Book Title: Madhyamdiniya Mantrasamhita
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobafirth.org Acharya Shri Kallashsagarsuri Gyanmandir मंत्र मादेवोबृहस्प्पतिः // सचेतसोविश्वदेवाय॒ज्ञम्पावन्तुन शुभे ॥सं. // 7 // an 17 // आसनमंत्रः॥ त्वंयविष्ठदाशुषो पाहिशृणुधौगिरः ॥र क्षातोकमुतत्मना ॥१८॥अर्घमंत्रः॥ ॐसुहस्रशीर्षापुरुषः सहस्रा / क्ष सुहस्रपात् // सभूमिर्छसुर्वतस्प्पृत्वात्य॑तिष्ठदशांगुलम्॥ 19 // // आचमनमंत्रः॥ॐशन्नौदेवीरभिष्टयुऽआपोभवन्तुपीतये॥शंथ्यो / रभिस्रवन्तुनः // 20 // स्नानमंत्रः॥ // आपोहिष्ठामयोभुवुस्तान Sऊर्जेदधातन॥मुहेरायुचक्षसे ॥२१॥योवःशिवतमोरसुस्तस्स्य // 7 // भाजयतुहन ॥उशतीरिवमातरः॥२२॥ तस्म्माऽअरङ्गमामवीय For Private And Personal

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