________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
वस्तु को दूसरी वस्तु प्रों से मिलाता है और विशेष धर्म उसे अन्य वस्तुओं से अलग करता है । इसलिए भाष्यकार कह रहे हैं कि “वस्तुओं का समान पर्याय सामान्य है और विसदृश-असमान पर्याय विशेष है
"तम्हा वत्थूणं चिय जो सरिसो पज्जो स सामन्न। जो विसरिसो विसेसो स मोऽणत्यंतरं तत्तो ॥"
-विशेषा० २२०२
For Private And Personal Use Only