Book Title: Naishadh Mahakavyam Uttararddham
Author(s): Hargovinddas Shastri
Publisher: Chaukhambha Sanskrit Series Office

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Page 893
________________ 1560 श्लोकानुक्रमणिका। अथोपकार्या मम 611 / अनतिशिथिले 19 / 27 / अन्योन्यभाषा 1034 अथोपचारो 16055 अनन्तरं 12 / 32 | अन्योन्यमन्यत्र 651 अथोपवदने 2062 | अनन्यसाचिकाः 2072 | अन्योन्यराग 21 / 126 अदःसमित् 12 // 35 अनया तव 243 अन्योन्यसङ्गम 31125 अदस्तदाकर्णि 128 अनयामर स४६ अन्वग्राहि मया 20128 अदाहि यस्तेन 8173 | अनयरनौष 15/60 अन्वयुद्यति 555 अदृश्यमाना 9.4 | अनलभावमियं // 22 अपयातमितो 201138 अदेशितामप्य 14135 अनलैः परि स८७ | 2060 अदोऽयमालप्य 9 / 14 अनल्पदग्धा . 110 अपरेऽपि 17 / 150 अदो निगद्यैव 9 / 30 | अनाचरत्तव्य 15.41 अपश्यञ्जिनं 17/186 अदोषतामेव 154 | अनादिधावि 6.102 अपश्यद्यावतो 17/180 अद्य यावदपि 5 / 130 अनादिसर्ग 6 / 14 अपहृतः 16.42 अद्राक्षीत्तत्र 171189 | अनायि देशः 8125 अपह्रवानस्य 49 •अद्रानुराजिहानं 1814 | अनार्यमप्या 257 अपां विहारे 1217 अधत्त बीजं 16333 | अनाश्रवा वः 6 / 88 अपाङ्गमप्याप 3 अधरं खलु / 24 अनुग्रहः केवल 9 / 33 अपाङ्गमालिङ्गय 15 // 34 अधरामृत 2059 अनुग्रहादेव 9/42 अपां पतिः 482 अधारि पद्मषु 120 अनुभवति 2 / 109 अपार्थयन् 980 अधारियः 1619 अनु ममार न 179 अपास्तपार्थय 887 अधावत्वापि 171197 अनुरूपमिमं स४२ अपास्तपाथोरुहि 9 / 305 अधिगत्य जग // अनेकसंयोजनया 1682 अपि तद्वपुषि२६३१ अधिगत्येहगे 2036 | अनेन भैमी 146 अपि द्रढीयः 9135 अधित कापि 4 / 111 | अनेन राज्ञा 1255 अपि द्विजिह्वा 63 अधीत पञ्चाशुग 9 / 115 | अनेन वेधा 22146 अपि धयन् 4182 अधीतिबोधा 14 | अनेन सर्वार्थि 1279 अपि लोकयुगं 2022 अधुनीत खगः 2 | अनेन साधं 1 अपि विधिः 4189 अश्त यद्विर 418 अनैषधायैव 379 अपि विरह 21 // 133 अधोविधानात् // 18 | अन्तःपुरान्तः 613 अपि श्रोणिभर 2054 अध्यासिते 2048 अन्तःपुरे 619 अपि स्वमस्वप्न 9:33 अध्याहार: 12 / 7 | अन्तःसन्तोष 139 | अपि स्वयूथ्य 11139 अनङ्गचिह्न 155 अन्तः सलक्ष्मी 22 // 132 | अबलस्वकुला 2 / 10 •अनङ्गताप 869 (अन्यदस्मि 1856 | अबोधि तत्त्वं 9:54 अनङ्गलीला 15.35 / अन्येन पत्या 3251 / अबोधि नो 1672

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