक्ख णरणाह ।
एएण मोह-मूढेण जं कयं तं णिसामेह ।। 3 (१४२) अत्थि भुयणे पयासो कोसल-णरणाह-पुत्त-गोतंको ।
कोसल-जणो जणाणं कोसल-जण-णिवह-पूरंतो ।।। 5 जहिं च ससूयाओ सालीओ कुटुंबिणीओ य, सवाणियइं गामाई तंबोलई च,
सासाउलइं पउत्थवइया-मुहई छेत्तई च, असण-संकुलई वणइ भोज्जइ च, 7 दियवराहिट्ठियओ सालीओ वाविओ य, सहलई तरु-सिहरई सीमंतरइं च,
धम्म-महासाहणुज्जुवा जुवाणा महामुणिंदा य त्ति । अवि य । 9 सालिवण-उच्छु-कलिए तम्मि य देसम्मि महियलब्भइए ।
अत्थि पुरी पोराणा पवरा पर-चक्क-दुल्लंघा ।। 11 तहिं च तुंगई धवलहरई ण गुरुयण-पणामइं च, दीहरई पेम्माबंधई ण कोवारंभई,
वंक-विवंकई कामिणी-केस-टमरई ण चरियई, थिरो पीइ-पसाओ ण माण13 बंधो, दीहरई कामिणी-लोयणइं ण खल-संगई ति ।
अवि कामिणियण-मुहयंद-चंदिमा-दुमिय-तुंग-धवलहरा । 15 पढम-पुरी पोराणा पयडा अह कोसला णाम ।। ___ तम्मि य पुरवरीए कोसलो णाम राया, जो चंडो, चंड-सासणो, विणय17 पणिमइय-सामंतो, सामंत-पणय-चलणो, चलण-चलंताचालिय-महिवीढो,
महिवीढ-णिवज्जियासेस-महिहरो वज्जहरो व्व । अवि य जस्स 19 संभम-पलाण-वण-मज्झ-रोइरे तुरिय-भीय-विमणाहिं ।
रिउ-पणइणीहिँ लीवे मूयलिजंति णामेण ।। 21 सो य राया कोसलो सामण्णेण उडुंडो वि पारदारियाणं विसेसओ चंडो । ___ अह तस्स पुत्तो विजा-विण्णाण-गुणातिहि-दाण-विक्कम-णीइ-रूव
___1) P सु for सो. 2) J णिसामेहि. 5) J ससूअउ P ससुआओ, P व for य. 7) P राहिट्टियओ, P सालाओ, J व for य, P अव्वा for य. 8) P साहणजुवाणमहा०, P om. जुवाणा, J मुणिंद च त्ति, P मुणिंद व्व त्ति. 11) P तुंगाई, Jom. च, P om. ण कोवारं इ. 12) J वंकई for वंकविवंकइं, J कामिणि, J केसद (ह?) मरई, J पिइपसाओ, J माणबद्धो. 13) P संगयं ति. 14) JP अवि य कामिणि, J चंद for तुंग. 15) P पुराणा, P transposes राया before कोसलो. 16) J वणिअ for विणय. 17) Jom. पणिमइय, J चलंचा०, P om. महिबीढ. 18) P विणिज्जियासेस, P व्वजहरो, P om. जस्स. 19) P मज्झे. 20) P लावे (लीवे हि). 21) P सामल्लेण उग्गदडो वि, J पर for पार. 22) P विन्नाणगुणाहियादाण, J भव for रूव.
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(१४२) 1 जोव्वण-विलास-लास-णिब्भरो तोसलो णाम अणिवारिओ वियरइ णियय__णयरीए । वियरमाणो य संपत्तो एक्कस्स महाणयर-सेट्ठिणो धवलहर-समीवं 3 । तत्थ य गच्छमाणेणं दिटुं जाल-गवख-विवरंतरेण जलहर-विवर
विणिग्गय पिव ससि-बिंब वयण-कमलं कीय वि बालियाए । तओ पेसिया 5 णेण कुवलय-दल-दीहरा दिट्ठी रायउत्तेण । तीए वि
धवलायंबिर-रेहिर-कज्जल-कसणुज्जला वियसमाणी । 7 पेसविया णिय-दिट्ठी माला इव कसण-कमलाण ।।
एत्थंतरम्मि सहसा परदारालोव-जणिय-कोवेण । 9 पंच सरा पंचसरेण तस्स हिययम्मि पक्खित्ता ।।
तओ णिद्दय-सर-णियर-पहर-वियणा-विमुहेण परिमलियं वच्छयलं दाहिण11 हत्थेणं । वामेण य अणभिलक्ख उद्धीकया तज्जणी-अंगुलि त्ति राय-तणएणं ।
तीए य दाहिण-हत्थेणं दंसिया खग्ग-वत्तणी । तओ रायउत्तो गंतुं पयत्तो । 13 चिंतियं च णेणं । 'अहो, रूवाणुरूवं इमीए वणिय-दुहियाए वियड्ढत्तणं' ।
चिंतयंतो संपत्तो णियय-धवलहरं । तत्थ य तीए वेयड्ड-रूव-गुण-विण्णाण15 विलासावहरिय-माणसो तीए संगमोवायं चिंतिउं समाढत्तो ।
ताव य कुसुंभ-णिग्गयय-राय-रत्तंबरो रवी रुइरो । 17 णव-वर-सरिसो रेहइ सेवंतो वारुणिं णवरं ।।
वारुणि-संग-पमत्तो पल्हत्थिय-रुइर-कमल-वर-चसओ । 19 अत्थरि-पीढयाओ रवी समुद्दम्मि कह पडिओ ।। ताव य,
सुपुरिस-पयाव-वियले कुपुरिस-जण-दिण्ण-पयड-पसरम्मि । 21 कलि-जुय-समे पओसे खल व्व पसरंति तम-णिवहा ।।
(१४३) तओ जामिणी-महामहिला-गवलंजण-भमर-कसिण-दीह____1) P वारिओ व वियरइ वियइ नियय. 2) P सेठिणा, J जत्थ अइच्छमाणेण. 5) J तीय वि. 10) P adds व after विमुहेण. 11) J उद्धाकया, P रायउत्तेण for रायतणएणं. 12) J तीय य, P om. य, J दाहिणं, J हत्थे for हत्थेणं, P om. गंतु पयत्तो. 13) P om. इमीए, P वियट्टत्तणं. 14) P तीअ य वियड्ढगुण०. 15) P विलासालावहरिय, P तीय for तीए. 16) P ताव य मलियकुसुंभरायरत्तवरा रवी, J णिगयय. 17) P रहइ, J सेवेतो, P वारुणी नवरं. 18) P संगममित्तो, P रुहिरकमलकरवसओ अत्थिइरि. 20) P कुवुरिस, J जल for जण, P पयर for पयड. 21) P कलिजयसमे पउसो.
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(१४३)
१८३ 1 वित्थिण्ण-चिहर-धम्मेल्ल-विरल्लणावडंत-पयड-तारा-सिय-मल्लिया
कुसुमोवयार-सिरि-सोहिए गयणंगणे बहले तमंधयारे चिंतियं रायउत्तेणं । 3 राई बहलं च तमं विसमा पंथा य जाव चिंतेमि । __ताव वरं चिंतिज्जउ दुक्खेण विणा सुहं णत्थि ।। 5 त्ति चिंतयंतो समुट्ठिओ । कयं णेण सुणियत्थं णियंसणं । णिबद्धा णेणं कुवलय
दल-सामला छुरिया । गहियं च दाहिण-हत्थेण वइरि-वीर-सुंदरी-माण7 णिसुभणं खग्ग-रयणं । पूरियं पउढे वसुणंदयं । सव्वहा कओ आहिसारण
जोग्गो वेसग्गहो । संपत्तो धवलहरं । दिण्णं विजुक्खित्तं करणं । वलग्गो मत्त9 वारणए । समारूढो पासाए । दिट्ठा य णेण सयल-परियण-रहिया णिम्मल
पज्जलंत-लट्ठि-पईवुज्जोइयासेस-गब्भहरयावराहत्ता किं किं पि दीण-विमणा 11 चिंतयंती सा कुल-बालिय त्ति । तं च दद्दूण सणियं रायउत्तेण णिक्खित्तं
वसुणंदयं वसुमईए, तस्सुवरि खग्ग-रयणं । तओ णिहुय-पय-संचारं उवगंतूण 13 पसारिओभय-दीह-भुया-डंडेण ठइयाइं से लोयणाइं रायउत्तेण । तओ फरिस
वस-समूससिय-रोमंच-कंचुयं समुव्वहंतीए चिंतियं तीए कुलबालियाए जहा 15 मम पुलइयं अंगं, पउम-दल-कोमल-दढिणाइं च करयलाइं, सहियणो ण
संणिहिओ, तेण जाणिमो सो चेय इमो मह हियय-चोरो त्ति चिंतिऊण संलत्तं 17 तीए ।
'तुह फंसूसव-रस-वस-रोमंचुच्चइय-सेय-राएहिं । 19 अंगेहिं चिय सिटुं मण-मोहण मुंच एत्ताहे ।।' ___ इय भणिए य हसमाणेण सिढिलियं णयण-जुवलयं राय-तणएण । अब्भुट्ठिया 21 य सा ससंभमं कुलबालिय त्ति । उवविठ्ठो राय-तणओ । भणियं च णेण । ___ ‘सामिणि, मह जीएण साविया, तं साह फुडं किं विचिंतेसि' । तीए भणियं
1) P विच्छिन्न for वित्थिण्ण. 2) J सिहि for सिरि. 3) J चिंतेमो. 5) P समुवट्ठिओ, J कयण्णेण णियत्थं, Pणेण सुणियत्थ. 6) J सामलफलाच्छुरिया, Jom. च, P माणं for माण. 7) J अहिसारिआण. 8) P वेसग्गहणे, P किरणं for करणं. 10) P पजलंत, P ०पराहुत्ता, Pom. पि, J दीणविमणं. 11) Jom. सा. 12) P निहय for णिहुय. 13) P om. दीह, J om. भुया, P दंडेण, P हरिस for फरिस. 14) J मूसलिअ for समूससिय, P कंचुइयं, P समुव्वहती विय चिं०, Jom. चिंतियं तीए. 15) J कोमलकढिणाई P कमलदढिणाई, J सहियणोऽण्णिहिओ. 16) Jom. सो, P संलत्तीए for संलत्तं. 18) P om. वस, P सेयराहेहिं. Here, after एत्ताहे. 20) P repeats इय भणिए पहसमणेण सिढिलयं नयणजुवलयं रायतणएयण । अब्भुट्ठिया य सा ससंभमं कुलराहेहिं अंगेहिं सिटुं मणमोहण मुंच एत्ताहे ।, P हसमणेण. 22) P सामलि for सामिणि, J किं विइंतेसि.
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(१४४) 1 । 'सुहय, एयं विचिंतेमि । रायउत्त,
सीलं सलाहणिज्जं तं पुण सीलाओ होज्ज दुगुणं व । 3 सीलेण होइ धम्मो तस्स फलं तं चिय पुणो वि ।।
सीलेण विणा किं जीविएण तुमए विणा वि जीएण । 5 इय चिंततीऍ तुमं वर-जस डोलायए हिययं ।।'
इमं च सोऊण भणियं रायउत्तेण । 'सुंदरि, जइ एवं तुमं सीलवई सील-भंग7 विमणा य, ता अच्छ तुमं जहासुहं, वच्चामि' त्ति भणामाणो घेत्तुं खग्गं
समुट्ठिओ, गहिओ य ससंभमं उवरिम-पट्टेसुयद्धंते कुलबालियाए । भणियं च 9 तीए ।
'हरिऊण मज्झ हिययं वच्चसि रे चोर तं मुहा कत्तो । 11 कंठे मुणाल-कढिणं बाहु-लया-पासयं देमि ।।'
(१४४) एवं भणिओ उवविट्ठो आसणे रायउत्तो । भणियं च 13 कुलबालियाए । 'रायउत्त, जं एत्थ परमत्थं तं ता णिसामेसु, पुणो जहा-जुत्त
करिहिसि । अत्थि इमीए चेय कोसला-पुरीए णंदो नाम महासेठ्ठी । रयणरेहा 15 णाम तस्स भज्जा । तीए उयरे अहं समुप्पण्णा । णामं च मे कयं सुवण्णदेवी ।
वल्लहा य जणणि-जणयाणं । तओ तेहिं दिण्णा विण्हुयत्त-पुत्तस्स हरिदत्तस्स । 17 सो य मं परिणेउं दिसादेस-वणिज्जेणं जाणवत्तमारुहिउं लंकाउरिं गओ । तस्स ___ अज्ज दुवालसमो वरिसो सातिरेगो, गयस्स ण य से पउत्ती वि सुणीयइ त्ति । 19 इमं च कुवियप्प-सय-भंगुरं विसय-मच्छ-कच्छवुक्कडं इंदिय-महामयर
समाउलं काम-महावत्त-दुत्तारं जोव्वण-महासागरं तरंतीए अवहरियं विण्णाणं, 21 गलिओ गुरुयण-विणओ, परिमुसियं विवेग-रयणं, पम्हुटुं गुरु-वयणं, __ वीसरिओ धम्मोवएसो, अवहत्थियं कुलाभिमाणं, उक्खुडिया लज्जा, अवगयं
1) J विइंतेमि. 2) P दुगुणं वा. 5) J चितेंतीय, P दोलायए. 8) P गहिउं, P ससंभम उवरिपट्टसुय०. 10) P महं for मुहा. 11) J बाहुलय, P देसि for देमि. 12) J adds च after एवं, J भणिओवविठ्ठा. 14) J करिहसि P करीहिसि, P चेव. 15) P ओवार (उवरे?) for उयरे, P om. अहं, J सुवण्णदेवा. 16) P adds नामं च before जणणि, P जणिणि, J हरिअत्तस्स. 17) P om. य, P जाणवत्तं समारुहिउं लंकाउरी. 18) P दुवारसमो, Jom. त्ति. 19) P कच्छभुक्कडं. 21) J गुरूण for गुरुयण, P पम्हटुं. 22) P कुलाहिमाणं.
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(१४५)
1 दक्खिण्णं, पणटुं सीलं, सव्वहा अणेय-णरिंद-सुर-सुंदरी-पिहु-पीण__णियंब-बिंबयड-णिवास-सुह-दुल्ललिओ भगवं कुसुमाउहो बाहिउं पयत्तो । 3 तेण य बाहिज्जमाणीए समुप्पण्णं हियए वियप्पंतरं । अहो,
जर-मरण-रोग-रय-मल-किलेस-बहुलम्मि णवर संसारे । 5 कत्तो अण्णं सोक्खं अव्वो पिय-संगमाहितो ।।
ममं च मंद-भाइणीए सो णत्थि । ता णिरत्थयं मय-समं जीवियं जोव्वणं च 7 धारेमो । चिंतिऊण मरण-कय-ववसाया ।
(१४५) तओ सुदिट्ठ जीव-लोयं करेमि त्ति चिंतयंती आरूढा जाल9 गवक्खए । तत्थ य संपत्तीए तुम मए दिट्ठो । तओ रायउत्त, तुमं च दद्दूण ण
संका, ण भयं, ण लज्जा, ण माणो, ण गव्वो, णाहंकारो, ण सुहं, ण दुक्खं, 11 ण राई, ण दियहो । सव्वहा मूढा इव, सुत्ता इव, मत्ता इव, परायत्ता इव,
मया विव, ण-याणिमो, ण सुणिमो, ण जपिमो, ण फदिमो, ण वेइमो, ण 13 चेइमो, इमं पि ण-याणामि का मम अवत्थ' त्ति । एयावत्थाए य तए परामुसियं
वच्छत्थलं, अत्तणो उद्धीकया एक्का अंगुली । तओ मए पडिवण्णं जहा 15 रायउत्तेण कया तहा मह सण्णा कया । हियय-परिमासेण ताव कहियं जह
पडिहायसि मे हिययस्स । अंगुलीय य साहियं देसु एवं संगमं ति । तओ मए 17 वि रहस्स-भेय-भीरुणीए तुझं दंसिया खग्गवत्तिणी जहा किर खग्ग-सहाओ
पावेसि, तओ सागयं ण अण्णह त्ति । तओ रायउत्त, तप्पभुइं तुह संगमासा19 विणडिया विणियत्त-मरण-णिच्छया सील-भंग-विमणा सज्झस-वस-वेवमाणा
किं पि सुमिणंतर-कुंततं पिव मण्णमाणी ठिया जाव तुमं आगओ त्ति । तओ 21 एत्थ ताव जुत्तं जइ मह कुलहरे दुस्सील त्ति परिहवो ण होइ । अण्णं च ___तहाविह-संविहाणएण जइ तुमं णाहो अवहत्थिय-लोयाववाओ संगच्छसि ___1) Jom. सुर, J सुंदरि. 2) P वियढ for व्यड. 3) P बाहिज्जमारीए, P होज्ज for अहो. 6) P म for ममं च, P निरत्थयसमं, P च्च for च. 7) P धारेमि. 8) P adds य before आरूढा. 9) P om. य, P तूमं विदिट्ठो, P दळूण before रायउत्त, P om. च दद्दूण. 11) P सव्वाहा, P सुत्तादिव, P om. मया विव. 12) J याणिमो ण मुणिमो ण सुणिमो, J फंसिमो for फंदिमो, P वेतिमो for वेइमो. 13) P om. य, P सियं वच्छलयं वच्छयलं अत्तणो. 14) J बुद्धीकया, P ततो for तओ. 15) P उत्तेण कयं ता महासण्णा, P जहा. 16) P adds य before मे. 17) J अ for वि, P भय for भेय, P कुज्झं for तुज्झं, J खग्गवत्तणी. 18) Jणण्णह त्ति, J तप्पभूई, P संगमासाय. 20) P कं पि, JP ट्ठिया, Jom. जाव तुम etc. to संगच्छसि तओ तुह पच्छा.
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१८६
(१४५) 1 तओ तुह पच्छा, अण्णहा वरं मम मरणं ति भणमाणी समालिंगिया वण-गय
करेण व वणलया । एत्थंतरम्मि पयत्तियं तं किं पि जं बुहयण-सय-परिणिंदियं 3 तरुणीयण-मण-मोहणं मोहणं ति । तओ तहा-सब्भाव-णेह-णिब्भराण य
परोप्पराणुराओ विय समुग्गओ पुव्व-संझाराओ, गुरुयणोवएसा विय वियलंति 5 तारया, अवरोप्पर-हिययाइं व घडंति चक्कवाय-जुवलयाई, लज्जा विव
थोयाव-सेसा रयणी, सूर-पुरिस-कय-संगमा इव रयणी-विलया कंचुइएण 7 विय बुक्कारियं जाम-संखेण । एत्थंतरम्मि रायउत्तो अवइण्णो मंदिराओ रज्जु
पओएण, जहागयं च पडिगओ त्ति । एवं च अणुदिणं तस्स तहा परिवसंतस्स 9 संपत्तो अट्ठमो मासो । तहिं च कहिं पि तहाविह-कम्म-धम्म-भवियव्वयाए
तीए उयरे गब्भो जाओ । अणुदियहोवहत्त-लक्खण-दसणेण गब्भेण य 11 पयडीभूया, जाणिया सहियणेण, पयडा कुलहरम्मि, वियाणिया बंधुयणेणं ।
एवं च कण्ण-पारंपरेण विण्णायं णंदसेट्टिणा । तेणावि संजाय-कोवेण को 13 एवं मए परिहावइ त्ति णिवेइयं कोसलस्स महारण्णो । 'देव, मह दुहिया
पउत्थवइया । सा य रक्खिजंती वि केणावि अणुदियहं उव जिज्जइ त्ति । तं 15 च देवो दिव्वाए दिट्ठीए अण्णिसउ' त्ति । राइणा भणियं वच्च, अण्णिसावेमि' ।
आणत्तो मंती । उवलद्धं च मंतिणा । दिट्ठो तोसलो रायउत्तो । णिवेइयं तेण 17 जहा ‘देव, तोसलो रायउत्तो मए उवलद्धो' त्ति । तओ गुरु-कोव
फुरफुरायमाणाहरेणं आइट्ठो राइणा मंती । वच्च, सिग्घं तोसलं मारेसु' त्ति । 19 मंती वि ‘जहाणवेसि' त्ति भणिऊण रायउत्तं घेत्तुं उवगओ मसाण-भूमिं । तत्थ य
कज्जाकज्ज-वियारणा-पुव्वयं भणिओ मंतिणा । 'कुमार, तुह कुविओ राया, 21 वज्झो आणत्तो, ता तुमं मह सामी, कह विणिवाएमि । कजं च तए । ता वच्च, जत्थ पउत्ती वि ण सुणीयइ । ण तए साहियव्वं जहा ‘अहं तोसलो'
2) P सहस्स for सय. 3) J तरुणियण. 4) P •णुरागो, J संज्ञागओ गुरुअणोवएसो. 5) P हिययइ, J वि for व, P थोवावसेसी. 6) P सु for सूर, J य for इव, J repeats रयणी, P विलयाए, J य for विय. 7) J जावसंखेण. 8) P मंदराओ, P om. च after एवं. 9) pom. च (before कहिं). 10) J तीय for तीए, P बहुय for बहुत्त, P om. य (after गब्भेण). 11) J पयडीहूआ, J अवियाणिया for वियाणिया. 12) P कन्नपरंपरेण, Jom. एवं. 13) P परिहव त्ति निवे कोइयं. 14) J पउत्थवई, P उवभुंजइ. 15) J दिव्वा (ए added on the margin) दिट्ठीए, P अण्णिसामि. 18) J फुरुफुरा०, P रायणा, Jom. मती वि. 19) J भणिय for भणिऊण, 20) J वियारिणा, P पुव्वं तं भणिओ, J भणितो. 21) J तुअं for तुम, J कहिं for कह. 22) P न सुणियइ त्ति, J adds य before तए.
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(१४६)
1 त्ति भणिऊण विसज्जिओ । सो वि य कयावराहो जीविय-भय-भीरुओ पलाइओ, पत्तो पलयमाणो य पाडलिउत्तं णाम महाणयरं, जत्थच्छए सयं 3 राया जयवम्मो । तत्थ इयर - पुरिसो विय ओलग्गिउं पत्तो ।
(१४६) इओ य कोसलापुरीए तम्मि सा सुवण्णदेवा उवलद्ध5 दुस्सीलत्तण- चिंधा परिखिंसिज्जमाणी बंधु - वग्गेण णिदिज्जमाणी जणेणं रायउत्त-विरहुव्विग्गा य गब्भ- भर - विणडिया चिंतिउं पयत्ता 'कत्थ उण सो 7 रायउत्तो' त्ति । तओ कह कह वि णायं जहा मम दोसेण मंतिणा णिवाइओ त्ति । तं च णाऊण कह वि छलेण णिग्गया बाहिं घरस्स, तओ णयरस्स । 9 राईए पच्छिम-जामे पाडलिउत्तं अणुगामिओ सत्थो उवलद्धो । तत्थ गंतुं
पयत्ता । सणियं सणियं च गब्भ-भर-णीसहंगी गंतुं अचाएंती पिट्ठओ उज्झिया 11 सत्थस्स अणेय-ताल-हिंताल-तमाल-सज्जज्जुण - कुडय - कयंबंब - जंबू-सय
संकुले वणंतराले । तओ कमेण य वच्चंती मूढ - दिसा-विभाया पणट्ठ- पंथा 13 तण्हाभिभूया छुहा- खाम-वयणा गब्भ-भर-मंथरा पह- सम-किलंता सिंघ
सद्द-विद्दुया वग्घ-वाय-वेविरा पुलिंद - सद्द-भीरुया गिम्ह-तत्त-वालुया15 पउलिया उवरि-दूसह रवियर - संताविया, किं च बहुणा, दुक्ख -सय-समुद्दणिवडिया इत्थि - सहाव - कायर - हिययत्तणेण वेवमाणी, थाणुं पि चोरं 17 मण्णमाणी, रुक्खं पि गय- वरं विकप्पयंती, हरिणं पि वग्घं, ससयं पिसीहं, सिहिणं पि दीवियं, सव्वहा तणिए वि चलिए मारिय त्ति, पत्ते वि चलंते 19 गिलिय त्ति, भय- - वेविर - थणहरा विलविउं पयत्ता ।
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१८७
'हा ताय तुज्झ दइया आसि अहं बाल-भाव- समयम्म ।
एण्हिं कीस अधण्णाऍ तं सि जाओ विगय-हो ।
हा माए जीयाओं वि वल्लहिया आसि हं तुहं दइया
1) J भाणिऊण, J om. यJ जीवियभिओ, J पलाइउं, P पलाइओ पयत्तो ।. 2) P om. य, P पाडलिपुत्तं, P जयधम्मो . 3) J पुरिस इव कस्स उवग्गिउं. 4) P इवओ, P om. य, P inter. तम्मि and कोसलापुरीए, Jom. सा, J सुअण्णदेवा ओलद्धदुसीलत्तणचिट्ठा. 6) P विणिवडिया. 7 ) P णिव्वासिउ त्ति. 8) P पुरस्स for घरस्स. 9) P पाडलिपुत्त, P सत्थो लद्धो, P तत्थं. 11 ) J सज्जज्जुणय P सज्जुज्जण, J कयंबजंबू, P जंबुय. 14) J वालुअपउत्तिआ. 15) Pom. च, P कायरा. 16) P adds चेव before वेवमाणी, J थाणुं for चोरं. 17 ) P चियप्पयंती for विकप्पयंती, P पिa for पि, P ससं for ससयं, P पिव दीवयं, P तणे वि चिलिए. 18 ) P चलेंते, P थणाहरावलंबिउं. 21 ) J अहण्णाए. 22) Pom. वि.
