Book Title: Vardhaman Jivan kosha Part 2
Author(s): Mohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
Publisher: Jain Darshan Prakashan

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Page 7
________________ - मिआवि० महापु० योगको बिह० रत्नश्रा० राय० वर० लेको लेश्याको वडढच. विवा० वोरजि० मज्झिमनिकाय मज्झिमपणामक मिथ्यात्वीका आध्यात्मिक विकास महावीरचरियं मत्स्यपुराण महापुराण योग कोश अप्रकाशित यजुर्वेद अजुर्वेद) बिहकप्पो रत्नकरण्डश्रावकाचार रायपसेणइयं-टीका वररूचिव्याकरण लेश्याकोश युक्त्यनुशासनम् संयुक्त लेश्या कोश ( दिगम्बरसोर्स ) वडढमाणचरिउ वायुपुराण विवाग वीरर्जािणदचरिउ विनयपिटक वीरवर्धमानचरितम् विचारश्रेणि ववहारो विशेषावश्यक भाष्य सप्ततिशत स्थान प्रकरण स्वयंभू स्तोत्र सिरिदुसमाकाल समण संघथयं-अवचूरि सूरपण्णत्ती संयुक्तनिकाय समवाओ टीका सूयगडो टीका सुत्तनिपात्तपालि स्कंधमहापुराण हरिवंशपुराण सिद्धहेमशब्दानुशासनम् ऋग्वेदमंडल वोरवर्धमान वव. विशेभा० सप्ततिशत० स्वभू० सूर० सम. सय हरिपु० हेम. ( 6 ) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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