Book Title: Kalpasutra Author(s): Dipak Jyoti Jain Sangh Publisher: Dipak Jyoti Jain Sangh View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir ।। ऊँ परमेष्ठिने नमः ।। % श्री कल्पसूत्र का हिन्दी अनुवाद %## सुबोधिका टीका का हिन्दी भाषांतर % (श्री कल्पसूत्र जो सर्व शास्त्रों में शिरोमणि है और जिस के प्रति जैनों के बच्चे-बच्चे की श्रद्धा और भक्ति है उस पर अनेक महापुरुषों ने अनेक टीकायें रची हैं जिनमें टीका बहोत ही प्रख्यात और आदरणीय है उसका यह अक्षरशः हिन्दी भाषांतर किया गया है ।) For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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