Book Title: Satikachatvar Karmgrantha
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Jain Atmanand Sabha

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Page 276
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir , वृत्ति षष्ठं परिशिष्टम् । श्वेताम्बरीयकर्मतत्त्वविषयकशास्त्राणां सूची। नंबर. ग्रन्थy नाम. | कर्ता. श्लोकप्रमाण. रचनाकाल वगेरे. १ कर्मप्रकृति शिवशर्मसूरि गा० ४७५ विक्रमनी ५ मी सदीनो संभव छे. , चूर्णी श्लो. ७००० | ग्रन्थकारे पोतानुं नाम आप्यु नथी पण विक्रमनी १२ मी सदीथी पहेलानो होवो जोइए. ,, चूर्णीटिप्पनर मुनिचन्द्रसूरि |श्लो० १९२० | विक्रमनी १२ मी सदी. , वृत्ति मलयगिरि श्लो० ८००० विक्रमनी १२-१३ सदी. यशोविजयोपा- श्लो० १३००० | विक्रमनी १८ मी सदी. ध्याय पञ्चसङ्ग्रह चन्द्रर्षिमहत्तर गा० ९६३ | पोतानो समय ग्रन्थकारे आप्यो नथी | तेम बीजे ठेकाणे पण जोयो नथी. ,, स्वोपज्ञवृत्ति श्लो० ९००० , बृहदृत्ति । मलयगिरि |श्लो. १८८५० विक्रमनी १२-१३ मी सदी. , दीपकx वामदेव श्लो० २५०० | विक्रमनी १२ मी सदीनो संभव छे. प्राचीन छ कर्मग्रन्थ गा० ५५१ | आ ग्रन्थनी ५४७ अने ५६७ गाथाओ पण जोवामां आवे छे. (१) कर्मविपाक | गर्षि गा० १६८ विक्रमनी १० मी सदीनो संभव छे. , वृत्ति | परमानन्दसूरि श्लो० ९२२ विक्रमनी १२-१३ मी सदी. " व्याख्या श्लो०१००० | विक्र० १२-१३ मी सदीनो संभव छे. कर्ताए पोतानुं नाम आप्यु नथी. ,, टिप्पनx उदयप्रभसूरि श्लो० ४२० | विक्रमनी १३ मी सदीनो संभव छे. (२) कर्मस्तव गा० ५७ रचनाकाल अने पोतानुं नाम ग्रन्थ | कारे आप्यु नथी. भाष्य गा०२४ " भाष्य गा०३२ ,, वृत्ति गोविन्दाचार्य श्लो. १०९० |वृत्तिकारे पोतानो समय आप्यो नथी | पण १२८८ पहेलानो होवो जोइए. , टिप्पनxउदयप्रभसूरि विक्रमनी १३ मी सदीनो संभव छे. (३)बन्धस्वामित्व गा०५४ रचनानो काल अने पोतानुं नाम ग्रन्थ कारे आप्युं नथी. | हरिभद्दसूरि विक्रमसंवत् ११७२ (९) षडशीति | जिनवल्लभगणी गा० ८६ विक्रमनी १२ मी सदी. गा०२३ भाष्यकारे पोतानो समय अने नाम आप्यु नथी. ® आवा चिह्नवाला ग्रन्थो मुद्रित थइ गया छ.x आवा चिह्नवाला ग्रन्थो हजु सुधी अमारा जोवामां आव्या नथी. पण बृहट्टिप्पनिका अने ग्रन्थावलीना आधारे अही नोंध लीधी छे. श्लो० २९२ ,, वृत्ति श्लो० ५६० " भाष्य For Private and Personal Use Only

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