Book Title: Dandak Tatha Laghu Sangrahani
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 140
________________ ५४ फटका रह्या तेनो भाग पहोंचे नहि.. . योजन. गाउ. धनुष्. अंगुल.. यव. का. लीख. वीभाग. ३१६२२७ ३ १२८ १३॥ १ १ १ ६ रथरेणु, त्रसरेणु, बादर परमाणु, तेना १७४ भाग, तेना३६१ भाग, शेष. जंबलीपनी परिधि मळवाना करणनो यंत्र. विष्कंभ योजन १००००० (एक लाख) वर्ग योजनरासि . १०००००००००० (दश अवज) तेना दशगुणराशि १००००००००००० (एक खर्व) . वर्ग मुलथी आवेल योजन राशि ३१६२२७ शेष राशि ४.४१७१ छेद राशि ६३२४५४ कोश माटे शेषराशिने चारे। गुणतां आवेल राशि. १९३७८८४ छेदांकनो भाग देतां आवेला कोत्र. ३ शेष राशि ४०५२२ धनुष माटे २००० गुणतां आवेल राशि ८१०४४००० छेदांकनो भाग देता आवेला अंगुल. १२८ शेष राशि. ८९८८८ अंगुल माटे ९६ गुणतां आवेल राशि ८६२९२४८

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