Book Title: Madhyamdiniya Mantrasamhita
Author(s): 
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 34
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobafirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir रस्यपुत्रश्श्चिश्चाकृणोतुसमनावुगत्यं // इषुधित्सङ्काः पृतनाश्श्चुस स्पृिष्ठेतिनद्धोजयतिप्पसूतः // 7 // अथदेवसेनायै // ॐ इन्द्र आसान्नेताबृहस्प्पतिर्दक्षिणायज्ञ पुराएतुसोमः // देवसेनानामभिः भअतीनाअयन्तीनाम्मुरुतौयन्त्वग्यम् ॥८॥अथस्वधायै ॐपित / भ्यःस्वधायिभ्य स्वधानमः पितामुहेब्भ्यः स्वधायिभ्यः स्वधान / मुत्प्रपितामहेभ्यः स्वधायिभ्यःस्वधानमः // अक्षत्रिपुतरोमी मदन्तपितरोतीपुन्तपितर पितरत्शुन्धद्धम् ॥९॥अथस्वाहायै॥ स्वाहाप्पाणेभ्युत्साधिपतिकेभ्यः // पृथिव्यै स्वाहाग्नयेस्स्वाहा / For Private And Personal

Loading...

Page Navigation
1 ... 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76