Book Title: Gora Badal Padmini Chaupai
Author(s): Hemratna Kavi, Udaysinh Bhatnagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 45
________________ कवि हेमरतन कृत विचि' पालखी पदमिणि तणी, चिहुँ दिसि भमर रह्या रुणझणी // ऊपरि कंचण' कलस अनेक, एक थकी वलि अधिकउ'' एक" // 102 // सुभट' तणा नवि लाभइ पार, 'गज-गरजारव हय-हीसार॥ पंच शबद वाजइ वाजित्र', जे सुणताँ सर्वि नासई शत्र' // 103 // इम' तसु साथई सबली सेण', गयणंगणि बहु ऊडई रेण // आव्या चित्रकोट तलहटी, हुवउ कोलाहल अति कलहटी // 104 // वीरभाँण' संकाण माहि', 'सुभट सहू धाया असि-साहि॥ परदल आविउं' जांणी करी', "हाटे हलफल हुई खरी" // 105 // तितरई' आविउँ' नृपन दूत, कागल लेई माहि पहूत // वीरमाण वाची सहु वात', "धन्य दिवस मुझ आविउ तात"॥१०६ // विनयवंत' सॉम्हउ' दोडीउ, "कपट तण पडदउ छोडी॥ "सुभट सहू धाया ससनेह', 'जोअण आया लोक अछेह // 107 // सकल' लोक' जई लागा पाइ, कुसल' खेम पूछई नरराइ॥ रतनसेन चडी गजगाहि, महा महोछवि आविउ माहि // 108 // // 102 // 1 विचडू , बिचि D, विचै छ। 2 पालखी BCDE | 3 पदमणि , पदमिण D, पदिमणि / / 4 चिहू CD, चिह्न / 5 दिस B / 6 भ्रमर / / 7 रणझणी B / ८कचन / / ९एक एक थकि वलि B, एक एक थी cD, एक एक थी बल / 10 इधको , अधिकी D, अधिको / / 11 रेख D / // 103 // 1 सुभटाँ तणाँ E / 2 न / 3 लाभै DE | 4-4 गय गंजारव हय हंसार B, हिंसार , गैगरनारव हय हीसार D, गय...हींसार / 5 बाजै D, वाजै / 6 बाजीत्र D / 7 जइ BC | 8 सहु / / 9 नासइ BC, नासे DE | 10 शित्र B, सत्रु 0 शत्रु B, सित्र E / // 10 // 1 इण CD / 2 परि D, तस / 3 साथै CD, साथि E / 4 बहुली / 5 सेणि , सेन DI 6 गयणांगण B, गयणाँगणि, गयांगण D / 7 लगि D / 8 ऊडी CDE | 9 आया CDI 10 चित्रकोटि / 11 हुई 4, हुवो CE, हुयो D / 12 कुलाहल / // 105 // 1 वीरमाण BD | 2 साक्यउ BC, साक्यौ D, संक्यो E / 3 मनमांहि BCE, मनमाहि D| 4-4 ...असू...BE,...अस...C, सुहडाँ तेड्या सिलह कराइ D / 5 आव्यउ B, आव्यौ , आयो D, आव्यो / 6 बारि D / ७-७...हुइ घरी घरि C, हलबल पडी सारे बाजारि D, हाटे हल हुई अति घणी / // 106 // 1 ततरइ A, तितरै / 2 आव्यउ B, आयो। 3 वपनो / 1-3 तितर नृप भुक्यो एक दूत D, ...आव्यो...: / 4 देइ D / 5 मांहि BC, रूडो D / 6 पहुत्त BCE, रजपूत D / 7 वीरभाण EC, धीरभाँण / / 8 बाची c, पूठी D, वाँची / 9 सब BE, सवि , सबि D / 10 बात cDI 11 धनि / / // 107 // 1 विनैवंत c, 'करि / / 2 साम्हौ , सॉम्हा D / 3 दउँडीयउ n, दोडीयो c, आवीया D, दोडीयो / ४-४...छोडीयउ ,...तणौ पडदो छोडीयो , कही भेद सहु परचावीया D....तणो पडदो छोटीयो / 5-6 D प्रतिमें नहीं है / 6 जोवण / / // 108 // १शकल B, नगर D / 2 जाइ B, जाय , सहु D / 3 लागइ / / 4 पाय CD / 5 कुशल BCE | 6 पूछै DE / 7 रतनसेंनि / 8 चढीयो D चढीया / 9 गजगाह BC, गजराज 4 / 10-10 महामहोलव आयो माँहि D, माहा... माहि D, ढालै चमर धरै छत्र साज है।

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