Book Title: Abhidhan Rajendra Kosh Part 07
Author(s): Vijayrajendrasuri
Publisher: Rajendrasuri Shatabdi Shodh Samsthan
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________________ सोयरिय 1166 - अभिधानराजेन्द्रः - भाग 7 सोरियदत्त सोयरिय त्रि० (शौकरिय) शूकरेण शूकरवधार्थं चरन्ति शूकरान् वा णीलसाडगणियच्छं मच्छकंटएणं गलए अणुलग्गेणं कट्ठाई घ्नन्तीति शौकरिकाः / स्था० 7 ठा०३ उ० प्रश्न० / सूत्र०। शूकर- कलुणाई विसराई कूवेमाणं अभिक्खणं अभिक्खणं पूयकवले मृगयोपजीविषु, स्था० 4 ठा०३ उ० / प्रश्नः / श्वपचेषु, सूत्र० य रुहिरकवले य किमिकवले यवम्ममाणं पासति। इमे अज्झ२श्रु०२ अ०। स्थिए०५पुरा पोराणाणं जाव विहरति / एवं संपेहेति जेणेव * सोदर्य त्रि० भ्रातृभगिन्यादिषु, सूत्र० 1 श्रु०१ अ०१उ०। समणे भगवं० जाव पुटवभवपुच्छा जाव वागरणं, एवं खलु सोयविय न० (शौच) भावशौचे सर्वोपाधिशुद्धतायां व्रतामालन्ये, सत्र० / गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे 2 श्रु०१ अ० / आचा०। वासे नंदिपुरे नाम णगरे होत्था मित्ते राया, तस्स णं मित्तस्स सोयामय त्रि० (स्रोतोमय) ऐन्द्रिये विकारे, स्था० 10 ठा०३ उ०। रनो सिरीए नामं महाणसिए होत्था, अहम्मिए जाव दुप्पडिसोयामिणी स्त्री० (सौदामिनी) विदिग्रुचकवास्तव्यायां दिक्कुमारीमहत्त याणंदे / तस्स णं सिरीयस्स महाणसियस्स बहवे मच्छिया या रिकायाम, स्था० 6 ठा०३ उ०। आव० / आ० म० / विद्युति, को०। वागुरियाय साउणियाय दिनेभति० कल्लाकल्लं बहवे सण्हसोयावणा स्त्री० (शोकापना) दैन्यप्रापणायाम्, भ० 3 श० 3 उ०।। मच्छा य ०जाव पडागातिपडागे य अए य जाव महिसे य सोरट्ठ पुं० (सौराष्ट्र) द्वारवतीनगरीप्रतिबद्धे जनपदभेदे, कल्प०१ अधि० तित्तिरे य जाव मयूरे य जीवियाओ ववरोवेंति, सिरीयस्स महाणसियस्स उवणेति / अन्ने य से बहवे तित्तिरा य जाव 7 क्षण / ज्ञा० / अनु०! नि० चू०। मयूरा य पंजरंसि संनिरुद्धा चिट्ठति, अन्ने य बहवे पुरिसे सोरट्ठिया स्त्री० (सौराष्ट्रिका) तुवरिकायाम्, आचा० 2 श्रु० 1 चू०१ दिनभति० ते बहवे तित्तिरे य जाव मयूरे य जीवियाओ चेव अ०।६ उ०। दश। सोरठ्ठिया तुवरमादिया भण्णति। नि० चू० 4 उ० / निप्पक्छेति सिरीयस्स महाणसियस्स उवणेति / तते णं से स्थविराद् ऋषिगुप्तान्निर्गतस्य माणवगणस्य चतुर्थशाखायाम्, कल्प० सिरीए महाणसिए बहूणं जलयरथलयरखहयराणं मंसाई 2 अधि० 8 क्षण। कप्पणीयकप्पियाई करेंति, तं जहा-सण्हखंडियाणि य वट्ट सोरहपाहुडिय पुं० (षोडशप्राभृतिक) यज्ञविशेषे, विशे०। खंडियाणि० दीह खंडि० हस्सखं० हिमपक्काणि य जम्मघम्म सोरियन० (शौर्य) "स्याद्रव्य-चैत्य-चौर्यसमेषु यात्"।।