Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 759
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निकाम निकुटी निकांम-वि० [सं० निष्काम] १ कामना, लालसा व इच्छा खपाना । १६ बरामद करना, उपलब्ध करना । रहित । २ स्वार्थ रहित, निस्वार्थी। ३ निकृष्ट, बुरा । १७ बाकी या नाम बताना, बकाया रखना। १८ व्यतीत * नीच, दुष्ट । ५ व्यर्थ, बेकार । ६ देखो 'निकम्मों।। करना, गुजार देना । १९ दूर करना, मिटाना । निकामी-वि० [सं० निष्कामिन] १ वीतराग, वेरागी, २० प्रचलित करना, परंपरा बनाना । २१ काम बनाना, निस्वार्थी । २ देखो 'निकम्मौ' । मतलब साधना। २२ निर्माण करना, बनाना । २३ प्रारंभ निकांमु.१ देखो 'निकम्मौ । २ देखो "निकाम'। करना शुरू करना। २४ उत्पन्न करना । २५ मुक्त करना, निकारी-मोरी-स्त्री०राजा महाराजाओं का वस्त्रागार(उदयपुर)। छोड़ना। २६ साबित करना, सिद्ध करना। २७ अलग निका-स्त्री० [अ० निकाह] इस्लाम धर्म के अनुसार विवाह, करना, तटस्थ करना। २८ भगाना, भागने का मौका पाणिग-ग्रहण । देना । २९ चोरी करना, गायब करना । ३० प्रगट करना, निकाइय-देखो निकाचित' । (जैन) चौड़े करना। ३१ कम करना, घटाना। ३२ मार्यादा निकाई-स्त्री० [फा० नेकी] १ भलाई, अच्छापन । २ सुदरता, छोड़ना, सीमा छोड़ना। ३३ हटाना, बस्ति करना। मौदर्य, खूबसूरती। ३४ दूर करना, हटाना । ३५ निर्वाह करना, काम चलाना। निकाचित, निकाचिय (करम)-पु० [सं० निकाचित-कर्म] जैन | ३६ संकट से बचाना, उबारना। ३७ प्राप्त करना, लेना। ___शास्त्रानुसार शुभाशुभ कर्म । उठाना। निकाज-वि० [सं० नि + कार्य] निकम्मा, बेकार । निकाळी-पु० सं० निष्कासन्] १ एक प्रकार का मयादी निकाय-पु० [सं०] १ समूह, झुण्ड । २ श्रेणी, दल । ३ सभा, बुखार, मांत्रिक ज्वर । २ निकालने की क्रिया या भाव । समाज । ४ स्कूल । ५ संस्था । ६ घर, निवासस्थान । ३ बहिष्कार, निष्कासन । ४ देखो 'निकाळ'। | निकावळी-वि० [देश॰] (स्त्री० निकावळी) १ निर्दोष । ७ शरीर । ८ लक्ष्य, निशाना। ९परमात्मा, ईश्वर ।। २ निकालने वाला। निकार-पु० [सं०] १ हार, पराभव । २ तिरस्कार, अनादर । निकास-पु० निकलने का द्वार, निकलने का स्थान । ३ अपकार । ४ मान हानि, अपमान। ५ अपशब्द, गाली।। निकासणौ (बौ)-देखो 'निकाळणी' (बौ)। ६ दुष्टता। ७ विरोध । ८ खण्डन । निकासी-स्त्री० [सं० निष्कासनम्] १ प्रस्थान, रवानगी। निकारी-पु० [सं० निः कार्य] (स्त्री० निकारी) १ निकम्मा, २ पलायन, प्रयारण। अयोग्य । २ व्यर्थ, बेकार । ३ स्वार्थी, मतलबी। निकाह-देखो "निका'। निकाळ-पु० [सं० निष्कासन्] १ निकलने की क्रिया या भाव । निकियावरी-पु० अप्रतिष्ठित वंश, कुल या घर । २ निकलने का अवसर, मौका । ३ निकलने का द्वार, छेद, निकुचरणी (बो)-क्रि० [सं० निकुचनम्] संकुचित होना, रास्ता। ४ उद्गम । ५ वंश का मूल । ६ मूल । ७ ग्रामदनी सिकुड़ना। स्रोत । ८ छुटकारा, मुक्ति । ६ मार्ग, रास्ता। १० किसी | निकुज-पु० [सं०] १ लता पाच्छादित मण्डप । २ कुज। दाव का तोड़, काट । ११ कुश्ती का पेच । १२ निकलाने ३ उपवन, वाटिका। की क्रिया या भाव । निकुप-पु० एक प्राचीन राजवंश व इस वंश का व्यक्ति । निकाळपो (बी)-क्रि० [सं० निष्कासन्] १ भीतर से बाहर निकुभ-पु० [सं०] १ राजा हर्यश्व का पुत्र । २ कुभकरण का लाना, निर्गम करना। २ निश्चित करना, ठहराना।। पुत्र एक असुर । ३ श्रीकृष्ण द्वारा मारा गया एक असुर ३ समस्या का हल निकालना, समाधान करना। राजा । ४ कौरवों का एक सेनापति । ५ प्रहलाद के पुत्र ४ आविष्कार करना, ईजाद करना । ५ जुड़ी हुई वस्तु को। का नाम । ६ एक क्षत्रिय वंश । ७ चौहान वंश की एक अलग करना, पृथक करना । ६ श्रेणी में आगे बढ़ाना, शाखा । ८ दती वृक्ष। ९ शिव का एक गण । १० स्वामि उत्तीर्ण करना। ७ गमन कराना, गुजराना । ८ एक पोर कात्तिकेय का एक गण । ११ सुन्द व उपसुन्द के पिता । से दूसरी ओर लेजाना, अतिक्रमण कराना । पार निकुभी-स्त्री० [सं०] कुभकर्ण की कन्या । कराना। ९ स्पष्ट करना, प्रकट करना, खोलना । १० उपस्थित करना, दिखाना। ११ चुनकर निकालना, निकुटरणों (बो)-क्रि० [सं० नि + कृतम्] १ पत्थर आदि पर छांटना। १२ किसी एक तरफ अधिक बढ़ाना, आगे। खुदाई करना । २ गढ़ना। करना । १३ सर्वसाधारण के सामने लाना, प्रकाशित निकुटी-पु० [सं० निष्कुट्टी] १ पत्थर तोड़ने व पत्थर पर खुदाई करना । १४ सीमा से अधिक करना । १५ बेचना, करने वाला कारीगर । २ बड़ी इलायची । For Private And Personal Use Only

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