Book Title: Bahuratna Vasundhara
Author(s): Mahodaysagarsuri
Publisher: Kastur Prakashan Trust

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Page 445
________________ ३६८ बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - २ शंखेश्वर तीर्थमें आयोजित अनुमोदना-बहुमान समारोह में रसिकभाई ने भी अच्छा सहयोग दिया था । वृद्धावस्था के कारण वे स्वयं उस समारोह में उपस्थित नहीं रह सके थे मगर उनका व्यवसाय सम्हालने वाले सुश्रावक श्री चंद्रकांतभाई शाह शंखेश्वर में पधारे थे । पता : रसिकभाई मगनलाल शाह सरदारबाग, स्टेशन रोड़, मु.पो. बारडोली, जि. सुरत (गुजरात) पिन : ३९४६०२ फोन : ०२६२२-२००४५/२०६४५ ४२ साल से लगातार छठ्ठ के पारणे एकाशन करते हुए महा तपस्वी श्री रसिकभाई शाह ___ पूना केम्प (महाराष्ट्र)में रहते हुए महा तपस्वी सुश्रावक श्री रसिकभाई केशवलाल शाह (उ.व. ६७) पिछले ४२ वर्षों से छठ्ठ (बेला) के पारणे छठ्ठ और पारणे में भी एकाशन ही करते हैं । अठ्ठाई आदि बड़ी तपश्चर्या के पारणे में भी एक ही एकाशन करके छठ्ठ के पारणे छठ्ठ चालु ही रखते हैं !!! धन्य तपस्वी ! पता : रसिकभाई केशवलाल शाह ५५३ सेन्टर स्ट्रीट पूना (महाराष्ट्र) पिन : ४११००१ 13558 अवाई से वर्षातप के आराधक महा तपस्वी नवीनमाई शाह मुंबई-भाइंदर में रहते हुए महातपस्वी सुश्रावक श्री नवीनभाई शाहने अठ्ठाई के पारणे अठ्ठाई (८ उपवास) में वर्षीतप करके वि.सं. २०५३

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