Book Title: Vijay Vvallabhsuri Smarak Granth
Author(s): Mahavir Jain Vidyalaya Mumbai
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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यहाधनासायदा खमलयावा लावलमपालयेता लिरिवाज कतिपंथामा एनीमिया
पायंविधामंदसका लामालालाबालाला वाहण्यासनश्रीयम्मीरमच्या मलाश्चात्यारा
द्यापानिमाकर्षियनिक manाकल्यवासिचम्मरि शाधमीरूपेशवारंगशाळा संomवाधि
सायाससा
दयानद्यसय टोवाय०११॥ स्वायतताधावया वकसिमधा
धाधनामचपापविगएटाव
MADUR
श्रीउदयप्रभसृरिकृत धमाभ्युदय महाकाव्यनी प्रतिमांनु गुजरश्वर महामात्य वस्तुपालना हस्ताक्षरवाळं पार्नु-आ प्रति
खभातना श्रीशान्ति नाथ ज्ञानभंडारमा छे. A page of Dharmabhyudaya Mahākāvya written by Vastupala
नारपवाकोगशिवावतेबदमाचार्यकुमारवालयो रिमेक मूनी।
सिचममा
नशानियत धर्यान विधानमारा नयामाहावभावामन अत्याचार्यत्रीहत
विवादानिमलिा
तिनवराय
नवाधाम
सिविशिवा ।
चियाशातदानिधान ताम्रासदाशिमिरा सातजनजान सासामधारमा
तिविमा श्यामाकरला ।
अनशनमा
संवत १२९४मां लखाएल एक ताडपत्रीय प्रतमां मळेली श्री हेमचंद्राचार्यजी तथा गुजरेश्वर कुमारपालनी चित्राकृतिओ
Figures of acarya Hemacandra and Kumaranäla on Palm-leaf manuscript of V. S. 1294
मनिधी पुण्यविजयजीना मंग्रहमाथी
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