Book Title: Jin Darshan Chovisi
Author(s): Prakrit Bharti Academy
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 58
________________ 16. भगवान् शान्तिनाथ __ जिनकी वाणी रूपी चन्द्रिका समस्त दिक्समूह को निर्मल करती है, जिनका लांछन मृग है वे शान्तिनाथ अज्ञानरूप अन्धकार को शान्त कर तुम्हें शान्ति प्रदान करें। पूर्वभव संख्या -12 च्यवन स्थान-सर्वार्थसिद्धि च्यवन तिथि -भादवा वदि७ जन्म नगरी -हस्तिनापुर जन्म तिथि - ज्येष्ठ वदि 13 वंश -इक्ष्वाकु पितृ नाम -विश्वसेन मातृ नाम -अचिरा जन्म नक्षत्र -भरणी जन्म राशि -मेष लाञ्छन -मृग वर्ण -स्वर्ण दीक्षा नगरी -हस्तिनापुर दीक्षा तिथि - ज्येष्ठ वदि 14 छास्थ काल -1 वर्ष ज्ञान नगरी -हस्तिनापुर ज्ञान तिथि -पौष सुदि९ गणधर संख्या-३६ गणधर नाम -चक्रायुध मोक्ष स्थान -सम्मेतशिखर मोक्ष तिथि -ज्येष्ठ वदि 13 यक्ष नाम -गरुड़ यक्षिणी नाम -निर्वाणी प्रमुख तीर्थ- हस्तिनापुर, सेवाड़ी, भोपावर, ईडर

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