Book Title: Jin Darshan Chovisi
Author(s): Prakrit Bharti Academy
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 20
________________ 3. भगवान् सम्भवनाथ . भव्यजीव रूपी उद्यान को सिंचित करने के लिए जगत्पति श्री सम्भवनाथ के मुख से नि:सृत जलधारा रूपी जो वाणी है वह वाणी सर्वदा यशस्वी हो। पूर्वभव संख्या -3 च्यवन स्थान-आनत . च्यवन तिथि -फाल्गुन सुदि८ जन्म नगरी -श्रावस्ती जन्म तिथि -मार्गशीर्ष सुदि 14 वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -जितारि मातृनाम -सेना जन्म नक्षत्र -मृगशिरा जन्म राशि -मिथुन लाञ्छन -अश्व वर्ण -स्वर्ण दीक्षा नगरी -श्रावस्ती दीक्षा तिथि -मार्गशीर्व सुदि 15 छद्मस्थं काल -14 वर्ष ज्ञान नगरी -श्रावस्ती ज्ञान तिथि -कार्तिक वदि५ गणधर संख्या-१०२ गणधर नाम -चारु मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -चैत्र सुदि५ यक्ष नाम -त्रिमुख यक्षिणी नाम-दुरितारि प्रमुख तीर्थ -श्रावस्ती, जीयागंज, कोजरा

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