Book Title: Samyaktva Mul Bar Vratni Tip Author(s): Udyotsagar Gani Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 3
________________ VIVASSISTARAMATKAndEW. श्रीसम्यक्त्व मूल बार व्रतनी टीप. हिंदुस्थानी भाषामां पंमित श्री उद्योतसागरगणिविरचित. , द्वितीयावृत्ति तेनुं गुर्जरभाषामां भाषांतर करीने समस्त सम्यकदृष्टि शुद्ध श्रद्धायुक्त मुज्ञजनोने भणवा वांचवाने योग्य जाणी. शाण जीमसिंह माणकें श्री मुंबाख्य पुरीमध्ये निर्णयसागराभिध मुद्रायंत्रमा मुद्रित करावी छे. संवत् १९५४. सने १८९७. acc TWOPage Navigation
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