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________________ -२० ] बम्बई भादिके लेख २७७-२७० बम्बई (महाराष्ट्र) १२वीं सदी, काड [ यह लेख भायखलाके जैन मन्दिरमे है। कदम्ब राजा कावदेवके राज्यवर्ष ४४, ईश्वर संवत्सरमे भाद्रपद शु० १२, सोमवारके दिन नागय्यके समाधिमरणका इसमे उल्लेख है। यहींके एक अन्य समाधिलेखमें दी हई तिथि इस प्रकार है - भाद्रपद शु० ७, सोमवार विक्रम संवत्सर । [रि० इ० ए० १९५३-५४ ० १९९-२०० पृ० ३७ ] २७६ नागपुर म्युजियम (महाराष्ट्र ) संवत् १२४५ = सन् १९८८, संस्कृत-नागरी [ यह लेख एक मतिके ऊपर है। माणिकसेनदेव, वीरसेनदेव तथा बाजसेन (?) देवका इसमे उल्लेख है जो सम्भवतः जैन आचार्य थे । तिथि संवत् १२४५ दी है। ] [रि० इ० ए० १९५४-५५ क्र. २६७ पृ० ५० ] बिलिगिरि रंगनबेट्ट ( मैसूर) शक १११२%=सन् ११६०, कन्नड १ शुममस्तु श्रीमत्परमगंभी. २ रस्याद्वादामोधलांछन जी३ यात् त्रैलोक्यनाथस्य शासनं ४ जिनशासनं स्वस्ति श्रीप्र. ५ तापचक्रवर्ति होयिसल श्रीवी- ६ रबल्लालदेवरसरु पृथुविरा७ ज्यं गेय्युत्तिरलु सकवरुस ८ २ साधारण संवरद बै. ९ साकसुद्ध पंचमि बिह १०......
SR No.010113
Book TitleJain Shila Lekh Sangraha 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVidyadhar Johrapurkar
PublisherManikchand Digambar Jain Granthamala Samiti
Publication Year
Total Pages568
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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