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(१४७) 1 एण्डिं मं परितायसु विणडिजतिं अरण्णम्मि ।।
हा दइय कत्थ सि तुमं जस्स मए कारणे परिच्चत्तं । 3 सीलं कुलं कुलहरं लज्जा य जसं सहियणो य ।। ____ हा माए हा भाया हा दइया हा सहीओ हा देवा । 5 हा गिरिणइ हा विंझा हा तरुवर हा मया एस ।।
त्ति भणमाणी मुच्छिया, धस त्ति णिवडिया धरणियले । 7 एत्थंतरम्मि सूरो मय त्ति णाऊण गरुय-दुक्खत्तो ।
परिवियलियंसुवाओ अवर-समुद्द-दहं पत्तो ।। 9 थेरीइ व दिण-लच्छीय मग्ग-लग्गो रवी रइय-पाओ ।
रत्तंबर-णव-वहुं व संझं अणुवट्टइ वरो व्व ।। 11 तीय य मग्गालग्गा कसणंसुय-पाउया पिय-सहि व्व ।
तिमिरंजणंजियच्छी राई रमणि व्व संपत्ता ।। 13 (१४७) तओ एवं च विंझ-गिरि-सिहर-कुहरंतराल-तरुण-तमाल___मालाणिभे पसरिए तिमिर-महा-गइंद-वंदे एयम्मि एरिसे रयणि-समए 15 णाणाविह-तरुवर-कुसुम-रेणु-मयरंद-बिंदु-मासल-सुह-सीयलेण समासत्था
सुरहि-वण-पवणेणं सा कुलबालिया । समासत्था य ण-याणए कत्थ वच्चामि, 17 कत्थ ण वच्चामि, किं करेमि, किं वा ण करेमि, किं सुंदरं, किं वा मंगुलं,
किं कयं सुकयं होहिइ त्ति । एत्थंतरम्मि गब्भस्स णवमो मासो अइक्कतो, अट्ठ 19 य राइदिणाई । णवम-राई-पढम-जामे तम्मि य समए वट्टमाणे वियसियं
णियंबेण, वियणाइयं णाहि-मंडलेण, सूलाइयं पोट्टेणं, थंभियं ऊरु-जुयलेणं, 21 चलियं अंगेहिं, उच्छलियं हियएणं, मउलियं अच्छीहिं, सव्वहा आसण्णपसव-चिंधाई वट्टिउं पयत्ताइ । तओ तम्मि महाभीमे वणंतरे राईए असरणा
1) P निवडिज्जंती अरन्नंमि. 4) J ताया for भाया. 5) P गिरणइ, J हो विंझं, J तरुवरा P तरुयर. 7) P नय for मय, P गुरुय. 9) J थेरीअ वि, P लच्छीमग्ग, J वाओ. 10) P रन्नंवरं, P om. व. 12) P राईइ मणि. 13) J इरि for गिरि. 14) J मालाणिले. 15) P रुअर for तरुवर, Jom. रेणु, P मांसल. 16) P om. य, P णयाए. 17) P om. कत्थ ण वच्चामि, P करोमि, P om. किं वा ण करेमि. 19) J राईदिणाई, P राइंदिणा । नवमणइं दिणे नवमराईपढमे. 20) P विइणायं नाभीमंडलेणं. 21) J वलियं for चलियं, J उच्चलियं. 22) P पसवण for पसव, J व (च?) before वट्टिउं, P असरणे अचला.
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(१४७)
१८९ 1 अचवला भीया विसण्णा परिचत्त-जीवियासा जहा-भवियव्व-दिण्ण-माणसा
किमेयं ति पढम-पसूया कह वि कम्म-धम्म-संजोएण दर त्ति लीव-रूव3 जुवलयं पसूया । पच्छा जाव पेच्छइ ता एक्का दारिया, दुइओ दारओ त्ति । ___ तं च पेच्छिऊण हरिस-विसाय-विणडिजंत-हियवया पलविउं पयत्ता । 5 ‘पुत्त तुमं गब्भ-गओ तेण विवण्णा ण एत्थ वण-वासे ।
अण्णह अबला-बालय अबला अबला फुडं होइ ।। 7 पुत्त तुम मह णाहो त सरणं तं गई तुम बंधू ।
दइएण विमुक्काए माया-पिइ-विप्पउत्ताए ।। 9 होइ कुमारीएँ पिया णाहोतं तह जोव्वणम्मि भत्तारो ।
थेरत्तणम्मि पुत्तो णत्थि अणाहा फुडं महिला ।। 11 ताव पिउम्मि सिणेहो जा दइओ णेय होइ महिलाण ।
संपिंडियं पियाओ वि जाए पुत्तम्मि संचरइ ।।' 13 एवं च जाव पलवइ ताव करयरेंति वायसा, मूयलिजति घूया, चिलिचिलेंति
सउणया, बुक्करेंति वाणरा, विरवंति रोद्दा सिया, वियलंति तारया, पणस्सए 15 तिमिरं, दीसए अरुणारुणा पुव्व-दिसा । णियत्तंति णिसियरा, पसरंति पंथिया ।
एयम्मि एरिसे समए चिंतियमणाए । 'किं वा मए करियव्वं संपयं । अहवा 17 ण मए ताव मरियव्वं, पडियरियव्वो एस पुत्तो, अण्णहा बाल-वज्झा संपज्जइ
। कयाइ इमाओ चेय इमस्स दुक्खस्स अंतो हवइ त्ति । ता कहिंचि गामे वा 19 गोटे वा गंतूणं आसण्णे पडियरियव्वं बाल-जुवलयंति चिंतेमाणीए तोसलि
णामा रायउत्त-णामंका मुद्दा सा परिहिया कंठे बालयस्स । बालियाय वि 21 णियय-णामका । तं च काऊण णियय-उवरिम-घण-वत्थद्धतए णिबद्धो दारओ, दुइय-दिसाए य दारिया । कयं च उभयवास-पोट्टलयं । तं च काऊण
2) J कहिं पि for कह वि, P om. कम्म, P त्ति लीजुवलयपसूया. 3) Jom. पच्छा, P adds पेच्छंति before जाव, P om. पेच्छइ ता. 4) P विनडिजंतीहियविया पलविउं पयत्ती. 5) P गब्भगवो, P विविन्नाण. 6) J अबला for बालय P अचला for अबला अबला. 7) P गयं for गई. 8) P पिय for पिइ, J विप्पमुक्काए ।।. 10) P थेरत्तणमि पु and repeats महनाहो तं सरणं etc. to जोव्वणमि भत्तारो. 11) J ता पिउमित्तसिणेहो जो. 12) J विज्जाए P वि जाउ. 13) P पलवई, P करयतंति, P धूयया. 14) P बुक्कारेंति, P वियरति for वियलंति. 15) P दीरुए for दीसए, P adds णियव्वो after पुव्वदिसा ।, P om. णियत्तं ति णिसियरा etc. to मरियव्वं. 17) पडियरियव्वो, P बालबज्झा संपज्जति. 18) P च्चेय for चेय. 19) P गोहे for गोटे, P आसण्णे परिवालियव्वं, P तोसलिणो रायउत्तस्स नामंका. 20) J बालियावि. 21) P om. णियय after काऊण, P उवरि for उवरिम, Jom. घण, P तेण for °तए, P बद्धो for णिबद्धो. 22) Jom. य, P om. च, P उभवास.
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(१४८)
1 चिंतियमिमीए । 'दे इमम्मि आसण्ण-गिरि - णिज्झरे अत्ताणयं रुहिर - जरुपूय-वसा-विलित्तं पक्खालिऊण वच्चामि । चिंतयंती तम्मि चेय पएसे तं 3 वासद्धंत-णिबद्धं बाल- जुवलयं णिक्खिविऊण उवगया णिज्झरणं ।
1
(१४८) एत्थंतरम्मि वग्घी णव-पसूया वणम्मि भममाणी छाउव्वाया पत्ता 5 मासत्थं डिंभ-रूवाणं राई - भमण - विउला पसूय- - रुहिरोह-गंध-गय-चित्ता । वासोभयंत-बद्धं गहियं तं बाल- जुवलयं तीए । सा य घेत्तूण तं ललमाणोभय7 पोट्टलं जहागयं पडिगया । वच्चंतीय य तीए वणंतराले उज्जयणि- पाडलिउत्ताणं अंतराले महामग्गो, तं च लंघयंतीए कहं पि सिढिल - गंठि-बंध - बद्धो 9 उक्खुडिओ सो दारिया - पोट्टलो । णिवडिया मग्गम्मि सा दारिया । ण य तीए वग्घियाए सुय-सिणेह-णिब्भर - हिययाए जाणिया गलिय त्ति । अइगया सा । 11 तेण य मग्गेण समागओ राइणो जयवम्मस्स संतिओ दूओ । तेण सा दिट्ठा
मग्गवडिया, गहिया य सा दारिया । घेत्तूण य णियय - भारियाए समप्पिया । 13 तीए वि जाय-सुय-सिणेह-भर- णिब्भरं परिवालिउं पयत्ता । कमेण य पत्ता सा पाडलिउत्तं । कयं च णामं से वणदत्त त्ति । संवड्ढिरं पयत्ता । इओ य सा 15 वग्घी थोवंतरं संपत्ता णियय-गुहा, पारद्धि - णिग्गएणं दिट्ठा राइणो जयवम्मस्स संतिएण रायउत्त-सबरसीहेण । तेणावि दंसणाणंतरं वग्घो त्ति काऊण गुरु17 सेल्ल-पहर - विहुरा णिहया, धरणिवट्ठे दिट्ठे च तं पोट्टलयं । सिढिलियं रायउत्तेण, दिट्ठो य तत्थ ।
19 कोमल - मुणाल- देहो रत्तुप्पल - सरिस - हत्थ - कम-जुयलो । इंदीवर-वर-णयणो अह बालो तेण सो दिट्ठो ।
21 तं च दद्रूण हरिस-णिब्भर - माणसेण गहिओ । घेत्तूण य उवगओ घरं । भणियं च तेण । ‘पिए, एसो मए पाविओ तुह पुत्तो' त्ति समप्पिओ, तीए गहिओ
1) J चिंतियं इमीए, P जर for जरु. 2) P चेव, J वासद्धं बाल. 3) P बालय जुवलयंमि णि, P ओउवगया. 4) P छाउद्धाया. 5) P राईभममाणं विलोया पसूय, P रुहिरोगंध. 6) P बंध for बद्धं. 7 ) P पडिहया ।, P तीए वणंतवणंतराले उज्जयणीपाडलिपुत्ताणं. 8) P repeats महा, J च संघयंतीए, P चि for पि. 9) J णिवडिओ, P तीय वग्घीसुय. 10) J हियाए, Pom. य. 11 ) P जयधम्मस्स. 12 ) P om. य in both the places. 13) J तीय for तीए, Pom. भरणिब्भरं परिवालिउ etc. to पारद्धिणिग्गएणं. 15) P णिद्दिट्ठा for दिट्ठा. 16) P सबलसीलेण 1. 17 ) P दिनिय for दिट्ठ च, J सिढिलयं. 19) P बाहो for मुणालदेहो, J सयलचलण for सरिसहत्थ, P कय for कम. 21 ) P हसिह for हरिस. 22 ) P स for एसो, P समयंप्पिओ.
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(१४९)
१९१ 1 । कयं च वद्धावणयं ‘पच्छण्ण-गब्भा देवी पसूय' त्ति । दुवालसमे दियहे ___णामं पि से विरइयं गुण-णिप्फण्णं वग्घदत्तो त्ति । सो वि तेण बालएण समयं 3 सबरसीहो पाडलिउत्तं पत्तो । तत्थ य सरिस-रायउत्तेहिं समं कीलंतस्स मोह
पउरस्स से कयं णामं तेहिं मोहदत्तो त्ति । एवं च मोहदत्त-कयाभिहाणो 5 संवड्डिउं पयत्तो।
(१४९) इमा य से माया तम्मि वणे आगया णिज्झराओ जाव ण पेच्छइ 7 तं बालय-जुवलयं । अपेच्छमाणी य मुच्छिया णिवडिया धरणिवढे । पुणो
समासत्था य विलविउं पयत्ता । 9 ‘हा पुत्त कत्थ सि तुमं हा बाले हा महं अउण्णाए ।
कत्थ गओ कत्थ गया साहह दे ता समुल्लावं ।। 11 एत्थं चिय तं पत्तो कह सि मए दुक्ख-सोय-तवियाए ।
एत्थं चिय मं मुंचसि अव्वो तं कह सि णिक्करुणो ।। 13 पेच्छह मह देव्वेणं दंसेऊणं महाणिहिं पच्छा ।
उप्पाडियाइँ सहसा दोण्णि वि अच्छीणि दुहियाए ।। 15 पेच्छह दइय-विमुक्का वणं पि पत्ता तहिं पि दुक्खत्ता ।
पुत्तेणं पि विउत्ता आढत्ता कह कयंतेण ।।' 17 एवं च विलवमाणीए दिलु तं वग्घीय पयं । अह वग्घीय गहियं ति तं जाणिऊण,
‘जा ताणं गई सा ममं पि' तं चेय वग्घी-पयं अणुसरंती ताव कहिं पि समागया 19 जाव दिटुं एक्कम्मि पएसे कं पि गोटुं । तत्थ समस्सइया एक्कीए घरं आहीरीए । ___ तीए वि धूय त्ति पडिवज्जिऊण पडियरिया । तत्तो वि कह पि गामाणुगामं 21 वच्चंती पत्ता तं चेव पाडलिउत्तं णगरं । तत्थ कम्म-धम्म-संजोएणं तहाविह___ भवियव्वयाए तम्मि चेय दूयहरे संपत्ता, जत्थच्छए सा तीए दुहिया । तीए साहु
___1) P om. च. 3) P सबरसीलो पाडलिपुत्तं, P om. य, P रायउत्तिहिं. 4) J om. तेहिं, J adds एवं च मोहदत्तो त्ति ।। before एवं च. 7) J बाल for बालय, J om. मुच्छिया, P पुच्छिया, Jom. य. 10) P साहसु दे, J दे ता अ संल्लावं. 11) P संपत्तो for तं पत्तो, J inter. सोय and दुक्ख. 13) P पेच्छ मह, P महानिही. 14) P मि for वि. 15) P वणमि पत्ता. 16) P पत्तेण for पुत्तेणं. 17) P वग्घीगहियं, P यंति for तं. 18) P चे for चेय, J कहियं पि. 19) P किं पि for कं पि, P एक्कीय घरं. 20) P om. वि, P कहिं पि. 21) Jom. तं चेव, P पाडलिपुत्तं, J णअरं, P adds य after तत्थ, P तहावियव्वयाए. 22) J भवियव्वताए य तम्मि, P adds गया before चेय, J दूअघरे, P om. संपत्ता, J तीय for तीए in both the places, P om. साहु.
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(१५०) 1 धूय त्ति काऊण समप्पिया । तं च मज्जयंती कीलावयंती य तहिं चेय अच्छिउँ
पयत्ता ता जाव जोव्वणं संपत्ता । जोव्वणे य वट्टमाणी सा केरिसा जाया । 3 अवि य ।
जं जं पुलएइ जणं हेलाएँ चलंत-णयण-जुवलेणं । 5 त त वम्मह-सर-वर-पहार-विहुर कुणइ सव्व ।।।
(१५०) इमम्मि एरिसे जोव्वणे वट्टमाणीए वणदत्ताए को उण कालो वट्टिउं 7 पयत्तो। ___ तरुवर-साहा-बाहा-णव-पल्लव-हत्थ-कुसुम-णह-सोहो । 9 पवणुव्वेल्लिर-हल्लिर-णच्चिर-सोहो णव-वसंतो ।। __ तओ तम्मि सुरवर-णर-किंणर-महयर-रमणी-मणहरे वसंत-समयम्मि मयण11 तेरसीए वट्टमाणे महामहे संकप्प-वेहिस्स काम-देवस्स बाहिरजाण-देवउल
जत्तं पेच्छिउं माइ-समग्गा सहियण-परियरिया तहिं उज्जाणे परिभममाणी 13 मयणूसवागएण दिट्ठा मोहदत्तेण । जाओ से अणुराओ । तीय वि वणदत्ताए
दिट्ठो सो कहिं पि पुलइओ । 15 जभा-वस-वलिउव्वेल्लमाण-णव-कणइ-तणुय-बाहाए ।
तह तीएँ पुलइओ सो लेप्पय-घडिओ व्व जह जाओ ।। 17 खणंतरं च सुण्ण-णयण-जुयलो अच्छिऊण चिंतिउं पयत्तो । सव्वहा
धण्णो को वि जुयाणो जयम्मि सो चेव लद्ध-माहप्पो । 19 धवलुव्वेल्लिर-णयणं जोवणयं पाविहिइ मीए ।। __चिंतिऊण सब्भावं परियाणणा-णिमित्तं च पढिया एक्का गाहल्लिया मोहदत्तेण । 21 ‘वयंस, पेच्छ पेच्छ,
कह-कह वि दंसणं पाविऊण भमरो इमो महुयरीए ।
1) P कीलावंती. 2) P ताव for ता, P पत्तो for संपत्ता. 4) P वलंतनयणजुयलेण. 5) P सरपहरवियणविहुरं. 6) P adds य before एरिसे, P धणदत्ताए. 8) P तरुयर, P नवसोहा ।. 10) P om. वर. 11) P विहिस्स कामएवस्स. 12) P जुत्तं for जत्तं, P सहियणिपरिवारिया. 13) P मयणूसवाएण, P सो for से. 14) P कहिंचि पुलइडं, J adds अवि य after पुलइओ. 15) P कणयवणुय. 16) P जडियव्व जहा. 18) P जुवाणो. 19) Jणयणो, J पाविहिइ इमीए, P पाहिही इमीए. 20) P •ऊण य सहावपरियणा निमित्त. 21) P om. one पेच्छ. 22) J इमी (अ) for इमो.
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(१५१)
१९३ 1 रुंटतो च्चिय मरिहिइ संगम-सोक्खं अपावेतो ।।' ___ इमं च सोऊण चिंतियं वणदत्ताए । 'अहो, णिययाणुराओ सिट्ठो इमिणा इमाए 3 गाहाए । ता अहं पि इमस्स णियय-भावं पयडेमि' त्ति चिंतयंतीए भणियं ।
__'अत्ता भमर-जुवाणं कह वि तुलग्गेण पाविउं एसा । 5 होंत-विओगाणल-ताविय व्व भमरी रुणुरुणेइ ।।' __तीय य सुवण्णदेवाए अणुहूय-णिययाणुराय-दुक्खाए जाणिओ से अणुराओ । 7 भणियं च तीए । 'पुत्ति, अइचिरं वट्टइ इहागयाए, मा ते पिया जूरिहिइ, ता
पयट्ट घरं वच्चामो । अह तुह गरुयं कोउहल्लं, ता णिव्वत्ते मयण-महूसवे णिज्जणे 9 उज्जाणे आगच्छिय पुणो वीसत्थं पुलोएहिसि उज्जाण-लच्छिं भगवंतं अणंगं
च' त्ति भणमाणी णिग्गया उज्जाणाओ। चिंतियं च मोहदत्तेण । 'अहो, इमीय 11 वि ममोवरि अत्थि हो । दिण्णं च इमीए धाईए महं संकेयं जहा णिव्वत्ते ___ मयण-महसवे णिज्जणे उजाणे वीसत्थं अणंगो पेच्छियव्वो त्ति । सव्वहा 13 तद्दियहं मए आगंतव्वं इमम्मि उज्जाणम्मि'त्ति चिंतयंतो सो वि णिग्गओ ।
सा य वणदत्ता कह-कह वि परायत्ता घरं संपत्ता देहेण ण उण हियएणं । तत्थ वि 15 गुरु-विरह-जलण-जालावली-करालिज्जमाण-देहा केरिसा जाया । अवि य ।
ता झाइ हसइ सूसइ सिज्जइ ता पुलय-परिगया होइ । 17 ता रुयइ मुयइ देह हु हु महुरक्खर भणइ ।।
ता खलइ वलइ जूरइ गायइ ता पढइ किं पि गाहद्धं । 19 उम्मत्तिय व्व बाला मयण-पिसाएण सा गहिया ।।
(१५१) एरिसावत्थाए य तीए अइक्कतो सो मयण-महाकंतार-सरिसो 21 मयण-महूसवो । गरुय-समुक्कंठ-हलहला पयत्ता तम्मि उजाणे गंतु, ओइण्णा __रच्छामुहम्मि । थोवंतरं च उवगया राय-मग्गंतराले य वट्टमाणी दिट्ठा णेण
1) P रुंढंतो, P मरिहइ, P अपावतो. 2) P om. इमाए. 3) P om. पि, P नियभावं, Jom. त्ति, P चिंतियं भणियं. 5) P विओयानल, J भाविअव्व for तावि०, P रुणरुणेइ. 6) P वि for य, P नियणाणुरादुक्खाए, P adds राया after से. 7) J पुत्त for पुत्ति, J •चिरं च इहागया माए पिया, P om. मा ते, P जूरिही ता. 8) तुम for तुह, P कोऊहयं निव्वत्ते ता मयण, J मयणे. 9) J विसाथाए पलो०, P लच्छी, P अणंगवत्ति. 10) J उज्जाणओ. 11) J धाइए, P om. महं, J जह. 13) Jom. त्ति, Jom. सो. 14) J वि वरायत्त. 15) P जमाणमदेहा. 16) P गायइ for जाइ, P ज्झिज्जइ for सिज्जइ. 17) J हूं हूं. 18) P बइलइ लइ for वलइ, P तो for ता. 19) P मण for मयण. 20) J •वत्थाअ य, P सो मयणमहाकंतारसरिसो. 21) P हलहला य पत्ता तम्मि. 22) P adds य before णेण.
