Book Title: Gora Badal Padmini Chaupai
Author(s): Hemratna Kavi, Udaysinh Bhatnagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 69
________________ 382 कवि हेमरतन कृत [छठो खण्ड] गढ चीतोड' तणी तलहटी, आविउ असिपति इणि परि हठी। लाख सतावीस लसकर लार, 'हथीयारे लागा हथियार // 242 // महगल' सबल कर सारसी, हय हीसारव भट पारसी। आतसबाजी अधिक अगाज', गोला-नालि रह्या बहु गाजि // 243 // दह दिसि मंड्या बहु दुमदमा', 'सुभट सहू दीसई ऊजमा। "ढलकई चिहुँ दिसि बहु ढीकुली', 'न सकइ कोइ पइसी नीकली' // 244 // दुमकि' दुमामा घूमई घणा', 'वाजइ ढोल घण-साँघिणा। भभका भुंगल' मेरी भूर', रणकई रोस भरया रण-तूर' // 245 // हुई' सरणाई सिंधू साद, परबत माहि' पडई पडसाद / / हठी आलिम साहि अभंग', जुद्ध तणा करि जाणइ जंग // 246 // रतनसेन' पिण रोसह चडिउ', दीठ आलिम आवी पडिउ। सुभट सेंन सज कीधी सहू', बलवंत बोलह बहसे बह // 247 // "साहि भलई तुं आविउ सही', 'पिणि हिव नासि म जाए वहीं। नासंता छह नर नई खोडि', हुँ ठाव छु' इण हिजि ठोडि" // 248 // // 242 // 1 चीत्रोड BC, चीतौड 3 | 2 अनुक्रमि आया असपति हठी , अनुक्रमि आयो असपति...0, __अनुक्रमि आयौ असपति हठी , अनुक्रमि आयौ आलम हठी है। 3 हथियार दीसह..., ........दीसइ हथीयार ,....दीसै...D डेरा दीया अति विस्तार E . // 243 // 1, मइँगल B, मयगल D, मेंगल। 2 कर D, करें | 3 हींसारव B, हीसे हींसें / / 4 मुगल BCD, मूंगल / 5 अति / / 6 अगास D / 7 अग्राज / / ... // 245 // १दिस। 2 मॉड्याँ , माड्यौँ / 3 दमदमा BCDE | 4 सुभट्या सहू दीसह जमा है, . ...दीस ऊजमा 0, ...सहुं दीसै उजमा , माँडी नालि वलि चिहुयै गमा / / 5 ढलकर बिहुं दिसि ...बहु दीकुली B, ढलकर बिहु दिसि बहु दीकली , ढलकै...ढीकली D, ढलकै ठाँमठॉम डाली। ६...नीकली BOD, न सके को पैसी नीकली। // 45 // १...दमामा घूम....B, दुमका दाँमा धूम....0, ...दाँमा धूम...D, पास नगरे भूजे धरा / २...घणाहू घणा B0, बाजै ढोल नही कार मणा D, गॅज्या गयण अनै गिरवरौं / भमकै DRI ४.मूंगल B, मूगल, मुंगल DE | 5 भूरि / 6 रणकरें B, रणकै D 8 भरायद तूर * B0, भराया तूरि D, भराणा तूर / // 256 // 1 सुर BODE | 2 सीधू D, साँधू / / 3 परवति B| 4 माँहि BC| ५पडा B पडै DRI 6 परसाद / 7 हठीयो BOD, हठीयौ / 8 आलमसाह Bo, आलमसाहि DE / ९ऽलाव (अलाव) / 10 जुध...जाणह...B, जोधि...जाणइ...०, जुध जुख्या करि जाँणे जंग D, गढ भाँजण भनि चिंतें दाव।। // 27 // 1 रतनसेनि BD | 2 पणि BODE | 3 रोसइ B, रोसि , रोसे D, रोसें / / 4 चयउ , चन्यो , चढ्यौ D, चच्यौ / / ५दीठो CE, दीठौ / / ६आलम ODI 7 पन्य 80, पडी , / अख्यौ / / 8 तेडाया / ९बहू BCE, सहुं / 10 बोले D, आया / / 11 सहू। 242 / B284 / 0285 / D299 / / 339 / राणा रतनसेनजी दूत मोकली एम कहायो-B. // 248 // १...आम्यउ...:, ...मला तू आव्यो...०, साँहि भलै तू आयो सही D, अम् उपरि आया छौ सही।। 2 पणि नासि म जाजो जी चिप मही 80, नौसि म जाजो खिमजो रही D, नासि मजाजो खमयो रही / / 3 नासता BODE / 4 छै / / 5 नरने। 0, नरनै / 3-6 नासता हींदू नै खौडि / / ७हूँ B, ODI ८ठावोठावौ DE | 9 छ& B, छु / १.णहीण हीज , इणि हीज / / 11 ठउडि B, ठोदि कठोड ,ठौडि।

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