Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Pragnapti Sutra Part 02 Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay

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Page 136
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ગયો તિત્રિ પરમાણુ યો સુપસિto pયો ૨૩પ્રસિ ગ્રંથે મરૂ ગઢવા ગયો તિત્રિ પરમાણુ ગયો રો સિરસિયા खंधा भवंति एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ तिपएसिया खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ चत्तारि दुपएसिया खंधा भवंति, छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ चत्तारि परमाणु० गयओ दुप्पसि५० एगयओ तिपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ तिन्नि प्रमाणु० एगयओ तिन्नि दुपएसिया बंधा भवंति, सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणु० एगयओ तिप्पएसिए खंथे भवति अहवा एगयओ पंच परमाणु० एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति, अट्टहा कज्जमाणे एगयओ सत्त परमाणु० एगयओ दुपएसिए खंधे भवति, नवहा कज्जमाणे नव प्रमाणुपोग्गला भवंति, दस भंते ! परमाणुपोग्गला जाव दुहा जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ नवपएसिए खंधे भवइ अहवाएगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ एवं एक्वेवं संचारेयव्यंति जाव अहवा दो पंच पएसिया खंधा भवंति, तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणु० एगयओ अटुपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ दुपएसिए० एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ चउपएसिए० एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति अहवा एगतओ दो दुपएसिया एगतओ छपएसिए खंधे भवति अहवाएगतओ दुपएसिए एगतओ तिपएसिए एगतओ पंचपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओदो चउप्पएसिया ॥ श्रीभगवती सूत्र॥ | | पू. सागरजी म. संशोधित For Private And Personal Use Only

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