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१९४
(१५१) 1 तोसलिणा रायउत्तेण । देसंतर-परियत्तिय-रूव-जोव्वण-लायण्ण-वण्णो ण
पच्चभियाणिओ सुवण्ण-देवाए । सा वि तेण दूर-देसंतरासंभावणिज्ज-संपत्ती 3 ण-याणिया । केवलं तीए वणदत्ताए उवरिं बद्धाणुराय-गय-दिह्रिल्लो महा
मयण-मोह-गहिओ इव ण कजं मुणइ णाकजं, ण गम्मं णागम्मं । सव्वहा 5 तीय संगमासा-विणडिओ चिंतिउं पयत्तो । 'अहो,
सो च्चिय जीवइ पुरिसो सो च्चिय सुहओ जयम्मि सयलम्मि । 7 धवलुव्वेल्लिर-लोयण-जुवलाएँ इमीएँ जो दिह्रो ।। ___ता कहं पुण केण वा उवाएण एसा अम्हारिसेहिं पावियव्व त्ति । अहवा भणियं 9 च कामसत्थे कण्णा-संवरणे । रूव-जोव्वण-विलास-लास-णाण-विण्णाण
सोहग्ग-कला-कलावाइ-सएहि धणिय साम-भेय-उवप्पयाणएहि य कण्णाओ 11 पलोहिज्जति । अह ण तहा वसीभवंति, तओ परक्कमेणावि परिणीयव्वाओ,
छलेण बलामोडीए णाणा-वेलवणेहि य वीवाहेयव्वाओ । पच्छा कुल13 मइलणाए तस्सेय समप्पिजति बंधुवग्गेणं । ता सव्वहा
जइ वि फुलिंग-जलण-जालावलि-भासुर-वज-हत्थय । 15 सरणं जाइ जइ वि अहवा विफुरंत-तिसूल-धारयं ।।
पायालोयरम्मि जइ पइसइ ससि-रवि-तेय-विरहिय । 17 तह वि रमेमि अज्ज पीणुण्णययं थण-भार-सिहरयं ।।
अज्ज इमं मह सीसयँ इमीएँ बाहु-उवहाण-ललियाए । 19 दीसइ अहवा णिद्दय-खग्गपहाराहयं धरणियाए ।। _ता सुंदर चिय इमं, जं एसा कहिं पि बाहिरं पइरिक्कं पत्थिया । ता इमीए चेय 21 मग्गालग्गो अलक्खिजमाण-हियय-गय-ववसाओ वच्चामि' त्ति चिंतयंतो ___ मग्गालग्गो गंतुं पयत्तो । सा वि वणदत्ता करिणि व्व सललिय-गमणा कमेण
__2) J पब्वियाणिओ, P सुवनदेवयाए, P संपत्तीए ण. 3) J गहिढिल्लो. 4) P inter. मयण and महा, J कयं for कजं, Jण कजं for णाकजं. 5) P संगमासायविणडिओ. 6) P जीवो for जीवइ, P च्चइ for च्चिय. 7) P इमीए सो जा दिट्ठो. 8) P पावियइ त्ति. 9) J om. च, P संठाणे for संवरणे, J om. लास. 10) P om. कला, P कलावाण्णिसएहिं सएहिं धणेहि य साम०, P उयप्पयाणेहि, J कन्नाओ उपपलोभिजंति. 11) P अह तहा नत्थि अवसीहेंति तओ, J परिक्कमेणावि परिणियव्वाओ, P परिणीयव्वा. 12) P नाणाविलंबणेहि य विवाहेयव्वा ।. 13) P तस्सेयमप्पि०. 14) P जयण for जलण, P वजहयं. 15) J अज for जइ वि, J विफुलंत P विप्फुरंत. 16) P पयसति. 17) P व्विरमेमि. 18) J बाहुवहाणललिअएण. 19) P निद्दयं, P व्हय व, J धरणिया ।।. 20) J कहं पि, P इमाए. 21) P अलक्खिजमाणेहिं अइगय. 22) J गंतूणं for गंतुं.
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(१५१)
१९५ 1 संपत्ता उज्जाणं । पविट्ठा य चंदण-एला-लयाहरंतरेसु वियरिउं पयत्ताओ ।
एत्थंतरम्मि अणुराय-दिण्ण-हियवएणं अणवेक्खिऊण लोयाववायं, 3 गलत्थिऊण लजं, अवहत्थिऊण जीवियं, अगणिऊण भयं, चिंतियं णेण ‘एस
अवसरो' त्ति । चिंतयंतो पहाइओ णिक्कड्डियासि-भासुरो । भणियं च णेणं मोह5 मूढ-माणसेण । अवि य ।
_ 'अहवा रमसु मए च्चिय अहवा सरणं च मग्गसु जियंती । 7 धारा-जलण-कराला जा णिवडइ णेय खग्ग-लया ।।'
तं च तारिसं वुत्तंतं पेच्छिऊण हा-हा-रव-सद्द-णिब्भरो सहियणो, धाहावियं 9 च सुवण्णदेवाए।
'अवि धाह धाह पावह एसा केणावि मा ऍमह धूया । 11 मारिज्जइ विरसंती वाहेण मइ व्व रण्णम्मि ।।'
एत्थंतरम्मि सहसा कड्डिय-करवाल-भासुर-च्छाओ। 13 वग्घो व्व वग्घदत्तो णीहरिओ कयलि-घरयाओ ।।
भणियं च णेण । 15 ‘किं भायसि वण-मइ-लीव-वुण्ण-तरलच्छि लच्छि धरमाणे ।
रिउ-गयवर-कुंभत्थल-णिद्दलणे मज्झ भुय-दंडे ।।' 17 आयारिओ य णेण सो तोसलो रायउत्तो । रे रे पुरिसाधम,
वुण्ण-मय-लीव-लोयण-कायर-हियाण तं सि महिलाण । 19 पहरसि अलज्ज लज्जा कत्थ तुमं पवसिया होज्जा ।। __ता एहि मज्झ समुहंति भणमाणस्स कोवायंबिर-रत्त-लोयणो मयवइ21 किसोरओ विय तत्तो-हुत्तं वलिओ तोसलो रायउत्तो । भणियं च णेण ।
‘सयल-जय-जंतु-जम्मण-मरण-विहाणम्मि वावड-मणेण ।
1)P उज्जाणवणं ।, J पविठ्ठाओ य, P om. य, Jadds वंदण after चंदण. 2) P हियएणं अविवेक्खऊण. 3) P उज्जं for लजं, P om. अगणिऊण भयं, P तेण for णेण. 4) P निक्किट्टियासि. 7) P जणकराला. 9) P सुवण्णदेवयाए. 10) P धावह for धाह धाह. 11) P वरिसंती. 13) P नीहलिओ कयलिहरयाओ. 15) J मय for मइ, J पुण्ण P चुण्ण. 16) P रिवु. 17) J पुरिसाहम. 18) J पुण्ण for वुण्ण, J हिअयाण. 19) P लज्जो, P पवसिओ. 20) P मज्ज for मज्झ, J कोवायंबिरत्त, P रत्तं न लोयणो मइव किसो. 22) J जण for जय.
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(१५२) 1 पम्हुसिओ च्चिय णवरं जमेण अजं तुम भरिओ ।।'
त्ति भणमाणेण पेसिओ मोहदत्तस्स खग्ग-पहारो । तेण य बह-विह-करण3 कला-कोसलेण वंचिओ से पहरो । वंचिऊण य पेसिओ पडिपहारो । णिवडिओ
खंधराभोए खग्ग-पहरो, ताव य णीहरियं रुहिरं । तं च केरिसं दीसिउं पयत्तं । 5 अवि य ।
खग्ग-पहार-णिरंतर-संपत्तो रत्त-सोणिओप्पंको । 7 हियय-गओ विव दीसइ पियाणुराओ समुच्छलिओ ।।
(१५२) तओ तं च विणिवाइऊण वग्घदत्तो वलिओ वणदत्ता-हुत्तं । 9 तीय वि पिओ त्ति काउं अह जीविय-दायओ त्ति पडिवण्णो ।
मिटुं च ओसहं चिय कुंभंड-घयं व णारीणं ।। 11 समासत्थो सहिसत्थो, तुट्ठा सुवण्णदेवा, समासासिया वणदत्ता, भणियं च ___णेण । 'सुंदरि, अज वि तुह वेवए ऊरु-जुवलयं, थरहरायइ हियवयं । ता ण 13 अज्ज वि समस्ससहि, एहि इमम्मि पवण-पहल्लिर-कयली-दल-विज्जमाण
सिसिर-मारुए बाल-कयली-हरए पविसिउं वीसत्था होहि'त्ति भणमाणेण 15 करयल-गहिया, पवेसिया तम्मि आलिंगिया मोह-मूढ-माणसेण । जाव य
रमिउमाढत्तो ताव य उद्धाइओ दीह-महुरो सद्दो । अवि य । 17 मारेऊणं पियरं पुरओ जणणीऍ तं सि रे मूढ ।
इच्छसि सहोयरिं भइणियं पि रमिऊण एत्ताहे ।। 19 इमं च णिसामिऊण पुलइया चउरो वि दिसावहा । चिंतियं च णेण । 'अरे, ण
कोइ एत्थ दिट्ठि-गोयरं पत्तो, ता केण उण इमं भणियं किं पि असंबद्धं वयणं । 21 अहवा होति च्चिय महाणिहिम्मि घेप्पमाणे उप्पाए त्ति । पुणो वि रमिउं समाढत्तो । पुणो वि भणिओ।
1) J तु संभरिओ. 3) P कोसलेण जं वाचिओ से पवाणो ।. 4) P खग्गपहारो तवयनीहनीहरियं. 6) J पहाराणंतरं, P सोणियप्पंको ।, J पंको ।. 7) P विय for विव. 8) P वरघदत्तो चलिओ. 9) J पियो त्ति. 12) P तुह चेव एरु, J उरु. 13) J समस्ससिएहि P समाससहिएहिं, J वहल्लिर, J दिज्जमाण. 14) JP होहिइ त्ति. 15) J पवेसियालिंगिया, P पेसिया for पवेसिया. 16) P om. य after ताव. 17) P मारेऊण वि पियरं. 18) P सहोयरं. 19) P adds से before चउरो, P दिसिवहा. 20) P om. एत्थ, P असंबद्धवयणं. 21) P रमिउमाढत्तो. 22) J समाढत्ता ।, Jom. वि.
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(१५३) 1 ‘मा मा कुणसु अकजं जणणी-पुरओ पिई पि मारेउं ।
रमसु सहोयर-भइणिं मूढ महामोह-ढयरेण ।।' 3 इमं च सोऊण चिंतियं च णेण । 'अहो, असंबद्ध-पलावी को वि, कहं कत्थ ___ मम पिया, कहं वा माया, किं वा कयं मए, ता दे अण्णो कोइ भण्णइ णाहं' 5 ति भणमाणेणं तं चिय पुणो वि समाढत्तं । पुणो वि भणियं । ___‘णिल्लज्ज तए एक्कं कयं अकजं ति मारिओ जणओ ।
7 एण्हिं दुइयमकजं सहोयरिं इच्छसे घेत्तुं ।।' ___ तं च सोऊण सासंको कोव-कोऊहलाबद्ध-चित्तो य समुट्ठिओ खग्गं घेत्तूण
9 मग्गिउं पयत्तो सद्दाणुसारेण । जाव णाइदूरे दिट्ठो रत्तासोय-पायवयले पडिमा__ संठिओ भगवं पच्चक्खो इव धम्मो तव-तेएण पज्जलंतो व्व को वि मुणिवरो । 11 दटूण य चिंतियं णेण । 'अरे, इमिणा मुणिणा इमं पलत्तं होहिइ त्ति । ण य
अण्णो कोइ एत्थ एरिसे उज्जाणे । एरिसो एस भगवं वीयरागो विय 13 उवलक्खीयइ, ण य अलियं मंतेहिइ । दिव्व-णाणिणो सच्च-वयणा य मुणिवरा __किर होति' त्ति चिंतयंतो उवगओ मुणिणो सयासं । अभिवंदिऊण य चलण15 जुवलयं उवविठ्ठो णाइदूरे मोहदत्तो त्ति । एत्थंतरे समागया सुवण्णदेवा, वणदत्ता,
सहियणो य । णमिऊण य चलणे भगवओ उवविठ्ठा पायमूले । भणियं च 17 मोहदत्तेण । 'भगवं, तए भणियं जहा मारेऊण पियरं माऊए पुरओ भइणिं च
मा रमेसु । ता मे कहिं सो पिया, कहिं वा माया, कत्थ वा भइणि' त्ति । 19 (१५३) भणियं च भगवया मुणिणा । 'भो रायउत्त, णिसुणेसु । अत्थि
कोसला णाम पुरी । तत्थ य णंदणो णाम महासेट्ठी । तस्स सुवण्णदेवा णाम 21 दुहिया पउत्थवइया दिट्ठा रायउत्तेण तोसलिणा, उवहुत्ता य । णायं रण्णा जहा
य तीय गब्भो जाओ । सव्वं जाणियं मंतिणा । जहा णिव्वासिओ तोसलो ___ 1) P पियं पि. 2) P भइणी. 3) P अणेण for च णेण, P repeats कजं जणणीपुरओ etc. to असंबद्धपलावी को वि. 4) P देव for दे, P को वि for कोइ, Jom. भण्णइ. 5) P वि आढत्तं. 6) P निल्लज्जकयमकज्जं एक जं मारिओ तए जणओ ।. 7) P सहोयरं. 8) P ससंको. 9) P रत्तासोयस्स पायव०, J पाययले P पायवचेले. 11) P तेण for णेण. 12) P कोवि एएत्थ, P om. एरिसे, Jom. एस, P रागो अउव्वो लक्खीयइ, J विय उवलक्खीअदि. 13) P अलीयं, P repeats सच्च. 14) J om. किर, P सगासं, P अभिवंदिवंदिऊण चलणजुययं. 15) JP एत्थंतरं. 16) Jom. भगवओ, P उवविठ्ठो. 17) P पुरंऊ for पुरओ, J भइणी मा. 18) P om. मे, P मे for सो, P om. कहिं वा, P adds का वा before भइणि. 19) P मुणिणो, P repeats मो. 20) Jom. य, P नंदो for णंदणो, J सुअण्णदेवा. 21) Jom. दुहिया, J०वइयावई दिट्ठा, Jणाया for णाय, 22) P om. य before तीय, P साहियं मुणिणा for जाणियं मंतिणा (J is correcting मुणिणा into मंतिणा).
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( १५४)
1 पाडलिउत्तं पत्तो । जहा य गुरुहारा सुवण्णदेवा वणं पविट्ठा, तत्थ बालयजुवलयं पसूया । जहा अवहरिओ दारओ दारिया य वग्घीए । पडिया पंथे 3 दारिया, गहिया दूएणं, वणदत्ता य से णामं कयं । सो वि दारओ गहिओ सबरसीहेण पुत्तो त्ति संवड्डिओ, वग्घदत्तो त्ति से णामं कयं । एवं च सव्वं ताव 5 साहियं जाव सुवण्णदेवा मिलिया धूयाए ताव जा मारिओ तोसलो त्ति । रायउत्त, इमा तुह सा माया सुवण्णदेवा । एसा उण भइणी सोयरा वणदत्ता । 7 इमो सो उण तुम्हाणं जणओ । अत्थि य तुह तोसलि-णाम-मुद्दका एसा मुद्दा ।
इमाए सुवण्णदेवाए मुद्दका घरि चिट्ठइति । ता सव्वहा मारिओ ते जणओ । 9 संपयं भइणी अभिलससि त्ति । सव्वहा धिरत्थु मोहस्स' । इमं च सोऊण भणियं सुवण्णदेवाए । 'भगवं, एयं जं तए साहियं' ति । वणदत्ता विट्ठिया अहोमुहा 11 लज्जिया । मोहदत्तो वि णिव्विण्ण-काम-भोगो असुइ- समं माणुस ति मण्णंतो वेरग्ग- - मग्ग - लग्गो अह एयं भणिउमादत्तो ।
1
13 'धिक्कट्ठे अण्णा अण्णाणं चेव दुत्तरं लोए ।
अण्णाणं चेय भयं अण्णाणं दुक्ख-भय-मूलं ।।
15
ता भगवं मह साहसु किं करियव्वं मए अउण्णेण । जेण इमं सयलं चिय सुज्झइ जं विरइयं पावं ।। ' (१५४) भणियं च भगवया मुणिणा । 'चइऊण घरावासं पुत्त-कलत्ताइँ मित्त-बंधुणं । वेरग्ग-मग्ग - लग्गो पव्वज्जं कुसु आ जो चंदणेण बाहं आलिंपइ वासिणा य तच्छेइ । 21 संथुणइ जो य दिइ तत्थ तुमं होसु समभावो ।। कुणसु दयं जीवाणं होसु य मा णिद्दओ सहावेण ।
17
19
1) P पाढलिपुत्तं, Pom. य, P बालजुवलय. 2 ) Jom. य. 3) P दूतेण, J inter. णामं and से. 4) P सवरसीलेण, P संवट्टिउ, Pom. त्ति, Jom. से. 5) P जाव for जा, J om. त्ति. 6) P एस सो for इमा, Pom. सा. 7) J inter. उण and सो, P तोसलो, P मुद्धा for मुद्धा. 8) J एमाए P इमीए, P सुवन्नदेवा मुद्दं घर चिट्ठइ, J परि for घरि, Padds ता समुद्दा before ता सव्वहा, Pom. ते. 9) J अहिलसि त्ति I, P om. सोऊण. 10) P सुवन्नदेवयाए, P एवं मम जं. 11) J om. वि after मोहदत्तो, P असुति इमं. 13) J किं कट्ठ for धिक्कट्ठे, J चेय, P लाए for लोए. 14) P चेव कयं for चेय भयं. 15) P सु for साहसु. 19) P ते उग्गं for आउत्तो. 20) P बाहुं अणुलिंपइ, J व for य.
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(१५४)
१९९ 1 मा होसु सढो मुत्तिं चिंतेसु य ताव अणुदियहं ।।
कुणसु तवं जेण तुमं कम्मं तावेसि भव-सय-णिबद्धं । 3 होसु य संजम-जमिओ जेण ण अजेसि तं पावं ।।
मा अलियं भण सव्वं परिहर सच्चं पि जीव-वह-जणयं । 5 वहसु सुई पाव-विवज्जणेण आकिंचणो होहि ।।
पसु-पंडय-महिला-विरहियं ति वसही णिसेवेसु । 7 परिहरसु कहं तह देस-वेस-महिलाण संबद्धं ।।
मा य णिसीयसु समयं महिलाहिँ आसणेसु सयणेसु । 9 मा तुंग-पओहर-गुरु-णियंब-बिंब त्ति णिज्झासु ।।
मा मिहुणं रममाणं णिज्झायसु कुड्ड-ववहियं जइ वि । इय हसियं इय रमियं तीय समं मा य चिंतेसु ।।
मा भुंजसु अइणिद्धं मा पज्जत्तिं च कुणसु आहारे । 13 मा य करेसु विहूसं कामाहंकार-जणणिं च ।।
इय दस-विहं तु धम्मं णव चेव य बंभ-गुत्ति-चंचइयं । 15 जइ ताव करेसि तुमं तं ठाणं तेण पाविहिसि ।।
जत्थ ण जरा ण मच्चू ण वाहिणो णेय माणसं दुक्खं । 17 सासय-सिव-सुह-सोक्खं अइरा मोक्खं पि पाविहिसि ।।'
तओ भणियं च मोहदत्तेण । भगवं जइ अहं जोग्गो, ता देसु मह पव्वजं । 19 भणियं च भगवया ‘जोग्गो तुम पव्वज्जाए, किंतु अहं ण पव्वावेमि' त्ति । तेण __ भणियं भगवं, किं कज' ति । भणियं च णेण भगवया 'अहं चारण-समणो, 21 ण महं गच्छ-परिग्गहो । तेण भणियं 'भगवं केरिसो चारण-समणो होई' ।
भणियं च भगवया । 'भद्दमुह, जे विज्जाहरा संजाय-वेरग्गा समण-धम्म
4) P भव for भण, P जणणं ।, P सुई. 6) J पसुमण्डव, P विरहितं ति राईए सन्निवेसेसु ।. 7) P संबंध ।।. 8) P णिच्छीतसु for णिसीयसु. 9) J पओहरा. 10) P कुटुवचहियं. 11) P तीयं. 12) P आहारो. 13) P विभूसं, P जणसं च. 14) P गुत्तिवंचइयं. 15) J तुभं ता तट्ठाणं. 16) P repeats न जरा. 17) P अई for अइरा. 18) P ततो for तओ, P भगवं, P जोणा for जोग्गो, P om. मह. 19) P जोगो. 20) P om. भगवं. 22) P भद्दमुणह, P वेरग्ग.
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२००
(१५४) । पडिवजंति, ते गयणंगण-चारिणो पुव्व-सिद्ध-विजा चेव होति । अहं च
पट्ठिओ सेत्तुंजे महागिरिवरे सिद्धाणं वंदणा-णिमित्तं । तत्थ गयणयलेण 3 वच्चमाणस्स कहं पि अहो-उवओगो जाओ । दिट्ठो य मए एस पुरिसो तए
घाइज्जतो । णिरूवियं च मए अवहिणा जहा को वि एस इमस्स होइ त्ति जाव 5 इह भवे चेव जणओ । तओ मए चिंतियं ‘अहो कट्ट, जेण एसो वि पुरिसो
जणयमिणं मारेउं पुरओ च्चिय एस माइ-भइणीणं । 7 मोहमओ मत्त-मणो एण्हिं भइणिं पि गेच्छिहिइ ।।
इमं च चिंतयंतस्स णिवाइओ तए एसो । चिंतियं च मए एक्कमकजं कयं णेण 9 जाव दुइयं पि ण कुणइ ताव संबोहेमि णं । भव्वो य एस थोवावसेस-किंचि
कम्मो । जं पुण इमं से चेट्ठियं तं किं कुणउ वराओ । अवि य । 11 णित्थिण्ण-भव-समुद्दा चरिम-सरीरा य होति तित्थयरा ।
कम्मेण तेण अवसा गिह-धम्मे होति मूढ-मणा ।। 13 चिंतिऊण अवइण्णो संबोहिओ य तुमं मए' त्ति । भणियं च मोहदत्तेणं भगवं,
कह पुण पव्वजा मए पावियव्व' त्ति । भगवया भणियं । ‘वच्च, कोसंबीए 15 दक्खिणे पासे राइणो पुरंदरदत्तस्स उजाणे सुद्ध-पक्ख-चेत्त-सत्तमीए समवसरियं
धम्मणंदणं णाम आयरियं पेच्छिहिसि । तत्थ सो सयं चेय णाऊण य तुम्ह 17 वुत्तंतं पव्वावइस्सई' त्ति भणमाणो समुप्पइओ कुवलय-दल-सामलं गयणयलं
विज्जाहर-मुणिवरो त्ति । तओ भो भो पुरंदरदत्त महाराय, एसो तं चेव वयणं 19 मुणिणो गेण्हिऊण चइऊण घरावासं मं अण्णिसमाणो इहागओ त्ति । इमं च ___ सयलं वुत्तंत णिसामिऊण भणियं मोहदत्तेण ‘भगवं, एवमेयं, ण एत्थ तण21 मेत्तं पि अलियं, ता देसु मे पव्वज' ति । भगवया वि णाऊण उवसंत-मोहो
त्ति पव्वाविओ वग्घदत्तो त्ति ।। .॥ __1) J सिद्धवेजा. 2) P पत्थिओ, P सेतुष्भे for सेत्तुंजे, J गयणयले. 3) P adds मज्झ before वच्चमाणस्स, Jom. अहो, Jom. तए. 4) P om. वि, Pinter. इमस्स and एस. 5) Jom. तओ, J एरिसो for एसो, Jom. वि. 7) J घेत्थिहिइ P घेच्छिहेति. 8) J सो for एसो, P तेण for णेण. 10) J वगओ ।. 11) P वित्थिण्ण, P चरसरीरय. 13) Jom. च. 14) P पन्जावियव्वज्जा for पव्वजा, P om. मए, Jom. भगवया भणियं. 15) J दक्खिणेण, P पुरंदत्तस्स, P om. चेत्त. 16) P तुच्छ for तत्थ, Jom. य. 17) P वुत्तंतं निसामिऊण तस्स राइणो पव्वावइस्स त्ति, J चेय. 19) J adds एस before मं. 20) J मोहयत्तेण, J एयं इमं for एवमेयं, P तिणभेत्तं. 21) P ताव for ता.