८।२। (वेग) मारुयपक्काणि य कालाणि य हेरंगाणि य महिठ्ठाणि य 107 / / इति संयुक्तयात् पूर्व इद् / सोरियं / शूरत्वे, प्रा०२ पाद / आमलरसियाणि य मुद्दिया रसिया० कविट्ठरसि० मच्छरसि० स्वनामख्याते यक्षे, विपा०१ श्रु० 8 अ०। तलियाणिय भजिया णिय सोल्लियाणि य उवक्खडावे ति अन्ने सोरियदत्त पुं० (शौर्यदत्त) स्वनामख्याते मत्स्यबन्धपुत्रे, विपा०। य बहवे मच्छरसे य एणेजरसे य तित्तिररसे य जाव मयूररसे जइण मंते। अट्ठमस्स उक्खेदो-एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं य अन्नं विउलं हरियसागं उवक्खडावेति उवक्खडावेत्ता मित्तस्स तेणं समएणं सोरियपुरं णगरं सोरियव.सगं उजाणं सोरियो रनो भोयणमंडवंसि भोयणवेलाए उवणेति अप्पणा विय णं से जक्खो सोरियदत्तो राया, तस्स णं सोरियपुरस्स णगरस्स सिरिए महाणसिएतेसिंच बहूहिं जाव जलचरथलयर खहयरेहि बहिया उत्तरपुरच्छिमे दिसीमागे एत्थ णं एगे मच्छंधवाडए च रसतेहि य हरियसागेहि य सोल्लेहि य तलेहिय भिजेहिं य होत्था, तत्थ णं समुद्ददत्ते नाम मच्छंधे परिवसति अहम्मिए सुरंच०६आसाएमाणे० विहरति। ततेणं से सिरिए महाणजाव दुप्पडियाणंदे, तस्स णं समुद्ददत्तस्स समुद्ददत्ता नाम सिए एयकम्मे० सुबहुं पावकम्मं समञ्जिणित्ता तेत्तीसं वाससयाई भारिया होत्था अहिणपडिपुण्णपंचिंदियसरीरा, तस्स णं परमाउयं पालइत्ता कालमासे कालं किच्चा छट्ठीए पुठवीए समुद्ददत्तस्स पुत्ते समुद्ददत्ताभारियाए अत्तए सोरियदत्ते नामंदारए उववन्नो। ततेणं सा समुहदत्ता मारिया निंदूयावि होत्था, जाया होत्था, अहीणपडिपुण्णपंचिंदियसरीरे / तेणं कालेणं तेण जाया दारणा विणिहायमावजंतिजह गंगदत्ताए चिंता आपुच्छणा समएणं सामी समोसढे जाव परिसा पडिगया / तेणं कालेणं उवातियं दोहला जाव दारयं पयाता, जाव जम्हा णं अम्हं तेणं समएणं जेट्टे सीसे जाव सोरियपुरे णगरे उच्चनीयम- इमे दारए सोरियस्स जक्खस्स उवाइयलद्धे तम्हाणं होउ अम्हं ज्झिमकुलाइं अहापज्जत्तं समुदाणं गहाय सोरियपुराओ नगराओ दारए सोरियदत्ते नामेणं / तए णं से सोरियदत्ते दारए पंचधाइ पडिनिक्खमति, तस्स मच्छंधपाडगस्स अदूरसामंतेणं वीईव- oजाव उम्मुकबालभावे विण्णयपरिणयमित्ते जोवणगमणुपत्तेयमाणे महतिमहालियाए मणुस्सपरिसाए मज्झगयं पासति एगं होत्था। तते णं से समुद्ददत्ते अन्नया कयाइंकालधम्मुणा संजुते, पुरिसं सुकं भुक्खं निम्मंसं अट्ठिचम्मावणद्ध किडिकिडीभूयं / तते णं से सोरियदत्ते बहूहिं मित्तणाइ० रोयमाणे समुह

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