Book Title: Jain Tattva Darshan Part 01
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 31
________________ ( 15 ) A. सूत्र विभाग 1. पंच परमेष्ठि नमस्कार सूत्र (PANCHA PARAMESHTHI NAMASKAR SOOTRA) नमो अरिहंताणं NAMO ARIHANTANAM नमो सिद्धाणं NAMO SIDDHANAM नमो आयरियाणं NAMO AAYARIYANAM नमो उवज्झायाणं NAMO UVAJZAYANAM नमो लोए सव्वसाहूणं NAMO LO-A SAVVA SAHOONAM एसो पंच नमक्कारो ESO PANCHA NAMUKKARO सव्व पावप्पणासणो SAVVA PAVAP PANASANO मंगलाणं च सव्वेसिं MANGALANAM CHA SAVVESIM पढमं हवई मंगलं PADHAMAM HAVAI MANGALAM नवकार नवपद चित्र नमो चारितस्स नमो तवस्स नमो लोए सलसाहण जंगलणं च राही नमो सिद्धाण पणासणी ★ मंगलाण नमो अरिहंताणं) नमो उवज्झायाण नमो दंसणस्स मुकारी नमो आयरियाण नमो नाणस्स जर ड भावार्थ: इस सूत्र से अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु इन पंच परमेष्ठियों को नमस्कार किया गया है। इस मंत्र से सभी पाप और विघ्न नष्ट हो जाते है। यह मंत्र सभी मंगलों में प्रथम मंगल है। EXPLANATION: Navakar is a Maha Mantra. The salutations are offered here to the Panchaparameshthis: Arihant, Siddha, Acharya, Upadhyaya and saadhu. By doing this, all our sins and miseries disappear. 29

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