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(१५५)
२०१
1 ( १५५) भणियं च पुणो वि गुरुणा धम्मणंदणेण । तओ भो भो वासवमहामंति, जं तए पुच्छियं जहा इमस्स चउगइ - लक्खणस्स संसारस्स किं 3 पढमं णिव्वेय-कारणं ति । तत्थ इमे महामल्ला पंच कोह- माण - माया - लोहमोहा परायत्तं जीवं काऊण दोग्गइ-पहमुवर्णेति । तत्थ इमाणं उदय-णिरोहो 5 कायव्वो उदिण्णाणं वा विहली - करणं ति । तं जहा ।
1
जइ अक्कोसइ बालो तहा वि लाभो त्ति णवर णायव्वो । गुरु-मोह-मूढ-मणसो जं ण य ताडे मे कह वि ।। अह ताडेइ वि बालो मुणिणा लाभो त्ति णवर मंतव्वं । जं एस णिरासंसो ण य मे मारेइ केणं पि ।।
9
7
11
अह मारेइ वि बालो तहा वि लाहो त्ति णवर णायव्वो । जं एस णिविवेओ महव्व णेय णासेइ ।। इय पुव्वावर-लाभो चिंतेयव्वो जणेण णिउणेणं । 13 रोद्दप्फलो य कोहो चिंतेयव्वो जिणाणा ।। माणं पि मा करेज्जसु एवं भावेसु ताव संसारे । आसि इमो अड्ढयरो अहं पि दुहिओ चिरं आसि ।। आसि इमो वि विअड्डो आसि अहं चेय अयणओ लोए । आसि इमो वि सुरूवो पुहई वि मंगलो अहयं ।। सुकुलम्मि एस जाओ आसि अहं चेय पक्कण- कुलम्मि । आसि इमो बलवंतो अहयं चिय दुब्बलो आसि ।। आसि इमो वि तवस्सी होहिइ वा दीहरम्मि संसारे । 21 एसो बहुं लहंतो अहयं चिय वंचिओ आसि ।। होऊण ललिय-कुंडल-वणमाला - रयण - रेहिरो देवो ।
15
17
19
I
3) P om. णिव्वेय, P लोभ. 5 ) P उवइन्नाणं विहली. 6) P लाहो त्ति. 7) J उ for य, P ताडेय मं कह. 8) P मुणिणो लोभो, P मंतव्वो । जं निएस. 14 ) P संसारो. 15) P repeats अट्टयरो, Pom. आसि. 16) P अयाणओ. 18) P सुकुलं पि, P चेव, P च्चिय. 20) P होही वा. 21 ) P बहुं तो अहियं, P च्चेय.
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२०२
(१५५) । सो चेय होइ णवरं कीडो असुइम्मि संसारे ।।
होऊण चिरं कीडो भव-परिवाडीऍ कम्म-जोएण । 3 सो च्चिय पुणो वि इंदो वज्जहरो होइ सग्गम्मि ।।
सो णत्थि जए जीवो णवि पत्तो जो दुहाइँ संसारे । 5 जो असुहं णवि पत्तो णिय-विरइय-कम्म-जोएण ।।
इय एरिसं असारं अथिरं गुण-संगम इमं णाउं । 7 ता कयरं मण्णंतो गुणं ति माणं समुव्वहसि ।।
माया वि कीस कीरइ बुहयण-परिणिंदिय त्ति काऊण । 9 कह वंचिज्जउ जीवो अप्प-समो पाव-मूढेहिं ।।।
जह वंचिओ त्ति अहयं दुक्खं तुह देइ दारुणं हियए । 11 तह चिंतेसु इमस्स वि एस च्चिय वंचणा पावं ।।
जइ वि ण वंचेसि तुमं माया-सीलो त्ति तह वि लोयम्मि । 13 सप्पो व्व णिव्वियप्पं णिच्चं चिय होइ बीहणओ ।।
तम्हा मा कुण मायं मायं सयलस्स दुक्ख-वग्गस्स । 15 इय चिंतिऊण दोसे अज्जव-भावं विभावेसु ।।
लोभो वि उज्झियव्वो एवं हिययम्मि णवर चिंतेउं । 17 णाणाविहं तु अत्थं आसि महतं महं चेय ।।
वेरुलिय-पउमरायं कक्केयण-मरगयाइँ रयणाई । 19 आसि महं चिय सुइरं चत्ताइँ मए अवसएणं ।।
जइ ता करेसि धम्म साहीणाणिं पुणो वि रयणाई । 21 अहवा रज्जसि पावे एयं पि कडिल्लयं णत्थि ।।
जइ णव महाणिहीओ रज्जं सयलं च भुंजए चक्की ।
2) P परिवाडीय. 5) P जो यसुहं, J णय for णवि, P पत्तो न य वियरइ. 6) P संगमं च नाऊणं ।. 7) P गुणाभिमाणं. 8) P om. कीस. 9) P वंचिज्जइ. 10) P अह for जह, J दुहवेइ for तुह देइ. 11) P चिंतेइ, P पावा ।. 12) P वंचेमि. 13) P व्वि for व्व. 14) J मग्गस्स ।. 15) J विलग्गासु for विभावेसु. 16) P लोहो. 18) J पोमराए, J मरगए य रयणाई. 20) J साहीणाणं P साहीणावि. 21) P एवं पि.
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(१५५)
1
3
ता कीस तुमं दुहिओ पावय पावेण चित्तेण ।। कुणसु य तुमं पि धम्मं तुज्झ वि एयारिसा सिरी होइ । ता पर-विहव-विलक्खो ण लहिसि णिद्दं पि राईए ।। आलप्पालारंभं मा कुण विहवो त्ति होहिइ महं ति । पुव्व-कयस्स ण णासो ण य संपत्ती अविहियस्स || अह परिचिंतेसि तुमं भत्तं पोतं व कह णु होज्जा हि । तत्थ वि पुव्व- - कयं चिय अणुयत्तइ सयल - लोयस्स ।। महिलायणे वि सुव्वइ पयडं आहाणयं णरवरिंद । जेण कयं कडियलयं तेण कयं मज्झ वत्थं पि ॥ जे या धवल च्चिय हंसा तह बरहिणो य चित्तलया । सो मह भत्तं दाहिइ ण अण्णयारी तणं चरइ ।। इय चिंतिऊण पावं मा मा असमंजसं कुणसु लोहं । 13 पडिहण संतोसेणं तह चेय जिणिंद-वयणं ।।
मोहस्स वि पडिवक्खं चिंतेयव्वं इमं सुविहिएहिं । 15 असुई - कलमल - भरिए रमेज्ज को माणुसी - देहे ।। जं असुई-दुग्गंधं बीभच्छं बहुयणेण परिहरियं । 17 जो रमइ तेण मूढो अव्वो विरमेज्ज सो केण ।। जं जं गुज्झं देहे मंगुल-रूवं ठविज्जए लोए । 19 तं चेय जस्स रम्मं अहो विसं महुरयं तस्स ।।
5
7
9
11
21
जं असइ ससइ वेयइ मउलइ णयणाइँ णीसहा होइ । तं चिय कुणइ मरंती मूढा ण तहा वि रमणिज्जा ।। जण-लज्जणयं पि तहा बुहयण - परिणिदियं चिलीणं पि ।
२०३
1) P तुहं for तुमं. 2) P कुज्ज for तुज्झ. 3) P मा for ता. 7) P त्तइ सव्वलोगस्स ।।. 10) P तह वरहिलो य चित्तयला 1, 12 ) P अमंजसं. 13) P विमलेण for तह चेय. 14) P इमं सुबुद्धीहिं. 15) J कलिमल. 16) P बीभत्सं. 18) P मंगलरूयं च, विरमणिज्जा ।, Pom. ठविज्जए लोए etc. to मूढाण तहा वि. 20) J ज for जं. 22) P बहुयण.
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२०४
(१५६)
1 जं सोडीरा पुरिसा रमंति तं पाव-सत्तीए ।।
जइ तीरइ काउं जे पडिहत्थो बिंदुएहिं जलणाहो । 3 ता काम-राय-तित्तो इह लोए होज जीवो वि ।।
कटुिंधण-तण-णिवहेहिँ पूरिओ होज णाम जलणो वि । 5 ता कामेहि वि जीवो हवेज तित्तो ण संदेहो ।।
उत्तुंग-पीण-पीवर-थण-भारोणमिय-तणुय-मज्झाहि । 7 सग्गे वि मए रमियं देवीहिँ ण चेय संतोसो ।।
माणुस-जोणीसु मए अह उत्तिम-मज्झिमासु णेयासु । 9 रमियं तहा वि मज्झं रोरस्स व णत्थि संतोसो ।।
इय असुई-संबंधं मुंचसु मोहं ति पाव रे जीव । 11 चिंतेसु जिणवराणं आणं सोक्खाण संताणं ।।
इह कोह-माण-माया-लोहं मोहं च दुह-सयावासं । 13 परिहरियव्वं बहु-सिक्खिएण एवं जिणाणाए ।। त्ति ।।
(१५६) एत्थंतरम्मि सूरो सोऊणं धम्म-देसणं गुरुणो । 15 पच्छायाव-परद्धो अह जाओ मउलिय-पयावो ।। ___ इमाए पुण वेलाए वट्टमाणीए अत्थगिरि-सिहर-संगमूसुएसु दिणयर-रह-वर17 तुरंगमेसु अभिवंदिऊण भगवओ चलण-जुवलयं राया पुरंदरदत्तो वासवो य ___ महामंती पविट्ठा कोसंबीए पुरवरीए । सेस-जणो वि जहागओ पडिगओ । 19 साहणो वि भयवंते संपलग्गा णियएसु कम्म-धम्म-किरिया-कलावेसु । तओ
अत्थिरि-णिहिय-हत्थो अहोमुहो णयण-हुत्त-पाइल्लो । 21 मत्थुत्थल्लं दाउं वालो इव ववसिओ सूरो ।।
संझा-वहएँ णज्जइ गयणाहिंतो समुद्द-मज्झम्मि ।
2) P काओ for काउं, J पडहच्छो . 3) P तो for ता, P तत्तो. 4) P णाम जणाम जलणो, J मि for वि. 5) P जीवा, P तित्ता. 6) P adds घणपीवर before थणमारो. 8) P अहमुत्तिम. 9) J तहवी, P वि for व, P संदेहो for संतोसो. 10) J असुइमं संबोज्झ मुंच मोहो त्ति, P संबंधो. 12) P लोभं. 13) J जिणाणाएं ति. 16) P adds य before पुण Jom. वट्टमाणीए, P दिणवर. 17) P अभिनंदिऊण भगवतो चलणजुयलं. 18) P कोसंबीपुर०, Jom. वि, P om. पडिगओ. 19) P भगवंतो संपल याणियएसु. 20) P अत्थगिरि, P om. मुहो. 21) J मच्छुत्थल्लं P मछुत्थलं, P पवसिओ. 22) P संझाववहू णज्जइ.
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२०५
1 णिय-कर-रज्जु-णिबद्धो सूरो कुडओ व्व ओयरिओ ।।
अह मउलिय-प्पयावो तम-पडलंतरिय-किरण-दिछिल्लो । 3 संकुइय-करोइय-थेरओ व्व जाओ रवी एसो ।।
जायस्स धुवो मच्चू रिद्धी अवि आवई धुवं होइ । इय सातो व्व रवी णिवडइ अत्थगिरि-सिहराओ ।।
पाडिय-चंडयर-करो कमसो अह तविय-सयल-भुवणयलो । 7 सहसा अत्थाओ च्चिय इय सूरो खल-णरिदो व्व ।।
अह दिणयर-णरणाहे अत्थमिए णलिणि-मुद्ध-विलयाहिं । 9 पल्हत्थ-पंकय-मुहं अव्वो रोउं पिव पयत्तं ।।
दद्रूण य णलिणीओ रुयमाणीओ व्व मुद्ध-भमरेहिं । अणुरुव्वइ बालेहि व सुइरं रुइरे जणणि-सत्थे ।।
उय मित्तस्स विओए हंस-रवुम्मुक्क-राव-कलुणाणं । 13 विहडइ चक्काय-जुयं अव्वो हियय व णलिणीण ।।
सूर-णरिंदत्थवणे कुसुंभ-रत्तंबराणुमग्गेण । 15 कुल-बालिय व्व संझा अणुमरइ समुद्द-मज्झम्मि ।। ___अवि य खल-भोइयस्स व वह-पणइयण-पत्थिजमाणस्स ईसि अंधयारिजंति 17 मुहाइं तम-णिवहेण दिसा-वहणं, मित्त-विओयाणल-डज्झमाण-हिययाइं व __ आउलाई विलवंति सउण-सत्थाई, ईसालुय-णरिंद-सुंदरीओ इव पडिहय19 दूरप्पसराओ दिट्ठीओ त्ति । अवि य ।
अत्थं गयम्मि सूरे तिहुयण-घर-सामिए व्व कालगए । 21 रोवंति दिसि-वहूओ जण-णिवहुद्दाम-सद्देण ।।
(१५७) ताव य को वुत्तंतो पयत्तो भुवणयले । अवि य पडिणियत्तई, ___1) P नियकरकेया बद्धो सूरो कडओ, J ओसरिओ, P ओयरिहो. 2) J पयावो, J त्थोय for किरण. 3) P repeats करोइय, P थेरय व्व. 4) P इव for अवि. 5) P उदयत्थ for अत्थगिरि. 8) P नलणि. 9) P मुहं अहो रोत्तुं पिव. 11) J रुइरो जणणिसत्थो. 12) P हंसरवमुक्क. 13) P चुक्काय. 14) P नरिंदत्थमणे, P रत्तंबराणमग्गेण. 15) P अणुसरइ समुज्झमि ।।. 16) J होइयस्स, P बहू (बहु?), P पणईयण. 17) J दिसावहूं. 18) Jom. आउलाई, P ईयालुनरिंद. 19) J दूरपसराओ, P दूरप्पसरा दिट्ठीओ. 22) P पडिनियत्ताई गोहणाई.
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(१५७)
२०६ 1 गोहण, णिग्गयाइं चोर-वंद्रई, आवासियइं पहिय-सत्थई, उक्कंठियई पंसुलि
कुलई, संझोवासणा-वावडई मुणिवर-वंद्रई, विरह-विहुरइं चक्कवायइं, 3 समूससियइं णारी-पुरिस-हियवयइं, गायत्ती-जव-वावडई बंभण-घरई । ___ मूएल्लिहोंति कायल, पसरंति घूय, चिलिचिलेंति पिंगलओ, संकुयंति सउणा, 5 वियरंति सावया, किलिकिलेंति वेयाला, पणच्चंति डाइणीओ, परिक्कमंति भूया,
रडंति भसुयओ त्ति । अवि य । 7 वच्छंतरेसु सउणे णिद्दा-भर-मंथरे णिमेऊणं ।
कच्छंतरम्मि बाले सोवइ जणणि व्व वण-राई ।। 9 एरिसए समयम्मि के उण उल्लावा कत्थ सोऊण पयत्ता । डज्झिर-तिल-घय
समिहा-तडतडा-सद्दई मंत-जाय-मंडवेसु, गंभीर-वेय-पढण-रवइं बंभण11 सालिसु, मणहर-अक्खित्तिया-गेयई रुद्द-भवणेसु, गल्लफोडण-रवई धम्मिय
मढेसु, घंटा-डम-रुय-सद्दई कावालिय-घरेसु, तोडहिया-पुक्करियइं चच्चर13 सिवेसु, भगवगीया-गुणण-धणीओ आवसहासु, सब्भूय-गुण-रइयई थुइ
थोत्तइं जिणहरेसु, एयंत-करुणा-णिबद्धत्थई वयणइं बुद्ध-विहारेसु, चालिय15 महल्ल-घंटा-खडहडओ कोट्टज्जा-घरेसु, सिहि-कुक्कुड-चडय-रवई छम्मुहालएसु, __मणहर-कामिणी-गीय-मुरय-रवई तुंग-देव-घरेसुं ति । अवि य । 17 कत्थइ गीयस्स रवो कत्थइ मुरयाण सुव्वए सद्दो ।
कत्थइ किं पि पढिज्जइ इय हलबोलो पओसम्मि ।। 19 कामिणीहरेसु पुण के उल्लावा सुब्विउं पयत्ता । हला हला पल्लविए, सज्जीकरेसु
वासहरयं, पप्फोडेसु चित्त-भित्तीओ, पक्खिवसु मइराए कप्पूरं, विरएसु कुसुम21 माला-घरयई, रएसु कोट्टिमे पत्तलयाओ, विरएसु कुसुम-सत्थरे, संधुक्केसु धूव___ घडियाओ, संजोएसु महर-पलावे जंत-सउणए, विरएसु णागवल्ली-पत्त
___1) P वंद्राई आवसियाइं पहयणसत्थाई, उक्कंठियाई. 2) P कुलाइं, P वावले for वावडई and repeats अवि य पडिनियत्ताई etc. to संज्झोवासणावावडाइं. 3) P चोर for णारी, P गायंति जाव वावडई, P सांघाई for घरइं. 4) J सुयंती for मूएल्लि, P घूया, P सउणविरयरंति सावय. 5) P परिभमंति. 6) J भुसुओ for भसुयओ. 7) P सउणा, J भय for भर. 8) P सोयइ जइ जणणि. 9) P एरिसे य, P दज्झिर. 10) P सद्दइ, P बंभाण सालोसु. 11) J अक्खित्तिआअई, P गेयाई, P गल्लप्फोडण. 12) P कालालिय, P चुक्करियई. 13) J सिसिवेसु, J गुणणव्वणउ आव०, P गुणरइअं. 14) P थोत्तयं, P निबदथईवयई बद्ध. 15) P महल्ला, P घडहडओ, P सिहिक्कुडुंचडय. 16) P गेयमुखरइयई. 19) J को for के, P repeats के उल्लावा, P om. one हला, J सज्जीअरेसु. 20) J पक्खि मइराए P पक्खिवइ मइराएसु कप्पूरं. 21) P मालाघराई, P repeats विरएसु कुसुममालाघराइं । रएसु कोट्टिमे पत्तलयाओ, P विएसु कुसुमसत्थरो, P धूम for धूव.
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२०७
(१५८) 1 पडलए, ठवेसु कप्पूर-फडा-समुग्गए, णिक्खिव कक्कोलय-गोलए, ठवेसु
जाल-गवक्खए अत्थुर-सेजं, देसु सिंगाडए, णिक्खिव वलक्खलए, पक्खिव 3 चक्कलए, पज्जालेसु पईवे, पवेसेसु महं, कोंतलं काउं सुइरं णिमज्जसु मज्ज
भायणे, पडिमग्गसु मइरा-भंडए, हत्थ-पत्ते कुणसु चसए, णिक्खिव सयण5 पासम्मि विविह-खज-भोज्ज-पेज्ज-पडलए त्ति । अवि य ।
एक्केक्कयम्मि णवरं वर-कामिणि-पिहुल-वास-घरयम्मि । 7 कम्मं तो ण समप्पइ पिय-संगम-गारवग्घविए ।
(१५८) एयम्मि एरिसे समए को वावारो पयत्तो णायर-कामिणी-सत्थस्स । 9 अवि य ।
सहि संपइ मज्झ घरं पावइ दइओ त्ति मंडणं कुणसु । 11 अहवा अलं ति मह मंडणेण अंगस्स भारेण ।।
दे तूर महं पियसहि तिलए भालं रएसु दइएण । 13 इय विहलक्खर-भणिरी सहियाहि हसिज्जए अण्णा ।।
आसण्ण-दइय-संगम-सुहिल्लि-हल्लप्फला हलहलेति । 15 अण्णा रसणं कंठे बंधइ हारं णियंबम्मि ।।
होंत-जियणाह-संगम-मयण-रसासाय-सुण्ण-हिययाए । 17 अदाए च्चिय रइओ तिलओ अण्णाए घुसिणेण ।।
अण्णा ण जंपइ च्चिय आणेसु पियं ति दूइ-लज्जाए । 19 पिय-वयण-गब्भिणेहिं णयण-पदाणेहिँ पयडेइ ।।
संचारियाएँ अण्णा अप्पाहेती पियस्स संदेसं । 21 अगणिय-मग्ग-विहाया सहसा गेहं चिय पविट्ठा ।।
एहिइ पिओ त्ति अण्णा इमिणा मग्गेण अंधयारम्मि ।
1) J ठएसु, P प्फडा, P कंकोलय, J ठएसु. 2) P सिंघाडए, J चक्कलए for वलक्खलए, P om. पक्खिव चक्कलए. 3) P महुरकोंतलकाओ सइरं, P om. मज्ज, J P have a danda after कj. 4) J अत्थपत्थेसु, P मयण. 5) P inter. पेज and भोज्ज. 7) J adds वि before ण, P वग्घविओ. 8) P पहुत्तो for पयत्तो. 10) P सइ for सहि. 13) J सहिअहि P सहियाइं. 14) P संगमसुहलि, J हल्लफला. 19) P संदयदाणिहिं for णयणपदाणेहिँ. 20) P अप्पाहंती. 21) P विभागा. 22) P एही for एहिइ.
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२०८
(१५८) 1 तं चेय णियच्छंती अच्छइ जोइ व्व झाणत्था ।।
अज्जेक्क चिय दियह अत्ता वच्चामि जइ तुम भणसि । 3 अणुदियह पि भणंती अण्णा दइयं समल्लियइ ।।
पढमं चिय पिय-वसही गंतव्वं अजमेव चिंतेती । 5 गुरु-सज्झस-तोस-विसाय-णिब्भरा होइ अण्णा वि ।।
तम-पडहत्था रच्छा कीय वि जो होइ संभमो हियए । 7 सो होत-दइय-संगम-सुहेल्लि-पडिपेल्लिओ गलइ ।।
अणुराओ चेय फरो तस्स गुणा चेय णिम्मलं खग्गं । 9 इय भणिउं एक्क च्चिय पिय-वसहिं पत्थिया अण्णा ।।
वण्णेति पोढ-महिला किर सो बहु-सिक्खिरो जुवाणो त्ति । 11 णिव्वडइ तं पि अजं इय भणिरी वच्चए अण्णा ।।
वण्णिज्जइ महिलाहिं जा रयणाली कुमार-कंठम्मि । 13 तं पेच्छह मह कंठे एव भणंती गया अण्णा ।।
कसिण-पड-पाउयंगी दीवुजोयम्मि कुहिणि-मज्झम्मि । 15 वोलेइ झत्ति अण्णा कयावराहा भुयंगि व्व ।।
अण्णा भय-भरियंगी अच्छिच्छोएहिँ जाइ पुलयंती । 17 णीलुप्पल-णियरेहिँ व अच्चंती पंथ-देवीओ ।।
अण्णा सहियण-भणिया पिय-वसहिं वच्च ताव मंडेउं । 19 चलिय च्चिय णिय-सोहग्ग-गव्विरी का वि दइयस्स ।।
वच्चंतीय य कीय वि ट्ठिो सो चेय वल्लहो पंथे । 21 अह पडिमग्गं चलिया पिय त्ति गव्वं समुव्वहिरी ।।
दद्रूण काइ दइयं पियाएँ समयं सुणिब्भर-पसुत्तं ।
3) P अणुदियहमि, J समुल्लियइ. 4) J पढमं चिय वसई चेय गंतव्वं, P चिंतती. 5) P सब्भस. 6) J संहमो. 7) J सुहुल्लि. 8) J खरो for फरो. 9) P भणियं, J पियवसई. 10) P अण्ण त्ति for वण्णेति, P सिक्खिओ. 12) P महिलाई, J रयणीली P रयणावली. 13) J का वि for अण्णा. 14) P पाउरंगी, J adds जा before दीवु०, J has a marginal note on कुहिणि thus देशी कुहणी कर्पूरो रथ्था च ।, P मज्जंमि. 15) J अण्ण. 16) J अच्छिच्छोहेहिइ. 17) P नयणेहिं व अच्ती , J पत्थ. 18) J सहि for वसहिं. 19) P चविय for चलिय, J कियसोहग्गगव्विणी. 22) P दद्रूण कोइ.
