Book Title: Sambodhi
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
View full book text
________________
४४६ : सम्बोधि
संबोधि-स्थल
आगम-स्थल
संबोधि-स्थल
आगम-स्थल
६।११. उत्तराध्ययन ५।२०. १०१६. उत्तराध्ययन ६११३. ६.१२. उत्तराध्ययन ५।२८. १०१८, ६. उत्तराध्ययन २६।३२, ६।१३. उत्तराध्ययन ५१२३.
३४. ६।१४. उत्तराध्ययन ५१२४. १०।२५. आचारांग १।४।३।३३. ६।१५. उत्तराध्ययन ५२७. १०।२७. स्थानांग ४।६२८ ६।१७. उत्तराध्ययन ५।२५ १०।२८. स्थानांग ४।६३१. ६।१८, १६. उत्तराध्ययन ७।१४,१५. १०।२६. स्थानांग ४।६३०. ६।२०. उत्तराध्ययन ७।१६. १०.३०. स्थानांग ४।६२६. ६।२२. उत्तराध्ययन ७।२१. १०१३७. उत्तराध्ययन २३।३३. ६२५. सूत्रकृतांग
१०।३८. आचारांग ॥५॥१९. ७.१. आचारांग
१०॥३६. आचारांग ११५।३।४२ ७।३२. समवायांग ८. ११।१३. उत्तराध्ययन ६।३. ७.३६. प्रश्नव्याकरण ६।४. ११।१४. उत्तराध्ययन ६।६. ७।३७. प्रश्न व्याकरण ७११. ११।२४. सूत्रकृतांग १।१५।१. ७।३८. प्रश्न व्याकरण ८११. ११।२५. सूत्रकृतांग १।१५।१. ७.३६. प्रश्नव्याकरण ६१. ११।२६. सूत्रकृतांग १।१५।३. ७१४०. प्रश्नव्याकरण १०१२. ११।२७. सूत्रकृतांग १८१७. ८७ स्थानांग ६।१०६. ११।२८. सूत्रकृतांग १।१५।१४. ८।१४. स्थानांग ५।११०. ११।२६. सूत्रकृतांग १।१५।१७, ४।१०. ६।१५से१८. दशवैकालिक ६।५. ११।३०. सूत्रकृतांग १।१५।१६. ६।१६. उत्तराध्ययन २३१६८. ११॥३२. सूत्रकृतांग १।१५।२४ ६।२४से ३६. भगवतीशतक १४, ११।३३. सूत्रकृतांग १।१५।२२.
उ०१०।१३६. ११३३. सूत्रकृतांग १।१०।१. १०।१.
दशवकालिक ४१७. १२.४५. आचारांग १०।२. दशवकालिक ४१८. १२।५५. उत्तराध्ययन २३१७१. १०१५. आचारांग ११।२।२६. १४।४० से ४२. समवायांग ११.
१८.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 507 508 509 510