Book Title: Jin Darshan Chovisi
Author(s): Prakrit Bharti Academy
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 76
________________ 22. भगवान् नेमिनाथ (अरिष्टनेमि) यदुवंश रूपी समुद्र के लिए जो चन्द्रमा रूप हैं और कर्मरूप अरण्य के लिए हुताशन स्वरूप हैं वे अरिष्टनेमि भगवान् तुम्हारे अरिष्ट या दुःखों को दूर करें। पूर्वभव संख्या -9 च्यवन स्थान-अपराजित - च्यवन तिथि -कार्तिक वदि 12 जन्म नगरी -सौरिपुर जन्म तिथि -श्रावण सुदि 5 वंश -हरिवंश पित नाम -समुद्रविजय मातृ नाम -शिवा जन्म नक्षत्र -चित्रा जन्म राशि -कन्या लाञ्छन -शंख वर्ण -कृष्ण दीक्षा नगरी -द्वारिका दीक्षा तिथि -श्रावण सुदि६ . छद्यस्थ काल -54 दिन ज्ञान नगरी -उज्जयन्त गिरि ज्ञान तिथि -आश्विन वदि 15 गणधर संख्या-११ गणधर नाम -वरदत्त मोक्ष स्थान -गिरिनार मोक्ष तिथि -आषाढ़ सुदि 8 यक्ष नाम -गोमेध यक्षिणी नाम -अम्बिका प्रमुख तीर्थ-गिरिनार, सौरीपुर, आबू, नाडलाई कुंभारियाजी, भोरोल, वालम, पारोली।

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