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(१५९)
२०९ 1 वच्चइ पडिपह-हुत्तं धोयसुय-कज्जला वरई ।।
अण्णा वासय-सज्जा अच्छइ जिय-णाम-दिण्ण-संकेया । 3 अण्णाएँ सो वि हरिओ भूयाण य वाइओ वंसो ।।
इय एरिसे पओसे जुयईयण-संचरंत-पउरम्मि । 5 मयण-महासर-पहर-णीसहा होति जुवईओ ।।
(१५९) ताव य अइक्कंतो पढमो जामो चउ-जामिणीए । अवि य । 7 मयण-महाहव-वेला-पहार-समयं व पज्जरंतो व्व ।
उद्धाइ संख-सद्दो वर-कामिणि-कणिय-वामिस्सो ।। 9 एत्थंतरम्मि विविह-णरिंद-वंद्र-मंडली-सणाहं पाओसियं अत्थाण-समयं
दाऊण समुडिओ राया पुरंदरदत्तो । विसज्जियासेस-णरिंद-लोओ पविठ्ठो 11 अब्भंतरं । तत्थ पडियग्गिऊण अंतेउरिया-जणं, संमाणेऊण संमाणणिज्जे,
पेच्छिऊण पेच्छणिजे, सव्वहा कय-कायव्व-वावारो उवगओ वास-भवणं 13 । तत्थ य उवगयस्स समुट्ठिओ चित्ते वियप्पो । 'अहो, एरिसा वि एसा संपया
खण-भंगुरा । एवं सुयं मए अज्ज भगवओ धम्मणंदणस्स पाय-मूले । अहो, 15 गुरुणा जणियं वेरग्गं, असारी-कओ संसारो, विरसीकया भोगा, जिंदिओ
इथि-पसंगो । ता पेच्छामि ताव एत्थ मयण-महसवे एरिसे य पओसे किं करेंति 17 ते साहुणो, किं जहा-वाई तहा-कारी आओ अण्णह' त्ति चिंतयंतेण राइणा
पुरंदरदत्तेण गहिअं अद्ध-सवण्ण वत्थ-जुवलयं । जस्स य । 19 अद्धं ससंक-धवलं अद्धं सिहि-कंठ-गवल-सच्छायं ।
पक्ख-जुवलं व घडियं कत्तिय-मासं व रमणिज ।। 21 परिहरियं च राइणा धवलमद्धं कसिणायार-परिक्खित्तं । उवरिल्लयं पि कयं
कसिण-पच्छायणं । गहिया य छुरिया । सा य केरिसा । अवि य । ___1) P पडिवह, P धोइंसुय, P धरई for वरई. 2) P जितणाम. 3) J हुआणं वाइओ. 4) P जुवईयणसंचरंमि मयणमहारहसर. 5) J पहरेहि नीसहा. 7) J वेणी for वेला, P वजरंतो. 9) P नरेंद्र. 10) J पुरंदरयत्तो, P लोतो for लोओ. 11) P अब्भंतरो, J अंतेउरिजणं, P संमाणणिज्जो. 12) P repeats वारो उवगओ. 13) P तत्थ ववगयस्स, P om. वि. 16) Jom. एत्थ, P transposes ते before किं, P करंति. 17) P जहावाती, J अण्णहि त्ति, P चिंतियंतेण. 18) J पुरंदरयत्तेण, J अद्धसुवण्णं P अद्धसवन्नं जत्थ, P om. य. 19) J ससंख. 20) J पक्खजुवलेण घडिओ कत्तियमासो व्व रमणिज्जो ।. 21) P परिहियं च, P धवलं मद्धं कणाइ विपक्खित्तं, P om. पि. 22) P गहियं जच्चच्छुरिया.
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(१५९) 1 रयण-सुवण्ण-कंठ-सिरि-सोहिय-तणुतर-मुट्ठि-गेज्झिया ।
वइरि-णरिंद-वच्छ-परिचुंबण-पसर-पयत्त-माणिया ।। 3 रेहिर-वर-वरंग-सोहा णव-कुवलय-सामलंगिया ।
रिउ-जण-पणइणि व्व सा बज्झइ कडियलए छुरिल्लिया ।। 5 सा य उत्थल्लियए माणिक्क-पट्टियए दढ-णिबद्ध कयल्लिया । तओ सुबंध-सिणेहो
एरिसो य सव्वायर-परियड्डिओ सीसेण धरियल्लओ । तह वि वंक-विवंको 7 पयइ-कसिणो सहावो य त्ति कोवेण व उद्धो विणिबद्धो केस-ढमर-पब्भारो ।
तओ णाणा-विह-कुसुम-मयरंद-बिंदु-णीसंदिर-कप्पूर-रेणु-राय-सुबंध-गंध9 लुद्ध-मुद्धागयालि-रण-रणेत-मुहल परिहिय मुंडे मालुल्लिया । तओ अइविमल___ मुहयंद-चंदिमा-पूर-पसर-परिप्फलणइं कड्डियई उभय-गंडवासेसु बहल11 कत्थूरियामयवट्टई । रंजियइं च तीय सेसई परियर-वलग्गई पसरंत-णिम्मल___ मऊहइं रयणइं । तओ कप्पूर-पूर-पउरहं कंकोलय-लवंग-मीसह पंच 13 सोयंधियई तंबोलह भरियइं गंडवासइं । असेस-सुरासुर-गंधव्व-जक्ख___ सिद्ध-तंत-वत्तियए विरइओ भालवट्टे तिलओ । बहले वि तमंधयारे रह15 रेणुवदंसावएण अंजण-जोएण अंजियई अच्छिवत्तई । पूरियं च पउढे पउर
वेरि-वीर-मंडलग्गाभिघाय-णिवडत-णिटुरत्तण-गुणं वसुणंदयं । गहियं च 17 दाहिण-हत्थेण खग्ग-रयणं ति । तं च केरिसं । अवि य ।
वइरि-गइंद-पिहुल-कुंभत्थल-दारणए समत्थय । 19 णरवर-सय-सहस्स-मुह-कमल-मुणाल-वणे दुहावहं ।।
जयसिरि-धवल-णेत्त-लीला-वस-ललिउव्वेल्ल-मग्गयं । 21 दाहिण-हत्थएण गहियं पुण राय-सुएण खग्गयं ।।। ___ तं च घेत्तूण णिहुय-पय-संचारं वंचिऊण जामइल्ले, विसामिऊण अंगरक्खे, ___1) J कण्ण for कंठ, P सोहिया, P om. तर, J गेण्हिआ ।. 2) P नरिंद्रचंद्रपरि०. 4) J रिउअण, J छुरुल्लिया. 5) J सार for सा य, P सा च उच्छुल्लियाए माणिक्कपट्ठियाए, J कडियल्लिअ ।. 6) J परिवट्ठिओ. 7) J उबद्धो for व उद्धों, P उद्धो बद्धो केस तस्स तमर पन्भारो. 8) P मयरिंद, J वंद for बिंदु, P णीसिदंकप्पूर, P सुगंध. 9) P मुद्धासवालि, P परिहिया. 10) P पसरि, P कट्टिअइं. 11) J रंजियं च, P च तिय. 12) P om. रयणई, J कक्कोलय, J repeats लय, P om. मीसह, J पंचासो०, P पंच सुअंधियइं. 13) P तंबोलभरियइं गंडवासयं, J रक्खा for जक्ख, P सिद्धंतत. 14) J कालवट्ठो, P भालवटे, P रेणुपयंसावएण. 15) P अजियाई अत्थवत्तई, P वइरि for वेरि, P घाया. 16) P णि?रत्तगुणं, P om. हत्थेण, J om. ति, 18) P गयंद. 19) J दुहावयं. 20) P ललियुव्वेल्ल. 21) P दाहिणत्थएण.
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(१६०)
२११ 1 भामिऊण वामणए, वेलविऊण विऊसए, छंदिऊण वडहे, सव्वहा णिग्गओ
राया वास-घराओ, समोइण्णो दद्दर-सोमाण-पंतीए त्ति । 3 (१६०) इमम्मि य एरिसे समए केरिसावत्थो पुण वियड्ड-कामिणियणो
भगवं साहुयणो य । अवि य । 5 एक्को रणंत-रसणो पिययम-विवरीय-सुरय-भर-सिग्गो ।
वेरग्ग-मग्ग-लग्गो अण्णो कामं पि दूसेइ ।। 7 एक्को महुर-पलाविर-मम्मण-भणिएहिँ हरइ कामियणं ।
अण्णो फुड-वियडक्खर-रइयं धम्म परिकहेइ ।। 9 एक्को पिययम-मुह-कमल-चसय-दिण्णं महुं पियइ तुह्रो ।
अण्णो तं चिय जिंदइ अणेय-दोसुब्भडं पाणं ।। 11 एक्को णह-मुह-पहरासिय-दंतुल्लिहण-वावडो रमइ ।
अण्णो धम्मज्झाणे कामस्स दुहाइँ चिंतेइ ।। 13 एक्को संदट्ठाहर-वियणा-सिक्कार-मउलियच्छीओ ।
धम्मज्झाणोवगओ अवरो अणिमिसिय-णयणो य ।। 15 एक्को पिययम-संगम-सुहेल्लि-सुह-णिब्भरो सुहं गाइ ।
अण्णो दुह-सय-पउरं भीमं णरयं विचिंतेइ ।। 17 एक्को दइयं चुंबइ बाहोभय-पास-गहिय-वच्छयलं ।
अण्णो कलिमल-णिलयं असुइ देहं विचिंतेइ ।। 19 इय जं जं कामियणो कुणइ पओसम्मि णवर मोहंधो ।
तं तं मुणिवर-लोओ जिंदइ जिण-वयण-दिढिल्लो ।। 21 तओ एयम्मि एरिसे समए णिक्खंतो राया णियय-भवणाओ । ओइण्णो राय____ मग्गं, गंतुं पयत्तो । वच्चंतेण य राइणा दि8 एक्कं तरुण-जुवइ-जुयलयं । दळूण
___1) J हामिऊण for भामिऊण. 2) P वासहराओ इमोइन्नो, P सोमणपत्तीए वि ।. 3) Jom. य, P उण for पुण, P कामिणीयणो भयवं साहुणो. 5) J पिययण, J करसिग्गो P भरसित्तो. 6) P om. मग्ग. 7) P पलावीमम्मण, J हणिएहि for भणिएहिँ. 11) P सिदंतुल्लि. 12) J धम्मत्थाणे. 13) P संदुट्ठाहरविणोयसिक्कार. 14) P अणिमेसणो जाओ. 15) J सुहल्लि, JP गायइ. 16) P संसारपहं for भीमं णरयं, J विइंतेइ. 17) P वास for पास. 18) P कलमल, J असुइदेहं विइंतेइ. 19) P कामिजणो, J मोहद्धो. 20) P लोतो निंदेइ. 21) P ओयन्नो. 22) P om. य, J जुअइजुवलयं.
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२१२
(१६१) 1 य चिंतियं 'अहो, किं किं पि सहास-हसिरं इमं तरुणि-जुवलयं, वच्चंता दे
णिसामेमि इमाणं वीसत्थं मंतियं' ति । तओ एक्काए भणियं 'पियसहि, कीस 3 तुम दीससि ससेउक्कंप-हास-वस-वेविर-पओहरा' । तीए भणियं ‘अम्ह
पियसहीए अउव्वं वुत्तंतं वुत्तं' । तीए भणियं ‘सहि केरिसं' ति । 5 (१६१) तीए भणियं । “आगओ सो पियसहि, एसो वल्लहो । तेण य
समं सही-सत्थो सव्वो पाणं पाऊण समाढत्तो । तओ एवं पयत्ते णिजंतणे 7 पेम्माबंधे अवरोप्परं पयत्ताए केलीए कहं कहं पि महु-मत्तेण कयं णेण वल्लहेण
गोत्तक्खलणं पियसहीए । तं च सोऊण केरिसा जाया पियसही । अवि य । 9 तिवलि-तरंग-णिडाला वग्गिर-विलसंत-कसिण-भुमय-लया । ___ चलिया रणंत-रसणा फुरुप्फुरेताहरा सुयणू ।। 11 तओ झत्ति विद्दाणो सही-सत्थो । आउलीहूओ से वल्लहो अणुणेउं पयत्तो ।
किं च भणियं णेण। 13 ‘मा कुप्पसु ससि-वयणे साह महं केण किं पि भणिया सि ।
अवियारिय-दोस-गुणाएँ तुज्झ किं जुज्जए कोवो ।।' 15 तं च सोऊण अमरिस-वस-विलसमाण-भुमया-लयाए भणियं पियसहीए ।
‘अवियाणिय-दोस-गुणा अलज होजा तुमे भणंतम्मि । 17 जइ तुह वयण-विलक्खो ण होज एसो सही-सत्थो ।।'
तओ अम्हे वि तत्थ भणिउं पयत्ताओ । 'पियसहि, ण किंचि णिसुयं इमस्स 19 अम्हेहिं एत्थ दुव्वयणं' । तीए भणियं । हूं, मा पलवह, णायं तुम्हे वि इमस्स ___पक्खम्मि' । भणिऊण ठइय-वयण-कमला रोविउं पयत्ता । तओ दइएण से 21 पलत्तं । _ 'सुंदरि कयावराहो सच्चं सच्चं ति एस पडिवण्णो ।
1) J चिंतयं, P पि सहासिरं, P लयं किं वच्चइ ता, Jom. दे. 2) J मंतेय त्ति. 3) P दीससि उक्पहासवसाखोयवेविर, J तीय for तीए. 4) J अउवं, J वत्तं for वुत्तं. 5) J आगओ पियसहि सो अ वल्लहो, P पियसहीए सो. 6) P om. सव्वो, J om. पाणं, J णिजंत्तणे. 7) P पयत्ता केली कहं, P महुमित्तेण, J कयण्णेण P कयन्तेण. 9) P तरंडनिडाला. 10) P रणं व रसणा, JP फुरुफुरें, J सुअण्णू P सतणू. 11) P अणुणिउं. 13) P कुप्पसि, J महं किंपि केण किंपि. 14) P क्थं तुहं for तुज्झ किं. 16) P अवियारिय, P अज्जालज्ज, J तुम for तुमे. 19) P एत्थ पुव्ववयणं, P हुं, P तु अम्हे for तुम्हे. 20) P ठिइय for ठइय, P रोइ5, P दइए से.
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(१६१)
२१३ 1 एस परसू इमो वि य कंठो जं सिक्खियं कुणसु ।।'
त्ति भणमाणो णिवडिओ चलणेसु । तह वि सविसेसं रोविउं पयत्ता । तओ 3 अम्हेहिं कण्णे कहिओ पिययमो किं पि, तओ पविठ्ठो पल्लंकस्स हेट्ठए णिहुओ
य अच्छिउं पयत्तो । पुणो भणियं अम्हेहिं ।। 5 'अइ ण पसण्णा सि तुमं इमस्स दइयस्स पायवडियस्स ।
__अकय-पसाय-विलक्खो अह एसो णिग्गओ चेव ।। 7 ता अच्छ तुमं, अम्हे वि घराहरेसु वच्चामो' त्ति भणमाणीओ णिग्गयाओ वास
भवणाओ, णिरूविउं पयत्ताओ पच्छण्णाओ । 'किं किं करेई' त्ति पेच्छामो 9 जाव पेच्छामो णीसदं वासहरं जाणिऊण उग्घाडियं वयणं, जाव ण स दइओ, ___ण सहीओ, तओ पच्छायाव-परद्धा चिंतिउं पयत्ता । 11 ‘हा हा मए अहव्वाएँ पेच्छ दूसिक्खियाएँ जं रइयं ।
ण पसण्णा भग्गासा तह पइणो पाय-पडियस्स ।। 13 ता कहिं मे सहियाओ भणियाओ जहा 'तं आणेसु, ण य तेण विणा अज्ज ___ जीवियं धारेमि' त्ति । ता किं करियव्वं । अहवा किमेत्थ चिंतियव्वं' ति 15 दढग्गलं कयं दारं विरइओ य उवरिल्लएण पासो, णिबद्धो कीलए, वलग्गा ____ आसणे, दिण्णो कंठे पासो । भणियं च णाए । अवि य । 17 ‘जय ससुरासुर-कामिणि-जण-मण-वासम्मि सुट्ठ दुल्ललिय ।
जय पंचबाण तियण-रण-मल्ल णमोत्थु ते धीर । 19 एस विवज्जामि अहं पिययम-गुरु-गोत्त-वज-णिद्दलिया ।
तह वि य देजसु मज्झ पुणो वि सो च्चेय दइओ' त्ति ।। 21 भणंतीय पूरिओ पासओ, विमुक्कं अत्ताणयं । एत्थंतरम्मि
अह एसो दिण्णो च्चिय तुट्टेणं सुयणु तुज्झ मयणेणं ।
3) P भणिओ for कहिओ, P om. पविठ्ठो. 4) P om. य. 6) J चेय. 7) J अच्छसु, P अम्हे घरघरेसु. 8) P निरूवियं, P पेच्छन्नाओ, Jom. one किं. 9) J om. स. 10) J adds य before सहीओ. 11) P दुस्सिक्खियाए. 12) P पायवडियस्स. 13) J कह, J scores भणियाओ. 15) J आसणा. 17) P जइ for जय, P वासंसि, J दूर for सुट्ट, P दुल्ललिया. 18) J मोल्ल णमोत्थु ए वीर. 19) P एव for एस. 20) P मजं पुणो य सो चेय. 22) P दिण्णा.
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२१४
(१६२) । एवं समुल्लवंतेण तेण बाहाहिँ उक्खित्ता ।।
तओ ‘अहो, पसण्णो धण्णाए भगवं कुसुमाउहो' त्ति भणंतीओ अम्हे वि 3 पहसियाओ । विलक्खा य जाया पियसही । अवणीओ पासओ । समारोविया
सयणे । समासत्था य पुणो पियसही । 5 तं तेहिं समाढत्तं णियंब-हेलुच्छलंत-रसपिल्लं ।
जं पियसहि पाव तुमं वाससयं अक्खया मज्झ ।। 7 तओ ‘सुहं वससु' त्ति भणंतीओ पविट्ठाओ अत्तणो घराहरेसुं ।" ।
(१६२) चिंतियं च राइणा । 'अहो, णिब्भरो अणुराओ, णिउणो सही9 सत्थो, वियड्ढो जुवाणो' त्ति । 'सव्वहा रमणीयं पेम्म ति चिंतयंतो गंतुं पयत्तो ।
तम्मि य रायमग्गे बहल-तमंधयारे दि8 राइणा एक्कं णयर-चच्चरं । तत्थ य 11 किं किं पि उद्धागारं चच्चर-खंभ-सरिसं लक्खियं । तं च दद्रूण चिंतियं
णरवइणा । 'अहो, किमेत्थ णयर-चच्चरे इमं लक्खिज्जइ । ता किं पुरिसो 13 आउ थंभो त्ति । दे पुरिस-लक्खणाई थंभ-लक्खणाई चेय णिरूवेमि' । ताव
चिंतयंतस्स समागओ तत्थ णयर-वसहो । सोय तत्थ गंतूण अवघसिउं पयत्तो, 15 सिंगग्गेण य उल्लिहिउं । तं च दद्रूण राइणा चिंतियं । 'अहो, ण होइ एस पुरिसो,
जेणेस वसहो एत्थ परिघसइ अंगं ति । ता किं थंभो होही, सो वि ण मए 17 दिट्ठो दिवसओ । ता किं पुण इम' ति चिंतयंतो जाव थोवंतरं वच्चइ ताव
पेच्छइ । 19 तव-णियम-सोसियंग कसिणं मल-धूलि-धूसरावयवं ।
दव-दड्ड-थाणु-सरिसं चच्चर-पडिम-ट्ठियं साहुं ।। 21 तं च दद्रूण चिंतियं राइणा । ‘अहो धम्मणंदणस्स भगवओ एस संतिओ __लक्खीयइ । तत्थ मए एरिसा रिसिणो दिट्ठ-पुव्वा । अहवा अण्णो को वि दुट्ठ
2) P om. अहो, J ए for धण्णाए, P भणंतीए. 3) J om. विलक्खा य जाया, P उवणीओ, P समारोया सयणो. 4) J पुणो सहि. 7) P घराघरेसु. 8) P सहिसत्थो. 9) P वियट्टो, P पेम. 10) J बहले, P om. य. 11) P खंभ, P adds व before लक्खियं. 12) P किं वा for ता किं. 13) P रे for दे, P om. थंभलक्खणाई, P च for चेय. 14) J तत्थागंतूण. 15) J उल्लहिउं. 16) P वसओ, P repeats after एत्थ a portion from above beginning with गंतूण व घसिउं पयत्तो सिंगग्गेण उल्लिहिउँ etc. upto जेणेस वसओ एत्थ, P होहिई for होही. 17) P हियहओ for दिवसओ, P जाव for ताव. 21) P भगवतो. 22) P लक्खियइ त्ति.
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२१५
(१६२) 1 पुरिसो इमेणं रूवेणं होहिइ, ता दे परिक्खं करेमि' त्ति चिंतिऊण अयाल
जलय-विजुज्जलं असिवरं आयढतो पहाइओ ‘हण हण' त्ति भणंतो संपत्तो 3 वेएणं साहुणो मूलं । ण य भगवं ईसिं पि चलिओ । तओ जाणियं णरवइणा
जइ एस दुट्ठो होतो ता मए ‘हण हण' त्ति भणिए पलायंतो खुहिओ वा होंतो । 5 एस उण मंदर-सरिसो णिच्चलत्तणेणं, सायरो व्व अक्खोभत्तणेणं, पुहई-मंडलं __ खंतीए. दिवायरो तव-तेएणं, चंदो सोमत्तणेणं ति । ता एस धम्मणंदणस्स संतिओ
7 होहिइ। ण सुंदरं च मए कयं इमस्स उवरिं महातवस्सिणो खग्गं कड्वियं ति। __ता खमावेमि एयं । एवं चिंतिऊण भणियं । 9 'जइ वि तुमं सुसियंगो देव तुमं चेव तह वि बलिययरो ।
जइ वि तुमं मइलंगो णाणेण समुज्जलो तह वि ।। 11 जइ वि तुमं असहाओ गुण-गण-संसेविओ तह वि तं सि ।
जइ वि हु ण दंसणिज्जो दंसण-सुहओ तुमं चेय ।। 13 जइ वि तुमं अवहत्थो झाण-महा-पहरणो तह वि णाह ।
जइ वि ण पहरसि मुणिवर मारेसि तहावि संसारं ।। 15 जइ वि वइएस-वेसो देव तुमं चेय सव्व-जण-णाहो ।
जइ वि हु दीणायारो देव तुमं चेय सप्पुरिसो ।। 17 ता देव खमसु मज्झं अविणयमिणमो अयाण-माणस्स ।
मा होउ मज्झ पावं तुह खग्गाकरिसणे जं ति ।।' 19 भणतो ति-पयाहिणं काऊण णिवडिओ चलण-जुवलए राया । गंतूण समाढत्तो ____पुणो णयरि-रच्छाए । जाव थोवंतरं वच्चइ ता पेच्छइ कं पि इत्थियं । केरिसिया 21 सा । अवि य ।
कसिण-पड-पाउयंगी मूयल्लिय-णेउरा ललिय-देहा ।
1) P ताहे for ता दे. 2) P जल for जलय, P आइड्ढतो, J हणं ति. 4) P मारेह for ता मए, P खुभिओ. 5) P om. व्व, P पुहई व मंडलं खंतीओ. 6) J धम्मणंदणसंतिओ. 7) P adds य before सुंदरं, P उवरिमस्सिणो खग्गं. 8) P om. एयं. 9) P ससियंगो, P om. चेव, P तह वि धंमवलियरो. 11) P संसेवि तह. 12) P सि for हु. 14) P संसारे. 15) J वईएसवेसो P वइएसवासो, P सव्वजगनाहो. 16) P सि for हु. 17) P अयाणणस्स. 18) P खग्गुक्करिसणेणं ति. 19) P तिपयाहिणी काऊण, P जुयलए. 20) J adds य after जाव, P किं पि इच्छियं, P केरिसा य सा. 22) P पाउरंगी मूउल्लिय.
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(१६३) । रसणा-रसंत-भीरू सणियं सणियं पयं देती ।।
(१६३) तओ तं च ददृण चिंतियं रायउत्तेण । 'दे पुच्छामि णं कत्थ 3 चलिया एस' त्ति चिंतयंतो ठिओ पुरओ ।
भणियं च णेणं । 5 ‘सुंदरि घोरा राई हत्थे गहियं पि दीसए णेय ।
साहसु मज्झ फुडं चिय सुयणु तुमं कत्थ चलिया सि ।।' 7 भणियं च तीए ।
चलिया मि तत्थ सुंदर जत्थ जणो हियय-वल्लहो वसइ । 9 भणसु य जं भणियव्वं अहवा मग्गं ममं देसु ।।' ___ भणियं च रायउत्तेण । 11 ‘सुंदरि घोरा चोरा सूरा य भमंति रक्खसा रोद्दा ।
एयं मह खुडइ मणे कह ताण तुमं ण बीहेसि ।।' 13 तीए भणियं ।
‘णयणेसु दंसण-सुहं अंगे हरिसं गुणा य हिययम्मि । 15 दइयाणुराय-भरिए सुहय भयं कत्थ अल्लियउ ।।' ___ चिंतियं च राइणा । 'अहो, गुरुओ से अणुराओ, सव्वहा सलाहणीयं एयं पेम्मं । 17 ता मा केणइ दुट्ठ-पुरिसेणं परिभवीयउ एसा । दे घरं से पावेमि' त्ति चिंतयंतेण ___भणिया । ‘वच्च वच्च, सुंदरि, जत्थ तुमं पत्थिया तं पएस पावेमि । अहं 19 तुज्झ रक्खो, मा बीहेसु' त्ति भणिए गंतुं पयत्ता, अणुमग्गं राया वि । जाव
थोवंतरं वच्चंति ताव दिट्ठो इमीए ससंभमो एज्जमाणो सो च्चेय णिय-दइओ 21 । भणियं च णेण ।
'दइए ण सुंदरं ते रइयमिणं जं इमीएँ वेलाए ।
1) P रसंति for रसंत. 2) Jadds च after चिंतियं, J दे पेच्छामि. 3) J ट्ठिओ. 4) J adds अवि य after tणं. 6) P सुयण तुमं. 8) P चलियाम. 9) P adds भणिय जं before भणियव्वं. 11) P भवंति. 12) P मणो कह. 14) P फरिसं for हरिसं. 15) P सुकय for सुहय. 16) J अहो गरुओ, P om. एयं. 17) P केणइट्ठपुरिसिणं परिहविअओ, P चिंतियतेण. 18) P वच्चावच्च. 19) P भंतु for गंतु. 20) P सो चेय नियय. 22) P सुंदर तो इयमिणं.
