Book Title: Deshi Shabdakosha
Author(s): Dulahrajmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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चंप ( आ + रुह ) – आरोहण करना, चढ़ना । चंप ( चच् ) – चर्चा करना ।
चक्कम (म् ) – घूमना (दे २६ वृ ) । चक्कम्म ( भ्रम् ) – घूमना फिरना (प्रा ४१६१) । चक्ख ( आ + स्वादय् ) | - चखना ( उसुटी प ११८ ) । चक्ख ( आ + चक्षू ) – कहना ।
चच्चार ( उप + आ + लभ् ) - उपालंभ देना ।
चच्चु ( अर्पय् ) - अर्पण करना ( प्रा ४।३६ ) |
चच्छ (तक्ष्) - — काटना ( प्रा ४११६४) ।
चज्ज (दृश् ) -- देखना ( दे ३।४ वृ ) |
चट्ट - चाटना - ' न य अलोणियं सिलं को वि चट्टेइ' ( उसुटी प ६१ ) । चड ( आ + रुह ) – आरोहण करना (निचू ३ पृ ५०१) ।
चडचड ---- चड-चड की आवाज करना ।
चडपड — छटपटाना, क्लेश पाना ।
चडफड - छटपटाना, क्लेश पाना ( उसुटी प ३०५ ) ।
चडाव - चढ़ाना |
चड्डु -- खिन्न होना (दअचू पृ ५५ ) ।
चड्डु (भुज् ) – भोजन करना (प्रा ४।११० ) ।
चड्डु ( मृद् ) – मर्दन करना (प्रा ४।१२६) ।
चड्डु (पिष्) पीसना ( प्रा ४ । १८५) ।
चढ (आ+ रुह ) - चढ़ना (व्यभा ३ टी प २७) ।
चप्प ( आ + क्रम् )
- आक्रमण करना, दबाना |
चप्प (चर्चा) – १ कहना । २ अध्ययन करना । ३ भर्त्सना करना । ४ चन्दन आदि से विलेपन करना ।
देशी शब्दकोश
चप्पड - - १ आक्रान्त होना ( सूचू १ पृ १६१) । २ तेल की मालिश करना—'तैलाभ्यङ्गने देशी ।'
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चबचब- - चबाना, चब-चब शब्द करना (ओटी प १८७ ) ।
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चमड (भुज् ) - भोजन करना ।
चमढ ( भुज् ) - भोजन करना ( प्रा ४|११० ) ।
चमढ - १ मर्दन करना । २ प्रहार करना । ३ कदर्थना करना । ४ निन्दा करना । ५ आक्रमण करना । ६ खिन्न करना ।
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