Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 778
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निवह निवर निवह-पु० [सं०] १ समूह, यूथ । २ मात प्रकार के पवनों में से ४ छोड़ना, निवृत्त करना। नाश करना। ६ अलग करता, पृथक करना । ७ प्रांता करना । निवहरणो, (बौ)-देखो 'निभरगो' (बी)। निवारन-देखो निवारण। निवारण, निवारणणी-पु० [सं० निपान] १ जलाशय, सरोवर, निवारस--वि० बावारिम, बिना स्वामी का । तालाब । २ कूप, कुप्रा । ३ वापिका । ४ समद्र, सागर । निवाळ-देखो निवाळी' । .५ गड्ढ़ा, खड्डा । ६ पोखर । ७ नीची भूमि । ८ देखो | निवाळी-पु० [फा० निवाला] १ ग्रास, कौर । २ इष्ट मित्रो को 'निरवांग'। -वि० नीचा । -भर-पु० बादल, घन । दिया जाने वाला गोष्ठी भोज । निवारिणयौ-वि० [सं० निवात धारोष्ण (दूध)। निवावरणौ, (बी)-देखो 'नमारणौ' (बी) । निवारण, निवां गौ-वि० [सं० निवात] १ साधारण उष्ण, गुन- निवास-पु० [सं०] १ रहने की क्रिया या भाव, आवास। २ रहने गुना । २ देखो 'निवांण' । का स्थान, जगह । ३ घर, मकान। ४ डेरा, विश्रामस्थल । निवांन-देखो 'निवांण'। ५ रात्रि विश्राम । ६ साधारण उष्णता । ७ प्राश्रय, निवा-देखो 'न्याव'। महारा । ८ प्राराम, चैन । [सं नियऽऽस] ६ घड़े में रहने निवाप्र-देखो 'निपात'। वाला जल । १० दक्षिण दिशा का एक नाम । निवाई-वि० [सं० निवात] १ बिना वायु की, वायू रहित । निवासणी, (बो)-क्रि० [सं०निवासनम्] १ निवास करना, रहना। २ साधारण उष्ण, गुनगुनी। ३ देखो 'न्याव' । २ विश्राम लेना, ठहरना । ३ रात बिताना । ४ प्राश्रय निवाज-वि० [फा० नवाज] दयालु, कृपालु । लेना, सहारा लेना। -पु०१ घोड़ा, अश्व । २ देखो 'नमाज' । | निवासस्थान-पु० १ घर, मकान । २ रहने का स्थान । ३ विश्राम निवाजग-वि. प्रसत्र होकर दान करने वाला। स्थल । निवाज गो, (बौ)-क्रि० १ खुश होना, प्रसन्न होना । २ कृपा; निवासी-वि० [सं०] १ रहने वाला, निवास करने वाला। दया या अनुग्रह करना। ३ तुष्टमान होना । ४ दान देना। २ देश या किसी क्षेत्र विशेष का रहने वाला । ३ दक्षिण ५ पुरस्कार देना । दिशा का, दक्षिण दिशा संबंधी । ४ सर्वत्र व्यापक । निवाजस-स्त्री० [फा० निवाजिश १ पारितोषिक, पुरस्कार ५ देखो 'निवियासी'। इनाम । २ कृपा, महरबानी. अनुग्रह । ३ दान । निवाह-पु० [स० निर्वास] १ नगाड़े को ध्वनि, आवाज । २ देखो निवाजियो-वि० नमाज पढ़ने वाला । निभाव' । ३ देखो 'निरवाह' । निवाजिस-देखो 'नवाजस'। निवाहण, निबाहरणौ - वि० १ निबाहने वाला । २ निर्वाह करने निवाजौ-देखो 'निवाज' । वाला । ३ काय साधने वाला । निवारणो, (बौ)-देखो 'नमारणो' (बी)। निवाहरलो, (बौ)-देखो 'निभाणी' (बौ)। निवात-स्त्री० मिश्री। निवाहव -वि० सं० निर्वास] बजाने वाला। निवाब-देखो 'नव्वाब' । निविड़-देखो 'निविड़' । निवाबजादौ-देखो 'नवाबजादो' । निविड़ता-देखो 'निविडता' । निवाबी-देखो 'नव्वाबी' । निविड-वि० [सं०] १ महान्, बड़ा । २ घना, घनघोर, गहरा। निवायो-वि० [सं० निर्वात] (स्त्री निवाई) १ साधारण ३ देखो 'निपट' । ४ देखो निवड' । उरण, गर्म, गुनगुना । २ वायु रहित । निविडता-स्त्री० [सं०] १ सघनता, गहरापन, घनापन । २ वंशी आदि वाद्य के स्वर की गंभीरता । निवार-स्त्री० [देश॰] १ एक प्रकार का अनाज । [फा० नवार]| निविद्धगो (बौ)-कि० [सं०] निबंधनम् रचना, बनाना, निर्मित २ पलंग, खाट प्रादि बुनने की सूत प्रादि की चौड़ी पट्टी।। करना । निवारक-वि० [सं०] १ दूर करने वाला, मिटाने वाला ।। निवियासिमौ, (वौं)-(स्त्री निवियसिमी, वी)-वि० इठियासी २ रोकने वाला, अवरोधक । ३ समाधान करने वाला। के बाद वाला, नवासी के स्थान वाला । -पु. ८९ की निवारण-पु० [सं०१ रोक, बचाव । २ हटाना किया। ३ वर्जन, निषेध । '४ बाधा, रुकावट । ५ छुटकारा, निवृत्ति । निवियासी-वि० सं० नवाशीति] अस्सी और नौ, नब्बे से एक निवारणी, (बौ)-क्रि० [सं० निवारणम्] १ दूर करना, मिटाना, कम । -न्त्री० अस्सी व नौ की संख्या, ८९ । हटाना। २ रोकना, मवरुद्ध करना । ३ समाधान करना । निविरइ-वि० [सं० निर्वृत्त प्रसन्न, खुश । For Private And Personal Use Only

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