Book Title: Vitrag Vigyana Pathmala 3 Author(s): Hukamchand Bharilla Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur View full book textPage 1
________________ वीतराग-विज्ञान पाठमाला भाग ३ (श्री वीतराग-विज्ञान विद्यापीठ परीक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित) हटाहर हिन्दी: प्रथम ग्यारह संस्करण : ६२ हजार ६०० (१९६९ से अद्यतन) बारहवाँ संस्करण : ३ हजार (१२ जुलाई, २००६) योग : ६५ हजार ६०० अंग्रेजी: प्रथम दो संस्करण : ७ हजार गुजराती : प्रथम दो सस्करण : ८हजार २०० मराठी: प्रथम दो संस्करण : ५ हजार २०० महायोग : ८६ हजार स Mayad सम्पादक: डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल शास्त्री, न्यायतीर्थ, साहित्यरत्न, एम.ए., पी.एच.डी. संयुक्तमंत्री, पंडित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, जयपुर पृष्ठ मूल्य: चार रुपए विषय-सूची क्र. नाम पाठ १. सिद्धपूजन २. पूजा-विधि और फल ३. उपयोग ४. अगृहीत और गृहीत मिथ्यात्व ५. मैं कौन हूँ? ६. ज्ञानी श्रावक के बारह व्रत ७. मुक्ति का मार्ग ८. निश्चय और व्यवहार ९. दशलक्षण महापर्व १०. बलभद्र राम ११. समयसार स्तुति प्रकाशक: मगनमल सौभागमल पाटनी फैमिली चैरिटेबल ट्रस्ट, बम्बई पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर ३०२०१५ (राज.) मुद्रक : प्रिन्ट 'ओ' लैण्ड बाईस गोदाम, जयपुरPage Navigation
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