Book Title: Kuvalaymala Part 03
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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(४१६) 1 कत्थइ भगंदरेणं दारिय-देहो गओ णिहणं ।।
दंत-वियणाएँ कत्थइ कत्थइ णिहओ मि कण्ण-सूलेण । 3 अच्छी-दुक्खेण पुणो सिर-वियणाएँ गओ णासं ।।
कत्थइ रुहिर-पवाहेण णवर णित्थामयं गयं जीयं । 5 कत्थइ पुरीस-वाहो ण संठिओ जाव वोलीणो ।।
कत्थइ लूयाए हओ कत्थइ फोडीए कह वि णिहओ हं । 7 कत्थइ मारीएँ पुणो कत्थइ पडिआय-उक्कामे ।।
कत्थइ विप्फोडेहिं कत्थ वि सूलेण णवर पोट्टस्स । 9 कत्थ वि वजेण हओ कत्थ वि पडिओ मि टंकस्स ।।
कत्थइ सूलारूढो कत्थइ उब्बद्धिऊण वहिओ हं । 11 कत्थइ कारिसि-सेवा कत्थइ मे गुग्गुलं धरियं ।।
कत्थइ जलण-पविट्ठो कत्थइ सलिलम्मि आगया मच्चू । 13 कत्थइ गएण मलिओ कत्थइ सीहेण गिलिओ हं ।।
कत्थइ तण्हाए मओ कत्थइ सुक्को बुभुक्ख-वियणाए । 15 कत्थइ सावय-खइओ कत्थइ सप्पेण डक्को ह ।।
कत्थइ चोर-विलुत्तो कत्थइ भुत्तो म्हि संणिवाएण । 17 कत्थइ सेंभेण पुणो कत्थइ हो वाय-पित्तेहिं ।।
कत्थइ इट्ठ-विओए संपत्तीए अणि?-लोगस्स । 19 कत्थइ सज्झस-भरिओ उव्वाओ कत्थ वि मओ हं ।।
कत्थ वि चक्केण हओ भिण्णो कोतेण लउड-पहराहिं । 21 छिण्णो खग्गेण मओ कत्थइ सेल्लेण भिण्णो हं ।।
कत्थइ असिधेणूए कत्थ वि मंतेहि णवरि णिहओ हं ।
3) P सिरिवियणओ. 4) P मयं for गयं. 5) J कत्थ पुरिसवाहो ण ट्ठिओ ता जाव, P वाहेण. 6) P कत्थ वि, J कत्थइ होडीए, P वि नीओ हं ।. 7) P om. seven lines कत्थइ मारीए पुणो etc. to गिलिओहं ।।. 14) P गओ for मओ after तण्हाए. 15) P कत्थ वि in both places. 16) J भुत्तो मि. 17) P संभेण, J हो वाउ. 18) J लोअस्स. 19) J तत्थइ for कत्थइ. 21) P adds त्थवि before मओ, P सेलेण. 22) P मंतेहि नवर.

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