Book Title: Apbhramsa Pathavali
Author(s): Madhusudan Chimanlal Modi
Publisher: Gujarat Varnacular Society
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आयइट [दे. ] ३. ७५. आक
र्ष; खंचवं स =दे. ना. ६.
२१; १. ६४. आयढि आयरिभ [ आचार्य ] ५.६४. आयल्लय [ दे. ] २. १४; ३.
१५.व्याकुलता, कामपीडा.(टि.) आयामिय [आयामित ] २.४९.
नियंत्रित कर्या Wआरक्ख [आ+रक्ष] १. ४३.
गू. राखq. म. राखणे हिं रखना आलअ [आलय] २. ८७. आवड [ आपद् ] ५ २८८. आलमाल [दे] १३. २८. मिथ्या
प्रलाप (टि.) आलार्वाण [आलापनी] ६. १३८.
एक वाद्यविशेष Wआव [ आ+या ] ३. २३२.
गू. आवq. आवेढ [ दे ] ५. २३, आवेष्टन,
वींटाळवू ते. स.-म. वेढणे
सि हे. ८.४.२११.वेढ=वेष्ट्र Wआसंघ [दे.] ५. १४० अपेक्षा
राखवी. सि.हे ८.४ ३५ दे.
ना.१.१६३. आसंघा=इच्छा. Wआहल्ल (दे.] ६ ९, गू.हालवुम
हालणे आहित्थ [दे. ३. १५८. चलित
दे.ना.1.७६ आहोय [आभोग] ६.१२० खाली जगा! आहंडल [ आखण्डल ]३.९५. इन्द्र | इ [अपि] २. ६१. ग. य. इत्थि [बी] ४. २१९. इत्थु [अत्र] ९.६८.म. इथे; मा.अठे.
इंदिय [इन्द्रिय] ४. ९. इय [ इति ] ५. ९९. इलायल [ इलातल ] ५. १३१
पृथ्वीतल. ईषु [ ईषत् ] १. २१. . उक्क [ उत्क ] १. ५० उक्कोवण [ उत्कोपन ] ३. ५४.
उद्दीपक उ [खलु] १२. ३३. अनर्थक निपात उअअ [उदय] १२. २५. उअत्ति [उत्पत्ति] १२.८. उग्ग [ उप्र ] ५.५९. उग्गअ [ उद्गत ] २. ६८. गू.
उग्यो · उग्गम [उद्+गम् ] र. ४० ग.
उगवू;म. उगवणे उग्गम [ उद्गम ] १. ४७. गू.
म. ऊगम उग्गमण [ उद्गमण ] ७. १३१.
गू. उगमj. म. ऊगवण Vउग्घाड [ उद्+घाट ] १४. १८ ___ गू.उघाडवू.म.ऊघाडणे;हिं.उघाडना उच्चारउ [उच्च+कार स्वार्थे] १.
९२. गू. उंचो. Vउच्चाय [क्रि. उच्च] ५.१९५.
ग. उचकवू उच्चिट्ठ [उच्छिष्ट] ६. २०४ गू.
उजीलु, अजीहुँ, एलु; म. ऊष्टा
उच्छ ल [उत्+स] ३. १९५. ... गू उछळवं. उच्छव [उत्सव] ४. २८४. गू,
_ओच्छव.

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