Book Title: Rashtrabhasha Shabdakosh Author(s): Sahityaratna Publisher: Vora and Company Publishers Limited View full book textPage 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गाडी [ અચાલ अचानक जलाना सगाई-24. सम्मुख अ० सामने अधर-१० दुष्कर पु० मुश्किल अगात-१० अगाऊ श्र. अप-10 मल त्यागकरनाअ० कि. 04-0 अतल पु० अथाह मघाट-वि० अपार वि० बेहद समाभु-१० अगम्ब पु. ५वायु-वि. पापी पु० बदकार मात-पु.० आगार पु० खजाना अवार-स्त्री. जीव-जन्तुओं का मल पु. मशी-स्त्री. छतपर बनाया हुआ अधेडरी-स्त्री. एक वनस्पति स्त्री० छप्पर पु. अधोर-वि. अतिभयानक वि०खौफनाक अगियर-पु. अजगर पु० अधोरी-वि० ज्यादा खाकर ऊँघनेवाला यारी-स्त्री. पारसी लोगों का घोष-पि. नीरव पु. चुप __ मन्दिर पु. भया:-१० छातीमें आँटा आजाना पु. शु-पु. नेता पु० अगुवा अयन-पु. कस्सेदार लम्बा कोट पु. अनि-पु. अनल पु०, आग सयभन्य-५० अकस्मात् अ. मनिहा-पु. दाह-संस्कार पु० मुर्दा भय-१० अटकना अ.क्रि. रुकना ५५२-न०आग बरसानेवाला अन पु० सामन्या- हावभाव पु० नखरा म-वि० आगे वाला पु. भयपयु-वि. अधकचरा पु. AM-श्री. बड़ी बहिन स्त्री० भयपूय-म० अचानक अ० यकायक अशी- नेता पु. सरदार प-पु. सम्पादकीय लेख पु. २७५२-वि० स्थिर पु० गैरमनकूला याध-वि० अग्रहणीय वि. अय२४ (त)- न० अाश्चर्य पु० अचरज श्रिम-. अग्रज पु. अय२५५२-वि० कन्हा कोपुः अध. सर-नेता पु. सरदार कचरा 2424-१० नेता पु० मुखिया वनपति-पु. हिमालय पु. - पाप पु. बदकारी अयो-वि. आश्चर्य पु० अचम्मा सब-स्त्री० दस्त और उल्टी स्त्री० सयान-स. एकाएक अ. यकायक अतु-१० अयोग्य पु० नाकाबिल अ-पि० मूर्व पु. बेवकूफ २५ यार-१० प्राचार पु० नवरा-श्री. प्रथम प्रसूता स्त्रीमान--स्त्री. बाधा स्त्रो० सुकावट होवाला प. For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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