Book Title: Bahenshree na Vachanamrut
Author(s): Champaben
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 203
________________ Version 001: remember to check http://www.AtmaDharma.com for updates (१८५) मंगलकारी 'तेज 'दुलारी ( रागः निरखी निरखी मनहर मूरत) मंगलकारी * तेज 'दुलारी पावन मंगल मंगल है; मंगल तव चरणोंसे मंडित अवनी आज सुमंगल है, ... मंगलकारी श्रावण दूज सुमंगल उत्तम, वीरपुरी अति मंगल है, मंगल मातपिता, कुल मंगल, मंगल धाम रु आंगन है; मंगल जन्ममहोत्सवका यह अवसर अनुपम मंगल है, ... मंगलकारी मंगल शिशुलीला अति उज्ज्वल, मीठे बोल सुमंगल हैं, शिशुवयका वैराग्य सुमंगल, आतम-मंथन मंगल है; आतमलक्ष लगाकर पाया अनुभव श्रेष्ठ सुमंगल है, ... मंगलकारी सागर सम गंभीर मति-श्रुत ज्ञान सुनिर्मल मंगल है, समवसरणमें कुंदप्रभुका दर्शन मनहर मंगल है; सीमंधर-गणधर-जिनधुनिका स्मरण मधुरतम मंगल है, ... मंगलकारी * तेजबा = पूज्य बहिनश्री चंपाबेनकी मातुश्री x वीरपुरी =पूज्य बहिनश्री चंपाबेनका जन्मस्थान वर्धमानपुरी ( वढवाण शहेर) Please inform us of any errors on rajesh@atmadharma.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 201 202 203 204