Book Title: Jain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Author(s): Mohan Chand
Publisher: Eastern Book Linkers
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५८४
जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज धारा ५३८
पल्लीपुर ५३६ घोल्का (जैन तीर्थ) ६०, ६१, पश्चिमचक्र ५१२ २४३, ३४५
पहोप्रा ५१६ धौली ५२९
पाक्षायण ५३६ नडकीय ५३८
पाञ्चालदेश ५१२, ५२६, ५३६ नर्मदा-उदधिसंगम ५२० . पाटण ५६ नर्मदातटमण्डल १०९ पा०
पाटपाटन ५३६ नर्मदा नदी ५१४, ५२०, ५२७,
पाटलिपुत्र २३०, २७५, ५३९ ५३३, ५३४
पाण्ड्यदेश ५३५ नागपुर ५३८
पादलिप्तनगर ५३६ नाग-बास ५३६
पादलिप्तपुर ३४६ नागार्जुन पर्वत ५१४
पान्थायन ५३६ नाम्दीपुर ५३८
पालनपुर १०६ पा० नालन्दा १२८, २७६, ४२१
पालाशक ५३६ नासिक २५८, २७४, ५१६, ५३४
पालिताना ३४६, ५१४।। निरुपरुत्ति कुन्नुम् ३२२
पारस देश ५३२ नीलाद्रिपर्वत ५१६
पारा नवी ५२१
पारिजात (पारियात्र) पर्वत ५१५ नेपाल २२४, २२६, २६७, ५१३,
पारिपात्र ५१५
पार्श्वनाथपर्वत ५१७ पञ्चनद ५२१
पुण्डरीकिरणी ५३६ पंचमहल जिला १०६ पा०
पुण्ड ५२३, ५२५ पंचासर तीर्थ ३७३
पुरी ५१६ पंजाब ५३१, ५३२, ५३६, ५३७
पुष्कर (तीर्थ) १४३, ३७३, ५३८ पटच्चरदेश ५३६
पुष्कराई द्वीप ५२२, ५३२ पटना ५१८, ५२६
पूजनवन ३४५ पद्मा नदी ५२५
पूर्ववेश ५३२ परणीय ५३८
पूर्वभरत क्षेत्र ५३१. परशुराम क्षेत्र ५२७
पूर्वमन्दर पर्वत ५१७, ५२८, ५३२ पर्वतीय प्रान्त १०६, पा० ५१६ पूर्वविदेह क्षेत्र ५२६, ५२८, ५३२ पलाशिनी नदी ५१४
पूना ५१७ पल्ली ग्राम १३६, १३७ पेठन (निगम) २८६

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