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(१६३)
२१७ 1 चलिया सि मज्झ वसई अणेय-विग्घाएँ राईए ।।
ए-एहि, सागयं ते । ता कुसलं तुह सरीरस्स ।' तीए भणियं 'कुसलं इमस्स 3 महाणुभावस्स महापुरिसस्स पभावेणं' । दिट्ठो य णेण राया । भणियं च णेण ।
'अहो, को वि महासत्तो पच्छण्ण-वेसो परिभमइ' त्ति चिंतयंतेण भणियं अणेण 5 जुवाणेण । ___'ए-एहि सागयं ते सुपुरिस जीयं पि तुज्झ आयत्तं । 7 जेण तए मह दइया अणहा हो पाविया एत्थ ।।
भणियं च राइणा । 9 तं सुहओ तं रूवी तं चिय बहु-सिक्खिओ जुवाणाण । ____एइ गुण-पास-बद्धा जस्स तुहं एस धवलच्छी ।।' 11 त्ति भणमाणो राया गंतुं पयत्तो । राईए बहले तमंधयारे णयर-मज्झम्मि बहुए
वियड्ढ-जुवाण-जुवलय-जंपिय-हसिओग्गीय-विलासिए णिसामंतो संपत्तो 13 पायारं । तं च केरिसं । अवि य । ___ तुगं गयण-विलग्गं देवेहि वि जंण लंघियं सहसा । 15 पायालमुवगएणं फरिहा-बद्धेण परियरियं ।। __तं च पेच्छिऊण राइणा दिण्णं विज्जुक्खित्तं करणं । उप्पइओ णहंगणं । 17 केरिसो य सो दीसिउं पयत्तो । अवि य ।
विज्जुक्खित्ताइद्धो दीसइ गयणंगणे समुप्पइओ । 19 अहिणव-साहिय-विज्जो इय सोहइ खग्ग-विज्जहरो ।।
ण ह णवर लंघिओ सो पायारो तुंग-लग्ग-णह-मग्गो । 21 पडिओ समपाओ च्चिय फरिहा-बंध पि वोलेउं ।। ___ अणुत्तुणो चेय गंतुं पयट्टो ।
___2) Jom. एएहि सागयं ते, J तीय. 3) P तेण for णेण. 4) P के वि, P चिंतियंतेण, P भणियमणेण. 5) P om. जुवाणेण. 6) J सुवुरिस. 10) P ईय for एइ, J जइ for जस्स. 11) Jom. त्ति, P राई बहले, Jणायरमज्झमि. 12) P वियट्ट, P जुवलजंपियहरियं, P om. सिओग्गीयविलासिए etc. to बद्धेण परियरियं. 16) P वं च दह्ण राइणा, P किरणं for करणं. 18) P क्खित्ताइट्ठा, P गयणंगणं. 19) P साहियव्विज्जो. 20) P नवरं, J तुंगमग्गणहलग्गो. 21) J बंधम्मि. 22) P अणुत्तरो चेय, J पयत्तो ।.
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(१६४)
(१६४) किं बहुणा संपत्तो तमुज्जाणं, जत्थ समावासिओ भगवं धंमणंदणो । पविट्ठो य अणेय - तरुयर- पायव-वल्ली-लया-र - सविसेस - बहलंधयारे 3 उज्जाण-मज्झम्मि । उवगओ य सिंदूर - कोट्टिम - समीवम्मि । दिट्ठा य णेण साहुणो भगवंते । कम्मि पुण वावारे वट्टमाणे त्ति ।
T
I
5 केइ पढंति सउण्णा अवरे पाढेंति धम्म - सत्थाई ।
अवरे गुणेंति अवरे पुच्छंति य संसए केइ ।। वक्खाणंति कयत्था अवरे वि सुणेंति के वि गीयत्था । अवरे रएंति कव्वं अवरे झाणम्मि व ृति ।। 9 सुस्सूसंति य गुरुणो वेयावच्चं करेंति अण्णे वि । अण्णे सामायारिं सिक्खंति य सुत्थिया बहुसो ।। दंसण - रयणं अण्णे पार्लेति य के वि कह वि चारित्तं । जिणवर-गणहर-रइयं अण् णाणं पसंसंति ।। अवि य । 13 सुत्तत्थ- संसयाइ य अवरे पुच्छंति के वि तित्थेय । णय - जुत्ते वादे जे करेंति अब्भास-वायम्मि ।। धम्माधम्म-पयत्थे के विणिरूवेंति उ-वादेहिं । वाण बंध - मोक्खापयं च भावेंति अण्णे वि ॥ 17 तेलोक्क - वंदणिज्जे सुक्कज्झाणम्मि के वि वट्टंति । अण्णे दोग्गइ-णासं धम्मझाणं समल्लीणा || मय-माण-कोह-लोहे अवरे जिंदंति दिट्ठ- माहप्पा | दुह-सय-पउरावत्तं अवरे णिदंति भव- जलहिं ।। इय देस-भत्त-महिला-राय-कहाणत्थ- वज्जियं दूरं । सज्झाय-झाण-णिरए अह पेच्छइ साहुणो राया ॥।
21
२१८
1
7
11
15
19
2) J तरुपायव, P पायवल्ली, P बहुलंधयारे. 3) Pom. य, P समीवं 1. 4) Pom. भगवंते. 5) J पठंति. 6) P सुणंति for गुणेंति, J Pom. य, P संसयं, J केई. 7) P om. कयत्था अवरे वि सुणेंति, P केइ गीयत्था. 8) J रयंति. 10) P समायारी. 11) J सालेंति (some portion written on the margin) P पालंति. 12) J om. अवि य. 13) J संसयाई, P तत्थेय. 14 ) P सद्दत्थोभयजुत्तो for णयजुत्ते, J वादे ये P वादे य, P अब्भासं । 15 ) P केइ, P हेउवाएहिं. 16) P मोक्खोगई च, J पावेंति for भावेंति. 17 ) P वंदणिज्जा. 19) P माहप्पे. 21 ) P वज्जिया.
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(१६५)
२१९ 1 तं च दह्णं चिंतियं राइणा । 'अहो, महप्पभावे भगवंते जहा-भणियाणुट्ठाण
रए । ता पेच्छामि णं कत्थ सो भगवं धम्मणंदणो, किं वा करेई' त्ति चिंतयंतेण 3 णिरूवियं जाव पेच्छइ एयंते णिविट्ठ । ताण तद्दियस-णिक्खंताणं पंचण्ह वि __ जणाणं धम्मकह साहेमाणो चिट्ठइ । चिंतियं य राइणा । 'दे णिसुणेमि ताव 5 किं पुण इमाणं साहिज्जइ' त्ति चिंतयंतो एक्कस्स तरुण-तमाल-पायवस्स मूले
उवविठ्ठो सोउं पयत्तो त्ति । 7 (१६५) भणियं च भगवया धम्मणंदणेण । 'देवाणुप्पिया,
पयडं जिणवर-मग्गं पयडं णाणं च दसणं पयडं । 9 पयर्ड सासय-सोक्खं तहा वि बहवे ण पावेंति ।।
पुहवी-जल-जलणाणिल-वणस्सई-णेय-तिरिय-भेएसु । 11 एएसु के वि जीवा भमंति ण य जंति मणुयत्तं ।।
मणुयत्तणे वि लद्धे अंतर-दीवेसु णेय-रूवेसु । 13 अच्छंति भमंत च्चिय आरिय-खेत्तं ण पावेंति ।।
आरिय-खेत्तम्मि पुणो णिदिय-अहमासु होति जाईसु । 15 जाइ-विसुद्धा वि पुणो कुलेसु तुच्छेसु जायति ।।
सुकुले वि के वि जाया अंधा बहिरा य होति पंगू य । 17 वाहि-सय-दुक्ख-तविया ण उणो पावेंति आरोग्गं ।।
आरोग्गम्मि वि पत्ते बाल च्चिय के वि जंति काल-वसं । के वि कुमारा जीवा इय दुलहं आउयं होइ ।।
वास-सयं पि जियंता ण य बुद्धिं देंति कह वि धम्मम्मि । 21 अवरे अवसा जीवा बुद्धि-विहूणा मरंति पुणो ।।
अह होइ कह वि बुद्धी कम्मोवसमेण कस्स वि जणस्स ।
2) P om. त्ति, JP चिंति for चिंत. 3) P अंतो for एयंते, P तद्दियहदिक्खियाणं पंचण्ह. 4) P om. चिट्ठइ, P दे सणियं सुणेमि. 5) P मूले उवस्स मूले उव०. 7) P देवाणुपिया. 9) J बहुए for बहवे. 10) P जलणानिल, P भेदेसु. 11) P कि वि जीवा. 13) P अच्चंति भमंतं चिय. 14) P निंदिययतमा य होति. 16) J पंगू या. 17) P वाहिय, P उनणो for ण उणो, P om. आरोगं. 21) P अवरे अवरे for अवसा. 22) J होवि P होंति for होइ, P कस्सइ जणस्स.
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२२०
(१६५) 1 जिण-वयणामय-भरियं धम्मायरियं ण पावेंति ।।
अह सो वि कह वि लद्धो साहइ धम्मं जिणेहिँ पण्णत्तं । 3 णाणावरणुदएणं कम्मेण ण ओग्गहं कुणइ ।।
अह कह वि गेण्हइ च्चिय दंसण-मोहेण णवरि कम्मेण । 5 कु-समय-मोहिय-चित्तो ण चेय सद्धं तहिं कुणइ ।।
अह कुणइ कह वि सद्धं जाणतो चेय अच्छए जीवो । 7 ण कुणइ संजम-जोयं वीरिय-लद्धीएँ जुत्तो वि ।। ___ इय हो देवाणुपिया दुलहा सव्वे वि एत्थ लोयम्मि । 9 तेलोक्क-पायड-जसो जिणधम्मो दुल्लहो तेण ।।
भणियं च भगवया सुधम्मसामिणा ।। 11 माणुस्स-खेत्त-जाई-कुल-रूवारोग्गमाउगं बुद्धी ।
समणोग्गह-सद्धा संजमो य लोगम्मि दुलहाई ।। 13 एक्के ण-यणंत च्चिय जिणवर-मग्गं ण चेय पावंति ।
अवरे लद्धे वि पुणो संदेह णवर चिंतेति ।। 15 अण्णाण होइ संका ण-याणिमो किं हवेज मह धम्मो ।
अवरे भणंति मूढा सव्वो धम्मो समो चेय ।। 17 अवरे बुद्धि-विहूणा रत्ता सत्ता कुतित्थ-तित्थेसुं ।
के वि पसंसंति पुणो चरग-परिव्वाय-दिक्खाओ ।। 19 अवरे जाणति च्चिय धम्माहम्माण जं फलं लोए ।
तह वि य करेंति पावं पुव्वज्जिय-कम्म-दोसेण ।। 21 अवरे सामण्णम्मि वि वटुंता राग-दोस-वस-मूढा ।
पेसुण्ण-णियडि-कोवेहिँ भीम-रूवेहिँ घेप्पंति ।।
2) P कह कह for अह सो वि. 4) P कह for अह, P गेहिए for गेण्हइ. 5) P सद्धिं. 8) J अह for इय, J दुलहं सव्वंमि एत्थ. 11) P०रोग्गमाउयं. 12) J लोयंमि. 13) Jणयणंति, P च्चियं, P चेव, J पावेंति. 14) P चिंतेति. 17) P कुतित्थेसु. 18) P चरय for चरग. 19) P धमाधमाण. 20) P पुवक्कियकंम. 22) J रायदोस.
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(१६६)
२२१ 1 अण्णे भव-सय-दुलहं पावेऊणं जिणिंद-वर-मग्गं ।
विसयासा-मूढ-मणा संजम-जोए ण लग्गंति ।। 3 ण य होति ताण भोया ण य धम्मो अलिय-विरइयासाणं ।
लोयाण दोण्ह चुक्का ण य सग्गे णेव य कुलम्मि ।। 5 अवरे णाणत्थद्धा सव्वं किर जाणियं ति अम्हेहिं ।
पेच्छंत च्चिय डड्डा जह पंगुलया वण-दवेणं ।। 7 अवरे तव-गारविया किर किरिया मोक्ख-साहणा भणिया ।
डझंति ते वि मूढा धावंता अंधया चेव ।। 9 इय बहुए जाणता तह वि महामोह-पसर-भर-मूढा ।
ण करेंति जिणवराणं आणं सोक्खाण संताणं ।।' 11 एत्यंतरम्मि चिंतियं णरवइणा तमाल-पायवंतरिएण । 'अहो, भगवया साहियं
दुल्लहत्तणं जिणवर-मग्गस्स । ता सव्वं सच्चमेयं । किं पुण इमं पि दुल्लहं रज13 महिला-घर-परियण-सुहं । एयं अणुपालिय पच्छा धम्म पेच्छामो' त्ति
चिंतयंतस्स भगवया लक्खिओ से भावो । तओ भणियं च से पुणो भगवया 15 धम्मणंदणेणं ।
जं एयं घर-सोक्खं महिला-मइयं च जं सुहं लोए । 17 तमणिच्चं तुच्छं चिय सासय-सोक्खं पुणो णतं ।। जहा ।
(१६६) अत्थि पाडलिपुत्तं णाम णयरं । तत्थ वाणियओ धणो णाम । 19 सो य धणवइ-सम-धणो वि होऊण रयणद्दीवं जाणवत्तेण चलिओ । तस्स य
वच्चमाणस्स समुद्द-मज्झे महा-पवण-रूविणा देव्वेण वीई-हिंदोलयारूढं कह 21 कह वि टस त्ति दलियं जाणवत्तं । सो य वाणियओ एक्कम्मि दलिय-फलहए ___ वलग्गो, तरंग-रंगत-सरीरो कुडंगद्दीवं णाम दीवं तत्थ सो पत्तो । तत्थ य
__1) J दुल्लहं. 2) J मूढमणो. 4) J भोयाण for लोयाण, J य मग्गे खत्तिअकुलंमि. 5) P नाणं सव्वं एवं किर. 6) P पेच्छंति य च्चिय दट्टा (J डट्टा?) जह. 7) P किरि for किर. 8) P मूढो. 12) Jom. पि, P दुलहरजं. 13) P अणुपालियं, JP प्पेच्छामो. 14) P भावा । ततो भणियं पुणो पि भगवया. 18) P पाडलिउत्तं, P वणिओ. 19) P रयणदीवं. 20) P om. महा, P देवेण, P कहं कहं पि ढस त्ति स दलियं. 21) P फलिहए विलग्गो. 22) P कुडंगदीवं, J णाम द्दीवं, P तत्थ य संपत्तो, Pom. तत्थ य.
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२२२
(१६६) 1 तण्हा-छुहा-किल्तो किंचि भक्खं मग्गइ जाव दिवो सो दीवो । केरिसो । अवि य ।
अप्फल-कडुय-कुडंगो कंटय-खर-फरुस-रुक्ख-सय-पउरो । 3 हरि-पुल्लि-रिच्छ-दीविय-सिव-सउण-सएहिँ परियरिओ ।।
मल-पंक-पूइ-पउरो भीम-सिवाराव-सुव्वमाण-रवो । 5 दोस-सय-दुक्ख-पउरो कुडंगदीवो त्ति णामेणं ।।।
तम्मि य तारिसे महाभीमे उब्वियणिज्जे भमिउं सो समाढत्तो । तेण य तत्थ 7 भमंतेण सहसा दिट्ठो अण्णो पुरिसो । पुच्छिओ य सो तेण 'भो भो, तुम
कत्थेत्थ दीवे' । तेण भणियं 'मह सुवण्णदीवे पत्थियस्स जाणवत्तं फुडियं, 9 फलयालग्गो य एत्थ संपत्तो' । तेण भणियं ‘पयट्ट, समं चेय परिभमामो' ।
तेहि य परिभममाणेहिं अण्णो तइओ दिट्ठो पुरिसो । तओ तेहिं पुच्छिओ 11 ‘भो भो, तुमं कत्थेत्थागओ दीवे । तेण भणियं मह लंकाउरिं वच्चमाणस्स जाणवत्तं
दलियं, फलहयालग्गो एत्थ संपत्तो' त्ति । तेहिं भणियं सुंदरं, दे सम-दुक्ख13 सहायाणं मेत्ती अम्हाणं । ता एत्थ कहिंचि तुंगे पायवे भिण्ण-वहण-चिंधं
उब्भेमो' । 'तह' त्ति पडिवज्जिऊण उब्भियं वक्कलं तरुवर-सिहरम्मि । तओ 15 तण्हा-छुहा-किलंता असणं अण्णेसिऊणं पयत्ता । ण य किंचि पेच्छंति तारिसं
रुक्खं जत्थ किर फलं उप्पज्जइ त्ति । तओ एवं परिभमणुव्वाएहिं दुक्ख17 सय-विहलेहिं कह-कह पि पावियाई घरायाराई तिण्णि कुडंगाई । तत्थ ___ एक्केक्कम्मि कुडंगे एक्केक्का काउंबरी । तं च पेच्छिऊण ऊससियं हियएणं. 19 भणिऊण य समाढत्ता । 'अहो, पावियं जं पावियव्वं, णिव्वुया संपयं अम्हे,
संपत्ता जहिच्छियं सोक्ख' ति भणमाणेहिं विरिक्काई तेहिं अवरोप्परं कुडंगाई । 21 पलोइयाणि य तेहिं काउंबरीहिं फलाइं । ण य एकं पि दिटुं । तओ दीणविमण-दुम्मणा फुट्ट-मुहा-कायल-लीव-सरिसा अच्छिउं पयत्ता । तओ केण
1) JP danda after मग्गइ. 2) P कुड for कडुय, P फरुसयपउरो. 3) P हरिफुल्लिरिंछ. 6) J भमिऊण. 7) P om. सहसा, P om. य. 8) P अहं for मह. 9) P फलहया०, P om. य, J परिब्भमामो. 10) P om. य, Jom. तओ, Jom. भो भो. 11) P कत्थेत्थ दीवे, P मम for मह. 12) P फलहयाविलग्गो, P सुंदर, P सुक्ख for दुक्ख. 13) P पच्छा for एत्थ, J चिद्धं (?) उच्चेमो. 14) P उब्भिउं. 16) P रुक्कं, P उप्पट्ठाइ, Jom. तओ, P परिब्भम. 17) P कहिं for कहकहं पि, P घरागाराइं, P एक्कक्कं पि कुडंमे एक्केक्को. 18) P ससियं for ऊससियं. 19) P adds & after अहो. 20) J जहच्छिय P कहिच्छियं, J विरिक्कायाइ. 21) Jom. य. 22) P विमणा फुट्ट, J काय for कायल, P सरीसा, P तेण for केण.
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(१६६)
२२३ 1 वि कालंतरेण मणोरह-सएहिं णव-कक्कस-सणाहाओ जायाओ ताओ
काउंबरीओ । तओ आसाइयं किंचि-मेत्त-फलं । तहा तत्थ णिबद्धासा तम्मणा 3 तल्लेसा जीविय-वल्लहाओ ताओ काउंबरीओ सउण-कायलोवद्दवाणं रक्खंता
अच्छिउं पयत्ता । अच्छंताण य जं तं तेहिं कयं भिण्ण-वहण-चिंधं तं 5 पेच्छिऊण कायव्व-करुणा-परिगएणं केणावि वणिएण दोणिं घेत्तूण पेसिया
णिज्जामय-पुरिसा । ते य आगंतूण तं दीवं अण्णिस्संति । दिट्ठा य तेहिं ते तिण्णि 7 पुरिसा कुडंग-काउंबरी-बद्ध-जीवियासा । भणिया य तेहिं णिज्जामय-परिसेहिं । ___ 'भो भो, अम्हे जाणवत्त-वइणा पेसिया, ता पयट्टह, तडं णेमो, मा एत्थ दुक्ख9 सय-पउरे कुडंग-दीवे विवजिहिह' त्ति । तओ भणियं तत्थ एक्केण परिसेण । ___'किमेत्थ दीवे दुक्खं, एयं घरं, एसा काउंबरी फलिया, पुणो पच्चीहिइ । एयं 11 असणं पाणं पि कालेण वुढे देवे भविहिइ त्ति । किं च एत्थ दुक्खं, किं वा
तत्थ तीरे अवरं सुहं ति । ता णाहं वच्चामि । जलहि-मज्झे वट्टमाणस्स एयं 13 पि ण हवीहइ' त्ति भणिऊण तत्थेय ट्ठिओ । तओ तेहिं णिज्जामय-पुरिसेहिं
बिइओ भणिओ । सो वि वोत्तुं पयत्तो । 'सव्वमिणं दीवं दुह-सय-पउरं, ण 15 एत्थ तारिसं मणुण्णं सुहं । किंतु इमाई उडया, इमा य वराइणी काउंबरी ___ फलिया मए परिचत्ता सउण-कायल-प्पमुहेहिं उवद्दवीहिइ त्ति । ता इमाए 17 पिक्काए फलं उवभुंजिऊण पुणो को वि णिज्जामओ एहिइ, तेण समयं
वच्चीहामि, ण संपडइ संपयं गमणं' ति भणिऊण सो वि तम्मणो तत्थेव ट्ठिओ 19 त्ति । तओ तेहिं तइओ पुरिसो भणिओ ‘पयट्ट, वच्चामो' । तेण भणियं । ‘सागयं
तुम्हाणं, सुंदरं कयं जं तुम्हे आगया । तुच्छमिणं एत्थ सोक्खं अणिच्चं च । 21 बहु-पच्चवाओ य एस दीवो । ता पयट्टह, वच्चामो' त्ति भणमाणो पयट्टो तेहिं __णिज्जामएहिं समयं । आख्ढो य दोणीए । गया तडं । तत्थ पुत्त-मित्त-कलत्ताणं
1) J कक्कसणाहाओ. 2) P कादंबरीओ, P आसाइय, P om. मेत्त, JP फला, Jom. तहा. 4) J कहिअं for कयं, J चिद्धं. 5) P दोणी. 6) J अण्णिसंति, P om. तेहिं, Jom. ते. 7) P कुडुंगा य काउं., P om. बद्ध. 8) J अम्हेहिं for अम्हे. 9) J कुंडग, P विवज्जिह त्ति. 10) P पुणो वच्चिह त्ति. 11) J वुट्ठो देवो, P भविहिति त्ति, P किं चि. 12) P अवरिं सुह ति. 13) P न भविहि त्ति, P तत्थेव. 14) P बीओ for बिइओ, J सव्वं णिमं, P पउरंग न. 15) P इमाई वरा. 16) P उवद्दविहि त्ति, Jom. त्ति, P इमीए पक्काए. 17) P निजामए ओहिइं. 18) P वच्चीहामी, J विमणो for तम्मणो. 20) P तुब्भे, J तुच्छं णिमं एत्थ. 21) P om. ता, P पयट्ट, Jom. य.
