Book Title: Jinaharsh Granthavali
Author(s): Agarchand Nahta
Publisher: Sadul Rajasthani Research Institute Bikaner

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Page 599
________________ [ ५२६ 1 १६५ २०३ ००५ २०७ ७८ म्हारउ मन माला मा वसि राउ ७६ माखी नी १६६, २८१, ३३४ ३५३, ३८१ ८० पीछोला री पालि चापा दोइ मउरीया मोरा लाल चा० १६८ ८१ ऊमादे भटियाणी ना गीत नी १६६,२५५ ८२ ऊंढीणी चोरी रे २०२ ८३ नणदल री ८४ जोधपुरी नी २०४,४८४,४६६ ८५ सरज रे किरणे हो राजि माथउ गथायउ ८६ थारी तो खातर हुँ फिरी गुमानी हंझा, ज्युचकरी लाबी डोर २०६ '८७ लूअर री ८८ उधव माधव ने कहिज्यो २०८, ४८७ ८६ बीमा रा गीत री १० सोहलारी २२५,२३३,३४४, ६१ थे सौदागर लाल चलण न देस्यु २३४,५०१ १२ मोकली भाभी मोनइ सासरइ ६३ दाद दीपतउ दीवाण २३८ । ६४ वींछीया नी २३६,२८२ ६५ ऊंचउ गढ ग्वालेर कउ रे मन मोहना लाल २४० १६ संबरदे ना गीत नी २४१ ६७ महिदीनी १८ फागनी २२३,२४४,२५०,२६६ १६ चादलिया की , -३३३ १०० म्हारइ आगणइ हे आंबउ सहीया मरीयउ २०६ २३५ २४३

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