Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 11
________________ १३ पर स्त्री की पन में भी इच्छा नहीं करना स्वस्त्री के साथ. मी विषय वासना नहीं रखना पर्वणी तिथियों में ब्रह्मचर्य पालना. १४ धर्म की बड़ी तिथियों में यथा.शक्ति दान, शीयल, तप करना दान में भी ज्ञान दान को प्रथम स्थान देना. १५ वरसी तप या तपस्या के उजमणे में फजुल खर्च न करतेहुए पुस्तकादि की प्रभावना करना अथवा अच्छी संस्था यो में दान देना. १६ कमाई में से कुछ हिस्सा शुभ खाते में निकालना और उसका सदुपयोग भी शीघ्र कर डालना.. पाठ ३रा. व्यसन का त्याग.. ? जुवा नहीं खेलना और जुवा खेलने ___ वाले की सोवत नहीं करना. . २ दारू, ताड़ी, मांस, मच्छी का उपयोग नहीं करना.

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