Book Title: Navkar Navlakhi
Author(s): Manjulashreeji
Publisher: Labdhi Vikramsurishwarji Sanskruti Kendra

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Page 14
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir किया है जन मन को आप श्री के त्याग, वैराग्य संयम और साधना ने। - आपके इसी विराट जीवन से प्रभावित हो कर कुछ विशेष गुणानुरागी श्रावक श्राविकागण इस पुस्तिका में सहयोगी बनें। यह सुमन आपश्री के ५१वें नंदनवन प्रवेश के शुभ अवसर पर आपके कर कमलों में सादर समर्पित है। जिनकी नैसर्गिक निर्मलता से, - जिनका दिल दर्पण है जिनकी स्नेहिल सहजता पर लाखों आंखे अर्पण है, जगाया है जड़ता में भी जिन्होंने स्पन्दन परम पूज्य आचार्य श्री को यह समर्पण है। - साध्वी मंजुलाश्री For Private And Personal Use Only

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