Book Title: Niti Shatak Satik
Author(s): Bhartuhari
Publisher: 

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Page 34
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir मालिनीकंदंबान्यत्सादुपानायत्तोयंचान्यदपनि परेशयनंचान्यासमाचल्कलंचारम् | 22 वियुलेनिपुंसांपुरूंपाणांकएषमदनरः कसनि कतिपयपुरुषसाम्येसनिधन्यैः कैनिसुरापूर्वजगज्जनितंजगत्सरंकयंभूध यैर्विपुलहदयैः बहन्ददयैः अपरेकै नवधनमधुपानभानमद्रियाणामपिनयमनुमंतुंनोसहेर्जनानाम् 22 मानिनामुद्दिश्याह विपुलहृदयैर्धन्यैर्भिज्जगजाननपुराविधूने मपरैर्दनंचान्यैनि जिन्यतृणंयथा भिपिनि निजभुजाभ्यांधारितं अन्यैः कैश्रिरपिपुरुषैः चान्यदत्तरुित्वारिनित्ययथाशदइवाचननेजगत्कापिचतणमिच | यथातृणमनायासेनदीयतेतयाजगदिनित्यदत्तहिनिश्चितंर हास्मिन जानलोके अत्येधी For Private and Personal Use Only

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