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२२४
(१६७) 1 धण-धण्ण-संपयाए य मिलिया सुहं अणुहवंति । ता किं । भो,
देवाणुपिया एसो दिट्ठतो तुम्ह ताव मे दिण्णो । 3 जह एयं तह अण्णं उवणयमिणमो णिसामेहि ।।
(१६७) जो एस महाजलही संसारं ताव तं वियाणाहि । 5 जम्म-जरा-मरणावत्त-संकुलं तं पि दुत्तारं ।।
जो उण कुडंग-दीवो माणुस-जम्मो त्ति सो मुणेयव्वो । 7 सारीर-माणसेहिँ य दुक्खेहिँ समाउलो सो वि ।।
जे तत्थ तिण्णि पुरिसा ते जीवा होति तिप्पयारा वि । 9 जोणी-लक्खाउ चुया मणुस्स-जम्मम्मि ते पत्ता ।।
तत्थ वि उडय-सरिच्छा तिण्णि कुडंगा घरेहिँ ते सरिसा । 11 काउंबरीओ जाओ महिलाओ ताण ता होंति ।।
जाई तत्थ फलाई ताई ताणं तु पुत्त-भंडाई । 13 अलिय-कयासा-पासा तं चिय रक्खंति ते मूढा ।।
दारिद्द-वाहि-दुह-सय-सउणाणं रक्खए उ तं मूढो । 15 ताणं चिय सो दासो ण-यणइ जं अत्तणो कजं ।।
जे णिज्जामय-पुरिसा धम्मायरिया भवंति लोगम्मि । 17 जा दोणी सा दिक्खा जं तीरं होइ तं मोक्खं ।।
संसार-दुक्ख-तविए जीवे तारेंति ते महासत्ता । 19 जंगम-तित्थ-सरिच्छा चिंतामणि-कप्परुक्ख-समा ।।
तुच्छा एए भोया माणुस-जम्मम्मि णिदिया बहुसो । 21 ता पावसु सिद्धि-सुहं इय ते मुणिणो परूवेंति ।।
तत्थेक्को भणइ इमं एयं चिय एत्थ माणुसे दीवे ।
1) P om. य before मिलिया, P om. ता किं भो. 2) P देवाणुप्पिया एस, J तुम्हाणं P अम्हं for तुम्ह (emended). 7) P माणुसेहिं. 8) P वि भमिऊण जोणिलक्खाउ माणुसजमंमि ते पयत्ता ।।. 10) P य for वि, J पुरिसा for सरिसा. 11) J जा वि य for जाओ, P om. ताण. 13) P कया माया तं चिय. 14) J सो for तं. 15) J दोसो for दासो, P नयणं for णयणइ. 16) P हवंति, J लोअम्मि. 17) P जा for जं, P होति तं. 18) P तारंति, P मे for ते. 19) P कप्प for तित्थ, P inter रुक्ख & कप्प. 22) P तत्थेको.
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(१६७)
२२५ 1 जं सोक्खं तं सोक्खं मोक्ख-सुहेणावि किं तेण ।।
पुत्त-पिइ-दार-बंधू-माया-पासेहिँ मोहिओ पुरिसो । 3 तं चिय मण्णइ सोक्ख घर-वास-परेण धम्मेण ।।
साहेंताण वि धम्मं तीर-सुहं जह य ताण पुरिसाण । 5 ण य तं मोत्तु वच्चइ केण वि मोहेण मूढप्पा ।।
सो जर-मरण-महाभय-पउरे संसार-णयर-मज्झम्मि । 7 गड्डा-सूयर-सरिसो रमइ च्चिअ जो अभव्व-जिओ ।।
बिइओ वि काल-भविओ पडिवजइ मुणिवरेहिँ जं कहियं । 9 तीरं ति गंतुमिच्छइ किंतु इमं तत्थ सो भणइ ।।
भगवं घरम्मि महिला सा वि विणीया य धम्मसीला य । 11 मुंचामि कस्स एयं वराइणिं णाह-परिहीणं ।।
पुत्तो वि तीय-जोग्गो तस्स विवाह करेमि जा तुरियं । 13 दुहिया दिण्ण च्चिय मे अण्णो पुण बालओ चेय ।।
ता जाव होइ जोग्गो ता भगवं पव्वयामि णियमेण । 15 अण्णो वि ताव जाओ ते वि पलासा य ते दिग्घा ।।
णाउणं जिण-वयणं जं वा तं वा वलंबणं काउं । 17 अच्छंति घरावासे भविया कालेण जे पुरिसा ।।
तइओ उण जो पुरिसो सोऊणं धम्म-देसणं सहसा । संसार-दुक्ख-भीरू चिंतेऊणं समाढत्तो ।।
वाहि-भव-पाव-कलिमल-कंटय-फरुसम्मि मणुय-लोगम्मि । 21 अच्छेज को खणं पि विमोक्ख-सुहं जाणमाणो वि ।।
घर-वास-पास-बद्धा अलिय-कयासावलंबण-मणा य ।
2) P पित्तपियदारबंधूं, P मायाइ for पासेहिं. 3) P मग्गइ for मण्णइ. 4) P तीरसुजं जह. 7) P गत्ता for गड्डा, P रइमइ for रमइ, J अहव्व. 8) J य for वि. 9) P om. ति. 11) P सुच्चामि for मुंचामि, P वराइणी. 13) P उण for पुण. 14) P ता होइ जो व जोग्गो. 15) J य त दिघा. 20) J मणुअलोअंमि. 21) J जो for को. 22) J कसायावलंबणमणा या ।.
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२२६
1 हंति य दिक्खं अहो रा साहस- विहूणा ।। ता पुण्णेहिँ महं चिय संपत्ता एत्थ साहुणो एए । 3 दिक्खा - दोणि- वलग्गा तीर - सुहं पाविमो अम्हे || कणयं पि होइ सुलहं रयणाणि वि णवर होंति सुलहाई । 5 संसारम्मि विसयले धम्मायरिया ण लब्भंति ।। ता होउ मह इमेणं जम्म-जरा-मरण - दुक्ख - णिलएणं । 7 पावेमि सिद्धि - वसई तक्खण- भव्वो इमं भणइ || ता मा चिंतेसु इमं एयं चिय एत्थ सुंदरं सोक्खं उंबरि-कुडंग - सरिसं तीर - सुहाओ विमोक्खाओ ।। त्ति । (१६८) एत्थंतरम्मि भणियं चंडसोमप्पमुहेहिं पंचाहिँ वि जणेहिं । 'जह आणवेसि भगवं पडिवज्जामो तहेय तं सव्वं । जं पुण तं दुच्चरियं हियए सल्लं व पडिहाइ ।।'
I
13 भणियं च भगवया धम्मणंदणेणं ।
9
11
(१६८)
17
'एयं पि मा गणेज्जसु जं किर अम्हेहिं पाव - कम्मं ति । 15 सो होइ पाव - कम्मो पच्छायावं ण जो कुणइ ।। सो णत्थि कोइ जीवो चउ-गइइ-संसार - चारयावासे । माइ-पिइ-भाइ भइणीओ णंतसो जेण णो वहिया ।। ता मारिऊण एक्को जिंदण-गुरु- गरहणाहिँ सव्वाहिं । लहुयं करेइ पावं अवरो तं चेय गरुएइ ।। तु उण सप्पुरिसा कह वि पमाएण जे करेउं जे ।
21
पावं पुणो णियत्ता जेण विरता घरासाओ || इमं च एत्थ तुब्भेहिं पायच्छित्तं करणीयं' ति साहियं किं पि सणियं
19
2) P साहुणा. 3) P विलग्गो. 4) J रयणाई णवर. 7 ) P वसहिं. 8) P मुक्ख for सोक्खं. 9) P कुडुंग. 10) J मि for वि. 11) P तहेव, Pom. तं. 12) after पुण, P दुच्चरियाई, P सल्लिं. 16) P को वि जीवो. 17) J माइपियि P मायपिय, P अणंतसो for णंतसो. 18) J एक्वं for एक्को, P गुरुएइ. 20) P तुम्हे for तुब्भे. 21) P नियत्ता for विरत्ता. 22) P भणियं for सणियं.
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२२७
(१६८) 1 धम्मणंदणेणं । तं च राइणा ण सुयं ति । एत्थंतरम्मि
इंदिय-चोरेहिँ इमो पडिवजह इय मुसिज्जए लोए । 3 जायम्मि अड्ड-रत्ते बुक्करियं जाम-संखेण ।।
ताव य चिंतियं राइणा । 'दुट्ठ मे चिंतियं जहा इमम्मि मयण-महूसवे किं करेंति 5 साहुणो । ता को अण्णो इमाणं वावारो त्ति । अवि य । _जंकणयं कणयं चिय ण होइ कालेण तं पुणो लोहं । 7 इय णाण-विसुद्ध-मणा जे साहू ते पुणो साहू ।। सव्वहा
जं जं भणंति गुरुणो अज्ज पभायम्मि तं चिय करेमि । 9 को वा होज सयण्णो इमस्स आणं ण जो कुणइ ।।' त्ति । ___अवि य चिंतयंतो राया गंतुं पयत्तो । चिंतियं च णरवइणा । 'अहो, ण11 याणीयइ गुरुणा अहं जाणिओ ण व त्ति इहागओ । अहवा किं किंचि अस्थि
तेलोक्के जंण-याणइ भगवं धम्मणंदणो । ता किं पयर्ड चिय वंदामि । अहवा 13 णहि णहि, इमं एयं समुब्भड-भीसणं मुणियण-चरिय-विरुद्धं वेस-गहणं
भगवओ दंसयामि लज्जणीयं ति । ता माणसं चिय करेमि पणामं । 15 जय संसार-महोवहि-दुक्ख-सयावत्त-भंगुर-तरंगे ।
मोक्ख-सुह-तीर-गामिय णमोत्थु णिज्जामय-सरिच्छ ।।' 17 त्ति चिंतयंतो णिग्गओ उज्जाणाओ, संपत्तो पायारं, दिण्णं विजुक्खित्तं करणं,
लंघियं, संपत्तो रायमगं, पत्तो धवलहरं, आरूढो पासाए, पविठ्ठो वासहरं, 19 णिसण्णो पल्लंके, पसुत्तो य ।
(१६९) साहुणो भगवंते कय-सज्झाय-वावारे कयावस्सय-करणे य 21 खणंतरं णिदं सेविऊण विबुद्धे वेरत्तियं कालं काउमाढत्ता । एत्थ य अवसरे किंचि-सेसाए राईए, अरुणप्पभा-रंजिए सयले गयणंगणाभोए, महु-पिंगलेसु
1) J सुतं ति ।, P om. एत्थंतरम्मि. 2) P लोओ. 7) P om. सव्वहा. 8) P पहायंमि. 9) P सउण्णो. 10) P om. चिंतयंतो राया गंतु पयत्तो । etc. to ता माणसं चिय करेमि पणामं ।. 15) P जइ संसारमहोयहिदुग्गसयावत्त. 16) P मोक्खस्स तीर. 17) P किरणं for करणं. 18) P वासहरंमि निवण्णो. 20) J adds वि before भगवंते. 21) P सोविऊण विबुद्धो वेरग्गियं कालं काउमाढत्तो, P om. य. 22) P अरुणपहारं०.
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(१६९) । मुत्ताहलेसु व तारया-णियरेसु, पढियं इमं पाहाउय-दुवइ-खंडयं बंदिणा ।
अवि य । 3 अवर-समुद्द-तीर-पुलिणोयरए परिमंद-गमणियं ।
विरहुव्वेय-दुक्ख-परिपडुरियं ससि-चक्कवाइयं ।। 5 पुव्वोयहि-तीरयाओं संगम-रहसुड्डीण-देहओ।
इच्छइ अहिलसिऊण दइयं पिव तं रवि-चक्कवायओ ।। 7 जोण्हा-जल-पडिहत्थए गयण-सरे णिम्मले पहायम्मि ।
मउलइ अरुणाइद्धउ तारा-चंदुज्जयाण सत्थओं वि ।। 9 णाणा-णयण-मणो-हरिय तउ अंगेहिं विलसंत ।
मेल्लि भडारा णिद्र तुहुं अण्णु विइज्जिय कंत ।। 11 इमं च बंदिणा पढियं णिसामिऊण जंभा-वस-वलिउव्वेल्लमाण-बाहु-फलिहो __णिद्दा-घुम्मिरायंब-णयण-जुवलो समुट्ठिओ राया सयणाओ । कयं च 13 कायावस्सय-करणीयं । उवगओ अत्थाण-मंडवं जाव जोक्कारिओ वासवेणं । ___ भणियं च राइणा ‘भो भो वासव, कीस ण वच्चिमो भगवओ धम्मणंदणस्स 15 पाय-मूलं' । भणियं च वासवेणं जहा पहू आणवेइ' त्ति । पयत्ता गंतु, समाख्ढा __य वारुया-करिणिं, णिग्गया य णयरीओ । संपत्ता तमुजाणं । वंदिओ भगवं 17 धम्मणंदणो साहुयणो य । पुच्छिया य भगवया पउत्ती, साहिया य णेहिं । भणियं ___च भगवया । 'भो भो महाराय पुरंदरदत्त, किं तुह वलग्गं किंचि हिययम्मि' । 19 तओ राइणा चिंतियं । ‘णिस्संसयं जाणिओ भगवया इहागओ' त्ति चिंतयंतेण
भणियं च णेण । ‘भगवं, जारिसं तए समाइ8 तारिसं सव्वं पडिवण्णं । किंतु 21 इमे कुडंग-काउंबरी-फलाणि मोत्तुं ण चाएमि । ता इहट्ठियस्स चेय देसु भगवं, किंचि संसार-सागर-तरंडयं' ति । भगवया भणियं । ‘जइ एवं, ता गेण्ह इमाई
1) J अ for व, P दुअइखंडलयवंदिणो. 4) P विरहुवेयदुक्ख परिपट्ठरियंसेसि. 5) P संगमरह, JP सुद्दीण. 6) P पुच्छइ अहिलिऊण दइयं, P चक्कवाइओ. 7) J पडिच्छए P पडहच्छए. 8) P अरुणआइटुओ, P चंदुज्जुयाण. 9) P राइणा सयण मणो for णाणा etc., P अं for अंगेहिं. 10) J णिद्र (?), P अन्नइ वियज्जिय. 11) P जं तावस. 12) P जुयलो. 13) P om. जाव, P जोकारिओ. 15) P जह, JP पयत्तो, P समारूढो. 16) P किरिणि. 17) P साहुणो, P om. य before णेहिं. 18) P महा for महाराय. 19) P निस्संदिटुं जाणिओ, JP चिंतियंतेण. 21) P कुडयकाउंबरी, J adds त्ति after चाएमि, P ट्ठिय चेय.
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(१७०)
२२९ 1 पंचाणुव्वयरयणाई, तिण्णि गुणव्वयाई, चत्तारि सिक्खावयाई, सम्मत्त-मूलं ___ च इमं दुवालस-विहं सावय-धम्म अणुपालेसु' त्ति । तेणावि 'जहाणवेसि' 3 त्ति भणमाणेण पडिवण्णं सम्मत्तं, गहियाइं अणुव्वयाई, सव्वहा गहियाणुव्वओ
अणण्ण-देवो जाओ राया पुरंदरदत्तो । वासवो वि तुट्ठो भणिउमाढत्तो । ‘भगवं, 5 किं पि तुम्हाणं वुत्तंतं अम्हे ण-याणिमो' । भगवया भणियं । ‘इमो चेय
कहइस्सइ त्ति । अम्हाणं सुत्तत्थ-पोरिसीओ अइक्कमति । गंतव्वं च अज्ज 7 अम्हेहिं' । इमं च सोऊणं मण्णु-भर-कंठ-गग्गर-गिरेहिं भणियमणेहिं ।
अवि य । 9 ‘अम्हारिसाण कत्तो हियइच्छिय-दइय-संगम-सुहेल्ली ।
एयं पि ताव बहुयं जं दिटुं तुम्ह चलण-जुयं ।। 11 ता पुणो वि भगवं, पसाओ करियव्वो दंसणेणं' ति भणमाणा णिवडिया चलण
जुवलए भगवओ । अभिणंदिऊण य तिउणं पयाहिणं काऊण पविट्ठा कोसंबीए 13 पुरवरीए । भगवं पि सुत्तत्थ-पोरिसिं करिय तप्पभिई च सिव-सुह-सुभिक्ख
खेत्तेसु विहरिउं पयत्तो । भगवं गच्छ-परिवारो । ते वि थोवेणं चिय कालेणं 15 अधीय-सुत्तत्था जाया गीअत्था पंच वि जणा । ताणं च एग-दियह-वेला
समवसरण-पव्वइयाणं ति काऊण महतो धम्माणुराय-सिणेहो जाओ त्ति ।। 17 (१७०) अह अण्णया कयाइ ताणं सुहं सुहेण अच्छमाणाणं जाओ
संलावो । 'हो हो, दुल्लहो जिणवर-मग्गो, ता कहं पुण अण्ण-भवेसु पावेयव्वो 19 त्ति । ता सव्वहा किमेत्थ करणीयं' ति चिंतिऊण भणिओ पाय-पडणुट्ठिएहिं
चंडसोम-जेट्ठज्जो । अवि य । 21 'जइ थोव-कम्मयाए अण्ण-भवे होज्ज अइसओ तुज्झ ।
ता जत्थ ठिया तत्थ तए संमत्तं अम्ह दायव्वं ।।
2) P दुवालसविधं, P जहाणवेसु. 4) P अणन्ने देवो. 5) P तुम्हाणं पुव्ववुत्ततं. 6) P कहिस्सइ, P पोरिसीओ. 7) P om. कंठ. 9) P om. दइय. 10) P एयंमि ताव. 12) After अभिणंदिऊण य Prepeats 8 तुम्ह चलणजुयं etc. to अभिणंदिऊण य, J rightly restores पविठ्ठा P पविट्ठो. 13) P om. पि, P पोरिसी, J तप्पभूई, P च सुविसुहसुहेक्कखेत्तेसु. 14) P परियालो ।. 15) J अधीद, P एक्क for एग. 16) P पव्वइयाण काऊण. 17) J कयाई. 18) P adds त्ति after मग्गो. 19) P om. ति, P adds य before भणिओ, P पायवडणु. 20) J चंडसोम्म, P जेट्ठजो. 21) P कंमताए. 22) JP जत्थट्ठिया.
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२३०
(१७१)
1 पुव्व-ठिईए एयं अम्ह सिणेहोवयार-पक्खेहिं ।
सुविहिय तं पडिवज्जसु इच्छा-कारेण साहूणं ।।' 3 णिवडिया भणमाणा पाएसु । भणियं च चंडसोमेणं ।
'जइ होज्ज अइसओ मे तुम्हे वि य होज मणुय-लोगम्मि । 5 पंचिंदियव्व-सण्णी ता पडिवण्णं ण अण्णत्थ ।।'
तओ तेहिमि चउहिमि जणेहिं भणिओ माणभडो ‘इमं चेय' । तत्थ तेणावि 7 तह' त्ति पडिवण्णं । तो तेहिं चउहिं मि भणिओ मायाइच्चो । तेणावि 'इत्थं'
ति पडिभणियं । तओ लोहदेवो, पुणो मोहदत्तो त्ति । एवं अवरोप्पर-कय9 समय-संकेय-सम्मत्त-लंभब्भुयय-मग्गिरा अच्छिउं पयत्ता । एवं च पव्वज
किरिया-णाण-झाण-वावडाणं च ताणं वच्चइ कालो । किंतु सो चंडसोमो 11 देस-सभावेणं चेय कहिंचि कारणंतरे कोवण-सहावो, मायाइच्चो वि मणयं ___ माया-णियडि-कुडिल-हियवओ । सेसा उण पडिभग्ग-कसाय-पसरा 13 पव्वज्जमणुपालेति । कालेण य सो लोभदेवो णिययाउयं पालिऊण कय___ संलेहणा-कम्मो णाण-दसण-चारित्त-तवाराहणाए चउक्खंधाए वि पाण15 परिच्चायं काऊण तप्पाओग्ग-परिणाम-परिणय-पुव्व-बद्ध-देवत्तण-णाम-गोत्तो
मरिऊण सोहम्मे कप्पे उवगओ ।। 17 (१७१) जं च केरिसं । अवि य ।
णिम्मल-रयण-विणिम्मिय-तुंग-विमाणोह-रुद्ध-गयणवहं । 19 रम्म-मणि-कूड-रइयं सिरि-णिलयं णंदणवणं व ।।
कहिंचि सुर-कामिणी-गीय-मणहरं, कहिंचि रयण-रासि-पज्जलिउज्जलं, 21 कहिंचि वीणा-रव-सुव्वमाणुक्कंठुल्लयं, कहिंचि तार-मुत्ता-फलुज्जलं, कहिंचि ___ मणि-कोट्टिमुच्छलंत-माणिक्कयं, कहिंचि फालिह-मणि-विरइय-अक्खाडयं, ___1) J ट्ठिईए, P द्वितीए. 3) P adds य before भणमाणा. 4) J तुब्भे, J मणुअलोअंमि. 6) P तेहिं चउहिं जिणेहिं. 7) P ता for तो, J चउहि वि, J इच्छंति P इच्छियं. 9) P om. समय, P ०ब्भुयए, J यच्छिउं. 10) P adds च after ताणं. 11) P सहावेणं. 12) P पसाय for कसाय, J प्पसरा. 13) P पव्वज्जमब्भुवगया पालेंति, J लोहदेवो. 14) J चरित्तआराहणाए चउखंधाए. 15) J तप्पओग्ग, P वट्ट for बद्ध. 19) P कुड for कूड, J च for व. 20) J कामिणि, P पज्जलियउज्जलं. 21) J सुव्वमाणकंठुल्लयं P सुव्वमाणुक्कंठुलं, P मुत्ताहलु. 22) P कोट्टिमुज्जलंत, P विरइयक्खाडयं.
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(१७२)
२३१ 1 कहिंचि पोमराय-मणि-वियसिय-तामरसं, कहिंचि वियरंत-सुर-सुंदरी-णेउर
रवारावियं कहिंचि मुइउम्मत्त-सुर-कुमारप्फोडण-सुव्वमाण-पडिरवं, कहिंचि 3 ताडिय-मुरय-रव-रविजंतयं, कहिंचि तियस-विलया-णच्चण-खिप्पमाण
सुर-कुसुम-रयं, कहिंचि संचरंत-वजदेव-विजुज्जोइयं, कहिंचि सुर-जुवाण5 मुक्क-सीह-णाय-गब्भिणं, कहिंचि सुर-पेक्खणालोवमाण-बद्ध-कलयलं,
कहिचि चलमाण-वजहर-जयजया-सद्द-सुव्वमाण-पडिरवं, कहिंचि सुर7 पायव-कुसुमामोय-णिम्महंत-गंधयं, कहिंचि दिव्व-थुइ-थुव्वमाण-जिणवरं,
कहिंचि पवण-पसर-वियरत-पारियाय-कुसुम-मंजरी-रेणु-उद्धुव्वमाण9 दिसिवहं ति । अवि य ।
जं जं णराण सोक्खं सोक्खट्ठाणं व सुव्वइ जणम्मि । 11 तं तं भणंति सग्गं जं सग्गं तत्थ किं भणिमो ।। ___ एयम्मि एरिसे इयर-जण-वयण-गोयराईए सुइ-सुहए सग्ग-णगर-पुरवरे अस्थि 13 पउमं णाम वर-विमाणं ।
(१७२) तं च केरिसं । अवि य ।। 15 वर-पोमराय-णिम्मल-रयण-मऊहोसरंत-तम-णियरं ।
वर-मोत्ताहल-माला-धवल-पलंबत-ओऊलं ।। 17 पवणुट्ठय-धुय-धयवड-किंकिणि-माला-रणंत-सद्दालं ।
वर-वेजयंति-पंती-रेहिर-वर-तुंग-सिहरालं ।। 19 मणि-पोमराय-घडियं वियसिय-पोमं व पोम-सच्छायं ।
पउम-वण-संड-कलियं पउम-सणाहं वर-विमाणं ।। 21 तम्मि य पउमसणामे विमाण-मज्झम्मि फलिह-णिम्मवियं ।
ललमाण-मोत्तिओऊल-जाल-मालाहिँ परियरियं ।।
1) Pणेउराराव. 2) J कुमारफोडण. 3) P तालियसुरय, P घिप्पमाणसुरकुमारयं. 4) J कुसुमारुयं, J विजदेव विजुजोइउं. 5) P सुरपेक्खणाबंधमाणकलयलं. 7) Pom. थुइ. 8) P रेणुरयधुव्व०, Jom. ति. 10) P मि for व. 12) J गोयराइं । तो सुइसुहए णियरा पुरवरे. 13) J om. वर. 15) J मउहो०. 17) P पवणवमुद्धयधय०, P रसंत for रणंत. 18) J तुरंग for तुंग. 20) P पोमवण, J पउमसणामं P पोमसणाहं. 21) P पोमसणामे, J हलिह for फलिह. 22) P मोत्तिउज्जलजाला.
