Book Title: Mahendrakumar Jain Shastri Nyayacharya Smruti Granth
Author(s): Darbarilal Kothiya, Hiralal Shastri
Publisher: Mahendrakumar Jain Nyayacharya Smruti Granth Prakashan Samiti Damoh MP

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Page 600
________________ अजितसेन ५/ जैनदार्शनिक साहित्य : १७ जैन सिद्धान्त-भवन, आरामें उपलब्ध प्रकाशित न्यायमणिदीपिका (प्रमेयरत्नमाला-टीका) सप्तभङ्गितरङ्गिणी संशयवदनविदारण षड्दर्शनप्रमाणप्रमेयसंग्रह विमलदास शुभचन्द्र शुभचन्द्रदेव शान्तिवर्णी प्रशस्तिसंग्रह, वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली जैनमठ, मडबिद्रीमें उपलब्ध जैन सिद्धान्त-भवन, आरामें उपलब्ध प्रकाशित जैनमठ, मूडबिद्रीमें उपलब्ध चारुकीर्ति पंडिताचार्य नरेन्द्रसेन सुखप्रकाश मुनि अमृतानन्द मुनि खण्डनाकन्द जगन्नाथ (१७०३ वि०) वजनन्दि प्रवरकीर्ति अमरकीर्ति नेमिचन्द्र मणिकण्ठ शुभप्रकाश अज्ञातकर्तृक परीक्षामुखवृत्ति प्रमेयकण्ठिका ( परीक्षामुखवृत्ति) प्रमेयरत्नालङ्कार प्रमाणप्रमेयकलिका न्यायदीपावलि टोका न्यायदीपावलिविवेक तत्त्वदीपिका केवलिभुक्तिनिराकरण प्रमाणग्रन्थ तत्त्वनिश्चय समयपरीक्षा प्रवचनपरीक्षा न्यायरत्न न्यायमकरन्दविवेचन षड्दर्शन जैनमठ, मूडबिद्रीमें उपलब्ध जयपुर तेरापंथी मन्दिरमें उपलब्ध धवलकवि द्वारा उल्लिखित जैनमठ, मूडबिद्रीमें उपलब्ध हुम्मच गाणंगणि, पुटप्पामें उपलब्ध जैन सिद्धान्त-भवन, आरा अज्ञातकर्तृक पद्मनाभशास्त्री, मडबिद्रीके पास उपलब्ध जैनमठ, श्रवणवेलगोलामें उपलब्ध जैन भवन, मडबिद्रीमें उपलब्ध मद्रास सूची नं० १५७४ , १५५७ जैनमठ, मूडबिद्री श्लोकवार्तिकटिप्पणी षड्दर्शनप्रपञ्च प्रमेयरत्नमालालधुवृत्ति अर्थव्यञ्जनपर्याय-विचार स्वमतस्थापन सृष्टिवाव-परीक्षा सप्तभङ्गी षण्मततक शब्दखण्डव्याख्यान प्रमाणसिदि प्रमाणपदार्थ परमतखण्डन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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