Book Title: Jain Tattva Darshan Part 01
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 28
________________ E. इतना फेंक दो मान क्रोध का कचरा फेंक दो। मान की गन्दगी फेंक दो। माया की मूर्खता फेंक दो। लोभ का लालच फेंक दो। रोजाना बाहर फेंको। क्रोध LIARA माया लोभ क्षमा से क्रोध जाता है। नम्रता से मान जाता है। सरलता से माया जाती है। दान से लोभ जाता है। नम्रता क्रोध से वैर बढ़ता है। क्षमा से वैर घटता है। मान से विनय घटता है। नम्रता गुणवान बनाती है। क्षमा दान माया अशान्त बनाती है। सरलता शान्ति देती है। लोभ से पाप बढ़ता है। दान से पाप घटता है। सरलता 26

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