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२३२
(१७२) 1 वर-वइर-घडिय-पायं मरगय-मणि-णिव्वडंत-पावीढं ।
कक्केयणुप्पल-दलं सयण-वरं कोट्टिमयलम्मि ।। 3 तस्स य उवरि रेहइ तणु-लहु-मउयं सुवित्थयं रम्म ।
गयणयलं पिव सुहुमं सुइ-सुहयं किं पि देवंगं ।। 5 तस्स य उवरि अण्णं धवलं पिहुलं पलंब-पेरंतं । ___ तं किं पि देव-दूसं खीर-समुदस्स पुलिणं व ।। 7 अह ताण दोण्ह विवरे आणिज्जइ कास-कुसुम-मउययरे ।
देवाणुपुब्वि-रज्जू-कड्डिजंतो बइल्लो व्व ।। 9 अह कम्मय-तेओभय-सरीर-सेसो खणं अणाहारो ।
संपत्तो एक्केणं समएणं लोहदेव-जिओ ।। 11 तत्थ य संपत्तो च्चिय गेण्हइ वर-कुसुम-रेणु-सरिसाई ।
वेउव्व-पोग्गलाई अगुरु-लहु-सुरहि-मउयाई ।। 13 जह तेल्ल-मज्झ-पत्तो पूयलओ गेण्हए उ तं तेल्लं ।
पुण मीसो पुण मुंचइ एवं जीवो वियाणाहि ।। 15 अह खणमेत्तेणं चिय आहारण-करण कुणइ पज्जत्तिं ।
अणुमग्गं चिय तस्स य गेण्हइ य सरीर-पजत्तिं । 17 ठावेइ इंदियाइं फरिस-प्पमुहाइँ कम्म-सत्तीए ।
ता अणुपाणं वाउं मणं च सो कुणइ कम्मेणं । 19 भासा-भासण-जोग्गे गेण्हइ सो पोग्गले ससत्तीए ।
इय सो सव्वाहिं चिय पज्जत्तीहिं हवइ पुण्णो ।। 21 एत्थंतरम्मि सव्वं मुहुत्त-मेत्तेण अत्तणो रूवं ।
अंगोवंग-सउण्णं गेण्हइ कम्माणुभावेणं ।।
2) J कक्केअणुप्फल P कक्केयणउप्पउप्पलदलसयण. 3) P सुवित्थरं (in J र is scored and अ written after that). 4) P मिव for पिव, P सुइ सुहुमं०. 8) J पुव्विरज्जु P पुरज्जू. 9) P सरीस for सरीर. 12) P मऊयाई. 13) P पूलइओ. 14) J एयं, P विजाणाहिं ।। अखह. 15) P adds, after कुणइ, णं भासभासणजोग्गो गेन्हइ तह पोग्गले ससत्तीए ।।. 16) P च्चिय, P पजत्तं ।। णावेइ. 17) P फरिसयपमुहाई तस्स भत्तीए. 18) P om. ता, P आणुपाणुं, J वायं, P मj, P कुणइ इकमेणं. 19) P जोग्गो गेन्हइ तह पोग्गले. 20) P पजंतीहिं. 21) J रूयं. 22) P सउणं.
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२३३
(१७२) 1 अह तं उवरिम-वत्थं उत्थल्लेऊण तत्थ सयणयले ।
जंभा-वस-वलिउव्वेल्लमाण-बाहाण उक्खेवो ।। 3 आयंब-दीहरच्छो वच्छत्थल-पिहुल-पीण-भुय-सिहरो ।
तणु-मज्झ-रेहिरंगो विद्दुम-सम-रुइर-ओट्ठ-जुओ ।। 5 उण्णय-णासा-वंसो ससि-बिंबायार-रुइर-मुह-कमलो । __ वर-कप्परुक्ख-किसलय-सुट्ठव्वेल्लंत-पाणियलो ।। 7 कोमल-मुणाल-बाह चामीयर-घडिय-सरिस-वर-जंघो ।
ईसि-समुण्णय-कोमल-चलणग्ग-फुरंत-कंतिल्लो ।। 9 पिहु-वच्छत्थल-लंबिर-हार-लया-रयण-राय-चंचइओ ।
गंडत्थल-तड-ललमाण-कुंडलो कडय-सोहिल्लो ।। 11 कप्पतरु-कुसुम-मंजरि-संताण-पारियाय-मीसाए ।
आजाणु-लंबिराए वणमालाए विरायंतो ।। 13 णिद्दा-खए विबुद्धो जह किर राई कुमारओ को वि ।
तह सयणाओ उट्ठइ देवो संपुण्ण-सयलंगो ।। 15 इय जाव सो विबुद्धो ईसिं पुलएइ लोयण-जुएण ।
ता पेच्छइ सयलं चिय भत्ति-णयं परियणं पासे ।। 17 अवि य । केरिसं च तं परियणं दिटुं लोहदेवेण ।
गायंति के वि महुरं अण्णे वाएंति तंति-वज्जाई । 19 णच्चंति के वि मुइया अण्णे वि पढंति देव-गणा ।।
पालेसु जियं जं ते अजियं अजिणसु परम-सत्तीए । विरइय-सिरंजलिउडा थुणन्ति एएहिँ वयणेहिं ।। जय जय णंदा जय जय भद्दा अम्हाण सामिया जयहि ।
1) P वच्छल्लेऊण. 2) P वलिपुव्वेल्लमाणवाहालिपुक्खेवो. 3) P पीयण. 4) P अट्ठजुओ. 5) J बिंबोणयणरुइर. 6) P सुट्ठवेलंतपाणितलो. 8) P समुल्लयकोमलणणग्ग. 9) P लयालत्तराय. 10) J वर for तड. 11) J संताणय. 13) P विउद्घो. 14) P सव्वंगो. 15) P ईखि for ईसिं. 16) P भत्तियणं. 18) P वायंति. 22) P om. one जय, P सामिय जयाहि.
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(१७३) । अण्णे किंकर-देवा एवं जपंति तुट्ठ-मणा ।।
भिंगार-तालियंटे अण्णे गेण्हंति चामरे विमले । 3 धवलं च आयवत्तं अवरे वर-दप्पण-विहत्था ।।
वीणा-मुइंग-हत्था वत्थालंकार-रेहिर-करा य । 5 अच्छंति अच्छर-गणा तस्साएसं पडिच्छंता ।। सव्वहा,
अह पेच्छइ तं सव्वं अदिट्ठउव्वं अउव्व-रमियं च । 7 उव्वेल्ल-वेल्ल-मय-वस-विलासिणी-रेहिर-पयारं ।।
(१७३) तं च तारिसं अदिट्ठउव्वं पेच्छिऊण चिंतियं लोहदेवेणं । 'अहो. 9 महल्ला रिद्धी, ता किं पुण मह इमा किं वा अण्णस्स कस्सई' त्ति चिंतयंतस्स
भणियं देव-पडिहारेण । अवि य । 11 जोयण-सहस्स-तुंगं रयण-महा-पोमराय-णिम्मवियं ।
पडिहय-तिमिर-प्पसरं देवस्स इमं वर-विमाणं ।। 13 वर-इंदणील-मरगय-कक्केयण-पोमराय-वजेहिं ।
अण्णोण्ण-वण्ण-भिण्णो रयणुक्केरो तुहं चेय ।। 15 पीणुत्तुंग-पओहर-णियंब-गरुओ रणंत-रसणिल्लो ।
मयण-मय-घुम्मिरच्छो इमो वि देवस्स देवियणो ।। 17 लय-ताल-सुद्ध-गेयं सललिय-करणंगहार-णिम्मायं ।
वर-मुरय-गहिर-सदं देवस्स इमं पि पेक्खणयं ।। 19 असि-चक्क-कोत-पहरण-वर-तोमर-वावडग-हत्थेहिं ।
देवेहिँ तुज्झ सेणा अच्छइ बाहिं असंखेज्जा ।। 21 पल्हत्थेइ य पुहई मुट्ठि-पहारेण चुण्णए मेरु ।
आणं सिरेण गेण्हइ इमो वि सेणावई तुज्झ ।। ____2) P तालियंटो. 3) P त for च. 4) P मुयंग. 5) P तस्सुवएस, Pom. सव्वहा. 6) P अदिट्ठपुव्वं, P रमियव्वं ।. 8) P अइट्ठउव्वं, P लोभदेवेणं. 14) P मिद्दो for भिण्णो. 15) P पीणतुंग, P रणतरमणिल्लो. 17) P गेहं for गेयं.
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(१७३)
1 सुर - सेल - तुंग - देहो गंडत्थल- पज्झरंत-मय- सलिलो । दंसण-पलाण-दणुओ इमो वि सुर - कुंजरो तुझ ।। 3 मंदार - सुरहि-केसर-कप्पतरु-पारियाय-सय-कलियं । फल- कुसुम - पल्लविल्लं उज्जाणमिमं पि देवस्स ।। 5 हियइच्छिय-कज्ज -पसाहयाइँ णिच्चं अमुक्क-ठाणाई | तुज्झं चिय वयण-पडिच्छिराइँ इय किंकर - सयाई ।। 7 देव तुमं इंद-समो बल-वीरिय-रूव-आउय- गुणेहिं । पउम - विमाणुप्पण्णो तुज्झं पउमप्पहो णामं ।।
9
11
इय रिद्धि-परियण-बले पडिहारेणं णिवेइए णाउं । अह चिंतिउं पयत्तो हियए पउमप्पहो देवो । किं होज्ज मए दिण्णं कम्मि सुपत्तम्मि केत्तियं विभवं । किं वा सीलं धरियं को व तवो मे अणुच्चिणो || इय चिंतेंतस्स य से वित्थरियं झत्ति ओहि - वर - णाणं । पेच्छइ जंबुद्दीवे भरहे मज्झिल्ल-खंडम्मि ।। 15 पेच्छइ जत्थुप्पण्णो तुर घेत्तूण जत्थ सो पत्तो । चलिओ रयणद्दीवं जह पत्तो जाणवत्तेण ।।
13
17
19
21
जह भरियं रयणाणं जह य णित्तो समुह - मज्झम्मि । जह भद्दो पक्खित्तो लोह- विमूढप्पणा तेण ।। जह फुट्टं बोहित्थं तारद्दीवम्मि जह दुहं पत्तो । संपत्तो को जह दिट्ठो धम्मणंदणो भगवं ।। जह पव्वज्जमुवगओ संविग्गो जह करेउमाढत्तो । पंच - णमोक्कार-मणं काल-गयं चेय अत्ताणं ।
om.
२३५
3) J कप्पतरु, P पारियायसंवलियं । 7 ) J विहव for रू. 9) J परिहारेणं. 11) J व भवे for विभवं. 12 ) P धरिउं. 13) P चिंतंतस्स, J वित्थारियं, P ज्झति. 14) P खंडिंमि. 15) P जो for सो. 17 ) P भरिओ. 19) J दुक्खं for दुहं. 20) J संपत्तो, P कोसंबी, J भयवं. 21 ) P संवेग्ग, P करेउ आहत्तो, P चेव व अत्ताणं.
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२३६
(१७४) 1 णायं तु जहा कम्मं बहुयसुहं सोसियं तु दिक्खाए ।
पंच-णमोक्कार-फलं जं देवत्तं मए पत्तं ।। 3 (१७४) इमं च पेच्छिऊण सहसा वलिय-चलंत-कंत-कामिणी
गुरु-णियंब-बिंब-मंथर-विलास-कणय-कमलाली-खलंत-मणि-णेउर5 रणरणारावं रसणारसंत-किंकिणी-जाल-माला-रणंत-जयजयासह-पहरिस
संवलिउच्छलंत-सपडिसद्द-पसरंत-पूरिय-खुब्भमाण-सुरयणं समुट्ठिओ 7 सयणाओ, अभिगओ सत्तट्ठ-पयाई जंबुद्दीवाभिमुहो, विरइओ य सिरे कमल
मउल-सरिसो अंजली । णिमियं च वामं जाणुयं । मणि-कोट्टिम-तलम्मि भत्ति9 भर-विणमिउत्तिमंगेण भणियं च णेण ।
सुर-गंधव्व-सिद्ध-विज्जाहर-किंणर-गीय-वयणयं । 11 दणुवइ-वर-णरिंद-तियसिंद-पहत्तण-लंभ-गरुययं ।
भीसण-जणण-मरण-संसार-महोयहि-जाणवत्तयं । 13 जयइ जिणिंदयाण वर-सासणयं सिव-सोक्ख-मूलयं ।।
तित्थ-पवत्तण-गरुयएँ णिम्मल-पसरंत-णह-मऊहयए । 15 सयल-सुरासुर-णमियएँ पणमामि जिणाण य चलणए ।।
एरिसिया सुर-रिद्धिया दिण्णा रयण-समिद्धिया । 17 जेण महं सुह-कम्मयं तं पणमामि सुधम्मयं ।। ति । ___ समुट्ठिओ य पणामं काऊणं, भणियं च णेण भो भो मए, किं करियव्वं संपयं' 19 ति । पडिहारेण विण्णत्तं 'देव, कीला-वावीए मज्जिऊण देवहरए पोत्थय
वायणं' ति । तेण भणियं । ‘पयट्ट, कीला-वाविं वच्चामो' त्ति भणमाणो 21 चलिओ सरहसं । पडिहारो ओसारिज्जमाण-सुर-लोओ संपत्तो मज्जण-वाविं ।
(१७५) सा पुण केरिसा । अवि य । _1) P बहुमसुयं ज्झोसियं. 2) J •क्कारहलं. 3) P om. कंत. 5) P रणरणारसणरसंत, P सद्दा, Jom. पहरिस. 6) Jलंतपडिसद्दयसरपूरिय. 7) P रयणाओ for सयणाओ, P adds य before सत्तट्ठ, J विरइय सिरे, P कमलउल. 8) J सरिस अंजलिं, P निम्मियं, J वामजाj, J कोट्टिमयलंमि. 9) J विणेमिउ० P वियणमिउ०. 10) P विज्जाधर. 12) P om. भीसण, P जमण, P adds विणास before संसार. 14) P गरुए, P मयूहए. 15) P नमियपए, P om. य. 16) J एरिसा. 18) P om. य, P om. भणियं च णेण. 19) J देवहरय (यं?) P देवहरयं. 20) J वायणं च त्ति, J कीलावावी, Jom. त्ति. 21) P पडिहारो सारि०. 22) P जा for सा.
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(१७५)
२३७ 1 परंत-रयण-कोट्टिम-णाणा-मणि-किरण-बद्ध-सुरचावा ।
तीर-तरुग्गय-मंजरि-कुसुम-रउद्भूय-दिसिचक्का ।। 3 मणि-सोमाण-विणिम्मिय-कंचण-पडिहार-धरिय-सिरिसोहा ।
कलधोय-तुंग-तोरण-धवलुद्भुत-धयवडाइल्ला ।। 5 पवण-वस-चलिय-किंकिणि-माला-जाला-रणत-सुइ-सुहया ।
बहु-णिज्जूहय-णिग्गम-दार-विरायंत-परिवेढा ।। 7 कंचण-कमल-विहूसिय-सिय-रयण-मुणाल-धवल-सच्छाया ।
फलिह-मउज्जल-कुमुया णिक्ख-विणिम्मविय-सुरहि-कल्हारा ।। 9 णीलमणि-सुरभि-कुवलय-विसट्ट-मयरंद-बिंदु-चित्तलिया ।
वर-पोमराय-सयवत्त-पत्त-विक्खित्त-सोहिल्ला ।। 11 वर-इंदणील-णिम्मल-णलिणी-वण-संड-मंडिउद्देसा ।
विच्छित्ति-रइय-पत्तल-हरिया बहु-पत्त-भंगिल्ला ।। 13 सुर-लोय-पवण-चालिय-सुरदुम-कुसुमोवयार-सोहिल्ला ।
अच्छच्छ-धवल-णिम्मल-जल-भर-रंगत-तामरसा । 15 इय कमल-मुही रम्मा वियसिय-कंदोट्ट-दीहरच्छि-जुया ।
मणि-कंचण-घडियंगी दिट्ठा वावी सुर-वहु व्व ।। 17 तं च पेच्छिऊण दिण्णा झंपा वावी-जलम्मि । तस्साणुमग्गओ ओइण्णो सुर
कामिणी-सत्थो । किं च काउमाढत्तो । अवि य । 19 तुंग-थणवट्ट-पेल्लण-हल्लिर-जल-वीइ-हरिय-णिय-सिचओ ।
कलुसेइ णिम्मल-जलं लज्जतो अंग-राएण ।। 21 वित्थय-णियंब-मंथण-धवलग्गय-विप्फुरंत-फेणोहं ।
अह मह इमं ति सिचयं विलुलिज्जइ जुवइ-सत्थेण ।।
2) रयद्भूय, J दिसिअक्का. 3) P सोपाण. 4) P किलहोय, P धवलुहुद्धंत. 5) P जालमाला for मालाजाला. 7) P विगासिय, Jom. धवल. 8) P फलिहविलुज्जकुमुयानिक्कवि०, P om. सुरहि, P कल्लारा. 9) P सुरहि. 10) P adds मरगयस before सयवत्त, P om. पत्त. 12) P विच्छित्त, P पत्तलपत्तलयावत्तपत्त. 14) J अच्चत्थधवल, J जलहर. 15) P हरिसा for रम्मा. 17) P तस्सालुमग्गो. 19) P घणवद्धपल्लण, P वीइतियसचिंचइओ. 21) P विप्फरंतफेणारं. 22) P विलुलिज्जति.
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(१७६) 1 अवरोप्पर-ओल्लण-सोल्लणाहिँ णिवडत-णीसहगाहिं ।
पोढ-तियसंगणाहिं दइओ णिद्दोसमवऊढो ।। 3 पउमप्पहो वि खेल्लइ ससंक-णिवडत-पउम-लहु-पहरो ।
अच्छोडिय-णिद्दय-कमल-संग-जल-पहर-धाराहिं ।। 5 अंगम्मि तस्स ताव य पहरंति मुणाल-णाल-पहरेहिं ।
मुद्ध-तियसंगणाओ वलिऊण ण जाव पुलएइ ।। 7 जा जा मुणाल-पहया होइ ससिक्कार-मउलियच्छीया ।
तं तं पउम-समाणा पोढा ण गणेइ खेलम्मि ।। 9 जल-जंत-णीर-भरियं लोयण-जुयलं पियस्स काऊण ।
चुंबइ दइयस्स मुहं लज्जा-पोढत्तणुप्फालं ।। 11 इय मज्जिऊण तो सो तियस-वहू-वर-करेणु-परियरिओ।
उत्तरिओ लीलाए दिसा-गइंदो व्व सवियारं ।। 13 पमज्जियं च रायहंस-पम्ह-मउएण देव-दूसेण से अंगं । समप्पियं च तस्स
धोयवत्ति-जुवलयं । तं पुण केरिसं । 15 किं होज तूल-मउयं घडियं वा कास-कुसुम-पम्हेहिं ।
किं वा मुणाल-तंतू-णिम्मवियं देव-सत्तीए ।। 17 तं च तारिसं णियंसिऊण कय-उत्तरासंगो पडिहार-दाविय-मग्गो पयत्तो गंतु,
देवहरयं पत्तो य । उग्घाडियं च से दारं णिओइएण देव-घरयस्स । ताव य 19 णिज्जियसेस-मऊहा परिपेल्लिय-दूर-पाव-तम-पसरा ।
दिणयर-सहस्स-मइय व्व झत्ति कंती समुच्छलिया ।। 21 (१७६) ताव य णव-वियसिय-पारियाय-कुसुम-मंजरी-रेहिरो सुर-मंदार___ कुसुम-गोच्छ-वावडो कणय-कमल-विसट्टमाणे-दीवर-भरिओ सव्वहा
2) P निद्दयसमवऊढो. 3) P खेलइ. 4) P उच्छोडियनिद्दलकमल. 7) P होहिइ. 8) J पउमसणामो P पओसणामो, P पोढं. 11) P परिओ ।. 12) P गयंदो. 13) P पओगेण for मउएण, om. देव. 15) P कि होज दूलमईयं, J मउअं किं वा विहु कास०, P पडियं वा (emended घडियं वा). 16) J तंतु P तंत. 17) P निसेयंसिऊण. 18) P देवघरयं, P उक्खाडियं, Jom. से, P देवहरयं. 19) P पडिपेल्लिय. 20) P कंति. 21) P वियसिया, P मंदर.
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(१७६)
२३९ 1 दसद्ध-वण्ण-कुसुम-पडहत्थ-कणय-पडल-णिहाओ उवट्ठविओ परियणेण । ___ एत्थंतरम्मि पविठ्ठो ‘णमो जिणाणं' ति भणमाणो देवहरए पउमप्पहो देवो । 3 पेच्छइ य जिणहरं । तं च केरिसं । अवि य,
अण्णोण्ण-वण्ण-घडिए णिय-वण्ण-पमाण-माण-णिम्माए । 5 उप्पत्ति-णास-रहिए जिणवर-बिंबे पलोएइ ।।
फलिह-मणि-णिम्मलयरा के वि जिणा पूसराय-मणि-घडिया । 7 के वि महाणीलमया कक्केयण-णिम्मिया के वि ।।
मुत्ताहल-तारयरा अवरे वर-पोमराय-सच्छाया । 9 अवरे सामल-देहा मरगय-दल-णिम्मिया के वि ।।
ते य भगवंते पेच्छिऊण जिणवरे हरिस-वस-वियसमाण-णयण-जुवलओ 11 चलणेसु णमो सव्व-जिणाणं' ति भणमाणो णिवडिओ । ताव य दिव्व-सुरहि
जल-भरिए समप्पिए कणय-कलसे अहिसिंचिऊण, विलित्ते दिव्व-देवंगराएण, 13 उप्पाडियं च गोसीस-चंदण-गंध-गब्भिणं पवर-धूयं । आरोवियाणि य जं___ जहावण्ण-सोहा-विण्णास-लायण्णाई जल-थलय-कुसुमाई । तओ विरइय15 विविह-पूयं केरिसं तं तियस-देवहरयं दीसिउं पयत्तं । अवि य ।
वियसिय-कणय-कमल-सिरि-णिज्जिय-माणस-लच्छि-गेहयं । 17 णव-कंदोट्ट-कुसुम-कल्हार-विराविय-कंत-सोहयं ।।
णव-मंदार-गोच्छ-संताणय-कुसुम-पइण्ण-रायय । 19 मंदिरयं जिणाण तं सोहइ तत्थ समत्त-पूययं ।।
तं च तारिसं पेच्छिऊण पहरिस-वस-समूससंत-रोमंच-कंचA 21 इओ थोऊण समाढत्तो भगवंते जिणवरिंदे । अवि य,
जय ससुरासुर-किंणर-मुणिवर-गधव्व-णमिय-चलण-जुया ।
___1) J पडलय, P उवद्धविउ. 2) P repeats नमो. 3) P पेच्छइ यरा के वि जिणा पोमरायमणिघडिया । के वि महानील महाकक्केयणरयणनिम्माया । for पेच्छइ य जिणहरं । etc. to कक्केयणणिम्मिया के वि ।. 7) J कक्केयिणि. 8) P अवरोवर. 9) P मरगयचलनिमया. 10) P पूतिऊण for पेच्छिऊण. 11) P खीरोय for दिव्वसुरहि. 12) P om. समप्पिए. 14) P जहावण्णा, P लावण्णा, P थल for थलय, P विरइयं. 15) P om. तं, P पयत्ता. 16) P वयण for कणय, P राहयं for गेहयं. 18) P राइयं. 19) P adds च before सोहइ. 20) J कंचुओ. 22) P गण for वर.
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(१७६)
1 जय सयल-विमल-केवल-जिण-संघ णमोत्थु णं तुज्झ ।।
जइ देवो णेरइओ मणुओ वा कह वि होज तिरिओ हं । 3 सयल-जय-सोक्ख-मूलं सम्मत्तं मज्झ देज्जासु ।।
2) P जय देवो.
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